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February 13, 2025

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IPL 2025: RCB का कप्तान बनने के बाद रजत पाटीदार का पहला रिएक्शन

IPL 2025: रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने रजत पाटीदार को अपनी टीम का कप्तान नियुक्त किया है. आईपीएल 2025 में पाटीदार की कप्तानी में स्टार बल्लेबाज विराट कोहली स्पोर्ट्सते नजर आएंगे. कप्तान बनने के बाद पाटीदार ने कहा कि वह नेतृत्व की बारीकियां सीखने के लिए विराट कोहली के दिमाग का इस्तेमाल करना चाहेंगे और उन्होंने सभी परिस्थितियों में खिलाड़ियों के साथ खड़े होने के महत्व पर जोर दिया. पाटीदार ने फाफ डु प्लेसिस की जगह आरसीबी के कप्तान का पद संभाला है, जिन्हें पिछले साल की मेगा नीलामी से पहले रिलीज कर दिया गया था. खिलाड़ियों का समर्थन करना महत्वपूर्ण पाटीदार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘मैं मैचों की स्थिति से वाकिफ हूं. इसलिए, मुझे लगता है कि अपने खिलाड़ियों का समर्थन करना और हर परिस्थिति में उनके साथ खड़ा होना और ऐसा माहौल देना महत्वपूर्ण है, जहां वे सहज और आत्मविश्वासी महसूस करें.’पाटीदार ने कहा कि आरसीबी के ड्रेसिंग रूम में मौजूद अनुभवी खिलाड़ी उन्हें आईपीएल कप्तानी के चुनौतीपूर्ण काम में मदद कर सकते हैं. 🚨 𝗥𝗮𝗷𝗮𝘁 𝗠𝗮𝗻𝗼𝗵𝗮𝗿 𝗣𝗮𝘁𝗶𝗱𝗮𝗿 – 𝗖𝗮𝗽𝘁𝗮𝗶𝗻, 𝗥𝗼𝘆𝗮𝗹 𝗖𝗵𝗮𝗹𝗹𝗲𝗻𝗴𝗲𝗿𝘀 𝗕𝗲𝗻𝗴𝗮𝗹𝘂𝗿𝘂 🚨 The journey of self-belief. That blessed feeling. This opportunity. Hear all about it from the Man of the Hour, the calm, the balanced, and extremely likeable,… pic.twitter.com/6L5OdbmUDR — Royal Challengers Bengaluru (@RCBTweets) February 13, 2025 PAK vs SA: शर्मनाक हरकत के लिए शाहीन अफरीदी सहित 3 पर ICC का ‘चाबुक’, लगा तगड़ा जुर्माना Watch: ट्रॉफी सेलिब्रेशन के वक्त फोन पर किससे बात कर रहे थे कोहली, वीडियो वायरल विराट कोहली से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा उन्होंने कहा, ‘हमारे पास नेतृत्वकर्ताओं का एक समूह है, जिनके अनुभव और विचार निश्चित रूप से मेरी नई नेतृत्व भूमिका में मदद करेंगे. यह मेरे लिए क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक विराट कोहली से सीखने का एक शानदार अवसर है. मुझे लगता है कि उनके विचार और अनुभव निश्चित रूप से मेरी नेतृत्वकारी भूमिका में मदद करेंगे. मैंने उनके साथ कई साझेदारियां की हैं. हम बल्ले से भी उस साझेदारी का इंतजार कर रहे हैं.’ सैयद मुश्ताक अली और विजय हजारे में कप्तानी कर चुके हैं पाटीदार पाटीदार को पहले से पता था कि वह आरसीबी की कप्तानी की रेस में हैं, लेकिन 31 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि वह आरसीबी की अधिक कठिन भूमिका स्वीकार करने से पहले अपनी राज्य टीम मध्य प्रदेश की कप्तानी का स्वाद चखना चाहते थे. पाटीदार ने पिछले साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी और विजय हजारे ट्रॉफी में मध्य प्रदेश की कप्तानी की थी, लेकिन इनमें से अधिकांश टूर्नामेंट नीलामी के बाद आयोजित किए गए थे. The post IPL 2025: RCB का कप्तान बनने के बाद रजत पाटीदार का पहला रिएक्शन appeared first on Naya Vichar.

