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March 18, 2025

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इतिहास रचकर लौटीं सुनीता विलियम्स, सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़

Sunita Williams Returns: हिंदुस्तानवंशी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन से पृथ्वी की ओर लौटने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है. नासा ने उन्हें जून 2024 में एक सप्ताह के मिशन पर अन्य अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर के साथ अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन भेजा था, लेकिन इसके बाद वे वहां रुक गईं. तब से अमेरिका सहित पूरी दुनिया उनकी वापसी की प्रतीक्षा कर रही थी. 3 बजकर 27 मिनट पर स्पेसक्राफ्ट उतरा स्पेसएक्स का क्रू 9 ड्रैगन यान फ्लोरिडा के तट पर समुद्र में सफलतापूर्वक लैंड कर चुका है. नासा ने यह पुष्टि की है कि 19 मार्च की सुबह हिंदुस्तानीय समयानुसार 3 बजकर 27 मिनट पर यह स्पेसक्राफ्ट सुरक्षित रूप से उतरा. इस महत्वपूर्ण वापसी के साथ, नासा लगातार मिशन से संबंधित जानकारी प्रदान कर रहा है. सुनीता विलियम्स की सफल लैंडिंग सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने अंतरिक्ष में 9 महीने का समय व्यतीत किया. इस दौरान, सुनीता ने 60 घंटे का स्पेस वॉक भी किया. लैंडिंग के लगभग 1 घंटे बाद चारों अंतरिक्ष यात्रियों को कैप्सूल से बाहर निकाला गया. अब उन्हें चिकित्सा जांच के लिए ले जाया जा रहा है. सभी अंतरिक्ष यात्रियों ने हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया. सुनीता की सफल लैंडिंग के बाद सोशल मीडिया रिएक्शन और कमेंट्स से भर गया है. एक्स (ट्विटर) पर लोगों के कमेंट्स देखे जा सकता है. एक यूजर ने लिखा है देखकर बहुत अच्छा लगा. बहुत खुश हूं कि वे सुरक्षित और स्वस्थ घर पहुंच गए हैं. एक यूजन ने कमेंट किया है वेलकम बैक, सुनीता विलियम्स. एक अन्य यूजर ने लिखा है स्पेसएक्स (spacex) और नासा (NASA) के लिए एक शानदार दिन, 4 अंतरिक्ष यात्री फिर से सुरक्षित रूप से धरती पर वापस आ गए. इसे संभव बनाने वाले सभी क्रू सदस्यों और कमांड सेंटर में काम करने वाले सभी लोगों को बधाई. आपने अंतरिक्ष को फिर से अद्भुत बना दिया है. एक कमेंट में बधाई देते हुए लिखा गया है शून्य गुरुत्वाकर्षण के साथ अंतरिक्ष में उन्नीस महीने, अलगाव विकिरण और अज्ञात कारक. फिर भी सुनीता और बुच विल्मोर मजबूत रहे और पृथ्वी से परे साबित कर दिया कि मानव आत्मा की कोई सीमा नहीं है. यह सिर्फ एक चुनौती नहीं थी, यह पूरी तरह असंभव था. The post इतिहास रचकर लौटीं सुनीता विलियम्स, सोशल मीडिया पर बधाइयों की बाढ़ appeared first on Naya Vichar.

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NASA Live Video : सुनीता विलियम्स की सफल लैंडिंग, 286 दिन बाद अंतरिक्ष से लौट आई भारत की बेटी

