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February 21, 2025

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बिना गारंटर युवा बन सकेंगे बिजनेस टायकून! बैंक ऑफ इंडिया की युवा उद्यमी योजना से उठाएं फायदा

BOI Yuva Udyami Yojana: अगर आप युवा हैं और खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, लेकिन पूंजी की कमी आपकी राह का रोड़ा बन रही है, तो कोई बात नहीं. बैंक ऑफ इंडिया (BOI) की “युवा उद्यमी योजना” आपके सपनों को हकीकत में बदल सकती है. इस योजना के तहत युवा उद्यमियों को बिना किसी गारंटर के लोन दिया जा रहा है, जिससे वे आत्मनिर्भर हिंदुस्तान की दिशा में अपना योगदान दे सकें. क्या है बैंक ऑफ इंडिया की युवा उद्यमी योजना? बैंक ऑफ इंडिया की इस खास योजना का मकसद देश में स्टार्टअप और छोटे व्यवसायों को बढ़ावा देना है. अक्सर युवाओं के पास बिजनेस आइडिया तो होते हैं, लेकिन पूंजी और गारंटर की समस्या उनके सपनों को पूरा नहीं होने देती. युवा उद्यमी योजना के तहत बैंक ऑफ इंडिया युवाओं को बिना किसी गारंटर के बिजनेस लोन देकर उनके आत्मनिर्भर बनने में मदद कर रहा है. बैंक ऑफ इंडिया की युवा उद्यमी योजना की विशेषताएं बिना गारंटर लोन: इस योजना में युवाओं को किसी तीसरे पक्ष की गारंटी देने की जरूरत नहीं होगी. आसान प्रोसेस: न्यूनतम दस्तावेजों के साथ आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाया गया है. कम ब्याज दर: अन्य बिजनेस लोन की तुलना में यह योजना सस्ती ब्याज दर पर उपलब्ध है. स्टार्टअप्स के लिए बेहतरीन मौका: अगर आपका स्टार्टअप इनोवेटिव है, तो आपको प्राथमिकता दी जा सकती है. प्रशासनी योजनाओं से लिंक: मुद्रा लोन और स्टैंडअप इंडिया जैसी योजनाओं से भी जोड़ा जा सकता है. कौन ले सकता है इस योजना का लाभ? 18 से 35 वर्ष के युवा, जो खुद का बिजनेस शुरू करना चाहते हैं. जिनके पास एक इनोवेटिव बिजनेस आइडिया है, लेकिन फंडिंग की कमी के कारण इसे शुरू नहीं कर पा रहे हैं. स्टार्टअप्स और छोटे व्यवसायी जो अपने कारोबार का विस्तार करना चाहते हैं. वे युवा, जो किसी भी बैंक से पहले बिजनेस लोन नहीं ले चुके हैं. कैसे करें आवेदन? बैंक ऑफ इंडिया की युवा उद्यमी योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया बहुत आसान है. BOI की आधिकारिक वेबसाइट (www.bankofindia.co.in) पर जाएं. Yuva Udyami Yojana सेक्शन में क्लिक करें. ऑनलाइन फॉर्म भरें और जरूरी दस्तावेज अपलोड करें. बैंक की ओर से आपके आवेदन की जांच की जाएगी और योग्य उम्मीदवारों को लोन की मंजूरी दी जाएगी. स्वीकृति के बाद, लोन की राशि आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर दी जाएगी. किन दस्तावेजों की होगी जरूरत? आधार कार्ड, पैन कार्ड बिजनेस प्लान की डिटेल्स बैंक स्टेटमेंट (पिछले 6 महीने का) एड्रेस प्रूफ एजुकेशन सर्टिफिकेट (यदि लागू हो) इसे भी पढ़ें: यूएसएड फंडिंग पर मिली जानकारी से प्रशासन की बढ़ी चिंता, डोनाल्ड ट्रंप ने ऐसी क्या कह दी बात? युवाओं के लिए सुनहरा मौका बैंक ऑफ इंडिया की यह योजना उन युवाओं के लिए एक बेहतरीन अवसर है, जो खुद का बिजनेस शुरू करने का सपना देख रहे हैं. बिना किसी गारंटर के बिजनेस लोन मिलने से उन्हें अपने आइडिया को हकीकत में बदलने का बेहतरीन मौका मिलेगा. अगर आप भी अपने पैरों पर खड़ा होना चाहते हैं और अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ जरूर उठाएं. इसे भी पढ़ें: Rekha Gupta Investment: किन शेयरों में है दिल्ली की नई CM रेखा गुप्ता का पैसा? पति ने भी लगाया बड़ा दांव! The post बिना गारंटर युवा बन सकेंगे बिजनेस टायकून! बैंक ऑफ इंडिया की युवा उद्यमी योजना से उठाएं फायदा appeared first on Naya Vichar.

