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March 5, 2025

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…तो भाईया ने क्या बिगाड़ा? पूर्णिमा दास साहू और जयराम महतो मंईयां सम्मान योजना पर क्या बोल गये

रांची : झारखंड बजट पर भाजपा से जमशेदपुर पूर्वी की विधायक पूर्णिमा दास साहू और जयराम महतो ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. इन दोनों ने कई योजनाओं में भारी कटौती करने पर प्रशासन को घेरा है. पूर्णिमा दास साहू ने कहा कि राज्य प्रशासन ने इस बार केˆ बजट में अन्य कल्याणकारी योजना में कटौती की है. वह€ मंईयां को खुश करने का प्रयास किया है. लेकिन भईया ने क्या बिगाड़ा है, क्योंकि उनकी बदौलत ही हम स्त्री शक्ति खड़ी होती है. ये बातें उन्होंने विधानसभा परिसर में पुराने वादे अब तक पूरे नहीं हुए : पूर्णिमा दास जमशेदपुर पूर्वी से विधायक पूर्णिमा दास ने कहा कि प्रशासन ने बजट में जो भी घोषणाएं की है‘, वह कितना धरातल पर उतरता है देखने की बात है. पिछले वादे प्रशासन ने अब तक पूरे नहीं€ किये. इसमें पांच लाख युवा को रोजगार, बेरोजगारी भत्ता, 450 रुपये में सिलेंडर देने की बात कही थी. इसके अलावा कई अन्य मुद्दे ऐसे हैं जिन्हें प्रशासन ने पूरा नह€ किया है. झारखंड की समाचारें यहां पढ़ें भईया को पांच हजार मिले : जयराम महतो विधायक जयराम महतो ने कहा कि भईया भी घर चलाते हैं‘, उनको बेरोजगारी भत्ता नहीं€ मिल रहा है तो कम से कम प्रशासन पांच हजार रुपये प्रतिमाह दे. भईया भी मानिसक प्रताड़ना झेल रहे हैं‘. वे हताश हैं‘. वर्षों तक संघर्ष करने के बाद उन्हें रोजगार और नौकरी नहीं€ मिल रही है. राज्य में पलायल हो रहा है. उक्त बातें उन्होंने मंगलवार को विधानसभा परिसर में पत्रकारों से कही. जयराम महतो ने कहा कि इस वर्ष नियुक्तियों का वर्ष‹ नहीं€ होगा क्योंकि प्रशासन ने स्थापना मद में राशि की बढ़ोतरी नहीं हुई है.  पढ़ें नया विचार की प्रीमियम स्टोरी : Magadha Empire : सुनिए मगध की कहानी, एक था राजा बिम्बिसार जिसने साम्राज्य विस्तार के लिए वैवाहिक गठबंधन किया The post …तो भाईया ने क्या बिगाड़ा? पूर्णिमा दास साहू और जयराम महतो मंईयां सम्मान योजना पर क्या बोल गये appeared first on Naya Vichar.

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Jharkhand JAC 9th Admit Card: 9वीं कक्षा की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड आज होंगे जारी, ऐसे कर सकेंगे डाउनलोड

Jharkhand JAC 9th Admit Card: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने आज यानी 5 मार्च को कक्षा 9वीं की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड आज जारी करेगा. इस परीक्षा में शामिल होने वाले सभी छात्र अब आधिकारिक वेबसाइट jac.jharkhand.gov.in/ से अपना एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकते हैं. कक्षा 9वीं की परीक्षा का कार्यक्रम JAC 11 से 12 मार्च तक तीन शिफ्ट में कक्षा 9वीं की परीक्षा आयोजित करेगा. वहीं, 10 मार्च को दो शिफ्ट में कक्षा 8वीं की परीक्षा आयोजित की जाएगी. 11 मार्च को 9वीं की परीक्षा पेपर 1 (शिफ्ट 1): हिंदी ए, हिंदी बी और अंग्रेजी पेपर 2 (शिफ्ट 2): गणित और विज्ञान 12 मार्च को 9वीं की परीक्षा पेपर 3: सामाजिक विज्ञान और अन्य भाषा विषय पहली शिफ्ट की परीक्षा सुबह 9:45 बजे से दोपहर 1:00 बजे तक और दूसरी शिफ्ट की दोपहर 2:00 बजे से शाम 5:15 बजे तक आयोजित की जाएगी. Jharkhand JAC 9th Admit Card: परीक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए कक्षा 8वीं और 9वीं की परीक्षाएं ओएमआर शीट पर आयोजित की जाएंगी और प्रश्न वस्तुनिष्ठ प्रकार के होंगे. कक्षा 8वीं के लिए पहले जारी किए गए एडमिट कार्ड मान्य होंगे. कक्षा 8वीं और 9वीं के लिए आंतरिक मूल्यांकन के अंक 18 से 30 मार्च तक JAC की वेबसाइट पर अपलोड कर दिए जाएंगे. परीक्षा से संबंधित सभी प्रश्न पत्र, रोल शीट, ओएमआर शीट और उपस्थिति पत्रक पहले ही स्कूलों को उपलब्ध करा दिए गए हैं. Naya Vichar Premium Story: झारखंड में परीक्षाओं में धांधली को लेकर केंद्र से भी सख्त कानून, फिर भी थमने का नाम नहीं ले रहे पेपर लीक के मामले JAC 9वीं एडमिट कार्ड कैसे डाउनलोड करें JAC 9वीं एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए, स्टूडेंट्स इन चरणों का पालन करें: 1. सबसे पहले छात्र JAC की आधिकारिक वेबसाइट (jac.jharkhand.gov.in) या Jharnet.com पर जाएं. 2. दूसरे चरण में JAC 9वीं एडमिट कार्ड के लिंक पर क्लिक करें. तीसरे चरण में स्कूल प्रिंसिपल की यूजर आईडी और पासवर्ड का इस्तेमाल करके लॉग इन करें. आखिरी चरण में लॉग इन करने के बाद एडमिट कार्ड को डाउनलोड करके भविष्य के लिए प्रिंट कर लें. The post Jharkhand JAC 9th Admit Card: 9वीं कक्षा की परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड आज होंगे जारी, ऐसे कर सकेंगे डाउनलोड appeared first on Naya Vichar.

