Hot News

February 19, 2025

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

मैट्रिक परीक्षा में भागलपुर स्कूल प्रशासन हुआ सख्त, लेट पहुंचने पर कई छात्र हुए बाहर

BSEB Matric Exam: भागलपुर जिले के 63 परीक्षा केंद्रों पर मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन कदाचार मुक्त माहौल में शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न हुई. परीक्षा के दौरान बीएलएस कॉमर्स कॉलेज, नवगछिया में कदाचार के आरोप में एक परीक्षार्थी को निष्कासित कर दिया गया. वहीं, भागलपुर शहर के क्राइस्ट चर्च हाई स्कूल में एक छात्रा को देरी से पहुंचने के कारण परीक्षा केंद्र में प्रवेश नहीं दिया गया. छात्रा ने दीवार फांदकर प्रवेश की कोशिश विलंब से पहुंची एक छात्रा को परीक्षा केंद्र में घुसने के लिए कुछ लोगों ने उकसाया, जिसके बाद उसने चहारदीवारी फांदकर अंदर प्रवेश करने की कोशिश की. हालांकि, परीक्षा केंद्र प्रशासन ने नियमों के तहत उसे परीक्षा से वंचित कर दिया. क्राइस्ट चर्च हाई स्कूल की प्रधानाध्यापिका मोहिता सोरेन ने बताया कि छात्रा को नियमानुसार परीक्षा से बाहर कर दिया गया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. कई छात्र हुए परीक्षा से वंचित राजकीय इंटर स्तरीय बालिका उच्च विद्यालय समेत अन्य परीक्षा केंद्रों पर भी विलंब से पहुंचने के कारण आधा दर्जन से अधिक परीक्षार्थियों को परीक्षा से वंचित कर दिया गया. परीक्षा में उपस्थिति और अनुपस्थिति का आंकड़ा दोनों पालियों में कुल 46,572 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जबकि 1,060 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी. पहली पाली में 23,282 परीक्षार्थी शामिल हुए और 471 ने परीक्षा छोड़ी, जबकि दूसरी पाली में 23,290 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी और 589 अनुपस्थित रहे. द्वितीय हिंदुस्तानीय भाषा की परीक्षा संपन्न परीक्षा के तीसरे दिन द्वितीय हिंदुस्तानीय भाषा की परीक्षा ली गई. परीक्षार्थियों ने प्रश्नों को संतोषजनक बताया। मारवाड़ी पाठशाला केंद्र की परीक्षार्थी अलका ने कहा कि प्रश्न अपेक्षाकृत सरल थे, जबकि सुनैना ने समय की कमी के कारण एक प्रश्न छोड़ने की बात कही. ये भी पढ़े: महाकुंभ में खोई बुजुर्ग स्त्री मुजफ्फरपुर में मिली, बेटे को देख मां के छलक पड़े आंसू परीक्षा केंद्रों के बाहर जाम की स्थिति परीक्षा के बाद विभिन्न केंद्रों के बाहर जाम की समस्या बनी रही. शाम के समय जिला स्कूल से घंटाघर, खरमनचक, मारवाड़ी पाठशाला और श्यामसुंदर विद्या निकेतन के पास सड़कें बाधित रहीं. हालांकि, परीक्षा के पहले और दूसरे दिन की अपेक्षा तीसरे दिन जाम की स्थिति में कुछ सुधार देखा गया. The post मैट्रिक परीक्षा में भागलपुर स्कूल प्रशासन हुआ सख्त, लेट पहुंचने पर कई छात्र हुए बाहर appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

BNMU के छठे दीक्षांत समारोह का कुलाधिपति ने किया उद्घाटन, बोले- अभी हम अमृत काल में जी रहे हैं