Sunita Williams Return Live Video : अंतरिक्ष में फंसे नासा के दो अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 286 दिन बाद बुधवार तड़के 3 बजकर 27 मिनट पर धरती पर सकुशल लौट आये. अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री निक हेग और रूसी अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी उनके साथ हैं. हिंदुस्तानीय मूल की नासा की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स धरती पर सुरक्षित लौट आई हैं. सुनीता और विल्मोर को लेकर स्पेसएक्स क्रू ड्रैगन अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइएसएस) से मंगलवार सुबह 8.15 बजे रवाना हुआ था. बुधवार तड़के 3.27 बजे स्पेसएक्स के यान ने फ्लोरिडा के तट पर पानी में लैंडिंग की. नासा ने इस उनके लैंडिंग बेहद खूबसूरत वीडियो लाइव किया. सबसे पहले आप वह वीडियो देखिए. Splashdown confirmed! #Crew9 is now back on Earth in their @SpaceX Dragon spacecraft. pic.twitter.com/G5tVyqFbAu — NASA (@NASA) March 18, 2025 यह पूरी दुनिया के लिए एक अविस्मरणीय क्षण था. सुनीता और विलमोर ने स्पेसएक्स के सीइओ एलन मस्क और अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रति आभार व्यक्त किया है. सुनीता और विल्मोर बोइंग के नये स्टारलाइनर कैप्सूल से पांच जून, 2024 को केप कैनवेरल से आइएसएस के लिए रवाना हुए थे. दोनों एक सप्ताह के लिए ही गये थे, लेकिन अंतरिक्ष यान से हीलियम के रिसाव और वेग में कमी के कारण वे लगभग नौ माह से अंतरिक्ष स्टेशन में फंसे हुए थे. ऐसे में बहुत से लोगों को उनके कुशलता को लेकर भी चिंता होने लगी. कई बार अंतरिक्ष में हुई अनहोनी को याद दिलाकर लोग उनकी कुशलता की प्रार्थना करते. लेकिन हिंदुस्तान की बेटी ने हर जरूरी मौकों पर अपनी बेहतरीन तस्वीरें भेजकर, मैसेज भेजकर लोगों का दिल जीत लेंती. आखिरकार 19 मार्च 2025 को वो सकुशल धरती पर लौट आई हैं. पढ़ें नया विचार की प्रीमियम स्टोरी : अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की पूरी कहानी क्या चाहता है हिंदुस्तान का मुसलमान ? क्यों शिक्षा के क्षेत्र में वह अब भी है सबसे निचले पायदान पर संपत्ति पर आदिवासी स्त्रीओं के अधिकार, क्या कहता है देश का कानून और कस्टमरी लाॅ Magadha Empire : वैशाली की नगरवधू आम्रपाली, जिसके प्रेमसंबंध मगध के राजाओं से थे ; उसने संन्यास क्यों लिया? उन्हें वापस लाने के लिए स्पेसएक्स का यान रविवार को आइएसएस पहुंच गया था. दोनों की वापसी पर सोशल मीडिया में जमकर पोस्ट देखको मिल रही हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें धैर्य और दृढ़ता की मूर्ति बताया है. The post NASA Live Video : सुनीता विलियम्स की सफल लैंडिंग, 286 दिन बाद अंतरिक्ष से लौट आई हिंदुस्तान की बेटी appeared first on Naya Vichar.

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Russia Ukraine War: खत्म हो गया रूस यूक्रेन युद्ध? राष्ट्रपति ट्रंप से बात कर माने पुतिन, जल्द शुरू होगी आगे की चर्चा

