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April 10, 2025

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अब सुबह सात से पांच बजे तक खुला रहेगा ककोलत जलप्रपात

गर्मी के कारण पर्यटन स्थल के समय में हुआ बदलाव बुधवार की जगह मंगलवार को रहेगा अवकाश, 4 अप्रैल से आदेश प्रभावी कैप्शन – गर्मी में ठंडे पानी का आनंद लेते सैलानी. प्रतिनिधि, गोविंदपुर गर्मी की बढ़ती तपिश और पर्यटकों की मांग को देखते हुए नवादा वन प्रमंडल ने ककोलत जलप्रपात के समय में विभागीय पत्र निकालकर बदलाव का आदेश जारी किया है. अब यह प्रसिद्ध पर्यटन स्थल प्रतिदिन सुबह सात बजे से शाम पांच बजे तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा. यह आदेश आगामी 14 अप्रैल से प्रभावी होगा. वन प्रमंडल पदाधिकारी, नवादा वन प्रमंडल द्वारा जारी आदेश संख्या 170 के अनुसार, स्थानीय नागरिकों द्वारा जलप्रपात के समय को बढ़ाने की मांग की गयी थी. इस मांग को उचित मानते हुए वन विभाग ने पर्यटकों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय लिया है. इसके साथ ही आदेश में उल्लेख है कि जलप्रपात साप्ताहिक अवकाश के रूप में प्रत्येक मंगलवार को बंद रहेगा. प्रशासन ने जारी किया दिशा-निर्देश वन विभाग ने संबंधित वन क्षेत्र पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि आदेश की प्रतियां ककोलत जलप्रपात के प्रमुख स्थलों पर चस्पा की जाएं, ताकि पर्यटकों को समय में हुए इस परिवर्तन की जानकारी मिल सके. इसके अलावा इको टूरिज्म, रजौली, कौवाकोल, हिसुआ और सिरदला क्षेत्र के अधिकारियों को भी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं. पर्यटकों को राहत स्थानीय व्यवसायियों और पर्यटकों ने वन विभाग के इस निर्णय का स्वागत किया है. गर्मी की छुट्टियों में ककोलत जलप्रपात में पर्यटकों की संख्या में खासा इजाफा होता है. पहले जलप्रपात का समय सीमित होने के कारण पर्यटकों को असुविधा होती थी, लेकिन अब लंबे समय तक जलप्रपात का आनंद लिया जा सकेगा. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post अब सुबह सात से पांच बजे तक खुला रहेगा ककोलत जलप्रपात appeared first on Naya Vichar.

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राजापाकर में 551 महिलाओं ने निकाली कलशयात्रा

राजापाकर. राजापाकर दक्षिणी पंचायत के पश्चिम टोला वार्ड दो स्थित काली मंदिर परिसर में 24 घंटे के अष्टयाम यज्ञ के आयोजन को लेकर गुरुवार को कलशयात्रा निकाली गयी. हाथी, घोड़े, बैंड-बाजे के साथ निकली इस यात्रा में 551 स्त्रीएं शामिल हुईं. कलश यात्रा के लिए हाजीपुर के कौनहारा घाट से गंगाजल लाया गया. इसके बाद सूरतपुर पोखर परिसर में अनुष्ठान के साथ आचार्य पंडित दिग्विजय तिवारी के निर्देशन में स्त्रीओं ने कलश में गंगाजल भरा. वहां से कलश यात्रा शुरू हुई, जो शनिचरहट चौक, पोस्ट ऑफिस चौक, लक्ष्मी स्थान चौक समेत कई चौक-चौराहों से होती हुई काली मंदिर परिसर पहुंची. मंदिर में आचार्य दिग्विजय तिवारी ने विधिवत पूजा-अर्चना कर कलश स्थापना करवायी. इसके साथ ही 24 घंटे का अष्टयाम यज्ञ शुरू हो गया, जो शुक्रवार को संपन्न होगा. वहीं शुक्रवार की रात को प्रसिद्ध व्यास उपेंद्र राय की कीर्तन मंडली द्वारा विवाह कीर्तन का भव्य आयोजन किया जायेगा. कार्यक्रम स्थल पर भंडारे का भी आयोजन किया गया है, जिसमें श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद की व्यवस्था की गयी है. भक्ति गीतों से पूरा क्षेत्र भक्तिमय माहौल में डूबा रहा. यज्ञ की व्यवस्था में रविंद्र सिंह, राहुल कुमार, लाल बाबू सिंह, मनोज कुमार, उपेंद्र सिंह, हरिहर सिंह, संतोष कुमार, राजेश सिंह, गणेश राय, धर्मेंद्र कुमार, मिंटू सिंह, दीपक कुमार, अमरनाथ पंडित, विनोद सिंह समेत अन्य लोग सक्रिय भूमिका में हैं. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post राजापाकर में 551 स्त्रीओं ने निकाली कलशयात्रा appeared first on Naya Vichar.

