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April 5, 2025

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आसान नही किसी राज्य का नाम बदलना, नियम ऐसा की पकड़ लेंगे सिर

What Is The Process of State Name Change: हिंदुस्तान में कई शहरों और राज्यों के नाम बदले जा चुके हैं, जैसे इलाहाबाद का नाम प्रयागराज, फैजाबाद का अयोध्या, और मुगलसराय का नाम पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन रखा गया है. इसी तरह कुछ राज्यों के नाम भी बदले गए हैं, जैसे उत्तरांचल का नाम उत्तराखंड, उड़ीसा का ओडिशा, और मद्रास का नाम चेन्नई हुआ. लेकिन क्या आप जानते हैं कि राज्य या शहर का नाम बदलने का अधिकार किसके पास है और यह प्रक्रिया कैसे होती है? किसके पास है नाम बदलने का अधिकार? हिंदुस्तान के संविधान के अनुच्छेद 3 के अनुसार, किसी भी राज्य का नाम बदलने का अधिकार संसद के पास होता है. यह अनुच्छेद राज्य के क्षेत्र या सीमाओं को बदलने की प्रक्रिया को निर्धारित करता है. नाम बदलने की प्रक्रिया क्या है? किसी राज्य का नाम बदलने के लिए एक लंबी और जटिल प्रक्रिया अपनानी पड़ती है. अगर केंद्र प्रशासन किसी राज्य का नाम बदलना चाहती है, तो सबसे पहले उस राज्य की विधानसभा में प्रस्ताव पारित किया जाता है. इसके बाद यह प्रस्ताव केंद्र प्रशासन के पास भेजा जाता है. यदि केंद्र प्रशासन इस पर सहमति देती है, तो नाम बदलने के लिए गृह मंत्रालय, हिंदुस्तानीय सर्वेक्षण, इंटेलिजेंस ब्यूरो, रजिस्ट्रार जनरल और डाक विभाग जैसे कई विभागों से एनओसी ली जाती है. नाम बदलने के लिए कौन देता है इजाजत? नाम बदलने के लिए एक ठोस वजह बतानी होती है. राज्य प्रशासन को इस प्रस्ताव के लिए केंद्रीय प्रशासन से मंजूरी लेनी पड़ती है. एक बार मंजूरी मिलने के बाद, नाम बदलने के लिए एक बिल तैयार किया जाता है, जिसे दोनों सदनों में पारित कराया जाता है. फिर राष्ट्रपति से इस बिल पर स्वीकृति ली जाती है. राष्ट्रपति की सहमति मिलने के बाद ही राज्य के बदले हुए नाम का नोटिफिकेशन जारी किया जाता है. हालांकि, यह प्रक्रिया बहुत लंबी हो सकती है और इसमें कई महीने या साल भी लग सकते हैं. The post आसान नही किसी राज्य का नाम बदलना, नियम ऐसा की पकड़ लेंगे सिर appeared first on Naya Vichar.

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Raw Vegetables Health Risks: इन सब्जियों को कच्चा खाना होता है जहरीला