Russia Ukraine War: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बातचीत के सार्थक परिणाम सामने आ रहे हैं. मंगलवार को फोन पर हुई वार्ता के बाद क्रेमलिन की ओर से कहा गया है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के ऊर्जा ठिकानों और बुनियादी ढांचों पर हमले 30 दिनों के लिए रोकने पर सहमति जताई है. रूस के राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के मुताबिक पुतिन ने बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ट्रंप से कहा कि युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिका और उसके सहयोगियों को यूक्रेन को सैन्य और खुफिया सहायता देना बंद करना होगा. यूक्रेन में जारी युद्ध को रोकने की दिशा में ट्रंप की इस पहल को बेहद अहम माना जा रहा है. इससे पहले यूक्रेन ने अमेरिका के सीज फायर प्रस्ताव पर अपनी सहमति जता चुका है. सऊदी अरब में अमेरिकी विदेश मंत्री के साथ बातचीत में यूक्रेन ने हामी भरी थी. इधर ट्रंप ने पुतिन से फोन पर बातचीत से पहले कहा था कि वह रूस के साथ उन क्षेत्रों और बिजली संयंत्रों पर चर्चा करेंगे जिस पर तीन साल से जारी युद्ध के दौरान रूस ने कब्जा कर लिया है. व्हाइट हाउस ने सोशल मीडिया पर जारी किया बयान रूस और अमेरिका के राष्ट्रपति की बातचीत के बात व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप और राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन युद्ध में शांति और युद्ध विराम की जरूरत के बारे में बात की. दोनों नेताओं ने सहमति जाहिर की है कि इस संघर्ष को स्थायी शांति के साथ समाप्त करने की आवश्यकता है. उन्होंने अमेरिका और रूस के बीच बेहतर द्विपक्षीय संबंधों की आवश्यकता पर भी जोर दिया. यूक्रेन और रूस दोनों ने इस युद्ध में जो खून और पैसा खर्च किया है, उसे अपने लोगों की जरूरतों पर खर्च करना बेहतर होगा. पढ़ें नया विचार की प्रीमियम स्टोरी : Donald Trump: दो सौ साल पुराने एलियन एनिमीज एक्ट 1798 से चर्चा में डोनाल्ड ट्रंप जल्द शुरू होगी वार्ता व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यह लड़ाई कभी शुरू नहीं होना चाहिए थी. बयान में कहा गया कि इस बात पर सहमति जाहिर की गई है कि शांति की दिशा में बढ़ते हुए बुनियादी ढांचे के युद्ध विराम के साथ-साथ काला सागर में समुद्री युद्ध विराम, पूर्ण युद्ध विराम और स्थायी शांति के कार्यान्वयन पर जल्द वार्ता शुरू हो. बताया गया है कि यह बातचीत मध्य-पूर्व जल्द ही शुरू होगी. Readout of President Donald J. Trump’s Call with President Vladimir Putin: Today, President Trump and President Putin spoke about the need for peace and a ceasefire in the Ukraine war. Both leaders agreed this conflict needs to end with a lasting peace. They also stressed the… — Karoline Leavitt (@PressSec) March 18, 2025 संघर्ष विराम कराना चाहते हैं ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के दौरान ही ट्रंप ने घोषणा कर दी थी कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो उनकी बड़ी प्राथमिकताओं में एक रूस-यूक्रेन युद्ध को रुकवाना शामिल होगा. ट्रंप लगातार इस दिशा में काम भी कर रहे हैं. व्हाइट हाउस के बयान के मुताबिक युद्ध विराम समझौते को लेकर ट्रंप काफी आशावादी है. जबकि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को रूस की नीयत पर संदेह है. यूक्रेन का कहना है कि पुतिन ट्रंप को दिखावटी समर्थन देने के अलावा और कुछ नहीं कर रहे हैं, जबकि रूसी सेना उनके देश पर बमबारी जारी रखे हुए है. इसके बावजूद ट्रंप ने संघर्ष को जल्द खत्म करने को अपनी सबसे बड़ी प्राथमिकता बना लिया है. इसके लिए ट्रंप ने अमेरिका के पुराने सहयोगियों की भी परवाह नहीं कर रहे हैं. ट्रंप ने क्या कहा सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि “रूस में स्थिति खराब है, यूक्रेन के भी हालात अच्छे नहीं हैं. यूक्रेन में जो कुछ हो रहा है, वह अच्छा नहीं है, लेकिन हम देखेंगे कि क्या हम शांति समझौता, युद्ध विराम और शांति स्थापित कर सकते हैं. और मुझे लगता है कि हम ऐसा करने में सक्षम होंगे.” अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वाशिंगटन और मास्को ने संघर्ष को समाप्त करने के लिए एक समझौते के हिस्से के रूप में यूक्रेन और रूस के बीच कुछ संपत्तियों को विभाजित करने पर लगातार चर्चा कर रहा है. The post Russia Ukraine War: खत्म हो गया रूस यूक्रेन युद्ध? राष्ट्रपति ट्रंप से बात कर माने पुतिन, जल्द शुरू होगी आगे की चर्चा appeared first on Naya Vichar.

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AI अब देश की संसद में भी मचाएगा धमाल, इन कामों में करेगा माननीयों की मदद

AI in Indian Parliament: हिंदुस्तान की संसद में विभिन्न भाषाओं की बाधाओं को समाप्त करने और संसदीय कार्यों को सुव्यवस्थित करने के उद्देश्य से, “संसद भाषिणी” नामक एक उन्नत कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) समाधान पेश किया गया है. इस पहल के तहत, लोकसभा सचिवालय और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) के बीच एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए. AI की मदद से संसद में भाषाओं का अनुवाद यह AI-आधारित प्रणाली सांसदों, शोधकर्ताओं और शिक्षाविदों के लिए बहुभाषी संसदीय अभिलेखों की सुविधा प्रदान करेगी. इस पहल के अंतर्गत: विभिन्न हिंदुस्तानीय भाषाओं में उपलब्ध संसदीय दस्तावेजों का त्वरित अनुवाद किया जा सकेगासांसदों को अपनी भाषा में संसदीय कार्यवाही को समझने और उसमें भाग लेने की सुविधा मिलेगीसंसदीय प्रक्रियाओं को डिजिटल रूप से सुव्यवस्थित किया जाएगा. टेक्नोलॉजी की अन्य समाचारें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें ‘संसद भाषिणी’ के लाभ संसदीय वाद-विवाद का त्वरित अनुवाद AI की मदद से संसद में किए गए भाषणों का त्वरित अनुवाद विभिन्न भाषाओं में किया जाएगा, जिससे सांसदों को अपनी मातृभाषा में कार्यवाही समझने में आसानी होगी संसदीय अभिलेखों की बहुभाषी उपलब्धता यह प्रणाली सांसदों और शोधकर्ताओं को संसद में हुए ऐतिहासिक वाद-विवाद, विधेयकों और अन्य संसदीय दस्तावेजों को अपनी पसंदीदा भाषा में पढ़ने की सुविधा देगी. डिजिटल और तकनीकी सशक्तिकरण संसद में AI के प्रवेश से कार्यवाही को अधिक सुव्यवस्थित और प्रभावी बनाया जाएगा. यह डिजिटल इंडिया पहल के तहत एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा. तकनीक और भविष्य की संभावनाएं AI और मशीन लर्निंग के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, संसद में AI का उपयोग लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को अधिक पारदर्शी और समावेशी बना सकता है. यह पहल हिंदुस्तान की विविध भाषाओं को सशक्त बनाने और डिजिटल युग में संसद को अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. संसदीय कामकाज बनेंगे सुचारू और डिजिटल रूप से उन्नत “संसद भाषिणी” के माध्यम से AI का उपयोग न केवल सांसदों को भाषाई सहायता प्रदान करेगा, बल्कि संसदीय कार्यों को अधिक सुचारू और डिजिटल रूप से उन्नत भी बनाएगा. यह पहल हिंदुस्तान की लोकतांत्रिक व्यवस्था में एक बड़ा तकनीकी बदलाव लाने में सहायक होगी. यह भी पढ़ें: PM इंटर्नशिप योजना के लिए आवेदन करना हुआ आसान, आ गया मोबाइल ऐप, हर महीने मिलेंगे इतने पैसे यह भी पढ़ें: iPhone और Android यूजर्स के लिए यह गलती पड़ेगी भारी, FBI ने किया अलर्ट The post AI अब देश की संसद में भी मचाएगा धमाल, इन कामों में करेगा माननीयों की मदद appeared first on Naya Vichar.

