Hot News

February 20, 2025

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

BJP: वादों को पूरा कर अपनी पकड़  मजबूत  बना सकती है भाजपा

BJP:दिल्ली में 27 साल बाद आखिरकार रेखा गुप्ता के नेतृत्व में भाजपा प्रशासन का गठन हो चुका है. विधानसभा चुनाव में भाजपा ने आम आदमी पार्टी को सत्ता से हटाने के लिए कई वादे किये थे. उन वादों का जनता पर असर भी हुआ और भाजपा को दिल्ली की जनता ने पूर्ण बहुमत से प्रशासन बनाने का जनादेश दिया. ऐसे में प्रशासन बनने के बाद रेखा गुप्ता के समक्ष कई चुनौतियां भी है.  कई मुद्दों पर तत्काल कदम उठाने की भी जरूरत है. क्योंकि इन मुद्दों के हल न होने से दिल्ली की जनता पिछले काफी समय से परेशान रही है. प्रदूषण और यमुना की सफाई का मुद्दा काफी पुराना है और इस दिशा में अब तक कारगर कदम नहीं उठाया गया है. मौजूदा प्रशासन ने प्रदूषण और यमुना की सफाई करने का वादा किया है. साथ ही पहले से चली आ रही जनकल्याणकारी योजनाओं को जारी रखने का वादा किया है.  वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाये रखने की चुनौती वादों को पूरा करने के साथ ही दिल्ली की वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाए रखना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होने वाली है. आम आदमी पार्टी दावा करती रही है कि जनकल्याणकारी योजनाओं को लागू रखने के बाद भी दिल्ली का बजट कभी घाटे में नहीं रहा. ऐसे में भाजपा प्रशासन को चुनाव में किए गए वादों को पूरा करने के साथ ही वित्तीय प्रबंधन पर भी विशेष ध्यान देना होगा. लेकिन ऐसा करना मौजूदा प्रशासन के लिए मुश्किल हो सकता है. क्योंकि पार्टी ने चुनाव के दौरान स्त्रीओं को हर महीने 2500 रुपये देने का वादा किया है और उम्मीद जतायी जा रही है कि स्त्री सम्मान योजना की पहली किस्त 8 मार्च को जारी होगी. सिर्फ इसी वादे को पूरा करने पर हजारों करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है.  आप की राह पर चलने में हो सकती है परेशानी भाजपा ने चुनाव के दौरान दिल्ली के लोगों से वादा किया था कि 200 यूनिट मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी और स्त्रीओं का बसों में मुफ्त सफर की योजना जारी रहेगी. इसके अलावा पार्टी की ओर से आयुष्मान हिंदुस्तान योजना लागू करने, मोहल्ला क्लिनिक को बेहतर बनाने, स्त्रीओं को सम्मान राशि देने का वादा करने के साथ सड़क और सीवेज सिस्टम को बेहतर करने की बात कही गयी है. दिल्ली में सड़क और सीवेज सिस्टम एक बड़ा मुद्दा है और इसे ठीक करने के लिए व्यापक पैमाने पर फंड की जरूरत होगी. कल्याणकारी वादों के साथ विकास को आगे बढ़ाना प्रशासन के लिए परेशानी का सबब बन सकता है. स्वच्छ हवा, शुद्ध पानी और स्वच्छ दिल्ली के नारे को अब हकीकत में बदलनी होगी.  प्रशासन को प्रदूषण और यमुना की सफाई पर काम करना होगा. दोनों मुद्दे भाजपा प्रशासन का भविष्य तय करेंगे. दिल्ली में प्रदूषण से निपटने के लिए प्रशासन को समग्र नीति बनानी होगी और विभिन्न राज्यों के साथ मिलकर ठोस कदम उठाना होगा. यह भाजपा के लिए आसान भी है, क्योंकि एनसीआर में भी भाजपा की ही प्रशासन है. दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के सीमा दिल्ली से मिलते हैं और इन राज्यों के हिस्से भी एनसीआर के क्षेत्र है.  वादे पूरा न होने पर सियासी नुकसान की संभावना  जानकार बताते हैं कि यदि भाजपा प्रशासन अपने वादे को पूरा करने में पूरी ईमानदारी बरतती है, तो ऐसा कोई कारण नहीं है, जिससे यमुना साफ न हो और दिल्ली में प्रदूषण की समस्या से निजात न मिले. यमुना में  फैक्ट्री आदि के गंदे पानी मिलाने को लेकर जिस तरह से नेतृत्व हुई है, उस पर भी विराम लगेगा, क्योंकि अब हरियाणा और दिल्ली में भी भाजपा की प्रशासन है. भाजपा अपने वादे को पूरा करती है, तो इस बार की गर्मी में दिल्ली के लोगों को पानी की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा. इसके अलावा यमुना भी साफ होगी. यदि इन मुद्दों को हल करने में भाजपा सफल हो गयी तो आने वाले समय में पार्टी की दिल्ली की सत्ता पर मजबूत पकड़ बन जाएगी. लेकिन अगर ऐसा नहीं हुआ तो आने वाले समय में पार्टी को सियासी नुकसान उठाना पड़ सकता है. The post BJP: वादों को पूरा कर अपनी पकड़  मजबूत  बना सकती है भाजपा appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Mughal Harem Stories : अपने हुस्न और चतुराई से नूरजहां ने जहांगीर को कदमों में रखा और बनी मलिका ए हिंद