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30 अप्रैल को मनेगा सतबहिनी मंदिर का स्थापना दिवस

औरंगाबाद न्यूज : समारोह की तैयारी को लेकर हुई बैठक प्रतिनिधि, अंबा. अक्षय तृतीया के अवसर पर 30 अप्रैल को मां सतबहिनी मंदिर के प्रांगण में स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया जायेगा. इसकी तैयारी को लेकर गुरुवार को मंदिर परिसर में एक बैठक हुई, जिसमें न्यास समिति के सदस्य के साथ सामाजिक कार्यकर्ता एवं बुद्धिजीवी शामिल हुए. न्यास समिति के सचिव सिद्धेश्वर विद्यार्थी ने बताया कि अक्षय तृतीया के अवसर पर मां की प्रतिमा मंदिर में स्थापित की गयी थी. स्थापना दिवस को लेकर अक्षय तृतीया का प्रति वर्ष विशेष कार्यक्रम आयोजित किया जाता है. उन्होंने स्थापना दिवस की तैयारी को लेकर स्थानीय समाजसेवी, जनप्रतिनिधि बुद्धिजीवियों व मां के श्रद्धालुओं को आगे आने की अपील की. बैठक की अध्यक्षता समिति के कोषाध्यक्ष शिवशंकर पांडेय ने की. बैठक के दौरान उपस्थित लोगों ने स्थापना दिवस समारोह की तैयारी से संबंधित अपना विचार व्यक्त किया. इस दौरान निर्णय लिया गया कि 30 अप्रैल को भव्य तरीके से स्थापना दिवस मनाया जायेगा. इसके लिए प्रातः काल में गाजे-बाजे के साथ कलश यात्रा निकाली जायेगी. कलशयात्रा की जिम्मेदारी प्रभा पांडेय, सरोज देवी, मालती देवी, विमला देवी, रीता देवी, अजय पांडेय एवं सुनील मिश्रा को दी गयी. सदस्यों ने कलशयात्रा के लिए 350 कलश की खरीदारी करने का निर्णय लिया. कलशयात्रा के साथ-साथ आकर्षक झांकी भी निकल जायेगी. इसके लिए अजय पांडेय, वेद प्रकाश तिवारी व संजय कुमार सिंह को जिम्मेदारी सौंपी गयी है. इस दौरान जलपान की व्यवस्था करने की जिम्मेदारी मिथिलेश मेहता एवं राकेश मिश्रा को दी गयी है. कलशयात्रा के उपरांत सात आचार्य द्वारा दुर्गा सप्तशती का पाठ एवं हवन किया जायेगा. इसके उपरांत शाम में दीप यज्ञ का आयोजन किया जाना है. इसकी जिम्मेदारी गायत्री परिवार के प्रभा पांडेय, सरोज देवी, अजय पांडेय एवं सुनील मिश्रा को दी गयी है. दीप यज्ञ के बाद भजन संध्या आयोजित करने का निर्णय लिया गया. मौके पर आदित्य श्रीवास्तव, योगेश सिंह, मिथिलेश कुमार, अजितेश सिंह, अशोक कुमार आदि रहे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post 30 अप्रैल को मनेगा सतबहिनी मंदिर का स्थापना दिवस appeared first on Naya Vichar.

