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March 19, 2025

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तृणमूल पंचायत प्रधान का बीडीओ पर गंभीर आरोप

अंडाल. तृणमूल कांग्रेस संचालित पंचायत के प्रधान ने बीडीओ पर विपक्ष के लिए दलाली करने का आरोप लगाया, जिसका जवाब देते हुए बीडीओ ने कहा कि काम प्रशासनी नियमों के अनुसार हो रहा है. हालांकि, व्यक्तिगत हमलों पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की. तृणमूल नेताओं का विरोध प्रदर्शन बुधवार को मदनपुर पंचायत के प्रधान और पंचायत समिति के सदस्यों ने अंडाल प्रखंड कार्यालय के बाहर बीडीओ के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. पंचायत प्रधान व युवा तृणमूल के जिला अध्यक्ष पार्थ देवासी ने आरोप लगाया कि बीडीओ योजनाओं के लाभ वितरण में पक्षपात कर रहे हैं, जिससे तृणमूल समर्थक वंचित रह गये हैं. प्रशासनी योजनाओं में भेदभाव का आरोप पार्थ देवासी ने कहा कि 2022 की सूची के अनुसार 2800 लोगों को अभी तक वृद्धा भत्ता नहीं मिला है. वहीं, जल स्वप्न योजना के तहत घर-घर पानी कनेक्शन का काम अधूरा है, जिससे सड़कें खराब हो गयी हैं. उन्होंने कहा कि बांग्ला आवास योजना के लाभार्थियों की सूची में तृणमूल समर्थकों को चुनिंदा रूप से बाहर कर दिया गया. बीडीओ की सफाई- काम नियमों के तहत हो रहा इस पर बीडीओ देबांजन दत्ता ने कहा कि सभी कार्य प्रशासनी नियमों के अनुसार किये जा रहे हैं और पक्षपात के आरोप निराधार हैं. भाजपा नेता लक्ष्मण घोरुई ने इस मुद्दे पर कहा कि तृणमूल खुद प्रशासन पर दबाव बनाकर प्रशासनी अधिकारियों को अपने पक्ष में करने की कोशिश करती है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post तृणमूल पंचायत प्रधान का बीडीओ पर गंभीर आरोप appeared first on Naya Vichar.

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बर्दवान : महिला वकील से मारपीट, गर्भस्थ शिशु की मृत्यु, आरोपी हुआ गिरफ्तार

बर्दवान/पानागढ़. पूर्व बर्दवान जिले के बर्दवान सदर थाना क्षेत्र के रामकृष्ण रोड इलाके में 15 मार्च को होली के दिन एक जूनियर स्त्री वकील के साथ मारपीट की घटना सामने आयी थी. इस हमले में उनके गर्भ में पल रहे शिशु की मृत्यु हो गयी. मामले में बर्दवान पुलिस ने आरोपी रोहित दास को गिरफ्तार कर लिया है. वह शक्तिगढ़ थाना क्षेत्र के गांगपुर दिघीपाड़ का रहने वाला है. पुलिस ने आरोपी को बुधवार को बर्दवान जिला अदालत में पेश किया, जहां अदालत ने उसे सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया. घटना का विवरण पीड़ित स्त्री वकील ने पुलिस को बताया कि वह होली के दिन अपने पति, बहन और जीजा के साथ बाइक से जा रही थीं. इसी दौरान रामकृष्ण रोड पर दो युवकों ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी. जब उन्होंने धीरे चलाने की बात कही, तो एक अन्य बाइक, जिस पर पुलिस का स्टीकर लगा था, वहां आकर रुकी. उस बाइक से उतरे युवक ने खुद को पुलिसकर्मी बताते हुए स्त्री वकील से मारपीट शुरू कर दी. जब उनके पति ने हस्तक्षेप किया और बताया कि उनकी पत्नी भी वकील हैं, तो आरोपी ने दोबारा स्त्री के पेट पर लात मारी, जिससे वह बेहोश हो गयीं. पुलिस पर लापरवाही का आरोप पीड़िता का आरोप है कि जब वह शिकायत दर्ज कराने बर्दवान थाना पहुंचीं, तो पुलिस ने उनसे दुर्व्यवहार किया. इसी दौरान उन्हें रक्तस्राव होने लगा, जिसके बाद वह बर्दवान मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल गयीं, लेकिन वहां इलाज से इनकार कर दिया गया और थाना से लिखित आदेश लाने को कहा गया. जब वह दोबारा थाना पहुंचीं, तो शिकायत दर्ज नहीं की गयी. अगले दिन भी पुलिस ने शिकायत लेने से इनकार कर दिया. बाद में उन्होंने अपनी शिकायत बार एसोसिएशन को दी, जिसके बाद एसोसिएशन ने जिला न्यायाधीश और एसपी से कार्रवाई की मांग की. वकीलों का विरोध प्रदर्शन बर्दवान बार एसोसिएशन के वकीलों ने बुधवार को अदालत में पेन डाउन स्ट्राइक किया. एसोसिएशन के संपादक सदन ता ने कहा कि यदि 72 घंटे के भीतर आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होती, तो राज्यव्यापी आंदोलन किया जायेगा. वकीलों ने पुलिस पर दुर्व्यवहार और लापरवाही के भी आरोप लगाये हैं. आरोपी की गिरफ्तारी के बाद भी वकीलों का विरोध जारी हालांकि, आरोपी की गिरफ्तारी के बावजूद बर्दवान बार एसोसिएशन ने इस घटना के प्रतिवाद में पेन डाउन किया. वकीलों का कहना है कि पुलिस की लापरवाही और दुर्व्यवहार को लेकर उनकी मांगें बनी रहेंगी. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post बर्दवान : स्त्री वकील से मारपीट, गर्भस्थ शिशु की मृत्यु, आरोपी हुआ गिरफ्तार appeared first on Naya Vichar.

