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March 15, 2025

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गाड़ी तोड़ने वालों को पुलिस ने तोड़ा, लाठी से मारते-मारते निकाल दी सारी दबंगई, Video

Gujarat Police: 13 मई की देर रात अहमदाबाद के वस्त्राल इलाके में भारी अफरा-तफरी मच गई, जब शाश्वत 2 सोसाइटी के पास कुछ उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया. मिली जानकारी के अनुसार, करीब 15 से 20 लोगों के एक समूह ने इलाके में खड़ी गाड़ियों को निशाना बनाया और कई वाहनों में तोड़फोड़ की. इस दौरान स्थानीय लोगों पर भी हमला किया गया और स्कूटर, कार तथा दुकानों को गंभीर नुकसान पहुंचाया गया. घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए इलाके को घेर लिया और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर जांच शुरू की. पुलिस ने इस मामले में शामिल कई उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसी घटना में शामिल एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसकी लाठियों से भरपूर दंड दिया जा रहा है. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक प्रमुख आरोपी की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तारी के दौरान आरोपी ने पुलिस का सहयोग नहीं किया, जिसके चलते पुलिस ने उसे लाठियों से काबू किया. Viral Video. Don’t do hooliganism or riots in Gujarat!! pic.twitter.com/rEFvc2uZMa — Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) March 15, 2025 इस तोड़फोड़ के पीछे का मकसद अभी तक पता नहीं चल पाया है, लेकिन इस घटना ने निवासियों में दहशत पैदा कर दी है. घटना के बाद अहमदाबाद पुलिस के डीसीपी बलदेव देसाई ने कहा, “हमने वस्त्राल में हिंसा और तोड़फोड़ में शामिल लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. आगे की जांच जारी है.” पुलिस अशांति में शामिल किसी भी अन्य व्यक्ति की पहचान करने के लिए अपनी जांच जारी रखे हुए है. इस घटना के बाद इलाके में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि स्थिति पर नियंत्रण रखा जा सके और किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके. स्थानीय निवासियों ने इस घटना पर नाराजगी जताई है और प्रशासन से सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है. पुलिस का कहना है कि मामले की पूरी जांच की जा रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. Zero Tolerance for Lawlessness! The miscreants who created havoc in Ahmedabad destroying public property and attacking innocent people just a day before Holi are now facing the well-deserved consequences! Swift and decisive action by the Gujarat Govt & Police ensures that such… pic.twitter.com/4tI5fu5eTR — Vishnu Vardhan Reddy (@SVishnuReddy) March 15, 2025 गुजरात पुलिस ने इस घटना के बाद कई उपद्रवियों को हिरासत में लिया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है. पुलिस ने चेतावनी दी है कि अगर भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोहराई गईं तो और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी. स्थानीय प्रशासन ने आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और होली के त्योहार को शांतिपूर्ण तरीके से मनाने का अनुरोध किया है. पुलिस के त्वरित एक्शन के चलते इलाके में अब शांति का माहौल है. The post गाड़ी तोड़ने वालों को पुलिस ने तोड़ा, लाठी से मारते-मारते निकाल दी सारी दबंगई, Video appeared first on Naya Vichar.

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PHOTOS: जसीडीह चकाई मोड़ के पास लगी भीषण आग, 12 होटल जलकर खाक, 12 घंटे बिजली ठप

