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February 14, 2025

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पटना के इन इलाकों में चलेगा अब बुलडोजर, DM ने दिया सख्त आदेश

Bihar News: पटना में गंगा किनारे अवैध कब्जे पर प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. 15 और 16 फरवरी को प्रशासन की ओर से बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाएगा. जिला प्रशासन ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है. इस दौरान दीघा से लेकर कलेक्ट्रेट घाट तक प्रशासनी जमीन पर किए गए सभी पक्के और कच्चे निर्माण ध्वस्त किए जाएंगे. प्रशासन को अंदेशा है कि इस कार्रवाई का विरोध हो सकता है, इसलिए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है. प्रशासनी जमीन पर कब्जा हटाने के लिए सख्त कदम पटना के DM ने गंगा नदी किनारे दीघा से कंगनघाट तक के अतिक्रमण को हटाने का निर्देश दिया है. प्रशासन का कहना है कि यह सारी जमीन प्रशासनी है और इस पर किसी भी तरह के निजी दावे को स्वीकार नहीं किया जाएगा. सर्वोच्च न्यायालय और एनजीटी के आदेशों के तहत गंगा नदी की असर्वेक्षित भूमि पर कोई भी निर्माण नहीं किया जा सकता. बावजूद इसके, इस इलाके में कई लोगों ने मकान बना लिए हैं. प्रशासन ने अब इसे मुक्त कराने का फैसला लिया है. भारी पुलिस बल की तैनाती, राजस्व टीम करेगी निगरानी इस कार्रवाई को सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए जिला प्रशासन ने दंडाधिकारी, नगर निगम की टीम और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की है. अमीन और राजस्व अधिकारियों को भी मौके पर तैनात किया गया है, ताकि किसी भी विवादित जमीन की नापी तत्काल कराई जा सके. प्रशासन की मंशा है कि किसी को भी मामले को फंसाने का मौका न मिले और प्रशासनी जमीन को जल्द से जल्द अतिक्रमण मुक्त किया जाए. वन विभाग को सौंपी गई आगे की जिम्मेदारी प्रशासनी जमीन को अतिक्रमण से मुक्त कराने के बाद प्रशासन इसकी सुरक्षा को लेकर भी सतर्क है. इस अभियान के बाद वन विभाग इस भूमि पर चहारदीवारी करेगा और पौधारोपण किया जाएगा. इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि भविष्य में कोई फिर से इस जमीन पर कब्जा न कर सके. ये भी पढ़े: खगड़िया में भीषण सड़क हादसा, रेलवे फॉर्म भरने जा रही मां की मौत, 4 वर्षीय बेटे की हालत गंभीर पटना में पहले भी गंगा किनारे कई इलाकों में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई हो चुकी है, लेकिन इस बार प्रशासन इसे पूरी तरह खत्म करने के मूड में है. अवैध कब्जाधारियों के खिलाफ यह सबसे बड़ा अभियान साबित हो सकता है. The post पटना के इन इलाकों में चलेगा अब बुलडोजर, DM ने दिया सख्त आदेश appeared first on Naya Vichar.

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Baby Names: अपने नटखट बेटे को दें भगवान वेंकटेश्वर से जुड़ा ये प्यारा नाम, मतलब भी है बहुत खास

Baby Names: शिशु का नाम रखने के लिए माता-पिता ज्यादा जल्दबाजी नहीं दिखाते हैं. बहुत सोच-विचार करने के बाद ही शिशु को एक प्यारा सा नाम देते हैं, क्योंकि यह माना जाता है कि नाम व्यक्तित्व निर्धारण का काम करता है. ऐसे में अगर आपको भी हाल ही में पेरेंट्स बनने का सौभाग्य मिला है, तो इस आर्टिकल में भगवान वेंकटेश्वर से जुड़े कई नामों का सुझाव दिया गया है, जो कि धार्मिक होने के साथ-साथ मॉडर्न और यूनिक भी हैं. भगवान से जुड़े होने के कारण इन नामों का अपना खास अर्थ है. आप इस लिस्ट में से कोई भी नाम अपने नटखट बेटे के लिए चुन सकते हैं. यह भी पढ़ें- Baby Names: श्री हरि के नाम पर रखें अपने लाडले बेटे का नाम, शिशु पर जंचेगा खूब यह भी पढ़ें- Baby Names: अपने शिशु को दें भगवान भोलेनाथ से जुड़ा ये प्यारा नाम, बना रहेगा शिवजी का आशीर्वाद भगवान वेंकटेश्वर से जुड़े टॉप 10 नाम अश्विन– इस नाम का अर्थ अजेय होता है. दिव्येश– इस नाम का अर्थ दिव्य और प्रभावशाली होता है. दक्ष– जिसमें भगवान विष्णु का गुण होता है. नलिन– इस नाम का अर्थ भगवान वेंकटेश्वर की पवित्रता और सुंदरता होता है. तेजस– इस नाम का अर्थ भगवान वेंकटेश्वर की चमक होता है. तुषार– भगवान वेंकटेश्वर के शांत स्वभाव को तुषार के नाम से पुकारा जाता है. तनीश– इस नाम का अर्थ इच्छा होता है. तनय– इस नाम का अर्थ पुत्र होता है. प्रणित– इस नाम का अर्थ विनम्र होता है. तिलक– इस नाम का अर्थ शुभ चिन्ह होता है.   यह भी पढ़ें- Baby Names: बेटे को दें चंद्र देव से जुड़ा ये शानदार नाम, शायद ही पहले सुना होगा आपने The post Baby Names: अपने नटखट बेटे को दें भगवान वेंकटेश्वर से जुड़ा ये प्यारा नाम, मतलब भी है बहुत खास appeared first on Naya Vichar.