Raw Vegetables Health Risks: कई बार हेल्दी डाइट के चक्कर में लोग सब्ज़ियों को कच्चा खाना शुरू कर देते हैं. सलाद में रंग-बिरंगी सब्जियां भले ही स्वाद और पोषण से भरपूर लगें, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ सब्जियां ऐसी भी होती हैं जिन्हें कच्चा खाना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. इनमें मौजूद कुछ तत्व पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकते हैं, गैस, अपच या जहर जैसे लक्षण भी पैदा कर सकते हैं. आइए जानते हैं कौन सी सब्जियां कच्ची खाने से बचना चाहिए. Vegetables You Should Never Eat Raw: कौन सी सब्जियां कच्ची नहीं खानी चाहिए 1. बैंगन (Brinjal): Why not to eat baigan: बैगन क्यूं नहीं खाना चाहिए? बैंगन में सोलानाइन नाम का टॉक्सिन पाया जाता है, जो शरीर के लिए हानिकारक हो सकता है.  कच्चा बैंगन खाने से सिरदर्द, पेट दर्द और उल्टी जैसे लक्षण हो सकते हैं.  विशेष रूप से हरे या कच्चे बैंगन में इसकी मात्रा अधिक होती है.  इसलिए बैंगन को हमेशा अच्छे से पका कर ही खाएं. 2. आलू (Potato): Raw vegetables health risks: इन सब्जियों को कच्चा खाना होता है जहरीला कच्चा आलू भी सोलानाइन के कारण हानिकारक हो सकता है, खासकर जब उसमें हरे धब्बे या अंकुर निकल आए हों.  कच्चा आलू गैस, अपच और पेट फूलने जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है.  इसके अलावा, यह पाचन क्रिया पर भी भारी पड़ सकता है. 3. फूलगोभी (Cauliflower): Cauliflower कई लोग फूलगोभी को सलाद में कच्चा खाते हैं, लेकिन यह पेट में गैस और ब्लोटिंग की समस्या पैदा कर सकती है.  साथ ही, इसमें मौजूद बैक्टीरिया भी संक्रमण का कारण बन सकते हैं.  बेहतर होगा कि इसे हल्का उबाल कर या भून कर ही खाएं. 4. सेम और राजमा (Kidney Beans & Broad Beans): Kidney beans कच्चे या अधपके राजमा और सेम में ‘फाइटोहेमाग्लूटिनिन’ नामक टॉक्सिन पाया जाता है, जो जहर का काम करता है.  इसे खाने से मतली, उल्टी और डायरिया हो सकता है. इन दालों को हमेशा भिगोकर और अच्छे से उबालकर ही खाएं. 5. करेला (Bitter Gourd): Bitter gourd करेला औषधीय गुणों से भरपूर होता है लेकिन कच्चे करेला खाने से ब्लड शुगर बहुत तेजी से गिर सकता है.  साथ ही, इसका अत्यधिक कड़वापन पेट में जलन, गैस और चक्कर जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है. 6. मशरूम (Mushroom): MushroomAlso Read- Money Plant: क्या आपके मनीप्लांट की पत्तियां पीली हो रही हैं, ये हो सकते है कारण प्राकृतिक रूप से मिलने वाले कुछ मशरूम जहरीले हो सकते हैं.  कच्चा मशरूम खाना संक्रमण या फूड प्वाइजनिंग का कारण बन सकता है.  बाजार में मिलने वाले मशरूम भी बिना पके खाना सही नहीं है.  इन्हें पकाना बेहद जरूरी है. Raw vegetables health risks: इन सब्जियों को कच्चा खाना होता है जहरीला हर चीज जो प्राकृतिक हो, जरूरी नहीं कि वह कच्ची भी स्वास्थ्यवर्धक हो.  कुछ Vegetables  में ऐसे तत्व होते हैं जो पकाने से नष्ट हो जाते हैं और शरीर के लिए सुरक्षित हो जाते हैं.  इसलिए हमेशा सब्जियों को पका कर ही खाना चाहिए, खासकर जब वह ऊपर बताई गई सूची में आती हों.  सेहत के नाम पर जल्दबाजी से बचें और संतुलित जानकारी के साथ ही हेल्दी चॉइस करें. Also Read: Kitchen Tips for Vegetable: कहीं आप भी तो नहीं रखती इन सब्जियों को फ्रिज के अंदर? Also Read- Money Plant: क्या आपके मनीप्लांट की पत्तियां पीली हो रही हैं, ये हो सकते है कारण The post Raw Vegetables Health Risks: इन सब्जियों को कच्चा खाना होता है जहरीला appeared first on Naya Vichar.

सड़क दुर्घटना, समस्तीपुर

सड़क दुर्घटना में मजदूर की मौत ,दो साल के अंदर अपने दो मजदूर बेटे को पिता देंगे मुखाग्नि, इससे पूर्व भी एक बेटे की सड़क दुर्घटना में हो चुकी हैं मौत 