Massive Fire in Jasidih| देवघर, आशीष/निषिद्ध : देवघर के जसीडीह चकाई मोड़ के पास भीषण आग में 12 होटल जलकर खाक हो गये. आग की लपटें इतनी तेज उठ रहीं थीं कि दूर से ही इसे देखा जा सकता था. घटना शुक्रवार की रात करीब 10:25 बजे हुई. अगलगी में फुटपाथ पर चल रहे 12 होटल और गुमटी पूरी तरह से जलकर राख हो गये. 4 दमकल गाड़ियों ने रात 2 बजे आग पर काबू पाया जैसे ही लोगों ने आग देखी, अपने स्तर से उसे बुझाने की कोशिश शुरू कर दी. आग बुझने की बजाय और फैलने लगी. इसी दौरान अग्निशमन विभाग को सूचित किया गया. सूचना मिलते ही आधे घंटे में दमकल वाहन पहुंचे और अग्निशमनकर्मियों ने आग बुझाना शुरू कर दिया. एक-एक कर 4 दमकल की गाड़ियां पहुंचीं और देर रात करीब 2 बजे काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका. देर रात आग बुझाने में जुटे फायर ब्रिगेड के कर्मचारी. फोटो : नया विचार इन लोगों के होटल और दुकानों में लगी आग अगलगी की इस घटना में एक होटल में गोपालपुर निवासी दशरथ दास की स्कूटी रखी थी. स्कूटी भी जलकर खाक हो गयी. आग में चमारीडह निवासी कुलदीप मोदी, संताली के रोहित कुमार, शंभु बर्णवाल, सोनू कुमार, राहुल कुमार, संजय रमानी, रतन राम, जोगी राम, रतनपुर के बुल्लू यादव, कुंजीसार के झगरू पंडित, झाझा निवासी श्रवण कुमार तुरी, बदनाटिल्हा के कारू राम, रंजीत कुमार, सियाराम राय के होटल जल गये हैं. नया विचार प्रीमियम स्टोरी : Ho Tribe: कन्या भ्रूण हत्या से कोसों दूर हो जनजाति के लोग, बेटियों के जन्म पर मनाते हैं जश्न रिक्शा दुकान और पान गुमटी भी जलकर राख उज्ज्वल दुबे की रिक्शा दुकान और टुनटुन मोदी की पान गुमटी भी जल गयी है. दुकानदारों का कहना है कि आग लगने की इस घटना में कुल 10 लाख रुपए का नुकसान हुआ है. होटल में रखे बर्तन, कुर्सी, टेबल, राशन पूरी तरह से जल गये. आसपास के लोगों का कहना है कि जमीन पर कब्जा करने की साजिश के तहत दुकानों और होटलों को साजिश के तहत जलाया गया है. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें देर रात तक घटनास्थल पर मुस्तैद रही पुलिस घटना की सूचना मिलने पर जसीडीह थाना के इंस्पेक्टर सह थाना प्रभारी दीपक कुमार, एसआई उदय कुमार सिंह, एएसआई अजित कुमार तिवारी, शशिभूषण राम पुलिसकर्मियों के साथ पहुंचे. पुलिस बल देर रात तक घटनास्थल पर मुस्तैद रहा. कोई अनहोनी न हो, इसलिए जसीडीह बाजार की बिजली काट दी गयी. सभी होटल और दुकानें हो गयीं जलकर खाक. फोटो : नया विचार अगलगी की वजह से जसीडीह बाजार में 12 घंटे बिजली ठप आग लगने की घटना के बाद बिजली काटे जाने की वजह से करीब 12 घंटे तक जसीडीह बाजार में अंधेरा छाया रहा. घटना में कई बिजली के खंभे और तार भी जल गये हैं. बड़ी अनहोनी को टालने के लिए बिजली काटने का फैसला लिया गया. इतना ही नहीं, देर रात करीब 4 घंटे तक जसीडीह के चकाई मोड़ के रास्ते से आवागमन बाधित रहा. इसे भी पढ़ें Ranchi News: होली के दिन नामकुम में जमकर हुई मारपीट, तलवारबाजी में 4 गंभीर बेहद खास होती थी छत्तीसगढ़ी समाज की होली, होलिका दहन के बाद अंगारों पर नंगे पांव चलते थे लोग आदिम जनजातियों में जीवित है डोल जतरा की परंपरा, 3 दिन तक रहता है उत्साह पलामू, गढ़वा समेत झारखंड के इन 5 जिलों में आज से लू का अलर्ट, रांची में छायेगा बादल The post PHOTOS: जसीडीह चकाई मोड़ के पास लगी भीषण आग, 12 होटल जलकर खाक, 12 घंटे बिजली ठप appeared first on Naya Vichar.

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30 हजार की रेंज में आया iQOO Neo 10R कितना दमदार है? खरीदने से पहले एक बार जरूर देखें Review

