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March 23, 2025

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East Singhbhum News : भूमि संबंधी विवाद में रजिस्ट्री और म्यूटेशन ही मान्य

घाटशिला. ‘नया विचार’ पाठकों व आम लोगों के लिए प्रत्येक शनिवार को लीगल काउंसेलिंग का आयोजन करता है. इसके तहत 22 मार्च को घाटशिला अनुमंडलीय बार एसोसिएशन के सदस्य सह एचसीएल-आइसीसी के वरिष्ठ अधिवक्ता अजीत कुमार ने पाठकों और आम लोगों को निःशुल्क कानूनी सलाह दी. इस दौरान ज्यादातर पाठकों ने जमीन और पारिवारिक विवाद से संबंधित सवाल पूछे. इस दौरान अधिवक्ता ने कहा कि भूमि संबंधी विवाद में रजिस्ट्री और म्यूटेशन ही मान्य होते हैं. किसी वैध दस्तावेज के बिना किसी का दावा अवैध माना जायेगा. कोई आपकी जमीन पर दावा कर रहा है, तो अंचल कार्यालय में लिखित शिकायत करें. वहां से समाधान नहीं होने तो एसडीओ कोर्ट में अपील करें. दरअसल पोटका के विनय टुडू ने पूछा कि था कि उनकी खतियानी जमीन पर दूसरा व्यक्ति दावा कर रहा है. वह कहता है कि मेरे पूर्वजों ने जमीन बेच दी थी. उसके पास केवल एक हस्ताक्षरित कागज है, जिस पर किसी ग्रामीण का हस्ताक्षर नहीं है. रजिस्ट्री के कोई दस्तावेज नहीं हैं. मुझे क्या करना चाहिए. आम जनता को कानूनी रूप से जागरूक होने की जरूरत वरिष्ठ अधिवक्ता अजीत कुमार ने बताया कि बीते 20 वर्षों में प्रशासन और न्यायालय ने कई महत्वपूर्ण बदलाव किये हैं. आम जनता को कानूनी रूप से जागरूक होने की जरूरत है. लोक अदालत के माध्यम से गरीबों को न्याय दिलाने का प्रयास किया जा रहा है. जरूरत पड़ने पर प्री-लिटिगेशन के तहत मामले का समाधान किया जाता है. उन्होंने नया विचार की सराहना की. यह अखबार समाज में कानूनी जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहा है. लीगल काउंसेलिंग के माध्यम से आमजन को अपने अधिकारों और कानूनी प्रक्रियाओं की सही जानकारी मिल रही है. इससे वे अपने मामले आसानी से सुलझा सकते हैं. पाठकों के सवालों पर मिली सलाह सवाल : मेरी जमीन रैयती है, लेकिन दूसरा उस पर दावा कर रहा है. उसके पास रजिस्ट्री का कोई दस्तावेज नहीं है. इस मामले में मुझे क्या करना चाहिए. – अशोक महतो, राजाबासा, घाटशिलासलाह : रैयती जमीन उसी व्यक्ति की मानी जायेगी, जिसकी जमीन है. यदि किसी ने आपत्ति जतायी है, तो मामले को कानूनी रूप से देखा जायेगा. सवाल : मैं सेवानिवृत्त हो चुका हूं, लेकिन मेरी पेंशन रुकी हुई है. रिट फाइल कर चुका हूं, मामला लंबा खींच रहा है. मुझे क्या करना चाहिए. – लंबोदर हांसदा, बहरागोड़ा सलाह : अपने अधिवक्ता से बात कर स्पेशल मेंशन करवायें, ताकि आपका मामला जल्द निष्पादित हो सके. सवाल : कुछ लोग मेरी जमीन पर जबरन कब्जा कर चुके हैं. मैंने कई बार उन्हें हटाने की अपील की, लेकिन कोई असर नहीं हो रहा. मुझे क्या करना चाहिए. – गोवर्धन मोदी, कोकपाड़ा सलाह : एलआरडीसी कोर्ट में मामला दर्ज करवायें. इस मामले में जल्द समाधान होगा. सवाल : मैं पिछले 28 सालों से एक मकान में दुकान चला रहा हूं. अब मकान मालिक उसे खाली करने को कह रहा है. मैं क्या कर सकता हूं. -किशोर वर्धन, मुसाबनीसलाह : जिस मकान में आप दुकान चला रहे हैं, वह मालिक की संपत्ति है. आप मकान मालिक से कुछ समय की मांग कर सकते हैं, लेकिन अंततः आपको मकान खाली करना ही पड़ेगा. सवाल : मऊभंडार एचसीएल कंपनी की स्थिति बहुत खराब है, जिससे मजदूरों और स्थानीय लोगों को रोजगार नहीं मिल रहा है. इस समस्या का समाधान क्या हो सकता है. -कमल दास, मऊभंडार सलाह : चूंकि कंपनी से संबंधित मामला है, इसलिए आपको एचसीएल आइसीसी के प्रबंधन से संपर्क करना चाहिए. वे ही इस विषय पर स्पष्ट जानकारी दे सकते हैं. सवाल : मेरी बहन का 22 साल पहले तलाक हो गया था. उसे भरण-पोषण के लिए 7,000 रुपये मिलते थे. 2022 में उसने 12,000 रुपये भरण-पोषण के लिए कोर्ट में क्लेम किया, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया. पिछले 3 साल से उसे पैसे नहीं मिल रहे हैं. हमें क्या करना चाहिए. -एक व्यक्ति, जादूगोड़ा सलाह : कोर्ट से जो डिग्री मिली है, उसे संबंधित कंपनी में जमा करें. यदि कंपनी भुगतान नहीं करती है, तो फैमिली कोर्ट में दोबारा अपील कर सकते हैं. आपकी बहन को न्याय मिलेगा. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post East Singhbhum News : भूमि संबंधी विवाद में रजिस्ट्री और म्यूटेशन ही मान्य appeared first on Naya Vichar.