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‘Lalu Yadav के बयान का कोई मतलब नहीं है’, जदयू सांसद बोले- फिर बनाएंगे सरकार

Lalu Yadav Misgovernance: राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने गुरुवार को कहा कि भाजपा कैसे बना लेगी प्रशासन? हम लोग के रहते भाजपा प्रशासन बना लेगी? भाजपा को लोग जान गए हैं. अब वह कभी सत्ता में नहीं आएगी.” उनके बयान पर पलटवार करते हुए जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की प्रशासन बनने का दावा किया है. संजय झा ने कहा कि लालू प्रसाद यादव और उनकी पार्टी 2005 से चुनाव हार रही हैं. वह 2005 में चुनाव हारे, 2010 में हारे. लोकसभा और विधानसभा उपचुनावों में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा. जनता ऐसे लोगों को पहले भी सजा देने का काम कर चुकी है और इस बार के विधानसभा चुनाव में इन लोगों का सूपड़ा साफ हो जाएगा. उनके इस बयान का कोई मतलब नहीं है. बिहार की जनता को नीतीश पर भरोसा जदयू नेता संजय झा ने कहा कि बिहार की जनता पिछले 20 साल से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भरोसा कर रही है और इस बार भी हम लोग चुनाव जीतेंगे और नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रशासन बनेगी. उन्होंने कहा कि लालू यादव के कुशासन को जनता भूली नहीं है. बिहार की जनता अब उन पुराने दिनों की यादों को ताजा नहीं करना चाहती है. डबल इंजन की प्रशासन बिहार को विकास के रास्ते पर आगे बढ़ा रही है. बिहार की ताजा समाचारों के लिए क्लिक करें जीतन राम मांझी ने भी साधा लालू पर निशाना जीतन राम मांझी ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बयान पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि अगर लालू प्रसाद यादव भविष्यवक्ता हैं, तो उन्हें अपना भविष्य बताना चाहिए. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि यदि वे भविष्यवक्ता हैं तो अपने घर में क्या चल रहा है, यह क्यों नहीं बताते? मांझी ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रशासन बनेगी, और 225 सीटों पर जीत सुनिश्चित होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस जीत के लिए तैयारी कर रहे हैं और 24 फरवरी को भागलपुर में उनका दौरा होने जा रहा है. इसे भी पढ़ें: PM मोदी की गारंटी पर बिहार की जनता को भरोसा, तेजस्वी का होगा सफाया, बीजेपी चीफ का दावा The post ‘Lalu Yadav के बयान का कोई मतलब नहीं है’, जदयू सांसद बोले- फिर बनाएंगे प्रशासन appeared first on Naya Vichar.

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Bihar News: पटना में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने कुछ यूं मनाया वैलेंटाइन डे, संगीत की धुन पर जमकर थिरके