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Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा फैसला, भारत, चीन और अन्य देशों पर 2 अप्रैल से भारी टैरिफ लागू

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को एक बड़ी घोषणा करते हुए कहा कि 2 अप्रैल 2025 से हिंदुस्तान, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों पर “रेसिप्रोकल टैरिफ” लागू किया जाएगा. इस फैसले के साथ उन्होंने एक विवादास्पद बयान भी दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि बाहरी देशों से आयातित सामान “गंदा और घृणित” होता है. ट्रंप के इस बयान ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार जगत में हलचल मचा दी है. अमेरिकी कांग्रेस में ट्रंप का कड़ा संदेश अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करते हुए ट्रंप ने हिंदुस्तान, चीन और अन्य देशों के व्यापारिक रवैये की कड़ी आलोचना की. उन्होंने कहा कि अमेरिका पर दशकों से अन्य देश भारी टैरिफ लगाते आ रहे हैं, लेकिन अब अमेरिका भी जवाबी टैरिफ नीति अपनाएगा. शुरुआत में यह नीति 1 अप्रैल से लागू करने की योजना थी, लेकिन उन्होंने मजाकिया अंदाज में कहा कि अप्रैल फूल्स डे से बचने के लिए इसे 2 अप्रैल से शुरू किया जा रहा है. ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, “हिंदुस्तान हमसे 100% तक टैरिफ वसूलता है. यह व्यवस्था अमेरिका के लिए अनुचित है. अब वक्त आ गया है कि हम भी उन्हीं के खिलाफ उसी तरह की नीति अपनाएं.” उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम अमेरिकी किसानों, उद्योगपतियों और श्रमिकों के हितों की रक्षा के लिए उठाया जा रहा है, जो वर्षों से असंतुलित व्यापार नीतियों का खामियाजा भुगत रहे हैं. इसे भी पढ़ें: ट्रूडो के इस्तीफे और ट्रंप की धमकियों से बदली कनाडा की नेतृत्व, लिबरल पार्टी फिर मजबूत किन देशों पर पड़ेगा असर? इस नई नीति के तहत अमेरिका उन देशों पर टैरिफ लगाएगा, जो अमेरिकी उत्पादों पर ज्यादा शुल्क वसूलते हैं. ट्रंप ने खासतौर पर यूरोपीय संघ, चीन, ब्राजील, हिंदुस्तान और कनाडा का नाम लेते हुए कहा कि ये देश अमेरिका से अधिक शुल्क वसूलते हैं, जो कि अनुचित है. उन्होंने कहा कि इस टैरिफ का उद्देश्य व्यापार संतुलन स्थापित करना और अमेरिकी वित्तीय स्थिति को मजबूत करना है. ट्रंप ने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “अब हमारी बारी है कि हम इन देशों को उन्हीं की भाषा में जवाब दें. अगर वे हमारे उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाते हैं, तो हम भी उनके उत्पादों पर उतना ही या उससे अधिक टैरिफ लगाएंगे.” अंतरराष्ट्रीय व्यापार पर संभावित प्रभाव ट्रंप की इस घोषणा से अंतरराष्ट्रीय व्यापार जगत में हलचल बढ़ गई है. अमेरिका के इस कदम से हिंदुस्तान, चीन और अन्य देशों के साथ व्यापारिक संबंधों में तनाव पैदा हो सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह नीति एक नए व्यापार युद्ध की शुरुआत कर सकती है, जिससे वैश्विक सप्लाई चेन और बाजारों में अस्थिरता आ सकती है. हिंदुस्तान के लिए यह नीति चुनौतीपूर्ण साबित हो सकती है क्योंकि अमेरिका उसके सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों में से एक है. हिंदुस्तान से अमेरिका को निर्यात होने वाले कई उत्पादों, जैसे कि स्टील, फार्मास्यूटिकल्स और आईटी सेवाओं पर इस टैरिफ का प्रभाव पड़ सकता है. वहीं, चीन के साथ अमेरिका का व्यापार तनाव पहले से ही उच्च स्तर पर है, और यह नया शुल्क उस तनाव को और बढ़ा सकता है. इसे भी पढ़ें: जेलेंस्की ने बदला रुख, ट्रंप के नेतृत्व में सहयोग को तैयार, रूस-यूक्रेन युद्ध पर शांति के संकेत हिंदुस्तान की प्रतिक्रिया क्या होगी? अभी तक हिंदुस्तान प्रशासन की ओर से इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह स्पष्ट है कि ट्रंप की इस नीति से हिंदुस्तान-अमेरिका व्यापारिक संबंधों में नया मोड़ आ सकता है. हिंदुस्तान प्रशासन को अब यह तय करना होगा कि वह अमेरिका के इस कदम का जवाब कैसे देगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति ट्रंप के बीच पहले भी व्यापार शुल्क को लेकर कई बार चर्चा हो चुकी है. ट्रंप ने पहले भी हिंदुस्तान के टैरिफ नीति की आलोचना की थी और इसे अनुचित बताया था. अब सवाल यह उठता है कि क्या हिंदुस्तान अपने टैरिफ में कोई बदलाव करेगा या फिर अमेरिका की इस नीति के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेगा. क्या यह फैसला अमेरिका के लिए फायदेमंद होगा? हालांकि ट्रंप इस नीति को अमेरिका के हित में बता रहे हैं, लेकिन अर्थशास्त्रियों का मानना है कि यह कदम अमेरिकी उपभोक्ताओं और कंपनियों के लिए भी महंगा साबित हो सकता है. यदि हिंदुस्तान और अन्य देश अमेरिका के इस टैरिफ का जवाब देने के लिए अपने शुल्क बढ़ाते हैं, तो इससे अमेरिकी उत्पादों की कीमतें बढ़ सकती हैं, जिससे महंगाई में इजाफा हो सकता है. इसके अलावा, कई अमेरिकी कंपनियां, जो अपने उत्पादों के लिए आयातित कच्चे माल पर निर्भर हैं, इस नए टैरिफ से प्रभावित हो सकती हैं. इससे उत्पादन लागत बढ़ेगी और अमेरिका में उत्पादों की कीमतें बढ़ सकती हैं, जो कि उपभोक्ताओं के लिए नुकसानदायक हो सकता है. आगे क्या होगा? ट्रंप की इस नीति की घोषणा के बाद अब सारी निगाहें हिंदुस्तान, चीन और अन्य प्रभावित देशों की प्रतिक्रियाओं पर टिकी हैं. क्या यह नीति वास्तव में व्यापार संतुलन स्थापित करेगी, या फिर यह एक नए व्यापार युद्ध को जन्म देगी, यह आने वाले महीनों में साफ होगा. एक बात तो तय है कि ट्रंप की इस नई टैरिफ नीति से वैश्विक व्यापार जगत में बड़ा बदलाव आ सकता है. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि अन्य देश इस नीति का किस तरह जवाब देते हैं और यह व्यापारिक रिश्तों को कैसे प्रभावित करता है. The post Donald Trump: डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा फैसला, हिंदुस्तान, चीन और अन्य देशों पर 2 अप्रैल से भारी टैरिफ लागू appeared first on Naya Vichar.

