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March 12, 2025

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नई दिल्ली के साहित्योत्सव में बोले डॉ बीरेंद्र कुमार महतो, नागवंशी राजाओं के राजकाज की भाषा थी नागपुरी

रांची-नई दिल्ली के रवींद्र भवन में साहित्योत्सव-2025 का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में बुधवार को रांची विश्वविद्यालय के जनजातीय एवं क्षेत्रीय भाषा संकाय में नागपुरी विषय के सहायक प्राध्यापक डॉ बीरेंद्र कुमार महतो ने कहा कि नागपुरी भाषा झारखंड की सर्वाधिक लोकप्रिय भाषा है. इसकी मधुरता और सरलता के कारण भाषाविदों ने इसे बांसुरी की भाषा, गीतों की रानी और मांदर की भाषा कहकर सुशोभित किया है. साहित्य अकादमी की ओर से 7 मार्च से 12 मार्च तक चलने वाले इस कार्यक्रम में उन्होंने झारखंड से नागपुरी भाषा का प्रतिनिधित्व किया. डॉ बीरेंद्र कुमार महतो ने कहा कि छोटानागपुर प्रांत के नागवंशी राजाओं ने नागपुरी भाषा को अपने राजकाज की भाषा बनायी थी. तब से लेकर 1947 तक नागपुरी झारखंड की राजभाषा बनी रही. नागपुरी स्वतंत्र भाषा है-डॉ बीरेंद्र कुमार महतो डॉ बीरेंद्र कुमार महतो ने कहा कि अंग्रेजों और ईसाई मिशनरियों ने भी अपने धर्म प्रचार के लिए इसे अपनाया. बाद में इसे लिखने के लिए कैथी, बांग्ला, उड़िया, मराठी, रोमन और देवनागरी लिपि का प्रयोग किया गया. उन्होंने कहा कि भाषा विज्ञान के दृष्टिकोण से नागपुरी स्वतंत्र भाषा है. इसका अपना विपुल साहित्य, शब्दकोश और व्याकरण है. झारखंड के आलावा असम, पश्चिम बंगाल, नेपाल, ओडिशा, बिहार, बांग्लादेश और अंडमान तक विस्तार है. वर्तमान में करीब तीन करोड़ लोग इस भाषा का प्रयोग करते हैं जो इसके पुकारू नाम जैसे सादरी, सदरी, गंवारी, नगपुरिया शब्द का प्रयोग करते हैं. साहित्योत्सव 2025 में 50 से अधिक भाषाओं के प्रतिनिधि हुए शामिल पठन-पाठन के साथ-साथ डॉ बीरेंद्र ने नागपुरी व्याकरण और नागपुरी भाषा साहित्य से संबंधित कई पुस्तकों की रचना की है. साहित्योत्सव में उन्होंने कहा कि भाषा ही संस्कृति है और संस्कृति ही भाषा है. भाषा और संस्कृति का एक जटिल, समजातीय संबंध है. नागपुरी भाषा की उत्पत्ति और विकास के साथ साथ नागपुरी भाषा की महत्ता तथा क्षेत्र विस्तार और नागपुरी भाषा के नामकरण और लिखने के लिए समयांतर में प्रयोग की गयी लिपियों की यात्रा पर प्रकाश डाला. साहित्योत्सव 2025 के 100 सत्रों में 50 से अधिक भाषाओं के लगभग 700 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया. मौके पर डॉ बीरेंद्र महतो ने सात नागपुरी कविताओं जागा झारखंडिया, पेयारा खंड, बेयाकुल आहयं, चइल नि सकोना, बह तनी देइर, नावां उलगुलान एवं झारखंडक धरती महान का पाठ किया. इस सत्र में नागपुरी भाषा के अलावा असमिया, मलयालम, पंजाबी, संस्कृत, तमिल व उर्दू भाषा के साहित्यकारों ने भी अपनी-अपनी प्रस्तुति दी. पढ़ें नया विचार की प्रीमियम स्टोरी:मुगल राजदरबार में अकबर ने शुरू कराया था होली का जश्न, औरंगजेब ने लगा दिया था प्रतिबंध The post नई दिल्ली के साहित्योत्सव में बोले डॉ बीरेंद्र कुमार महतो, नागवंशी राजाओं के राजकाज की भाषा थी नागपुरी appeared first on Naya Vichar.

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CUJ National Seminar: सीयूजे में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन, प्रो अरविंद चंद्र पांडेय ने की सराहना