Bihar News: आज वैलेंटाइन डे था. पूरी दुनिया में इस दिन को प्यार और प्यार के एहसास के लिए जाना जाता है. प्यार किसी बंधन या पहचान का मोहताज नहीं होता, इसे साबित किया ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने, जिन्होंने पटना में अनोखे अंदाज में वैलेंटाइन डे मनाया. इस मौके पर उन्होंने समाज को प्रेम, समानता और सम्मान का संदेश दिया. वैलेंटाइन डे के इस खास आयोजन में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने केक काटा, संगीत की धुन पर थिरके और एक-दूसरे को फूल और गिफ्ट देकर अपनी खुशी जाहिर की. इस दौरान उन्होंने बताया कि प्यार सिर्फ पुरुष और स्त्री तक सीमित नहीं है, बल्कि यह हर इंसान का अधिकार है. कार्यक्रम में शामिल लोगों ने समाज से आग्रह किया कि ट्रांसजेंडर समुदाय को भी वही अधिकार और सम्मान मिले, जो बाकी लोगों को प्राप्त होता है. समाज को अपनी सोच बदलनी होगी इस आयोजन में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी शिरकत की और ट्रांसजेंडर समुदाय के हक और अधिकारों को लेकर जागरूकता फैलाने पर जोर दिया. कार्यक्रम में शामिल लोगों ने कहा कि समाज को अपनी सोच बदलनी होगी और ट्रांसजेंडर लोगों को भी एक समान नागरिक के रूप में स्वीकार करना होगा. कार्यक्रम में शामिल एक ट्रांसजेंडर ने भावुक होकर कहा, “हम भी प्यार और अपनापन चाहते हैं, लेकिन अक्सर हमें हाशिए पर रखा जाता है. यह आयोजन हमें अपनी पहचान और हक के लिए लड़ने की हिम्मत देता है.” ट्रांसजेंडर समुदाय ने इस आयोजन के जरिए यह संदेश दिया कि प्यार किसी सीमा में नहीं बंधा होता और हर व्यक्ति को इसे जीने का अधिकार है. क्या है वैलेंटाइन डे? वैलेंटाइन डे हर साल 14 फरवरी को मनाया जाता है और इसे प्रेम और स्नेह के पर्व के रूप में पूरी दुनिया में मनाया जाता है. यह दिन खासतौर पर प्रेमी-प्रेमिकाओं, पति-पत्नी, दोस्तों और प्रियजनों के बीच प्रेम के इजहार के लिए जाना जाता है. इस दिन लोग अपने साथी को उपहार, फूल, चॉकलेट और शुभकामनाएं देकर अपने प्रेम का इजहार करते हैं. वैलेंटाइन डे का महत्व यह दिन सिर्फ प्रेमी-प्रेमिकाओं के लिए ही नहीं, बल्कि हर उस व्यक्ति के लिए है जो अपने जीवन में किसी को खास मानता है, चाहे वह दोस्त हो, परिवार का सदस्य हो या कोई कपल. वैलेंटाइन डे हमें यह सिखाता है कि प्रेम केवल एक भावना नहीं, बल्कि एक शक्ति है जो लोगों को जोड़ती है और रिश्तों को मजबूत बनाती है. The post Bihar News: पटना में ट्रांसजेंडर समुदाय के लोगों ने कुछ यूं मनाया वैलेंटाइन डे, संगीत की धुन पर जमकर थिरके appeared first on Naya Vichar.

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Delhi New CM: किसे मिलेगी दिल्ली की कमान? बीजेपी में बैठकों का दौर जारी, शपथ ग्रहण की तारीख तय!