iQOO Neo 10R Review: iQOO ने हिंदुस्तानीय स्मार्टफोन बाजार में अपना नया डिवाइस iQOO Neo 10R लॉन्च कर दिया है. यह स्मार्टफोन दमदार प्रॉसेसर, बड़ी बैटरी और शानदार फीचर्स के साथ आता है, जिससे यह टेक लवर्स और गेमिंग के शौकीनों के लिए एक बेहतरीन विकल्प साबित हो सकता है. iQOO Neo 10R के खास फीचर्स पावरफुल प्रॉसेसर: इस फोन में लेटेस्ट Qualcomm Snapdragon 8+ Gen 1 प्रॉसेसर दिया गया है, जो हाई-परफॉर्मेंस गेमिंग और स्मूद मल्टीटास्किंग को सपोर्ट करता हैलॉन्ग-लास्टिंग बैटरी: 6400mAh की बैटरी के साथ यह फोन पूरे दिन का बैकअप देने में सक्षम है, साथ ही इसमें 120W फास्ट चार्जिंग सपोर्ट भी मिलता हैअमेजिंग डिस्प्ले: इस डिवाइस में 6.78 इंच का AMOLED डिस्प्ले है, जो 144Hz रिफ्रेश रेट के साथ आता है, जिससे गेमिंग और स्ट्रीमिंग का अनुभव शानदार हो जाता हैकैमरा सेटअप: स्मार्टफोन में 50MP प्राइमरी कैमरा और 16MP फ्रंट कैमरा दिया गया है, जिससे शानदार फोटोग्राफी और वीडियो कॉलिंग संभव हो सके5G कनेक्टिविटी: यह फोन 5G नेटवर्क को सपोर्ट करता है, जिससे हाई-स्पीड इंटरनेट एक्सपीरियंस मिलेगा. टेक्नोलॉजी की अन्य समाचारें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें यह भी पढ़ें: पानी से बेअसर हैं ये स्मार्टफोन्स, मिलेंगे टकाटक फीचर्स, कीमत 20 हजार से कम iQOO Neo 10R की कीमत और उपलब्धता iQOO ने इस फोन की शुरुआती कीमत 24,999 रुपये रखी है. इसे दो रंगों- Raging Blue और Moonknight Titanium में बाजार में उतारा गया है. इसके 8GB+128GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 24,999 रुपये, 8GB+256GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 26,999 और 12GB+256GB स्टोरेज वेरिएंट की कीमत 28,999 रूपए रखी है. इस फोन की सेल Amazon India और iQOO.com पर 19 मार्च 2025 से शुरू होगी. क्यों खरीदें iQOO Neo 10R? गेमिंग और परफॉर्मेंस के लिए बेस्टबड़ी बैटरी और फास्ट चार्जिंगहाई-रिफ्रेश रेट डिस्प्ले5G कनेक्टिविटी सपोर्ट iQOO Neo 10R: एक बेस्ट परफॉर्मेंस स्मार्टफोन iQOO Neo 10R स्मार्टफोन उन यूज़र्स के लिए एक शानदार ऑप्शन है जो दमदार परफॉर्मेंस, बेहतरीन कैमरा और लंबी बैटरी लाइफ चाहते हैं। यह डिवाइस गेमिंग और हाई-इंटेंसिटी टास्क को स्मूथली हैंडल कर सकता है, जिससे यह अपने प्राइस सेगमेंट में एक मजबूत दावेदार बन जाता है। स्मार्टफोन में 50MP प्राइमरी कैमरा और 16MP सेल्फी कैमरा दिया गया है. 5G कनेक्टिविटी, हाई-परफॉर्मेंस और लंबी बैटरी लाइफ के कारण यह डिवाइस पावर यूजर्स और गेमर्स के लिए एक बढ़िया विकल्प साबित हो सकता है. यह भी पढ़ें: हिंदुस्तान में चुपके से Realme 14 Pro Lite 5G ने मारी एंट्री, किफायती दाम में मिल रहे लाखों वाले फीचर्स यह भी पढ़ें: Best Smartphone Under Rs 25000: मिड-बजट में मिलेंगे टॉप स्पेसिफिकेशंस, देखें लिस्ट The post 30 हजार की रेंज में आया iQOO Neo 10R कितना दमदार है? खरीदने से पहले एक बार जरूर देखें Review appeared first on Naya Vichar.

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Essay on Bhagat Singh in Hindi: भगत सिंह पर निबंध ऐसे लिखें छात्र