Table of Contents कौन थी नूरजहां बेगम?  नूरजहां का हुस्न और जहांगीर की बीमारी  नूरजहां एक कुशल प्रशासक और फैशनपरस्त स्त्री थी नूरजहां पर क्यों लगा सत्ता हथियाने का आरोप Mughal Harem Stories 3 : मुगल हरम की दीवारें अनगिनत राज को छिपाए बैठी थीं. उन्हीं राज में एक यह भी था कि मुगल हरम की कई स्त्रीओं ने बादशाह पर अपने हुस्न के जरिए कब्जा किया और मुगल प्रशासन को अपने हाथों में रखने की जुर्रत की. चूंकि मुगल राजा उनकी गिरफ्त में इस कदर फंस हुए थे कि वे उससे बाहर नहीं निकल पाए और शासन इन बेगमों ने ही संभाला. ऐसी बेगमों में पहला नाम नूरजहां का दूसरा  मुमताज महल का है. वहीं जहांआरा और रोशन आरा हरम की सबसे शिक्षित और बुद्धिमान स्त्रीओं में से एक थीं, जिनका लोगों पर अच्छा–खासा प्रभाव था. इतिहासकार किशोरी शरण लाल अपनी किताब  The Mughal Harem में लिखते हैं कि मुगल हरम के इतिहास में चार ऐसी शख्सियतें हैं, जो सबका ध्यान आकृष्ट करती हैं इनके नाम हैं–नूरजहां, मुमताज महल, जहांआरा और रोशन आरा. ये चार स्त्रीएं मुगल नारी आदर्श की सर्वोत्कृष्टता का प्रतिनिधित्व करती थीं. उन्होंने सत्रहवीं शताब्दी में हरम को आकर्षण और शान प्रदान की. इन सबमें सबसे शानदार व्यक्तित्व था नूरजहां का.  कौन थी नूरजहां बेगम?  नूरजहां जहांगीर की पत्नी थी और उसके हुस्न के चर्चे हमेशा हुए. नूरजहां का असली नाम मेहर-उन-निसा था. मेहर –उन–निसा की शादी 17 साल की उम्र में फारस के एक अधिकारी से हुई थी. उसने इस शादी में एक बेटी को भी जन्म दिया था. मेहर उन निसा का पति एक मुठभेड़ में मारा गया, तो जहांगीर ने उसके परिवार को आगरा बुला लिया था, जहां उसने मेहर उन निसा को महारानी की दासी बना दिया और उसके पिता को दरबार में काम दिया. इसी दौरान एक दिन उसने बाजार में मेहर उन निसा को देखा और उसके रूप पर मोहित हो गया और उससे शादी कर ली. कई इतिहासकार यह भी मानते हैं मेहर उन निसा को जहांगीर बचपन से जानता था और उसके प्रेम में भी था. यही वजह है कि जहांगीर ने उसके पति को मरवा दिया और उससे शादी की. मुगले आजम फिल्म में जिस अनारकली को दिखाया गया है, उसी को नूरजहां बताया जाता है, जिसकी शादी अकबर ने फारस के एक अधिकारी से करवा दी थी. हालांकि यह सच प्रतीत नहीं होता है, क्योंकि जहांगीर ने अपनी आत्मकथा में उसके पति का जिक्र किया है.  समकालीन लेखकों ने भी इस बात का जिक्र कहीं नहीं किया है कि जहांगीर ने मेहर उन निसा के पति की हत्या करवाई. पढ़ें नया विचार की प्रीमियम स्टोरी : बंटवारे के बाद पाकिस्तान जाते वक्त इस स्त्री की कब्र पर आंसू बहाने गए थे मोहम्मद अली जिन्ना History of Munda Tribes 7 : पड़हा राजा कैसे करते थे न्याय, कौन -कौन थे पदधारी और कब मिलती थी जिंदा गाड़ने की सजा विभिन्न विषयों पर एक्सप्लेनर पढ़ने के लिए क्लिक करें नूरजहां का हुस्न और जहांगीर की बीमारी  नूरजहां के जीवनी लेखक बेनी प्रसाद उसकी हुस्न का वर्णन करते हुए लिखते हैं –अंडाकार चेहरा, बंद होंठ, विस्तृत माथा और बड़ी नीली आंखें नूरजहां की पहचान थी. 