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March 5, 2025

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Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: भिड़े ने गुरुचरण से उनके बुरे वक्त में बात न करने पर तोड़ी चुप्पी, कहा- किसी के पास…

Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: हिंदुस्तानीय टेलीविजन पर सबसे लोकप्रिय और लंबे समय तक चलने वाले शो में से एक, तारक मेहता का उल्टा चश्मा पिछले 17 सालों से दर्शकों का मनोरंजन कर रहा है. इस शो की सोशल मीडिया पर तगड़ी फैन-फॉलोइंग है. फैंस एक भी एपिसोड देखना मिस नहीं करते हैं. हर एक कैरेक्टर काफी पॉपपुलर है. फैंस उनकी डे टूडे लाइफ के बारे में जानना पसंद करते हैं. अब भिड़े की भूमिका निभाने वाले मंदार चंदवाडकर ने इस बात का खुलासा किया कि उन्होंने गुरुचरण सिंह से उनके बुरे वक्त में बात क्यों नहीं की. मंदार ने क्यों नहीं की गुरुचरण सिंह से बात हाल ही में, मंदार चंदवाडकर ने सुभोजित घोष के साथ एक इंटरव्यू में गुरुचरण से बात नहीं करने पर रिएक्ट किया. उन्होंने कहा कि गुरुचरण ने अपना नंबर बदल लिया था और नया नंबर मेरे पास नहीं था. एक्टर ने कहा, ”नहीं मेरी गुरुचरण से बात नहीं हो पाई, क्योंकि उसने अपना नंबर बदल लिया था. उनका दूसरा नंबर किसी के पास नहीं था.” नया विचार की प्रीमियम स्टोरी: Child Mental Health : शिशु हो रहे हैं दबंग, रेप और आत्महत्या करने में भी नहीं करते संकोच, जानिए क्या है वजह मंदार चंदवाडकर को गुरुचरण के बारे में सोशल मीडिया से मिली जानकारी मंदार ने आगे कहा, “आखिरकार हमें पता चला कि वह ठीक हैं, सोशल मीडिया का धन्यवाद, आजकल पता चल जाता है. मुझे खुशी है कि वह अब अच्छा महसूस कर रहा है और वह जो भी करे, उसके लिए मैं उसे शुभकामनाएं देता हूं.” गुरुचरण सिंह, टीएमकेओसी में सोढ़ी के रूप में जाने जाते हैं. हालांकि एकाएक समाचार आई कि वह गायब हो गए हैं. पुलिस उन्हें ढूढ़ने की कोशिश कर रही थी. तभी वह अचानक वापस आ गए और कहा कि वह आध्यात्मिक यात्रा पर निकले थे. The post Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: भिड़े ने गुरुचरण से उनके बुरे वक्त में बात न करने पर तोड़ी चुप्पी, कहा- किसी के पास… appeared first on Naya Vichar.

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तेजस्वी ने कांग्रेस शासनकाल पर खुलकर उठाए सवाल, क्या बिहार महागठबंधन में शुरू हो गयी खटर-पटर?