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Chaibasa News : 12 महीने से जलापूर्ति योजना ठप, 2300 परिवारों पर जल संकट

मझगांव.मझगांव प्रखंड की ग्रामीण जलापूर्ति योजना बीते 12 महीनों से बंद है, जिससे बलियापोसी, पडसा और मझगांव पंचायतों के दर्जनों गांवों में लगभग 2300 परिवार जल संकट का सामना कर रहे हैं. ग्रामीणों को मार्च माह में ही पानी की किल्लत झेलनी पड़ रही है. निरीक्षण के बावजूद कोई समाधान नहीं 22 मार्च को जिला उपायुक्त, स्थानीय विधायक एवं जिला के वरीय पदाधिकारियों ने जलापूर्ति योजना का औचक निरीक्षण किया था. उपायुक्त को इस योजना की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. निरीक्षण के दौरान कई खामियां उजागर हुईं, जिसके कारण जिला उपायुक्त ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधिकारियों को फटकार लगायी और जांच टीम गठित करने की बात कही थी. 15-20 दिन बाद ही जलापूर्ति ठप निरीक्षण के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, और मात्र 15-20 दिन बाद ही जलापूर्ति पूरी तरह से बंद हो गई. इससे 2300 परिवारों को पानी के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है. हर साल दोहराई जाती है समस्या इस योजना के शुरू होने के बाद से ही हर वर्ष मार्च से जून-जुलाई तक जलापूर्ति बाधित रहती है. ग्रामीणों ने कई बार शिकायत की और विभाग ने आश्वासन दिया था कि नदी में पानी स्टोरेज के लिए डैम बनाया जाएगा, लेकिन अब तक इस पर कोई ठोस पहल नहीं की गई. कर्मियों ने पानी की कमी को बताया कारण जलापूर्ति कर्मियों के अनुसार नदी में पानी की कमी के कारण जलापूर्ति बंद है. लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन की लापरवाही और अव्यवस्थित योजना के कारण वे हर साल इस समस्या से जूझते हैं. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Chaibasa News : 12 महीने से जलापूर्ति योजना ठप, 2300 परिवारों पर जल संकट appeared first on Naya Vichar.