1611 में नूरजहां और जहांगीर की शादी हुई, यह पहली नजर के प्यार का मामला था. जहांगीर और नूरजहां की जब शादी हुई तो वह 34 साल की थी और जहांगीर 42 साल का था. नूरजहां एक कुशल प्रशासक और फैशनपरस्त स्त्री थी नूरजहां से शादी के बाद जहांगीर अपना पूरा समय हरम में ही बीताता था. नूरजहां को उसने पहले नूरमहल की उपाधि थी और बाद में नूरजहां. यानी दुनिया की रौशनी. नूरजहां के बारे में यह कहा जाता है कि जहांगीर उसे अपनी रखैल बनाकर भी रख सकता है, लेकिन उसने इसपर अपनी हामी नहीं दी और जब जहांगीर ने उसे सभी रानियों से ऊपर का स्थान दिया, तब ही वह हरम में आने के लिए राजी हुई.  मुगल हरम में रानियों की ईर्ष्या की वजह बनी नूरजहां, एआई इमेज फ़्रेंकोइस बर्नियर जो एक चिकित्सक और यात्री थे उन्होंने भी अपनी किताब में लिखा है कि जहांगीर पर नूरजहां का असाधारण प्रभुत्व स्पष्ट देखा जाता सकता था. जहांगीर अपनी बीमारी के बाद अकसर हरम में रहते और नूरजहां का मुगल प्रशासन में दखल बढ़ता गया. जहांगीर शराब का आदी था और संभवत: नूरजहां ने उसकी इस आदत और अपने प्यार के बल पर मुगल सल्तनत पर एक तरह से कब्जा ही कर लिया. उसने कई और काम भी किए, जिसमें परोपकार और महल की सजावट शामिल है. नूरजहां की फारसी और अरबी भाषा पर अच्छी पकड़ थी और उन्होंने कविताएं भी लिखीं. नूरजहां ने पोशाक में भी परिवर्तन किया. उसने लंबे गाउन की जगह आरामदायक और अपेक्षाकृत हल्के कपड़ों को अपनी पोशाक में शामिल किया. वह दरबार में हल्के पर्दे में रहती थी, जहां से उसे देखा जा सकता था.  नूरजहां के पास बेहिसाब दौलत भी थी. उसके पास चुंगी वसूलने का भी अधिकार  था, कई उपाधि और जागीरें उसके पास थीं. नहीं तो मां बनने की उम्मीद. वह 15 साल तक जहांगीर से विवाहित रहीं, लेकिन वह किसी बेटे को जन्म नहीं दी पाई, जो हिंदुस्तान का बादशाह बनता. हालांकि शाहजहां जो जहांगीर के बाद हिंदुस्तान का बादशाह बना उसकी प्रमुख बेगमों में नूरजहां की बेटी शामिल थी. वह हमेशा जहांगीर की सेवा में रहती थी और उससे बेपनाह मोहब्बत भी करती थीं. जहांगीर उसपर सबसे अधिक भरोसा करता था, जबकि नूरजहां से पहले जहांगीर की 300 पत्नियां थीं. नूरजहां ने विदेश से व्यापार भी किया और विदेशियों से उपहार भी लिए. नूरजहां को इत्र की आविष्कारक भी माना जाता है. उसने चित्रकारी भी की और वह एक बेहतरीन घुड़सवार भी थीं. नूरजहां पर क्यों लगा सत्ता हथियाने का आरोप नूरजहां और जहांगीर, ai image नूरजहां के इश्क में जहांगीर पागल था. आम जनता यह मानती थी कि नूरजहां ने जहांगीर को अपने प्रेम में फंसाकर उससे सत्ता हथिया लिया. सर थॉमस रो (1615-19), एडवर्ड टेरी (1616-19), फ्रांसिस्को पेल्सर्ट (1620-27), पिएत्रो डेला वैले (1623-24), जॉन डी लाएट (1631) और पीटर मुंडी (1628-34) जैसे इतिहासकार और लेखकों ने नूरजहाँ द्वारा गठित गुट की चर्चा की बताया है कि किस तरह और