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Patna News : जेडी वीमेंस कॉलेज : नैक की मान्यता के लिए करना होगा इंतजार

संवाददाता,पटना : जेडी वीमेंस कॉलेज की नैक मान्यता पिछले साल नवंबर में समाप्त हो गयी है. नैक मान्यता समाप्त होने से पहले से आइक्यूएसी टीम की ओर से नैक की तैयारी शुरू कर दी गयी थी. आइक्यूएसी को-ऑर्डिनेटर प्रो मालिनी वर्मा ने बताया कि कॉलेज की यह नैक की थर्ड साइकिल है. नैक में आये बदलाव की वजह से अभी आइआइक्यूए भरने का मौका नहीं मिल पाया है. अप्रैल और मई के महीने में बाइनरी एक्रिडेशन लागू किया जायेगा, जिसमें वैसे संस्थान आवेदन करेंगे, जो पहली बार नैक का हिस्सा बनेंगे. जून और जुलाई के महीने में एमबीजीएल (मैच्युरिटी बेस्ड ग्रेडेड लेवल) का पोर्टल खुलेगा, जिसमें कॉलेज की ओर से आवेदन किया जायेगा. जहां कॉलेज ने पहले नैक के सात मानकों पर काम किया था, अब इसमें आये बदलाव की वजह से अब उन्हें 10 एट्रीब्यूट पर जवाब देना होगा. उन्होंने आगे बताया कि कॉलेज थर्ड साइकिल में है, तो उन्होंने नैक को मेल किया था. इसके एक्रिडेशन को लेकर जवाब मिला कि जब तक नैक की टीम नहीं आ जाती है, तब तक नैक की ओर से मिली मान्यता कॉलेज में लागू रहेगी. उम्मीद है कि जुलाई में पोर्टल खुलते ही आइआइक्यूए भरा जायेगा. इसके 45 दिनों के अंदर एसएसआर रिपोर्ट भेजी जायेगी. फिर डेढ़ महीने के अंदर डीवीव होगा और इसके बाद इसी साल अक्तूबर से लेकर दिसंबर के बीच नैक की टीम आयेगी. मालूम हो कि साल 2014 में पहली नैक साइकिल हुई, जिसमें कॉलेज को बी ग्रेड और 2019 में दूसरी साइकिल आयी, जिसमें कॉलेज को दोबारा बी ग्रेड प्राप्त हुआ था. पांच के बाद पिछले साल ही नैक की टीम आनी थी, लेकिन इस साल टीम आयेगी. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Patna News : जेडी वीमेंस कॉलेज : नैक की मान्यता के लिए करना होगा इंतजार appeared first on Naya Vichar.

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hajipur news. दो हादसों में 150 बोझे गेहूं दो ट्रैक्टरों सहित जलकर राख

राघोपुर. जुड़ावनपुर थाना क्षेत्र की जुड़ावनपुर करारी पंचायत के वार्ड दो और राघोपुर थाना क्षेत्र की मोहनपुर सैदाबाद पंचायत में गुरुवार को अगलगी की दो अलग-अलग घटनाएं हुईं. इनमें गेहूं के 150 बोझे और दो ट्रैक्टर जलकर राख हो गये. दोनों घटनाओं में किसानों को भारी नुकसान हुआ है. जानकारी के अनुसार, पहली घटना जुड़ावनपुर करारी पंचायत के वार्ड दो की है, जहां शॉर्ट सर्किट से ट्रैक्टर पर लोड गेहूं के 80 बोझे में आग लग गयी. आग इतनी भीषण थी कि पूरा गेहूं और ट्रैक्टर जलकर राख हो गये. वहीं, दूसरी घटना गुरुवार की दोपहर मोहनपुर सैदाबाद पंचायत में हुई, जहां ट्रैक्टर पर लोड 70 गेहूं के बोझे में आग लग गयी और सब कुछ जलकर नष्ट हो गया. घटना की जानकारी मिलते ही आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और चापाकल के पानी से आग बुझाने की कोशिश करने लगे, लेकिन हवा तेज होने के कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया. स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी. सूचना मिलते ही जुड़ावनपुर थाना अध्यक्ष गौरव श्रीवास्तव और राघोपुर थाना अध्यक्ष पंकज कुमार ने संबंधित क्षेत्रों में अग्निशमन गाड़ी भेजी. दमकल की टीम और ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक ट्रैक्टर और गेहूं पूरी तरह जल चुके थे. बताया गया कि जुड़ावनपुर करारी पंचायत वार्ड नंबर 5 के निवासी रामानंद दास, संजीव दास और अमरदीप दास के खेत से सवा दो बीघा में ट्रैक्टर पर लोड किया गया 80 गेहूं का बोझ था, जो पूरी तरह जलकर राख हो गया. पीड़ित किसानों ने बताया कि उन्होंने महाजन से कर्ज लेकर गेहूं की फसल लगायी थी, लेकिन अब सब कुछ जलकर बर्बाद हो गया. वे चिंतित हैं कि अब कर्ज कैसे चुकायेंगे और बाल-बच्चों का भरण-पोषण कैसे होगा. वहीं दूसरी घटना में सैदाबाद पंचायत के निवासी रामवृक्ष राय की ट्रैक्टर और उस पर लदा 70 गेहूं का बोझ मोहनपुर–इब्राहिमाबाद मार्ग पर आग की चपेट में आकर जल गया. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post hajipur news. दो हादसों में 150 बोझे गेहूं दो ट्रैक्टरों सहित जलकर राख appeared first on Naya Vichar.