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विश्वभारती विवि के कुलपति बने प्रबीर कुमार घोष

बोलपुर. विश्वहिंदुस्तानी के पूर्व छात्र रहे डॉ प्रबीर कुमार घोष को इस केंद्रीय विश्वविद्यालय का नया कुलपति बनाया गया. इस आशय पर मंगलवार शाम को ही केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय से अधिसूचना जारी कर दी गयी. पूर्व कुलपति विद्युत चक्रवर्ती का आठ नवंबर 2023 को कार्यकाल पूरा होने के 16 माह बाद फिर विश्वहिंदुस्तानी को स्थायी कुलपति मिल गया है. इससे पहले प्रबीर कुमार घोष आइसीएआर के कुलपति थे. विश्वहिंदुस्तानी के कानून 1951 के अनुसार उनका चुनाव के जरिये चयन किया गया है. नोबेलजयी कविगुरु रबींद्रनाथ टैगोर के सपनों की विश्वहिंदुस्तानी पश्चिम बंगाल में एकमात्र केंद्रीय विश्वविद्यालय है. 1951 के कानून के अनुसार यह विश्वविद्यालय अद्वितीय है. यहां की कुलाध्यक्ष या परिदर्शक (विजिटर) देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और कुलाधिपति (चांसलर) देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. यहां तक कि इस विश्वविद्यालय के रेक्टर या प्रमुख पश्चिम बंगाल के राज्यपाल हैं. विद्युत चक्रवर्ती विश्वहिंदुस्तानी के अंतिम स्थायी कुलपति थे. वह आठ नवंबर, 2023 को सेवानिवृत्त हो गये. उसके 16 महीनों के बाद नया स्थायी कुलपति यहां के पूर्व छात्र प्रबीर कुमार घोष को बनाया गया है. मालूम रहे कि नये कुलपति प्रबीर कुमार घोष 1981 से 1985 तक विश्वहिंदुस्तानी में कृषि विभाग के छात्र थे. उन्हें छत्तीसगढ़ के रायपुर में आइसीएआर का कुलपति नियुक्त किया गया था. वहां से सेवानिवृत्त होने के बाद वह विश्वहिंदुस्तानी के स्थायी कुलपति बनाये गये हैं. उल्लेखनीय है कि इसके पहले विश्वहिंदुस्तानी में कार्यवाहक कुलपति के रूप में संजय कुमार मल्लिक, अरबिंद मंडल और विनय कुमार सारेन कार्य संभाल रहे थे. विश्वहिंदुस्तानी से जुड़े सूत्रों की मानें, तो प्रबीर कुमार घोष जल्द ही कुलपति का पदभार ग्रहण करेंगे. धरोहर का विकास करेंगे नये कुलपति बुधवार को ही विश्वहिंदुस्तानी विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में प्रबीर कुमार घोष ने कार्यवाहक कुलपति विनय कुमार सारेन से पदभार ग्रहण कर लिया. बाद में नये कुलपति प्रबीर कुमार घोष ने कहा, “एक दो दिन में यहां अपनी नयी भूमिका पर विस्तार से बातचीत करूंगा. चाहता हूं कि गुरुदेव रबींद्रनाथ ठाकुर की इस धरोहर का अपेक्षित गरिमा के साथ विकास हो. इसमें हम सब को मिल कर काम करना होगा. मैं यहीं से पढ़ कर निकला हूं. चूंकि बीते 35 वर्षों तक मैं यहां से बाहर था, लिहाजा अब यहां जो कार्यभार मिला है, उसका निष्ठापूर्वक निर्वहन करूंगा.” डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post विश्वहिंदुस्तानी विवि के कुलपति बने प्रबीर कुमार घोष appeared first on Naya Vichar.