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

बिहार पहुंचते ही Congress प्रभारी ने भरी हुंकार, बोले- लड़ाई छोटी हो या बड़ी, जीतने के लिए लड़नी चाहिए

Bihar Congress: बिहार कांग्रेस प्रभारी नियुक्त होने के बाद कृष्णा अल्लावरु पहली बार पटना पहुंचे. पटना पहुंचने पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया. वह पटना एयरपोर्ट से सीधे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय सदाकत आश्रम पहुंचे. यहां उन्होंने प्रदेश कार्यालय में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. कृष्णा अल्लावरु ने कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लड़ाई छोटी हो या बड़ी, लड़ाई जीतने के लिए लड़ी जानी चाहिए. बिहार में कांग्रेस भी लड़ाई लड़ेगी और न केवल जीतने के लिए लड़ेगी, बल्कि जीतेगी भी. काम करने वाले नेताओं को दिया जाएगा सम्मान – कृष्णा अल्लावरु कृष्णा अल्लावरु ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए यह संदेश साफ दे दिया कि काम करने वाले नेताओं को सम्मान दिया जाएगा. उन्होंने बुधवार को दिल्ली में पार्टी के नेताओं की एक बैठक की चर्चा करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कहा है कि रेस के घोड़े रेस और बारात के घोड़े बारात में ही लगाए जाएंगे. बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के नवनियुक्त AICC प्रभारी श्री @Allavaru जी के बतौर प्रदेश प्रभारी बिहार की धरती पर प्रथम आगमन पर बिहार प्रदेश कांग्रेस परिवार हार्दिक अभिनंदन करता है। pic.twitter.com/D1Ir0IUGFI — Bihar Congress (@INCBihar) February 20, 2025 अब ऐसा नहीं होगा… कृष्णा अल्लावरु ने कहा कि पार्टी की यह कमी रही है कि हम रेस के घोड़े को बारात में और बारात के घोड़े को रेस में लगा देते हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा. कार्यकर्ताओं को आश्वस्त करते हुए उन्होंने कहा कि वे जब तक बिहार के लोगों के साथ रहेंगे, तब तक जो कार्यकर्ता खून-पसीना लगाकर लड़ाई लड़ेगा, उसे सम्मान भी दिया जाएगा. बिहार की ताजा समाचारों के लिए क्लिक करें अलग-अलग जिलों का दौरा करेंगे कांग्रेस प्रभारी कृष्णा अल्लावरु ने कार्यकर्ताओं को क्षेत्र में काम करने का संदेश देते हुए यह भी कहा कि लड़ाई सदाकत आश्रम में नहीं, बल्कि मैदान में होगी. गुटबाजी से कोई लड़ाई नहीं जीती जा सकती. उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा कि सिंहासन कुर्सी ही होती है, लेकिन सिंह जिस कुर्सी पर बैठता है, वह खुद सिंहासन हो जाता है. उन्होंने कहा कि जल्द ही बिहार के अलग-अलग जिलों का दौरा करेंगे. उनके इस कार्यक्रम की घोषणा जल्दी ही होगी. इसे भी पढ़ें: तेजस्वी नेतृत्व में कैसे आये BJP बिहार अध्यक्ष ने बताया, बोले- क्या कोई नौवीं पास नेता हो सकता है The post बिहार पहुंचते ही Congress प्रभारी ने भरी हुंकार, बोले- लड़ाई छोटी हो या बड़ी, जीतने के लिए लड़नी चाहिए appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Weekly Current Affairs Quiz 2025 : साप्ताहिक क्विज से करें करेंट अफेयर्स की तैयारी