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कर्रा में मंडा पूजा शुरू, 45 भोक्ता हो रहे शामिल

नौ दिनों तक होगी भगवान शिव की आराधना प्रतिनिधि, कर्रा कर्रा प्रखंड की ऐतिहासिक लौंयकेल मंडा पूजा शुरू हो गयी है. इस मंडा पूजा में 45 भोक्ता शामिल हुए हैं. वह नौ दिनों तक उपवास में रहेंगे. इस दौरान अल्प फलाहारी भोजन कर भगवान शिव की भक्ति में लीन रहेंगे. मान्यता है कि जो भी भोक्ता सच्चे मन से भगवान शिव की निष्ठा पूर्वक पूजा-अर्चना को विधि-विधान के साथ पूरा करता है उसकी सभी मनोकामना पूर्ण होती है. गुरुवार को गांव-गांव जाकर भगवान की पूजा-अर्चना पंडित पवन दास गोस्वामी श्रद्धालुओं के घर में जाकर विधि विधान के साथ करायी. वहीं, भोक्ताओं ने बेंत की छड़ी को लेकर भोले शिव महिमा हैं, जय जगन्नाथ का गुनगान के साथ नृत्य भी प्रस्तुत किया. भगवान की पूजा के बाद पाट भोक्ता सिर पर उठाता है और पाट भगवान पर पानी डाला जाता है, जो पानी नीचे गिरता है उससे शिशु नहाते हैं और स्त्रीएं आंचल में लेकर शरीर पर छिड़कती हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से शरीर का रोग खत्म हो जाता है. कार्यक्रम में फलिंद्र उरांव, पाट भोक्ता बिरसा उरांव, संदीप नायक सहित अन्य भोक्ता शामिल हैं. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post कर्रा में मंडा पूजा शुरू, 45 भोक्ता हो रहे शामिल appeared first on Naya Vichar.

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Political News : भाजपा में कार्यकर्ताओं के दम से ही हैं नेता : रामचंद्र चंद्रवंशी

रांची (वरीय संवाददाता). पूर्व स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी ने कहा कि भाजपा में कार्यकर्ता के दम से नेता हैं. नेताओं के बल पर कार्यकर्ता नहीं. भाजपा कार्यकर्ता संघर्ष से नहीं डरता, बल्कि और मजबूत होकर निकलता है. कार्यकर्ता को कभी निराश नहीं होना चाहिए. भाजपा का तीन से 303 तक का सफर कार्यकर्ताओं के संघर्ष की देन है. श्री चंद्रवंशी गुरुवार को भाजपा के स्थापना दिवस को लेकर महानगर कार्यालय में आयोजित रांची विधानसभा स्तरीय सक्रिय सदस्यता संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे. विधायक सीपी सिंह ने कहा कि हिंदुस्तानवर्ष में राष्ट्रहित की बात करने वाली भाजपा एकमात्र पार्टी है. पार्टी के कार्यकर्ता सिर्फ राष्ट्रवाद की भावना से भाजपा के साथ बहुत ही ईमानदारी से जुड़े रहते हैं. महानगर अध्यक्ष वरुण साहू ने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता पार्टी में वन वे टिकट लेकर आते हैं, उनके पास रिटर्न टिकट नहीं होता. हर कार्यकर्ता राष्ट्रहित में भाजपा के साथ कदम से कदम मिला कर चला करता है. कार्यक्रम के दौरान रांची महानगर भाजपा के पूर्व वरिष्ठ नेता ओम चौधरी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ कार्यकर्ता राजेंद्र शर्मा (राज बाबू) के आकस्मिक निधन पर दो मिनट मौन रख कर दिवंगत आत्माओं को श्रद्धांजलि अर्पित की. मौके पर लाल राजेंद्र नाथ शाहदेव, बलराम सिंह, जितेंद्र वर्मा, राजू सिंह, विकास रवि, बसंत दास, उषा पांडेय, रमेश सिंह, विनय सिंह, अनिता वर्मा, विश्वजीत सिंह, रोमित नारायण सिंह, रागिनी सिन्हा समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Political News : भाजपा में कार्यकर्ताओं के दम से ही हैं नेता : रामचंद्र चंद्रवंशी appeared first on Naya Vichar.