नया विचार समस्तीपुर– समस्तीपुर जिले के चकमेहसी थाना क्षेत्र के टारा चौक के पास अज्ञात वाहन ने साइकिल से मजदूरी कर लौट रहें मजदूर को मारी ठोकर ,साथ मे आ रहें अन्य मजदूरों ने जख्मी हालत में उसे इलाज के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल में देर रात भर्ती कराया जंहा डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया । मृतक मजदूर की पहचान चकमेहसी थाना क्षेत्र के सोमनाहा वार्ड 12 निवासी रामाधार पासवान के 36 वर्षीय पुत्र अनिल पासवान के रूप में हुआ हैं ।साथ मे काम करके लौट रहें मजदूर विजय पासवान का बताना है कि हमलोग मोठीया (बोरा उठाने वाला) का काम करते हैं ।आलू लोडिंग कर हमलोग चकमेहसी थाना क्षेत्र के कुसियारी से आ रहें थे । तभी अज्ञात चार चक्का एक वाहन ने ठोकर मारकर भाग गया ।हमोलोग पुलिस के 112 को कॉल किया लेकिन वो नही आया तो दूसरे गाड़ी से हमलोग अस्पताल लाए लेकिन डॉक्टरों ने उसे यंहा मृत घोषित कर दिया। उसके बाद इनके परिजनों को सूचना दिए हैं ।ग्रामीण महेश पासवान बताते हैं कि मृतक के तीन छोटे छोटे शिशु हैं ।घर मे कमाने वाला कोई नही हैं एक बृद्ध पिता हैं दो साल पूर्व ही मृतक अनिल पासवान का छोटा भाई की मौत भी सड़क दुर्घटना में ही हो गया था ।तीन भाइयों में से अब दो की मौत हो गई हैं ।बृद्ध पिता दो साल के अंदर दो बेटों को मुखाग्नि देंगे ।मृतक अनिल पासवान के तीन शिशु हैं जिनमे एक बड़ी बेटी और दो लड़का हैं ।तीनो बच्चों के सिर से उठ गया पिता का छाया । वही समस्तीपुर सदर अस्पताल पहुंची चकमेहसी थाने के पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज आगे की कार्रवाई में जुटी है । चकमेहसी थाना अध्यक्ष संतोष यादव का बताना है कि सड़क दुर्घटना में मौत की सूचना अस्पताल के द्वारा दी गई थी । पुलिस टीम को समस्तीपुर सदर अस्पताल भेजा गया है ।शव को पोस्टमार्टम करा कर आगे की कार्रवाई की जाएगी ।

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Chaitra Navratri 2025: मां दुर्गा से जुड़ी 5 रहस्यमयी बातें, जो जानकर आप हैरान रह जाएंगे

Chaitra Navratri 2025: चैत्र नवरात्रि सिर्फ व्रत-उपवास या पूजा-पाठ का नाम नहीं, ये नौ दिन मां दुर्गा के नौ रूपों को समझने और उनके गहरे संदेशों को अपनाने का भी समय होता है. आइए, इस मौके पर जानें मां दुर्गा से जुड़ी 5 ऐसी बातें जो शायद आपने पहले कभी गौर से नहीं सुनी होंगी: मां दुर्गा – भगवान शिव की शक्ति का रूप भगवान शिव जहां योग, ध्यान और शांति का प्रतीक माने जाते हैं, वहीं मां दुर्गा को उनकी ‘शक्ति’ कहा जाता है. दोनों मिलकर इस ब्रह्मांड का संतुलन बनाते हैं – एक सन्नाटा तो दूसरी ऊर्जा. मां की आठ भुजाएं – हर दिशा से रक्षा का संकेत मां दुर्गा की मूर्तियों में आपने देखा होगा – उनके 8 हाथ होते हैं और हर हाथ में अलग-अलग अस्त्र-शस्त्र होते हैं. हर हथियार बुराई से लड़ने का प्रतीक है, और मां हर दिशा से अपने भक्तों की रक्षा करती हैं. मां की सवारी – शेर या बाघ, डर पर जीत की पहचान मां दुर्गा की सवारी कभी शेर होती है तो कभी बाघ. ये जानवर निडरता, शक्ति और साहस के प्रतीक हैं. यही संदेश है कि मां दुर्गा के साथ कोई डर टिक नहीं सकता. एक नहीं, मां दुर्गा के हैं 9 रूप नवरात्रि में हम रोज एक अलग रूप की पूजा करते हैं – शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री. हर रूप एक खास गुण और शक्ति का प्रतीक है. तीन आंखों वाली देवी – हर चीज पर नजर मां दुर्गा को ‘त्रिनेत्रधारी’ भी कहा जाता है. उनकी बाईं आंख चंद्रमा का प्रतीक है – शांति और प्रेम. दाईं आंख सूर्य का प्रतीक – ऊर्जा और शक्ति. और तीसरी आंख अग्नि – बुराई को नष्ट करने वाली ताकत. मां दुर्गा सिर्फ पूजा की मूर्ति नहीं, वो एक प्रेरणा हैं कि कैसे एक स्त्री में अपार शक्ति होती है, जो जरूरत पड़ने पर बुराई से लड़ सकती है और अपनों की रक्षा कर सकती है. चैत्र नवरात्रि में सिर्फ पूजा ही नहीं करें, मां के इन गुणों को अपनी जिंदगी में भी अपनाएं. The post Chaitra Navratri 2025: मां दुर्गा से जुड़ी 5 रहस्यमयी बातें, जो जानकर आप हैरान रह जाएंगे appeared first on Naya Vichar.