Delhi New CM: दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन बनेगा? चुनाव के नतीजे आने के 6 दिन बाद भी सीएम फेस पर मुहर नहीं लगी है. बीजेपी में बैठकों और मुलाकातों का दौर जारी है. नवनिर्वाचित विधायक लगातार जेपी नड्डा से मुलाकात कर रहे हैं. बीजेपी में भी बैठकों का दौर जारी है. शुक्रवार को बीजेपी नेता अहम बैठक कर रहे हैं. केंद्रीय मंत्री हर्ष मल्होत्रा भी मीटिंग में शामिल हुए हैं. उम्मीद की जा रही है कि बैठक में सीएम फेस पर कोई ठोस निर्णय हो सकता है. 19 या 20 फरवरी को हो सकता है शपथ ग्रहण समारोह दिल्ली में बीजेपी प्रशासन का शपथ ग्रहण समारोह 19 या 20 फरवरी को होने की संभावना है. उम्मीद है कि इस दिन सीएम समेत कुछ और विधायक मंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. पार्टी की ओर से मिल रही जानकारी के मुताबिक नयी प्रशासन अन्य चीजों के अलावा स्वच्छ पेयजल आपूर्ति, बेहतर नागरिक बुनियादी ढांचे को प्राथमिकता देगी. बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक और पार्टी के राष्ट्रीय सचिव मनजिंदर सिंह सिरसा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई के साथ बातचीत में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी विदेश यात्रा से वापस आ रहे हैं और जल्द ही बीजेपी विधायक दल की बैठक के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. एक विधायक ने का कि नयी प्रशासन 19 या 20 फरवरी के आसपास काम करना शुरू कर सकती है. जेपी नड्डा से मिले नवनिर्वाचित विधायक बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से नवनिर्वाचित विधायकों के मिलने का सिलसिला जारी है. शुक्रवार को 10 विधायकों से अलग-अलग नड्डा से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान आगे की रणनीति पर चर्चा हुई. मुलाकातों करने वालों में विजेंद्र गुप्ता, रेखा गुप्ता, अरविंदर सिंह लवली, अजय महावर, सतीश उपाध्याय, शिखा राय, अनिल शर्मा, डॉ. अनिल गोयल, कपिल मिश्रा और कुलवंत राणा शामिल थे. इससे पहले गुरुवार और बुधवार को भी नड्डा से नवनिर्वाचित विधायकों ने मुलाकात की थी. सीएम की रेस में कई नाम शामिल दिल्ली की सीएम कौन होगा. फिलहाल तो इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है. हालांकि कई ऐसे चेहरे हैं जिन्हें सीएम की रेस का उम्मीदवार बताया जा रहा है. पार्टी भी मुख्यमंत्री पद के लिए कई नामों पर विचार कर रही है. जिन चेहरे पर सबकी नजर टिकी है, या जो सीएम की रेस में सबसे आगे हैं, उनमें प्रवेश वर्मा, सतीश उपाध्याय, विजेंद्र गुप्ता, मोहन सिंह बिष्ट जैसे वरिष्ठ नेताओं के साथ-साथ कुछ स्त्री नेताओं के नाम भी शामिल हैं. इसके अलावा सोशल मीडिया पर नूपुर शर्मा का नाम भी चर्चा में है, कुछ यूजर्स उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की मांग करते नजर आ रहे हैं. सीएम बनने के लिए पार्टी में होड़ नहीं है- अभय वर्मा वहीं, नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों ने साफ कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए किसी भी तरह की होड़ नहीं है. नवनिर्वाचित विधायक अभय वर्मा ने इस बारे में कहा है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री पद के लिए कोई होड़ नहीं है. हमारी पार्टी में विधायकों की बैठक में मुख्यमंत्री या विधायक दल के नेता का चुनाव होता है. उन्होंने कहा कि हम लोगों की सेवा करने आए हैं और अब विकास, स्वच्छ जल आपूर्ति और लोगों के लिए स्वच्छ हवा जैसे मुद्दों के साथ-साथ यमुना को प्रदूषण से मुक्त करने के बारे में सोच रहे हैं. Also Read: Delhi New CM : कौन होगा सीएम? दो उपमुख्यमंत्री की चर्चा तेज, इन्हें मंत्री पद दे सकती है बीजेपी The post Delhi New CM: किसे मिलेगी दिल्ली की कमान? बीजेपी में बैठकों का दौर जारी, शपथ ग्रहण की तारीख तय! appeared first on Naya Vichar.