बिहार में इस साल ही विधानसभा चुनाव होना है. चुनावी वर्ष में विधानमंडल का बजट सत्र चल रहा है. आने वाले चुनाव में राजद और कांग्रेस के बीच के रिश्ते को लेकर कयासों का दौर चल रहा है. कांग्रेस 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का दावा ठोक रही है और राजद इस मुद्दे पर खामोशी बनाए हुए है. इस बीच तेजस्वी यादव ने 1990 से पहले की बात करते हुए कांग्रेस शासनकाल पर भी सवाल उठा दिए. कांग्रेस और मौजूदा प्रशासन पर तेजस्वी का निशाना दरअसल, तेजस्वी यादव बिहार में 1990 के बाद और पहले के हालात की बात कर रहे थे. राजद सुप्रीमो लालू यादव के कामकाजों की तारीफ करते हुए तेजस्वी यादव ने 1990 से पहले की कांग्रेस हुकूमत और मौजूदा प्रशासन की आलोचना की. तेजस्वी ने पूछा- ‘इन दोनों ने बिहार को क्या दिया? लोगों को यह पता है.’ ALSO READ: Video: बिहार विधानसभा में तेजस्वी और सम्राट खूब बमके, एक दूसरे के पिता पर पहुंच गयी बात लालू-राबड़ी शासनकाल की तारीफ की तेजस्वी यादव ने लालू-राबड़ी शासनकाल को समाज के अंतिम आदमी को आवाज देने वाला राज बताया. उन्होंने कहा कि पिछड़े, अति पिछड़े और दलित विधायक-एमएलसी, सांसद और आयोगों के चेयरमैन और सदस्य बनाये गए. मौजूदा प्रशासन को तेजस्वी ने घेरा तेजस्वी यादव ने मौजूदा प्रशासन को घेरते हुए कहा कि 2005 से पहले भी बिहार में बहुत कुछ था. लालू प्रसाद ने कभी पुरानी प्रशासन को दोष नहीं दिया. उन्होंने कहा कि मेरी चिंता प्रशासन नहीं बिहार को नये सिरे से बनाने की है. छपरा में हुए चुल्हाई तेली कांड पर पूर्व की प्रशासन को घेरा नेता प्रतिपक्ष ने 1990 से पहले छपरा में हुए चुल्हाई तेली कांड का जिक्र किया और बताया कि सामंतवादियों ने सामाजिक न्याय की लड़ाई करने वाले एक शख्स ने भोज का आयोजन करने वाले का कान काट लिया था. तेजस्वी यादव ने तब के प्रशासन को घेरते हुए कहा कि प्रशासन ने तब कुछ नहीं किया और पीड़ित को न्याय नहीं मिला. The post तेजस्वी ने कांग्रेस शासनकाल पर खुलकर उठाए सवाल, क्या बिहार महागठबंधन में शुरू हो गयी खटर-पटर? appeared first on Naya Vichar.

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मर्डर से पहले वो आखिरी कॉल ‘भैया कुछ लड़कों ने मुझे…’, बिहार में इंटर छात्र की चाकू से गोदकर हत्या

Bihar News: बिहार के बेतिया में मंगलवार रात एक इंटर के छात्र की निर्मम हत्या कर दी गई. मुफस्सिल थाना क्षेत्र के ITI स्थित आरडी लाइब्रेरी के पास बदमाशों ने पहले छात्र के साथ मारपीट की फिर चाकू से हमला कर दिया. चाकू इतनी ताकत से घोंपा गया कि वह सीने को पार कर गया. छात्र को आनन-फानन में GMCH ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. फोन पर मांगी थी मदद, भाई के सामने हुई हत्या मृतक की पहचान पूर्वी करगहिया निवासी 17 वर्षीय दिव्यांशु कुमार के रूप में हुई है. उसके भाई प्रियांशु कुमार के मुताबिक, घटना के वक्त दिव्यांशु ने उसे फोन कर कहा, “भैया, कुछ लड़कों ने मुझे घेर लिया है और मार रहे हैं.” जब वह मौके पर पहुंचा, तो देखा कि कुछ युवक उसके भाई को बेरहमी से पीट रहे थे. इससे पहले कि वह कुछ कर पाता, एक आरोपी ने चाकू घोंप दिया जिससे दिव्यांशु की मौके पर ही मौत हो गई. हत्या के बाद इलाके में बवाल, आगजनी घटना की समाचार मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया. स्थानीय लोगों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने आरोपियों के ठिकाने पर हमला बोल दिया. एक कमरे में पेट्रोल डालकर आग लगा दी गई और एक बाइक भी फूंक दी गई. पुलिस और दमकल विभाग की टीम ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया. नया विचार प्रीमियम स्टोरी: छत्रपति शिवाजी के साम्राज्य में क्या ‘गोवा’ भी था शामिल! अब क्यों उठा विवाद दो आरोपी गिरफ्तार, जांच जारी पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मझौलिया निवासी सरफराज और मेराज को हिरासत में लिया है. डीएसपी सदर-1 विवेक कुमार दीप ने बताया कि हत्या के पीछे के कारणों की जांच की जा रही है. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और इलाके में अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है. The post मर्डर से पहले वो आखिरी कॉल ‘भैया कुछ लड़कों ने मुझे…’, बिहार में इंटर छात्र की चाकू से गोदकर हत्या appeared first on Naya Vichar.