Weekly Current Affairs Quiz 2025 : समसामयिक घटनाक्रम पर केंद्रति यह साप्ताहिक करेंट अफेयर्स क्विज विशेष रूप से छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले उम्मीदवारों के लिए तैयार किया गया है. संयुक्त राष्ट्र ने किस वर्ष को ‘अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष’ घोषित किया था?(क) 2021 को(ख) 2022 को(ग) 2023 को(घ) 2024 को हिंदुस्तानीय नौसेना के पहले प्रशिक्षण स्क्वाड्रन (1टीएस) ने 6 से 09 फरवरी 25 तक चांगी नौसेना बेस का दौरा किया, यह कहां स्थित है?(क) सिंगापुर(ख) थाईलैंड(ग) मंगोलिया(घ) वियतनाम एशिया की सबसे बड़ी एयरोस्पेस और रक्षा प्रदर्शनी एयरो इंडिया के 15वें संस्करण का आयोजन किस शहर में किया गया था?(क) चेन्नई(ख) नयी दिल्ली(ग) पुणे(घ) बेंगलुरु फरवरी की किस तारीख को हर साल विश्व रेडियो दिवस मनाया जाता है?(क) 11 फरवरी(ख) 12 फरवरी(ग) 13 फरवरी(घ) 18 फरवरी किस राज्य प्रशासन ने नदी क्षेत्रों को विकसित करने और गंगा के किनारे कटाव को रोकने के लिए 2025-26 के बजट में नोदी बंधन योजना शुरू की है?(क) उत्तर प्रदेश(ख) बिहार(ग) उत्तराखंड(घ) पश्चिम बंगाल निम्न में से किस देश ने हाल में आयोजित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) एक्शन समिट 2025 की मेजबानी की?(क) फ्रांस(ख) अमेरिका(ग) ऑस्ट्रेलिया(घ) न्यूजीलैंड हवा से हवा में मार करने वाली आर-37एम मिसाइल किस देश द्वारा विकसित की गयी है?(क) चीन(ख) जर्मनी(ग) रूस(घ) फ्रांस किस खिलाड़ी ने 2025 चेन्नई ओपन टेनिस पुरुष एकल खिताब जीता है?(क) डेलिबोर स्वेरसी(ख) किरियन जैक्वेट(ग) एलियास यमेर(घ) शिंटारो मोचीज़ुकी हार्टफुलनेस लॉर्ड बुद्धा ट्राइनेशन ट्राई-सर्विसेज मोटरसाइकिल अभियान की शुरुआत 16 फरवरी को किस स्थान से हुई ?(क) नालंदा(ख) बोधगया(ग) सारनाथ(घ) लुम्बिनी काशी तमिल संगमम (केटीएस) 3.0 का आयोजन उत्तर प्रदेश के किस शहर में हो रहा है?(क) वाराणसी(ख) प्रयागराज(ग) अयोध्या(घ) लखनऊ सही जवाब1 (ग), 2 (क), 3 (घ), 4 (ग), 5 (घ), 6 (क), 7 (ग), 8 (ख),9 (घ),10 (क). इसे भी पढ़ें : Weekly Current Affairs 2025 : पढ़ें 13 से 19 फरवरी तक का साप्ताहिक करेंट अफेयर्स इसे भी पढ़ें : JIPMAT 2025: जिपमैट से हसिल करें मैनेजमेंट के इंटीग्रेटेड प्रोग्राम में प्रवेश The post Weekly Current Affairs Quiz 2025 : साप्ताहिक क्विज से करें करेंट अफेयर्स की तैयारी appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Vidur Niti: विदुर नीति के जरिये संकट में अपनों की ऐसे करें पहचान

Vidur Niti: महाहिंदुस्तान के महान ज्ञानी महात्मा विदुर जो हस्तिनापुर के महाराजा धृतराष्ट्र के सलाहकार और मंत्री थे.उन्होंने हमेशा धर्म और न्याय का पक्ष लिया. एक बार जब महाराजा धृतराष्ट्र ने उनसे पूछा कि एक व्यक्ति की असली पहचान कब होती है तो महात्मा विदुर ने बहुत ही गहरे और सटीक शब्दों में इसका उत्तर दिया था.महात्मा विदुर के अनुसार व्यक्ति की असली पहचान अच्छे समय में नहीं बल्कि संकट के समय होती है. संकट में छिपी है व्यक्ति की असली पहचान : महात्मा विदुर के अनुसार अच्छे समय में व्यक्ति की पहचान नहीं होती है. उसकी असली कुशलता और गुण संकट के समय ही उजागर होते हैं. सच्चे हितैषी का मूल्यांकन संकट में करें : जो लोग संकट में आपके साथ खड़े रहते हैं वही असली दोस्त होते हैं.स्वार्थी लोग अच्छे समय में चापलूसी करते हैं लेकिन संकट में छोड़ देते हैं. संकट के समय धैर्य और आत्मविश्वास बनाए रखें : महात्मा विदुर कहते हैं कि संकट के समय व्यक्ति को अपना धैर्य खोने नहीं देना चाहिए. संकट से जूझने वाले ही असली विजेता होते हैं. संकट के समय में अपनों की पहचान करना काफी मुश्किल लगता है. विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष से मिलती है जीत : जो लोग संकट के समय संघर्ष करते हुए अपना आत्मविश्वास बनाए रखते हैं वही सफलता प्राप्त करते हैं. इसलिए संकट के समय आत्मविश्वास बनाए रखना और धैर्य रखना बेहद जरूरी है. जो लोग विपरीत परिस्थितियों में भी संघर्ष करते हैं और अपना आत्मविश्वास बनाए रखते हैं वही सच्चे विजेता होते हैं. Also Read : Vidur Niti: विदुर नीति के अनुसार, ये 5 गुण अपनाकर आप पा सकते हैं मां लक्ष्मी की कृपा Also Read : Vidur Niti: अगर जीवन में चाहिये पैसा और सफलता, तो इन बातों को किसी से न कहें Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Vidur Niti: विदुर नीति के जरिये संकट में अपनों की ऐसे करें पहचान appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Vastu Tips: महिलाएं नहाते समय न करें ये गलती, पति की घट जाएगी उम्र, घर पर पड़ेगी राहु-केतु की बुरी नजर

