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February 25, 2025

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Bangladesh Election : कब होंगे बांग्लादेश में चुनाव? आ गया इस सवाल का जवाब

Bangladesh Election : बांग्लादेश में चुनाव कब होंगे? इस सवाल का जवाब अंतरिम प्रशासन के मुख्य सलाहकार के प्रेस सचिव शफीकुल आलम ने दिया है. उनके अनुसार, 13वीं राष्ट्रीय संसद के चुनाव इस साल दिसंबर तक या फिर अगले साल मार्च तक होने की उम्मीद है. आलम ने सोमवार को ढाका में विदेश सेवा अकादमी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए यह बात कहीं. दिसंबर या अगले साल मार्च में हो सकते हैं चुनाव चुनाव से जुड़े सवालों के जवाब में शफीकुल ने कहा, “इस विषय पर कई बार चर्चा हो चुकी है. अंतरिम प्रशासन के मुख्य सलाहकार ने कई सलाहकारों के साथ मिलकर इस पर बात की है. “मुख्य सलाहकार ने पहले दो संभावित समयसीमाओं का जिक्र किया था. यदि नेतृत्वक दल न्यूनतम सुधार चाहते हैं, तो चुनाव इस साल दिसंबर तक हो जाएंगे. हालांकि, अगर वे चाहते हैं कि हम थोड़ा और समय तक रुकें, तो उन्होंने (मुख्य सलाहकार ने) संकेत दिया कि यह 2026 की पहले छह महीने में होगा.” अप्रैल से देश में नॉरवेस्टर और भारी बारिश उन्होंने आगे कहा, “लेकिन एक व्यावहारिक मुद्दा है. अप्रैल से देश में नॉरवेस्टर और भारी बारिश होती है. जून तक मानसून का मौसम शुरू हो जाता है, जिससे वे तीन महीने चुनाव के लिए कम उपयुक्त हो जाते हैं. इसलिए, हमारा अनुमान है कि चुनाव दिसंबर या, ज्यादा से ज्यादा मार्च तक हो जाएंगे.” ये भी पढ़ें : Bangladesh News : क्या है ‘ऑपरेशन डेविल हंट’ ? बांग्लादेश प्रशासन ने लिया बड़ा फैसला, कहा- शैतानों को पकड़ेंगे जनवरी 2024 में आम चुनाव हुए थे बांग्लादेश में पिछली बार जनवरी 2024 में आम चुनाव हुए थे. उस वक्त शेख हसीना ने जीत दर्ज की थी. इस चुनाव को निष्पक्ष नहीं बताया गया था और विरोधियों ने इसका बहिष्कार किया था. इस दौरान हजारों विपक्षी पार्टी के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था. साल 2024 के अगस्त के महीने में आंदोलन की वजह से हसीना को देश छोड़ना पड़ा था. इसके बाद से वह हिंदुस्तान में हैं. The post Bangladesh Election : कब होंगे बांग्लादेश में चुनाव? आ गया इस सवाल का जवाब appeared first on Naya Vichar.

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Earthquake in Ranchi: रांची में डोली धरती, सुबह सुबह महसूस किये गये भूकंप के झटके

रांची : राजधानी रांची में भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं. घटना सुबह 6 बजे की है. भूकंप का केंद्र बंगाल की खाड़ी बताया जा रहा है. हालांकि इसकी तीव्रता कितनी थी इसकी जानकारी नहीं मिल सकी है. वहीं, इस भूकंप से किसी के जान माल के हानि की भी सूचना नहीं है. बता दें कि सुबह सुबह भूकंप के झटके बंगाल और ओडिशा में देखने को मिला था. इसकी तीव्रता 5.5 बतायी जा रही है. इससे पहले रात के वक्त दिल्ली में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये. The post Earthquake in Ranchi: रांची में डोली धरती, सुबह सुबह महसूस किये गये भूकंप के झटके appeared first on Naya Vichar.

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डूबता जहाज बना पाकिस्तान क्रिकेट, घर में नाक कटी, अब खजाना भी खाली! क्या बचाएगा PCB?