CUJ National Seminar: रांची-सीयूजे में बुधवार को दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन हो गया. क्लीन एनवायरमेंट इनविजन्ड टुवर्ड्स विकसित हिंदुस्तान विषय पर आयोजित सेमिनार के समापन सत्र में मुख्य अतिथि के तौर पर प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन संकाय के पूर्व संकाय प्रमुख प्रो अरविंद चंद्र पांडेय ने इसकी सराहना करते हुए कहा कि ये सेमिनार काफी सकारात्मक पहल है. इसमें पर्यावरण की मौजूदा समस्याओं और समाधान पर दो दिनों तक विमर्श हुआ. इस सेमिनार में विज्ञान आधारित समाधान निकले, जिसका उपयोग वैज्ञानिक, नीति निर्माता और आम जनता कर सकते हैं. राष्ट्रीय सेमिनार में 50 पेपर प्रस्तुत किए गए आईक्यूएसी के डायरेक्टर प्रो रतन कुमार डे विशिष्ट अतिथि के तौर पर सत्र में माजूद थे. उन्होंने विभाग के कार्य को सराहा. समापन सत्र की अध्यक्षता प्रो मनोज कुमार (संकायाध्यक्ष, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन संकाय) ने की. उन्होंने मुख्य अतिथि और सभी आगंतुकों का स्वागत किया. उन्होंने विभाग की गतिविधियों और सफल प्रयोगों के बारे में जानकारी दी. प्रो भास्कर सिंह (संगोष्ठी के संयोजक और विभागाध्यक्ष, पर्यावरण विज्ञान विभाग) ने दो दिनों की इस संगोष्ठी की रिपोर्ट पेश की. उन्होंने बताया कुल 50 पेपर पिछले दो दिनों में प्रस्तुत हुए. कई प्रतिष्ठित संस्थानों से प्रतिभागी और विद्वानों ने भाग लिया. सीएसआईआर-सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ माइनिंग एंड फ्यूल रिसर्च, आईसीएफआरई-इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेस्ट प्रोडक्टिविटी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी, बीआईटी मेसरा, इग्नू, केंद्रीय विश्वविद्यालय दक्षिण बिहार और रांची विश्वविद्यालय. राष्ट्रीय सेमिनार की सराहना कई प्रतिभागियों ने इस आयोजन को सफल बताया और सीयूजे और पर्यावरण विभाग को सराहा. स्वागत भाषण डॉ अनुराग लिंडा (सह प्राध्यापक, पर्यावरण विभाग) धन्यवाद ज्ञापन डॉ सुशील शुक्ला (सहायक प्राध्यापक, पर्यावरण विभाग) और समन्वयन डॉ निर्मली बोरदोलोई (सहायक प्राध्यापक, पर्यावरण विभाग) ने किया. पढ़ें नया विचार की प्रीमियम स्टोरी:पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक करने वाली बलूच लिबरेशन आर्मी की मांग क्या है, वे क्यों 1948 से ही कर रहे विद्रोह? The post CUJ National Seminar: सीयूजे में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का समापन, प्रो अरविंद चंद्र पांडेय ने की सराहना appeared first on Naya Vichar.

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Retail Inflation: आम आदमी को बड़ी राहत, 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंची खुदरा महंगाई दर

Retail Inflation: फरवरी 2025 में देश के आम आदमी को महंगाई से बड़ी राहत मिली है. इस महीने में खुदरा महंगाई दर 7 महीने के निचले स्तर 3.61% पर पहुंच गई, जिससे आम आदमी को थोड़ी राहत मिली है. सब्जियों, अंडे और प्रोटीन युक्त उत्पादों की कीमतों में गिरावट इस कमी का मुख्य कारण रही. बुधवार को जारी प्रशासनी आंकड़ों में यह जानकारी सामने आई. फरवरी 2025 की खुदरा महंगाई के प्रमुख बिंदु CPI आधारित महंगाई दर जनवरी के 4.26% से घटकर 3.61% पर आ गई. पिछली बार इतनी कम महंगाई जुलाई 2024 में दर्ज की गई थी. खाद्य मुद्रास्फीति 3.75% तक गिर गई, जो मई 2023 के बाद सबसे कम है. RBI का 2-6% महंगाई लक्ष्य के भीतर बनी हुई है. महंगाई दर में गिरावट क्यों आई? राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) के अनुसार, जनवरी की तुलना में कोर मुद्रास्फीति में 65 आधार अंकों की कमी दर्ज की गई. सब्जियों के दाम गिरे: अदरक (-35.81%), जीरा (-28.77%) और टमाटर (-28.51%) में भारी गिरावट आई. अंडे, मांस और मछली के दाम घटे. दाल और दूध उत्पादों की महंगाई में नरमी रही. कहां अब भी महंगाई ज्यादा है? कुछ वस्तुओं की कीमतों में अब भी उछाल जारी है. नारियल तेल: +54.48% नारियल: +41.61% सोना: +35.56% चांदी: +30.89% प्याज: +30.42% शहरी बनाम ग्रामीण महंगाई दर शहरी महंगाई फरवरी में घटकर 3.32% रही (जनवरी में 3.87%) ग्रामीण महंगाई भी 4.59% से घटकर 3.79% हो गई. सबसे कम महंगाई तेलंगाना (1.31%) में दर्ज हुई. सबसे ज्यादा महंगाई केरल (7.31%) में रही. RBI की मौद्रिक नीति पर असर महंगाई 4% से नीचे आने से विशेषज्ञों का मानना है कि RBI अप्रैल 2025 की मौद्रिक नीति समिति (MPC) बैठक में ब्याज दरों में फिर से कटौती कर सकता है. पहले ही फरवरी में 0.25% की दर कटौती हो चुकी है. ICRA की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर के अनुसार, MPC की अगली बैठक में एक और 0.25% दर कटौती की संभावना है. इसके बाद जून या अगस्त में भी कटौती हो सकती है. आनंद राठी ग्रुप के मुख्य अर्थशास्त्री सुजन हाजरा के मुताबिक, महंगाई RBI के 4.4% पूर्वानुमान से भी कम रहने की संभावना है, जिससे ब्याज दर कटौती का सिलसिला जारी रह सकता है. इसे भी पढ़ें: क्या आप जानते हैं SIP का पावर? जानेंगे तो 15,000 जमा करके पा लेंगे 41 करोड़ रुपये आरबीआई रेपो रेट घटने से आम आदमी पर असर ब्याज दर घटने से EMI में कटौती: होम लोन, कार लोन और पर्सनल लोन सस्ते होने की उम्मीद है. खाद्य पदार्थों की कीमतों में राहत: सब्जियों और अनाज की कीमतों में कमी से आम आदमी की जेब पर बोझ कम होगा. शेयर बाजार में तेजी संभव: महंगाई काबू में रहने से निवेशकों का भरोसा बढ़ सकता है. इसे भी पढ़ें: ये म्यूचुअल फंड है या कमाई का बादशाह? बाजार की गिरावट में भी बरस रहा पैसा The post Retail Inflation: आम आदमी को बड़ी राहत, 7 महीने के निचले स्तर पर पहुंची खुदरा महंगाई दर appeared first on Naya Vichar.