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पूर्णिया में किशोरी की हत्या, परिजनों ने शव के साथ किया उग्र प्रदर्शन

जिले के रघुवंशनगर थानाक्षेत्र में दुष्कर्म के बाद 14 वर्षीय किशोरी की हत्या को लेकर गुरुवार को जनाक्रोश भड़क उठा. उग्र भीड़ ने रेल एवं सड़क मार्ग को घंटो अवरुद्ध कर नारेबाजी की. दोपहर एक बजे पूर्णिया एसपी कार्तिकेय शर्मा के मौके पर पहुंचने एवं कठोर कारवाई के आश्वासन के बाद लगभग दो बजे रेल  एवं सड़क मार्ग पर आवागमन  बहाल हो सका. इससे पहले घटना के विरोध में गुरुवार सुबह से ही बड़हराकोठी-बिहारीगंज सड़क एवं बड़हराकोठी- बिहारीगंज रेल लाइन को उग्र भीड़ ने अवरुद्ध कर वरीय पदाधिकारी को बुलाने की मांग करने लगे. सड़क मार्ग बंद रहने से राजघाट गांव के दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई.  शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू  वही बिहारीगंज से पूर्णिया कोर्ट जाने वाली गाड़ी संख्या 05231 अपराह्न दो बजकर दो मिनट पर महिखण्ड से आगे बढ़ी. जानकारी के अनुसार, बीते 12 फरवरी की शाम मृतका अपने घर से लगभग डेढ़ किलोमीटर की दूरी पर स्थित मक्का खेत मे घास काटने गई थी. इसी दौरान घटना का शिकार हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष आनंद कुमार घटनास्थल पर पहुंचे और शव को कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू कर दी. जांच के लिए एफएसएल एवं स्वानदस्ता को बुलाया गया. एफएसएल टीम ने घटनास्थल पर पहुंच जांच पड़ताल कर नमूना संग्रह किया . घटनास्थल पर कैंप कर रहे वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर वरीय पदाधिकारियों ने किया कैंप दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत्या के विरोध में उग्र प्रदर्शन होने के बाद वरीय पदाधिकारी घटनास्थल पर कैंप कर रहे हैं. मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी राजीव कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी संदीप गोल्डी, बड़हरा थानाध्यक्ष संजय कुमार, भवानीपुर थानाध्यक्ष सुनील कुमार, बलिया थानाध्यक्ष अरविन्द राय सहित कई थाना की टीम पहुंची. एसपी के आने के बाद शांत हुआ माहौल हालांकि पदाधिकारियों के बार बार समझने के बाद भी स्थानीय लोग नही माने और पुलिस अधीक्षक को बुलाने की मांग पर अड़ गए. पूर्णिया पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय शर्मा के घटनास्थल पर पहुंचने और 24 घंटे में आरोपियों की गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद उग्र भीड़ शांत हुई. जाम हटा कर नाबालिग की अंत्येष्टि को लोग तैयार हुए. इसे भी पढ़ें: CM नीतीश बेटे निशांत की नेतृत्व में एंट्री से नाखुश, मुख्यमंत्री के करीबी का खुलासा एसपी की टिप्पणी इस पूरे मामले पर  पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि रघुवंशनगर थानाक्षेत्र में दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत्या के मामले में टीम गठित की गयी है. साक्ष्य जुटाये जा रहे हैं. इस घटना में जो भी दोषी है, उसे जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जायेगा. पूर्णिया से अरुण कुमार की रिपोर्ट इसे भी पढ़ें: Waqf Bill: बिहार में वक्फ बोर्ड के पास है 29 हजार बीघा जमीन, JPC की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा   The post पूर्णिया में किशोरी की हत्या, परिजनों ने शव के साथ किया उग्र प्रदर्शन appeared first on Naya Vichar.

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Purnia News: मोबाइल के झगड़े में दो सगी बहन ने दी जान, पुलिस के पहुंचने से पहले कर दिया गया दाह संस्कार