Champions Trophy 2025: पाकिस्तान क्रिकेट टीम और उसके फैंस ने वर्षों से इस पल का इंतजार किया था कि 2017 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी विजेता टीम को अपनी ही सरजमीं पर खिताब डिफेंड करने का मौका मिलेगा. 1996 में आखिरी बार पाकिस्तान में आईसीसी को कोई इवेंट हो रहा था, लेकिन तीन दशकों के लंबे इंतजार के बाद यह अवसर उसके लिए यादगार बनने के बजाय निराशाजनक साबित हुआ. पाकिस्तान की टीम महज 5 दिनों में ही टूर्नामेंट से बाहर हो गई, जिससे उनकी उम्मीदें धराशायी हो गईं. पाकिस्तान की हार के बाद न केवल टीम बल्कि PCB के लिए भी एक नई चुनौती खड़ी हो गई है, प्रायोजक जुटाना. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को अब टीम के ब्रांड वैल्यू पर असर पड़ने की चिंता सताने लगी है. चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत 19 फरवरी को हुई थी और 24 फरवरी तक यह आधिकारिक हो गया कि पाकिस्तान सेमीफाइनल में भी जगह नहीं बना पाएगा. टीम ने अपने शुरुआती दो मैचों में न्यूजीलैंड और हिंदुस्तान के खिलाफ करारी शिकस्त झेली. दो हार के बाद ही पाकिस्तान का बाहर होना लगभग तय हो गया था, लेकिन उसकी आखिरी उम्मीद में न्यूजीलैंड ने बांग्लादेश को हराकर पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों को टूर्नामेंट से बाहर का रास्ता दिखा दिया. पाकिस्तान के खराब प्रदर्शन से प्रायोजकों की चिंता पाकिस्तान क्रिकेट एक बार फिर मुश्किल में है और इस बार चैंपियंस ट्रॉफी में खराब प्रदर्शन के बाद राष्ट्रीय टीम के लिए प्रायोजक जुटाना भी सत्ताधारियों के लिए चुनौती बन सकता है. हिंदुस्तान से हारने से एक दिन पहले ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड मैच के लिए गद्दाफी स्टेडियम में लोगों की शानदार भीड़ को देखकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अधिकारी आत्मविश्वास से भरे हुए थे. बोर्ड के एक अधिकारी ने कहा, “लोगों की प्रतिक्रिया और पाकिस्तान से इतर मैच का आनंद लेते देखना एक उत्साहवर्धक अनुभव था.” उन्होंने कहा, “लेकिन अब चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि पाकिस्तान में बचे हुए मैचों के लिए दर्शकों की भीड़ आती रहे क्योंकि हम 29 साल बाद इतने बड़े टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहे हैं.” ‘ब्रांड वैल्यू’ पर असर पड़ने वाला है बोर्ड की वाणिज्यिक इकाई के एक विश्वसनीय सूत्र ने कहा कि अगर पाकिस्तान सेमीफाइनल में नहीं भी स्पोर्ट्सता है तो भी पीसीबी को वित्तीय रूप से कोई बड़ा झटका नहीं लगेगा क्योंकि केवल गेट पर्ची और मैदान की आय के अन्य स्रोत ही प्रभावित होंगे. लेकिन संकटग्रस्त टीम की ‘ब्रांड वैल्यू’ पर असर पड़ने वाला है. पाकिस्तान ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए 18 अरब पाकिस्तानी रुपए केवल स्टेडियम के पुनर्निमाण में खर्च किए हैं, लेकिन इसका फायदा मिलने की जगह अब घाटा उठाना पड़ा सकता है. उन्होंने कहा, “हमें मेजबानी शुल्क, टिकट बिक्री सहित आईसीसी राजस्व में हमारा हिस्सा मिलने की गारंटी है, लेकिन अन्य मुद्दे भी हैं जैसे कि लोगों का इस बड़े टूर्नामेंट में रुचि खत्म होना और प्रसारणकर्ता द्वारा आधे भरे हुए स्टेडियम दिखाना आदि. सबसे बड़ी चिंता यह है कि यहां क्रिकेट के प्रति दीवानगी के बावजूद भविष्य में पाकिस्तान क्रिकेट को एक ब्रांड के रूप में बेचना आसान नहीं होगा.” न्यूजीलैंड और हिंदुस्तान ने ग्रुप ए से सेमीफाइनल में जगह बना ली है, जबकि पाकिस्तान और बांग्लादेश टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं. पाकिस्तान का आखिरी मुकाबला 27 फरवरी को रावलपिंडी में स्पोर्ट्सा जाएगा, लेकिन टूर्नामेंट से बाहर होने के कारण इस मैच में दर्शकों की रुचि कम रहने की संभावना है. 2 मार्च को हिंदुस्तान और न्यूजीलैंड मैच दुबई में होगा, उससे पहले पाकिस्तान में और 5 मैच होने हैं, इन मैचों में पाकिस्तान को दर्शकों को जुटाने में काफी मेहनत करनी पड़ सकती है.  भाषा के इनपुट के साथ. नया विचार प्रीमियम स्टोरी:- Mughal Harem Stories : अपने हुस्न और चतुराई से नूरजहां ने जहांगीर को कदमों में रखा और बनी मलिका ए हिंद 2050 : दुनिया में सबसे अधिक मुसलमान हिंदुस्तान में होंगे, इतनी होगी अलग-अलग धर्मों के मानने वालों की आबादी ‘उम्बुल आदेर’ के जरिए मृत्यु के बाद आत्मा को घर वापस बुलाते हैं मुंडा आदिवासी, विदा नहीं करते The post डूबता जहाज बना पाकिस्तान क्रिकेट, घर में नाक कटी, अब खजाना भी खाली! क्या बचाएगा PCB? appeared first on Naya Vichar.

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Lalu Yadav: लालू यादव और तेजस्वी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें! “लैंड फॉर जॉब” मामले में आज आ सकता है फैसला