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Pakistan Train Hijacked: खत्म हुआ ऑपरेशन, उग्रवादियों के कब्जे से छुड़ाई गई ट्रेन, 33 उग्रवादी ढेर

Pakistan Train Hijacked: 30 घंटे से ज्यादा चले ऑपरेशन के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बलूच विद्रोहियों के कब्जे से जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को छुड़ा लिया है. सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि इस ऑपरेशन में सभी उग्रवादी मारे गए हैं, कुछ बंधकों की भी जान गई है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक 300 से अधिक बंधकों को बचा लिया गया है. इससे पहले मंगलवार को उग्रवादियों ने दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान प्रांत के बोलन में जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर दिया था. ट्रेन में करीब 450 लोग सवार थे. सभी लोगों को बीएलए ने हाईजैक कर लिया था. पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने बताया कि बलूचिस्तान में ट्रेन हमले में 21 यात्री और चार सैनिक मारे गए हैं. जबकि, 33 विद्रोहियों को भी मार गिराया गया. बलूचिस्तान में ट्रेन हमले में 21 यात्री और चार सैनिक मारे गए पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ ने टीवी चैनल दुनिया न्यूज को बताया कि सुरक्षा बलों ने घटनास्थल पर मौजूद सभी 33 विद्रोहियों को मार गिराया. लेफ्टिनेंट जनरल शरीफ ने कहा “सशस्त्र बलों ने सभी आतंकवादियों को मार गिराया और सभी यात्रियों को सुरक्षित छुड़ाकर बुधवार शाम को अभियान सफलतापूर्वक पूरा कर लिया.” उन्होंने बताया कि मंगलवार को ट्रेन पर हमला करके विद्रोहियों ने 21 यात्रियों को मार डाला. इस घटना में अर्धसैनिक बल के चार जवान भी मारे गए.” उग्रवादियों के चंगुल से छुड़ाई गई ट्रेन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आतंकवादियों ने मंगलवार (11 मार्च) को जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमला कर उसे पटरी से उतार दिया था. इसके बाद ट्रेन में सवार सभी यात्रियों को बंधक बना लिया था. हाइजैक की समाचार के बाद पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. 30 घंटे से ज्यादा के ऑपरेशन के बाद सुरक्षाबलों ने अधिकतर बंधकों की सुरक्षित रिहा करा लिया. इससे पहले हाईजैक के बाद उग्रवादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा था कि अगर अधिकारी जेल में बंद उग्रवादियों को रिहा करने के लिए राजी हो जाते तो उग्रवादी समूह यात्रियों को रिहा करने के लिए तैयार था. पढ़ें नया विचार की प्रीमियम स्टोरी : पीएम मोदी का मॉरीशस में बिहारी गीत-गवई से स्वागत- ‘राजा के सोभे ला माथे, सैकड़ों साल पुरानी परंपरा में जीवित संस्कृति The post Pakistan Train Hijacked: खत्म हुआ ऑपरेशन, उग्रवादियों के कब्जे से छुड़ाई गई ट्रेन, 33 उग्रवादी ढेर appeared first on Naya Vichar.

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नेपाल की विदेश मंत्री ने की बाबा बैद्यनाथ की पूजा, अपने देश की समृद्धि की कामना की

Nepal MEA in Deoghar: नेपाल की विदेश मंत्री डॉ आरजू राणा देउबा बुधवार को अपने परिवार के साथ देवघर के बाबा बैद्यनाथ मंदिर पहुंचीं. इस दौरान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये थे. मंदिर प्रशासन उन्हें प्रशासनिक भवन ले गया, जहां उनके पुश्तैनी पुरोहित संजय सरेवार ने संकल्प कराकर वैदिक रीति-रिवाज के अनुसार पंचोपचार विधि से पूजा-अर्चना करवायी. बाबा बैद्यनाथ के दर्शन के बाद उन्होंने माता पार्वती मंदिर, महाकाल भैरव मंदिर, अन्नपूर्णा मंदिर और मां बगला मंदिर में भी श्रद्धापूर्वक पूजा-अर्चना की. बाबा पार्वती मंदिर के शिखर पर पारंपरिक गठबंधन किया और बाबा मंदिर प्रांगण में भव्य आरती में शामिल हुईं. पूजा-अर्चना के दौरान उन्होंने नेपाल की सुख-समृद्धि, जनता की रक्षा और देश की तरक्की के लिए बाबा से मंगलकामना की. नेपाल की विदेश मंत्री ने बाबा बैद्यनाथ का अभिषेक करने के बाद गठबंधन भी किया. फोटो : नया विचार बाबा बैद्यनाथ में अटूट आस्था – डॉ आरजू राणा देउबा डॉ आरजू राणा देउबा ने पूजा-अर्चना के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि बाबा बैद्यनाथ के प्रति उनकी अटूट श्रद्धा और आस्था है. उन्होंने बताया कि इससे पहले भी वर्ष 2019 में वे बाबा के दर्शन के लिए आयीं थीं. उन्होंने कहा, ‘बाबा जो चाहेंगे, वही होगा. मैं यहां नेपाल की जनता के लिए खुशहाली, तरक्की और रक्षा की कामना करने आयी हूं.’ नया विचार प्रीमियम स्टोरी : Ho Tribe: कन्या भ्रूण हत्या से कोसों दूर हो जनजाति के लोग, बेटियों के जन्म पर मनाते हैं जश्न सरदार पंडा से गद्दी घर में लिया आशीर्वाद इसके बाद विदेश मंत्री प्रशासनिक भवन स्थित सरदार पंडा गद्दी घर पहुंचीं, जहां उन्होंने सरदार पंडा श्रीश्री गुलाब नंद ओझा के चरण स्पर्श कर उनका आशीर्वाद लिया. इस दौरान वहां मौजूद श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत किया. इस दौरान मंदिर मजिस्ट्रेट, मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त, भाजपा नेता हरि सिंह, अभयानंद झा, बाबा झा, मिथिलेश सिन्हा सहित मंदिर के कई पुजारी और कर्मी उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें 12 मार्च को आपको कितने में मिलेगा 14 किलो का एलपीजी सिलेंडर, यहां देखें कीमत गिरिडीह में रंगदारी वसूली की तैयारी कर रहा था अमन साहू, अब हार्डकोर अपराधियों को पकड़ना पुलिस के लिए चुनौती आईएसएम धनबाद क्यूएस रैंकिंग में हिंदुस्तान में अव्वल, विश्व में 20वें नंबर पर Sarkari Naukri: झारखंड को मिले 162 नये डॉक्टर, स्वास्थ्य विभाग में जल्द होगी 10 हजार से अधिक बहाली The post नेपाल की विदेश मंत्री ने की बाबा बैद्यनाथ की पूजा, अपने देश की समृद्धि की कामना की appeared first on Naya Vichar.