समस्तीपुर

हिंदी के यशस्वी रचनाकार थे जनकवि राम लगन गिरि 

नया विचार सरायरंजन : जनकवि राम लगन गिरि हिंदी के यशस्वी रचनाकार थे। उनकी रचनाओं में राष्ट्रीयता, देशभक्ति, त्याग,अहिंसा आदि की झलक मिलती है। उक्त बातें साहित्यकार सह पत्रकार चांद मुसाफिर ने कही। वे प्रखंड के हरसिंगपुर स्थित सरस्वती निकेतन में जनकवि राम लगन गिरि की 11 वीं पुण्यतिथि समारोह सह काव्य गोष्ठी के अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति जैसे जटिल पेशा में रहकर भी उन्होंने जो हिंदी की सेवा की, वह सदैव असमरणीय रहेगा। वही मुख्य अतिथि पद से बोलते हुए चर्चित गीतकार सह कवि डॉ. सच्चिदानंद पाठक ने कहा कि अपनी बात को सरल व सहज शब्दों के साथ बिना लाग लपेट के कहने की क्षमता राम लगन गिरि में थी। उनकी कविताएं समग्र रूप से ऐतिहासिक,नेतृत्वक और सामाजिक यथार्थ के सही चित्र प्रस्तुत करती है। विशिष्ट अतिथि पद से बोलते हुए शिक्षाविद राम पुकार राय ने कहा कि राम लगन गिरि को समय की परख और सामाजिकता का सही ज्ञान था। उन्होंने अपनी कविताओं में व्यवस्था की विसंगतियों पर करारा चोट किया है। सेवानिवृत्त डीएसपी विजय कुमार झा ने कहा कि राम लगन गिरि प्रतिवादी धारा के सशक्त कवि थे,जिनकी कविताओं में आम आदमी की पीड़ा को अभिव्यक्ति मिली है। शिक्षक अखिलेश ठाकुर ने कहा कि राम लगन गिरि की कविताओं में मानव मूल्यों की रक्षा की वकालत की गई है। इस अवसर पर चर्चित कवियों द्वारा कविता का पाठ किया गया। वहीं कार्यक्रम में एक दर्जन अतिथियों को चादर, माला एवं पाग भेंट कर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। कार्यक्रम में स्वागत भाषण एलआईसी से सेवानिवृत एडीएम अशोक कुमार गिरि ने किया।मंच संचालन अनंत कुमार राय ने किया। वहीं धन्यवाद ज्ञापन उनके पुत्र के पी गिरि ने किया। आयोजित समारोह को प्रो. अवधेश कुमार झा, रवींद्र कुमार ठाकुर, प्रो .अमरेंद्र कुमार, रंजीत पटेल, रामाश्रय प्रसाद,सुधीर कुमार गिरि,विजय शंकर गिरि ,अविनाश कुमार गिरि,अंतरा गिरि आदि ने संबोधित किया। मौके पर मुखिया संघ के जिला अध्यक्ष राजीव कुमार झा, संजय कुमार राय, कमलेश कुमार राय,बबलू झा,मनोज कुमार राम, संजीव कुमार इंकलाबी,रंजीत कुमार सिंह,नित्यानंद गिरि, राम उदगार गिरि,राम कृपाल गिरि,बच्चन गिरि,बालेश्वर राय, कमल सहनी सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे।

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डोनाल्ड ट्रंप का सख्त रुख, अमेरिका भारत को जवाबी शुल्क से छूट नहीं देगा

Donald Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट कर दिया है कि हिंदुस्तान को जवाबी शुल्क से छूट नहीं मिलेगी. अमेरिका की ओर से आयातित इस्पात और एल्युमीनियम पर 25% शुल्क लगाने के फैसले से वैश्विक व्यापार युद्ध गहराने की संभावना है. अमेरिका हिंदुस्तान का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है. वित्त वर्ष 2024-25 के अप्रैल-नवंबर में दोनों देशों के बीच 82.52 अरब डॉलर का व्यापार हुआ, जिसमें हिंदुस्तान का निर्यात 52.89 अरब डॉलर और आयात 29.63 अरब डॉलर रहा. इस दौरान हिंदुस्तान के पक्ष में व्यापार अधिशेष 23.26 अरब डॉलर रहा. क्या कहता है ट्रंप प्रशासन ट्रंप प्रशासन का कहना है कि हिंदुस्तान बहुत अधिक शुल्क लगाता है, जिससे अमेरिकी निर्यातकों को नुकसान होता है. हिंदुस्तान की औसत शुल्क दर 17% है. वहीं, अमेरिका की यह दर मात्र 3.3% है. विशेषज्ञों के अनुसार, अमेरिका के जवाबी शुल्क डब्ल्यूटीओ नियमों का उल्लंघन कर सकते हैं. हिंदुस्तान पर अमेरिकी शुल्क का प्रभाव हिंदुस्तानीय इस्पात उत्पादकों पर असर: अमेरिकी बाजार में हिंदुस्तानीय इस्पात और एल्युमीनियम के निर्यात को कठिनाई होगी. मूडीज रेटिंग्स के अनुसार, नए शुल्क के कारण हिंदुस्तानीय इस्पात कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ सकता है. महंगाई और उत्पादन लागत में वृद्धि: अमेरिका में शुल्क बढ़ने से आयातित कच्चे माल की कीमतें बढ़ेंगी. हिंदुस्तानीय कंपनियों को भी महंगे आयात की वजह से नुकसान हो सकता है. अंतरराष्ट्रीय व्यापार में शुल्क की भूमिका आयात शुल्क प्रशासन की ओर से आयातित वस्तुओं पर लगाए जाने वाले कर होते हैं, जिनका उद्देश्य घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देना और विदेशी कंपनियों के प्रतिस्पर्धात्मक लाभ को संतुलित करना होता है. जवाबी शुल्क क्या हैं? जब कोई देश दूसरे देश के व्यापारिक शुल्कों का जवाब शुल्क बढ़ाकर देता है, तो इसे जवाबी शुल्क कहा जाता है. हिंदुस्तान ने 2018 में अमेरिका की ओर से लगाए गए शुल्क के जवाब में 29 अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क बढ़ाया था. शुल्क क्यों बढ़ा रहा है ट्रंप प्रशासन अमेरिका का व्यापार घाटा: 2023-24 में अमेरिका का हिंदुस्तान के साथ 35.31 अरब डॉलर का व्यापार घाटा था. अमेरिका चीन और अन्य देशों के साथ भी भारी व्यापार असंतुलन झेल रहा है. चुनावी रणनीति: 2024 चुनाव से पहले ट्रंप अमेरिका में “मेड इन अमेरिका” नीति को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं. इसे भी पढ़ें: Term Insurance: आपके परिवार को सुरक्षा कवच देता है टर्म इंश्योरेंस, जानें इसके फायदे क्या हिंदुस्तान को ट्रंप की नीतियों से नुकसान होगा? हिंदुस्तान-अमेरिका व्यापारिक संबंध मजबूत हैं, लेकिन उच्च शुल्क से हिंदुस्तानीय निर्यातकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है. हालांकि, हिंदुस्तान कई अन्य देशों के साथ व्यापार समझौते कर रहा है, जिससे अमेरिकी निर्भरता को कम किया जा सके. इसे भी पढ़ें: एसआईपी से 1 करोड़ की कमाई पर कितना लगेगा टैक्स? जानने पर फटी रह जाएंगी आखें The post डोनाल्ड ट्रंप का सख्त रुख, अमेरिका हिंदुस्तान को जवाबी शुल्क से छूट नहीं देगा appeared first on Naya Vichar.