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Russia-Ukraine War: जेलेंस्की ने बदला रुख, ट्रंप के नेतृत्व में सहयोग को तैयार, रूस-यूक्रेन युद्ध पर शांति के संकेत

Russia-Ukraine War: यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने मंगलवार को घोषणा की कि वह संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ खनिज और सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. इसके साथ ही उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मजबूत नेतृत्व में काम करने की प्रतिबद्धता भी व्यक्त की. हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि हाल ही में व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ हुई उनकी बैठक संतोषजनक नहीं रही. इसके बावजूद, उन्होंने यूक्रेन में शांति स्थापित करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई और ट्रंप द्वारा यूक्रेन को जेवेलिन मिसाइलें प्रदान करने के लिए आभार व्यक्त किया. शांति वार्ता के लिए यूक्रेन तैयार जेलेंस्की ने अपने बयान में कहा कि यूक्रेन शांति वार्ता के लिए पूरी तरह तैयार है. उन्होंने जोर देकर कहा कि कोई भी देश अनंतकाल तक युद्ध नहीं चाहता और इसलिए जल्द से जल्द एक ठोस समाधान निकालना आवश्यक है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यूक्रेन बातचीत की मेज पर आने के लिए तत्पर है ताकि स्थायी शांति स्थापित हो सके. उन्होंने आगे कहा कि युद्ध को समाप्त करने की प्रक्रिया के पहले चरण में कैदियों की रिहाई और हवाई हमलों को रोकने के लिए संघर्ष विराम जैसी पहल शामिल हो सकती हैं. अगर रूस भी इसी दिशा में कदम बढ़ाता है, तो यह युद्ध को शांत करने में मददगार साबित हो सकता है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ मिलकर एक मजबूत अंतिम समझौते पर सहमति बनाने के लिए यूक्रेन तेजी से काम करेगा. अमेरिका के समर्थन के लिए आभार यूक्रेनी राष्ट्रपति ने अमेरिका के समर्थन की सराहना करते हुए कहा कि वाशिंगटन ने यूक्रेन की संप्रभुता और स्वतंत्रता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. उन्होंने कहा कि वह उस पल को कभी नहीं भूल सकते जब ट्रंप ने यूक्रेन को जेवेलिन मिसाइलें प्रदान की थीं, जिससे सैन्य सुरक्षा को मजबूती मिली. जेलेंस्की ने इस सहयोग के लिए अमेरिका का आभार व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि दोनों देशों के बीच भविष्य में सहयोग और संवाद अधिक रचनात्मक होगा. खनिज और सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर को तैयार खनिज और सुरक्षा समझौते पर बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन किसी भी समय और किसी भी सुविधाजनक प्रारूप में इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है. उन्होंने इस समझौते को अधिक सुरक्षा और ठोस सुरक्षा गारंटी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया. उन्होंने भरोसा जताया कि यह समझौता प्रभावी रूप से काम करेगा और यूक्रेन के लिए आर्थिक और सामरिक रूप से लाभदायक साबित होगा. इसे भी पढ़ें: मौसम में बदलाव, अगले 48 घंटे भयंकर बारिश-आंधी-तूफान का हाई अलर्ट   व्हाइट हाउस की बैठक में बढ़ा तनाव पिछले शुक्रवार को व्हाइट हाउस में ट्रंप और जेलेंस्की के बीच हुई बैठक के बाद इस समझौते पर हस्ताक्षर करने की योजना को रोक दिया गया था. इस बैठक में ट्रंप और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने जेलेंस्की से कहा था कि उन्हें अमेरिका से अतिरिक्त सहायता की मांग करने के बजाय अमेरिकी समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहिए. ट्रंप ने यह भी कहा था कि यूक्रेन की नीतियां तीसरे विश्व युद्ध को बढ़ावा देने का खतरा पैदा कर सकती हैं. खनिज समझौते को लेकर बातचीत जारी अमेरिकी अधिकारियों ने कीव में यूक्रेनी अधिकारियों से खनिज समझौते पर हस्ताक्षर करने के संबंध में चर्चा की है. हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह समझौता किस रूप में सामने आएगा और इसमें कोई बदलाव किए गए हैं या नहीं. यह समझौता यूक्रेन को प्रत्यक्ष सुरक्षा गारंटी प्रदान नहीं करता, बल्कि अमेरिका को यूक्रेन के प्राकृतिक संसाधनों से होने वाली आय तक पहुंच प्रदान करता है. इसके तहत यह प्रस्तावित किया गया था कि यूक्रेनी प्रशासन अपने राज्य-स्वामित्व वाले प्राकृतिक संसाधनों से होने वाली कमाई का 50 प्रतिशत अमेरिका-यूक्रेन संयुक्त पुनर्निर्माण निवेश कोष में योगदान करेगी. ट्रंप का रुख सोमवार को ट्रंप ने संकेत दिया कि उनकी प्रशासन इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि अमेरिका यूक्रेन के समर्थन में हर संभव कदम उठा रहा है और उसने यूरोपीय देशों की तुलना में यूक्रेन को कहीं अधिक सहायता प्रदान की है. उन्होंने यह भी कहा कि यूरोप को भी यूक्रेन के समर्थन में अधिक योगदान देना चाहिए था. यूक्रेन और अमेरिका के बीच खनिज और सुरक्षा समझौते को लेकर जारी चर्चाएं आगे बढ़ रही हैं. जेलेंस्की इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार हैं और इसे अपने देश के लिए महत्वपूर्ण मानते हैं. हालांकि, व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ हुई उनकी पिछली बैठक के बाद कुछ मतभेद उभरे थे, लेकिन अब दोनों पक्ष इस मुद्दे को हल करने के लिए तत्पर हैं. अब यह देखना होगा कि आने वाले दिनों में इस समझौते को लेकर क्या निर्णय लिया जाता है और यह दोनों देशों के संबंधों को किस दिशा में ले जाता है. इसे भी पढ़ें: नोएडा में खूंखार पिटबुल ने युवक पर किया बर्बर हमला, वीडियो देख कांप जाएगी रूह The post Russia-Ukraine War: जेलेंस्की ने बदला रुख, ट्रंप के नेतृत्व में सहयोग को तैयार, रूस-यूक्रेन युद्ध पर शांति के संकेत appeared first on Naya Vichar.