Purnia News: पूर्णिया में मोबाइल को लेकर हुए झगड़े के बाद दो सगी बहन ने फंदे से लटककर जान दे दी. पूर्णिया के धमदाहा थानाक्षेत्र के तरौनी गांव में हुई इस घटना से सभी स्तब्ध रह गये. मृतकों में तरौनी के उमेश मेहता की दो बेटी नंदनी कुमारी( 18) एवं मिली कुमारी (16 ) शामिल हैं. इस संबंध में पूछे जाने पर पुलिस निरीक्षक सह थानाध्यक्ष धमदाहा सरोज कुमार ने बताया कि घटना की सूचना मिलने पर धमदाहा थाना पुलिस तरौनी गांव गई थी. पुलिस के पहुंचने से पहले ही दोनों का दाह संस्कार कर दिया गया था. परिवार के लोगों ने क्या बताया परिवार के लोगों ने दोनों बहनों के बीच बुधवार की रात किसी बात पर झगड़ा होने की बात बतायी है. परिवार के लोगों का कहना है कि दोनों के बीच हुए झगड़ा के कारण ही दोनों ने फंदे से लटककर अपनी जान दे दी है. जानकारी के अनुसार, दोनों बहन गांव के हटिया चौक पर विगत एक सप्ताह से चल रहे सांस्कृतिक कार्यक्रम में रामलीला देखने गयी थी. रामलीला देखने के बाद बुधवार की रात 11 बजे के करीब घर वापस लौटी थी. इसके बाद मृतका दोनों बहन ऊपर के कमरे में चली गयी एव मां बाप नीचे के कमरे सो गये. बिहार की ताजा समाचारों के लिए क्लिक करें परिजनों में मच गयी चीख पुकार रात 3:30 बजे के करीब नीचे सो रहे मां-बाप को ऊपर के कमरे में कुछ हलचल को लेकर शक हुआ. कुछ देर बाद दोनों ऊपर के कमरे में दोनों बेटी को देखने गये तो दोनों के शव फंदे से लटके मिले. इसके बाद परिजनों में चीख पुकार मच गयी. हालांकि आनन फानन में परिजनों तथा रिश्तेदार दोनों के अंतिम संस्कार में जुट गए. धमदाहा थाना पुलिस दिन के 12:00 के करीब तरौनी गांव स्थित घटनास्थल पर पहुंची. तब तक परिवार के लोग दाह संस्कार कर घर वापस लौट आए थे. इसे भी पढ़ें: RJD विधायक ने JDU नेता को घर में बंधक बनाकर पीटा, तोड़ा हाथ-पैर, लगाए बेहद गंभीर आरोप The post Purnia News: मोबाइल के झगड़े में दो सगी बहन ने दी जान, पुलिस के पहुंचने से पहले कर दिया गया दाह संस्कार appeared first on Naya Vichar.

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LPG Cylinder: जल्द दूर होगी एलपीजी सिलेंडर की किल्लत और घटेंगे दाम! एचपीसीएल करने जा रही ये काम