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West Singbhum News : अलमारी का लॉक तोड़कर डेढ़ लाख के गहने की चोरी

चक्रधरपुर. शहर के वार्ड नंबर पांच निवासी कमाल अंसारी बक्सावाला के घर से चोरों ने अलमारी का लॉक तोड़कर डेढ़ लाख के गहने और 5 हजार रुपये नकदी चुरा ली. पीड़ित कमाल बक्सा ने पुलिस में मामला दर्ज कराया है. शनिवार सुबह घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल में जुट गयी. जानकारी के अनुसार शुक्रवार रात में घर के सभी लोग भोजन करने के बाद सो गये. शुक्रवार आधी रात में चोरों ने दरवाजा का ताला तोड़कर घर में प्रवेश कर गया. अलमारी में रखे गये लगभग डेढ़ लाख रुपये के गहने और 5000 रुपये नगद ले उड़े. घटना के दौरान कमाल अंसारी नमाज पढ़ने के लिए गये थे. उनकी धर्मपत्नी घर में सोयी थी. चोरों ने नशीला स्प्रे मारकर सभी को बेहोश कर दिया और घटना को अंजाम दिया. इस कारण घटना के बारे में किसी को आभास नहीं हुआ. सुबह जब घर के लोग उठे, तो देखा कि अलमारी खुली पड़ी है. अलमारी में रखे सोने-चांदी गहने और नगद 5000 रुपये गायब हैं. इससे उन्हें समझने में देर नहीं हुई कि घर में चोरी की घटना घटी है. इसके बाद चक्रधरपुर थाना को घटना के संबंध में जानकारी दी गयी. बताया जाता है कि आंधी तूफान के कारण शहर में विद्युत आपूर्ति ठप थी. इसका फायदा उठाकर चोरों ने घटना को अंजाम दिया. पीड़ित कमाल अंसारी बक्सा वाला ने चक्रधरपुर थाना में चोरी का मामला दर्ज कराया है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post West Singbhum News : अलमारी का लॉक तोड़कर डेढ़ लाख के गहने की चोरी appeared first on Naya Vichar.

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East Singhbhum News : सुवर्णरेखा की स्थिति ने बजायी खतरे की घंटी, नहीं चेते, तो बूंद-बूंद पानी को तरसेंगे