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Chanakya Niti: इन 5 जगहों पर गांधी जी के बंदर की तरह मुंह बंद करने में ही भलाई, नहीं तो बढ़ जाएगी दिक्कते

Chanakya Niti: हिंदुस्तान में आदर्श शिक्षक की बात की जाए, तो चाणक्य का नाम पहले याद आता है. आचार्य चाणक्य एक महान अर्थशास्त्री होने के साथ कुशल रणनीतिकार और नीतिशास्त्री थे. उन्होंने अपने जीवन के बेहतरीन अनुभवों और शिक्षाओं के आधार पर एक ग्रंथ की रचना की, जिसे चाणक्य नीति के नाम से जाना है. ये नीतियां आज के आधुनिक युग में भी बहुत ही प्रासंगिक हैं. ये नीतियां दुनिया में लोकप्रिय है. चाणक्य नीति अपनाने वाला व्यक्ति जीवन की हर परेशानी से निपटने में सक्षम हो जाता है, क्योंकि ये नीतियां नेतृत्वक, सामाजिक, धार्मिक और निजी संबंधों से जुड़े जीवन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से चर्चा करती है. चाणक्य कहते हैं कि बुद्धिमान व्यक्ति बिना सोचे समझे कहीं पर कुछ भी नहीं बोलते हैं. वे काफी सोच-विचार के ही अपनी बातों को रखते हैं. ऐसे में चाणक्य नीति के एक श्लोक में लिखा है कि व्यक्ति को कुछ स्थितियों पर चुप रहना ही ठीक होता है. समझदार लोग कुछ जगहों पर अपना मुंह नहीं खोलते हैं. यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: पैसों के लिए जीवन भर तरसते रहते हैं ये 3 लोग, फूटी कौड़ी भी नहीं होती नसीब यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: जिंदगी भर झेलेंगे कष्ट, सुख की बजाय मिलेगा दुख, जितनी जल्दी हो सके तोड़ लें इन 3 लोगों से संबंध आचार्य चाणक्य कहते हैं कि जो व्यक्ति गुस्सा हो, उसे समझाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए. ऐसा व्यक्ति आपका चाहे जितना सगा हो, उसे गुस्से के वक्त समझाना ठीक नहीं होता है, क्योंकि ऐसे समय में व्यक्ति के मुंह से कुछ भी निकल सकता है, जो कि आपके दिल को ठेस पहुंचा सकता है. चाणक्य नीति के अनुसार, तनावपूर्ण स्थिति या लड़ाई झगड़े वाली जगह पर चुप रहना ही ठीक होता है. ऐसी जगहों पर बुद्धिमान व्यक्ति समझदारी दिखाते हैं और कुछ नहीं चुप रहते हैं. ऐसा इसलिए कि वे फालतू की लड़ाई-झगड़ों में नहीं फंसते हैं. चाणक्य नीति के मुताबिक, जहां आपकी प्रशंसा हो रही है, वहां चुप रहना ही ठीक होता है, क्योंकि ऐसी स्थितियों में बोलना अहंकार को दर्शाता है. इसके अलावा, दूसरों की प्रशंसा को सहर्ष स्वीकार करना चाहिए. चाणक्य नीति में बताया गया है कि मूर्खों को किसी भी बात को समझाना मूर्खता होती है, क्योंकि उन पर किसी भी बात का असर नहीं होता है. ऐसे लोगों को समझाने से सिर्फ और सिर्फ समय की बर्बादी होती है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि बिना मांगे किसी को सलाह नहीं देनी चाहिए. ऐसा करना दूसरों को अपमानित महसूस करा सकता है. यही वजह है कि बुद्धिमान व्यक्ति सलाह मांगने पर ही किसी को कोई बात समझाते हैं. यह भी पढ़ें- Chanakya Niti: खतरे से खाली नहीं इन 4 लोगों की मदद करना, खुद तो बर्बाद होंगे ही आपको भी कहीं का नहीं छोड़ेंगे Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Chanakya Niti: इन 5 जगहों पर गांधी जी के बंदर की तरह मुंह बंद करने में ही भलाई, नहीं तो बढ़ जाएगी दिक्कते appeared first on Naya Vichar.