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Coal Ministry: झारखंड में  ‘नन्हा सा दिल’ पहल के तहत होगी 45 हजार बच्चों की जांच 

Coal Ministry : कोयला मंत्रालय के तत्वावधान में कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) की सहायक कंपनियों सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) और नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एनसीएल) ने ‘नन्हा सा दिल’ पहल के तहत जन्मजात हृदय रोग (सीएचडी) से पीड़ित बच्चों के लिए जीवन रक्षक सर्जरी प्रदान करने के लिए श्री सत्य साईं स्वास्थ्य एवं शिक्षा ट्रस्ट (एसएसएसएचईटी) के साथ अलग-अलग समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर नयी दिल्ली में हस्ताक्षर किए हैं. इसके तहत जन्मजात ह्दय रोग से पीड़ित बच्चों की जांच, सर्जरी और स्क्रीनिंग की जायेगी. इन सहमति पत्रों पर कोयला मंत्रालय के सचिव विक्रम देव दत्त, कोयला मंत्रालय की अतिरिक्त सचिव रूपिंदर बरार, कोयला मंत्रालय की उप महानिदेशक संतोष, एसएसएसएचईटी के अध्यक्ष डॉ. सी. श्रीनिवास और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों तथा गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए गए.  सीसीएल के जीएम (सीएसआर) एसएस लाल और एनसीएल के जीएम (सीएसआर) राजीव रंजन ने अपनी-अपनी कंपनियों की ओर से हस्ताक्षर किए, जबकि एसएसएसएचईटी की ओर से ट्रस्टी श्री विवेक गौर ने हस्ताक्षर किए. कोयला मंत्रालय (एमओसी) के तत्वावधान में सीआईएल और इसकी सहायक कंपनियां अपने परिचालन क्षेत्रों में जरूरतमंद परिवारों की सहायता करने वाली प्रभावशाली सीएसआर पहलों के माध्यम से हिंदुस्तान के स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य को मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इस अवसर पर कोयला सचिव विक्रम देव दत्त ने कहा, “इन सहमति पत्रों से आने वाले वर्षों में कोल इंडिया और इसकी सहायक कंपनियों को सद्भावना इक्विटी मिलेगी. वह इस आयोजन से वास्तव में अभिभूत है, जो समाज को बदलने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा. उन्होंने विशेष रूप से खनन राज्यों में टिकाऊ और समावेशी विकास को बढ़ावा देने वाली प्रभावशाली सीएसआर परियोजनाएं शुरू करने के लिए सीआईएल की प्रतिबद्धता पर जोर दिया. कार्यक्रम के दौरान सीआईएल के अध्यक्ष पीएम प्रसाद, सीआईएल के निदेशक (पी एंड आईआर) डॉ. विनय रंजन, कार्यकारी निदेशक (सीडी) ओपी मिश्रा और सीआईएल की सहायक कंपनियों के सीएमडी और निदेशक वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े.  झारखंड में 45 हजार बच्चों की होगी जांच  नन्हा सा दिल एसएसएसएचईटी के सहयोग से सीआईएल द्वारा एक अनूठी सीएसआर पहल है, जो बाल चिकित्सा हृदय शल्य चिकित्सा में ट्रस्ट की विशेषज्ञता का लाभ उठाती है. इस पहल के तहत सीसीएल झारखंड में 45,000 बच्चों की जांच करेगा, जिसमें सीएचडी से पीड़ित 500 बच्चों की सर्जरी की योजना है और एनसीएल 17,250 बच्चों के लिए 345 जमीनी स्तर के स्क्रीनिंग शिविर आयोजित करेगा यह पहल अब सीसीएल, एनसीएल और एसईसीएल के माध्यम से और अधिक राज्यों में लाभार्थियों को कवर करने के लिए विस्तारित हो रही है. सीआईएल और इसकी सहायक कंपनियां अगले तीन वर्षों में 2,000 से अधिक लोगों की जान बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो हिंदुस्तान में किसी भी सार्वजनिक क्षेत्र की इकाई के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर साबित होगा.  स्वास्थ्य, शिक्षा और ग्रामीण विकास में  1673 करोड़ निवेश कोयला मंत्रालय के मुताबिक पिछले तीन वर्षों में, सीआईएल और इसकी सहायक कंपनियों ने स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और ग्रामीण विकास में 1,673 करोड़ रुपये का निवेश किया है. उल्लेखनीय रूप से, कुल सीएसआर व्यय का 90 फीसदी परिचालन राज्यों को समर्पित है, जबकि 10 फीसदी वंचित समुदायों के उत्थान के उद्देश्य से प्रभावशाली पैन-इंडिया परियोजनाओं का समर्थन करता है. हिंदुस्तान में सीएचडी के साथ पैदा होने वाले 2.40 लाख बच्चों में से केवल 5 फीसदी ही उच्च लागत के कारण सर्जरी करवाते हैं. नन्हा सा दिल के माध्यम से, सीआईएल इस अंतर को पाटने और अनगिनत परिवारों को आशा देने के लिए समर्पित है. निश्चित रूप से कोयला मंत्रालय के मार्गदर्शन में कोल इंडिया लिमिटेड और उसकी सहायक कंपनियां न केवल राष्ट्र निर्माण में योगदान दे रही हैं, बल्कि नए लोगों के जीवन को भी प्रभावित कर रही हैं और उन्हें जीवन का अनमोल उपहार दे रही हैं. ReplyForward The post Coal Ministry: झारखंड में  ‘नन्हा सा दिल’ पहल के तहत होगी 45 हजार बच्चों की जांच  appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Police: ट्रेनी DSP पर गिरी गाज, छापेमारी में देरी से आदेश देने पर एसपी ने लिया ये बड़ा एक्शन