Vastu Tips: शरीर को साफ-सुथरा रखने के लिए रोजाना नहाना बहुत जरूरी होता है. यह शरीर को साफ रखने के साथ थकान को मिटाता है. साथ ही नहाने से शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है. वास्तु शास्त्र में नहाने से जुड़े कई नियम बताए गए हैं, जिसको ध्यान में रखना जरूरी होता है. लेकिन कुछ लोग बहुत जल्दी में होते हैं. वह जल्दी नहाने के चक्कर में नियमों की अनदेखी करते हैं. ऐसे में अगर आप भी नियमों को नजरअंदाज करते हैं, तो यह आपके लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं. भविष्य में आप कई तरह के संकटों से घिर सकते हैं. यह भी पढ़ें- Vastu Tips: पति-पत्नी के बीच रोज हो रहे हैं झगड़े, अपनाएं ये 3 वास्तु टिप्स, दांपत्य जीवन होगा मधुर यह भी पढ़ें- Vastu Tips: घर में छाई कंगाली को दूर करेगा ये 4 वास्तु टिप्स, धन का लगा रहेगा अंबार भूलकर भी न पहनें चप्पल कुछ लोगों को चप्पल पहनकर नहाना पसंद होता है. लेकिन चप्पल पहनकर नहाना बहुत ही अशुभ होता है. वास्तु शास्त्र के अनुसार, भूलकर भी चप्पल पहनकर न नहायें. यह भविष्य में कई तरह की समस्याओं को जन्म देने का काम करता है. हालांकि, ठंड बहुत ज्यादा है और बिना चप्पल पहन के नहीं नहा पा रहे हैं, तो नहाने के बाद पैर पर पानी न डालें. घर में छाएगी कंगाली कुछ लोग नहाने के बाद बाथरूम में खाली बाल्टी छोड़कर चले आते हैं. वास्तु शास्त्र के अनुसार, ऐसा करना बहुत ही अशुभ होता है. नहाने के बाद भूलकर भी बाल्टी को खाली छोड़कर बाहर नहीं आना चाहिए. यह काम घर में कंगाली लाती है. साथ ही परिवार के अन्य सदस्यों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ऐसे में बाल्टी में थोड़ा-बहुत पानी भरकर ही रखना चाहिए. राहु-केतु की पड़गी बुरी नजर अक्सर नहाने के बाद बाथरूम में गंदा पानी भरा रहता है. वास्तु नियमों के अनुसार, बाथरूम में गंदा पानी छोड़कर नहीं आना चाहिए. नहाने के बाद बाथरूम को साफ रखना चाहिए. अगर आप ऐसा नहीं करते हैं, तो परिवार पर राहु-केतु की बुरी दृष्टि पड़ती है. जिसकी वजह से कई तरह की परेशानियां खड़ी हो जाती हैं. घट जाती है पति की उम्र वास्तु शास्त्र के अनुसार, स्त्रीओं को एक बात का खास ख्याल रखना चाहिए. नहाने के तुरंत बाद मांग में सिंदूर नहीं लगाना चाहिए. माना जाता है कि ऐसा करने से आपके पति की उम्र कम हो जाती है. इसके अलावा, घर के अन्य सदस्यों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. ऐसे में स्त्रीओं को कुछ देर बाद खान खाकर ही मांग में सिंदूर भरना चाहिए. यह भी पढ़ें- Vastu Tips: घर के मंदिर में जरूर रखें ये 4 चीजें, बदल जाएगा आपका भाग्य Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है. The post Vastu Tips: स्त्रीएं नहाते समय न करें ये गलती, पति की घट जाएगी उम्र, घर पर पड़ेगी राहु-केतु की बुरी नजर appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अदाणी ग्रुप की बादशाहत बरकरार, मुनाफा छप्परफाड़