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आज चैत्र नवरात्रि 2025 की अष्टमी तिथि पर इन उपायों से मिलेगा मां दुर्गा का आशीर्वाद

Chaitra Navratri 2025 Upay: आज चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि है, जिसे महाअष्टमी के नाम से भी जाना जाता है. यह दिन मां दुर्गा के आठवें स्वरूप, मां महागौरी, को समर्पित है. हिंदू धर्म में इस तिथि का विशेष महत्व है, क्योंकि इस दिन मां भगवती की विशेष कृपा प्राप्त करने का अवसर मिलता है. मान्यता है कि यदि भक्त सच्चे मन से पूजा-अर्चना करें और कुछ विशेष उपाय अपनाएं, तो मां दुर्गा उनके जीवन को सुख, समृद्धि और सौभाग्य से भर देती हैं. यहां दुर्गा अष्टमी के शुभ मुहूर्त की जानकारी प्राप्त करें. दुर्गा अष्टमी का शुभ मुहूर्त चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 4 अप्रैल, शुक्रवार को रात 8 बजकर 12 मिनट पर प्रारंभ होगी और 5 अप्रैल, शनिवार को शाम 7 बजकर 26 मिनट तक रहेगी. धार्मिक विद्वानों के अनुसार, 5 अप्रैल, शनिवार को चैत्र नवरात्र की दुर्गा अष्टमी का पर्व मनाया जाएगा. कन्या पूजन का महत्व अष्टमी के अवसर पर 9 कन्याओं का पूजन और उन्हें भोजन कराना अत्यंत शुभ माना जाता है. इन कन्याओं को देवी का रूप मानकर उनकी पूजा की जाती है. उन्हें चना, हलवा और पूड़ी खिलाकर उपहार में कुछ वस्त्र या दक्षिणा देना चाहिए. इससे मां दुर्गा प्रसन्न होती हैं और घर में सुख-शांति का वास होता है. लाल रंग का महत्व इस दिन पूजा में लाल फूल, लाल चुनरी और लाल वस्त्र का उपयोग करना बहुत शुभ माना जाता है. लाल रंग शक्ति और ऊर्जा का प्रतीक है, जो मां दुर्गा की आराधना में विशेष महत्व रखता है. दुर्गा सप्तशती का पाठ महाअष्टमी के दिन दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से जीवन के सभी संकट समाप्त होते हैं. यदि पूरा पाठ करना संभव न हो, तो अर्गला स्तोत्र या कवच का पाठ भी किया जा सकता है. जरूरतमंदों को दान इस दिन वस्त्र, भोजन या धन का दान करना विशेष फलदायी होता है. विशेष रूप से किसी कन्या, ब्राह्मण या निर्धन व्यक्ति को दान देने से पुण्य की प्राप्ति होती है. जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्राज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ8080426594/9545290847 The post आज चैत्र नवरात्रि 2025 की अष्टमी तिथि पर इन उपायों से मिलेगा मां दुर्गा का आशीर्वाद appeared first on Naya Vichar.

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Gita Updesh: क्या आपको भी मोह ने जकड़ लिया है? गीता के इन 3 उपदेश से पाएं मुक्ति