LPG Cylinder: देश के करोड़ों एलपीजी रसोई गैस का इस्तेमाल करने वाले उपभोक्ताओं और गृहणियों के लिए एक अच्छी समाचार है. आने वाले अप्रैल महीने से ही एलपीजी सिलेंडरों की किल्लत दूर होगी और इसके दाम घटने के भी आसार हैं. इसका कारण यह है कि हिंदुस्तान की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करने के लिए हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने मैंगलोर में देश की सबसे बड़ी एलपीजी कैवर्न का निर्माण पूरा कर लिया है. यह 80,000 मीट्रिक टन एलपीजी स्टोर करने की क्षमता रखती है और अप्रैल 2025 तक चालू हो जाएगी. इस परियोजना के पूरा होने से दक्षिण और मध्य हिंदुस्तान में रसोई गैस (एलपीजी) की आपूर्ति को सुरक्षित और सुचारू बनाने में मदद मिलेगी. मैंगलोर में सबसे बड़ी एलपीजी कैवर्न का निर्माण हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) के निदेशक अमित गर्ग ने मीडियाकर्मियों को बताया कि मैंगलोर में एचपीसीएल की एलपीजी आयात सुविधा में सबसे बड़ी एलपीजी कैवर्न का निर्माण किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि एलपीजी कैवर्न को 80,000 मीट्रिक टन एलपीजी स्टोर करने के लिए डिजाइन किया गया है. यह इंजीनियरिंग का उत्कृष्ट नमूना है. अमित गर्ग ने कहा कि ग्रेनाइटिक गनीस में रॉक गुफा हाइड्रोलिक कंटेनमेंट के सिद्धांत पर काम करती है. एलपीजी कैवर्न क्यों है खास? भंडारण क्षमता: 80,000 मीट्रिक टन एलपीजी स्थान: मैंगलोर एलपीजी आयात फैसिलिटी (एमएलआईएफ) गहराई: समुद्र तल से 141 मीटर नीचे परिवहन सुविधा: सड़क, रेल और क्रॉस-कंट्री पाइपलाइनों के माध्यम से आपूर्ति फायदा: एलपीजी की स्थिर और निर्बाध आपूर्ति एलपीजी उपभोक्ताओं को फायदा एचपीसीएल का एलपीजी कैवर्न तैयार हो जाने के गैस सिलेंडर की किल्लत नहीं होगी. यह कैवर्न एलपीजी का भंडारण बढ़ाकर सप्लाई में स्थिरता बनाएगी. त्योहारों या आपातकालीन स्थिति में भी गैस की कमी नहीं होगी. ग्रामीण इलाकों में सस्ते और आसान तरीके से एलपीजी कनेक्शन मिलेंगे. उज्ज्वला योजना के तहत अधिक लोगों को लाभ मिलेगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में एलपीजी की कीमतों में उतार-चढ़ाव का असर कम होगा. घरेलू रसोई गैसर उपभोक्ताओं को अधिक स्थिर और सस्ती गैस मिलेगी. बड़े भंडारण के कारण किसी भी आपातकालीन स्थिति में गैस की उपलब्धता सुनिश्चित होगी. प्रशासन की एलपीजी आपूर्ति योजनाओं को मजबूती मिलेगी. इसे भी पढ़ें: बजाज फिनसर्व मल्टी कैप फंड से कमाई का सुनहरा मौका, जानिए एनएफओ की लास्ट डेट कैसे काम करेगी मैंगलोर एलपीजी कैवर्न? नया मैंगलोर पोर्ट से एलपीजी का आयात किया जाएगा. इसे एलपीजी कैवर्न में भूमिगत भंडारण किया जाएगा. एलपीजी गैस को मैंगलोर, मैसूर, बेंगलुरु और हैदराबाद तक टैंकरों और पाइपलाइनों के जरिए भेजा जाएगा. इसे भी पढ़ें: वैल्यू म्युचुअल फंड्स पर निवेशकों का भरोसा बरकरार, मजाक-मजाक में लगा दिया करोड़ों का दांव हिंदुस्तान की ऊर्जा सुरक्षा में बड़ी छलांग एचपीसीएल की यह ऐतिहासिक परियोजना देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने और बढ़ती एलपीजी मांग को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. इंजीनियरिंग के इस बेहतरीन कारनामे से LPG उपभोक्ताओं को अधिक सुरक्षित, सुगम और किफायती गैस आपूर्ति मिलेगी. इसे भी पढ़ें: PM Kisan की 19वीं किस्त की तारीख कन्फर्म लेकिन असमंजस बरकरार, जानें क्यों? The post LPG Cylinder: जल्द दूर होगी एलपीजी सिलेंडर की किल्लत और घटेंगे दाम! एचपीसीएल करने जा रही ये काम appeared first on Naya Vichar.

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Manipur News: मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू, हाल में ही एन बीरेन ने दिया था सीएम पद से इस्तीफा

Manipur News: मणिपुर में गुरुवार को राष्ट्रपति शासन लागू हो गया है. मणिपुर के मुख्यमंत्री पद से एन बीरेन सिंह के इस्तीफा दिए हुए चार दिन बीत चुके हैं. राज्य में नेतृत्वक हालात अनिश्चित बनी हुई है. सत्तारूढ़ बीजेपी की ओर से अब तक नए नेता के बारे में फैसला नहीं किया है. ऐसे में गुरुवार को राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है. बीजेपी के पूर्वोत्तर प्रभारी संबित पात्रा और पार्टी विधायकों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद भी गतिरोध बना हुआ है. President’s Rule imposed in Manipur. Official communication shortly. pic.twitter.com/d8pcCHTJuj — ANI (@ANI) February 13, 2025 गृह मंत्रालय ने जारी किया अधिसूचना मणिपुर में राष्ट्रपति शासन की घोषणा करते हुए गृह मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मानना है कि ऐसी स्थिति उत्पन्न हो गई है जिसमें इस राज्य की प्रशासन संविधान के प्रावधानों के अनुसार नहीं चल सकती. अधिसूचना के मुताबिक, “संविधान के अनुच्छेद 356 की ओर से दी गई शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए मैं घोषणा करती हूं कि मैं हिंदुस्तान के राष्ट्रपति के रूप में मणिपुर राज्य प्रशासन के सभी कार्यों और इस राज्य के राज्यपाल द्वारा निहित या प्रयोग की जाने वाली सभी शक्तियों को अपने अधीन करती हूं.” 8 फरवरी को एन बीरेन ने दिया था सीएम पद से इस्तीफा मणिपुर करीब दो साल से हिंसा की आग में सुलग रहा है. विपक्ष का लगातार हमला जारी है. इन सबके बीच पूर्व मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने 9 फरवरी को सीएम पद से अपना इस्तीफा दिया था. उम्मीद थी कि जल्द ही बीजेपी नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान करेगी, लेकिन पार्टी नेताओं में जारी गतिरोध के कारण अभी तक सीएम फेस तय नहीं हो पाया है. ऐसे में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया है.  The post Manipur News: मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू, हाल में ही एन बीरेन ने दिया था सीएम पद से इस्तीफा appeared first on Naya Vichar.