बीएनएमयू के कुलगीत में जो कहा गया है उसे सभी छात्र-छात्राएं आत्मसात करें. नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति ने आपलोगों को सही उदाहरण देकर समझाया है. उन्होंने आपको पश्चिम और हिंदुस्तान के अंतर को बेहतर बताया है. आपके विश्वविद्यालय का मोटो है, सा विद्या या विमुक्तये. एक संस्कृत श्लोक है. यह विष्णु पुराण से लिया गया है. इसका मतलब है कि असल शिक्षा वह होती है, जो मुक्ति का साधन बनती है. दूसरे शब्दों में कहें, तो जो विद्या मुक्ति दिलाती है, वही असली विद्या है. उक्त बातें सूबे के राज्यपाल सह कुलाधिपति आरिफ मोहम्मद खां ने बीएनएमयू के छठे दीक्षांत समारोह के अवसर पर बुधवार को कही. कुलाधिपति ने कहा कि हिंदुस्तानीय समाज में हमें कई चीजें जन्म से प्राप्त होती है. जैसे परिवार में एक-दूसरे के बीच जन्म से रिश्ता बनता है. उन्होंने छात्रों से कहा कि आपका तेज पूरे समाज में रोशनी फैलाए. बिहार आने के बाद यह मेरा पहला दीक्षांत समारोह है. मिश्र और यूनान की संस्कृति हमसे भी पुरानी है, लेकिन उन देशों का अपनी संस्कृति से आज कोई रिश्ता नहीं है. हिंदुस्तान आज भी अपनी संस्कृति से प्रेरणा प्राप्त कर रहा है. संस्कृति परिभाषित होती है. राज्यपाल ने कहा कि अभी हम अमृत काल में जी रहे हैं. प्रधानमंत्री मोदी जी ने कहा है कि हिंदुस्तान अग्रणी देशों की कतार में होगा. हिंदुस्तानीय होने के नाते हमारी जिम्मेदारी है, जाति और धर्म हमारी पहचान नहीं हो सकती. विविधता से हिंदुस्तान कभी परेशान नहीं हुआ, इससे हिंदुस्तान की एकता मजबूत हुई है. इसका सम्मान करना है. यह नैसर्गिक है. यह जीवन का सच है. हमारे उपनिषद में बताया गया है. एक तरफ हमें कहा गया इस विविधता को स्वीकार करो. हमारा दर्शन हमारी परंपरा हमारी संस्कृति बताती है कि इसके आधार पर दीवारें खड़ी नहीं की जा सकती है. कुलाधिपति ने कहा कि आपने यह डिग्री ली है. यह आपका दूसरा जन्म है. आपने जो शपथ ली है. उसका उपयोग आप बेहतर भविष्य के लिए करेंगे. 2047 तक हिंदुस्तान को विकसित व अग्रणी देशों की कतार में खड़ा करना है. इसके लिए हमें मिलकर मेहनत करनी है. इसके पूर्व राज्यपाल ने प्रधान सचिव आरएल चोंगथू, नालंदा विश्वविद्यालय के कुलपति मुख्य अतिथि प्रो अभय कुमार सिंह, कुलपति प्रो विमलेंदु शेखर झा के साथ दीप प्रज्वलित कर दीक्षांत समारोह का उदघाटन किया. इसके बाद कुलपति प्रो विमलेंदु शेखर झा ने अंगवस्त्र, मोमेंटे व पुष्पगुच्छ देकर राज्यपाल का स्वागत किया. नयी पीढ़ी से ज्ञान व मानवता के सुरक्षा की उम्मीद: अभय बीएनएमयू के छठे दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में नालंदा विश्वविद्यालय राजगीर के कुलपति प्रो अभय कुमार सिंह शामिल हुए. मौके पर उन्होंने कहा कि विज्ञान की पद्धति के अनुसार, डाटा/तथ्यों से प्राप्त सूचना और उसके विवेचन से नॉलेज का सृजन होता है. अतः प्रकृति और जीवन के प्रति जुटाया गया तथ्यकोष ही ज्ञान है. तर्क और बौद्धिक आधार पर परखकर सिद्ध करने के आग्रह के कारण इस नॉलेज का भौतिक जगत और मटेरियल लाइफ से संबंध है. जीवन संरक्षण के लिए संघर्ष द्वारा समस्याओं का समाधान, प्रकृति पर विजय प्राप्त करना, प्रकृति का दोहन कर मानव जीवन में सुखों की वृद्धि करना और मनुष्य को सर्व-श्रेष्ठ प्राणी और विश्व का अधिपति मानने का हठ इसका मंतव्य है. इस ज्ञान कोष का निरंतर निर्माण कार्य ही मानव प्रगति का मार्ग है. अतः सूचना का संकलन और विश्लेषण कर बौद्धिक क्षमता को उन्नत करना ही ज्ञान प्राप्ति का मार्ग हो गया है. इसी लक्ष्य की ओर अग्रसर होते हुए आज की मानव सभ्यता ””नॉलेज सोसाइटी”” के स्तर को प्राप्त कर रही है. विद्या व शिक्षा में है घनिष्ठ संबंध नालंदा विश्वविद्यालय राजगीर के कुलपति प्रो अभय कुमार सिंह ने कहा कि हिंदुस्तानीय मनीषियों ने ज्ञान तत्व को नॉलेज की सीमित परिभाषा से अधिक व्यापक और उद्देश्यपूर्ण माना है. ज्ञान में मानव प्रगति ही नहीं, अपितु मानवता के विकास का लक्ष्य निहित होता है, जो विद्या या विचार सकारात्मक होता है, सृजनात्मक होता है, कल्याणकारी, मंगलकारी और शुभ होता है, वही ज्ञान की कोटि में है. “न ही ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते”. ज्ञान के अंतर्गत शाश्वत सत्य, मानवता के आदर्श, जीवन की सार्थकता, बौद्धिक प्रवृत्ति की नैतिकता, विदित है. अतः ज्ञान का सही पर्याय विजडम ही माना जाये. ज्ञान नियामक है, इसके प्रयोग के फल हितकारी, न्यायपूर्ण और कल्याणकारी होते हैं, इसी कारण ज्ञानियों का परामर्श और नियंत्रण स्वीकार्य रहा है. उन्होंने कहा कि विद्या और शिक्षा में घनिष्ठता है. विद्या हमारी बौद्धिकता और अनुभव जनित है. विद्या बहुत उपयोगी है और प्रशंसनीय भी. मुनि प्रमाण सागर जी के कथनुसार विद्यालब्धि है, शक्ति है. 14 महाविद्याएं प्रतिष्ठित हैं. विद्या ”अर्जित” की जाती है, जिसमें अभ्यास की भूमिका होती है. वहीं शिक्षा ”ग्रहण” की जाती है. शिक्षा में ”सीख लेना” इसका विशेष तत्व है. विद्यार्जन के उपरान्त, ज्ञान की सीख प्राप्त करने को ही शिक्षा-ग्रहण करना कह सकते हैं. डॉ अभय ने कहा कि गुरुकुल शिक्षा प्रणाली ने लंबे समय तक विद्यादान की परंपरा बनाये रखी. नालंदा जैसे संस्थागत शिक्षण केंद्र ने भी संस्थागत स्वरूप रखते हुए भी गुरु-शिष्य परंपरा की शिक्षण पद्धति को क्षत-आहत नहीं किया, लेकिन आधुनिक युग के करवट के बाद व्यवस्थाओं में परिवर्तन तो होना ही था. ब्रिटिश शिक्षा ने विश्व में एक नयी व्यवस्था के स्थापित की, जो हिंदुस्तान में भी लागू हुई. वर्तमान युग में ज्ञान, विद्या और शिक्षण के विषय में गुरुदेव टैगोर और महात्मा गांधी ने प्रयोग किये और विचार भी दिये थे, लेकिन स्वामी विवेकानंद की सोच ही बदली परिस्थितियों में अधिक उपयुक्त और व्यावहारिक प्रतीत होती है. इसका कारण उनकी सोच में ब्रिटिश शिक्षा प्रणाली के अंतर्गत भी ज्ञान-वर्धन कर चरित्र निर्माण, राष्ट्र निर्माण और आधुनिक विकास व रूढ़ि मुक्ति का लाभ उठाया जा सकता है. स्वामी जी स्त्री-शिक्षा, नैतिक व चरित्र निर्माण, तथा विश्व शांति के पक्षधर थे. इस कारण उन्हें ब्रिटिश शिक्षा प्रणाली से इंकार नहीं था. समाज और शिक्षित वर्ग के बीच की कशमकश में यदि आज की शिक्षा पद्धति द्वारा किसी स्तर पर समाधान दिया जा सके, तो समाज में ज्ञान का स्तर स्वतः ही ऊंचा हो जायेगा. आगामी समय में जबकि कृत्रिम बुद्धिमत्ता का प्रभाव वर्चस्व प्राप्त कर रहा है. नयी पीढ़ी से ज्ञान और मानवता की सुरक्षा की आशा है. यही पीढ़ी