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पूर्व रेलवे : आसनसोल मंडल में समपार की जगह बनेंगे एलएचएस

आसनसोल. सुरक्षा व परिचालन दक्षता को बढ़ाने के लिए हिंदुस्तानीय रेलवे के चल रहे प्रयासों के अहम हिस्से के रूप में पूर्व रेलवे के आसनसेल मंडल में लेवल क्रॉसिंग(एलसी) फाटकों को सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) और भूमिगत सड़क पुल (रोड अंडरब्रिज/आरयूबी) से प्रतिस्थापित किया जा रहा है. इस पहल का उद्देश्य दुर्घटना के जोखिमों को समाप्त करना, रेल और सड़क दोनों उपयोगकर्ताओं को हो रही देरी को कम करना और निर्बाध संपर्क (कनेक्टिविटी) उपलब्ध करना है. आसनसोल मंडल में सभी एलसी गेटों को सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) या भूमिगत सड़क पुल (रोड अंडर ब्रिज/आरयूबी) के साथ प्रतिस्थापित करने के लिए लक्षित किया गया है. 04 समपार फाटकों (एलसी गेटों) को पहले ही इस वित्तीय वर्ष में सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) द्वारा बदल दिया गया है और सार्वजनिक उपयोग के लिए चालू कर दिया गया है, जबकि शेष समपार फाटकों को हटाने की दिशा में काम प्रगति पर है. कोई भी समपार फाटक (एलसी गेट) एक ऐसा खास स्थान है जहां एक रेलवे ट्रैक एक ही भू-सतह पर किसी सड़क या रास्ते को काटते हुए मिलते हैं और जिससे वाहनों और पैदल यात्रियों को पार करने की अनुमति मिलती है. इन लेवल क्रॉसिंगों को संचालित किया जा सकता है, जहां रेलवे कर्मी गेट का संचालन करते हैं, या मानव रहित, जहाँ सड़क उपयोगकर्ताओं को अपने जोखिम पर पार करते है. हालांकि, लेवल क्रॉसिंग, विशेष रूप से मानव रहित एससी गेट, खतरों का कारण बनते हैं और लगातार ट्रेन संचालन के रास्ते में देरी का कारण बनते हैं. इन कठिनाइयों को दूर करने के लिए, हिंदुस्तानीय रेलवे द्वारा लेवल क्रॉसिंग गेटों को सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) या भूमिगत सड़क पुल (रोड अंडर ब्रिज/आरयूबी), जो वस्तुत: रेलवे पटरियों के नीचे निर्मित भूमिगत सड़क मार्ग (अंडरपास) हैं, से बदला जा रहा है. इससे वाहनों और पैदल यात्रियों के आवागमन को सुरक्षित रूप से और बिना रुकावट आवागमन की सुविधा मिलती है. एलएचएस या आरयूबी के साथ एलसी गेट्स के प्रतिस्थापन से जनता के लिए कई लाभ मिलते हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि यह लेवल क्रॉसिंग पर दुर्घटनाओं के जोखिम को समाप्त करता है, जो अक्सर मानवीय त्रुटि, वाहन के अचानक अचल हो जाने (स्टॉलिंग), या नजदीक आ गयी ट्रेन से पहले जल्दी से गेट पार करने के प्रयास करने के कारण होता है. इसके अतिरिक्त, सड़क और रेल यातायात दोनों की आवाजाही सहज हो जाती है, क्योंकि वाहनों को अब ट्रेन के पास होने पर रुकने की आवश्यकता नहीं होती है. यह भीड़ और यात्रा में देरी को कम करता है, समग्र कनेक्टिविटी में सुधार करता है और लोगों की आवाजाही में लगनेवाले अनावश्यक समय को बर्बाद होने से बचाता है. सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) या भूमिगत सड़क पुल (आरयूबी) संरचनाएं सभी प्रकार के मौसमी विषमताओं में आवाजाही को सुगम बनाती है. इसके कारण वाहनों को गेट बंद होने या प्रतिकूल मौसम की स्थिति से प्रभावित हुए बिना निर्बाध रूप से परिवहन करने की सुविधा मिलती है. इसके अलावा, मैनुअल गेट संचालन के उन्मूलन के साथ, रेलवे क्रॉसिंग यात्रियों के लिए ये अधिक दक्षतापूर्ण और सुरक्षित सिद्ध होते हैं. आसनसोल मंडल में, चार समपार फाटकों को हाल ही में सीमित ऊंचाई वाले सबवे (एलएचएस) से बदल दिया गया है और सार्वजनिक उपयोग के लिए चालू कर दिया गया है. इनमें बासुकीनाथ-दुमका सेक्शन में समपार फाटक (एलसी गेट) नंबर 18 शामिल हैं, जो बासुकीनाथ-दुमका सेक्शन में झरपुरा-सिलंडा रोड को जोड़ता है, एलसी गेट नंबर 19 जो कि हतियापाथर-बाबुपुर रोड को जोड़ता है. जसीडीह-तुलसीटाँड़ सेक्शन का एलसी गेट नंबर 31 जो गंजोरा रोड को जोड़ता है, और तुलसीटाँड़-लाहाबन सेक्शन में एलसी गेट नंबर 33 लाहाबन रोड को जोड़ता है. इन सबवे के कारण कनेक्टिविटी में काफी सुधार हुआ है और सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए प्रतीक्षा समय में कमी आयी है. एलएचएस या आरयूबी की निर्माण द्वारा एलसी गेटों का प्रतिस्थापन रेल परिचालन में सुधार एवं सड़क उपयोगकर्त्ताओं को निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करते हुए आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post पूर्व रेलवे : आसनसोल मंडल में समपार की जगह बनेंगे एलएचएस appeared first on Naya Vichar.