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Three language Formula: क्या है त्रि-भाषा फॉर्मूला और क्यों बना है केंद्र और तमिनाडु सरकार के बीच विवाद का कारण?

नई दिल्ली. राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 में प्रस्तावित त्रि-भाषा फॉर्मूला (Three language Formula) द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेतृत्व वाली तमिलनाडु प्रशासन और केंद्र के बीच नेतृत्वक विवाद का केंद्र बना हुआ है. एनईपी 2020 में तीन-भाषा फॉर्मूला यह सुझाव देता है कि छात्र तीन भाषाएं सीखें, जिनमें से कम से कम दो मूल हिंदुस्तानीय भाषाएं होनी चाहिए. यह फॉर्मूला प्रशासनी और निजी दोनों स्कूलों पर लागू होता है, जिससे राज्यों को बिना किसी दबाव के भाषाएं चुनने की छूट मिलती है. इसलिए आइए इस फॉर्मूले (Three language Formula)के बारे में विस्तार से जानें. क्या है तीन-भाषा फॉर्मूला? (Three language Formula of NEP) एनईपी 2020 में प्रस्तावित त्रि-भाषा फॉर्मूला कहता है कि छात्रों को तीन भाषाएं सीखनी चाहिए और इनमें से कम से कम दो हिंदुस्तान की मूल भाषा होनी चाहिए. यह फॉर्मूला प्रशासनी और निजी दोनों स्कूलों पर लागू होता है तथा राज्यों को बिना किसी दबाव के भाषाएं चुनने की छूट देता है. किन कक्षाओं पर लागू होगा? एनईपी में कहा गया है कि कम से कम कक्षा पांच तक लेकिन कक्षा आठ और उससे आगे तक, घरेलू भाषा, मातृभाषा, स्थानीय भाषा या क्षेत्रीय भाषा शिक्षा का माध्यम होनी चाहिए. त्रि-भाषा फॉर्मूला का इतिहास (New Education Policy in Hindi) त्रि-भाषा फॉर्मूला सबसे पहले शिक्षा आयोग (1964-66) ने प्रस्तावित किया था, जिसे आधिकारिक तौर पर कोठारी आयोग के नाम से जाना जाता है. इसे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के नेतृत्व में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 1968 में औपचारिक रूप से अपनाया गया था. राजीव गांधी के प्रधानमंत्री कार्यकाल में एनईपी 1986 में त्रि-भाषा फॉर्मूला की दोबारा पुष्टि की गई थी. 1992 में नरसिंह राव के नेतृत्व वाली कांग्रेस प्रशासन ने भाषायी विविधता और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के लिए इसमें संशोधन किया था. इस फॉर्मूले में तीन भाषाएं शामिल थीं-मातृभाषा या क्षेत्रीय भाषा, आधिकारिक भाषा (अंग्रेजी सहित) और एक आधुनिक हिंदुस्तानीय या यूरोपीय भाषा. Naya Vichar Premium Story: झारखंड में परीक्षाओं में धांधली को लेकर केंद्र से भी सख्त कानून, फिर भी थमने का नाम नहीं ले रहे पेपर लीक के मामले एनईपी 2020 में इस फॉर्मूले को लेकर क्या कहा गया है? एनईपी 2020 में स्कूल स्तर से ही “बहुभाषावाद को प्रोत्साहित करने के लिए त्रि-भाषा फार्मूले को जल्द लागू किए जाने” का प्रस्ताव है. नीति दस्तावेज में कहा गया है कि “संवैधानिक प्रावधानों, लोगों, क्षेत्रों एवं संघ की आकांक्षाओं, बहुभाषावाद को प्रोत्साहित करने और राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए” त्रि-भाषा फार्मूले का क्रियान्वयन जारी रहेगा.  क्या इस फॉर्मूले का उद्देश्य राज्यों पर कोई भाषा थोपना है? एनईपी 2020 में स्पष्ट किया गया है कि त्रि-भाषा फॉर्मूले में ज्यादा फ्लेक्सिबिलिटी होगी और किसी भी राज्य पर कोई भी भाषा नहीं थोपी जाएग.  नीति में कहा गया है कि राज्य, क्षेत्र और खुद छात्र, छात्रों द्वारा सीखी जाने वाली तीन भाषाओं को चुन सकते हैं, बशर्ते इनमें से कम से कम दो हिंदुस्तान की मूल भाषा हों. विदेशी भाषाओं के बारे में क्या कहा गया है? एनईपी 2020 के मुताबिक, माध्यमिक स्तर के छात्र हिंदुस्तानीय भाषाओं और अंग्रेजी के अलावा, कोरियाई, जापानी, फ्रेंच, जर्मन और स्पेनिश जैसी विदेशी भाषाएं भी सीख सकते हैं. अंग्रेजी, जो ज्यादातर स्कूलों में पढ़ाई का माध्यम है, उसे अब विदेशी भाषा माना जाएगा। इसके चलते अंग्रेजी पढ़ने वाले छात्रों को दो हिंदुस्तानीय भाषाएं चुननी होंगी. तमिलनाडु क्यों कर रहा विरोध? तमिलनाडु लगातार त्रि-भाषा फॉर्मूले का विरोध करता आया है. 1937 में सी राजगोपालाचारी की अध्यक्षता वाली तत्कालीन मद्रास प्रशासन ने वहां के स्कूलों में हिंदी की पढ़ाई अनिवार्य कर दी थी. जस्टिस पार्टी और पेरियार जैसे द्रविड़ नेताओं ने बड़े पैमाने पर इस फैसले का विरोध किया था. 1940 में इस नीति को रद्द कर दिया गया लेकिन हिंदी विरोधी भावनाएं बरकरार रहीं. साल 1968 में जब त्रि-भाषा फॉर्मूला पेश किया गया था और तब तमिलनाडु ने इसे हिंदी को थोपने का प्रयास करार देते हुए इसका विरोध किया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री सीएन अन्नादुरई के नेतृत्व में तमिलनाडु ने दो-भाषा नीति अपनाई थी, जिसके तहत केवल तमिल और अंग्रेजी पढ़ाई जाती थी. स्कूली शिक्षा समवर्ती विषय है, जिसके चलते राज्य इस फॉर्मूले को अपनाने से इनकार कर सकते हैं. तमिलनाडु एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसने कभी भी त्रि-भाषा फॉर्मूला लागू नहीं किया है. उसने हिंदी और अन्य क्षेत्रीय भाषाओं सहित हिंदुस्तानीय भाषाओं के बजाय अंग्रेजी को चुना है. ताजा विवाद की वजह क्या है? तमिलनाडु के एनईपी 2020 के प्रमुख पहलुओं, खासतौर पर त्रि-भाषा फॉर्मूले को लागू करने से इनकार करने के कारण केंद्र ने राज्य को समग्र शिक्षा अभियान (एसएसए) के लिए दी जाने वाली केंद्रीय सहायता राशि की 573 करोड़ रुपये की पहली किस्त रोक दी है. नीति से जुड़े नियमों के अनुसार, सर्व शिक्षा अभियान के लिए वित्तपोषण हासिल करने के वास्ते राज्यों का एनईपी के दिशा-निर्देशों पर अमल करना अनिवार्य है. यह भी पढ़ें- MP Budget 2025: 3 लाख नौकरियों से युवा वर्ग को मिलेगा नया भविष्य, शिक्षा विभाग के लिए और क्या? जानें यहां The post Three language Formula: क्या है त्रि-भाषा फॉर्मूला और क्यों बना है केंद्र और तमिनाडु प्रशासन के बीच विवाद का कारण? appeared first on Naya Vichar.