Gita Updesh: श्रीमद्भगवद्गीता में जीवन का सार बताया गया है. इसमें लिखी बातें जीवन जीने की कला सिखाती हैं. यह जीवन के विभिन्न पहलुओं आधारित है, जो कि जीवन को सही दिशा प्रदान करने में मदद करता है. गीता उपदेश आत्मज्ञान, कर्म, भक्ति और योग के माध्यम से जीवन के सर्वोत्तम बनाने का काम करता है. गीता का उपदेश सिखाता है कि संसार में रहते हुए हमें अपने कर्तव्यों को निभाना चाहिए, लेकिन साथ ही हमारे कार्यों में कोई स्वार्थ या मोह नहीं होना चाहिए. ऐसे में भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को मोह, अभिमान और आसक्ति से परे रहने का मार्ग सुझाया था, क्योंकि मोह व्यक्ति को आगे बढ़ने से रोकता है. ऐसे में गीता के कुछ उपदेश हैं, जो कि मोह को त्यागने का आसान उपाय सुझाते हैं. कर्म पर ध्यान दें गीता में भगवान श्रीकृष्ण ने कर्म योग का सिद्धांत दिया है. वे कहते हैं कि व्यक्ति को सिर्फ कर्म पर ध्यान देना चाहिए. किसी भी काम को बिना स्वार्थ, मोह और लालच के करना चाहिए. बाकी सब भगवान पर छोड़ देना चाहिए. कर्म करने से मिलने वाले फल की चिंता व्यक्ति को नहीं करनी चाहिए, क्योंकि यह मोह को जन्म देने का काम करता है. यह भी पढ़ें- Gita Updesh: ऐसे इंसान को कभी नहीं हारने देते भगवान, हर मुश्किल में निभाते हैं साथ यह भी पढ़ें- Gita Updesh: अकेलापन आपको निगल रहा है? अपनाएं गीता के ये 3 उपदेश जीवन में संतुलन जरूरी भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं जीवन में संतुलन बहुत जरूरी होता है. सुख-दुख जीवन को संतुलित बनाए रखने का काम करता है, क्योंकि यह संतुलन व्यक्ति को आत्मनिर्भर और शांत बनाए रखने का काम करता है. ऐसे में व्यक्ति को न तो ज्यादा सुख की तलाश नहीं करनी चाहिए. यह व्यक्ति को मोह से मुक्ति दिलाने का काम करता है. भौतिक चीजों पर आसक्ति गीता उपदेश में बताया गया है कि शारीरिक और भौतिक चीजों के प्रति आसक्ति मोह को दर्शाता है. आज का मनुष्य इन्हीं चीजों में फंसकर अपना सारा जीवन नष्ट कर देता है. हालांकि व्यक्ति को आत्मा की वास्तविकता को समझना चाहिए, क्योंकि आत्मा न तो मरती है और न ही जन्म लेती है. ऐसे में हमें आत्मा को शुद्ध बनाने के प्रति ध्यान देना चाहिए. संसार की भौतिक चीजों के प्रति मोह-माया नहीं रखना चाहिए. यह भी पढ़ें- Gita Updesh: गलत फैसलों से बचाएगा गीता का मंत्र, याद रखें श्रीकृष्ण की ये 3 बातें Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है. The post Gita Updesh: क्या आपको भी मोह ने जकड़ लिया है? गीता के इन 3 उपदेश से पाएं मुक्ति appeared first on Naya Vichar.

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झारखंड की 2 लाख महिलाओं को अभी नहीं मिलेगी मंईयां योजना की राशि, उन्हें करना होगा ये काम

रांची, सुनील कुमार झा: झारखंड में मंईयां योजना के लगभग दो लाख लाभुकों का डाटा मिसमैच होने से फिलहाल राशि ट्रांसफर नहीं हो पायी है. 16 लाख लाभुकों को राशि दी जा रही है, क्योंकि बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, लेकिन सत्यापन में उनके द्वारा दी गयी अन्य जानकारी सही मिली है. इनकी राशि ट्रांसफर करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है. स्त्री, बाल विकास विभाग दे चुका है रांशि ट्रांसफर करने का निर्देश जिन लाभुकों का बैंक खाता आधार से लिंक नहीं है, उन्हें मार्च तक की राशि देने का निर्णय लिया गया है. स्त्री, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग ने इस संबंध में 26 मार्च को जिलों को पत्र भी भेजा था. इसमें राज्य प्रशासन के निर्णय के अनुरूप ऐसे लाभुकों को राशि ट्रांसफर करने का निर्देश दिया गया था. Also Read: ACB Trap: रांची में एंटी करप्शन ब्यूरो की बड़ी कार्रवाई, नामकुम थाने का दारोगा चंद्रदीप प्रसाद 30 हजार रिश्वत लेते अरेस्ट प्रखंड स्तर पर लाभुकों का हो रहा भौतिक सत्यापन विभिन्न जिलों में प्रखंड स्तर पर लाभुकों का भौतिक सत्यापन भी किया जा रहा है. इसके अलावा लाभुकों द्वारा जमा किये गये कागजात का भी सत्यापन किया जा रहा है. राज्यभर में सत्यापन के दौरान लगभग दो लाख ऐसे लाभुक मिले हैं, जिनके द्वारा जमा किये गये कागजात की जानकारी आपस में एक दूसरे से मेल नहीं खा रही है. इस कारण ऐसे लाभुकों की राशि फिलहाल होल्ड पर है. इनके द्वारा कागजात में आवश्यक सुधार कराने के बाद ही उन्हें राशि ट्रांसफर की जायेगी. 54 लाख से अधिक लाभुकों को जनवरी से मार्च तक की राशि राज्य में दिसंबर तक 56.61 लाख स्त्रीओं को योजना की राशि दी गयी थी. इसके बाद मार्च में होली से पहले 38.34 लाख स्त्रीओं को जनवरी से मार्च तक की राशि दी गयी थी. Also Read: Dream 11: करोड़पति दर्जी भर रहा सपनों की उड़ान, खपरैल मकान से फ्लैट में होगा शिफ्ट, 49 रुपए से चमकी है किस्मत The post झारखंड की 2 लाख स्त्रीओं को अभी नहीं मिलेगी मंईयां योजना की राशि, उन्हें करना होगा ये काम appeared first on Naya Vichar.