Essay on Bhagat Singh in Hindi: शहीद भगत सिंह एक महान स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने हंसते-हंसते देश के लिए अपनी जान दे दी थी. 23 मार्च को उनकी पुण्यतिथि है और इस मौके पर पूरे देश में अलग-अलग जगहों पर उन्हें और उनके बलिदान को याद करने के लिए कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. यह दिन छात्रों और युवाओं के लिए विशेष महत्व रखता है. स्कूल की परीक्षाओं या बोर्ड परीक्षाओं में छात्रों को भगत सिंह पर निबंध लिखने के लिए दिया जा सकता है, इसलिए इस लेख में आप भगत सिंह पर निबंध (Essay on Bhagat Singh in Hindi) 150 शब्दों और 400 शब्दों में लिखना सीखेंगे. भगत सिंह पर निबंध (Essay on Bhagat Singh in Hindi) 150 शब्दों में भगत सिंह पर निबंध (Essay on Bhagat Singh in Hindi) इस प्रकार है- भगत सिंह का जन्म 28 सितंबर 1907 को पंजाब के लायपुर जिले में हुआ था. उनके पिता का नाम किशन सिंह और माता का नाम विद्यावती था. भगत सिंह अकेले नहीं, उनके पिता और चाचा अजीत सिंह और स्वर्ण सिंह भी प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी थे.  भगत सिंह ने अपनी पढ़ाई डीएवी हाई स्कूल, लाहौर से की थी।.13 अप्रैल 1919 को जलियांवाला बाग में हुए हत्याकांड का गहरा असर 12 साल के भगत सिंह पर पड़ा. इसी घटना ने उन्हें अंग्रेजी शासन के खिलाफ संघर्ष करने की प्रेरणा दी. इसके बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और “नौजवान हिंदुस्तान सभा” बनाई. भगत सिंह ने राजगुरु और सुखदेव के साथ मिलकर काकोरी कांड को अंजाम दिया. 8 अप्रैल 1929 को भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने ब्रिटिश संसद में बम और पर्चे फेंके, ताकि अंग्रेजी शासन को जागरूक किया जा सके. उनका “इंकलाब जिंदाबाद” का नारा बहुत प्रसिद्ध हुआ. 7 अक्टूबर 1930 को उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई थी, जो 24 मार्च 1931 को दी जानी थी लेकिन अंग्रेजी प्रशासन इतनी डर गई थी कि उन्होंने 23 मार्च 1931 को तय तारीख से 11 घंटे पहले ही उन्हें फांसी दे दी. यह भी पढ़ें- 10 Lines on Bhagat Singh in Hindi: महान क्रांतिकारी भगत सिंह के बारे में 10 लाइन भगत सिंह पर निबंध (Essay on Bhagat Singh in Hindi) 400 शब्दों में भगत सिंह पर निबंध (Essay on Bhagat Singh in Hindi) इस प्रकार है- प्रस्तावना भगत सिंह हिंदुस्तानीय इतिहास के सबसे साहसी और प्रभावशाली स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे. उन्हें उनकी बहादुरी, क्रांतिकारी विचारों और देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान के लिए याद किया जाता है. 28 सितंबर 1907 को बंगा (अब पाकिस्तान में) में जन्मे भगत सिंह ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के खिलाफ संघर्ष के प्रतीक बन गए. भगत सिंह का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा (Bhagat Singh Essay in Hindi) भगत सिंह का जन्म एक सिख परिवार में किशन सिंह संधू और विद्यावती कौर के घर हुआ था. छोटी उम्र से ही वे देशभक्ति की कहानियों और स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा किए गए बलिदानों से बहुत प्रभावित थे. वे एक बुद्धिमान छात्र थे और उन्होंने शुरुआत में लाहौर के दयानंद एंग्लो-वैदिक (डीएवी) स्कूल में पढ़ाई की. एक युवा लड़के के रूप में वे 1919 में जलियांवाला बाग हत्याकांड से स्तब्ध थे और इसने उन पर एक स्थायी प्रभाव डाला और हिंदुस्तान की स्वतंत्रता के लिए लड़ने के उनके दृढ़ संकल्प को बढ़ावा दिया. क्रांतिकारी आदर्श भगत सिंह (Bhagat Singh in Hindi) भगत सिंह की क्रांतिकारी यात्रा तब शुरू हुई जब वे “हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन” (HSRA) के सदस्य बने. वे चंद्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के विचारों से बहुत प्रेरित थे, जो ब्रिटिश शासन के खिलाफ लड़ रहे थे. 1928 में भगत सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर लाला लाजपत राय की मौत का बदला लेने के लिए एक ब्रिटिश पुलिस अधिकारी जे.पी. सॉन्डर्स की हत्या की योजना बनाई. असेंबली बम विस्फोट 8 अप्रैल 1929 को भगत सिंह और बटुकेश्वर दत्त ने ब्रिटिश प्रशासन की दमनकारी नीतियों के विरोध में दिल्ली में केंद्रीय विधान सभा में बम फेंके. इसका उद्देश्य हत्या करना नहीं था, बल्कि प्रशासन को युवाओं के गुस्से से अवगत कराना था. उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और उनका मुकदमा उनके लिए स्वतंत्रता संग्राम पर अपने विचार व्यक्त करने का एक मंच बन गया. भगत सिंह की शहादत और विरासत  अपने वीरतापूर्ण कार्यों के बावजूद, भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव को जे.पी. सॉन्डर्स की हत्या में शामिल होने के लिए मौत की सजा सुनाई गई थी. 23 मार्च 1931 को भगत सिंह को 23 वर्ष की छोटी उम्र में फांसी दे दी गई थी. ब्रिटिश प्रशासन ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों से बचने के लिए उनकी फांसी की सजा को कई घंटे पहले ही तय कर दिया था. उनका साहस आज भी पीढ़ियों को प्रेरित करता है. उपसंहार भगत सिंह की बहादुरी, बलिदान और स्वतंत्र हिंदुस्तान के लिए उनके सपने ने देश पर हमेशा के लिए प्रभाव छोड़ा है. उनकी विरासत उन लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो न्याय, समानता और स्वतंत्रता के लिए लड़ना जारी रखते हैं. भगत सिंह हिंदुस्तानीय इतिहास के सबसे महान शहीदों में से एक हैं. यह भी पढ़ें- Holika Dahan Essay in Hindi: होलिका दहन पर निबंध…इस तरह लिखें छात्र The post Essay on Bhagat Singh in Hindi: भगत सिंह पर निबंध ऐसे लिखें छात्र appeared first on Naya Vichar.