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अब बिहार में पारिवारिक बंटवारा करना हुआ आसान, सिर्फ इतने रुपए में निपट जाएगा पूरा काम

Bihar News: बिहार में पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे को लेकर अक्सर विवाद होते रहते हैं, और राज्य प्रशासन ने इस समस्या का समाधान एक सरल और सस्ता तरीका प्रदान किया है. अब बिहार प्रशासन ने पारिवारिक संपत्ति के रजिस्टर्ड बंटवारे के लिए स्टांप शुल्क को घटाकर महज 100 रुपये कर दिया है, ताकि लोग आसानी से अपनी संपत्ति का बंटवारा कर सकें. लेकिन कई लोग इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं, इसका मुख्य कारण जानकारी की कमी और प्रशासनी दफ्तरों में काम की धीमी गति है. प्रशासन ने प्रक्रिया को सरल किया, लेकिन अभी भी बाधाएं हैं पहले बिहार में पारिवारिक संपत्ति के रजिस्टर्ड बंटवारे के लिए भारी शुल्क देना पड़ता था, जिससे कई लोग इसे करने से कतराते थे. लेकिन नीतीश प्रशासन ने इसमें बदलाव करते हुए शुल्क को घटाकर केवल 100 रुपये कर दिया है. इसके अलावा, पारिवारिक सदस्यता सूची का होना भी अनिवार्य कर दिया गया है, जिसे सीओ कार्यालय से बनवाना होता है. इस सूची के बिना बंटवारे की रजिस्ट्री नहीं हो सकती. पारिवारिक सदस्यता सूची बनाने की प्रक्रिया रजिस्टर्ड बंटवारे के लिए सबसे पहली शर्त पारिवारिक सदस्यता सूची का होना है. इस सूची को बनाने के लिए आवेदन सीओ कार्यालय में दिया जाता है, जहां राजस्व कर्मचारी इसकी जांच करते हैं और फिर उसे मंजूरी देते हैं. इसके बाद, रजिस्ट्री ऑफिस जाकर 100 रुपये की स्टांप पेपर पर बंटवारे का मजमून तैयार किया जाता है और इस प्रक्रिया के बाद कागजों में बंटवारे का विवरण दर्ज किया जाता है. अंचल कार्यालयों में देरी और समस्याएं हालांकि प्रशासन ने पारिवारिक संपत्ति के बंटवारे के लिए एक सरल और सस्ता रास्ता दिया है, फिर भी अंचल कार्यालयों में होने वाली परेशानियां इस प्रक्रिया में रुकावट डाल रही हैं. लोगों का कहना है कि बिना चढ़ावा के कोई काम नहीं होता, जिसके चलते पारिवारिक सदस्यता सूची का निर्माण भी बेहद कठिन हो गया है. इस कारण लोग रजिस्टर्ड बंटवारे की प्रक्रिया से कतराते हैं, और इस योजना का लाभ कम ही लोग उठा पा रहे हैं. ये भी पढ़े: पूर्व मुखिया की कार जलाकर अपराधियों ने रंगदारी की धमकी दी, इलाकें में मचा हड़कंप राज्य प्रशासन ने पारिवारिक संपत्ति के रजिस्टर्ड बंटवारे की प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए कई कदम उठाए हैं, लेकिन अभी भी अंचल कार्यालयों की कामकाजी प्रक्रियाओं में सुधार की आवश्यकता है. यदि इसे और भी पारदर्शी और सुलभ बनाया जाए तो बिहार के लोग इस योजना का अधिकतम लाभ उठा सकते हैं और संपत्ति विवादों को सुलझाने में मदद मिल सकती है. The post अब बिहार में पारिवारिक बंटवारा करना हुआ आसान, सिर्फ इतने रुपए में निपट जाएगा पूरा काम appeared first on Naya Vichar.