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Delhi Govt : सीएम रेखा गुप्ता ने बंद कर दी केजरीवाल सरकार की एक फ्री स्कीम

Delhi Govt : दिल्ली में बीजेपी प्रशासन ने पूर्व केजरीवाल प्रशासन के एक नियम में बदलाव किया है. वर्तमान प्रशासन ने ऑटो और टैक्सी चालकों के लिए एक खास बदलाव किया है. दिल्ली प्रशासन ने 2019 से लागू निशुल्क फिटनेस जांच सुविधा को खत्म कर दिया है. अब ऑटो और टैक्सी मालिकों को अपनी गाड़ियों की फिटनेस जांच के लिए पैसे देने होंगे. यह निर्णय 1 अप्रैल 2025 से प्रभावी हो चुका है. इससे लगभग 50,000 टैक्सी और एक लाख से अधिक ऑटो रिक्शा मालिक प्रभावित होंगे. सितंबर 2019 में, तत्कालीन दिल्ली की केजरीवाल प्रशासन ने ऑटो और काली-पीली टैक्सियों की फिटनेस जांच शुल्क को माफ कर दिया था. इससे पहले, ऑटो रिक्शा के लिए 200 रुपये और टैक्सियों के लिए 400 रुपये का शुल्क लिया जाता था. यह निर्णय विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले लिया गया था. इससे ऑटो और टैक्सी चालकों को आर्थिक राहत मिली थी. दिल्ली में क्या की गई नई व्यवस्था? जो नई व्यवस्था की गई है उसके तहत, अब ऑटो और टैक्सी मालिकों को फिटनेस जांच के लिए 300 रुपये देने होंगे. इसके अलावा, फिटनेस जांच में देरी होने पर प्रतिदिन जुर्माने की राशि को भी बढ़ाकर 50 रुपये कर दिया गया है. इससे पहले यह 20 रुपये प्रतिदिन थी. यह भी पढ़ें : Waqf Bill: सुप्रीम कोर्ट पहुंचा वक्फ विधेयक, ओवैसी समेत कांग्रेस नेता ने दी चुनौती, RJD भी दायर कर सकता है याचिका चालक यूनियनों ने क्या कहा दिल्ली प्रशासन के फैसले को लेकर? दिल्ली प्रशासन के इस निर्णय के खिलाफ ऑटो और टैक्सी चालक यूनियनों ने विरोध जताया है. ऑल दिल्ली ऑटो-टैक्सी ट्रांसपोर्ट कांग्रेस यूनियन के अध्यक्ष किशन वर्मा का रिएक्शन सामने आया है. उन्होंने कहा कि प्रशासन ने चुनाव से पहले चालकों को सुविधाएं देने का वादा किया था, लेकिन अब उन पर आर्थिक बोझ डाला जा रहा है. उन्होंने परिवहन विभाग के अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए वक्त मांगा है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. The post Delhi Govt : सीएम रेखा गुप्ता ने बंद कर दी केजरीवाल प्रशासन की एक फ्री स्कीम appeared first on Naya Vichar.

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पटना में कल इन रूटों पर नहीं चलेंगी गाड़ियां, रामनवमी पर महावीर मंदिर में दर्शन का भी जानिए इंतजाम…