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Video: मुंगेर के लाल ASI संतोष सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गई सलामी, एसपी ने दी अंतिम विदाई

Video: मुंगेर में ड्यूटी के दौरान शहीद हुए ASI संतोष कुमार सिंह को एसपी ने अंतिम विदाई दी. एसपी सय्यद इमरान मसूद ने शहीद ASI संतोष सिंह को पुलिस लाइन में अन्य पुलिसकर्मियों के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया. इसके बाद शहीद जमादार के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव भेजा जाएगा. मुंगेर के मुफस्सिल थाना में तैनात जमादार संतोष कुमार सिंह की आज (शनिवार) इलाज के दौरान मौत हो गई. शुक्रवार देर रात बदमाशों ने सिर पर धारदार हथियार से मारकर ASI को घायल कर दिया था. ALSO READ: Munger ASI Murder: मुंगेर में ASI की मौत के बाद एक्शन में पुलिस, एनकाउंटर में अपराधी को मारी गोली ALSO READ: Video: वाह रे दादागिरी, होली स्पोर्ट्सने से मना किया तो मार दी गोली, गुंडागर्दी का यह वीडियो आया सामने The post Video: मुंगेर के लाल ASI संतोष सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ दी गई सलामी, एसपी ने दी अंतिम विदाई appeared first on Naya Vichar.

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Ranchi News: होली के दिन नामकुम में जमकर हुई मारपीट, तलवारबाजी में 4 गंभीर

Ranchi News| नामकुम (रांची), राजेश वर्मा : झारखंड की राजधानी रांची में शराब दुकान के पास 2 पक्षों में जमकर मारपीट हुई. इस दौरान तलवारबाजी भी हुई, जिसमें कई लोग घायल हो गये. 4 की हालत गंभीर बतायी जा रही है. घटना रांची के नामकुम थाना क्षेत्र अंतर्गत नामकुम रेलवे स्टेशन के समीप खटाल में हुई. जरार बस्ती और नामकुम खटाल के युवकों के बीच हुआ था विवाद पुलिस ने बताया कि शुक्रवार की शाम पेट्रोल पंप के समीप स्थित प्रशासनी शराब दुकान के पास जोरार बस्ती एवं नामकुम खटाल के युवकों के बीच चाबी की वजह से विवाद शुरू हुआ. बाद में बात बढ़ी और मारपीट की नौबत आ गयी. खटाल के लोगों ने बस्ती के युवकों को पीट दिया. इसके बाद बस्ती वाले अपने-अपने घर चले गये. मारपीट के बीच एक पक्ष ने तलवार से कर दिया वार शनिवार (15 मार्कीच 2025) की सुबह बस्ती के दर्जनों लोग लाठी-डंडा लेकर खटाल पहुंचे. इसमें स्त्री और पुरुष दोनों थे. ये लोग खटाल गली में घुस रहे थे, तभी खटाल वालों को इसकी जानकारी मिल गयी. खटाल के लोग भी एकजुट हुए और बस्ती वालों के साथ मारपीट शुरू कर दी. इसी बीच एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष पर तलवार से वार कर दिया, जिसमें कई लोग घायल हो गये. 4 की हालत गंभीर है. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें तलवारबाजी के पूरा इलाका छावनी में तब्दील सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया. दो पक्षों में हुए विवाद को देखते हुए पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. तलवारबाजी की सूचना मिलने के बाद शुक्रवार की रात से ही नामकुम थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार के नेतृत्व में इलाके में पुलिस बल को तैनात कर दिया गया है. इसे भी पढ़ें उग्रवाद से मुक्त होगा गुमला, नागफेनी अंबाघाघ बनेगा पर्यटन स्थल हिंदुस्तान फाइनेंस कंपनी के कलेक्शन एजेंट ही निकले लूट के मास्टरमाइंड, 5 गिरफ्तार सिमडेगा में स्त्री समेत 5 पीएलएफआई उग्रवादी गिरफ्तार, पुलिस ने जेल भेजा, लेवी वसूलने आये थे सभी The post Ranchi News: होली के दिन नामकुम में जमकर हुई मारपीट, तलवारबाजी में 4 गंभीर appeared first on Naya Vichar.

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Success Story: आसान नहीं था स्वीपर से SBI AGM बनने तक का सफर…ऐसी प्रेरणादायी है प्रतीक्षा टोंडवालकर के संघर्ष और सफलता की कहानी