गालूडीह. झारखंड की जीवनरेखा सुवर्णरेखा नदी मार्च महीने में मंद पड़ गयी है. नदी नाले जैसी बह रही है. यह स्थिति भविष्य में भयावह जल संकट की ओर इशारा कर रही है. दुनिया भर के पर्यावरणविद् पानी की कमी को लेकर चिंतित हैं. जल की मांग और आपूर्ति में असंतुलन से जल संकट बढ़ रहा है. ऐसे में हमें पर्यावरण संरक्षण के साथ सतत विकास के मॉडल अनुसार, पृथ्वी पर मौजूद सभी स्रोत का नीतिपूर्ण तरीके से आवश्यकता के हिसाब से उपयोग करना होगा. हम नहीं चेते, तो भविष्य की पीढ़ियां बूंद-बूंद पानी को तरसेंगी. जलस्रोत बचाने और संरक्षण का संकल्प लें हमें जल स्रोत को बचाने और संरक्षित करने का संकल्प लेना होगा. जलवायु परिवर्तन से भू-गर्भ जलस्तर तेजी से नीचे जा रहा है. नदी भी नाले की तरह बहने लगी है. वर्षा जल संचय जरूरी है. दारीसाई क्षेत्रीय कृषि अनुसंधान केंद्र के कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि जल, जंगल और जमीन ही जीवन के मूल आधार हैं. बढ़ती आबादी, वाहन, कल-कारखाने, कटते जंगल, फैलती आबादी और सिकुड़ती जमीन से पर्यावरण नष्ट हो रहा है. यही कारण है कि अब समय पर कोई मौसम नहीं बदलता है. न समय पर बारिश हो रही, न समय पर गर्मी और सर्दी आ रही. बेमौसम बारिश हो रही. प्राकृतिक आपदाएं बढ़ी हैं. सोख्ता बनाकर वर्षा का पानी बचायें वर्षा जल संचय ही भूगर्भ जलस्तर को बचाने का एकमात्र उपाय है. इसे बचाने के लिए कुआं, डोभा, तालाब की संख्या बढ़ानी होगी. घरों की छत के पानी को सोख्ता बनाकर जमीन के अंदर भेजना होगा. टपक सिंचाई पद्धति अपनानी होगी. वर्षा के पानी को बेकार बहने से रोकना होगा. गालूडीह बराज डैम के पास सुवर्णरेखा नदी की स्थिति डराने लगी है. बराज सूखा है. नदी में पत्थर ही पत्थर दिख रहे हैं. ऐसे में विश्व जल दिवस पर संकल्प लें कि नदी को बचाना है. क्या कहते हैं कृषि वैज्ञानिक जल संचय के लिए कई किसान टपक पद्धति से फसलों की सिंचाई करते हैं. इससे किसान कम पानी ज्यादा खेती कर सकते हैं. जल संचय के लिए छत पर टंकी बनाकर बारिश का पानी इकट्ठा करें. घर की नालियों के पानी को गड्ढे में इकट्ठा करें. गटर के नीचे बैरल लगाकर बारिश का पानी इकट्ठा करें. छत से बारिश का पानी नालियों में इकट्ठा करके नीचे की ओर ले जायें. फिर किसी तरह के भंडारण में इकट्ठा करें. – एन सलाम, सह निदेशक, दारीसाई क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र————————————-वर्षा के पानी को हम रूफ वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम से बचा सकते हैं. बरसात में डोभा और तालाब के माध्यम से संचय कर सकते हैं. किसान इसका उपयोग भविष्य में रबी में खेती के लिए कर सकते हैं. उस पानी में मछली व बत्तख पालन आदि कर सकते हैं. विभिन्न फसल और सब्जियां उगा सकते हैं. किसान अगर टपक सिंचाई प्रणाली से सब्जियों में सिंचाई करते हैं, तो 30 से 70 प्रतिशत तक पानी बचत कर सकते हैं. डॉ डालेश्वर रजक, कनीय वैज्ञानिक सह सहायक प्राध्यापक, दारीसाई —————————————–जल संसाधन सीमित और दुर्लभ है. पानी घट रहा है. भविष्य में पानी की कमी एक बड़ा संकट बन सकता है. हमें वर्षा जल संचय के स्थायी तरीकों को अपनाना चाहिए. वर्षा जल संरक्षण न सिर्फ ग्रामीण क्षेत्रों के लिए, बल्कि शहरी क्षेत्रों के लिए जरूरी है. जल जीवन है. वन दोनों का आपस में संबंध है. जीने के लिए जल जरूरी है. – डॉ देवाशीष महतो, कृषि वैज्ञानिक, दारीसाई ———————————-वर्षा जल संचयन की प्रक्रिया में छत पर जमा वर्षा के जल को धरातल यानी जमीन पर लाया जाता है. उसे टैंकों, तालाबों, कुओं, बोरवेल, जलाशय आदि में इकट्ठा किया जाता है. वर्षा जल को इकट्ठा करने के लिए रिचार्ज गड्ढों का निर्माण किया जाता है. गड्ढों को कंकर, बजरी, मोटे रेत से भरा जाता है. वे अशुद्धियों के लिए एक फिल्टर की तरह काम करता है. – डॉ प्रदीप प्रसाद, कृषि वैज्ञानिक, दारीसाई डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post East Singhbhum News : सुवर्णरेखा की स्थिति ने बजायी खतरे की घंटी, नहीं चेते, तो बूंद-बूंद पानी को तरसेंगे appeared first on Naya Vichar.