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सिंहभूमि ओड़िया साहित्य को सशक्त बना रहे हैं व्यंग कवि ज्योतिलाल साहू, कविता संग्रह ‘छिन्नमस्ता बटोर चुकी हैं सुर्खियां

सरायकेला, शचिंद्र कुमार दाश : सरायकेला जिले के कंसारी टोला के व्यंग कवि ज्योतिलाल साहू सिंहभूमि ओड़िया साहित्य को पिछले 35 वर्षों से लगातार सशक्त बनाने में जुटे हुए हैं. उन्होंने बताया कि अपने मातृभाषा स्थानीय सिंहभूमि भाषा में कविता लिखने का उन्हें बचपन से ही शौक था. अपने इस रूचि को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने युवावस्था से ही सिंहभूम ओड़िया के साथ-साथ ओड़िया भाषा में कविता लिखना शुरू किया. उन्होंने बताया कि कविता के जरिये वह अपनी मातृभाषा (सिंहभूमी ओडिया) को सशक्त करने का कार्य कर रहे हैं. साथ ही लोगों को अपनी मातृभाषा में पढाई करने, आपस में वार्तालाप करने के लिए भी प्रेरित कर रहे हैं. वे मातृभाषा ओड़िया के संरक्षण के लिए भी लगातार कार्यरत हैं. खूब सूर्खियां बटोरी है ज्योतिलाल साहू की ओड़िया कविता संग्रह ‘छिन्नमस्ता’ बताते चलें ओड़िया कवि ज्योतिलाल साहू की कविता संग्रह ‘छिन्नमस्ता’ झारखंड, ओड़िशा समेत कई राज्यों में सुर्खियां बटोर चुकी है. जिसमें सिंहभूम में ओड़िया भाषा की स्थिति, ओड़िया भाषा की उपेक्षा, स्कूलों में शिक्षकों के अभाव के साथ-साथ ओड़िशा से अलग होने के बाद सरायकेला खरसावां की स्थिति का इसमें समावेश है. झारखंड की समाचारें यहां पढ़ें झारखंड से लेकर ओड़िशा तक कई मंचो पर हुए सम्मानित ज्योतिलाल साहू ने बताया कि मातृभाषा के संरक्षण व प्रचार प्रसार के लिए अब तक उन्हें कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं. उन्हें वर्ष 2002 में लोक समिति झारखंड ने झारखंड रत्न अवॉर्ड से सम्मानित किया था. उस समय राज्य के तत्कालीन कल्याण मंत्री अजुर्न मुंड़ा ने उन्हें यह सम्मान दिया था. इसके बाद ओड़िशा विधानसभा में वर्ष 2001 में ओड़िशा विधानसभाध्यक्ष द्वारा सम्मानित किया गया था. मातृभाषा की शक्ति को पहचान उसे उचित सम्मान देना आवश्यक : ज्योतिलाल साहू व्यंग कवि ज्योतिलाल साहू का कहना हैं कि वास्तव में मातृभाषा मात्र अभिव्यक्ति या संचार का ही माध्यम नहीं बल्कि हमारी संस्कृति और संस्कारों की संवाहिका भी है. मातृभाषा में ही व्यक्ति ज्ञान को उसके आदर्श रूप में आत्मसात कर पाता है. भाषा से ही सभ्यता और संस्कृति पुष्पित-पल्लवित और सुवासित होती है. यह विडंबना ही है कि स्वतंत्रता के सात दशक बाद भी हम अपनी भाषा को उसके यथोचित स्तर तक नहीं पहुंचा पाये हैं. यदि हमें विश्व गुरु के पद पर पुन: प्रतिष्ठित होना है तो यह अपनी मातृभाषा को समुचित सम्मान दिये बिना संभव नहीं. ऐसे में आज आवश्यकता है कि हम अपनी मातृभाषा को व्यापक रूप से व्यवहार में लाएं. मातृभाषा की शक्ति को पहचानें. एक सूत्र में बांधना है तो हमें अपनी मातृभाषा को उचित सम्मान देना होगा. अपनी मातृभाषा पर हमें गर्व की अनुभूति करनी होगी. मातृभाषा से ही हमारे राष्ट्र और समाज के उत्थान का मार्ग प्रशस्त होगा. Also Read: Jharkhand Crime News: पति बना पत्नी के प्यार में रोड़ा तो प्रेमी के साथ मिलकर कर दी हत्या, 6 आरोपी गिरफ्तार The post सिंहभूमि ओड़िया साहित्य को सशक्त बना रहे हैं व्यंग कवि ज्योतिलाल साहू, कविता संग्रह ‘छिन्नमस्ता बटोर चुकी हैं सुर्खियां appeared first on Naya Vichar.