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Anti Aging Face Pack: अगर आपके चेहरे पर झुर्रियां दिखने लगी हैं तो आजमाएं इन फेस पैक को , 40 की उम्र में दिखेंगे 30 के

Anti Aging Face Pack: उम्र के बढ़ने के साथ लोगों के त्वचा में ढीलापन , झुर्रियां,लकीरें और एजिंग का प्रभाव दिखने लगता है. इसके कई कारण होते हैं जिनमे खराब जीवनशैली, धूप ,प्रदूषण और तनाव शामिल हैं, ये सभी मिलकर स्किन को खराब करने लगते हैं. अब ऐसे में उम्र में वृद्धि के साथ स्किन का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है, लेकिन बहुत लोग बढ़ते उम्र के साथ त्वचा का देखभाल करना बंद कर देते हैं . इन सभी कारणों के परिणामस्वरूप स्किन ढीली और बेजान हो जाती है और स्किन पर लाइन्स-झुर्रियां साफ नजर आने लगती हैं जिससे इंसान अपने वास्तविक उम्र से ज्यादा बड़ा दिखने लगता है जो कई बार शर्मिंदगी का कारण बन जाता है.अब ऐसे में एक बात तो स्पष्ट है की अगर जवान दिखना है तो स्किन की देखभाल भी करनी होगी. अब अगर आप भी अपने स्किन का ध्यान रखना चाहते हैं तो आज हम आपको ऐसे कुछ फेस पैक के बारे में बताएंगे जो आपके चेहरे को रखेंगे हमेशा जवान, हेल्दी और ग्लोइंग. बेसन और दही से बना फेस पैक अगर आप अपने चेहरे की झुर्रियों ,दाग,टैनिंग और डलनेस से परेशान हैं या आपके चेहरे पर एजिंग का इफेक्ट दिखने लगा है तो आप बेसन-दही को मिलकर एक बेहतरीन फेस पैक तैयार कर सकते हैं. आईए जानते हैं इसे बनाने के बारे मेंसामग्री: बेसन 2 चम्मच, दही 2 चम्मच, 2 चुटकी हल्दी, नींबू रस की कुछ बूंदें और एलोवेरा. फेस पैक बनाने और लगाने का का तरीका: बेसन, दही ,हल्दी , एलोवेरा और नींबू को एक बाउल में अच्छी तरह मिक्स कर लें. अब इस फेस पैक को पूरे चेहरे पर लगाएं और 20 मिनट तक चेहरे पर रखने के बाद नॉर्मल पानी से चेहरा धोकर अपने स्किन टाइप के हिसाब से कोई अच्छा मॉइश्चराइजर लगा लें , इतना करने से आपकी स्किन में निखार आएगा. अगर इस फेस पैक को सप्ताह में दो से तीन बार अप्लाई किया जाए तो चेहरे पर मौजूद झुर्रियां ,दाग, धब्बे और एजिंग का प्रभाव खत्म हो जाएगा. यह भी पढ़ें:Social Media Side Effects: स्वास्थ्य और समय दोनो बर्बाद कर रहा है सोशल मीडिया, कहीं आप भी तो नहीं फंस चुके हैं इसके चंगुल में? केला, शहद और नींबू का फेस पैक केला ,शहद और नींबू से आप एक बेहतरीन एंटी एजिंग फेस पैक बना सकते हैं. इस फेस पैक को बनाने के लिए उपयोग के हिसाब से केला लीजिए और उसे मसलकर उसमें नींबू और शहद को अच्छे से मिक्स कर लीजिए. अब इस फेस पैक को चेहरे पर लगाकर 20 से 25 मिनट के लिए छोड़ दें. 20 मिनट बाद नॉर्मल पानी से चेहरे को धो ले. इससे चेहरे पर निखार आएगा और ऐसा सप्ताह में एक दो बार करने से चेहरे पर दिख रहा है एजिंग का प्रभाव खत्म हो जाएगा. संतरे का फेस पैक इस फेस पैक को बनाने के लिए आपके पास लगभग एक चम्मच संतरे के छिलके का पाउडर, चंदन पाउडर और गुलाब जल होना चाहिए. संतरे के छिलके के पाउडर चंदन पाउडर और गुलाब जल तीनों में से एक -एक चम्मच लेकर इनको आपस में अच्छे से मिक्स कर दें . अब इस पेस्ट को पूरे चेहरे पर अच्छे से लगा लें और 20 मिनट के बाद चेहरे को धो ले. ऐसा सप्ताह में दो-तीन बार करने से चेहरे पर दिख रही झुर्रियां और लाइंस खत्म हो जाएंगे. The post Anti Aging Face Pack: अगर आपके चेहरे पर झुर्रियां दिखने लगी हैं तो आजमाएं इन फेस पैक को , 40 की उम्र में दिखेंगे 30 के appeared first on Naya Vichar.