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बिहार में जल्द होगी डॉक्टरों की बंपर बहाली, इतने हजार रिक्त पदों को भरेगी राज्य सरकार

Bihar News: बिहार में प्रशासनी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी जल्द दूर होने वाली है. राज्य प्रशासन 5000 से अधिक चिकित्सकों की बहाली करने जा रही है, जिसमें 3623 विशेषज्ञ चिकित्सक, 667 सामान्य चिकित्सक और 808 दंत चिकित्सक शामिल होंगे. मंगलवार को बिहार विधान परिषद में प्रभारी मंत्री नीरज कुमार सिंह ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इन पदों पर नियुक्ति के लिए बिहार तकनीकी सेवा आयोग (BTSC) को प्रस्ताव भेजा जा चुका है और जल्द ही विज्ञापन जारी किया जाएगा. शिवहर सदर अस्पताल को मिलेगा नया चिकित्सा पदाधिकारी मंत्री ने बताया कि शिवहर सदर अस्पताल में कुल 36 स्वीकृत पदों में से 17 पर ही चिकित्सक कार्यरत हैं. बहाली प्रक्रिया पूरी होते ही यहां नए चिकित्सा पदाधिकारी नियुक्त किए जाएंगे. अस्पताल के अधीक्षक का पद फिलहाल सिविल सर्जन, शिवहर के प्रभार में रखा गया है. आईजीआईएमएस में भी मिलेंगे नए डॉक्टर इंदिरा गांधी हृदय रोग संस्थान (आईजीआईएमएस) में कुल 163 स्वीकृत पदों में से कई अभी भी रिक्त हैं. मंत्री ने बताया कि यहां सहायक, उप निदेशक, संयुक्त निदेशक, अपर निदेशक, निदेशक और चिकित्सा पदाधिकारी सहित कई विशेषज्ञ चिकित्सक कार्यरत हैं. साथ ही, अस्पताल में 97 प्रकार की आवश्यक दवाएं उपलब्ध हैं. पढ़िए नया विचार की प्रीमियम स्टोरी: बिम्बिसार ने अपनी सुदृढ़ प्रशासनिक व्यवस्था से मगध को किया सशक्त, ऐसे हुआ पतन चिकित्सकों की कमी दूर करने के लिए मेडिकल कॉलेजों पर जोर स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए प्रशासन नए मेडिकल कॉलेज और अस्पताल खोल रही है. मंत्री ने स्पष्ट किया कि “चिकित्सक बनाए नहीं जा सकते, लेकिन अगर छात्र मेडिकल की पढ़ाई करेंगे तो जरूरत के अनुसार प्रशासनी अस्पतालों में उनकी नियुक्ति की जाएगी.” बिहार प्रशासन की इस पहल से स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार आने की उम्मीद है. विशेष रूप से ग्रामीण और जिला अस्पतालों में डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ने से मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी. The post बिहार में जल्द होगी डॉक्टरों की बंपर बहाली, इतने हजार रिक्त पदों को भरेगी राज्य प्रशासन appeared first on Naya Vichar.