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Eye Care: आंखों की थकान और समस्याओं को दूर करने के लिए करें ये असरदार एक्सरसाइज

Eye Care: आजकल की डिजिटल युग और भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग अपनी आंखों की सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे आंखों में जलन, पानी आना, आंख दर्द, नींद न आना जैसी समस्याएं होने लगती हैं. लेकिन कुछ आसान तरीकों और एक्सरसाइज के जरिए आप अपनी आंखों की सेहत को बेहतर बना सकते हैं. ये न केवल आपकी आंखों की सेहत को बेहतर बनाएंगी, बल्कि आपकी आंखों की एकाग्रता और दृष्टि में भी सुधार करेंगी.  तो आइए जानते हैं उन आसान तरीकों के बारे में जो आपकी आंखों की सेहत के लिए फायदेमंद है. यह भी पढ़ें- Eye Care Tips: आंखों में ठंडक की जगह परेशानियां दे सकता है गुलाबजल, इन बातों का रखें खास ध्यान आंखों को घुमाना अपनी आंखों को पहले घड़ी की दिशा में और फिर उल्टी दिशा में घुमाएं. इस एक्सरसाइज को 5 से 7 बार तक दोहराने से आपकी आंखों की मांसपेशियों को मजबूती मिलेगी और आंखों का तनाव कम होगा. आप इसे धीरे-धीरे और आराम से दोहराएं. हर बार के बाद अपनी आंखों को थोड़ा आराम दें. आंखों को फोकस करना अपनी आंखों को पहले किसी नजदीकी वस्तु पर और फिर किसी दूर की वस्तु पर फोकस करें. इसे 5 बार दोहराएं. इससे आपकी आंखों की फोकसिंग क्षमता में सुधार होगा और आंखों का तनाव कम होगा. आंखों को आराम देना अगर आप अधिक देर तक तक स्क्रीन के सामने बैठते हैं तो प्रत्येक घंटे के बाद 10 मिनट के लिए आंखों को बंद करें. इससे आपके आँखों पर दबाव महसूस नहीं होगा और आंखों को आराम मिलेगा. आंखों को रोटेट करना अपनी आंखों को ऊपर-नीचे और दाएं-बाएं रोटेट करें, यह प्रक्रिया आपकी आंखों को तनावमुक्त करने में मदद करेगी. इसे 5-7 बार दोहराएं और हर बार के बाद अपनी आंखों को थोड़ा आराम दें. इससे आपकी आंखों की एकाग्रता और दृष्टि में भी सुधार होगा. यह भी पढ़ें- Eye Care Tips: बिना ग्लासेज के देखने में हो रही दिक्कत? इन तरीकों से हटाएं चश्मा आंखों को मालिश करना अपनी आंखों के आसपास की त्वचा को हल्के हाथों से मालिश करें. इसके लिए आप ऑय रोलर का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे आपकी आंखें आराम करेंगी और तनाव कम होगा. आप अपनी आंखों पर एक मालिश ऑयल या क्रीम का भी उपयोग कर सकते हैं, जो कि आपकी आंखें और भी ज्यादा आराम पहुंचाएगी. आंखों को पानी से धोना बाहर से आने के बाद हमेशा अपनी आंखों को पानी से धोएं. इससे आपकी आंखें साफ और ताजगी महसूस करेंगी. आंखों को धूप से बचाना अपनी आंखों को तेज धूप से बचाने के लिए चश्मा या सनग्लास जरूर पहनें.  इससे आपकी आंखें धूप के हानिकारक प्रभावों से बचेगी. इनपुट- शुभ्रा लक्ष्मी The post Eye Care: आंखों की थकान और समस्याओं को दूर करने के लिए करें ये असरदार एक्सरसाइज appeared first on Naya Vichar.