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सड़क हादसे में अपने रिलेटिव को खोया और बना दिया ‘रक्षक’, वरदान है झारखंड के बेटे रूपेश की बनायी शानदार डिवाइस

रांची-सड़क हादसे में घायल लोगों की जान बचाने के लिए झारखंड के बोकारो जिले के रूपेश कुमार ने एक डिवाइस विकसित की है. उसका नाम ‘रक्षक’ है. इस मोबाइल ऐप की मदद से दुर्घटना होते ही घटनास्थल के एक किलोमीटर के दायरे में सभी अस्पतालों, परिजनों और पुलिस को कॉल और एसएमएस से लोकेशन के साथ सूचना मिल जाती है. इससे समय पर घायल व्यक्ति तक एंबुलेंस पहुंच जाती है. सड़क हादसे में अपने रिश्तेदार को खोने के बाद उन्होंने यह डिवाइस विकसित की. पिता के मित्र की सड़क हादसे में चली गयी थी जान रूपेश कुमार बताते हैं कि उनके पिता रविशंकर कुमार के पूर्व सैनिक मित्र की सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी थी. इस हादसे ने उन्हें सोचने पर मजबूर कर दिया कि क्यों नहीं ऐसा उपकरण बनाया जाए जिससे सड़क हादसे में घायल लोगों की समय रहते जान बचायी जा सके. इस मामले में उन्होंने अपने शिक्षक मो ओबैदुल्लाह अंसारी से बात की और काम करना शुरू किया. रक्षक डिवाइस तैयार हो गयी. कैसे काम करती है डिवाइस? डिवाइस में एमसीयू (माइक्रो कंट्रोलर यूनिट), सेंसर, जीपीएस, सिम कार्ड, एक्सीलरेशन डिटेक्टर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. ऐप में वाहन चालक का नाम, पता, ब्लड ग्रुप और परिजनों के मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड रहते हैं. रूपेश बताते हैं कि इसमें खास तरह का सेंसर होता है, जो कार की स्पीड और झटके के दबाव का पता लगाता है. अधिक रफ्तार होने पर यह डिवाइस ड्राइवर को अलर्ट भी करता है. एक्सीडेंट होने पर वाहन की गति और गाड़ी पर झटके से अचानक पड़ने वाले दबाव का पता लगाकर सेंसर एमसीयू को मैसेज भेजता है, जहां से संबंधित नंबरों पर फोन और एसएमएस चला जाता है. पढ़ें नया विचार की प्रीमियम स्टोरी: Donald Trump: दो सौ साल पुराने एलियन एनिमीज एक्ट 1798 से चर्चा में डोनाल्ड ट्रंप The post सड़क हादसे में अपने रिलेटिव को खोया और बना दिया ‘रक्षक’, वरदान है झारखंड के बेटे रूपेश की बनायी शानदार डिवाइस appeared first on Naya Vichar.