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

मैली हो रही गंगा, बरारी घाट का पानी आचमन के योग्य नहीं, सुलतानगंज, महादेवपुर व कहलगांव घाट का पानी नहाने लायक

बीते 13 जनवरी से प्रयागराज में जारी महाकुंभ स्नान के दौरान सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) ने संगम तट के जल की शुद्धता को लेकर डाटा जारी किया है. बोर्ड ने पवित्र संगम के जल को स्नान के योग्य नहीं बताया है. हालांकि धार्मिक आस्था के कारण अबतक करोड़ों लोग संगम में स्नान कर चुके हैं. अनुमान लगाया जा रहा है कि 26 फरवरी को आयोजित शिवरात्रि तक पांच करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ेगी. इधर, अमृत स्नान की कई तिथि पर भागलपुर जिले के विभिन्न गंगातटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है. सीपीसीबी ने संगम के अलावा भागलपुर समेत बिहार के विभिन्न गंगाघाट के जल की शुद्धता का आंकड़ा जारी किया है. इसके तहत जिले के किसी भी घाट का पानी पीने योग्य नहीं है. इस पानी का प्रयोग पीने से पहले एडवांस ट्रीटमेंट की जरूरत होगी. वहीं सुलतानगंज, महादेवपुर व कहलगांव घाट का पानी स्नान के योग्य है. जबकि भागलपुर नगर निगम क्षेत्र में 38 बड़े नाले का पानी गंगा बेसिन में गिरने के कारण बरारी गंगा घाट का पानी स्नान या आचमन के भी योग्य नहीं है. सुलतानगंज व महादेवपुर सबसे स्वच्छ घाट बरारी गंगाघाट के प्रति 100 मिलीलीटर पानी में कॉलीफॉर्म बैक्टिरिया की संख्या औसतन 35 हजार यूनिट है. जबकि यह महज 2500 होना चाहिये. यह 14 गुना अधिक है. हालांकि सुलतानगंज गंगाघाट व नवगछिया के महादेवपुर घाट की स्थिति बहुत अच्छी है. यहां कॉलीफॉर्म की मात्रा 1300 पायी गयी, जो औसत से बेहतर है. वहीं कहलगांव फेरी घाट में कॉलीफॉर्म 2100 पाया गया. ऐसे में जिले में सबसे स्वच्छ पानी सुलतानगंज व महादेवपुर घाट पर उपलब्ध है. इन घाटों पर जल में ऑक्सीजन की मात्रा भी मानक के अनुसार 5 से 6 मिग्रा/लीटर के आसपास है. जबकि बरारी घाट में ऑक्सीजन की मात्रा महज दो है. कॉलीफॉर्म को खाने वाला बैक्टिरियोफेज कम हो रहा गंगानदी के बायोडायवर्सिटी के जानकार व जेपी विवि छपरा के पूर्व कुलपति डॉ फारुक अली ने बताया कि पानी के प्रदूषण स्तर को बढ़ाने वाला कॉलीफॉर्म बैक्टिरिया को बैक्टिरियोफेज नामक वायरस खा जाता है. इस कारण गंगाजल को बोतल में रखने के बावजूद यह कई वर्षों तक खराब नहीं होता था. लेकिन अब स्थिति बदल गयी है. इसके कई कारण हैं. इनमें गाद से गंगा की गहरायी कम होना, डैम बनाकर इसके प्रवाह को रोकना, नालों का पानी नदी में बिना ट्रीटमेंट के गिराना, आमलोगों द्वारा केमिकल युक्त प्रोडक्ट का अधिक प्रयोग इत्यादि. The post मैली हो रही गंगा, बरारी घाट का पानी आचमन के योग्य नहीं, सुलतानगंज, महादेवपुर व कहलगांव घाट का पानी नहाने लायक appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