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‘मुखिया का चुनाव भी नहीं जीत सकते जीतन राम मांझी’, आरजेडी के बयान पर ‘हम’ का पलटवार

Bihar Assembly Election 2025: आरजेडी नेता कुमार सर्वजीत के ‘मुखिया का चुनाव भी नहीं जीत सकते जीतन राम मांझी’ पर हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण ने शुक्रवार को पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि जीतन मांझी एक अनुभवी नेता हैं और उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में 9 महीने काफी बेहतर कार्य किया है. राज्य के विकास के लिए उन्होंने 34 सूत्री विकास का एजेंडा भी बनाया था, जो आज के तारीख में लागू हो रहा है. 15 साल के लालू-राबड़ी शासन काल पर जीतन राम मांझी का 9 महीना ही भारी है. आगे उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव जी के पार्टी के नेताओं को संयम में रहना चाहिए. दलित समागम के कार्यक्रम के कारण उनके पेट में दर्द हो रहा है. इसी कारण लालू प्रसाद के पार्टी के नेता फालतू की बयानबाजी कर रहे हैं. जबकि जीतन राम मांझा केंद्रीय मंत्री रहते हुए प्रदेश के विकास कार्यों में लगे हुए हैं. राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के इतिहास में पार्टी की स्थापना लूट-पाट रहा है. जबकि हम पार्टी की स्थापना समाज के पिछड़े वर्गे के उत्थान के लिए किया गया है. आरजेडी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि आरजेडी 30 साल में एक भी दलित नेता को राज्यसभा नहीं भेजा. दलित विरोधी नीतियों की इससे बड़ी बानगी और क्या हो सकती है. 28 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में आयोजित होने वाले दलित समागम से राजद खेमे में बेचैनी बढ़ गयी है. यह समागम दलित समुदाय के लोगों को एक मंच पर लाने और उनकी समस्याओं पर चर्चा करने के लिए आयोजित किया जा रहा है. जिसमें दलितों के अधिकारों पर चर्चा की जायेगी. प्रदेश के सभी जिलों से लाखों दलित भाई-बहन इसमें शामिल होंगे. बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को अपमानित करने वाले महागठबंधन के नेताओं को बिहार की जनता इसी बिहार विधानसभा चुनाव में सबक सिखाएगी. ये भी पढ़ें.. Video: नेतृत्व में इंट्री के सवाल पर सीएम नीतीश के बेटे ने कह दी बड़ी बात, पढ़िए क्या कहा The post ‘मुखिया का चुनाव भी नहीं जीत सकते जीतन राम मांझी’, आरजेडी के बयान पर ‘हम’ का पलटवार appeared first on Naya Vichar.

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PM Modi: ‘अमृत से भी अधिक मीठी है मराठी भाषा’, 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन में बोले पीएम मोदी