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BJP: दिल्ली में किए गए वादों को पूरा करने के लिए तैयार हो रहा है एक्शन प्लान

BJP: दिल्ली में 27 साल बाद भाजपा सत्ता पर काबिज हुई है. विधानसभा चुनाव परिणाम आए पांच दिन हो चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री कौन होगा, यह तय नहीं हो पाया है. पार्टी सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे से लौटने के बाद दिल्ली का मुख्यमंत्री चेहरे पर फैसला होगा. दिल्ली में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम सात मंत्री ही बन सकते हैं. पार्टी मुख्यमंत्री तय करने से पहले हर सामाजिक समीकरणों का ध्यान रख रही है. आम आदमी पार्टी पिछले 11 साल से मुफ्त की योजनाओं के कारण दिल्ली में अजेय बनी हुई थी. केजरीवाल को उम्मीद थी कि स्त्रीओं के लिए सम्मान राशि का ऐलान करने से एक बार फिर आम आदमी पार्टी की प्रशासन बनना तय है.  भाजपा ने आम आदमी पार्टी के मुफ्त वादों की काट के लिए दिल्ली में तीन संकल्प पत्र जारी किया और हर वर्ग को साधने के लिए कई वादों की घोषणा की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी चुनावी रैली में भाजपा के संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा करने की गारंटी दी. इस गारंटी में यमुना की सफाई, स्त्रीओं को हर महीने 2500 रुपये देने का वादा सबसे अहम है. दिल्ली में प्रशासन बनने से पहले अधिकारी भाजपा के संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा करने के लिए 100 दिन का एक्शन प्लान तैयार करने में जुट गए हैं.  पहली कैबिनेट में होंगे अहम फैसले केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा का कहना है कि दिल्ली प्रशासन की पहली कैबिनेट में आयुष्मान हिंदुस्तान योजना लागू करने, यमुना की सफाई और स्त्री सम्मान योजना को लेकर फैसला लिया जा सकता है. दिल्ली के मुख्य सचिव ने नयी प्रशासन के गठन से पहले सभी विभागों के प्रमुखों के साथ एक बैठक कर भाजपा के संकल्प पत्र को ध्‍यान में रखते हुए एक्‍शन प्‍लान तैयार करने का निर्देश दिया है. सभी विभागों को 15 दिनों के अंदर 100 दिन के एक्शन प्लान तैयार करने को कहा गया है. दिल्ली में जलभराव रोकने के लिए ड्रेनेज की सफाई का एक्शन प्लान से लेकर पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जरूरी कदम उठाने के निर्देश जारी किए गए है. प्रधानमंत्री के अमेरिका दौरे से लौटते ही पार्टी के पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक में मुख्यमंत्री के चेहरे पर मुहर लगेगी और फिर विधायक दल की बैठक में नेता का चुनाव किया गया जायेगा. दिल्ली के मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हो सकते हैं. पार्टी की कोशिश दिल्ली में एक बेहतर गवर्नेंस मॉडल मुहैया कराने की है ताकि इसका असर दूसरे राज्यों पर भी हो सके. भाजपा सामाजिक कल्याण के साथ ही दिल्ली में इंफ्रास्ट्रक्चर विकास को प्राथमिकता देगी.  The post BJP: दिल्ली में किए गए वादों को पूरा करने के लिए तैयार हो रहा है एक्शन प्लान appeared first on Naya Vichar.