Bihar Police: कोढ़ा गैंग के खिलाफ छापेमारी करने गई पूर्णिया पुलिस की टीम को रोकना कोढ़ा के थाना अध्यक्ष सह ट्रेनी डीएसपी श्वेता कुमारी को मंहगा पड़ गया. कटिहार एसपी वैभव शर्मा ने उन्हें इस प्रकरण में लापरवाह मानते हुए कोढ़ा थानाध्यक्ष पद से हटा दिया है. ट्रेनी डीएसपी श्वेता कुमारी को डीआईयू शाखा कटिहार में योगदान करने का निर्देश दिया गया है. भविष्य में न हो इस तरह की गलती इसको लेकर कटिहार एसपी ने निर्देश जारी करते हुए कहा कि ट्रेनी डीएसपी सह कोढ़ा थानाध्यक्ष श्वेता कुमारी द्वारा छापेमारी करने का आदेश देरी से देने की वजह से मामले में संलिप्त कई अपराधी भागने में सफल रहे, जो उनके कर्तव्य के प्रति गैर जिम्मेदाराना और असहयोगी रवैया एवं मनमाने पन को दर्शाता है. इस आरोप में ट्रेनी डीएसपी सह कोढ़ा थानाध्यक्ष को भविष्य में इस तरह की घटना दुबारा ना दोहराई जाए, इसके लिए चेतावनी दी गई है.  पूर्णिया एसपी ने की थी शिकायत इस मामले में पूर्णिया के पुलिस अधीक्षक कार्तिकेय के शर्मा ने कटिहार एसपी से इस संबंध में शिकायत की थी कि छापेमारी करने गई पूर्णिया पुलिस को कोढ़ा थाना में ना केवल छापेमारी के नाम पर घंटों रोका गया, बल्कि जिन अपराधियों के खिलाफ छापेमारी करनी थी, उनका वारंट भी मांगा गया. पूर्णिया एसपी ने इसको लेकर पूर्णिया के डीआईजी से भी लिखित शिकायत की थी. इसके बाद डीआईजी ने कटिहार और पूर्णिया एसपी से रिपोर्ट तलब की थी. इस मामले में कोढ़ा डीएसपी धमेंद्र कुमार की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं. कटिहार एसपी की रिपोर्ट के बाद डीआईजी ने कोढ़ा डीएसपी के संबंध में डीजीपी को अपनी रिपोर्ट भेज दी है. ALSO READ: Bihar Crime: कब्र खोदकर युवती का शव बाहर निकाला, अपने ही घरवालों पर लगे हत्या के आरोप The post Bihar Police: ट्रेनी DSP पर गिरी गाज, छापेमारी में देरी से आदेश देने पर एसपी ने लिया ये बड़ा एक्शन appeared first on Naya Vichar.