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दलमा में बाघ का आतंक, गौशाला के बैल का किया शिकार, वन विभाग ने जारी किया अलर्ट

Tiger Terror in Dalma: पूर्वी सिंहभूम के दलमा वन्य प्राणी आश्रयणी में बाघ की मौजूदगी से ग्रामीणों और पर्यटकों में दहशत है. रविवार रात और सोमवार को दलमा बूढ़ा बाबा शिव मंदिर की गौशाला के बैल को बाघ ने अपना शिकार बनाया. गौशाला की देख-रेख करने वाले झाजल बाबा ने घटना की जानकारी मंदिर प्रबंधन को दी. इसके बाद वन विभाग ने सुरक्षा उपायों के तहत उस क्षेत्र में पर्यटकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. साथ ही ग्रामीणों और पर्यटकों के लिए अलर्ट जारी कर दिया है. दिसंबर से दलमा में घूम रहा है बाघ बाघ दिसंबर 2024 से लगातार दलमा जंगल में घूम रहा है. अब तक मंदिर की गौशाला की 5 से 6 गायों का शिकार कर चुका है. आश्रम के साधु-संत और ग्रामीणों में इससे भय का माहौल है. दलमा के डीएफओ सबा आलम अंसारी ने बाघ की मौजूदगी की पुष्टि की है. उन्होंने कहा है कि यह बाघ की प्रवृत्ति है. नया विचार प्रीमियम स्टोरी : Ho Tribe: कन्या भ्रूण हत्या से कोसों दूर हो जनजाति के लोग, बेटियों के जन्म पर मनाते हैं जश्न डीएफओ बोले- लोगों को सावधानी बरतने की दी है हिदायत डीएफओ ने कहा कि वन विभाग स्थिति पर नजर बनाये हुए है और टकराव से बचने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रहा है. स्थानीय ग्रामीणों को सतर्क कर दिया गया है. जंगल में जाने वालों को सावधानी बरतने की हिदायत दी गयी है. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें बंगाल होते हुए वापस दलमा लौटा था बाघ चांडिल और चौका के बीच जंगल में 31 दिसंबर 2024 को बाघ के होने की पुष्टि की गयी थी. इसके बाद से यह बाघ बंगाल होते हुए वापस दलमा पहुंचा और कैमरों में इसकी गतिविधियां दर्ज हुईं हैं. वन विभाग ग्रामीणों के साथ समन्वय बनाकर निगरानी बढ़ा रहा है. इसे भी पढ़ें लोकसभा में किसने कहा- संताल परगना को अलग राज्य बनाएं, झारखंड में राष्ट्रपति शासन लगाने पर करें विचार गैंगस्टर अमन साहू के शव को बर्फ की सिल्ली में रखकर एंबुलेंस से भेजा रांची आईएसएम धनबाद क्यूएस रैंकिंग में हिंदुस्तान में अव्वल, विश्व में 20वें नंबर पर होली से पहले हेमंत सोरेन ने की हाई लेवल मीटिंग, पुलिस को दिये ये निर्देश The post दलमा में बाघ का आतंक, गौशाला के बैल का किया शिकार, वन विभाग ने जारी किया अलर्ट appeared first on Naya Vichar.