RRB Group D Exam 2025 रजिस्ट्रेशन डेट आगे बढ़ी, अब इस दिन तक करें अप्लाई

RRB Group D Exam 2025: रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने 2025 के लिए एक बड़ा भर्ती अभियान शुरू किया है, जिसका लक्ष्य ग्रुप डी लेवल 1 की 32,438 रिक्तियों को भरना है.19 फरवरी 2025 को जारी नोटिस के अनुसार, आरआरबी ग्रुप डी भर्ती 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 1 मार्च 2025 तक बढ़ा दी गई है.आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट rrbapply.gov.in के माध्यम से अपना आवेदन जमा कर सकते हैं. RRB Group D Exam 2025: जानें जरूरी डेट्स यहां आरआरबी ग्रुप डी 2025 परीक्षा की महत्वपूर्ण तिथियां दी गई हैं, जिन्हें आपको अपने आवेदन और तैयारी की योजना बनाने के लिए ध्यान में रखना चाहिए: सांकेतिक सूचना जारी होने की तारीख: 28 दिसंबर 2024 अधिसूचना दिनांक: 22 जनवरी 2025 ऑनलाइन पंजीकरण के लिए प्रारंभ तिथि और समय: 23 जनवरी 2025 (00:00 बजे) ऑनलाइन सबमिशन की अंतिम तिथि और समय: 1 मार्च 2025 (23:59 बजे) आवेदन शुल्क भुगतान (अंतिम तिथि): 3 मार्च 2025 आवेदन में संशोधन के लिए सुधार विंडो: 04 मार्च 2025 से 13 मार्च 2025 (23:59 बजे) ऐसे करें ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन आरआरबी ग्रुप डी ऑनलाइन आवेदन 2025 फॉर्म कैसे भरें? आरआरबी ग्रुप डी 2025 के लिए आवेदन कैसे करें, इस पर एक त्वरित मार्गदर्शिका यहां दी गई है: रजिस्ट्रेशन: आधिकारिक आरआरबी वेबसाइट पर जाएं, अपना जोन चुनें और ग्रुप डी भर्ती लिंक पर क्लिक करें.अपनी जानकारी भरें: अपना व्यक्तिगत विवरण भरें और अपना आईडी और पासवर्ड प्राप्त करने के लिए पंजीकरण करें. आवेदन पूरा करें: अपने क्रेडेंशियल के साथ लॉग इन करें और आवश्यक व्यक्तिगत, शैक्षणिक और संपर्क विवरण भरें.दस्तावेज अपलोड करें: अपना फोटो, हस्ताक्षर और कोई भी आवश्यक प्रमाणपत्र अपलोड करें. फीस जमा करें: नेट बैंकिंग, यूपीआई या कार्ड का उपयोग करके आवेदन शुल्क का भुगतान करें.समीक्षा करें और सबमिट करें: अपनी जानकारी दोबारा जांचें, समय सीमा से पहले फॉर्म जमा करें. The post RRB Group D Exam 2025 रजिस्ट्रेशन डेट आगे बढ़ी, अब इस दिन तक करें अप्लाई appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Pak vs NZ: पाकिस्तान के खिलाफ खामोश रहा केन विलियमसन का बल्ला, ध्वस्त हुआ 2237 दिनों का करिश्माई रिकॉर्ड