Pratiksha Tondwalkar Success Story in Hindi: कुछ कहानियां इतनी प्रेरणादायक होती हैं कि वे लोगों के जीवन में एक खास स्थान बना लेती हैं और लंबे समय तक उनके दिलों में ताजा रहती हैं. आज हम एक ऐसी ही प्रेरक कहानी साझा कर रहे हैं जो हमें यह सिखाती है कि मेहनत और संघर्ष से कोई भी मंजिल पाई जा सकती है. यह कहानी है प्रतीक्षा टोंडवालकर की जो कभी हिंदुस्तानीय स्टेट बैंक में सफाई कर्मचारी के तौर पर काम करती थीं लेकिन अपनी कड़ी मेहनत और लगन के बल पर उन्होंने बैंक में सहायक महाप्रबंधक (AGM) का पद हासिल किया. इस यात्रा ने न केवल उन्हें (Pratiksha Tondwalkar Success Story) अपने सपनों को पूरा करने की ताकत दी बल्कि दूसरों को भी यह संदेश दिया कि अगर दिल में आत्मविश्वास हो और मेहनत की जाए तो कोई भी कठिनाई बड़ी नहीं होती. प्रतीक्षा टोंडवालकर के बारे में (Pratiksha Tondwalkar Success Story) रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रतीक्षा पुणे की रहने वाली हैं. उन्होंने इंटरव्यू में बताया कि अपने माता-पिता की आर्थिक तंगी के कारण 17 साल की उम्र में 10वीं की परीक्षा पास करने से पहले ही सदाशिव कडू से शादी कर ली थी. कडू मुंबई में एसबीआई में बुकबाइंडर के तौर पर काम करते थे. दुखद बात यह है कि जब वे दोनों अपने गांव जा रहे थे तब एक दुर्घटना में कडू की मौत हो गई और इसके बाद प्रतीक्षा को 20 साल की उम्र में जीवनयापन के लिए संघर्ष करना पड़ा. Naya Vichar Premium Story: झारखंड में परीक्षाओं में धांधली को लेकर केंद्र से भी सख्त कानून, फिर भी थमने का नाम नहीं ले रहे पेपर लीक के मामले सफाई करके हर महीने 60-65 रुपये कमाती थीं प्रतीक्षा अपने परिवार का भरण-पोषण करने और अपनी हाई स्कूल की शिक्षा पूरी करने के लिए उन्हें एसबीआई में स्वीपर के रूप में काम करना पड़ा. वह अपने बेटे की देखभाल करने और अन्य छोटे-मोटे काम करने के साथ-साथ शौचालय की सफाई और संपत्ति के फर्नीचर की सफाई करके हर महीने लगभग 60-65 रुपये कमाती थीं स्वीपर से ऐसे बैंक क्लर्क बनीं प्रतीक्षा (Pratiksha Tondwalkar) कहा जाता है कि हर सार्थक उपलब्धि में संघर्ष और जीत के अपने चरण होते हैं और प्रतीक्षा की स्थिति भी अलग नहीं थी. उन्होंने मुंबई के विक्रोली में एक नाइट कॉलेज में दाखिला लिया, 12वीं की परीक्षा पास की और दूसरे नाइट कॉलेज में मनोविज्ञान में स्नातक की डिग्री हासिल की. ​​बाद में उन्होंने स्वीपर से बैंक क्लर्क तक का सफर तय किया. पति ने किया प्रोत्साहित तो सीजीएम-एजीएम के पद तक पहुंचीं प्रतीक्षा ने 1993 में दोबारा शादी की. उनके पति प्रमोद टोंडवालकर ने उनका बहुत साथ दिया और उन्हें बैंकिंग परीक्षा देने के लिए प्रोत्साहित किया. प्रतीक्षा ने स्थिति को बदल दिया और स्थिति में महत्वपूर्ण बदलाव किया. वह पूरी लगन से काम करने लगीं और अपने काम में पूरी तरह से जुट गईं. अपनी प्रतिबद्धता और लगन की वजह से प्रतीक्षा ट्रेनी ऑफिसर के पद तक पहुंचीं. बाद में वह चीफ जनरल मैनेजर (सीजीएम) और फिर असिस्टेंट जनरल मैनेजर (एजीएम) के पद पर पहुंचीं.  यह भी पढ़ें- UPSC IFS Success Story: कड़ी मेहनत और संकल्प की मिसाल…ऐसे पाई ‘सफलता की ऊंचाई’, जानें कौन हैं IFS तमाली साहा? समर्पण और आत्मविश्वास का फल है प्रतीक्षा की सफलता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) में स्वीपर से एजीएम तक प्रतीक्षा (Pratiksha Tondwalkar in Hindi) का सफर दिखाता है कि कड़ी मेहनत, समर्पण और आत्मविश्वास का फल कैसे मिलता है. जब आप अपने लक्ष्य की ओर निरंतर आगे बढ़ते रहते हैं तब मुश्किलें सिर्फ अस्थायी होती हैं और सही दिशा और प्रयास से सफलता जरूर मिलती है. उनका यह संघर्ष यह बताता है कि जीवन में अगर हम कभी भी हार न मानें और अपने सपनों के प्रति वफादार रहें तो किसी भी स्थिति को बदलने की ताकत हमारे भीतर होती है. यह भी पढ़ें- UPSC Success Story: आसान नहीं थी तैयारी पर सपने सच होते हैं…पहले ही प्रयास में अनन्या रेड्डी ने हासिल की AIR 3, जानें सफलता की राज The post Success Story: आसान नहीं था स्वीपर से SBI AGM बनने तक का सफर…ऐसी प्रेरणादायी है प्रतीक्षा टोंडवालकर के संघर्ष और सफलता की कहानी appeared first on Naya Vichar.