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Today School Assembly News Headlines 13 March: स्कूल असेंबली के लिए 13 मार्च की समाचार सुर्खियां

Today School Assembly News Headlines in Hindi 13 March 2025: समाचार सुर्खियां महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह देश-दुनिया में हो रही घटनाओं के बारे में अवगत कराती हैं. स्कूलों में प्राॅर्थना सभा में समाचारों के बारे में बताया जाना नया नहीं है और यह प्राॅर्थना सभा की मुख्य गतिविधियों में शामिल है. छात्रों को सुबह देश-दुनिया, स्पोर्ट्स, बिजनेस और टेक्नोलाॅजी आदि की समाचारों के बारे में जानना जरूरी है. इसलिए इस लेख में स्कूल असेंबली के लिए 13 मार्च की समाचार सुर्खियां- Today School Assembly News Headlines in Hindi (13 March) बताई जा रही हैं. असेंबली के लिए आज की समाचार सुर्खियां- Today’s News Headlines in Hindi For School Assembly (13 March) स्कूल असेंबली के लिए आज की समाचार सुर्खियां- Today’s News Headlines in Hindi for School Assembly (13 March) इस प्रकार हैं- SSC MTS Final Result 2024 Out: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने 12 मार्च 2025 को अपनी आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS) और हवलदार परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है QS Rankings 2025: इंडियन स्कूल ऑफ माइंस (ISM) विश्वविद्यालय धनबाद ने क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 में हिंदुस्तान में अपनी जगह सबसे ऊपर बनाई है. इस बार की रैंकिंग में विषय के आधार पर 79 हिंदुस्तानीय संस्थान शामिल हैं. आईएसएम धनबाद ने विश्व स्तर पर 20वीं रैंक हासिल की है और इससे इंजीनियरिंग (खनिज और खनन) हिंदुस्तान का सबसे ऊंचा रैंक वाला विषय बन गया है. Bihar Board Result 2025: बिहार बोर्ड 10वीं और 12वीं की परीक्षा का परिणाम जल्द ही जारी होने वाला है. दलाई लामा ने कहा कि उनका उत्तराधिकारी चीन के बाहर ‘स्वतंत्र दुनिया’ में पैदा होगा. एलोन मस्क ने एक्स पर साइबर हमले का दावा किया, आउटेज के लिए ‘समन्वित समूह या देश’ को दोषी ठहराया. हिंदुस्तान ने डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ कटौती के दावे पर कोई प्रतिबद्धता जताने से किया इनकार. मैनचेस्टर यूनाइटेड ने 100,000 सीटों वाला नया स्टेडियम बनाने की योजना की घोषणा की. कुश मैनी 2012 के बाद से F1 में पहले हिंदुस्तानीय बने, रिजर्व ड्राइवर के रूप में अल्पाइन में शामिल हुए. स्पोर्ट्स मंत्रालय ने हिंदुस्तानीय कुश्ती महासंघ का निलंबन वापस लिया. 2023 में 118 डेयरी निर्यातक देशों में से आधे में अमेरिका शीर्ष 10 आयातकों में शामिल है. तेजस लड़ाकू विमान का उत्पादन निजी क्षेत्र की भागीदारी से बढ़ा. हिंदुस्तानी एयरटेल ने हिंदुस्तान में स्टारलिंक के हाई-स्पीड इंटरनेट को लाने के लिए स्पेसएक्स के साथ समझौता किया. हिंदुस्तान वैश्विक वेब3 डेवलपर्स का 17% हिस्सा है, 2028 तक अमेरिका से आगे निकलने का अनुमान है. Naya Vichar Premium Story: झारखंड में परीक्षाओं में धांधली को लेकर केंद्र से भी सख्त कानून, फिर भी थमने का नाम नहीं ले रहे पेपर लीक के मामले टाॅप-5 स्कूल असेंबली समाचार (5 News Headlines for School Assembly in Hindi) स्कूल असेंबली के लिए स्टूडेंट्स के लिए 5 News Headlines for School Assembly in Hindi इस प्रकार हैं- MP Budget 2025: 3 लाख नौकरियों से युवा वर्ग को मिलेगा नया भविष्य RRB Technician Result 2025: रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB) ने CEN 02/2024 भर्ती परीक्षा के तहत तकनीशियन ग्रेड 1 पदों के लिए आधिकारिक तौर पर परिणाम घोषित कर दिया है DDU Result 2025 Out: दीन दयाल उपाध्याय यूनिवर्सिटी UG और PG कोर्सेस का परिणाम जारी UPSC CAPF 2025 : केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल में बनें असिस्टेंट कमांडेंट, 357 पदों पर मांगे गये हैं आवेदन SLPRB Assam Police Result: एसएलपीआरबी जल्द ही सैम पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2025 के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा (पीईटी) का परिणाम जारी करेगा. टाॅप-10 स्कूल असेंबली समाचार (10 Lines Today News Headlines in Hindi for School Assembly) स्कूल असेंबली के लिए स्टूडेंट्स के लिए 10 Lines Today News Headlines in Hindi for School Assembly इस प्रकार हैं- हाईजैक जाफर एक्सप्रेस में BLA के फिदायीन तैनात, पाक सेना और विद्रोहियों के बीच भारी संघर्ष जारी PM Kisan Samman Nidhi Yojana: छूटे किसानों को बड़ी राहत, 15 अप्रैल से शुरू होगा विशेष अभियान, मिलेगा पिछली किस्तों का लाभ सेबी ने वित्तीय सुरक्षा को मजबूत करने के लिए एएमएल और सीएफटी पर कोर्स शुरू किए हैं, जिसमें विनियमन, अपराध की रोकथाम और अनुपालन उपायों को शामिल किया गया है एक रिपोर्ट में असम के बर्नीहाट को दुनिया का सबसे प्रदूषित शहर बताया गया है जबकि दिल्ली सबसे प्रदूषित राजधानी है राष्ट्रीय दिवस समारोह के लिए मॉरीशस में पीएम मोदी का भव्य स्वागत किया गया और वे महत्वपूर्ण कूटनीतिक चर्चा करेंगे अमेरिकी खुफिया प्रमुख तुलसी गबार्ड अपने इंडो-पैसिफिक दौरे के दौरान हिंदुस्तान आएंगी, जिसमें जापान, थाईलैंड और फ्रांस से बातचीत की जाएगी Jio का होली धमाका: 100 रुपये में 5GB डेटा और 90 दिनों का JioHotstar सब्सक्रिप्शन हिंदुस्तान ने द्विपक्षीय संबंधों और ऐतिहासिक संबंधों को मजबूत करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में तालिबान के साथ कूटनीतिक वार्ता की. मुंबई इंडियंस ने गुजरात जायंट्स पर 7 रन की रोमांचक जीत के साथ स्त्री प्रीमियर लीग प्लेऑफ में जगह बनाई. रक्षा मंत्रालय तेजस लड़ाकू विमान के उत्पादन में तेजी ला रहा है, जिसमें निजी कंपनियां HAL और DRDO के साथ शामिल हो रही हैं. इस कदम का उद्देश्य विनिर्माण की गति को बढ़ाना और हिंदुस्तान की वायु रक्षा क्षमताओं को मज़बूत करना है. यह भी पढ़ें- GK in Hindi 2025: छात्रों के लिए करंट अफेयर्स से जुड़े प्रश्न-उत्तर आज का सुविचार (Thought of The Day in Hindi for School Assembly) अपनी पिछली गलतियों से सीखें – बीते कल में हुई गलतियों को सुधारकर आगे बढ़ें. इसी तरह की अन्य न्यूज अपडेट्स के लिए बने रहें हमारी वेबसाइट के साथ. 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Foods That Cause Constipation: सौ साल तक कब्ज नहीं आएगा आपके करीब, अगर आपने इन फूड्स से दूरी बना लिया तो

