गांव में नहीं है पक्की सड़क, रिश्ता करने से कतराते हैं लोग
कुंदा. हंटरगंज प्रखंड के सजनी और मानामात गांव का आज तक समुचित विकास नहीं हो पाया है. गांव में जाने के लिए सड़क नहीं है. हर वर्ष ग्रामीण श्रमदान कर आवागमन के लिए छह किलोमीटर रास्ता बनाते हैं. इस साल भी पिछले तीन दिनों से ग्रामीण रास्ता बनाने में जुटे हुए हैं. इस कार्य में शिशु, युवा, स्त्री-पुरुष सभी लगे हुए हैं. गांव में पक्की सड़क नहीं होने से युवक-युवतियों की शादी नहीं हो पा रही है. मेहमान आते हैं, लेकिन सड़क नहीं रहने की बात कह कर शादी से इनकार कर देते हैं. युवक-युवतियों का उम्र ढलती जा रही है. सड़क के अभाव में लोग पगडंडियों के सहारे आवागमन करते हैं. सबसे अधिक परेशानी बरसात के मौसम में होती है. कच्ची सड़क पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. बीमारों व गर्भवती स्त्रीओं को चारपाई पर लिटा कर छह किलोमीटर पैदल चल कर पक्की सड़क तक ले जाना पड़ता है. वहां पहुंचने के बाद ही वाहन मिलता है. यहां के लोगों की जिंदगी भगवान भरोसे है. क्या कहते हैं लोग निरशो कुमारी, रूपा कुमारी व सूचित कुमार ने बताया कि गांव में सड़क नहीं है, जिसके कारण काफी परेशानी होती हैं. इलाज के लिए अस्पताल ले जाने और बच्चों को स्कूल आने-जाने में काफी परेशानी होती है. जब-जब चुनाव आता है, नेता वोट मांगने चले आते हैं. चुनाव के वक्त सभी सड़क बनाने का वादा करते हैं, लेकिन जीतने के बाद भूल जाते हैं. सड़क के अभाव में कई युवक-युवतियों की शादी नहीं हो पायी है. भीम महतो ने कहा कि सड़क नहीं रहने के कारण गांव का विकास नहीं हो पा रहा है. सड़क बनाने की ओर किसी का ध्यान नहीं है. सड़क की समस्या दूर होगी : विधायक विधायक जनार्दन पासवान ने कहा कि सजनी-मानामात गांव को पक्की सड़क से जोड़ा जायेगा. सड़क बना कर ग्रामीणों की समस्या दूर की जायेगी. अब तक गांव का विकास नहीं होना दुर्भाग्यपूर्ण है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post गांव में नहीं है पक्की सड़क, रिश्ता करने से कतराते हैं लोग appeared first on Naya Vichar.