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गुस्से में है मजदूर! 20 मई को करेगा हड़ताल

Labor Unions Strike: निजीकरण और श्रम संहिताओं की वजह से देश का मजदूर गुस्से में है. समाचार है कि 20 मई 2025 को देशभर के श्रमिक संगठनों ने निजीकरण और श्रम संहिताओं के खिलाफ एक ऐतिहासिक हड़ताल करने जा रहा है. इस हड़ताल का उद्देश्य केंद्र प्रशासन की कॉर्पोरेट समर्थक नीतियों और मजदूर विरोधी फैसलों के खिलाफ विरोध जताना है. हड़ताल का उद्देश्य और पृष्ठभूमि केंद्रीय मजदूर संगठनों और विभिन्न स्वतंत्र क्षेत्रीय महासंघों ने एक राष्ट्रीय श्रमिक सम्मेलन का आयोजन किया, जिसमें दो महीने के लंबे अभियान की योजना बनाई गई. इस अभियान का समापन 20 मई को देशव्यापी हड़ताल से होगा. श्रमिक संगठनों के नेताओं ने कहा कि यह संघर्ष आगे भी जारी रहेगा और मजदूरों और किसानों के राष्ट्रीय स्तर पर निर्णायक संघर्षों की शुरुआत होगी. श्रमिक संगठनों की मुख्य मांगें इस सम्मेलन में कई प्रमुख श्रमिक संगठनों के नेताओं ने भाग लिया. इनमें इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी शामिल हैं. इन संगठनों ने केंद्र प्रशासन की नीतियों की कड़ी आलोचना करते हुए कई महत्वपूर्ण मांगें उठाईं. श्रम संहिताओं का विरोध: श्रमिक संगठनों का आरोप है कि प्रशासन श्रमिकों के अधिकारों के खिलाफ श्रम संहिताओं को खत्म करने की दिशा में काम कर रही है, जो मजदूरों के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकती है. निजीकरण पर रोक: सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों का निजीकरण रोकने की मांग की गई है, क्योंकि यह श्रमिकों के रोजगार सुरक्षा को खतरे में डालता है. न्यूनतम वेतन वृद्धि: न्यूनतम मासिक वेतन को बढ़ाकर 26,000 रुपये करने की मांग की गई है, जिससे श्रमिकों का जीवन स्तर सुधार सके. पेंशन योजना में सुधार: कर्मचारी पेंशन योजना के तहत न्यूनतम मासिक पेंशन को 9,000 रुपये करने की भी मांग की गई है. हिंदुस्तानीय श्रम सम्मेलन का नियमित आयोजन: हिंदुस्तानीय श्रम सम्मेलन के नियमित सत्र आयोजित करने की मांग की गई है ताकि श्रमिकों की समस्याओं पर ध्यान दिया जा सके और उनके अधिकारों की रक्षा की जा सके. केंद्र प्रशासन की नीतियों पर आरोप श्रमिक नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र प्रशासन की नीतियां कॉरपोरेट समर्थक और मजदूर विरोधी हैं, जिससे बेरोजगारी, गरीबी और असमानता बढ़ी है. इन नीतियों के चलते श्रमिकों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है, और उनके मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है. इसे भी पढ़ें: आधा हिंदुस्तान नहीं जानता पीपीएफ का 15+5 का फॉर्मूला, जान जाएगा तो हर महीने करेगा 40,000 की कमाई 20 मई की हड़ताल का महत्व इस हड़ताल को लेकर श्रमिक संगठनों का मानना है कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है, जो ना केवल मजदूरों के अधिकारों की रक्षा करेगा, बल्कि हिंदुस्तानीय वित्तीय स्थिति में सुधार की दिशा में भी मदद करेगा. यह हड़ताल प्रशासन के खिलाफ एक मजबूत संदेश है कि मजदूरों को उनके हक से वंचित नहीं किया जा सकता. इसे भी पढ़ें: 82 के अमिताभ बच्चन ने सिर्फ 52 हफ्ते में कमाए 350 करोड़, चुकाया शाहरुख खान से भी ज्यादा टैक्स The post गुस्से में है मजदूर! 20 मई को करेगा हड़ताल appeared first on Naya Vichar.