Patna Traffic News: पटना में रामनवमी को लेकर पांच अप्रैल यानी शनिवार की रात आठ बजे से ट्रैफिक व्यवस्था बदल जाएगी. 6 अप्रैल की रात 11 बजे तक पटना के महावीर मंदिर की तरफ किसी भी दिशा से निजी या व्यवसायिक वाहनों को चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी. केवल अग्निशमन, एंबुलेंस जैसे जरूरी वाहनों को ही इस तरफ आने दिया जाएगा. वाहनों का परिचालन आर ब्लॉक से जीपीओ व पटना जंक्शन की तरफ किसी भी वाहन को चलने की अनुमति नहीं मिलेगी. पटना जंक्शन के पास स्थित महावीर मंदिर के पास व जंक्शन गोलंबर के पूरब वीणा सिनेमा रोड तक वाहनों के प्रवेश पर मनाही रहेगी. ये वाहन जमाल रोड दक्षिण से यू-टर्न लेकर वापस हो जायेंगे. डाकबंगला चौराहे से जंक्शन के बीच वाहन नहीं चलेंगे. डाकबंगला होकर जंक्शन आने वाले वाहन एग्जीबिशन रोड से गोरिया टोली तक जा सकेंगे और जमाल रोड दक्षिण से यू-टर्न लेकर वापस हो जायेंगे. ALSO READ: Gold Rate: ट्रंप की नयी टैरिफ पॉलिसी से बिहार में महंगा हो गया सोना, लगन से पहले चढ़ा रेट जानिए… जंक्शन जाने वाले यात्रियों से आग्रह जेपी गोलंबर से डाकबंगला चौराहा होते हुए जाने वाले जुलूस स्वामीनंदन तिराहे से एसपी वर्मा रोड होते हुए डाकबंगला चौराहा तक जा सकेंगे. जंक्शन जाने वाले यात्रियों से आग्रह किया गया है कि वे करबिगहिया की तरफ वाले पटना जंक्शन गेट का अधिक उपयोग करें. बुद्धमार्ग में फ्लाइओवर के नीचे वाहन नहीं चलेंगे. वे जीपीओ आरओबी के ऊपर से अपने गंतव्य की ओर जा सकते हैं. अदालतगंज रोड़ में पूरब से पश्चिम तक ट्रैफिक वन-वे रहेगा. महावीर मंदिर में दर्शन के लिए व्यवस्था प्रसाद लेकर दर्शनार्थी वीर कुंवर सिंह पार्क के पश्चिमी गेट से प्रवेश करके कतारबद्ध होकर जीपीओ गोलंबर होते हुए महावीर मंदिर तक जायेंगे व दर्शन के बाद डाकबंगला रोड की ओर निकल जायेंगे. दर्शनार्थियों के वाहनों की पार्किंग प्रसाद वाले दर्शनार्थियों के वाहनों की पार्किंग मिलर हाइस्कूल मैदान, वीरचंद पटेल पथ का फ्लैंक व पथ परिवहन निगम कार्यालय के परिसर मे होगी. वीआइपी वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था मौर्यालोक कॉम्पलेक्स परिसर में होगी. बुद्धमार्ग होकर दर्शनार्थियों को कतार मे लगने की अनुमति नहीं होगी. प्रसाद व फूल-माला खरीदने के लिए वीर कुंवर सिंह पार्क के पश्चमी छोर का उपयोग किया जा सकता है. The post पटना में कल इन रूटों पर नहीं चलेंगी गाड़ियां, रामनवमी पर महावीर मंदिर में दर्शन का भी जानिए इंतजाम… appeared first on Naya Vichar.

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LSG vs MI मैच का टर्निंग प्वाइंट, जीत में क्रेडिट किसका? ऋषभ पंत ने खुद किया बयां