Foods That Cause Constipation: कब्ज आजकल की एक आम समस्या बन चुकी है. बड़े – बुजुर्गों से लेकर आजकल कम उम्र के लोग भी कब्ज से पीड़ित रहते हैं. पर्याप्त पानी नहीं पीना ,शारीरिक निष्क्रियता, तनाव और अनहेल्दी- अनियमित आहार का सेवन कुछ ऐसे कारण हैं, जिससे कब्ज की समस्या उत्पन्न होती है लेकिन इनमे भी अनहेल्दी आहार का सेवन कब्ज के कई कारणों में सबसे प्रमुख कारण है. हम भोजन में फाइबर की कितनी मात्रा ले रहे हैं?,और हमारे भोजन की प्रकृति सुपाच्य है या नही? ये सब मिलकर तय करते हैं की कब्ज होगा या नही , इसलिए यह कहा जा सकता है की कब्ज का होना नही होना हमारे आहार के हर एक निवाले से तय होता है. एक लंबे समय तक कब्ज की समस्या रहने से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है. कब्ज की समस्या के समाधान के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स अपने लाइफस्टाइल और आहार में बदलाव करने के लिए तमाम टिप्स देते हैं लेकिन क्या आपको पता है की कुछ ऐसे फूड्स हैं जिनका सेवन लोग जाने-अनजाने में करने लगते हैं?, जो आगे चलकर कब्ज जैसी समस्या को जन्म देते हैं, तो आइए आज के इस लेख में हम कुछ ऐसे फूड्स के बारे में बात करते हैं जिनका सेवन कब्ज उत्पन्न कर सकता है. यह भी पढ़ें: Benefits Of Tadasana: मजबूत, लंबा और तंदुरुस्त शरीर चाहते हैं तो ताड़ासन को अपने दिनचर्या में शामिल करें, बीमारियां भी रहेंगी दूर यह भी पढ़ें: Foods Not Eat With Milk: अगर आपने दूध के साथ इन चीजों को खाया तो आप गंभीर समस्याओं में पड़ सकते हैं डेयरी प्रोडक्ट्स डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध और पनीर का सेवन कब्ज की समस्या का कारण बन सकता है. डेयरी प्रोडक्ट्स में लैक्टोज होता है बहुत लोगों में लेक्टोज इनटोलरेंस की समस्या होती है जिस वजह से शरीर लैक्टोज को नही पचा पाता है और इस कारण कब्ज, एसिडिटी और गैस जैसी समस्याएं होती हैं. डेयरी प्रोडक्ट्स में कैल्शियम और केसिन प्रोटीन की अधिकता भी होती है. कैल्शियम और केसिन प्रोटीन दोनो की अधिकता भी पाचन में बाधा बन सकता है, क्योंकि ये दोनो पेट में जल्दी नही टूट पाते हैं. इतना ही नहीं दूध और पनीर जैसे डेयरी प्रोडक्ट्स में संतृप्त वसा की मात्रा भी अधिक होती है और यह भी कब्ज का कारण बन सकता है. केला कच्चे केले में स्टार्च की मात्रा अधिक होती है. स्टार्च की अधिकता पाचन क्रिया को खराब कर सकता है और कब्ज का कारण बन सकता है. हालांकि आप अगर बहुत ज्यादा पके हुए केले का सेवन करते हैं तो यह भी कब्ज का कारण बन सकता है क्योंकि इसमें चीनी की अधिकता होती है जो पाचन में रुकावट पैदा करेगा. फाइबर युक्त भोजन पाचन क्रिया दुरुस्त रखने के लिए जाना जाता है लेकिन अगर आप जरूरत से ज्यादा फाइबर युक्त भोजन का सेवन करते हैं तो यह भी कब्ज को पैदा कर सकता है क्योंकि कच्चा केला अत्यधिक फाइबर के लिए भी जाना जाता है. मैदा से बनी चीजें अगर आप मैदा से बनी चीजे जैसे जैसे ब्रेड , बिस्कुट और कुकीज़ को खाने के शौकीन है तो आने वाले समय में कब्ज आपको भी हो सकता है. इसका कारण यह है कि मैदा में फाइबर की मात्रा बहुत कम होता है या ना मात्र होता है. इस वजह से मैदा से बनी चीजों को पचा पाना पेट के लिए सबसे मुश्किल कार्य होता है. मैदा से बने खाद्य पदार्थों में कई तरह के प्रिजर्वेटिव्स का इस्तेमाल भी किया जाता है .ये प्रिजर्वेटिव आंतो के अच्छे बैक्टीरिया को खत्म कर सकते हैं जिससे पाचन क्रिया खराब हो सकती है और कब्ज उत्पन्न होने की संभावना बन सकती है. कॉफी अगर आप कॉफी पीने के शौकीन हैं तो आपको जानना चाहिए कि यह कब्ज का कारण बन सकता है. कॉफी में पाया जाने वाला कैफ़ीन पाचन का दुश्मन बन सकता है. कैफीन आंतों के संकुचन दर को कम कर सकता है, जिससे मल त्याग में परेशानी का अनुभव हो सकता है. इतना ही नही कैफीन शरीर को निर्जलीकृत ( डिहाइड्रेट ) भी करता है जिसके कारण आंतों के भीतर जमा अपशिष्ट पदार्थ कठोर हो सकता है और इस वजह से कब्ज होने की संभावना बढ़ जाती है. कॉफी का औसत पीएच 5 के आसपास होता है यानी कॉफी एसिडिक नेचर का होता है जो आंतों के पीएच लेवल को असंतुलित कर सकता है जिसके परिणामस्वरूप आंतों में रहने वाले अच्छे बैक्टीरिया नष्ट हों सकते हैं जो कब्ज का कारण बन सकता है. रेड मीट रेड मीट का अधिक सेवन करने वाले लोग सावधान हो हो जाएं क्योंकि यह कब्ज को जन्म दे सकता है. इसमें सैचुरेटेड फैट की अधिक मात्रा होती है. सैचुरेटेड फैट की अधिकता पेट में कब्ज का कारण बन सकता है. इसमें फाइबर की भी कमी होती है जिस कारण इसको पचा पाना मुश्किल होता है. रेड मीट में आयरन की अधिकता होती है और जरूरत से ज्यादा आयरन भी कब्ज में योगदान दे सकता है. फास्ट फूड्स फास्ट फूड का सेवन पाचन के लिए बिल्कुल भी सही नहीं होता है. इसमें फाइबर्स की मात्रा बहुत कम होती है इसलिए इसको पचा पाना मुश्किल होता है. इतना ही नहीं फास्ट फूड में वसा और चीनी की अधिकता भी होती है, जिस कारण यह पाचन संबंधी परेशानियों का कारण बन सकता है. बहुत ऐसे फास्ट फूड होते हैं जिनको लंबे समय तक स्टोर करने के लिए इनमें प्रिजर्वेटिव और एडिटिव्स मिलाया जाता है. ये प्रिजर्वेटिव और एडिटिव्स आंतों में बैक्टीरिया का संतुलन बिगाड़ देते हैं जिससे पाचन की दिक्कत शुरू हो जाती है और इस तरह से फास्ट फूड कब्ज का कारण बनता है. The post Foods That Cause Constipation: सौ साल तक कब्ज नहीं आएगा आपके करीब, अगर आपने इन फूड्स से दूरी बना लिया तो appeared first on Naya Vichar.