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बिहार में ब्लैकमेलर डॉक्टर गिरफ्तार, महिला इंटर्न से दोस्ती करके अश्लील फोटो-वीडियो करता था वायरल

बिहार के भागलपुर मेडिकल कॉलेज में एक डॉक्टर ने स्त्री इंटर्न से दोस्ती की और उसे झांसे में रखकर अपने करीब लाया. युवती को मिलने के लिए वह अक्सर बुलाता रहता था. यह सिलसिला दो साल तक चलता रहा. जब बात शादी की आयी तो डॉक्टर ने दहेज में मोटी रकम की डिमांड कर दी. दहेज देने में जब युवती के घर वाले असमर्थ दिखे तो उसने घिनौना स्पोर्ट्स शुरू किया. युवती की आपत्तिजनक फोटो और वीडियो वह सोशल मीडिया पर डालने लगा और उसे ब्लैकमेल करने लगा. युवती की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है. भागलपुर में डॉक्टर गिरफ्तार भागलपुर पुलिस ने एक युवती की शिकायत पर कार्रवाई की और मायागंज इलाके से आरोपी डॉक्टर भागलपुर के पीरपैंती थाना क्षेत्र के शेरमारी बाजार निवासी शिव बालक ओझा को गिरफ्तार कर लिया. आरोपी भागलपुर मेडिकल कॉलेज में जूनियर रेसिडेंट है और चर्चा है कि अस्पताल के मेडिसिन विभाग से ड्यूटी के दौरान ही उसे पुलिस साथ लेकर गयी. ALSO READ: बिहार चुनाव में RJD पर हमले का टारगेट लॉक? वायरल वीडियो के बाद विधानसभा में भी मिल रहे संकेत पुलिस को मिले ठोस सबूत, मोबाइल में छिपे थे राज पुलिस को डॉक्टर के खिलाफ ठोस सबूत मिले हैं. उसके मोबाइल को जब्त किया गया जिसमें पीड़िता के कई आपत्तिजनक फोटो/वीडियो भी मिले हैं. साथ ही पुलिस को पीड़िता के बनाये गये फेक फेसबुक और इंस्टाग्राम आइडी से जुड़े सबूत भी हाथ लगे हैं. नया विचार प्रीमियम स्टोरी: Magadha Empire : बिम्बिसार ने अपनी सुदृढ़ प्रशासनिक व्यवस्था से मगध को किया सशक्त, ऐसे हुआ पतन बक्सर की पीड़िता इंटर्न का क्या है आरोप दरअसल, बक्सर की रहने वाली पीड़िता उसी मेडिकल कॉलेज में इंटर्न के तौर पर काम करती है. जिसने स्त्री थाना में पुलिस को लिखित आवेदन देकर भागलपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर शिव बालक ओझा पर आरोप लगाया है कि दोनों की दोस्ती हुई और 2022 से 2024 के बीच कई बार अस्पताल के एसआर बिल्डिंग में आरोपी ने उसे मिलने भी बुलाया. बाद में जब शादी की बात आयी तो आरोपी उसके बक्सर स्थित घर भी गया. लेकिन दहेज में 20 लाख रुपये, एक गाड़ी और गहनों की मांग की. आपत्तिजनक तस्वीरों को वायरल करके करने लगा ब्लैकमेल पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके पिता ने जब दहेज की डिमांड पर असमर्थता जतायी तो डॉक्टर ने उससे रिश्ता तोड़ लिया. लेकिन उसकी फर्जी फेसबुक और इंस्टाग्राम आइडी बनाकर ब्लैकमेल करने लगा. उसके दोस्तों,जूनियरों, प्राध्यापकों आदि को फ्रेंड बनाया.आपत्तिजनक फोटो/वीडियो वायरल करने को लेकर ब्लैकमेल करने लगा. इसके बाद उसने एक-एक करके उस फर्जी आइडी पर पीड़िता के कई आपत्तिजनक फोटो/वीडियो डालने लगा. The post बिहार में ब्लैकमेलर डॉक्टर गिरफ्तार, स्त्री इंटर्न से दोस्ती करके अश्लील फोटो-वीडियो करता था वायरल appeared first on Naya Vichar.

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पटना से दिल्ली के लिए जल्द चलेगी वंदे भारत स्लीपर ट्रेन, 8 घंटे में सफर पूरा करने को इतना देना होगा किराया

Vande Bharat Sleeper Train: इंडियन रेलवे तेज और आरामदायक सफर के लिए वंदे हिंदुस्तान ट्रेनों का विस्तार कर रहा है. अब पटना-दिल्ली रूट पर पहली वंदे हिंदुस्तान स्लीपर ट्रेन चलाने की तैयारी पूरी हो चुकी है. इसे चलाने के लिए जल्द ही रेलवे घोषणा कर सकता है. यह ट्रेन 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से महज 8 घंटे में यह सफर तय करेगी. जिससे बिहार और दिल्ली के बीच यात्रा पहले से अधिक सुगम और तेज होगी. तेज, आरामदायक और आधुनिक सुविधाओं से लैस रेलवे की योजना के तहत, पहली वंदे हिंदुस्तान स्लीपर ट्रेन पटना-दिल्ली के बीच चलेगी. इस 16 कोच वाली ट्रेन में कुल 823 बर्थ होंगी और इसका किराया राजधानी एक्सप्रेस के समान हो सकता है. इससे बिहार के यात्रियों को राजधानी जैसी सुविधाएं मिलेंगी लेकिन सफर और भी तेज होगा. पटना-हावड़ा और पटना-लखनऊ के लिए भी वंदे हिंदुस्तान की सौगात बिहार से पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश की यात्रा को तेज और आरामदायक बनाने के लिए रेलवे ने पटना से हावड़ा और पटना से लखनऊ के लिए भी 16 बोगी वाली वंदे हिंदुस्तान ट्रेन चलाने की योजना बनाई है. पटना-लखनऊ रूट पर ट्रेन (संख्या 22345/22346) पहले चरण में शुरू होगी और यह ट्रेन पटना पहुंच चुकी है. इसके लिए रैक में जरूरी बदलाव किए जा रहे हैं. ट्रायल के बाद होगा संचालन शुरू रेलवे अधिकारियों के मुताबिक, पटना-हावड़ा रूट पर 16 बोगी वाली वंदे हिंदुस्तान ट्रेन का संचालन दूसरे चरण में किया जाएगा. ट्रेन के पटना पहुंचने के बाद इसका ट्रायल रन किया जाएगा और फिर यात्रियों के लिए सेवा शुरू होगी. दिसंबर 2023 में पटना-हावड़ा और मार्च 2024 में पटना-लखनऊ के बीच 8 बोगी वाली वंदे हिंदुस्तान ट्रेन शुरू की गई थी. अब इन ट्रेनों को 16 बोगी वाले नए रैक से बदला जाएगा और पुराने रैक को चेन्नई भेजा जाएगा. पढ़िए नया विचार की प्रीमियम स्टोरी: क्या पुतिन से नजदीकियों की वजह से ट्रंप ने जेलेंस्की को व्हाइट हाउस से बाहर निकाला? बिहार, यूपी और बंगाल के यात्रियों को होगा फायदा नई वंदे हिंदुस्तान ट्रेनों के संचालन से बिहार, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के यात्रियों को बड़ा फायदा मिलेगा. इससे समय की बचत के साथ-साथ सफर अधिक सुविधाजनक और आरामदायक हो जाएगा. रेलवे की यह पहल यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक और बड़ा कदम है. The post पटना से दिल्ली के लिए जल्द चलेगी वंदे हिंदुस्तान स्लीपर ट्रेन, 8 घंटे में सफर पूरा करने को इतना देना होगा किराया appeared first on Naya Vichar.