समस्तीपुर

समस्तीपुर मंडल में मेगा टिकट जांच अभियान, 4669 मामलों में 34.24 लाख रुपये की वसूली

नया विचार समस्तीपुर।समस्तीपुर मंडल द्वारा बिना टिकट/उचित प्राधिकार के यात्रा पर रोकथाम के लिए लगातार विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि यात्रियों को सही तरीके से टिकट लेकर यात्रा करने के लिए प्रेरित किया जा सके।इसी क्रम में दिनांक 18 मार्च 2025 को मंडल के विभिन्न रेल खंडों पर सुबह 06:00 बजे से रात्रि 22:00 बजे तक 16 घंटे तक विशेष टिकट जांच अभियान चलाया गया। इस अभियान के दौरान 205 टिकट जांचकर्मी एवं रेलवे सुरक्षा बल (RPF) जवानों की विशेष टीमों द्वारा स्टेशनों और ट्रेनों में सघन टिकट जांच की गई।अभियान के दौरान बिना टिकट/बिना उचित प्राधिकार के कुल 4669 मामले पकड़े गए, जिनसे 34.24 लाख रुपये की राशि रेल राजस्व के रूप में प्राप्त हुई। मुख्य जांच स्थल: समस्तीपुर, दरभंगा, सहरसा, रक्सौल, नरकटियागंज,बापूधाम मोतिहारी, जयनगर, सीतामढ़ी आदि प्रमुख स्टेशन। इस दौरान स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज (FOB), प्रवेश एवं निकास द्वार, प्रतीक्षालय एवं प्लेटफार्मों पर विशेष टिकट चेकिंग दस्ते तैनात किए गए, जिससे स्टेशनों के टिकट काउंटरों पर यात्रियों की भीड़ में वृद्धि देखी गई। यह दर्शाता है कि यात्री अब उचित टिकट लेकर यात्रा करने के प्रति जागरूक हो रहे हैं।