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seraikela kharsawan news: देश निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका : महालिक

सरायकेला. सरायकेला के काशी साहू महाविद्यालय में शनिवार को दो दिवसीय जिला स्तरीय विकसित हिंदुस्तान युवा संसद का शनिवार को समापन हुआ. कार्यक्रम में सरायकेला व पूर्वी सिंहभूम के 18 से 25 वर्ष तक के 150 युवाओं का जिला स्तरीय कार्यक्रम के लिए चयन किया गया. इसमें 10 प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय कार्यक्रम के लिए चयन किया गया. समारोह में वर्कर्स कॉलेज जमशेदपुर के प्राचार्य सत्यप्रिय महालिक ने कहा कि हमारा देश युवाओं का देश है. युवाओं में काफी प्रतिभाएं हैं. देश के निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका होगी. मौके पर दारा सिंह गुप्ता, डॉ बीके सिन्हा, डॉ कृष्णा प्यारे, डॉ विनय कुमार सिंह, डॉ सुप्रभा टूटी, डॉ बसंत शुभाकर, डॉ शोभित रंजन, प्रो मनोज महतो, डॉ हर्षिता गुप्ता, सुष्मिता सिंहदेव मौजूद थे. राज्य स्तरीय कार्यक्रम के लिए 10 युवाओं का चयन राज्य स्तरीय कार्यक्रम के लिए 10 युवाओं का चयनित किया गया. इसमें प्रथम मोनालिसा कुमारी आदित्यपुर, द्वितीय अनिमा कुमारी गम्हरिया, तृतीय ऋतुपर्णे चक्रवर्ती घाटशिला, चतुर्थ भानु प्रताप सिंह आदित्यपुर, पंचम नाजिया परवीन कपाली, छठे नितिन प्रांजल आदित्यपुर, सातवें अभिषेक सोम सरायकेला, आठवें मेघा पांडे सीनी, नौवें सात्विक पाल आदित्यपुर, 10वें बसंती हेंब्रम कुचाई रहे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post seraikela kharsawan news: देश निर्माण में युवाओं की अहम भूमिका : महालिक appeared first on Naya Vichar.

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East Singhbhum News : घाटशिला में पांच दिनों में 57.7 मिमी बारिश, आंधी में आम के मंजर को नुकसान