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Armaan Malik के बेटे जैद को हुई ये गंभीर बीमारी, फूट-फूटकर रोई कृतिका, बोली- किसी का श्राप…

Armaan Malik: अरमान मलिक सोशल मीडिया पर काफी पॉपुलर हैं. यूट्यूबर की दो पत्नियां है, जिनका नाम कृतिका और पायल है. तीनों ने बिग बॉस ओटीटी 3 में भाग लिया था और उस वक्त कई विवादों का हिस्सा बन गए थे. कपल के चार शिशुं हैं, जिनका नाम जैद, तूबा, अयान और चीकू है. अब कृतिका मलिक ने अपने यूट्यूब व्लॉग में खुलासा किया है कि उनके बेटे जैद को एक गंभीर बीमारी हो गई है. वह फूट फूटकर रोती हुई भी नजर आई. कृतिका और अरमान मलिक के बेटे को हुई ये गंभीर बीमारी अरमान और कृतिका के बेटे जैद को रिकेट्स है. यह हड्डियों का एक रोग है, जिसमें बच्चों की हड्डियां मुलायम हो जाती हैं. जिससे वे आसानी से टूट सकती हैं. यह आमतौर पर विटामिन डी, कैल्शियम और फास्फोरस की कमी के कारण होता है. इस समाचार से मलिक परिवार टूट गया है और कृतिका तो रोती हुई भी नजर आई. उसने कहा कि जैद उसकी जान है और वह उसके बिना कभी भी नहीं रह सकती है. पायल ने कहा कि उनको इतनी सारी बीमारी है, एक और हो जाती तो क्या हो जाता, लेकिन उनके बच्चों को कभी कुछ न हो. नया विचार की प्रीमियम स्टोरी: Child Mental Health : शिशु हो रहे हैं दबंग, रेप और आत्महत्या करने में भी नहीं करते संकोच, जानिए क्या है वजह कृतिका ने फैंस को दी ये हिदायत मलिक फैमिली ने फैंस से भी गुजारिश की है, कि वह कभी भी बच्चों के बारे में बुरा न बोले. वह ये भी कहती हैं कि ये किसी के श्राप का नतीजा है. मलिक परिवार की ओर से शेयर किए गए नए ब्लॉग में, कृतिका और पायल आगे की ट्रीटमेंट के लिए जैद को अस्पताल भी ले गए. वीडियो में जैद अपनी बीमारी के लिए अलग-अलग टेस्ट देते वक्त रोते हुए नजर आ रहे हैं. छोटे शिशु की हालत कृतिका के दिल को दहला देती है. कब हुआ था जैद का जन्म जैद का जन्म 6 अप्रैल, 2023 को हुआ था. वह कृतिका और अरमान मलिक के बेटे हैं. जन्म के बाद से ही वह बीमार रहा करते थे. कृतिका ने अपने व्लॉग्स में हमेशा अपने बेटे की हेल्थ प्रोब्लम पर बात की थी. हालांकि वह अब ठीक हो ही रहे थे कि एक अलग परेशानी आ गई. The post Armaan Malik के बेटे जैद को हुई ये गंभीर बीमारी, फूट-फूटकर रोई कृतिका, बोली- किसी का श्राप… appeared first on Naya Vichar.

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होली पर बिहार आने की टेंशन खत्म! रेलवे ने चलाई स्पेशल ट्रेनें, यहां देखें रूट और टाइमिंग