Pak vs NZ: ICC चैंपियंस ट्रॉफी का पहला मुकाबला बुधवार को पाकिस्तान और न्यूजीलैंड के खिलाफ कराची के नेशनल बैंक स्टेडियम में स्पोर्ट्सा जा रहा है. जिसमें कीवी टीम ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान को 321 रनों का एक विशाल लक्ष्य दिया. इस मैच में टीम के पूर्व कप्तान और अनुभवी खिलाड़ी केन विलियमसन से एक बेहतरीन पारी का कयास लगाया जा रहा था, लेकिन तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे विलियमसन का बल्ला खामोश रहा, जिसके बदौलत करीब 6 सालों से चला आ रहा है उनका एक खास रिकॉर्ड धराशायी हो गया. यह भी पढ़ें- Champions Trophy में इन 5 टीमों के खिलाफ अजेय है हिंदुस्तानीय क्रिकेट टीम, हर बार चटाई विपक्ष को धूल यह भी पढ़ें- Champions Trophy 2025 का पहला शतक विल यंग के नाम, टॉम लैथम ने भी जड़े 118 रन ध्वस्त हुआ विलियमसन का करिश्माई रिकॉर्ड दरअसल, चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के पहले मुकाबले में तीसरे नंबर बल्लेबाजी करने उतरे केन विलियमसन महज 2 गेंद स्पोर्ट्स सके. इस दौरान वह 1 रन बनाकर नसीम शाह की गेंद पर मोहम्मद रिजवान को कैच थमा बैठे, जिसकी वजह से उनका एक शानदार रिकॉर्ड टूट गया. NDTV में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, आज से करीब 6 साल पहले 5 जनवरी, 2019 को  श्रीलंका के खिलाफ माउंट माउंगानुई में महज 1 रन बनाकर आउट हुए थे. इस मुकाबले के बाद से वह लगातार दहाई के अंकों में रन बनाए हैं. लेकिन बुधवार को हुए मैच में सिंगल डिजिट पर आउट होकर करीब 2237 दिनों से चला रहा विलियमसन का करिश्माई रिकॉर्ड धराशायी हो गया. After 2237 days, Kane Williamson finally has been dismissed for single digit in ODIs. pic.twitter.com/N3fPHVmjlW — Dinda Academy (@academy_dinda) February 19, 2025 बेहतरीन पारी स्पोर्ट्सने की थी उम्मीद टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम के दो खिलाड़ी 39 रन पर पहला विकेट गिरा था. इस दौरान सेकंड डाउन उतरे केन विलियमसन से एक शानदार पारी स्पोर्ट्सने की उम्मीद जताई जा रही थी. लेकिन महज 1 रन बनाकर नसीम शाह की गेंद पर विकेटकीपर मोहम्मद रिजवान ने कैच पकड़कर उन्हें पवेलियन का रास्ता दिखा दिया. यह भी पढ़ें- Champions Trophy 2025: पाकिस्तान को बड़ा झटका, पहले ओवर में ही स्टार ओपनर हुआ चोटिल The post Pak vs NZ: पाकिस्तान के खिलाफ खामोश रहा केन विलियमसन का बल्ला, ध्वस्त हुआ 2237 दिनों का करिश्माई रिकॉर्ड appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Rekha Gupta Education: जानें कितनी पढ़ी-लिखी हैं रेखा गुप्ता, देखें एजुकेशन क्वालिफिकेशन और पेशा

Rekha Gupta Education: रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बनी हैं. उनका जन्म हरियाणा में हुआ था और वह अखिल हिंदुस्तानीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी रही हैं. बीजेपी सांसद मनोज तिवारी और कमलजीत सेहरावत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि रेखा गुप्ता दिल्ली की नयी मुख्यमंत्री होंगी और वह गुरुवार को शपथ लेंगी. कितनी पढ़ी-लिखी हैं रेखा गुप्ता रेखा गुप्ता पेशे से वकील हैं. उन्होंने बीकॉम और एलएलबी की डिग्री हासिल की हैं. उन्होंने बीकॉम की डिग्री दौलत राम कॉलेज से ली है. जबकि चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी मेरठ से 2022 में एलएलबी की पढ़ाई पूरी की है. यह भी पढ़ें: Delhi New CM: इंतजार खत्म, रेखा गुप्ता होंगी दिल्ली की नयी मुख्यमंत्री, विधायक दल की नेता चुनी गईं आरएसएस की सक्रिय सदस्य रही हैं रेखा गुप्ता रेखा गुप्ता पहली बार विधायक बनी हैं. लेकिन उनका नेतृत्व सफर काफी लंबा रहा है. उन्होंने नेतृत्व की शुरुआत छात्र नेता के रूप में की. उसके बाद आरएसएस की सक्रिय सदस्य रही हैं. 1996-97 में ABVP से दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की महासचिव और बाद में अध्यक्ष भी बनीं. 2003 और 2004 में बीजेपी युवा मोर्चा राज्य सचिव के रूप में भी उन्होंने काम किया. फिर 2004-2006 तक बीजेपी युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव भी बनाई गईं. यह भी पढ़ें: Rekha Gupta Delhi New CM: कौन हैं रेखा गुप्ता? कल लेंगी सीएम पद की शपथ, जानिए उनके परिवार के बारे में यह भी पढ़ें: Rekha Gupta Net Worth: दिल्ली की नई सीएम रेखा गुप्ता के पास कितनी है संपत्ति और गाड़ी? The post Rekha Gupta Education: जानें कितनी पढ़ी-लिखी हैं रेखा गुप्ता, देखें एजुकेशन क्वालिफिकेशन और पेशा appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Rekha Gupta Net Worth: दिल्ली की नई सीएम रेखा गुप्ता के पास कितनी है संपत्ति और गाड़ी?