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी शुक्रवार को दिल्ली के विज्ञान भवन में 98वें अखिल हिंदुस्तानीय मराठी साहित्य सम्मेलन का उद्घाटन किया. सात दशकों के बाद आयोजित हो रहा यह कार्यक्रम 21 से 23 फरवरी तक तीन दिनों तक चलेगा. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस , एनसीपी (शरद पवार) प्रमुख शरद पवार , प्रसिद्ध मराठी लेखिका तारा भवालकर और सम्मेलन की अध्यक्ष उषा तांबे भी कार्यक्रम में मौजूद रहीं. सम्मेलन का आयोजन पहली बार मई 1878 में न्यायमूर्ति महादेव गोविंद रानाडे ने पुणे में किया था. 1954 में हिंदुस्तान के पहले प्रधानमंत्री  जवाहरलाल नेहरू को कार्यक्रम का उद्घाटन करने के लिए मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया गया था. खास है अखिल हिंदुस्तानीय मराठी साहित्य सम्मेलन- पीएम मोदी 98वें अखिल हिंदुस्तानीय मराठी साहित्य सम्मेलन में पीएम मोदी ने कहा कि मराठी भाषा अमृत से भी बढ़कर मीठी है और वह इस भाषा को बोलने का प्रयास और इसके नए शब्दों को सीखने की कोशिश निरंतर करते रहे हैं. उन्होंने कहा कि आरएसएस के कारण ही उन्हें मराठी भाषा और मराठी परंपरा से जुड़ने का भी सौभाग्य मिला है. प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सम्मेलन ऐसे समय हो रहा है जब छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूरे हुए हैं. जब अहिल्याबाई होल्कर की जयंती का 300वां वर्ष है और कुछ ही समय पहले बाबा साहेब आंबेडकर के प्रयासों से बने देश के संविधान ने भी अपने 75 वर्ष पूरे किए हैं. ‘एक बीज बन गया है विशाल वट वृक्ष’- पीएम मोदी पीएम मोदी ने कहा “आज हम इस बात पर भी गर्व करेंगे कि महाराष्ट्र की धरती पर मराठी भाषी एक महापुरुष ने 100 वर्ष पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का बीज बोया था. आज ये एक वट वृक्ष के रूप में अपना शताब्दी वर्ष मना रहा है.” उन्होंने कहा कि वेद से विवेकानंद तक हिंदुस्तान की महान परंपरा और संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक संस्कार यज्ञ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पिछले 100 वर्षों से चला रहा है. मेरा सौभाग्य है कि मेरे जैसे लाखों लोगों को आरएसएस ने देश के लिए जीने की प्रेरणा दी है. संघ के ही कारण मुझे मराठी भाषा और मराठी परंपरा से जुड़ने का भी सौभाग्य प्राप्त हुआ है. मराठी साहित्य राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत- पीएम मोदी अपने संबोधन में पीएम मोदी ने मराठी को शास्त्रीय भाषा का दर्जा दिए जाने का भी जिक्र किया और कहा कि देश और दुनिया में 12 करोड़ मराठी भाषी लोगों को इसका दशकों से इंतजार था. उन्होंने कहा ‘यह काम पूरा करने का अवसर मुझे मिला. मैं इसे अपने जीवन का बड़ा सौभाग्य मानता हूं.’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अखिल हिंदुस्तानीय मराठी साहित्य सम्मेलन एक भाषा या राज्य तक सीमित आयोजन नहीं है, मराठी साहित्य के इस सम्मेलन में आजादी की लड़ाई की महक है. उन्होंने कहा कि इसमें महाराष्ट्र और राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत है. The post PM Modi: ‘अमृत से भी अधिक मीठी है मराठी भाषा’, 98वें अखिल हिंदुस्तानीय मराठी साहित्य सम्मेलन में बोले पीएम मोदी appeared first on Naya Vichar.

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Agriculture: प्रधानमंत्री भागलपुर में 24 फरवरी को किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त करेंगे जारी