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होली के जश्न के बीच मधुबनी में जल उठा घर, सिलेंडर विस्फोट से मची अफरा-तफरी

Bihar News: बिहार के मधुबनी के बेनीपट्टी स्थित बनकट्टा गांव में शनिवार होली के दिन भीषण आग लगने से एक परिवार का सब कुछ जलकर राख हो गया. हरिवंश झा के घर में लगी इस आग ने चार कमरों में रखा सारा सामान जल कर राख हो गया है. सिलेंडर विस्फोट से मची अफरा-तफरी आग इतनी भयानक थी कि घर में रखे गैस सिलेंडर में विस्फोट हो गया. तेज धमाके से पूरे इलाके में दहशत फैल गई, लोग घबराकर बच्चों और बुजुर्गों को सुरक्षित स्थान पर ले जाने लगे. आग पर काबू पाने के दौरान यह जानकारी मिली कि घर में एक और सिलेंडर मौजूद है, जिससे लोगों की चिंता और बढ़ गई. मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने बहादुरी दिखाते हुए समय रहते आग को बुझाया और बड़ा हादसा टाल दिया. पारिवारिक विवाद में आगजनी की आशंका स्थानीय लोगों का कहना है कि यह आग किसी पारिवारिक विवाद का नतीजा हो सकती है. घर के मालिक हरिवंश झा के दो बेटे हैं—बड़ा बेटा मनोहर शादीशुदा है, जबकि छोटा बेटा कमलेश अविवाहित है. दोनों भाइयों के बीच काफी समय से तनाव चल रहा था. ग्रामीणों को शक है कि आग जानबूझकर पेट्रोल छिड़ककर लगाई गई होगी. हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. नया विचार प्रीमियम स्टोरी: मुगल राजदरबार में अकबर ने शुरू कराया था होली का जश्न, औरंगजेब ने लगा दिया था प्रतिबंध गांव में दहशत, जांच में जुटी पुलिस प्रत्यक्षदर्शी मनोरमा देवी ने बताया कि वह चाय बना रही थीं, तभी तेज धमाके की आवाज आई और आग की लपटें उठने लगीं. ग्रामीणों ने बताया कि घर में चार-पांच गैस सिलेंडर थे, लेकिन समय रहते चार को बाहर निकाल लिया गया, जिससे बड़ा हादसा टल गया. पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आग लगने के सही कारणों की पड़ताल की जा रही है. The post होली के जश्न के बीच मधुबनी में जल उठा घर, सिलेंडर विस्फोट से मची अफरा-तफरी appeared first on Naya Vichar.

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Munger ASI Murder: मुंगेर में ASI की मौत के बाद एक्शन में पुलिस, एनकाउंटर में अपराधी को मारी गोली

Munger ASI Murder: मुंगेर के मुफस्सिल थाना में तैनात जमादार संतोष कुमार सिंह की आज (शनिवार) इलाज के दौरान मौत हो गई. शुक्रवार देर रात बदमाशों ने सिर पर धारदार हथियार से मारकर ASI को घायल कर दिया था. अब इस मामले में पुलिस ने बड़ा एक्शन लिया है. पुलिस ने अपराधी गुड्डू यादव को एनकाउंटर में घायल किया है. घायल गुड्डू के दाएं पैर में गोली लगी है. साथ ही इस मामले में मुंगेर पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया है, जिसमें एक स्त्री शामिल है. मृतक संतोष कुमार सिंह कैमूर जिले के भभुआ थाना अंतर्गत पिपरिया गांव के रहने वाले थे. वहीं शहीद ASI संतोष कुमार का पोस्टमार्टम करने के बाद पुलिस लाइन में सलामी दी जाएगी. बकरी को बचाने में पलटी पुलिस की गाड़ी इस मामले में एसपी सय्यद इमरान मसूद ने बताया कि मामले में गिरफ्तार एक अपराधी गुड्डू यादव को साथ लेकर पुलिस मुफसिल थाना के बाकरपुर जा रही थी. इस दौरान पुलिस की गाड़ी बकरी को बचाने में पलट गयी, जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. इस मौके का फायदा उठा कर अपराधी गुड्डू यादव जवान सैफ अली की रायफल लेकर फायरिंग करने की कोशिश करने लगा. अपराधी को फायरिंग करता देख पुलिस ने अपराधी गुड्डू को चेतावनी देते हुए आत्मरक्षा में गोली मारी. इस घटना में अपराधी गुड्डू यादव के दाएं पैर में गोली लगी है. एसपी ने आगे बताया कि अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है. समाचार अपडेट की जा रही है… The post Munger ASI Murder: मुंगेर में ASI की मौत के बाद एक्शन में पुलिस, एनकाउंटर में अपराधी को मारी गोली appeared first on Naya Vichar.