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Name Personality: इन 4 अक्षर वाले लोग होते हैं बहुत खुशकिस्मत, पैसों का लगा रहता है अंबार

Name Personality: ज्योतिष शास्त्र की एक शाखा नाम ज्योतिष भी है. इसमें नाम के पहले अक्षर से व्यक्ति के स्वभाव, चरित्र और तकदीर की गणना की जाती है, क्योंकि शिशु का नाम ग्रह नक्षत्र और उसकी राशि को देखकर ही तय की जाती है. इसी के आधार पर शिशु का नामकरण होता है. नाम ज्योतिष की माने तो नाम का पहला अक्षर व्यक्ति के जीवन पर गहरा असर डालता है. ऐसे में आज हम उन अक्षरों की बात करने वाले हैं, जिन पर धन के देवता कुबेर की कृपा दृष्टि बनी रहती है. ये लोग कुबेर की छत्र छाया में ही बड़े हुए होते हैं. ये लोग धन के मामले में बहुत ही भाग्यशाली होते हैं. यह भी पढ़ें- Name Personality Traits: P नाम वाले लोगों की होती है खास पर्सनालिटी, जानें अपना स्वभाव यह भी पढ़ें- Personality Test: नाम के पहले अक्षर से जानें व्यक्ति का स्वभाव, कैसे होते हैं A, B, C, D, E अक्षर के नाम वाले लोग A अक्षर नाम के लोग नाम ज्योतिष के अनुसार, जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर अंग्रेजी का A होता है, वे लोग बहुत ही भाग्यशाली होते हैं. ये लोग बहुत ही मेहनती, ईमानदार और स्वभाव से स्वाभिमानी होते हैं. इन लोगों में कूट-कूटकर लीडरशिप की क्वालिटी भरी रहती है. इसके अलावा, ये लोग हर तरह के कार्यक्षेत्र में सफलता हासिल करते हैं. K अक्षर नाम के लोग नाम ज्योतिष के मुताबिक, जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर K होता है, वे जिद्दी स्वभाव के होते हैं. ये लोग जुनूनी होते हैं, जिसकी वजह से किसी काम को पूरे जुनून के साथ करते हैं. हालांकि ये लोग स्वभाव से मुंहफट होते हैं. इनके पास धन की कोई कमी नहीं होती है. इसी वजह से ये लोग बहुत ही खर्चीले होते हैं. P अक्षर नाम के लोग नाम ज्योतिष में बताया गया है कि जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर P होता है, वे लोग दिमाग से बहुत तेज होते हैं. बुद्धिमान होने के साथ ये लोग ज्ञानी होते हैं. इन लोगों को कुछ-न-कुछ सीखते रहते है. ये लोग अपनी परेशानियों को बहुत आसानी से हैंडल करने में सक्षम होते हैं. बुद्धि से तेज होने के कारण ये लोग बहुत अमीर होते हैं. S अक्षर नाम के लोग नाम ज्योतिष की माने तो जिन लोगों के नाम का पहला अक्षर S अक्षर से शुरू होता है, वे भी बहुत बुद्धिमान होते हैं. इन लोगों को जो भी काम मिलता है, उसे पूरा करके ही मानते हैं. ये लोग बहुत ही मेहनती होते हैं. यही कारण है कि इन लोगों को एक-न-एक दिन सफलता जरूर मिल जाती है. मेहनती होने के कारण ये लोग पैसे की तंगी से नहीं जूझते हैं. Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Name Personality: इन 4 अक्षर वाले लोग होते हैं बहुत खुशकिस्मत, पैसों का लगा रहता है अंबार appeared first on Naya Vichar.

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