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Box Office Report: छावा रिलीज के 19 दिनों बाद फ्लॉप हुई या हिट, अब तक कमा लिए इतने करोड़

Box Office Report: विक्की कौशल और रश्मिका मंदाना स्टारर छावा बॉक्स ऑफिस पर रिलीज के 19 दिनों बाद भी शानदार कमाई कर रही है. छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन और वीरता पर आधारित मूवी को दर्शकों ने काफी पसंद किया. ऐतिहासिक ड्रामा साल 2025 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई है. हालांकि तीसरे हफ्ते में आकर इसके कलेक्शन में थोड़ी गिरावट देखने को मिली है. छावा ने कमाए इतने करोड़ Sacnilk की रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म ने 19वें दिन (तीसरे मंगलवार) को 5.50 करोड़ की कमाई की. जिसके बाद इसका टोटल कलेक्शन 472.00 करोड़ हो गया. 3 मार्च को फिल्म ने 7.75 करोड़ का कलेक्शन किया. इस गति से, यह देखना दिलचस्प होगा कि छावा हिंदुस्तान में 500 करोड़ का आंकड़ा कब पार करेगी. नया विचार की प्रीमियम स्टोरी: Child Mental Health : शिशु हो रहे हैं दबंग, रेप और आत्महत्या करने में भी नहीं करते संकोच, जानिए क्या है वजह छावा का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन Chhaava Box Office Collection Day 1: 31 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 2: 37 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 3: 48.5 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 4: 24 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 5: 25.25 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 6: 32 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 7: 21.5 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 8: 23.5 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 9: 44 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 10: 40 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 11: 7.2 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 12: 18.5 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 13: 23 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 14: 4.58 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 15: 4.92 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 16: 22 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 17: 25 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 18: 8.50 करोड़ Chhaava Box Office Collection Day 19: 5.50 करोड़ Chhaava Total Collection- 472.00 करोड़ तेलुगु में इस दिन रिलीज होगी छावा छावा 7 मार्च को तेलुगु में भी रिलीज होने के लिए तैयार है. निर्माताओं ने हिंदी बेल्ट में रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन के बाद फिल्म के डब वर्जन का प्रीमियर करने की योजना बनाई है. इसके अतिरिक्त, छावा ने बॉक्स ऑफिस पर बाहुबली 2 (हिंदी, 2017), सालार: पार्ट 1 – सीजफायर (हिंदी, 2023) से बेहतर प्रदर्शन किया है. विक्की के अलावा, फिल्म में येसुबाई के रूप में रश्मिका मंदाना, औरंगजेब के रूप में अक्षय खन्ना और कवि कलश के रूप में विनीत कुमार सिंह भी हैं. The post Box Office Report: छावा रिलीज के 19 दिनों बाद फ्लॉप हुई या हिट, अब तक कमा लिए इतने करोड़ appeared first on Naya Vichar.