Agriculture: पीएम किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के भागलपुर से किसानों के खाते में ट्रांसफर करेंगे. किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त के तहत 22000 करोड़ रुपए की राशि देशभर के लगभग 9.80 करोड़ किसानों को सीधे उनके बैंक खाते में ट्रांसफर की जायेगी. 18वीं किस्त के तहत केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा किसानों के खातों में 20665 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए थे. शुक्रवार को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि किसानों की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पीएम किसान की 19वीं किस्त की राशि भागलपुर (बिहार) में आयोजित कार्यक्रम में ट्रांसफर करेंगे.  मुख्यमंत्री, राज्यपाल सहित कई मंत्री होंगे शामिल इस दौरान राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित राज्य के कई मंत्री शामिल होंगे. इसका आयोजन केवल बिहार में नहीं होगा, बल्कि इसका देशभर में हर स्तर पर आयोजन हो रहा है. ब्लॉक स्तर, ग्राम पंचायत स्तर पर राज्य प्रशासनें आयोजन करेगी. 731 कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) में भी आयोजन होगा. राज्यों के कृषि मंत्री, सांसद और विधायक भी अपने-अपने क्षेत्रों में इस कार्यक्रम से जुड़ने वाले हैं. इसका सीधा प्रसारण डीडी किसान, माय गव पर वेबकास्ट, यूट्यूब, फेसबुक और देशभर के 5 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर पर भी किया जाएगा और लगभग ढाई करोड़ किसान इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री बरौनी में बरौनी डेयरी द्वारा एक दुग्ध उत्पाद संयंत्र शुरू करेंगे, जिसकी दूध प्रसंस्करण की क्षमता लगभग 2 लाख लीटर है. यह पशुपालन व डेयरी विभाग का कार्यक्रम है. मोतिहारी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का उदघाटन करने के अलावा प्रधानमंत्री एक 36.45 किलोमीटर लंबी रेल लाइन, जिसकी लागत 526 करोड़ रुपये है और रेलवे ओवर ब्रिज का उद्घाटन करेंगे. छोटे किसानों की स्थिति में आया है सुधार शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान सम्मान निधि ने छोटे किसानों की जिंदगी बदलने का काम किया है. अब तक लगभग 3.46 लाख करोड़ रुपये किसानों के खातों में डाले गए हैं और 19वीं किश्त जारी होते ही कुल 3.68 लाख करोड़ रुपए किसानों के खातों में पहुंच जाएंगे. छोटे किसानों को बुवाई के समय खाद-बीज की दिक्कत होती थी, उन्हें ब्याज पर राशि कर्ज लेकर जरूरतें पूरी करना पड़ती थी. लेकिन अब कृषि संबंधित जरूरी खर्च इस निधि से किसान पूरा करते है. उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय खाद्य नीति अनुसंधान संस्थान ने पीएम किसान स्कीम का स्वतंत्र अध्ययन किया है, जिसमें पता चला कि इस योजना के तहत प्राप्त धनराशि ने किसानों की ऋण बाधाओं को दूर करने में मदद की है और किसानों की जोखिम लेने की क्षमता बढ़ी है. किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) पर अधिकतम 3 लाख रुपये किसान को मिलते थे, अब वो सीमा बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दी गयी है. देश के किसानों के हित में प्रशासन कई योजना चला रही है.  मखाना उत्पादक किसानों से करेंगे चर्चा बिहार की प्रमुख फसल मखाना है. मखाना उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए मखाना बोर्ड स्थापित करने का फैसला लिया गया है. रविवार को केंद्रीय कृषि मंत्री मखाना उत्पादक किसानों से चर्चा कर उनकी समस्या दूर करने का प्रयास करेंगे. किसान कल्याण मोदी प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है. किसानों का उत्पादन बढ़े, उत्पादन लागत घटे, उत्पादन का सही मूल्य मिले, फसलों के नुकसान की भरपाई हो, कृषि का विविधीकरण हो, प्राकृतिक खेती जैसे मिशन के अभियान सफल हो, लागत घटे, इसके लिए मंत्रालय लगातार काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि पीएम किसान सम्मान निधि योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2019 में शुरू की थी और अगर कोई पात्र किसान छूट गया है तो उसके नाम को जोड़ने की प्रक्रिया कृषि मंत्रालय चलाता रहता है. The post Agriculture: प्रधानमंत्री भागलपुर में 24 फरवरी को किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त करेंगे जारी appeared first on Naya Vichar.