घाटशिला. घाटशिला प्रखंड और आसपास में शनिवार सुबह करीब साढ़े चार बजे से 10 बजे तक हुई बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. लोग घरों में रहे. सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा. घाटशिला, फूलडुंगरी, गालूडीह और आस पास के क्षेत्रों में बहुत कम लोग नजर आये. कुछ लोग छाते के सहारे बाजार में खरीदारी करते दिखे. दुकानदारों का कहना है कि बारिश के कारण ग्राहकों की संख्या कम रही. प्रखंड मुख्यालय में लगे वर्षा मापक यंत्र के अनुसार, 18 मार्च से 22 मार्च तक कुल 57.7 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी है. 18 मार्च को आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई थी, 19 मार्च को 19.24 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गयी, 21 मार्च को 6.4 मिमी और 22 मार्च को 26.7 मिमी बारिश होने का अनुमान है. सरसों को नुकसान, गेहूं और सब्जियों के लिए फायदा प्रखंड कृषि प्रभारी अमरनाथ पांडे ने बताया कि बारिश से सरसों की फसल को कुछ नुकसान हुआ है. 90% फसल पहले ही कट चुकी थी. असर सीमित रहेगा. वहीं आम के फलन पर आंधी और बारिश का प्रभाव पड़ा है. कई पेड़ों के मंजर (आम के छोटे फल) गिर गये. उन्होंने बताया कि बारिश आम के लिए लाभदायक भी हो सकता है. गेहूं और हरी सब्जियों के लिए यह बारिश फायदेमंद साबित हो रही है. कुछ हरी सब्जियों खास कर लतर वाली सब्जियों को थोड़ा नुकसान हुआ है. ईंट भट्ठों पर पड़ा व्यापक असर लगातार बारिश से क्षेत्र के दर्जनों ईंट भट्ठों पर व्यापक प्रभाव पड़ा है. पहले से तैयार ईंटें पानी गल गयीं. निर्माण कार्य पूरी तरह प्रभावित हो गया है. कई ईंट भट्ठों के मजदूरों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. बड़ाकुर्शी में बारिश से बर्बाद हुईं सब्जियां, किसान परेशान बेमौसम बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है. सबसे ज्यादा सब्जी की फसल बर्बाद हुई है. सब्जी की फसल पानी में डूब गयी है. घाटशिला प्रखंड की बड़ाखुर्शी पंचायत के गिधिबिल टोला निवासी किसान हेमंत महतो ने बताया कि उनकी लौकी की खेती पूरी तरह से बर्बाद हो गयी. किसान खेत की मेढ़ काट कर खुद पानी निकालने में जुटे रहे, ताकि फसल को बचाया जा सके. बारिश से लौकी सड़नी शुरू हो गयी है. किसान को बारिश से काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. हालांकि, कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि अब मौसम साफ हो गया है. खेत में जमा पानी किसान मेढ़ काट कर बहा दें. धूप निकलने पर फसल को नुकसान नहीं होगा. हां रोग का प्रकोप बढ़ सकता है. मौसम खुलते ही दवा का छिड़काव जरूरी होगा. लतर वाली सब्जियों (जो जमीन पर हैं) को नुकसान होने की संभावना है. बाकी सब्जियों को ज्यादा नुकसान नहीं होगा. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post East Singhbhum News : घाटशिला में पांच दिनों में 57.7 मिमी बारिश, आंधी में आम के मंजर को नुकसान appeared first on Naya Vichar.

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Chaibasa News : शादी समारोह से लौट रही बोलेरो पलटने से महिला समेत तीन की मौत

मझगांव.मझगांव-जैंतगढ़ मुख्य सड़क के गाड़ासाई और डोंगाबुरु के बीच शादी समारोह से लौट रही एक बोलेरो असंतुलित होकर पलट गयी, जिससे तीन लोगों (लड़की पक्ष के) की मौत हो गयी. पुलिस ने शनिवार की सुबह इसकी जानकारी दी. सब इंस्पेक्टर धीरज कुमार यादव ने बताया कि हादसे में मृत व्यक्तियों की पहचान चतरीसाई निवासी रमेश पिंगुवा (62), गांगी पिंगुवा (72) और सरगरिया गांव निवासी चरण हेम्ब्रम (45) के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि शवों को पोस्टपार्टम के लिए शनिवार की सुबह सदर अस्पताल चाईबासा भेज दिया गया है. रास्ते में गाड़ी खराब होने पर बोलेरो को बुक किया था सब इंस्पेक्टर धीरज कुमार यादव ने बताया कि शुक्रवार रात करीब बारह बजे मझगांव-जैंतगढ़ मुख्य सड़क के आसनपाठ पंचायत के गाड़ासाई-डोंगाबुराय तीखी सड़क पर बोलेरो असंतुलित होकर पलटी थी. मझगांव प्रखंड की सोनापोस पंचायत के चतरीसाई निवासी गांगी पिंगुवा की पुत्री की शादी ओडिशा के क्योंझर थाना के झोंपरा में हुई थी. शुक्रवार को चतरीसाई गांव से तीन गाड़ी गयी थी. तीनों गाड़ी वापस आ रही थीं, जिसमें एक गाड़ी बीच रास्ते में खराब हो गयी, तो खराब गाड़ी में सवार लोग ओडिशा से बोलेरो बुक कर मझगांव वापस लौट रहे थे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Chaibasa News : शादी समारोह से लौट रही बोलेरो पलटने से स्त्री समेत तीन की मौत appeared first on Naya Vichar.