Holi Special Train: होली के मौके पर बिहार से बाहर रहने वाले लाखों प्रवासी अपने घर लौटते हैं, जिससे ट्रेनों में भारी भीड़ हो जाती है. यात्रियों की इस परेशानी को देखते हुए रेलवे ने बिहार से विभिन्न शहरों के लिए होली स्पेशल ट्रेनों का संचालन करने का फैसला किया है. दानापुर, गया और पटना से देश के कई प्रमुख शहरों तक ये ट्रेनें चलाई जाएंगी, जिससे यात्रियों को सफर में राहत मिलेगी. यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे का बड़ा फैसला रेलवे के अनुसार, दानापुर से रानीकमलापति और कोटा के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी. वहीं, गया से आनंद विहार और पटना से जालना के बीच भी विशेष ट्रेनों का संचालन होगा. इसके अलावा, जबलपुर से दानापुर के लिए भी एक विशेष ट्रेन चलाई जाएगी. ये ट्रेनें मार्च के पहले और दूसरे हफ्ते में अलग-अलग तारीखों पर यात्रियों की सुविधा के लिए उपलब्ध रहेंगी. होली स्पेशल ट्रेनों का यहां देखें शेड्यूल: रानीकमलापति – दानापुर – रानीकमलापति (गाड़ी संख्या: 01661/01662) रानीकमलापति से प्रस्थान: 12 और 15 मार्च दानापुर से वापसी: 13 और 16 मार्च 2. कोटा – दानापुर – कोटा (गाड़ी संख्या: 09817/09818) कोटा से प्रस्थान: 8 और 15 मार्च दानापुर से वापसी: 9 और 16 मार्च 3. गया – आनंद विहार (गाड़ी संख्या: 03697/03698) यह ट्रेन हर रविवार को चलेगी, विशेष रूप से 6 से 31 मार्च तक 4. जालना – पटना (गाड़ी संख्या: 07611/07612) यह ट्रेन 6, 10 और 15 मार्च को चलेगी 5. जबलपुर – दानापुर (गाड़ी संख्या: 01705/01706) यह ट्रेन 11 और 12 मार्च को चलेगी नया विचार प्रीमियम स्टोरी: छत्रपति शिवाजी के साम्राज्य में क्या ‘गोवा’ भी था शामिल! अब क्यों उठा विवाद ये भी पढ़े: 8 महीने से फरार चल रहा बिहार का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया, EOU ने तेज की धर-पकड़ की तैयारी रेलवे प्रशासन ने लोगों से की अपील रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे समय रहते अपनी टिकट बुक कर लें ताकि सफर के दौरान किसी तरह की परेशानी न हो. ट्रेन से संबंधित किसी भी जानकारी के लिए यात्री रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 या नेशनल ट्रेन इंक्वायरी सिस्टम (NTES) वेब पोर्टल और मोबाइल ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. The post होली पर बिहार आने की टेंशन खत्म! रेलवे ने चलाई स्पेशल ट्रेनें, यहां देखें रूट और टाइमिंग appeared first on Naya Vichar.

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Canada: ट्रूडो के इस्तीफे और ट्रंप की धमकियों से बदली कनाडा की राजनीति, लिबरल पार्टी फिर मजबूत