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Jal Samadhi Video: सरयू के जल में समाये महंत सत्येंद्र दास, ऐसे दी गई जल समाधि

Jal Samadhi: आचार्य सत्येंद्र दास के पार्थिव शरीर को पालकी में रखकर उनके निवास स्थान से सरयू नदी के तट पर ले जाया गया. फिर उन्हें तुलसीदास घाट पर जल समाधि दी गयी. इससे पहले दोपहर बाद सत्येंद्र दास के पार्थिव शरीर को रथ पर रखकर नगर भ्रमण कराया गया. इससे पहले उनके उत्तराधिकारी प्रदीप दास ने बताया था कि रामानंदी संप्रदाय की परंपराओं के अनुसार दास को जल समाधि दी जाएगी. Ram temple chief priest acharya satyendra das last rites ऐसे दी गई जल समाधि प्रदीप दास ने बताया था कि जल समाधि के तहत शव को नदी के बीच में प्रवाहित करने से पहले उसके साथ भारी पत्थर बांधे जाते हैं. रामानंदी संप्रदाय की परंपराओं के अनुसार, जल समाधि देने से पहले रामलला के मुख्य पुजारी के पार्थिव शरीर को जुलूस के रूप में घुमाया गया, ताकि लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे सकें. अयोध्या नगरी का भ्रमण कराते हुए सत्येंद्र दास का पार्थिव शरीर उनके निवास स्थान पर पहुंचा, फिर पालकी में रखकर नदी में ले जाया गया. जल समाधि से पहले उनके पार्थिव शरीर को हनुमानगढ़ी और राम जन्मभूमि के दर्शन के लिए ले जाया गया. बैंड-बाजों के साथ सत्येंद्र दास की अंतिम यात्रा शुरू हुई. इस दौरान लोगों ने पुष्प वर्षा कर श्रद्धांजलि दी. अयोध्या के मुख्य पुजारी के अंतिम दर्शन के लिए हजारों लोग सरयू तट पर खड़े थे. #WATCH | Acharya Satyendra Das, the chief priest of Ayodhya Ram temple, who passed away yesterday, given ‘Jal Samadhi’ in Saryu river in UP’s Ayodhya pic.twitter.com/zrYkaLZUrT — ANI (@ANI) February 13, 2025 20 वर्ष में सत्येंद्र दास ने ले लिया था संन्यास सत्येंद्र दास (85) को फरवरी की शुरुआत में ब्रेन स्ट्रोक के बाद संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार को उनका निधन हो गया. सत्येंद्र दास ने 20 वर्ष की आयु में ‘संन्यास’ ले लिया था. उन्होंने छह दिसंबर, 1992 को बाबरी मस्जिद के विध्वंस के दौरान भी पुजारी के रूप में सेवा की थी. बाद में जब प्रशासन ने परिसर को अपने नियंत्रण में ले लिया, तो उन्हें अस्थायी मंदिर का मुख्य पुजारी बना दिया गया. उन्होंने बताया था कि उनके सामने बाबरी मस्जिद गिराया गया था. उन्होंने कहा था, “मैं वहां था. यह मेरे सामने हुआ. मैं इसका गवाह था.” The post Jal Samadhi Video: सरयू के जल में समाये महंत सत्येंद्र दास, ऐसे दी गई जल समाधि appeared first on Naya Vichar.

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Jharkhand News: 350 करोड़ मंजूर लेकिन योजना गायब, एकलव्य योजना पर लटका ताला, भाजपा ने हेमंत सरकार से मांगा जवाब