Adani Group: हिंदुस्तान के बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अदाणी ग्रुप की बादशाहत बरकरार है. सबसे खास बात यह है कि दिसंबर, 2024 को समाप्त हुई तीसरी तिमाही में इस ग्रुप को छप्परफाड़ मुनाफा हुआ है. अदाणी ग्रुप ने कहा कि उसके पास अपने ऋण दायित्वों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नकदी उपलब्ध है. वित्त वर्ष 2024-25 के पहले नौ महीनों में ग्रुप की वित्तीय स्थिति मजबूत रही, जिसमें 53,024 करोड़ रुपये का नकद शेष दर्ज किया गया. कर-पूर्व मुनाफे में रिकॉर्ड वृद्धि दिसंबर 2024 को समाप्त 12 महीनों में, अदाणी ग्रुप का कर-पूर्व लाभ (EBITDA) 86,789 करोड़ रुपये रहा, जिसमें 10.1% की सालाना वृद्धि दर्ज की गई. अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में EBITDA 17.2% बढ़कर 22,823 करोड़ रुपये हो गया. एफएफओ और लिक्विडिटी फ्लो में लगातार सुधार पिछले 12 महीनों में कर के बाद नकद प्रवाह (FFO) 58,908 करोड़ रुपये तक पहुंच गया. इससे अदाणी ग्रुप के निवेश और ऋण अदायगी की क्षमता मजबूत बनी रही. अदाणी एंटरप्राइजेज के उभरते व्यवसायों की अहम भूमिका अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (AEL) के तहत सौर और पवन ऊर्जा विनिर्माण, हवाई अड्डे और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं में 45% की वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई. .ससे कंपनी की वित्तीय सेहत को मजबूती मिली. सकल ऋण और शुद्ध ऋण की स्थिति अदाणी ग्रुप का सकल ऋण 2.58 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि मार्च 2024 के अंत तक यह 2.41 लाख करोड़ रुपये था. नकद शेष समायोजित करने के बाद शुद्ध ऋण 2.05 लाख करोड़ रुपये रहा. इसे भी पढ़ें: Mahakumbh 2025: स्नान करती स्त्रीओं की तस्वीरें और Video इंटरनेट पर नीलाम, गुस्से में सीएम योगी, लिया बड़ा एक्शन बुनियादी ढांचा कारोबार से आया 85% लाभ अदाणी ग्रुप का लगभग 85% लाभ उसके बुनियादी ढांचा कारोबार से आया. इसमें मुख्य रूप से उपयोगिताओं और परिवहन क्षेत्र शामिल हैं. इसे भी पढ़ें: OTT Guidelines: ओटीटी पर प्रशासन सख्त, रणवीर इलाहाबादिया विवाद के बाद नई गाइडलाइंस जारी The post बुनियादी ढांचा क्षेत्र में अदाणी ग्रुप की बादशाहत बरकरार, मुनाफा छप्परफाड़ appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

नीतीश कुमार की लीडरशीप में ही चुनाव लड़ेगी BJP, भाजपा के बड़े नेता ने लगाई मुहर

दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली जीत से उत्साहित बीजेपी अब बिहार में साल के अंत में होने वाले चुनाव की तैयारी में जुट गई है. इसके लिए पार्टी ने अपने बड़े नेताओं को बिहार भेजना शुरू कर दिया है. इसी कड़ी में गुरुवार को भाजपा के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन बेगूसराय पहुंचे. यहां पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि अभी भाजपा ने राष्ट्र का चुनाव जीता, महाराष्ट्र, हरियाणा और दिल्ली भी जीते हैं, अब बिहार की बारी है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम लोग बिहार का चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे. नीतीश कुमार जैसा अनुभवी मुख्यमंत्री किसी के पास नहीं है.    सीएम नीतीश कुमार नीतीश कुमार के नेतृत्व में प्रशासन अच्छा काम कर रही : शाहनवाज  एक सवाल का जवाब देते हुए शाहनवाज ने कहा कि बिहार में सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की प्रशासन चल रही है और अच्छा काम कर रही है. नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार आगे बढ़ रहा है. आने वाला चुनाव भी उन्हीं के नेतृत्व में पार्टी लड़ेगी और बिहार में फिर से एनडीए की ही प्रशासन बनेगी. वही विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के आपराधिक घटनाओं में वृद्धि के आरोपों को लेकर उन्होंने कहा कि उनके मुंह से अपराध का नाम शोभा नहीं देता है, जो स्क्रिप्ट उन्हें मिलती है, वह बोलते रहते हैं.   भाजपा के वरिष्ठ नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन बिहार में इथेनॉल के 13 प्लांट लगे: शाहनवाज हुसैन उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भागलपुर आगमन की जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री भागलपुर आ रहे हैं. यहां वे किसानों से मिलेंगे. प्रधानमंत्री ने सबसे ज्यादा काम किसानों के लिए किया है. उनकी आमदनी दोगुनी करने का काम किया जा रहा है. बिहार में इथेनॉल के प्लांट लगे हैं. बिहार में इथेनॉल के 17 प्लांट लगाने की मंजूरी मिली, जिसमें 12 से 13 लग गए हैं.  इसे भी पढ़ें: बिहार कांग्रेस प्रभारी बनते ही पटना पहुंचे कृष्णा अल्लावरु, उनके इस ऐलान से टेंशन में आ गई RJD The post नीतीश कुमार की लीडरशीप में ही चुनाव लड़ेगी BJP, भाजपा के बड़े नेता ने लगाई मुहर appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