Rekha Gupta Net Worth: दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत मिलने के बाद हिंदुस्तानीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शालीमार बाग से नवनिर्वाचित विधायक रेखा गुप्ता को नई मुख्यमंत्री बनाया है. रेखा गुप्ता ने छात्र जीवन से ही नेतृत्व से शुरुआत की और अखिल हिंदुस्तानीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में सक्रिय रहीं. वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डुसु) की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. रेखा गुप्ता पेशे से वकील हैं और उनके पति मनीष गुप्ता निकुंज एंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर हैं. रेखा गुप्ता की कुल संपत्ति विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग में दाखिल हलफनामे के अनुसार, दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने 2025 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपने हलफनामे में अपनी संपत्ति और देनदारियों का विस्तृत ब्योरा पेश किया है. निर्वाचन आयोग में जमा कराए गए हलफनामे के अनुसार, रेखा गुप्ता के पास कुल संपत्ति 5.31 करोड़ रुपये है, जबकि उन पर 1.20 करोड़ रुपये की देनदारियां हैं. रेखा गुप्ता की चल संपत्ति नकद राशि: रेखा गुप्ता के पास 1,48,000 रुपये नकद है, जबकि उनके पति मनीष गुप्ता के पास 1,57,000 रुपये है. बैंक डिपॉजिट: रेखा गुप्ता के कई बैंकों में खाते हैं, जिनमें प्रमुख रूप से एसबीआई उत्तरी पीतमपुरा शाखा में 20.81 लाख रुपये, केशव सहकारी बैंक में 5,877 रुपये और एसबीआई पीपीएफ खाते में 1.42 लाख रुपये शामिल हैं. उनके पति के पास एसबीआई उत्तरी पीतमपुरा शाखा में 46.41 लाख रुपये और आईसीआईसीआई बैंक शालीमार बाग शाखा में 2.11 लाख रुपये जमा हैं. गाड‍़ी: रेखा गुप्ता के पास 2020 मॉडल की मारुति XL6 कार है, जिसकी अनुमानित कीमत 4.33 लाख रुपये है. रेखा गुप्ता की अचल संपत्ति रेखा गुप्ता और उनके पति मनीष गुप्ता के पास संयुक्त रूप से अचल संपत्तियां हैं, जिनका कुल कीमत 3.50 करोड़ रुपये है. इन संपत्तियों में दिल्ली स्थित आवासीय और वाणिज्यिक संपत्तियां शामिल हैं. रेखा गुप्ता की देनदारियां और वार्षित आय रेखा गुप्ता की कुल देनदारियां 1.20 करोड़ रुपये हैं. इनमें विभिन्न ऋण और अन्य वित्तीय दायित्व शामिल हैं. वित्त वर्ष 2023-24 में उनकी आय 6.92 लाख रुपये थी, जबकि पिछले वर्षों में यह 4.87 लाख रुपये (2022-23) और 6.51 लाख रुपये (2021-22) रही. वहीं, उनके पति मनीष गुप्ता की वित्त वर्ष 2023-24 में आय 97.33 लाख रुपये थी, जो पिछले वर्षों में 64.56 लाख रुपये (2022-23) और 23.13 लाख रुपये (2021-22) थी. इसे भी पढ़ें: KBC Bonus Share: निवेशकों पर मेहरबान हुई केबीसी, बोनस देने का किया ऐलान रेखा गुप्ता का पेशा और नेतृत्वक कैरियर रेखा गुप्ता पेशे से वकील हैं, जबकि उनके पति मनीष गुप्ता कोटक लाइफ इंश्योरेंस में एजेंसी एसोसिएट और निकुंज एंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर हैं. रेखा गुप्ता ने छात्र जीवन से ही नेतृत्व से शुरुआत की और अखिल हिंदुस्तानीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में सक्रिय रहीं. वह दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डुसु) की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं. 2025 में उन्होंने शालीमार बाग विधानसभा सीट से पहली बार विधायक के रूप में जीत हासिल की और अब दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त हुई हैं. इसे भी पढ़ें: यूट्यूब से हर महीने कितना कमाती है सीमा हैदर? जानें कितने चैनल की है मालकिन The post Rekha Gupta Net Worth: दिल्ली की नई सीएम रेखा गुप्ता के पास कितनी है संपत्ति और गाड़ी? appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

PM मोदी भागलपुर के 2.54 लाख किसानों को देंगे किसान सम्मान निधि की राशि, 24 फरवरी को आ रहे प्रधानमंत्री