Canada: कनाडा की नेतृत्व में हाल के महीनों में बड़ा बदलाव देखने को मिला है. कभी मजबूत दिखने वाली लिबरल पार्टी 2025 के आम चुनाव में हार की ओर बढ़ती नजर आ रही थी, लेकिन अब परिस्थितियां बदलती दिख रही हैं. प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के इस्तीफे और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकियों ने कनाडा की चुनावी रणनीति को नया मोड़ दे दिया है. लिबरल पार्टी की गिरती लोकप्रियता कुछ महीने पहले तक लिबरल पार्टी की स्थिति कमजोर हो रही थी. बढ़ती महंगाई, आवास संकट और ट्रूडो के प्रति जनता के असंतोष के कारण पार्टी की लोकप्रियता में भारी गिरावट देखी गई थी. कई जनमत सर्वेक्षणों में लिबरल पार्टी, विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी से 26 प्रतिशत अंक तक पीछे चल रही थी. ट्रूडो का इस्तीफा और नया नेतृत्व 6 जनवरी 2025 को जस्टिन ट्रूडो ने प्रधानमंत्री और लिबरल पार्टी के नेता पद से इस्तीफे की घोषणा की. लगभग एक दशक तक सत्ता में रहने के बाद ट्रूडो का यह फैसला लिबरल पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ. उनके इस्तीफे के बाद पार्टी में नए नेतृत्व की दौड़ शुरू हो गई, जिसने जनता में उत्साह और उम्मीद को फिर से जगा दिया. नेतृत्वक विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रूडो के जाने से पार्टी को एक नया अवसर मिला है, क्योंकि उनकी नीतियों और नेतृत्व से कई मतदाता असंतुष्ट हो चुके थे. हाल के जनमत सर्वेक्षणों में लिबरल पार्टी और कंजर्वेटिव्स के बीच का अंतर कम होता दिख रहा है. ट्रंप की धमकियां: चुनावी समीकरण में बदलाव 20 जनवरी 2025 को डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में अपना दूसरा कार्यकाल शुरू किया. सत्ता में आते ही उन्होंने कनाडा के प्रति सख्त रुख अपनाया. उन्होंने कनाडाई आयात पर 25% टैरिफ लगाने की धमकी दी और यहां तक कह दिया कि कनाडा “51वां अमेरिकी राज्य” बन सकता है. कनाडा अपनी 75% निर्यात वित्तीय स्थिति के लिए अमेरिका पर निर्भर है. ऐसे में ट्रंप की धमकियां कनाडा के लिए एक गंभीर आर्थिक खतरा बन गईं. हालांकि, इसने लिबरल पार्टी को फिर से एकजुट होने का मौका भी दिया. ट्रूडो ने अपने अंतिम दिनों में “टीम कनाडा” दृष्टिकोण अपनाते हुए ट्रंप के खिलाफ कड़ा रुख दिखाया, जिसे जनता ने सकारात्मक रूप से लिया. इसे भी पढ़ें: जेलेंस्की ने बदला रुख, ट्रंप के नेतृत्व में सहयोग को तैयार, रूस-यूक्रेन युद्ध पर शांति के संकेत कंजर्वेटिव पार्टी की स्थिति कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे पिछले एक साल से महंगाई और कार्बन टैक्स जैसे घरेलू मुद्दों को उठाकर जनता का समर्थन हासिल करने में सफल रहे थे. लेकिन ट्रंप की धमकियों के बाद चुनावी मुद्दे बदलने लगे हैं. अब कनाडाई मतदाता यह सोचने लगे हैं कि कौन सा नेता अमेरिका के साथ आर्थिक और कूटनीतिक मुद्दों को बेहतर ढंग से संभाल सकता है. विशेषज्ञों का मानना है कि पोइलिवरे का आक्रामक रवैया विपक्ष में तो कारगर साबित हुआ, लेकिन उनकी ट्रंप से समानता वाली छवि ने मतदाताओं के बीच संदेह पैदा किया है. दूसरी ओर, लिबरल पार्टी के संभावित नेता