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Video: बिहार विधानसभा में तेजस्वी और सम्राट खूब बमके, एक दूसरे के पिता पर पहुंच गयी बात

बिहार विधानसभा का बजट सत्र चल रहा है. मंगलवार को सदन की कार्यवाही के दौरान उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव आमने-सामने हो गए. दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया. मुद्दा परिवारवाद बना. तेजस्वी यादव ने सम्राट चौधरी को उनका नेतृत्वक करियर याद दिलाया तो सम्राट चौधरी ने भी लालू-राबड़ी शासनकाल की याद तेजस्वी को दिलायी. दोनों के बीच तीखे हमले शुरू हुई तो बात एक-दूसरे के पिता पर पहुंच गयी. तेजस्वी-सम्राट के बीच नोकझोंक विधानसभा में उस समय अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गयी जब विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव और ट्रेजरी बेंच पर बैठे उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एक दूसरे पर हमला बोलने लगे. परिवारवाद का मुद्दा छिड़ा तो एक-दूसरे के पिता (लालू यादव और शकुनी चौधरी) पर बात पहुंच गयी. मामला यह है कि तेजस्वी राज्यपाल के अभिभाषण पर अपनी बात रख रहे थे. मंत्रियों को निशाने पर लेकर वो बता रहे थे कि परिवारवाद की नेतृत्व में किनकी भूमिका है. उन्होंने उन मंत्रियों को निशाना साधते हुए कहा कि आरोप लालू यादव पर लगते हैं. दोनों के पिता पर पहुंची बात इस दौरान तेजस्वी और सम्राट में नोकझोंक शुरू हो गयी. तेजस्वी ने सम्राट से पूछा कि ‘क्या आपने और आपके पिताजी (पूर्व मंत्री शकुनी चौधरी) ने भाजपा को गाली नहीं दी? जिसके जवाब में सम्राट चौधरी ने कहा ‘आपके पिताजी (लालू यादव) ने बिहार को लूटने का काम किया.’ जिसपर तेजस्वी ने कहा कि आप आखिरी बार राजद से ही चुनाव जीते थे, अब नहीं जीत सकेंगे. रिएक्शन में सम्राट चौधरी ने पूछा- ‘आप राजा हैं क्या?’ परिवारवाद बनेगा मुद्दा बिहार विधानसभा चुनाव इसी साल होना है. भाजपा और जदयू परिवारवाद को मुद्दा बनाकर लालू यादव को घेरती है. इस चुनाव में भी परिवारवाद मुद्दा बन सकता है, इसकी संभावना अधिक है. चुनावी से पहले नीतीश प्रशासन की कार्यकाल का यह आखिरी बजट सत्र है. जिसे सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों भुनाने की कोशिश कर रहा है. The post Video: बिहार विधानसभा में तेजस्वी और सम्राट खूब बमके, एक दूसरे के पिता पर पहुंच गयी बात appeared first on Naya Vichar.

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पटना एयरपोर्ट पर उड़ान भरने से ठीक पहले पायलट को लगी बड़ी भनक, 185 यात्रियों को फ्लाइट से फौरन उतारा गया