गया में वेल्डिंग के चिंगारी से भड़की भीषण आग, देखते ही देखते 4 गाड़ियां लपेटे में आई

Bihar News: गया जिले के G.T रोड स्थित चांदो मोड़ के पास मंगलवार को अचानक भीषण आग लग गई, जिसमें चार वाहन जलकर राख हो गए. घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई और सड़क पर लंबा जाम लग गया. दमकल की टीम ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक चारों वाहन पूरी तरह खाक हो चुके थे. कैसे लगी आग? प्राप्त जानकारी के अनुसार, चांदो मोड़ के पास एक गैरेज में बिल्डिंग निर्माण का कार्य चल रहा था. इस दौरान वेल्डिंग से निकली चिंगारी पास में खड़े एक केमिकल लदे ट्रक तक पहुंच गई, जिससे ट्रक में आग लग गई. केमिकल के कारण आग तेजी से फैल गई और पास में खड़े पिकअप वैन, ट्रक के चेसिस और एक बाइक को भी चपेट में ले लिया. आग लगते ही मची भगदड़ आग लगते ही गैरेज में काम कर रहे लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे, जिसमें कुछ लोग घायल भी हो गए. आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि आसपास के घरों के लोग भी घबराकर बाहर निकल आए. इस दौरान G.T रोड के उत्तरी लेन पर वाहनों की लंबी कतार लग गई, जिससे यातायात पूरी तरह बाधित हो गया. दमकल की टीम ने पाया आग पर काबू हालात बेकाबू होते देख मुख्यालय से दमकल की टीम बुलाई गई, जिसने घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया. बताया जा रहा है कि जला ट्रक दिवनिया गांव के ब्रह्मदेव यादव का था, जो चंडीगढ़ से केमिकल लेकर कोलकाता जा रहा था. इस हादसे में उनका वाहन पूरी तरह जलकर नष्ट हो गया. ये भी पढ़े: बिहार में दूसरे दिन भी NIA की रेड जारी, जाली नोट तस्करी मामले में खगड़िया से युवक गिरफ्तार इलाके में दहशत, पुलिस कर रही जांच आग की भयावहता को देखकर स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई. लोग अपने घरों से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे. थाना प्रभारी उमेश प्रसाद ने बताया कि आग बुझाने के बाद यातायात को सामान्य करा दिया गया है. फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है और नुकसान का आकलन किया जा रहा है. The post गया में वेल्डिंग के चिंगारी से भड़की भीषण आग, देखते ही देखते 4 गाड़ियां लपेटे में आई appeared first on Naya Vichar.

नया विचार
बिहार, शिक्षा, समस्तीपुर

राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय में पुरस्कृत किए जाएंगे प्रतिभाशाली छात्र– छात्राएं 

नया विचार सरायरंजन : प्रखण्ड के नरघोघी स्थित अभियंत्रण महाविद्यालय समस्तीपुर में आगामी 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन होगा। इस संबंध में संस्थान के प्राचार्य डॉ .राजकिशोर तुगनायत ने विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि जिला स्तर पर विज्ञान,प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा विभाग द्वारा सर सीवी रमण टैलेंट सर्च इन साइंस ऑनलाइन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था, जिसमें कक्षा 6 से 12 वीं तक के छात्रों ने भाग लिया था। इस प्रतियोगिता के प्रत्येक कक्षा के 10 विजेताओं को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को विभाग द्वारा पटना में आयोजित कार्यक्रम में प्रशस्ति पत्र, मेडल तथा क्रमशः 5000 तथा 3000 रूपये प्रोत्साहन राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। शेष छात्रों को राजकीय अभियंत्रण महाविद्यालय, समस्तीपुर द्वारा सम्मानित किया जाएगा। तृतीय से पांचवीं तक स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को प्रोत्साहन राशि के रुप मे क्रमशः 800,700 तथा 600 रूपये, मेडल तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। छठी से दसवीं तक स्थान प्रदान करने वालों को सांत्वना पुरस्कार के तहत मेडल तथा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाएगा। कार्यक्रम के समन्वयक प्रो .संतोष कुमार, प्रेम कुमार एवं आशीष कुमार ने बताया कि 28 फरवरी 1928 को सर डॉ.सीवी रमन द्वारा रमन इफैक्ट की खोज की गई थी, जिसके उपलक्ष्य में 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता है। उनके द्वारा विज्ञान में किये गये शोधों एवं खोजों से छात्रों को अवगत कराया जाएगा तथा विज्ञान के प्रति छात्रों को जागरूक किया जाएगा।

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top