सड़क दुर्घटना, समस्तीपुर

तेज रफ्तार स्कार्पियो ने बाइक सवार को जोड़दार मारी ठोकर, स्थिति नाजुक, रेफर

दादा के नखवाल कार्यक्रम के लिए खोकसाहा बाजार से समान लेकर घर हो रहा था वापस नया विचार विभूतिपुर-  थाना क्षेत्र से होकर गुजरने वाली सिंघिया घाट- खोकसाहा के मुख्य पथ पर मानाराय टोल बीएसएनएल टावर पान दुकान के समीप बुधवार की देर संध्या बाइक और स्कार्पियो में आमने-सामने जोड़दार टक्कर हो गई। जिससे बाइक सवार युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गए। टक्कर इतनी जोरदार थी कि बाइक की परखच्चे उड़ गए। वहीं स्थानीय लोगों की मदद से जख्मी युवक को विभूतिपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया। जहां ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक तुषांत ने गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उसे सदर अस्पताल रेफर कर दिया। जख्मी युवक जोगिया वार्ड 6 निवासी अमृत पासवान के करीब 22 वर्षीय पुत्र मनीष कुमार उर्फ कृष्ण कुमार बताया गया है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि जख्मी युवक के दादा रामविलास पासवान का सामान्य स्थिति में मृत्यु हो गया था। उनका आज नखवाल कार्यक्रम था। इसमें भोज के कुछ सामान कम पड़ गया था। जो मनीष लाने के लिए खोकसाहा चौक गया था। जहां से घर वापस होने के क्रम में घटनास्थल के समीप सिंघिया घाट कि ओर से जा रही स्कार्पियो ने आमने से जोड़दार आमने-सामने ठोकर मार दी। घटना के बाद चालक स्कार्पियो लेकर मौके से भागने में सफल रहा। इस घटना में स्कार्पियो का नंबर प्लेट घटनास्थल पर टूटकर गिर गया।

समस्तीपुर

प्रखंड मत्स्यजीवी संघ के चुनाव में तेज नारायण सचिव एवं राम इकबाल बने अध्यक्ष

नया विचार सरायरंजन : प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार को मत्स्यजीवी संघ का चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से हुआ। चुनाव के बाद वोटों की गिनती की गई। वोटों की गिनती के बाद सचिव के पद पर तेज नारायण सहनी एवं अध्यक्ष पद पर राम एकबाल सहनी ने जीत हासिल की। इसके अलावा सचिव एवं अध्यक्ष के समर्थित सभी सदस्यों की भी जीत हुई।इन सभी की जीत हासिल होने के बाद समर्थकों में खुशी देखी गई। इनकी जीत दर्ज होने के बाद रायपुर बुजुर्ग गांव में बुधवार को स्वागत सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। स्वागत समारोह में लोगों ने अध्यक्ष राम एकबाल सहनी, सचिव तेज नारायण सहनी एवं सभी सदस्यों को सम्मानित किया गया। इन सभी की जीत पर क्षेत्र के लोगों ने बधाई दी है। बधाई देने बालों में जलसंसाधन मंत्री के आप्त सचिव रजनीकांत चौधरी, प्रमुख वीणा कुमारी, उपप्रमुख संजीव ठाकुर, जदयू प्रखंड अध्यक्ष रामाश्रय प्रसाद,विजय कुमार राय, हरेराम सहनी, मुकेश कुमार, उमेश सहनी, राम कुमार झा, पिंकू देवी, ऋषभ कुमार, सद्दाम हुसैन, विधाकर झा, रंजीत महतो, उमेश चन्द्र झा, राजीव कुमार मिश्र, मिलन सिंह, सुशांत कुमार सिंह, भोला कुमार, साकिर रजा, नागराज झा,वीरेंद्र ईश्वर, मन्ना ईश्वर, विकास ठाकुर, आदि लोग शामिल हैं।