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Tech Mahindra और Google Cloud की नई AI साझेदारी: इंडस्ट्री के लिए फायदे का सौदा

Tech Mahindra Google Cloud Partnership: टेक महिंद्रा ने गूगल क्लाउड के साथ मिलाया हाथ : सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी टेक महिंद्रा ने गूगल क्लाउड के साथ अपनी एआई-आधारित क्लाउड सेवाओं को विस्तार देने के लिए लॉन्ग-टर्म पार्टनरशिप की घोषणा की है. इस साझेदारी का उद्देश्य दुनियाभर के एंटरप्राइज बिजनेस को आधुनिक डेटा आर्किटेक्चर और क्लाउड-आधारित AI सॉल्यूशंस अपनाने में मदद करना है. AI और क्लाउड टेक्नोलॉजी में नया कदम Tech Mahindra और Google Cloud, इस साझेदारी के तहत, साथ मिलकर कंपनियों को AI-पावर्ड क्लाउड सॉल्यूशंस उपलब्ध कराएंगे, जिससे वे अपनी आईटी इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड कर सकें और रिटर्न ऑन इन्वेस्टमेंट (ROI) को ऑप्टिमाइज कर सकें. Tech Mahindra के COO अतुल सोनेजा के अनुसार, “हमारी AI-संचालित टेक्नोलॉजी कंपनियों को ऑपरेशनल कॉम्प्लेक्सिटी को कम करने, एफिशिएंसी बढ़ाने और नये रेगुलेटरी स्टैंडर्ड्स के साथ आगे बढ़ने में मदद करेगी.” यह भी पढ़ें: iPhone और Android यूजर्स के लिए यह गलती पड़ेगी भारी, FBI ने किया अलर्ट AI एंटरप्राइज सॉल्यूशंस के लिए नया प्लैटफॉर्म Google Cloud के ग्लोबल पार्टनर इकोसिस्टम एंड चैनल प्रेसिडेंट, केविन आई. ने कहा कि यह साझेदारी कंपनियों को AI-एजेंट्स के विकास और तैनाती में मदद करेगी, जिससे वे Google Cloud के एडवांस्ड AI प्लैटफॉर्म का लाभ उठा सकें. मुख्य लाभ क्या हैं? AI एडॉप्शन में तेजीडेटा आर्किटेक्चर का आधुनिकीकरणक्लाउड-संचालित बिजनेस इनोवेशनबेहतर ROI और बिजनेस ऑप्टिमाइजेशन Tech Mahindra-Google Cloud साझेदारी: हिंदुस्तानीय बिजनेस पर प्रभाव इस समझौते से हिंदुस्तान के एंटरप्राइज सेक्टर में AI और क्लाउड टेक्नोलॉजी का व्यापक इस्तेमाल बढ़ेगा. इससे न सिर्फ आईटी कंपनियों को फायदा होगा, बल्कि मैन्युफैक्चरिंग, हेल्थकेयर, बैंकिंग और रिटेल सेक्टर में भी AI-संचालित समाधान अपनाने की गति बढ़ेगी. स्मार्ट AI-समाधान Tech Mahindra और Google Cloud की यह साझेदारी एंटरप्राइजेज को स्मार्ट AI-समाधान अपनाने में मदद करेगी, जिससे वे अपने ऑपरेशन्स को ऑटोमेट कर सकें, लागत घटा सकें और अधिक इनोवेशन कर सकें. यह भी पढ़ें: PM इंटर्नशिप योजना के लिए आवेदन करना हुआ आसान, आ गया मोबाइल ऐप, हर महीने मिलेंगे इतने पैसे The post Tech Mahindra और Google Cloud की नई AI साझेदारी: इंडस्ट्री के लिए फायदे का सौदा appeared first on Naya Vichar.

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दरभंगा में 13 वार्ड के लोग पानी के लिए टैंकर के सहारे