Lalu Yadav: लैंड फॉर जॉब मामले में आज यानी मंगलवार को कोर्ट अपना फैसला सुना सकती है. बीते 21 फरवरी को दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने सुनवाई के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था. इस मामले में जांच एजेंसी सीबीआई, लालू यादव सहित 78 अन्य लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर चुकी है. इसमें 30 लोक सेवक आरोपी हैं. बता दें, सीबीआई ने बताया था, “हमने कोर्ट से रेलवे बोर्ड के अधिकारी आर के महाजन के खिलाफ केस की अनुमति ले ली है. उनके खिलाफ गवाहों की लिस्ट भी तैयार है. आगे कोर्ट इस मामले में फैसला लेगा.” वहीं बीते 16 जनवरी को कोर्ट ने कहा था कि यदि 30 जनवरी तक महाजन के खिलाफ स्वीकृति नहीं मिलती है तो सक्षम अधिकारी को इसका स्पष्टीकरण देना होगा.  लालू यादव से की गई थी पूछताछ 20 जनवरी 2024 को ईडी की दिल्ली और पटना टीम के अधिकारियों ने लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव और तेजस्वी यादव से करीब 10 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की थी. ईडी सूत्रों के अनुसार, लालू यादव से उस समय करीब 50 से अधिक सवाल किए गए थे. उन्होंने अधिकारियों के अधिकतर सवालों के जवाब हां या ना में ही दिए थे. पूछताछ के दौरान कई बार लालू यादव झल्ला भी गए थे. वहीं, तेजस्वी यादव से 30 जनवरी 2024 को लगभग 10-11 घंटे की पूछताछ हुई थी.  क्या है लैंड फॉर जॉब मामला? “लैंड फॉर जॉब” घोटाला बिहार से जुड़ा एक बड़ा भ्रष्टाचार मामला है, जिसमें आरोप है कि रेलवे में नौकरियां देने के बदले जमीन ली गई. यह घोटाला उस समय का बताया जाता है जब लालू प्रसाद यादव केंद्रीय रेल मंत्री थे (2004-2009). इस मामले में उनके परिवार के सदस्यों, खासतौर पर उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव पर भी आरोप लगे हैं.  आरोप है कि रेलवे में ग्रुप D और अन्य पदों पर भर्ती के बदले गरीब लोगों से उनकी जमीनें बहुत कम दामों पर ली गईं या गिफ्ट के रूप में ट्रांसफर करवाई गईं. ये जमीनें लालू यादव और उनके परिवार से जुड़े लोगों के नाम पर ली गईं.   सीबीआई और ईडी जांच   सीबीआई (CBI) और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले की जांच शुरू की. लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और उनके करीबी लोगों पर धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के तहत केस दर्ज किया गया. सीबीआई ने कई जगहों पर छापेमारी भी की और सबूत जुटाए.    इस घोटाले में क्या आरोप हैं?   1. रेलवे में नौकरी पाने वाले उम्मीदवारों से उनकी जमीनें ली गईं.  2. ये ज़मीनें बेहद कम कीमत पर परिवार के नाम ट्रांसफर की गईं.  3. बिना नियमों का पालन किए नौकरियां दी गईं.  4. कई संपत्तियां कथित रूप से बेनामी संपत्तियों के रूप में दर्ज हैं.   लालू परिवार का बचाव   लालू यादव और उनके परिवार का कहना है कि यह मामला नेतृत्वक प्रतिशोध के तहत उठाया गया है और उनके खिलाफ साजिश की जा रही है. यह भी पढ़ें: Bihar Teacher: इन शिक्षकों की बल्ले-बल्ले! जल्द मिलेगा प्रशासनी टीचर का दर्जा, मिलेगा अपॉइंटमेंट लेटर The post Lalu Yadav: लालू यादव और तेजस्वी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें! “लैंड फॉर जॉब” मामले में आज आ सकता है फैसला appeared first on Naya Vichar.

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Aashram 3: आश्रम में बाबा निराला का रोल करने पर बॉबी देओल ने तोड़ी चुप्पी, कहा- जब ये किरदार हुआ तो चौंक गया…

Aashram 3: लोकप्रिय वेब सीरीज आश्रम सीजन 3 पार्ट 2 का टीजर आ चुका है, जिसपर यूजर्स का पॉजिटिव रिस्पांस आया था. अब तक इसके सारे सीजन सुपरहिट हुए हैं. आश्रम 3 पार्ट- 2, 27 फरवरी से अमेजन एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम होने के लिए पूरी तरह से तैयार है. इसे आप फ्री में देख सकते हैं. बाबा निराला के रोल में बॉबी देओल नजर आए हैं, जो सीरीज में बेहतरीन लगे हैं. एक इंटरव्यू में एक्टर ने बताया कि कैसे प्रकाश झा ने उन्हें ये किरदार दिया. साथ ही बॉबी ने खुलासा किया कि इस किरदार ने उन्हें अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने का मौका दिया. बॉबी देओल ने बाबा निराला के किरदार को लेकर कही ये बात बॉबी देओल ने एएनआई से बात करते हुए बताया कि जब उनसे आश्रम में बाबा निराला का रोल करने के लिए प्रकाश झा ने अप्रोच किया तो, उनकी क्या स्थिति थी. इसपर एक्टर ने कहा, “मैं ऐसा किरदार निभाना चाहता था जो मेरे कम्फर्ट जोन से बाहर हो. जब एक बार इंडस्ट्री में आपकी छवि बन जाती है, तो आपको उसी हिसाब से काम मिलता है. मुझे प्रकाश जी का मैसेज आया कि वो मुझसे मिलना चाहते हैं. जब मैं उनसे मिला और मैंने कहानी सुनी तो मुझे लगा कि वो मुझे पुलिस ऑफिसर का रोल ऑफर करेंगे क्योंकि मैं उस रोल को निभाने के लिए काबिल था लेकिन उन्होंने मुझसे कहा कि वो चाहते हैं कि मैं बाबा का किरदार निभाऊं. मुझे लगा कि मैं कुछ गलत सुन रहा हूं, लेकिन उन्हें पूरा भरोसा था कि मैं इस किरदार को निभा पाऊंगा. जैसा मैं चाह रहा था वैसा ही हो गया. भगवान मुझ पर दयालु थे.” #WATCH मुंबई: ‘एक बदनाम आश्रम’ सीरीज के आगामी सीजन 3 के पार्ट 2 को लेकर अभिनेता बॉबी देओल ने कहा, “मैं ऐसा किरदार निभाना चाहता था जो मेरे कम्फर्ट जोन से बाहर हो…जब एक बार इंडस्ट्री में आपकी छवि बन जाती है तो आपको उसी हिसाब से काम मिलता है। मुझे प्रकाश जी का मैसेज आया कि वो… pic.twitter.com/G4ohnfDRzb — ANI_HindiNews (@AHindinews) February 25, 2025 बॉबी देओल की अपकमिंग फिल्म बॉबी देओल की आने वाली फिल्मों में हाउसफुल 5, अल्फा, जना नायगन शामिल हैं. हाउसफुल 5 में हाउसफुल कॉमेडी सीरीज की पांचवीं किस्त है, जिसमें जैकी श्रॉफ, डिनो मोरिया, जैकलीन फर्नांडीज, नरगिस फाखरी, सोनम बाजवा,अक्षय कुमार, रितेश देशमुख, अभिषेक बच्चन, संजय दत्त सहित कई अन्य स्टार्स हैं. जबकि अल्फा में आलिया भट्ट औऱ शरवरी वाघ में काम किया हैं. Naya Vichar Premium Story- 10 Years Box Office Report : 2014-2024 तक गणतंत्र दिवस पर रिलीज हुई फिल्मों का बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट The post Aashram 3: आश्रम में बाबा निराला का रोल करने पर बॉबी देओल ने तोड़ी चुप्पी, कहा- जब ये किरदार हुआ तो चौंक गया… appeared first on Naya Vichar.