जिलाधिकारी डॉ नवल किशोर चौधरी ने बुधवार को समीक्षा भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में मुख्यमंत्री की गत एक फरवरी को प्रगति यात्रा के दौरान भागलपुर के दिये गये सौगात की विस्तार से जानकारी दी. इसके बाद प्रधानमंत्री के 24 फरवरी को भागलपुर में आयोजित कार्यक्रम पर प्रकाश डाला. एक सवाल के जवाब में डीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री भागलपुर को जो देने वाले हैं, वह सोच से परे है. इसे अभी सस्पेंस ही रहने दीजिए. भरोसा है, बड़ी घोषणा होगी. बस इतना जान लीजिए कि आने वाले समय में भागलपुर को इतना कुछ मिल जायेगा कि बिहार के मानचित्र पर इसकी पहचान बेहतर ही होगी. प्रधानमंत्री देश के नौ करोड़ किसानों के खाते में डीबीटी के माध्यम से किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त की राशि जारी करेंगे, इसमें जारी की जाएगी, जिसमें में भागलपुर के 2.54 लाख किसान शामिल हैं. सिल्क के क्षेत्र में व्यापक विकास होगा डीएम ने कहा कि भागलपुर की पहचान सिल्क सिटी के रूप में है. सिल्क उद्योग को बढ़ावा देने के लिए तमाम कमियों को दूर करने का प्रयास हो रहा है. प्रशासन को धागा बैंक और टेक्सटाइल पार्क के लिए प्रस्ताव भेजा जा चुका है. ये जल्द ही मिलनेवाले हैं. 24 को तिलकामांझी से जीरोमाइल सिक्योर्ड रोड होगा डीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के दिन 24 फरवरी को ट्रैफिक का रूट प्लान बना है. तिलकामांझी से जीरोमाइल तक सिक्योर्ड रोड होगा. सबौर, नवगछिया, जगदीशपुर व सुलतानगंज तरफ से जो गाड़ियां कार्यक्रम में भाग लेने आयेंगी, उसकी पार्किंग की बेहतर व्यवस्था की गयी है. नवगछिया रूट से आनेवाली जो गाड़ियां सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के समीप पार्किंग में रहेगी, उसके सवारी अंदर से बनाये गये शॉर्टकट रास्ते से हवाई अड्डा पहुंच जायेंगे. कुल पार्किंग स्थल 3000 बसें व 8000 छोटी गाड़ियों के लिए बनाया गया है. 4000 से अधिक पुलिस बल और पदाधिकारियों को जोन वाइज प्रतिनियुक्त किया गया है. पीएम कार्यक्रम के दिन दो परीक्षाएं, पर बच्चों को कोई दिक्कत नहीं डीएम ने कहा कि 24 फरवरी को दो परीक्षाएं होंगी. मैट्रिक के ऑप्शनल विषय और सीबीएसइ की. इसके लिए प्रतिनियुक्त पदाधिकारियों को विशेष रूप से ताकीद की गयी है कि बच्चों को परीक्षा केंद्र तक जाने में कोई रोकटोक न हो. The post PM मोदी भागलपुर के 2.54 लाख किसानों को देंगे किसान सम्मान निधि की राशि, 24 फरवरी को आ रहे प्रधानमंत्री appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Rekha Gupta Family: रेखा गुप्ता के दादा आढ़तिया और पिता बैंक मैनेजर, जानें क्या करते हैं हसबैंड