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Samsatipur : पाठ टीका तैयार नहीं करने वाली दो शिक्षिकाओं से डीइओ ने पूछा स्पष्टीकरण

Samsatipur : समस्तीपुर . प्रशासनी स्कूल में दोपहर 12 बजे छुट्टी होने के बाद भी शिक्षकों को छुट्टी नहीं मिलेगी. वे प्रतिदिन 12 बजे से 1.30 बजे तक स्कूल में रहकर पाठ टीका तैयार करेंगे. छुट्टी होने के बाद वैसे शिक्षक जो दक्ष क्लास या विशेष क्लास नहीं लेंगे उन्हें पाठ टीका तैयार करना होगा. इसके अलावा शिक्षक स्कूल में छुट्टी के बाद कॉपियों की जांच, कॉपियों का साप्ताहिक और मासिक मूल्यांकन करेंगे. माध्यमिक शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी पत्र में कहा गया है कि सभी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक दोपहर 12 बजे से 1.30 बजे तक अतिरिक्त कार्य जैसे नामांकन एवं अन्य प्रशासनिक कार्य करेंगे. सभी कार्य करने के बाद शिक्षक प्रतिदिन 1.30 बजे घर के लिए प्रस्थान करेंगे. जिला शिक्षा पदाधिकारी कामेश्वर प्रसाद गुप्ता ने कहा कि शिक्षकों की आठ घंटे की नौकरी है, फिर भी शिक्षकों को आधे घंटे पहले यानी 1.30 बजे छुट्टी दी जा रही है. स्कूलों में सुबह छह बजे से दोपहर 12 बजे तक पढ़ाई होनी है. इसके अलावे उन्हें स्वयं अध्ययन करना होगा. डीईओ ने बताया कि मध्य विद्यायल मोरसंड का उन्होंने निरीक्षण किया था. सभी शिक्षकों से पाठ टीका अवलोकन करने के लिए मांगा गया. दो शिक्षिका निशा यादव,सुरभि सिंह ने पाठ टीका तैयार नहीं किया था. जब डीईओ ने गहनता से जांच की तो सुरभि सिंह नवम्बर 2024 के बाद पाठ टीका नहीं बनाया गया था. मामले को गंभीरतापूर्वक लेते हुए डीईओ ने स्पष्टीकरण पूछा है. शिक्षकों को स्कूल में छुट्टी के बाद पाठ टीका तैयार करने के लिए कहा गया है. पाठ टीका में शिक्षकों को कक्षा में पढ़ाए जाने वाले चैप्टर के बारे में लिखना होता है. इसकी आधार पर शिक्षकों को अगले दिन पढ़ाना होता है. इसमें यह लिखना होता है कि किस शिक्षक ने कितनी घंटी ली. पाठ टीका का स्पष्ट अर्थ है कि शिक्षक प्रतिदिन कौन से कार्य किए और अगले दिन उन्हें क्या करना है. टीका में ये सारी जानकारी अंकित करते हैं ताकि ये सब बातें उन्हें याद रहे कि अगले दिन क्या करना है. इस तरह से महीने भर का पाठ टीका तैयार किया जा सकता है. किट इस्तेमाल नहीं होने पर एचएम पर कार्रवाई कल्याणपुर