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Asaduddin Owaisi: मस्जिदों के ढकने पर ओवैसी का तीखा सवाल- क्या मुसलमान दूसरे दर्जे के नागरिक हैं?

Asaduddin Owaisi: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश और केंद्र प्रशासन पर निशाना साधते हुए कहा कि देश में मुसलमानों के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार किया जा रहा है. उन्होंने मस्जिदों को ढके जाने के मुद्दे पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वे लोग डरपोक थे जो पाकिस्तान चले गए, लेकिन यहां रहने वाले मुसलमान बहादुरों की संतान हैं और हिंदुस्तान को ही अपना वतन मानते हैं. हैदराबाद में एक जलसे को संबोधित करते हुए ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों को उनके धार्मिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है और उनके आत्मसम्मान को छीना जा रहा है. उन्होंने कहा, “कुछ लोग कहते हैं कि अगर डर लगता है तो नमाज मत पढ़ो, घर में ही बैठ जाओ. कोई कहता है कि जैसे मस्जिदों को ढक दिया गया है वैसे ही तुम भी अपने सिर को ढक लो. कोई कहता है कि अगर हम सत्ता में आ गए तो मुसलमानों को बंगाल से निकाल देंगे. लेकिन हम बता देना चाहते हैं कि वे लोग डरपोक थे जो पाकिस्तान चले गए, लेकिन हम यहां पैदा हुए हैं और यहीं रहेंगे.” इसे भी पढ़ें: ‘शर्म करो, मुस्लिम हो’ नोरा फतेही ने मनाई होली, वीडियो वायरल ओवैसी ने आगे कहा कि मुसलमानों को दूसरे दर्जे का नागरिक समझा जा रहा है, लेकिन वे इसका लोकतांत्रिक तरीके से मुकाबला करेंगे और अपने अधिकारों के लिए लड़ते रहेंगे. उन्होंने एक मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए कहा, “अब हमें ये सिखाएंगे कि हमें नमाज कहां और कैसे पढ़नी चाहिए? मस्जिदें हमारे धार्मिक विश्वास का केंद्र हैं और हमें अपने धार्मिक कार्यों को करने का पूरा अधिकार है. हिंदुस्तानीय संविधान का अनुच्छेद 25 हमें इसकी अनुमति देता है और हम अपने अधिकारों से पीछे नहीं हटेंगे.” गौरतलब है कि होली और रमजान एक साथ पड़ने के कारण देश के कई हिस्सों में मस्जिदों को ढका गया था ताकि उन पर रंग न पड़े और किसी तरह का सांप्रदायिक तनाव न बढ़े. उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कई महीनों से तनाव बना हुआ है, ऐसे में वहां भी मस्जिदों को ढक दिया गया था. अयोध्या में भी मस्जिदों को ढकने के आदेश दिए गए थे ताकि होली के दौरान कोई विवाद न हो. इसे भी पढ़ें: यूपी समेत कई राज्यों में आज बारिश, ओलावृष्टि के बाद चलीं तेज हवाएं इस बार होली शुक्रवार के दिन पड़ने के कारण यह मुद्दा नेतृत्वक बहस का केंद्र बन गया. दरभंगा की मेयर अंजुम आरा ने कहा था कि नमाज का समय बदला नहीं जा सकता, लेकिन होली के लिए दो घंटे का ब्रेक दिया जा सकता है. अंजुम आरा जेडीयू की नेता हैं और उनके इस बयान के बाद नेतृत्वक प्रतिक्रियाएं तेज हो गईं. वहीं, उत्तर प्रदेश के संभल जिले में पुलिस अधिकारी अनुज चौधरी ने कहा कि जो लोग रंगों से असहज महसूस करते हैं, वे घर में रहें. उन्होंने यह भी कहा कि होली साल में सिर्फ एक बार आती है, जबकि नमाज हर हफ्ते पढ़ी जाती है. ऐसे में मुसलमानों को व्यापक सोच रखनी चाहिए और सभी त्योहारों को मिल-जुलकर मनाना चाहिए. इस पूरे विवाद के बीच नेतृत्वक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. जहां ओवैसी इसे मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर प्रशासन इसे सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की कोशिश करार दे रहा है. इसे भी पढ़ें: अमेरिका का सख्त रुख! ट्रंप प्रशासन 41 देशों की यात्रा पर लगा सकता है रोक The post Asaduddin Owaisi: मस्जिदों के ढकने पर ओवैसी का तीखा सवाल- क्या मुसलमान दूसरे दर्जे के नागरिक हैं? appeared first on Naya Vichar.

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