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West Singbhum News : आज 218 जन चेतना केंद्रों में होगी नव साक्षर परीक्षा

चक्रधरपुर. चक्रधरपुर नव हिंदुस्तान साक्षरता समिति की ओर से 23 मार्च (रविवार) को नव साक्षर परीक्षा का आयोजन किया जायेगा. परीक्षा को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए शनिवार को बीआरसी, चक्रधरपुर में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें सभी 218 परीक्षा केंद्रों के प्रभारी प्रधानाध्यापक शामिल हुए. प्रशिक्षण के दौरान प्रधानाध्यापकों को प्रश्न पत्र उपलब्ध कराए गए तथा परीक्षा को बेहतर ढंग से संचालित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए गए.प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी बलराज कपूर ने बताया कि निदेशक, प्राथमिक शिक्षा-सह-सदस्य सचिव, राज्य साक्षरता विभाग प्राधिकरण, झारखंड एवं जिला साक्षरता कार्यालय के आदेशानुसार, बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मकता आकलन परीक्षा निर्धारित की गयी है. परीक्षा का आयोजन जिला नव हिंदुस्तान साक्षरता समिति की गाइडलाइन के अनुरूप किया जाएगा. परीक्षा से संबंधित मुख्य बिंदु विद्यालय संचालन : 23 मार्च, रविवार को परीक्षा के दिन बीआरसी एवं कक्षा 1 से 8 तक संचालित सभी विद्यालय खुले रहेंगे. संकुल स्तर पर निगरानी : सभी सीआरपी अपने संकुल के अधीन परीक्षा का सफल संचालन सुनिश्चित करेंगे. निरक्षरों की सूची: सभी विद्यालयों को अपने यहां के निरक्षरों की शत-प्रतिशत सूची तैयार कर अनिवार्य रूप से बीआरसी को उपलब्ध कराना होगा. परीक्षा केंद्र: सभी जन चेतना केंद्रों को परीक्षा केंद्र के रूप में चिन्हित किया गया है, और संबंधित प्रधानाध्यापकों को केंद्राधीक्षक नामित किया गया है. शिक्षकों की भूमिका: सभी शिक्षक वीक्षण कार्य के साथ आवश्यक सहयोग प्रदान करेंगे. परीक्षा का लक्ष्य: प्रत्येक जन चेतना केंद्र को जिला द्वारा निर्धारित लक्ष्य के अनुसार कम से कम 10 नव साक्षरों को परीक्षा में सम्मिलित करना होगा. दिशा-निर्देश:परीक्षा के दिन सभी सीआरपी प्रत्येक परीक्षा केंद्र से समेकित खैरियत प्रतिवेदन विहित प्रपत्र में बीआरसी को समय पर उपलब्ध कराएंगे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post West Singbhum News : आज 218 जन चेतना केंद्रों में होगी नव साक्षर परीक्षा appeared first on Naya Vichar.

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seraikela kharsawan news: ड्रग तस्कर अफसर अली हत्याकांड के दो आरोपी गिरफ्तार