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SSC MTS Final Result 2024 Out: एसएससी एमटीएस फाइनल रिजल्ट जारी, कटऑफ और मेरिट लिस्ट करें चेक

SSC MTS Final Result 2024 Out: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने 12 मार्च 2025 को अपनी आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS) और हवलदार परीक्षा 2024 का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. साथ ही, कट-ऑफ मार्क्स भी घोषित कर दिए गए हैं. जो उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए थे, वे अपना रिजल्ट एसएससी की ऑफिशियल वेबसाइट ssc.gov.in पर चेक कर सकते हैं. कटऑफ और मेरिट लिस्ट भी जारी (SSC MTS Final Result 2024 Out) जो उम्मीदवार 30 सितंबर से 14 नवंबर 2024 तक हुई MTS और हवलदार टियर 1 परीक्षा में शामिल हुए थे, वे अब SSC MTS और हवलदार का फाइनल रिजल्ट/मेरिट लिस्ट 2025 पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं. रिजल्ट देखने के लिए आप आधिकारिक वेबसाइट या नीचे दिए गए लिंक का उपयोग कर सकते हैं. इसके बाद आप अपना SSC MTS स्कोर कार्ड भी देख सकते हैं. उम्मीदवार अपनी श्रेणी के हिसाब से अंतिम कट-ऑफ अंक और MTS की फाइनल मेरिट लिस्ट भी डाउनलोड कर सकते हैं. Naya Vichar Premium Story: झारखंड में परीक्षाओं में धांधली को लेकर केंद्र से भी सख्त कानून, फिर भी थमने का नाम नहीं ले रहे पेपर लीक के मामले SSC MTS Result Download कैसे करें? SSC MTS Final Result 2024 Out होने के बाद कैंडिडेट्स इस प्रकार डाउनलोड कर सकते हैं- चरण 1: कैंडिडेट्स सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर जाएं  चरण 2: अब होमपेज पर सबसे ऊपर रिजल्ट टैब पर क्लिक करें चरण 3: SSC MTS रिजल्ट लिंक पर क्लिक करें चरण 4: स्क्रीन पर एक पीडीएफ फाइल दिखाई देगी चरण 5: SSC MTS हवलदार 2024 रिजल्ट पीडीएफ में रोल नंबर या नाम देखें इसके अलावा SSC MTS Result को डाउनलोड करें और सेव करें. यह भी पढ़ें- MP Budget 2025: 3 लाख नौकरियों से युवा वर्ग को मिलेगा नया भविष्य, शिक्षा विभाग के लिए और क्या? जानें यहां The post SSC MTS Final Result 2024 Out: एसएससी एमटीएस फाइनल रिजल्ट जारी, कटऑफ और मेरिट लिस्ट करें चेक appeared first on Naya Vichar.

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