जैसे मार्क कार्नी और क्रिस्टिया फ्रीलैंड ट्रंप के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने का वादा कर रहे हैं, जिससे जनता का झुकाव उनकी ओर बढ़ सकता है. जनमत सर्वेक्षणों में लिबरल पार्टी की वापसी हाल के जनमत सर्वेक्षणों में लिबरल पार्टी का समर्थन बढ़ता हुआ दिख रहा है. फरवरी 2025 में आईप्सोस के एक सर्वेक्षण में पहली बार लिबरल पार्टी को कंजर्वेटिव पार्टी पर बढ़त मिलती दिखी. क्यूबेक और ओंटारियो जैसे महत्वपूर्ण प्रांतों में लिबरल समर्थन में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. नेतृत्वक विश्लेषकों का कहना है कि ट्रंप की धमकियों ने मतदाताओं का ध्यान लिबरल पार्टी की नीतियों से हटाकर अमेरिका-कनाडा संबंधों की ओर केंद्रित कर दिया है. इसके अलावा, लिबरल पार्टी का सिख समुदाय और खालिस्तानी समर्थकों के बीच मजबूत आधार भी उसे सत्ता में वापसी की उम्मीद दे रहा है. खालिस्तानी समर्थन और हिंदुस्तान के साथ संबंध ट्रूडो के कार्यकाल में खालिस्तानी समर्थकों को लेकर उनकी नीति विवादों में रही है. खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद ट्रूडो ने हिंदुस्तान पर बिना सबूत आरोप लगाए थे, जिससे हिंदुस्तान-कनाडा संबंधों में तनाव आ गया था. ट्रूडो की खालिस्तानी समर्थक नीतियों के कारण कनाडा में हिंदू और सिख समुदायों के बीच तनाव बढ़ा और उनकी प्रशासन की अंतरराष्ट्रीय छवि को भी नुकसान पहुंचा. घरेलू स्तर पर भी उनकी नीतियों से लिबरल पार्टी में असंतोष पनपने लगा, और कंजर्वेटिव पार्टी ने महंगाई व बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर ट्रूडो को घेरना शुरू कर दिया. इसे भी पढ़ें: अगले 2 दिन भयंकर बारिश-आंधी-तूफान का हाई अलर्ट   लिबरल पार्टी 9 मार्च 2025 को अपना नया नेता चुनेगी, जो तब तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री की भूमिका भी निभाएगा. पूर्व केंद्रीय बैंकर मार्क कार्नी इस दौड़ में सबसे आगे माने जा रहे हैं. कुछ जनमत सर्वेक्षणों में कार्नी के नेतृत्व में लिबरल और कंजर्वेटिव पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है. नेतृत्वक विशेषज्ञों का मानना है कि लिबरल पार्टी की हालिया बढ़त स्थायी होगी या नहीं, यह नए नेता के प्रदर्शन और ट्रंप की नीतियों पर निर्भर करेगा. यदि ट्रंप कनाडा के खिलाफ कड़ा रुख बनाए रखते हैं, तो लिबरल पार्टी को फायदा हो सकता है. ट्रूडो के इस्तीफे और ट्रंप की धमकियों ने कनाडा की नेतृत्व को नया आयाम दे दिया है. लिबरल पार्टी, जो कुछ महीने पहले हार की कगार पर थी, अब एक मजबूत प्रतिस्पर्धी के रूप में उभर रही है. हालांकि, यह देखना बाकी है कि क्या यह वापसी चुनाव तक कायम रह सकती है. क्या खालिस्तानी समर्थकों की पसंदीदा पार्टी फिर से सत्ता हासिल करेगी, या कंजर्वेटिव पार्टी देश की कमान संभालेगी? कनाडा के मतदाता अब ऐसे नेता की तलाश में हैं, जो घरेलू समस्याओं को हल कर सके और अमेरिका के साथ संबंधों को भी संतुलित रख सके. आने वाले महीने इस नेतृत्वक संघर्ष में निर्णायक भूमिका निभाएंगे. 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होलाष्टक 2025 से डरें नहीं, अपनाएं ये उपाय