IPL 2025 LSG vs MI: मुंबई इंडियंस और लखनऊ सुपरजाएंट्स के बीच स्पोर्ट्से गए रोमांचक मुकाबले में आखिरी बाजी ऋषभ पंत की टीम के हाथ लगी. तेज तर्रार शुरुआत के बाद बीच में लखनऊ थोड़ी अटक-सी गई थी, लेकिन अंत में 202 रन का स्कोर खड़ा कर दिया. इसके बाद अंतिम के दो ओवर में जबरदस्त गेंदबाजी करते हुए मुंबई को 191 रन पर रोककर एलएसजी ने 12 रन से मैच जीत लिया.  मुंबई इंडियंस के खिलाफ मिली अहम जीत के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स के कप्तान ऋषभ पंत ने अपनी टीम के हरफनमौला प्रदर्शन की सराहना की. उन्होंने विशेष रूप से मिशेल मार्श, शार्दुल ठाकुर और युवा गेंदबाज दिग्वेश सिंह राठी के योगदान की प्रशंसा की. Lucknow Super Giants vs Mumbai Indians. मैच के बाद पंत ने कहा कि टीम धीरे-धीरे लय पकड़ रही है और परिस्थितियों के अनुरूप खुद को ढाल रही है. उन्होंने कहा, “एक बात तय है कि विकेट अच्छा स्पोर्ट्स रहा है. हमें समझना होगा कि हमारे लिए क्या काम कर रहा है और क्या नहीं. पहले हम अलग तरह की पिच चाहते थे, लेकिन अब जो भी मिलेगा, हम उसे स्वीकार कर उस पर स्पोर्ट्सेंगे.” पंत ने मिशेल मार्श की तेजतर्रार पारी को भी मैच का टर्निंग पॉइंट बताया. मार्श ने सिर्फ 31 गेंदों में 60 रन बनाए, जिसमें नौ चौके और दो छक्के शामिल थे. उन्होंने एडन मारक्रम के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 76 रनों की साझेदारी की और टीम को शानदार शुरुआत दिलाई. पंत ने कहा, “जब मार्श जैसा खिलाड़ी ऐसी शुरुआत देता है, तो मिडिल ऑर्डर को सेट होने का समय मिलता है. यही हमारा मकसद है, हालात के मुताबिक स्पोर्ट्सना.” Rishabh Pant Statement after LSG vs MI match. 𝗠𝗮𝗿𝘀𝗵terpiece 🫡 pic.twitter.com/Pr0WbcVTJR — Lucknow Super Giants (@LucknowIPL) April 4, 2025 मुंबई की ओर से मिल रहे कड़े मुकाबले के बावजूद पंत ने अपनी टीम की मानसिक दृढ़ता की तारीफ की. उन्होंने कहा, “यह मानसिक रूप से हम सभी के लिए चुनौतीपूर्ण था. वे ज्यादा विकेट नहीं गंवा रहे थे, लेकिन हमारी टीम ने संयम बनाए रखा और जीत के साथ मैच खत्म किया.” मुंबई को अंतिम दो ओवर में 28 रनों की जरूरत थी, लेकिन शार्दुल ठाकुर ने जबरदस्त गेंदबाजी की. शार्दुल ठाकुर की गेंदबाजी को पंत ने निर्णायक बताया. उन्होंने 19वें ओवर में सिर्फ सात रन देकर दबाव बनाए रखा. पंत ने कहा, “वो हमारे लिए शानदार रहे हैं. अब मैं कह सकता हूं कि वह बेहतरीन चयन साबित हुए हैं और हमें उन पर भरोसा बनाए रखना चाहिए.” Karu mein tera sajda 🙇‍♂️ pic.twitter.com/9nf1qKzUdz — Lucknow Super Giants (@LucknowIPL) April 4, 2025 युवा गेंदबाज दिग्वेश सिंह राठी ने एक बार फिर प्रभावित किया. उन्होंने चार ओवर में सिर्फ 21 रन देकर एक विकेट लिया और ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुने गए. पंत ने राठी की तारीफ करते हुए कहा, “वह हमारे प्रमुख गेंदबाजों में से एक हैं. जिस तरह से वह दबाव में खुद को संभालते हैं, वह काबिल-ए-तारीफ है. एक युवा खिलाड़ी से ऐसा प्रदर्शन देखना बेहद सुखद है.” वहीं मैच के हाल की बात करें तो टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाज़ी करते हुए लखनऊ ने मिशेल मार्श (60) और एडेन मारक्रम (53) की धमाकेदार पारियों की मदद से 203 रन बनाए. आयुष बडोनी और डेविड मिलर ने भी तेज+ रन जोड़ते हुए टीम को मज़बूत स्कोर तक पहुंचाया. मुंबई के कप्तान हार्दिक पांड्या ने 4 ओवर में 36 रन देकर 5 विकेट झटके और टीम को वापसी का मौका दिलाया, लेकिन अन्य गेंदबाज महंगे साबित हुए. 204 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की शुरुआत धीमी रही. नमन धीर (46) और सूर्यकुमार यादव (67) ने अच्छी साझेदारी कर पारी को संभाला, लेकिन विकेट नियमित अंतराल पर गिरते रहे. अंतिम ओवर में मुंबई को 22 रन चाहिए थे, हार्दिक ने पहला शॉट छक्के के लिए भेजा, लेकिन आवेश खान ने बाकी गेंदों पर शानदार गेंदबाजी करते हुए मैच लखनऊ के नाम कर दिया. तिलक वर्मा को रिटायर आउट कर लाया गया बदलाव भी मुंबई के लिए कारगर नहीं रहा. मुंबई की हार की जिम्मेदारी किसकी? हार्दिक पांड्या ने बताया- क्यों हारी एमआई 17 साल में पहली बार, हार्दिक पांड्या ने IPL में रच दिया इतिहास; ऐसा करने वाले बनें पहले कप्तान MS Dhoni की कैप्टन के रूप में फिर होगी धमाकेदार इंट्री, इस मैच में करेंगी CSK की कप्तानी The post LSG vs MI मैच का टर्निंग प्वाइंट, जीत में क्रेडिट किसका? ऋषभ पंत ने खुद किया बयां appeared first on Naya Vichar.

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