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PM Kisan Samman Nidhi Yojana: 19वीं किस्त का पैसा नहीं आया? ऐसे करें ऑनलाइन चेक और पाएं ₹2,000

PM Kisan Samman Nidhi Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सोमवार, 24 फरवरी को बिहार के एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे. इस दौरान उन्होंने भागलपुर से देशभर के किसानों को बड़ी सौगात दी. पीएम मोदी ने पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Samman Nidhi Yojana) के तहत 19वीं किस्त जारी की, जिससे 9.8 करोड़ से अधिक किसानों को 21,500 करोड़ रुपये से अधिक की आर्थिक सहायता प्रदान की गई. यह योजना छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक सहायता देने के उद्देश्य से चलाई जा रही है. पीएम किसान सम्मान निधि योजना क्या है? प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-KISAN) योजना केंद्र प्रशासन की एक पहल है, जिसके तहत पात्र किसानों को हर साल ₹6,000 की आर्थिक सहायता दी जाती है. यह राशि तीन किस्तों में (₹2,000 प्रति किस्त) सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की जाती है. 19वीं किस्त का पैसा किन किसानों को मिला? जिन किसानों के बैंक खाते आधार से लिंक हैं. जिन्होंने ई-केवाईसी (e-KYC) पूरी कर ली है. योजना की योग्यता शर्तों को पूरा करने वाले किसान. जिनका बैंक खाता एक्टिव और NPCI से जुड़ा हुआ है. इन कारणों से नहीं मिला 19वीं किस्त का पैसा अगर आपकी 19वीं किस्त की राशि अभी तक नहीं आई है, तो इसकी वजह निम्न हो सकती है: ई-केवाईसी अधूरी रह गई है – प्रशासन ने e-KYC अनिवार्य कर दिया है. बैंक खाते में कोई समस्या – खाता निष्क्रिय होने या NPCI से लिंक न होने के कारण पैसा ट्रांसफर नहीं हो सकता. आधार कार्ड से खाता लिंक न होना – आधार से बैंक अकाउंट का लिंक होना जरूरी है. गलत दस्तावेज जमा करना – अगर कोई जानकारी गलत है, तो किस्त रुक सकती है. भूमि रिकॉर्ड में गड़बड़ी – योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलता है, जिनका नाम सही तरीके से भूमि रिकॉर्ड में दर्ज है. 19वीं किस्त का पैसा चेक करने के लिए करें ये स्टेप्स अगर आपको ₹2,000 की राशि नहीं मिली है, तो आप इस प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं: पीएम किसान की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in पर जाएं. “Beneficiary Status” (लाभार्थी स्थिति) विकल्प पर क्लिक करें. अपना रजिस्ट्रेशन नंबर या मोबाइल नंबर दर्ज करें. कैप्चा कोड भरें और “Get Data” पर क्लिक करें. आपकी किस्त का स्टेटस स्क्रीन पर दिख जाएगा. किस्त न मिलने पर शिकायत कैसे करें? अगर आपकी किस्त रुकी हुई है, तो आप इन माध्यमों से शिकायत दर्ज करा सकते हैं: पीएम किसान हेल्पलाइन नंबर: 011-24300606, 155261 ईमेल आईडी: pmkisan-ict@gov.in राज्य के कृषि विभाग से संपर्क करें Premium Story: क्या बॉलीवुड वालों का बोरिया–बिस्तर बांध देंगे साउथ वाले? दर्शकों के ना जुड़ पाने का यहां जानें कारण The post PM Kisan Samman Nidhi Yojana: 19वीं किस्त का पैसा नहीं आया? ऐसे करें ऑनलाइन चेक और पाएं ₹2,000 appeared first on Naya Vichar.