Rekha Gupta Delhi New CM: दिल्ली की नयी मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता होंगी. बीजेपी विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लग गई है. दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के 11 दिनों के बाद रेखा गुप्ता का नाम फाइनल हुआ है. नाम का ऐलान होने के साथ ही रेखा गुप्ता के घर जश्न का माहौल है. उनके सीएम बनने से उनका पूरा परिवार खुश हैं. उन्हें लगातार बधाई मिल रही है. रेखा गुप्ता दिल्ली की शालीमार बाग विधानसभा सीट से विधायक हैं. वे दिल्ली बीजेपी की महासचिव और भाजपा के स्त्री मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं. कौन हैं रेखा गुप्ता? रेखा गुप्ता दिल्ली की नई मुख्यमंत्री होंगी. वह शालीमार बाग सीट से जीतकर विधायक बनी हैं. बुधवार को बीजेपी विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी है. कल यानी शुक्रवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में वह सीएम पद की शपथ लेंगी. रेखा गुप्ता पेशे से एक वकील हैं. इसके अलावा बीजेपी में उनकी गिनती अग्रणी नेताओं में होती है. वो दिल्ली बीजेपी की महासचिव और भाजपा के स्त्री मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी हैं. रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जींद में हुआ था, लेकिन उनकी शिक्षा-दीक्षा दिल्ली में हुई है. रेखा गुप्ता का परिवार रेखा गुप्ता के पति का नाम मनीष गुप्ता है, वो बिजनेस से जुड़े हैं. रेखा गुप्ता के दो शिशु हैं. एक बेटा और एक बेटी. बेटे का नाम निकुंज और बेटी का नाम हर्षिता है. उनकी सास ने कहा कि उन्हें यकीन था की रेखा एक दिन दिल्ली की सीएम जरूर बनेंगी. रेखा गुप्ता के पिता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कर्मचारी थे. जयभगवान बैंक ऑफ इंडिया में बतौर मैनेजर वो काम करते थे. उनके दादा का नाम मनीराम जिंदल है. वो एक आढ़तिया थे. जुलाना में उनकी गंगाराम, काशीराम के नाम से आढ़त की दुकान थी. शादी के बाद भी जारी रहा नेतृत्वक सफर रेखा गुप्ता ने शादी के बाद भी अपना नेतृत्वक सफर जारी रखा. साल 2007 में उत्तरी पीतमपुरा से वो पार्षद चुनी गई थी. इसके बाद साल 2025 में बीजेपी की ओर से शालीमार बाग से बतौर प्रत्याशी खड़ा किया गया. पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए उन्होंने जीत दर्ज की. रेखा गुप्ता के पति मनीष गुप्ता पेशे से एक स्पेयर पार्ट्स कारोबारी हैं. शादी के बाद मनीष गुप्ता ने अपनी पत्नी का हमेशा सहयोग किया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उनकी बेटी हर्षिता गुप्ता अपने पिता के साथ काम करती हैं. रेखा गुप्ता के परिवार का परिचय पति- मनीष गुप्ता व्यवसाय- स्पेयर पार्ट्स कारोबारी शादी- 28 जून 1998 रेखा गुप्ता के शिशु- दो शिशु, बेटा निकुंज गुप्ता और बेटी हर्षिता गुप्ता गांव- रेखा गुप्ता जींद, हरियाणा की मूल निवासी हैं. दादा- मनीराम जिंदल वैश्य समुदाय से आती हैं रेखा गुप्ता रेखा गुप्ता वैश्य समुदाय से आती हैं. बुधवार को विधायक दल से पहले की अटकलें लगाई जाने लगी थी कि दिल्ली का नया सीएम कोई वैश्य समुदाय का हो सकता है. इसके बाद से ही रेखा गुप्ता का नाम रेस में सबसे आगे आने लगा था. बता दें, दिल्ली में बड़ी संख्या में वैश्य समुदाय के लोग रहते हैं. इन्हें बीजेपी का कोर वोटर भी माना जाता है. ऐसे में नेतृत्वक गलियारों में रेखा के नाम की काफी चर्चा होने लगी थी. पढ़ाई-लिखाई के दौरान ही नेतृत्व से जुड़ीं रेखा गुप्ता बचपन से ही आरएसएस के स्टूडेंट विंग अखिल हिंदुस्तानीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ गई थीं. डीयू से पढ़ाई के दौरान वह दौलत राम कॉलेज में सचिव का चुनाव जीत गई थीं. इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्रसंघ का चुनाव लड़ा और अध्यक्ष भी बनीं. पढ़ाई पूरी करने के बाद रेखा गुप्ता साल 2003-04 में बीजेपी युवा मोर्चा की दिल्ली इकाई से जुड़ीं. इसके बाद वो हिंदुस्तानीय जनता युवा मोर्चा की राष्ट्रीय सचिव भी बनीं. Also Read: Delhi New CM: इंतजार खत्म, रेखा गुप्ता होंगी दिल्ली की नयी मुख्यमंत्री, विधायक दल की नेता चुनी गईं The post Rekha Gupta Family: रेखा गुप्ता के दादा आढ़तिया और पिता बैंक मैनेजर, जानें क्या करते हैं हसबैंड appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

महाकुंभ में खोई बुजुर्ग महिला मुजफ्फरपुर में मिली, बेटे को देख मां के छलक पड़े आंसू

Bihar News: प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के दौरान अपने परिजनों से बिछड़ी झारखंड की बुजुर्ग स्त्री सुमित्रा देवी मंगलवार को भटकते हुए मुजफ्फरपुर जंक्शन पहुंच गईं. प्लेटफॉर्म नंबर-1 पर ड्यूटी में तैनात GRP पुलिसकर्मियों ने जब उनसे पूछताछ की, तो उन्होंने अपना नाम और पता बताया. वह गिरिडीह जिले के परसन थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं. परिजनों का नंबर नहीं था, जीआरपी ने ऐसे की मदद स्त्री को घर का कोई मोबाइल नंबर याद नहीं था, जिससे पुलिस के लिए उनके परिजनों से संपर्क करना मुश्किल हो गया. इसके बाद GRP थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने गिरिडीह पुलिस के ग्रुप में स्त्री की तस्वीर और पूरी जानकारी साझा की. कुछ देर बाद पुलिस को उनके बेटे वासुदेव राणा का मोबाइल नंबर मिला, जो चेन्नई में रहते हैं. बेटे को देख मां के छलक पड़े आंसू GRP ने वासुदेव राणा से संपर्क कर उन्हें मां के सुरक्षित होने की जानकारी दी. इससे पहले, परिजन गिरिडीह और प्रयागराज पुलिस की मदद से उनकी तलाश में जुटे थे. बुधवार को वासुदेव मुजफ्फरपुर पहुंचे और मां को देखते ही भावुक हो गए. जीआरपी की मदद से मां-बेटे का मिलन हुआ और वे झारखंड के लिए रवाना हो गए. ये भी पढ़े: मुजफ्फरपुर में अखाड़ाघाट पुल से भारी वाहनों की आवाजाही बंद, जानें किन रास्तों से होगा ट्रैफिक डायवर्ट GRP की तत्परता से सुरक्षित घर लौटी स्त्री मुजफ्फरपुर GRP की मुस्तैदी और तकनीकी सहायता से स्त्री को उनके परिजनों से मिलाने में सफलता मिली. परिजनों ने पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की सराहना की और आभार जताया. The post महाकुंभ में खोई बुजुर्ग स्त्री मुजफ्फरपुर में मिली, बेटे को देख मां के छलक पड़े आंसू appeared first on Naya Vichar.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top