समस्तीपुर

बहादुर अमरौली गांव में दो सगे भाई को चाकू मारकर किया जख्मी

नया विचार सरायरंजन :घटहो थाना क्षेत्र के बहादुरपुर अमरौली गांव में दो सहोदर भाई को कतिपय लोगों ने चाकू मारकर जख्मी कर दिए जाने का मामला सामने आया है। घटना में चाकू मारकर घायल किए जाने के बाद ग्रामीणों ने घटना को अंजाम देने वाले युवक के साथ भी मारपीट करने की बात बताई गई है। ज़ख़्मी युवक की पहचान उक्त गांव निवासी संजीव कुमार एवं नीतीश कुमार के रूप में की गई है। वहीं तीसरे जख्मी युवक की पहचान आरोपी विक्रम कुमार सिंह के रूप में की गई है। घटना में जख्मी तीनों युवकों को इलाज के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल में ले जाया गया। जहां तीनों युवक का इलाज जारी है।घटना के संबंध में लोगों ने बताया कि नीतीश कुमार दोस्तों के साथ पास के ही गांव में मनिकपुर गया था। उसी गांव में विक्रम सिंह ने युवक नीतीश कुमार के साथ मारपीट की। उक्त युवक के साथ मारपीट के पहले कुछ युवक के साथ मारपीट भी होने की बात बताई गई है।इसी बात को लेकर विक्रम सिंह ने अमरौली गांव में आकर मंगलवार को दोनों भाइयों को चाकू मारकर घायल कर दिया। घटना को लेकर पुलिस जांच कर रही है। पुलिस ने बताया कि किसी ओर से आवेदन नहीं आया है । आवेदन के बाद कार्रवाई की जाएगी।

समस्तीपुर

गांगमोहन घाट पर नदी को करें साफ :एसडीओ 

नया विचार सरायरंजन :प्रखंड क्षेत्र के रायपुर बुजुर्ग पंचायत स्थित नून नदी के निकट बाबा केवल स्थान अखाड़ाघाट में रामनौवीं में लगने वाले मेला को लेकर बुधवार को सदर एसडीओ दीलीप कुमार ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एसडीएम ने नदी में गाद एवं जंगल की सफाई कराने, पेयजल की सुविधा को लेकर चालाकल को ठीक कराने एवं शौचालय की मरम्मत करने आदि का निर्देश दिया। एसडीओ ने कहा कि इंद्रवारा स्थित बाबा केवल स्थान में लगने वाले मेला में आने वाले श्रद्धालु अखाड़ा घाट में आकर नदी में स्नान करते हैं। इसके बाद पूजा पाठ आदि करते हैं। इसके लिए अखाड़ा घाट में जो भी प्रशासनी सुविधा होगी, वह सुविधा उपलब्ध कराई जाए। मौके पर सीओ निशांत कुमार, पूर्व जिप सदस्य हरे राम सहनी, रूपनारायण सहनी, बालेश्वर सहनी, रामचंद्र सहनी, शंकर सहनी, विक्रमजीत सहनी सहित पूजा समिति के सभी सदस्य मौजूद रहे।

तकनीकी, ताजा ख़बर, विश्लेष्ण, समस्तीपुर

Aduvic School Management Software & App: शिक्षा जगत में क्रांति लाने को तैयार!