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महाशिवरात्रि में शिव-उपासना करने से है कई तरह का लाभ, यहां जानें

Mahashivratri 2025 Puja Benefits: भगवान शिव की उपासना के अनेक विधियाँ हैं जो सनातन धर्म में प्रचलित हैं. महाशिवरात्रि का पर्व विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन को भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह के उत्सव के रूप में मनाया जाता है. यह हिंदू धर्म का एक प्रमुख त्योहार है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, महाशिवरात्रि का व्रत रखने से इच्छित जीवनसाथी की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही, भोलेनाथ महाशिवरात्रि के व्रत करने वालों को आर्थिक और पारिवारिक समस्याओं से भी मुक्त करते हैं. हालांकि, महाशिवरात्रि व्रत के व्यावहारिक लाभों के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. आइए जानें ज्योतिषाचार्य डॉ एन के बेरा से इसके बारे में कल है महाशिवरात्रि, 144 वर्षों बाद बन रहा है शुभ संयोग महाशिवरात्रि में शिव-उपासना से लाभ महाशिवरात्रि में शिवालय जाकर शिव लिंग पर बम-बम कहते हुए जल चढाने से शिवजी प्रसन्न होते हैं और मनुष्य को हर पापों से छुटकारा मिल जाता है. शिव उपासना से मनुष्य को जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विजय तथा सफलता प्राप्त करता है. महाशिवरात्रि व्रत से अकाल मृत्यु के भय से मुक्त होता है तथा सदैव रोग मुक्त भी रहता है. भगवान शिव सौभाग्य दायक हैं अतः महाशिवरात्रि के अवसर पर कुवांरी कन्या द्वारा इनकी आराधना करने से मनोवांछित वर प्राप्ति होती है. शिवजी के उपासना करने से परिवार में सुख-सम्पन्नता,धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है.व्यवसाय में उन्नति तथा दुःख-दरिद्रता,निःसन्तान को संतान सुख प्राप्त होता है. शिव लिंग पर जलाभिषेक तथा विल्वपत्र चढ़ाने भगवान शिव प्रसन्न होते हैं संतान को हर कष्ट से छुटकारा मिलता है. महाशिवरात्रि के दिन सुबह तथा सांयकाल पंचाक्षर मंत्र नमः शिवाय या ऊँ हौं जूं सः मंत्र का 108 बार जप करने से हर मनोकामना पूरी होती है. हो रहा है शिवयोग का निर्माण इस विशेष दिन पर शिवयोग का निर्माण हो रहा है, जो मध्य रात्रि 12:05 तक जारी रहेगा। इसके पश्चात सिद्ध योग प्रारंभ होगा. इस दिन धनिष्ठा नक्षत्र का भी संयोग बन रहा है, जो प्रातः 8:12 से अगले दिन शनिवार को प्रातः 6:42 तक रहेगा. यह तिथि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है, जो रात्रि 7:50 बजे आएगी. इसके बाद चतुर्दशी का आगमन होगा. महाशिवरात्रि महा चतुर्दशी के दिन ही मनाई जाती है, जो अगले दिन 9 मार्च को शनिवार की संध्या 5:09 बजे तक ही रहेगी. नया विचार प्रीमियम स्टोरी यहां पढ़ें: झारखंड के इस मंदिर में पूरी होती है मनोकामना, पाहन करते हैं मुंडारी भाषा में मंत्रोच्चार The post महाशिवरात्रि में शिव-उपासना करने से है कई तरह का लाभ, यहां जानें appeared first on Naya Vichar.

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महाशिवरात्रि का है विशेष महत्व, शिवजी के विवाह को लेकर ये है मान्यता