तापमान का पारा चढ़ते ही गहराया पेयजल संकट वार्ड वार गाड़े गये समरसेबुल के बावजूद स्थिति विकट दरभंगा. चैत्र मास की ठंडक को लेकर मिथिला में एक कहावत प्रचलित है कि गाय बेचकर इसी महीने में एक ब्राह्मण ने कंबल खरीदा था. आज यह कहावत पूरी तरह से अप्रासंगिक हो गयी है. चैत मास आरंभ होने से पूर्व ही पेयजल का संकट उस इलाके में गहरा गया है, जिसे तालाबों का शहर कहा जाता है. स्थिति इस कदर विकराल होने लगी है कि बमुश्किल आधा मार्च अभी गुजरा है और लगभग आधे शहर के लोग निगम के टैंकर से मिलने वाले पानी पर आश्रित हो गये हैं. उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ वर्षों से गरमी अधिक प्रचंड रूप धारण करने लगी है. यही कारण है कि इन दिनों मौसम का मिजाज काफी तल्ख दिख रहा है. अभी ही दिन का औसत उच्चतम तापमान 35 डिग्री के करीब पहुंच गया है, जो सामान्य से लगभग तीन से चार डिग्री अधिक बताया जा रहा है. बरसात की अवधि सिकुड़ती जा रही है. जलाशय खत्म होते जा रहे हैं. वर्षा भी कम होती है. इस वजह से प्रतिवर्ष पेयजल संकट विकराल होता जा रहा है, जिसकी झलक अभी से मिलनी शुरू हो गयी है. सामान्य चापाकल तो पिछले करीब एक दशक से बेकाम साबित हो रहे हैं. अब तो कम गहराई में गाड़े गये समरसेबुल से भी पहले की तरह पानी नहीं मिलता. इस वजह से जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त होने लगा है. 13 वार्डों में निगम प्रशासन फिलहाल टैंकर की मदद से पेयजल की आपूर्ति कर रहा है. फिलहाल चार हजार लीटर क्षमता के चार टैंकरों से जलापूर्ति की जा रही है. इन वार्डों में पानी की किल्लत : नगर निगम में 48 वार्ड हैं. इसमें 13 वार्ड में पानी पहुंचाया जा रहा है. इन वार्डों में 10, 11, 12, 22, 24, 30, 31, 33, 37, 38, 42, 47 व 48 वार्ड सम्मिलित है. मांग के अनुरूप इन दिनों एक से दो टैंकर पानी की आपूर्ति की जा रही है. बताया जाता है कि चार हजार क्षमता वाले चार टैंकर से सेवा दी जा रही है, जबकि इसी क्षमता के छह टैंकरों में दो खराब पड़े हैं. वैसे दो हजार लीटर क्षमता के दो टैंकर हैं. 20 सिटेंक्स भी हैं, जिसमें 10 के क्षतिग्रस्त होने की बात कही जा रही है. प्रत्येक वार्ड में लगे हैं पांच-पांच समरसेबुल : 2019 में सर्वप्रथम विकराल हुए पेयजल की समस्या के बाद से अब तक विभिन्न योजनाओं के माध्यम से निगम क्षेत्र के वार्डों में पांच-पांच समरसेबुल लगाये जा चुके हैं. इन समरसेबुलों में टैंकर लगाकर पाइप के जरिए लोगों के घर तक पानी पहुंचाया जा रहा है. इसके बावजूद पानी की किल्लत से वार्ड के लोगों को जूझना पड़ रहा है. इसके अतिरिक्त वार्डवार दो-दो और समरसेबुल लगाये जा रहे हैं. इसमें लगभग दर्जन भर समरसेबुल लगाये जा चुके हैं. इधर लोग आने वाले समय में इस समस्या के और गंभीर होने की चिंता से सहमे हुए हैं. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post दरभंगा में 13 वार्ड के लोग पानी के लिए टैंकर के सहारे appeared first on Naya Vichar.

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चार दिनों तक बैंकों में ताला लगने की बढ़ी संभावना

बे-नतीजा रही प्रशासन के साथ बैंक यूनियन की वार्ता दरभंगा. जिले में सभी बैंक लगातार चार दिनों तक बंद रहेगा. इससे करोड़ों के कारोबार के साथ-साथ बैंक से जुड़े लेन-देन भी प्रभावित होंगे. इस बीच ऑनलाइन सिस्टम किसी कारणवश चॉक किया, तो आम लोगों का जीना दूभर हो जायेगा. यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन विभिन्न मांगों के समर्थन में आगामी 24 एवं 25 मार्च को बैंकिंग सेवा के ठप करने का एलान किया है. 22 तारीख को अंतिम सेकंड सेटरडे एवं 23 तारीख को रविवार है. इस तरह से चार दिनों तक बैंक बंद रहेगा. बैंक ऑफ ऑफिसर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी सरोज सिंह ने बताया कि दिल्ली में मंगलवार को प्रशासन के साथ यूनियन की वार्ता बे-नतीजा रही. अब 21 मार्च को एक बार फिर वार्ता होगी. इसमें भी सहमति नहीं बनी तो पूरे देश के सभी बैंक में चार दिनों तक ताला लटका रहेगा. बैंकों में हर स्तर के कर्मियों की काफी कमी : सरोज सिंह ने कहा कि बैंकों में हर स्तर के कर्मियों की काफी कमी है. सभी बैंकों में अभियान चलाकर अविलंब बड़े स्तर पर बहाली आवश्यक है. सप्ताह में पांच दिन बैंकिंग, पेंशन अपडेशन, ग्रेच्युटी सीमा को बढ़ाने के साथ बैंक कर्मियों पर हो रहे हमले से सुरक्षा, बैंक के आंतरिक निर्णयों में डीएफएस के अनावश्यक हस्तक्षेप बंद किये जाने आदि मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post चार दिनों तक बैंकों में ताला लगने की बढ़ी संभावना appeared first on Naya Vichar.

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