नया विचार, समस्तीपुर: शिक्षा जगत में तकनीकी विकास के साथ, स्कूल प्रशासन को आसान और प्रभावी बनाने के लिए Aduvic School Management Software & Mobile App को लॉन्च किया गया है। यह सॉफ़्टवेयर स्कूलों के एडमिनिस्ट्रेटर, शिक्षक, छात्रों और अभिभावकों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा। Aduvic: एक एफर्टलेस स्कूल मैनेजमेंट सॉल्यूशन Aduvic का उद्देश्य स्कूल मैनेजमेंट को पूरी तरह से डिजिटल बनाना और सभी प्रशासनिक प्रक्रियाओं को आसान करना है। इसमें एडमिनिस्ट्रेटर के लिए क्लास मैनेजमेंट, स्टूडेंट ट्रैकिंग, फीस कलेक्शन, परीक्षा प्रबंधन, स्टाफ मैनेजमेंट जैसी सुविधाएँ शामिल हैं। Aduvic के अनोखे फीचर्स Aduvic को कई उन्नत विशेषताओं के साथ लॉन्च किया गया है, जो इसे अन्य स्कूल मैनेजमेंट सॉफ़्टवेयर से अलग बनाते हैं: सेशन मैनेजमेंट: नए सेशन बनाएं और पुराने सेशन्स का रिकॉर्ड रखें। स्टूडेंट मैनेजमेंट: स्टूडेंट्स का नामांकन, क्लास असाइनमेंट और रोल नंबर जेनरेशन ऑटोमेटिक होता है। इनक्वायरी मैनेजमेंट: स्कूल-वाइज इनक्वायरी रिकॉर्ड कर सकते हैं। होमवर्क एवं स्टडी मटेरियल: शिक्षक डिजिटल रूप से स्टडी मटेरियल और होमवर्क असाइन कर सकते हैं। Aduvic सॉफ्टवेयर के डेमो स्कूल डैशबोर्ड का छायाचित्र। स्वचालित नोटिफिकेशन सिस्टम: ईमेल, SMS के माध्यम से आवश्यक जानकारी छात्रों और अभिभावकों तक पहुँचाई जाती है। परीक्षा और अटेंडेंस प्रबंधन: अटेंडेंस ट्रैकिंग, परीक्षा समय सारणी, एडमिट कार्ड जनरेशन और परिणाम घोषित करना आसान हुआ। एकाउंटिंग और फीस मैनेजमेंट: ऑटोमेटेड फीस कलेक्शन, इनवॉइस जनरेशन, ऑनलाइन भुगतान की सुविधा। ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी आधारित सुरक्षा: छात्रों और शिक्षकों का डेटा अत्यंत सुरक्षित रखा जाता है।   Aduvic की कीमत और प्लान्स Aduvic वर्तमान में एक वार्षिक सब्सक्रिप्शन मॉडल के तहत उपलब्ध है। इसकी कीमत ₹4999 प्रति वर्ष है। फिलहाल कोई फ्री ट्रायल उपलब्ध नहीं है, लेकिन किफायती मूल्य इसे अन्य महंगे सॉफ़्टवेयर से बेहतर विकल्प बनाता है। संस्थापक की प्रेरणादायक कहानी Aduvic के संस्थापक प्रकाश झा की कहानी संघर्ष और सफलता का बेहतरीन उदाहरण है। मध्यमवर्गीय परिवार से आने वाले प्रकाश झा के पिता एक शिक्षक हैं। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत RO वाटर प्यूरीफायर मैकेनिक के रूप में की थी। 2022 में उन्होंने “जंगल सफारी रेस्टोरेंट” नामक एक अनोखा रेस्टोरेंट खोला, जिसे उन्होंने 12 लाख की लागत से स्थापित किया था। लेकिन व्यापारिक मतभेदों और धोखे के कारण यह 9 जनवरी 2023 को बंद हो गया। इस असफलता के कारण उन्हें समाज में कई आलोचनाओं और तानों का सामना करना पड़ा। लेकिन हार मानने के बजाय उन्होंने एक बड़ी योजना बनाई। उन्होंने लगातार दो वर्षों तक संघर्ष किया, कई बार आर्थिक संकटों का सामना किया और अपने टैलेंट को आगे बढ़ाते हुए वेब डेवलपमेंट सर्विसेज में कदम रखा। अपनी मेहनत और प्रतिबद्धता से उन्होंने 15 मार्च 2025 को Aduvic School Management Software लॉन्च किया। संस्थापक प्रकाश झा एवं उनके पूर्व संस्थान जंगल सफारी फॅमिली रेस्टोरेंट की छायाचित्र। प्रकाश झा कहते हैं: “मेरा सपना था कि स्कूल एडमिनिस्ट्रेशन को टेक्नोलॉजी से जोड़कर इसे आसान बनाया जाए। Aduvic एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जो स्कूलों को डिजिटल क्रांति की ओर ले जाएगा।” ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी और सुरक्षा Aduvic को अत्याधुनिक ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर बनाया गया है, जिससे डेटा पूरी तरह सुरक्षित रहता है। यह तकनीक धोखाधड़ी और डेटा ब्रेक से बचाव करती है, जिससे स्कूलों के प्रशासन को सुरक्षित बनाया जा सकता है। मार्केट इम्पैक्ट और लॉन्चिंग Aduvic के लॉन्च के बाद से अब तक 500+ स्कूलों ने इसे अपनाने की इच्छा जताई है। संस्थापक को विश्वास है कि अगले एक वर्ष में 5000 से अधिक स्कूल इस सॉफ़्टवेयर का उपयोग करेंगे। संस्थापक प्रकाश झा के शब्द Aduvic School Management Software न केवल शिक्षा प्रणाली को डिजिटाइज़ कर रहा है, बल्कि इसे अधिक सुगम, प्रभावी और किफायती भी बना रहा है। इसके संस्थापक प्रकाश झा की संघर्षपूर्ण यात्रा इसे और भी प्रेरणादायक बनाती है। यह सॉफ़्टवेयर आने वाले वर्षों में शिक्षा जगत में बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखता है। अधिक जानकारी के लिए: www.aduvic.com

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