Holashtak 2025 upay and remedies: हर वर्ष फाल्गुन मास में होली का त्योहार अत्यंत उत्साह के साथ मनाया जाता है. इस पर्व का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है. पंचांग के अनुसार, होली से आठ दिन पूर्व होलाष्टक की अवधि प्रारंभ होती है. इस समय शुभ और मांगलिक कार्यों का निषेध होता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, होलाष्टक के दौरान वर्जित कार्य करने से साधक को जीवन में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और मांगलिक कार्यों का शुभ फल प्राप्त नहीं होता है. होलाष्टक 2025 कब से प्रारंभ होगा? पंचांग के अनुसार, इस वर्ष होलाष्टक 7 मार्च, शुक्रवार से आरंभ होगा और 14 मार्च तक चलेगा. 13 मार्च को होलिका दहन होगा और 14 मार्च को धुरेड़ी (होली उत्सव) मनाया जाएगा. होलाष्टक के 8 दिनों के दौरान विवाह, नामकरण संस्कार, गृह प्रवेश, सगाई आदि जैसे शुभ कार्यों पर रोक रहेगी. होलाष्टक पर होती है मांगलिक कार्यों पर रोक, क्या है इसकी वजह होलाष्टक के दुष्प्रभावों से बचने के लिए कुछ उपाय किए जाते हैं. यहां जानें उन उपायों के बारे में होलाष्टक में कौन-से उपाय किए जाएं? होलाष्टक के समय कुछ विशेष उपाय करने से इसके अशुभ प्रभावों में कमी लाई जा सकती है. ये उपाय निम्नलिखित हैं- होलाष्टक के दौरान भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करना चाहिए. इससे जीवन में शांति बनी रहती है और समस्याओं से मुक्ति मिलती है. होलाष्टक में दान का भी विशेष महत्व है. इस समय जरूरतमंदों को अपनी इच्छा अनुसार कपड़े, अनाज, भोजन आदि का दान करना चाहिए. होलाष्टक में प्रतिदिन शिवलिंग पर जल चढ़ाना चाहिए. इससे भक्तों की सभी इच्छाएं पूरी हो सकती हैं और समस्याओं का समाधान भी संभव है. The post होलाष्टक 2025 से डरें नहीं, अपनाएं ये उपाय appeared first on Naya Vichar.

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Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: अभीरा ने शो के अपकमिंग ट्विस्ट से उठाया पर्दा, कहा- अरमान को कठिनाइयों….

Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: ये रिश्ता क्या कहलाता है अपनी दिलचस्प कहानी से दर्शकों को खूब एंटरटेन कर रही है. लेटेस्ट कहानी अभीरा और अरमान के इर्द-गिर्द घूमती है. दोनों तमाम परेशानियों को भूलकर एक हो गए हैं. हाल ही में अरमान की मां शिवानी की एंट्री हुई. उनके आने के बाद अरमान ने पोद्दार हाउस छोड़कर अपनी मां और पत्नी के साथ अलग रहने का फैसला किया. अब समृद्धि शुक्ला ने अपकमिंग ट्विस्ट को लेकर कई राज खोले है. समृद्धि शुक्ला ने अपकमिंग ट्विस्ट से उठाया पर्दा समृद्धि शुक्ला ने इंडिया फोरम संग बात करते हुए, ”अभीरा और अरमान के रास्ते में बहुत सारा प्यार आ रहा है और मुझे लगता है कि इसका बहुत इंतजार किया जा रहा था, क्योंकि लोग अभिमान को अलग होते नहीं देखना चाहते थे. मुझे लगता है कि यह अंततः अरमान और अभीरा ही हैं, जो विपत्ति, समस्याओं और जीवन की कठिनाइयों के खिलाफ लड़ रहे हैं. वह एक टीम के तौर पर काम कर रहे हैं. इसलिए इस तरह के सीन्स करने में काफी मजा आता है. आनो वाले एपिसोड में जबरदस्त ट्विस्ट और टर्न आएंगे.” नया विचार की प्रीमियम स्टोरी: Child Mental Health : शिशु हो रहे हैं दबंग, रेप और आत्महत्या करने में भी नहीं करते संकोच, जानिए क्या है वजह चॉल में रहते हैं अरमान अभीरा ये रिश्ता क्या कहलाता है का वर्तमान ट्रैक अरमान और अभीरा के फिर से मिलने और शिवानी को पोद्दार हाउस में वापस लाने के इर्द-गिर्द घूमता है. ड्रामा तब बढ़ जाता है, जब कावेरी गुस्से से आग बबूला हो जाती है और शिवानी को घर से निकल जाने के लिए कहती है. अरमान अपनी मां की बेइज्जती बर्दाशत नहीं कर सका और पोद्दार हाउस छोड़कर चला जाता है. चैनल की ओर से जारी किए गए नए प्रोमो में, अरमान और अभीरा अब एक चॉल में चले गए हैं और उन्होंने अपना जीवन नए सिरे से शुरू करने का फैसला किया है. The post Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: अभीरा ने शो के अपकमिंग ट्विस्ट से उठाया पर्दा, कहा- अरमान को कठिनाइयों…. appeared first on Naya Vichar.

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