सरायकेला. सरायकेला-खरसावां जिले के गम्हरिया थाना अंतर्गत सीतारामपुर डैम के समीप 14 मार्च को अपराधियों ने ड्रग तस्कर अफसर अली की गोली मारकर हत्या मामले में आदित्यपुर मुस्लिम बस्ती के अब्दुल करीम (25 ) व सरायकेला थाना के बालीगुमा निवासी मो फकरे आलम उर्फ राजू (34) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. एसपी मुकेश कुमार लुणायत ने बताया कि हत्या के बाद एसडीपीओ के नेतृत्व में एसआइटी गठित की गयी. मामले का अनुसंधान करते हुए दो अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अभियुक्तों की निशानदेही पर पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त पिस्टल को भी बरामद कर लिया है. अभियुक्त के पास से मृतक का फोन बरामद एसपी मुकेश लुणायत ने बताया कि हत्याकांड मामले में मृतक की पुत्री ने गम्हरिया थाना में आवेदन दिया था. कहा कि मामले के उद्भेदन को लेकर गठित एसआइटी टीम ने भौतिक, तकनीकी व परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर हत्याकांड में शामिल दो अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है. घटना के प्राथमिक अभियुक्त अब्दुल करीम के पास से मृतक का ओपो कंपनी का मोबाइल बरामद किया है. गिरफ्तार अभियुक्तों का रहा है आपराधिक इतिहास एसपी ने बताया की हत्याकांड में शामिल दोनों अभियुक्तों का पूर्व से ही आपराधिक इतिहास रहा है. गिरफ्तार अब्दुल करीम के खिलाफ आदित्यपुर थाना में आर्म्स एक्ट के दो मामले से साथ कई मामले दर्ज हैं. वहीं मोहम्मद फकरे आलम के खिलाफ सरायकेला थाना में केस दर्ज है. टीम में ये थे शामिल एसडीपीओ समीर कुमार सावैयां, आदित्यपुर थाना प्रभारी राजीव कुमार, गम्हरिया थाना प्रभारी कुणाल कुमार, पुअनि विपुल कुमार ओझा, अरुण कुमार महतो, रघुनाथ सुंडी, नीतीश कुमार पांडे एवं राघवेंद्र कुमार शामिल रहे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post seraikela kharsawan news: ड्रग तस्कर अफसर अली हत्याकांड के दो आरोपी गिरफ्तार appeared first on Naya Vichar.

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Chaibasa News : वन को आग से बचाएं, पेड़ों को न काटें : परमानंद

गुवा.वन क्षेत्र पदाधिकारी परमानंद रजक(एफएओ) की उपस्थिति में नुइयां ग्राम में शनिवार को अंतरराष्ट्रीय वन दिवस कार्यक्रम मनाया गया. मुख्य अतिथि ग्रामीण मुंडा दुरसू चाम्पिया थे. इस दौरान परमानंद ने वनों की सुरक्षा व संवर्द्धन पर विशेष बल देने का आग्रह किया. उन्होंने लोगों से वन को आग से बचने, लघु वनोपज का लाभ लेने व पेड़ों की कटाई नहीं करने की अपील की. वनों के महत्व को बताते हुए जागरूक किया ग्रामीण मुंडा दुरसू चाम्पिया ने ग्रामीणों को वनों की महत्ता के संबंध में जागरूक किया. इसके बाद ग्रामीणों ने वनों की सुरक्षा के लिए वन विभाग के साथ समन्वय बनाकर कार्य करने का निर्णय लिया. इस अवसर पर नीम व करंज प्रजाति के पौधे वन पदाधिकारी व ग्रामीणों ने लगाये. वहीं, ग्रामीणों के बीच सामग्री का वितरण किया गया, जिसमें दुरसू चाम्पिया को सिलाई मशीन, अर्जुन चाम्पिया को टॉर्च, रमाय चाम्पिया को ड्रम, शांति चाम्पिया को महुआ नेट, गुरजय चाम्पिया को ट्रॉर्च, शुरु बोदरा को महुआ नेट, रेशमी पुरती को महुआ नेट, बागना चाम्पिया को ड्रम दिया गया. कार्यक्रम में ये थे उपस्थित निर्मल महतो, छोटेलाल मिश्रा, जीतेन्द्र ब्रह्म, सिकन्दर प्रधान, गुरजय चाम्पिया, लखन चाम्पिया, बामा चाम्पिया, अर्जुन चाम्पिया आदि उपस्थित थे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Chaibasa News : वन को आग से बचाएं, पेड़ों को न काटें : परमानंद appeared first on Naya Vichar.

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