प्रखंड स्थित उमवि मंजिल मुबारक विद्यालय का निरीक्षण डीपीओ एमडीएम सुमित कुमार सौरभ ने किया. इस दौरान टीएलएम व एफएलएन कीट का प्रयोग नहीं किये जाने का खुलासा हुआ. डीपीओ एमडीएम ने बताया कि नियमित रूप से गृह कार्य भी बच्चों को नहीं दिया जा रहा था. डीपीओ एमडीएम ने एचएम को फटकार लगाते हुए अपने पक्ष रखने के लिए तलब किया है. टीएलएम व एफएलएन स्कूल किट का इस्तेमाल नहीं करने पर स्कूल के प्रधानाध्यापकों पर कार्रवाई होगी. बच्चों के लिए एफएलएन स्कूल किट विद्यालयों को उपलब्ध कराया गया है. स्कूलों के निरीक्षण में ऐसा पाया जा रहा है कि विद्यालयों द्वारा एफएलएन स्कूल किट को सुरक्षित अलमारी में या बांधकर कहीं अन्यत्र रखा गया है. उसका उपयोग बच्चों के बीच नहीं किया जा रहा है. एफएलएन स्कूल किट का प्रयोग बच्चों को पढ़ने में प्रतिदिन किया जाना है. बता दें कि जिला के सभी विद्यालयों में एफएलएन किट का वितरण बच्चों को बेहतर तरीके से पढ़ना के लिए किया गया है. जांच अधिकारियों के निरीक्षण में यह पाया जा रहा है कि स्कूल में किट का इस्तेमाल बच्चों को पढ़ने के लिए नहीं किया जा रहा है. किट की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए भी कदम उठाए जा रहे हैं. जिले के प्रशासनी प्रारंभिक स्कूलों में पहली से पांचवीं तक के बच्चों को एफएलएन किट उपलब्ध कराया गया है. विभाग ने सभी बच्चों को एफएलएन किट के साथ उपस्थिति दर्ज कराने का निर्देश स्कूलों के एचएम को दिया है. विभाग का कहना है कि निरीक्षण के दौरान कई स्कूलों में शिशु एफएलएन किट के साथ स्कूलों में उपस्थित नहीं देखे गये. जिले में सभी प्रारंभिक स्कूलों के कक्षा एक से पांच तक के बच्चों के बीच एफएलएन किट का वितरण किया जा चुका है. बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से यह अभिनव पहल किया गया है. इसके तहत सभी प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों के बीच स्कूल बैग में रखकर पानी की बोतल, स्लेट, पेंटिंग एवं ड्राइंग की सामग्रियां, पेंसिल बाक्स आदि दी गयी है, ताकि उनकी सह शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने का लक्ष्य प्राप्त किया जा सके. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Samsatipur : पाठ टीका तैयार नहीं करने वाली दो शिक्षिकाओं से डीइओ ने पूछा स्पष्टीकरण appeared first on Naya Vichar.