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Patna High Court: जब्त गाड़ी से पुलिस ने काटी मौज, पटना हाई कोर्ट ने ठोका जुर्माना

Patna High Court: पटना हाईकोर्ट ने गोपालगंज जिले में जब्त वाहन के अनुचित उपयोग के मामले में सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस अधिकारियों को दोषी ठहराया है. अदालत ने प्रशासन को आदेश दिया है कि याचिकाकर्ता को एक लाख रुपये का मुआवजा दिया जाए, जो संबंधित अधिकारियों से वसूला जाएगा. साथ ही, छह महीने के भीतर अनुशासनात्मक कार्रवाई पूरी करने का निर्देश दिया गया है. कोर्ट की सख्ती और मामला याचिकाकर्ता हर्ष अग्रवाल की ओर से दाखिल याचिका पर सुनवाई के दौरान जस्टिस पी. बी. बजनथरी और जस्टिस सुनील दत्ता मिश्रा की पीठ ने यह फैसला सुनाया. याचिकाकर्ता के वकील कुमार हर्षवर्धन ने अदालत को बताया कि यदुपुर थाना पुलिस ने 25 जुलाई 2024 को उनकी XUV-700 गाड़ी को शराबबंदी कानून के तहत जब्त किया था, लेकिन बाद में यह सामने आया कि 19 सितंबर 2024 तक वाहन का अवैध रूप से उपयोग किया गया. जुर्माने पर सवाल और कोर्ट का रुख याचिकाकर्ता पर बिहार मद्यनिषेध एवं उत्पाद अधिनियम के तहत 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था, जिसे उन्होंने पक्षपातपूर्ण बताया. अदालत ने इस पर सहमति जताते हुए कहा कि यदि याचिकाकर्ता एक सप्ताह के भीतर 3 लाख रुपये जमा करता है, तो प्रशासन को तीन दिनों के भीतर वाहन लौटाने की प्रक्रिया पूरी करनी होगी. ये भी पढ़े: तेजस्वी के दावे पर ललन सिंह का तंज, कहा -‘सपनों में मुख्यमंत्री बन सकते हैं, हकीकत में नहीं’ आगे की कार्रवाई इस मामले की अगली सुनवाई 6 मार्च 2025 को निर्धारित की गई है. हाईकोर्ट का यह फैसला दर्शाता है कि जब्त वाहनों के दुरुपयोग को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाएंगे. The post Patna High Court: जब्त गाड़ी से पुलिस ने काटी मौज, पटना हाई कोर्ट ने ठोका जुर्माना appeared first on Naya Vichar.

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BSNL का यह प्लान देता है पूरे 1 साल की वैलिडिटी, कीमत और बेनिफिट्स जान हो जायेंगे खुश

डेटा और कॉल टैरिफ पैक की बढ़ती कीमतों के बीच, यूजर्स किफायती कनेक्टिविटी प्लान्स की तलाश में लगे रहते हैं. ऐसे में हिंदुस्तान संचार निगम लिमिटेड (BSNL) ने अपने ग्राहकों के लिए नए और आकर्षक प्लान्स पेश किए हैं. विभिन्न रिचार्ज विकल्पों के जरिए BSNL ने एयरटेल, जियो और वीआई जैसे दिग्गजों से ध्यान हटाकर अपनी ओर खींच लिया है. गौर करने वाली बात यह है कि यह प्लान नया नहीं है मगर किफायती जरूर है, जो पूरे साल महंगे रिचार्ज के बोझ से ग्राहकों को राहत देगा. कंपनी का उद्देश्य अपने यूजर्स को बार-बार रिचार्ज कराने की झंझट से मुक्त करना है, ताकि वे पैसे की बचत कर सकें. नए प्लान के तहत यूजर्स अपनी सिम को पूरे साल सक्रिय रख सकते हैं, वो भी किफायती कीमत पर. तो आइये समझते है इस प्लान को विस्तार से और जानते है इस प्लान के तहत क्या-क्या बेनिफिट्स मिलेंगे. BSNL का ₹1999 वाला प्लान  BSNL अपने ₹1999 वाले प्रीपेड प्लान में कुल 365 दिनों की वैधता प्रदान कर रहा है. यह प्लान देश के कई सर्किलों में उपलब्ध है. इस प्लान को खरीदने वाले यूजर्स को अनलिमिटेड वॉयस कॉलिंग, हर दिन 100 SMS और कुल 600GB डेटा दिया जाएगा. खास बात यह है कि यह 600GB डेटा एक साथ मिलेगा, जिसे यूजर अपनी सुविधा के अनुसार कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं. 600GB डेटा की खपत के बाद, इंटरनेट स्पीड घटकर 80 Kbps रह जाएगी. इसके अलावा, यूजर्स को 30 दिनों के लिए PRBT, 30 दिनों के लिए Eros Now एंटरटेनमेंट और 30 दिनों के लिए Lokdhun कंटेंट का एक्सेस भी मिलेगा. अगर आप अपने सिम को सक्रिय रखने के लिए एक भरोसेमंद रिचार्ज प्लान की तलाश में हैं, तो यह बीएसएनएल प्लान आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है. इस प्लान को आप अपने स्मार्टफोन से ही आसानी से रिचार्ज कर सकते हैं. खासतौर पर उन यूजर्स के लिए यह प्लान बेहद उपयोगी है, जो सिर्फ अपना नंबर एक साल तक एक्टिव रखना चाहते हैं. यह भी पढ़े: Airtel, BSNL और Jio यूजर्स सिग्नल के बिना भी करेंगे कॉलिंग और पाएंगे इंटरनेट The post BSNL का यह प्लान देता है पूरे 1 साल की वैलिडिटी, कीमत और बेनिफिट्स जान हो जायेंगे खुश appeared first on Naya Vichar.