Maha Shivratri 2025: महाशिवरात्रि के दिन ही शिवजी वैराग्य जीवन छोड़कर गृहस्थ जीवन में प्रवेश किया था.इसी दिन रात में भगवान शिव एवं माता पार्वती का विवाह हुआ था.दूसरी मान्यता के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन शिवजी पहली बार प्रकट हुए थे.शिव का प्राकट्य ज्योर्तिलिंग यानी अग्नि के शिवलिंग के रूप में था.महाशिवरात्रि के दिन ही शिवलिंग 64 अलग-अलग जगहों पर प्रकट हुए थे.मान्यता है कि इस दिन माता पार्वती के साथ शिवजी की पूजा करने से सभी परेशानियों से छुटकारा मिलता है. भगवान् शिव और उनका नाम समस्त मंगलों का मूल है.वे कल्याण की जन्मभूमि,परम कल्याणमय तथा शांति के आगार है.वेद तथा आगमों में शिवजी को विशुद्ध ज्ञानस्वरूप बताया गया है.समस्त विद्याओं के मूल स्थान भी भगवान शिव ही है.वे सबके मूल कारण,रक्षक,पालक तथा नियन्ता होने के कारण महेश्वर कहे जाते हैं.उनका आदि और अन्त न होने से अनन्त हैं. कल है महाशिवरात्रि, 144 वर्षों बाद बन रहा है शुभ संयोग भगवान शिव को लिंग रूप से पूजा का अर्थ महाशिवरात्रि यह परमब्रह्म शिव का लिंग रूप में साकार प्रकटीकरण का पर्व है.विश्वभर में फैले हुए शिवभक्त इसदिन अति श्रद्धा एवं विश्वास के साथ जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक,रूद्राभिषेक इत्यादि विविध प्रकार से पूजा-आराधना करते हैं.जगह-जगह शिवालयों से निकली शिव बरात देशवासियों की श्रद्धा को समेटती भक्ति भाव लुटाती एक अतुलनीय वातावरण का सृजन कर देती है. भगवान् शिव को लिंगरूप से पूजा-उपासना का तात्पर्य यह है कि शिव,पुरूष लिंगरूपसे इस प्रकृतिरूपी संसारमें स्थित है.यही सृष्टिकी उत्पत्तिका मूलरूप है.त्रयम्बकं यजामहे शिव उपासना का महामंत्र है.शिवपुराण में शिव को संसार की उत्पत्ति का कारण और परब्रह्म कहा गया है.भगवान शिव ने ब्रह्मा और विष्णु के बीच श्रेष्ठता को लेकर हुए विवाद को सुलझाने के लिए एक दिव्य लिंग प्रकट किया था.इस लिंग का आदि और अंत ढूंढ़ते हुए ब्रह्मा और विष्णु को शिव के परब्रह्म स्वरूप का ज्ञान हुआ.इसी समय से शिव ही पूर्ण पुरूष और निराकार परब्रह्म है.इसी के प्रतीकात्मक रूप में शिव के लिंग की पूजा की जाती है.शास्त्रों के अनुसार शिवलिंग में सभी देवताओं का पूजन बिना आह्वान विसर्जन किया जा सकता है. नया विचार प्रीमियम स्टोरी यहां पढ़ें: झारखंड के इस मंदिर में पूरी होती है मनोकामना, पाहन करते हैं मुंडारी भाषा में मंत्रोच्चार महाशिवरात्रि में भोलेनाथ की उपासना के लिए आवश्यक बातें स्नान आदि से निबृत्त होकर शुद्ध वस्त्र धारण करें.संभव हो तो सिले हुए वस्त्र धारण न करें.शुद्ध आसन पर पूर्व या उत्तर मुख होकर बैठे.संकल्प करें तथा शिवपूजन के लिए निम्न बातों का विशेष ध्यान रखें— शिवजी की पूजा के समय भस्म,त्रिपुन्ड और रूदाक्षमाला धारण करें. भगवान शिव की पूजा में विशेष पत्र और पुष्प में,बिल्व-पत्र प्रधान हैं,किन्तु बिल्व पत्र में चक्र और वज्र नहीं होना चाहिए.बिल्व-पत्र चढ़ाते समय बिल्व-पत्र में तीन से लेकर ग्यारह दलों तक के बिल्व-पत्र प्राप्त होते हैं.ये जितने अधिक पत्रों का हो,उतने ही उत्तम माने जाते हैं,यदि तीन में से कोई दल टूट गया हो तो वह बिल्व पत्र नहीं चढ़ाना चाहिए. आक का फूल और धतुरे का फूल भी शिव पूजा के विशेष सामग्री है,किन्तु सर्वश्रेष्ठ पुष्प है नीलकमल का.उसके अभाव में कोई भी कमल का पुष्प भगवान शिव को चढा़ सकते हैं. शिवजी के पूजा में तिल का प्रयोग नहीं होना चाहिए और चम्पा का पुष्प नहीं चढ़ाना चाहिए. शिवजी को भांग का भोग अवश्य लगाना चाहिए.लोगों की यह धारणा है कि शिवजी को लगाया गया भोग भक्षण नहीं करना चाहिए.केवल शिवलिंग को स्पर्श कराया गया भोग नहीं लेना चाहिये. शिव की परिक्रमा में सम्पूर्ण परिक्रमा नहीं की जाती.जिधर से चढ़ा हुआ जल निकलता है,उस नाली का उल्लंघन नहीं करें.वहाँ से परिक्रमा उल्टी की जाती है. शिवजी की पूजा में कुटज,नागकेशर,मालती,चम्पा,चमेली,कुन्द,जूहि,रक्तजवा,मल्लिका,केतकी(केवडा)के पुष्प नहीं चढ़ाना चाहिए. The post महाशिवरात्रि का है विशेष महत्व, शिवजी के विवाह को लेकर ये है मान्यता appeared first on Naya Vichar.

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कल है महाशिवरात्रि, 144 वर्षों बाद बन रहा है शुभ संयोग