Jharkhand News: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अजय साह ने भाजपा प्रदेश कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान झारखंड के उच्च शिक्षा से जुड़े एक महत्वपूर्ण मुद्दे को उठाया. उन्होंने अक्टूबर 2023 में झारखंड प्रशासन के उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी दो अहम टेंडरों—एकलव्य प्रशिक्षण योजना और मुख्यमंत्री शिक्षा प्रोत्साहन योजना—की स्थिति पर सवाल खड़े किए. साह ने बताया कि हेमंत प्रशासन ने वर्ष 2023 में इन दोनों योजनाओं की घोषणा की थी, जिनका उद्देश्य झारखंड के 35,000 छात्रों को लाभ पहुंचाना था. इन योजनाओं के तहत छात्रों के लिए यूपीएससी, जेपीएससी, बैंक पीओ, मेडिकल, इंजीनियरिंग, एसएससी, होटल मैनेजमेंट, मास कम्युनिकेशन, रेलवे बोर्ड, आदि जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए मुफ्त कोचिंग की व्यवस्था की गई थी. इसके अलावा, छात्रों को हर महीने 2500 रुपए की आर्थिक सहायता देने का प्रावधान भी था. बीजेपी ने जताई योजना बंद करने की आशंका अजय साह ने आशंका जताते हुए पूछा कि यदि इन योजनाओं के लिए बजट स्वीकृत हो चुका था, तो क्या छात्रों के लिए निर्धारित फंड किसी अन्य योजना में डायवर्ट कर दिया गया? उन्होंने प्रशासन से यह भी स्पष्ट करने को कहा कि क्या ये योजनाएँ पूरी तरह बंद कर दी गई हैं या आगामी बजट में इन्हें पुनः शुरू किया जाएगा? साह ने कहा कि आमतौर पर छात्र हर वर्ष अप्रैल में नए सत्र के साथ कोचिंग शुरू करते हैं. यदि प्रशासन ने मार्च तक इन योजनाओं को लागू नहीं किया, तो फिर ये योजनाएँ केवल कागज़ों तक ही सीमित रह जाएंगी और धरातल पर कभी उतर नहीं पाएंगी. इससे हजारों छात्रों का भविष्य प्रभावित होगा. यदि प्रशासन ने जल्द कोई ठोस निर्णय नहीं लिया, तो छात्रों का शैक्षिक भविष्य अंधकारमय हो जाएगा. उन्होंने प्रशासन से अपील की कि शिक्षा से जुड़ी योजनाओं को नेतृत्वक खींचतान से दूर रखते हुए तुरंत लागू किया जाए। प्रेसवार्ता में मीडिया सह प्रभारी अशोक बड़ाईक की मौजूदगी रही. इसे भी पढ़ें: झारखंड में मंत्री के काफिले की 3 गाड़ियां आपस में टकरायीं, बीडीओ समेत 5 घायल The post Jharkhand News: 350 करोड़ मंजूर लेकिन योजना गायब, एकलव्य योजना पर लटका ताला, भाजपा ने हेमंत प्रशासन से मांगा जवाब appeared first on Naya Vichar.

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Girl Education: बिहार में लैंगिक समानता और लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए हो रहे हैं प्रयास

Girl Education: बिहार में लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए कई गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है. लड़कियों को स्पोर्ट्स, समग्र विकास, शिक्षा, लैंगिक असमानता को दूर कर सशक्त बनाने का काम किया जा रहा है. इस काम में प्रशासनी, शैक्षणिक संस्था और सामुदायिक संगठनों का सहयोग लिया जा रहा है. किशनगंज, अररिया और नवादा जिले ने बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत शानदार उपलब्धि हासिल की है. पिछले साल 9 अक्टूबर को किशनगंज में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत कबड्डी, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, एथलेटिक्स और अन्य स्पोर्ट्सों का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में मध्य विद्यालय, हाई स्कूल, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय और अंबेडकर विद्यालय की छात्राओं ने शिरकत की. इस दौरान जिलाधिकारी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. अधिकारियों ने शिक्षा के अलावा कला, संस्कृति, स्पोर्ट्स के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए हर क्षेत्र में आगे होना जरूरी है. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम का मकसद लड़कियों को हर क्षेत्र में आगे बढ़ाना है.  समाज के वंचित तबके की लड़कियों को शिक्षित करना है मकसद बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम के तहत राज्य के जिलों में लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए एक खास गांव को प्राथमिकता देने पर जोर दिया गया है. इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन, गैर प्रशासनी संगठन और समाज को भागीदार बनाना है. कार्यक्रम संबंधी शिकायतों को दूर करने के लिए लड़कियों के अभिभावकों की काउंसलिंग की जाती है ताकि वे लड़कियों को आगे बढ़ाने में परेशानी पैदा नहीं कर सके. साथ ही अभिभावकों को कार्यक्रम के फायदे के बारे में जानकारी दी जाती है. भागीदार लड़कियों में भरोसा पैदा करने के लिए हर स्तर पर कदम उठाया जाता है. योजना का मकसद लड़कियों में ड्रॉप आउट रेट को कम करना और लैंगिक असमानता को दूर करना है. कार्यक्रम के तहत बिहार के नवादा में महादलित लड़कियों को कौशल विकास से जोड़ने का काम किया जा रहा है ताकि इस वर्ग की लड़कियों में आत्मविश्वास पैदा हो सके और वे भी शिक्षा के महत्व को समझ कर आगे बढ़ सकें. अररिया में महादलित मिशन लड़कियों की शिक्षा में आने वाली बाधा को पहचान कर दूर करने का काम कर रहा है.  The post Girl Education: बिहार में लैंगिक समानता और लड़कियों को सशक्त बनाने के लिए हो रहे हैं प्रयास appeared first on Naya Vichar.

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