Patna Airport: पटना से दिल्ली जाने वाली स्पाइसजेट की फ्लाइट SG 729 में उड़ान भरने से पहले तकनीकी खराबी आ गई, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा. इंजन में आई इस समस्या के कारण विमान में सवार 185 यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और अराइवल हॉल में भेजा गया. देरी से नाराज यात्रियों का हंगामा, सुरक्षा बलों को करना पड़ा हस्तक्षेप फ्लाइट में देरी से यात्री नाराज हो गए और उन्होंने एयरलाइंस अधिकारियों से जल्द दूसरी फ्लाइट की मांग की. इस दौरान एयरलाइंस कर्मियों और यात्रियों के बीच तीखी बहस भी हुई. स्थिति को बिगड़ता देख CISF के जवानों को हस्तक्षेप करना पड़ा और किसी तरह यात्रियों को शांत कराया गया. तीन घंटे की मशक्कत के बाद फिर रवाना हुई फ्लाइट तकनीकी टीम ने तुरंत विमान की मरम्मत शुरू की और करीब तीन घंटे की मेहनत के बाद इंजन की खराबी को ठीक कर दिया गया. इसके बाद, फ्लाइट को निर्धारित रूट पर उड़ान भरने की अनुमति दी गई. करीब 2 घंटे 24 मिनट की देरी से यह विमान 1:24 बजे दिल्ली के लिए रवाना हुआ. हालाँकि, इस दौरान 9 यात्रियों ने अपनी टिकट रद्द करा दी, जबकि 176 यात्री उड़ान में सवार हुए. नया विचार प्रीमियम स्टोरी: छत्रपति शिवाजी के साम्राज्य में क्या ‘गोवा’ भी था शामिल! अब क्यों उठा विवाद साढ़े तीन घंटे तक पटना एयरपोर्ट पर फंसे रहे यात्री फ्लाइट में देरी के कारण यात्रियों को एयरपोर्ट पर करीब साढ़े तीन घंटे तक इंतजार करना पड़ा, जिससे वे बेहद परेशान हो गए. हालांकि, एयरलाइंस कर्मियों और सुरक्षा बलों की मदद से स्थिति को नियंत्रण में लाया गया और अंततः विमान ने सफलतापूर्वक उड़ान भरी. The post पटना एयरपोर्ट पर उड़ान भरने से ठीक पहले पायलट को लगी बड़ी भनक, 185 यात्रियों को फ्लाइट से फौरन उतारा गया appeared first on Naya Vichar.

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भाई की शादी में नहीं पहुंचे शुभेंदु

संवाददाता, कोलकाता विपक्ष के नेता व भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी के अपने भाई व कांथी के सांसद सौमेंदु अधिकारी की शादी में शामिल नहीं होने के बाद से अटकलें लग रही हैं. कांथी के शिशिरकुंजा निवासी 42 वर्षीय सौमेंदु अधिकारी तृणमूल के पूर्व सांसद शिशिर अधिकारी के सबसे छोटे बेटे हैं. सौमेंदु ने सोमवार रात यानी तीन मार्च को महिषादल के बसुलिया इलाके की निवासी सोनाक्षी अधिकारी से शादी कर ली. दोनों परिवारों के बीच लंबे समय से संबंध हैं. एमए पास सोनाक्षी के पिता सत्यचरण अधिकारी राज्य पुलिस में थे. शादी में दोनों परिवारों के सदस्यों के अलावा प्रदेश भाजपा के कई शीर्ष नेता भी मौजूद थे. हालांकि, राज्य के नेता प्रति प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी शादी के दौरान मौजूद नहीं थे. सूत्रों ने बताया कि वह नेतृत्वक कार्यक्रम के कारण अपनी भाई की शादी में शामिल नहीं हो सके. बता दें कि सौमेंदु ने गत शुक्रवार को सोनाक्षी से गुपचुप तरीके से कोर्ट मैरिज की थी. इसके बाद दंपती ने मंदिर में पूजा-अर्चना की. फिर सोमवार को कांथी के भाजपा सांसद ने शुभ मुहूर्त देख कर आधिकारिक रूप से विवाह कर लिया. हालांकि, शुभेंदु अधिकारी के शादी में मौजूद नहीं होने से स्वाभाविक रूप से अटकलें शुरू हो गयी हैं. वहीं, अधिकारी परिवार और भाजपा सूत्रों के अनुसार, शुभेंदु शादी के दौरान संदेशखाली में थे. संदेशखाली के भाजपा नेता विकास सिंह की बेटी की शादी सोमवार को थी. वह उस शादी में शामिल होने पहुंचे थे. गौरतलब है कि संदेशखाली आंदोलन के दौरान पुलिस ने भाजपा नेता विकास सिंह को गिरफ्तार किया था. जमानत पर रिहा होने के बाद पुलिस ने उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया. हालांकि, बाद में विकास को रिहा कर दिया गया. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post भाई की शादी में नहीं पहुंचे शुभेंदु appeared first on Naya Vichar.

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