Maha Shivratri 2025: सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड को ज्योतिलिंग के रूप में प्रकट करनेवाली महारात्रि-महाशिवरात्रि का परम- पावन- पर्व महाशिवरात्रि 26 फरवरी 2025,बुधवार को पड़ रहा है.आज का दिन शिव भक्तों तथा सनातन धर्मियों के लिए महत्वपूर्ण माना गया है.इस वर्ष का महाशिवरात्रि पर्व 144 वर्षों वाद महाकुंभ के अंतिम अमृत स्नान का संयोग भी बना हुआ है. शिव मन्दिरों में होती है विशेष पूज विश्वभर में फैले शिवानुरागी शिव भक्त अत्यन्त श्रद्धा-विश्वास के साथ जलाभिषेक-दुग्धाभिषेक-विल्व पत्राभिषेक तथा अन्यान्य विधियों से शिव पूजन कर व्रत रखकर मनाते हैं.देश भर के द्वादश ज्योतिलिंग के साथ-साथ सभी शिव मन्दिरों में विशेष पूजनः अनुष्ठान का कार्य सम्पन्न होगा. महाशिवरात्रि का है विशेष महत्व, शिवजी के विवाह को लेकर ये है मान्यता शिवभक्ति में लोग होते हैं सराबोर शास्त्रीय मान्यता एवं परम्परा के अनुसार आज के दिन बाबा भोलेनाथ का माता पार्वती के साथ विवाह हुआ था.इसलिए औघड़दानी बाबा भोलेनाथ के भक्त शिवभक्ति में सराबोर होकर शिव बारात निकालकर तथा व्रत रखकर अभिषेक करके मस्ती में आकर शिवरात्रि पर्व मनाते हैं. फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को महाशिवरात्रि मनायी जाती है.शिवभक्तों के लिए शिवरात्रि का व्रत एवं भगवान् शिव की पूजा विशेष फलदायी है.महाशिवरात्रि शिव और शक्ति का मिलन का दिन है.मान्यता है कि इस समय भगवान् शिव का अशं प्रत्येक शिवलिंग में पूरे दिन और रात मौजूद रहता है. भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा से होता है इन्हें फायदा महाशिवरात्रि में शिवजी की पूजा और उपासना करने से शिवजी शीघ्र प्रसन्न हो जाते हैं तथा भक्तों का हर मनोकामना पूरी करते हैं.स्थाई सुख-समृद्धि,संतान सुख,आयु-आरोग्य की बृद्धि,रोग बाधा से छुटकारा मिलता है.जिन व्यक्तियों की जन्म कुण्डली में कालसर्प दोष,विष योग,शनि की आढैया तथा साढ़ेसाती,साथ ही मंगली दोष व्याप्त है उन्हें शिवरात्रि का व्रत एवं भगवान शिव की विधिपूर्वक पूजा उपासना करना चाहिए. महाशिवरात्रि व्रत से बढ़कर और कोई व्रत नहीं जिन लोगों के घर में कलह,वाद-विवाद,लड़ाई-झगड़े से परेशानी,मामला मुकदमा,आर्थिक हानि,चालू व्यापार बंद हो जाना,भाग्य बाधा,संतान हीनता,विवाह बाधा तथा सुखद दाम्पत्य जीवन के लिए महाशिवरात्रि व्रत से बढ़कर और कोई व्रत नहीं हैं. 60 वर्षों बाद बन रहा है त्रिग्रही योग इस वर्ष 2025 में महाशिवरात्रि पर्व के तीन दुर्लभ संयोग बन रहा है. 60 वर्षों बाद त्रिग्रही योग(सूर्य,बुध व शनि कुंभ राशि में रहेंगे),31 वर्षों बाद बुधादित्य योग तथा 7 वर्ष वाद बुधवार का संयोग तथा श्रवण व धनिष्ठा नक्षत्र का युग्म संयोग. 26 फरवरी बुधवार त्रयोदशी तिथि दिवा 9 बजकर 19 मिनट तक उपरांत चतुर्दशी तिथि का का शुरूआत होगी. चतुर्दशी तिथि का समापन 27 फरवरी बृहस्पतिवार दिवा 8 बजकर 09 मिनट पर होगी,श्रवण नक्षत्र दिवा 4 बजकर 10 तक उपरांत धनिष्ठा नक्षत्र,शिवयोग रात्रि 12 बजकर 03 मिनट तक उपरांत सिद्ध योग है. चन्द्रमा मकर राशि में रात्रि 3.50 के उपरांत कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे.इस दिन सुबह से लेकर रात्रि जागरण कर शिव पूजा का विधान है. नया विचार प्रीमियम स्टोरी यहां पढ़ें: झारखंड के इस मंदिर में पूरी होती है मनोकामना, पाहन करते हैं मुंडारी भाषा में मंत्रोच्चार चार पहर की पूजा का है विशेष महत्व महाशिवरात्रि के अवसर पर निर्जला व्रत रखकर रात्रि के चारों पहरों में चार बार पूजा करते हैं उन्हें शिवजी के विशेष कृपा मिलता है.समस्त संकट दूर हो जाता है.मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. रात्रि के प्रथम पहर में पूजा का समय-सायं 6 बजकर 19 मिनट से लेकर रात्रि 9 बजकर 26 मिनट रात्रि के द्वितीय पहर में पूजा का समय-रात्रि 9 बजकर 26 मिनट से (27 फरवरी) की अर्धरात्रि 12 बजकर 34 मिनट रात्रि के तृतीय पहर में पूजा के समय-अर्धरात्रि 12 बजकर 34 मिनट से रात्रि 3 बजकर 41 मिनट रात्रि के चतुर्थ पहर पूजा के समय –(27 फरवरी) सुबह 3 बजकर 41 मिनट से प्रातः 6 बजकर 48 मिनट The post कल है महाशिवरात्रि, 144 वर्षों बाद बन रहा है शुभ संयोग appeared first on Naya Vichar.

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ग्रुप ए अपडेटेड प्वाइंट्स टेबल, जानें कब होगा भारत का अगला मैच और सेमीफाइनल में किस टीम से हो सकती है भिड़ंत