समस्तीपुर

समस्तीपुर, दरभंगा तथा सहरसा स्टेशनों पर मेगा टिकट जांच अभियान

नया विचार समस्तीपुर – आज समस्तीपुर, दरभंगा और सहरसा स्टेशनों पर 14 घंटे की अबाध किलाबंदी टिकट चेकिंग की गई। इस दौरान 249 बिना टिकट/ उचित प्राधिकार के यात्रा करने वाले यात्रियों के मामलों में 1,94,295/- रुपये के जुर्माने की वसूली की गई।इस दौरान सभी स्टेशनों पर विशेष किलाबंदी (Fortress Check) अभियान चलाया गया था जिसके तहत स्टेशन के सभी प्रवेश द्वारों पर टिकट जांच कर्मियों एवं आरपीएफ जवानों को तैनात किया गया था। इस कड़े जांच अभियान के दौरान 249 यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़ा गया, जिनसे 1,94,295 रुपये का जुर्माना वसूला गया। इसके अलावा, आरक्षित कोचों में बिना आरक्षण यात्रा कर रहे यात्रियों को सामान्य श्रेणी के कोचों में स्थानांतरित किया गया। इस अभियान को प्रभावी रूप से संचालित करने के लिए आरपीएफ जवानों के साथ साथ दरभंगा सहित सभी उपरोक्त स्टेशनों पर टीटीई को तैनात किया गया था जिन्होंने टिकट जांच एवं यात्रियों को उचित मार्गदर्शन देने का कार्य किया।

समस्तीपुर

मंडल के प्रतापगंज स्टेशन पर दानापुर-जोगबनी एवं सहरसा-जोगबनी एक्सप्रेस का ठहराव

नया विचार समस्तीपुर – यात्रियों की सुविधा के मद्देनजर गाड़ी सं. 13212/13211 दानापुर-जोगबनी -दानापुर एक्सप्रेस एवं 13214/13213 सहरसा-जोगबनी-सहरसा एक्सप्रेस का समस्तीपुर मंडल के प्रतापगंज स्टेशन पर दिनांक 22.02.2025 से 02 मिनट का प्रयोगिक ठहराव प्रदान किया जा रहा है जिनका विवरण निम्नानुसार है – दिनांक 22.02.2025 से गाड़ी सं. 13211 जोगबनी-दानापुर एक्सप्रेस 06.49 बजे प्रतापगंज पहुंचेगी और 06.51 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी । इसी तरह गाड़ी सं. 13212 दानापुर-जोगबनी एक्सप्रेस 13.12 बजे प्रतापगंज पहुंचेगी और 13.14 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी । दिनांक 22.02.2025 से गाड़ी सं. 13213 जोगबनी-सहरसा एक्सप्रेस 19.09 बजे प्रतापगंज पहुंचेगी और 19.11 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी जबकि दिनांक 23.02.2025 से गाड़ी सं. 13214 सहरसा-जोगबनी एक्सप्रेस 00.28 बजे प्रतापगंज पहुंचेगी और 00.30 बजे आगे के लिए प्रस्थान करेगी ।

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