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Freedom Fighters of India: इन स्वतंत्रता सेनानियों के बारे पूछा जाता है परीक्षाओं में…जिनका भारत की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान

Freedom Fighters of India in Hindi: हिंदुस्तान को आजादी दिलाने में कई वीर स्वतंत्रता सेनानियों ने अपनी जान की परवाह किए बिना योगदान दिया. वे अलग-अलग क्षेत्रों से थे लेकिन उनका एक ही सपना था- स्वतंत्र हिंदुस्तान. महात्मा गांधी ने जहां बिना हिंसा के आंदोलन चलाए तो भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस ने क्रांतिकारी रास्ता चुना. ऐसे ही अन्य कई बड़े स्वतंत्रता सेनानी हैं जिनके साहस और देशभक्ति ने पूरे देश को जोड़ा और लोगों को आजादी की लड़ाई के लिए प्रेरित किया. इन स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में बोर्ड परीक्षाओं के अलावा लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछा जाता है. इसलिए यहां आपके लिए हिंदुस्तानीय स्वतंत्रता सेनानी की लिस्ट (Freedom Fighters of India in Hindi) दी जा रही है. हिंदुस्तानीय स्वतंत्रता सेनानी की लिस्ट (Freedom Fighters of India in Hindi) रिसर्च और रिपोर्ट्स के अनुसार, हिंदुस्तानीय स्वतंत्रता सेनानी की लिस्ट (Freedom Fighters of India in Hindi) इस प्रकार है- स्वतंत्रता सेनानी योगदान  मंगल पांडे 1857 की क्रांति की शुरुआत कर ब्रिटिश सत्ता को चुनौती दी रानी लक्ष्मीबाई 1857 में झांसी की रक्षा करते हुए बहादुरी से लड़ीं बाल गंगाधर तिलक “स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है” का नारा दिया वीर सावरकर क्रांतिकारी विचारक जिन्होंने स्वतंत्रता को हथियारों से जोड़कर देखा दादाभाई नौरोजी Drain Theory देकर अंग्रेजी शासन की नीतियों का विरोध किया गोपाल कृष्ण गोखले गांधी जी के गुरु, नरमपंथी सुधारवादी नेता एनी बेसेंट होम रूल आंदोलन की शुरुआत की, हिंदुस्तान की आजादी की समर्थक बनीं सुभाष चंद्र बोस “आजाद हिंद फौज” के संस्थापक और नारा: “तुम मुझे खून दो…” भगत सिंह ‘इंकलाब जिंदाबाद’ नारे से युवाओं को प्रेरित किया, फांसी चढ़े चंद्रशेखर आजाद जीवनभर आजाद रहे, अंग्रेजों से संघर्ष करते हुए वीरगति पाई सरदार वल्लभभाई पटेल हिंदुस्तान की 562 रियासतों का विलय कर एकता स्थापित की महात्मा गांधी सत्याग्रह और अहिंसा के मार्ग से आज़ादी की राह बनाईॉ जवाहरलाल नेहरू आजादी के बाद पहले प्रधानमंत्री बने, आधुनिक हिंदुस्तान की नींव रखी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद हिंदुस्तान के पहले राष्ट्रपति, संविधान सभा के अध्यक्ष भी रहे डॉ. भीमराव अंबेडकर संविधान निर्माता और दलित समाज के अधिकारों के रक्षक लाल बहादुर शास्त्री “जय जवान, जय किसान” का नारा दिया, सादगी के प्रतीक रहे सरोजिनी नायडू कवयित्री और स्वतंत्रता सेनानी, हिंदुस्तान की पहली स्त्री राज्यपाल बनीं अरुणा आसफ अली हिंदुस्तान छोड़ो आंदोलन में झंडा फहराकर बहादुरी दिखाई मैडम भीकाजी कामा विदेश में हिंदुस्तान का पहला झंडा फहराकर आज़ादी की आवाज उठाई वीरपांडिया कट्टाबोम्मन दक्षिण हिंदुस्तान में ब्रिटिश शासन के खिलाफ संघर्ष किया. 7 प्रमुख स्वतंत्रता आंदोलन कौन से हैं? (Freedom Fighters of India) हिंदुस्तान के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानी (Indian Freedom Fighters in Hindi) के बारे में जानने के साथ ही यह समझना जरूरी है कि हिंदुस्तान के स्वतंत्रता आंदोलन के सात प्रमुख चरणों में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम (1857-1858), हिंदुस्तानीय राष्ट्रीय कांग्रेस का गठन (1885), स्वदेशी आंदोलन (1905-1908), असहयोग आंदोलन (1920-1922), सविनय अवज्ञा आंदोलन (1930-1934), हिंदुस्तान छोड़ो आंदोलन (1942) और विभाजन एवं स्वतंत्रता (1947) शामिल हैं. यह भी पढ़ें- Ambedkar Jayanti 2025: छात्र गांठ बांध लें ‘संविधान रचयिता’ डॉ. भीमराव अंबेडकर की ये बातें…बदल जाएगी सोच! The post Freedom Fighters of India: इन स्वतंत्रता सेनानियों के बारे पूछा जाता है परीक्षाओं में…जिनका हिंदुस्तान की आजादी में महत्वपूर्ण योगदान appeared first on Naya Vichar.

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मारपीट व लूटपाट को लेकर प्राथमिकी दर्ज

ग्वालपाड़ा. थाना क्षेत्र अंतर्गत जोत मनोहर में हुई मारपीट व लूटपाट को लेकर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. इस बाबत पीड़ित जोत मनोहर वार्ड संख्या 14 निवासी मो शरीफ ने गांव के ही छह लोगों पर मारपीट व लूटपाट करने का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराया है. मो शरीफ ने आरोप लगाया है कि मंगलवार की देर रात मो कुर्बान, फारुख, बबुलिया सहित छह लोगों ने गाली- गलौज करते हुए मारपीट की. इधर, थानाध्यक्ष रवि कुमार पासवान ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर छानबीन की जा रही है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post मारपीट व लूटपाट को लेकर प्राथमिकी दर्ज appeared first on Naya Vichar.

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