Champions Trophy 2025: न्यूजीलैंड ने 24 फरवरी को बीती रात रावलपिंडी में बांग्लादेश को 5 विकेट से हराकर चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की कर ली. इस जीत के साथ पाकिस्तान और बांग्लादेश दोनों ही टूर्नामेंट से बाहर हो गए. चैंपियंस ट्रॉफी के ओपनिंग मैच में न्यूजीलैंड ने पाकिस्तान को 60 रनों से हराकर उसका रास्ता मुश्किल किया ही था कि हिंदुस्तान ने भी 23 फरवरी को दुबई में उसे 6 विकेट से शिकस्त देकर पूरी तरह बाहर ही कर दिया था. अब बांग्लादेश की हार से उसकी आखिरी उम्मीद भी समाप्त हो गई. ग्रुप ए में चार टीमों ने अब तक चार मैच स्पोर्ट्से हैं, जिसमें न्यूजीलैंड और हिंदुस्तान दो-दो मैच जीतकर टॉप हैं, वहीं बांग्लादेश और पाकिस्तान नीचे की दो पोजीशन पर हैं.  लाहौर में बांग्लादेश के खिलाफ स्पोर्ट्से गए मैच में न्यूजीलैंड के लिए जीत काफी आरामदायक रही, हालांकि बांग्लादेश के कप्तान नजमुल हसन शांतो ने 77 रनों की पारी स्पोर्ट्सकर अपनी टीम को संभालने की कोशिश की. बांग्लादेश की पूरी टीम 237 रनों का लक्ष्य ही सेट कर सकी, जिसमें माइकल ब्रेसवेल ने अपने वनडे करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 4 विकेट लिए (4-26).  लक्ष्य का पीछा करने उतरी न्यूजीलैंड की टीम शुरुआत में लड़खड़ा गई, जब उनके पहले मैच के शतकवीर विल यंग पहले ही ओवर में तस्किन अहमद की गेंद पर शून्य पर आउट हो गए. इसके बाद चौथे ओवर के अंदर ही कप्तान केन विलियमसन भी पवेलियन लौट गए, जिससे न्यूजीलैंड का स्कोर 15/2 हो गया. हालांकि, रचिन रविंद्र ने, जो पहली बार वनडे में नंबर 4 पर बल्लेबाजी कर रहे थे, पारी को संभाला और चौथा शतक जमाया. लक्ष्य के करीब पहुंचने से पहले लैथम और रविंद्र दोनों आउट हो गए, लेकिन ग्लेन फिलिप्स और माइकल ब्रेसवेल ने टीम को जीत दिलाई. ब्रेसवेल ने विजयी चौका लगाकर मैच 23 गेंद शेष रहते खत्म कर दिया.  ग्रुप ए अपडेटेड प्वाइंट्स टेबल इस जीत के साथ न्यूजीलैंड ग्रुप ए में हिंदुस्तान को नेट रन रेट (NRR) के आधार पर पछाड़कर शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है. वहीं, पाकिस्तान और बांग्लादेश टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. पाकिस्तान को अब तक कोई अंक नहीं मिला है और उनका NRR सबसे खराब है, जिससे वे ग्रुप में सबसे नीचे हैं. न्यूजीलैंड का रनरेट +0.863 है, वहीं हिंदुस्तान +0.647 के साथ दूसरे नंबर पर है. बांग्लादेश -0.443 और पाकिस्तान -1.087 रनरेट के साथ क्रमशः तीसरे और चौथे नंबर पर हैं.  अब इस ग्रुप के दो मैच बचे हैं. जिसमें बांग्लादेश और पाकिस्तान 26 फरवरी को मैच स्पोर्ट्सेंगे. जबकि हिंदुस्तान और न्यूजीलैंड इस चैंपियंस ट्रॉफी का आखिरी नॉकआउट मैच 2 मार्च को स्पोर्ट्सेंगे. यह मैच दुबई में होगा. वहीं हिंदुस्तान सेमीफाइनल के लिए भी क्वालिफाई कर चुका है, ऐसे में वह 4 मार्च को दुबई में उसका मैच ग्रुप बी के टॉप क्वालिफाईंग टीम से होगा. वहीं न्यूजीलैंड का मैच 5 मार्च को होगा, जिसमें ग्रुप बी की दूसरी नंबर की टीम से होगा.   चैंपियंस ट्रॉफी 2025: ग्रुप ए प्वाइंट्स टेबल टीम स्पोर्ट्से जीते हारे बेनतीजा टाई अंक NRR न्यूजीलैंड 2 2 0 0 0 4 +0.863 हिंदुस्तान 2 2 0 0 0 4 +0.647 बांग्लादेश 2 0 2 0 0 0 -0.443 पाकिस्तान 2 0 2 0 0 0 -1.087 हिंदुस्तान और न्यूजीलैंड की टीमें इस प्रकार हैं: हिंदुस्तान: रोहित शर्मा (कप्तान), शुबमन गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, अक्षर पटेल, केएल राहुल (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, हर्षित राणा, मोहम्मद शमी, कुलदीप यादव, ऋषभ पंत, वाशिंगटन सुंदर, वरुण चक्रवर्ती, अर्शदीप सिंह. न्यूजीलैंड: मिशेल सेंटनर (कप्तान), विल यंग, डेवोन कॉनवे, केन विलियमसन, डेरिल मिशेल, टॉम लैथम (विकेटकीपर), ग्लेन फिलिप्स, माइकल ब्रेसवेल, नाथन स्मिथ, मैट हेनरी, विलियम ओ’रोर्के, रचिन रविंद्र, मार्क चैपमैन, काइल जैमीसन, जैकब डफी. नया विचार प्रीमियम स्टोरी:- इंडो–पैसिफिक रीजन का विवाद क्या है? हिंदुस्तान के महत्व को दरकिनार कर चीन क्यों दिखाना चाहता है दादागिरी Mughal Harem Stories : मुगल स्त्रीएं आराम पसंद थीं, खाना बनाना भी नहीं आता था, जानिए क्या थी शिक्षा की स्थिति The post ग्रुप ए अपडेटेड प्वाइंट्स टेबल, जानें कब होगा हिंदुस्तान का अगला मैच और सेमीफाइनल में किस टीम से हो सकती है भिड़ंत appeared first on Naya Vichar.

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