Hot News

April 14, 2025

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

भतीजे पर पिघला बुआ का दिल, यूपी चुनाव से पहले हुआ खेला

Mayawati Forgive Akash Anand: बहुजन समाज पार्टी (BSP) की राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने रविवार को एक बड़ा नेतृत्वक फैसला लिया है. भतीजे आकाश आनंद को पार्टी में दोबारा मौका देने की घोषणा की है. यह फैसला ऐसे समय में आया है जब आकाश आनंद ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी गलतियों के लिए माफी मांगी थी और पार्टी में वापसी की अपील की थी. मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर चार पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी साझा की. उन्होंने कहा कि आकाश आनंद ने अपनी पिछली गलतियों को स्वीकार करते हुए वरिष्ठ नेताओं का सम्मान करने और अपने ससुर की बातों में न आने का वादा किया है. इसे देखते हुए पार्टी और बहुजन मूवमेंट के हित में उन्हें एक और मौका देने का निर्णय लिया गया है. उत्तराधिकारी को लेकर भी मायावती का बड़ा बयान मायावती ने यह भी साफ किया कि अभी उनके उत्तराधिकारी को लेकर कोई फैसला नहीं किया गया है. उन्होंने लिखा, “जब तक मैं स्वस्थ हूं, कांशीराम जी के मिशन को आगे बढ़ाते हुए पार्टी और आंदोलन के लिए पूरी निष्ठा से काम करती रहूंगी.” अनुशासनहीनता के चलते पार्टी से निकाले गए थे आकाश आकाश आनंद को कुछ महीने पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के आरोपों के चलते BSP से बाहर कर दिया गया था. संगठनात्मक फैसलों में अनावश्यक हस्तक्षेप और विवादास्पद बयानों के चलते वह पार्टी के निशाने पर आ गए थे. पार्टी से बाहर होने के बाद उन्होंने कई वरिष्ठ नेताओं से संपर्क साधा और सार्वजनिक रूप से अपनी गलतियों को स्वीकार करते हुए माफी मांगी. आकाश के ससुर अशोक सिद्धार्थ को नहीं मिलेगी एंट्री मायावती ने यह भी स्पष्ट किया कि आकाश आनंद के ससुर और BSP के पूर्व वरिष्ठ नेता अशोक सिद्धार्थ को पार्टी में दोबारा शामिल करने का कोई इरादा नहीं है। उन्होंने कहा, “अशोक सिद्धार्थ की गुटबाजी और पार्टी विरोधी गतिविधियाँ माफ़ी के लायक नहीं हैं. उन्होंने संगठन को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ आकाश के नेतृत्वक भविष्य को भी प्रभावित किया.” 2027 चुनावों की तैयारी में जुटी BSP यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है जब BSP 2027 में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटी हुई है. पार्टी का मुख्य फोकस दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक वोट बैंक को फिर से मजबूत करना है. नेतृत्वक विश्लेषकों का मानना है कि आकाश आनंद को दोबारा मौका देना BSP की युवा नेतृत्व को तराशने की रणनीति का हिस्सा है, जिससे पार्टी में नई ऊर्जा और दिशा मिल सके. The post भतीजे पर पिघला बुआ का दिल, यूपी चुनाव से पहले हुआ स्पोर्ट्सा appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Bihar Sarkari Naukri: बिहार में सरकारी नौकरी पाने का सुनहरा मौका, 40000 तक मिलेगी सैलरी

Bihar Sarkari Naukri: अगर आप बिहार से हैं और हेल्थ सेक्टर में करियर बनाने का सपना देख रहे हैं और एक स्थिर व प्रतिष्ठित नौकरी की तलाश में हैं, तो यह मौका बिल्कुल न गंवाएं. बिहार में एक बार फिर से बंपर बहाली निकली है, और इस बार यह मौका है कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) बनने का. बिहार स्टेट हेल्थ सोसाइटी ने नेशनल हेल्थ मिशन (NHM) के तहत 4000 से अधिक CHO पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है. इच्छुक उम्मीदवार 5 मई से आवेदन प्रक्रिया में हिस्सा ले सकते हैं. ध्यान दें, आवेदन की अंतिम तिथि 26 मई है. क्या है योग्यता ? कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) के पदों पर आवेदन करने के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए कुछ शैक्षणिक और तकनीकी योग्यताएं इस प्रकार हैं: उम्मीदवारों के पास किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या संस्थान से B.Sc. नर्सिंग (Bachelor of Science in Nursing) की डिग्री होनी चाहिए. इसके अलावा, कम्युनिटी हेल्थ में सर्टिफिकेट कोर्स (Certificate in Community Health – CCH) भी आवश्यक है. यह कोर्स कई नर्सिंग कोर्सेज के साथ इंटीग्रेटेड भी होता है. साथ ही, उम्मीदवार का नाम इंडियन नर्सिंग काउंसिल (INC) या संबंधित स्टेट नर्सिंग काउंसिल में रजिस्टर्ड नर्स और मिडवाइफ (Registered Nurse and Midwife – RNRM) के रूप में रजिस्टर्ड होना चाहिए. इसके लिए वैलिड रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र अनिवार्य है. कितनी है आयु सीमा ? बिहार हेल्थ डिपार्टमेंट द्वारा जारी इस भर्ती में आवेदन करने के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम आयु सीमा 21 वर्ष निर्धारित की गई है. यानी उम्मीदवारों की आयु आवेदन की निर्धारित तिथि तक कम से कम 21 साल होनी चाहिए. वहीं, अधिकतम आयु सीमा सामान्य वर्ग (Unreserved Category) के उम्मीदवारों के लिए 42 वर्ष से लेकर कुछ पदों के लिए 45 वर्ष तक तय की गई है. हालांकि, आरक्षित वर्ग के लोगों के लिए उपरी आयु सीमा में विशेष छूट तय की गई है. कैटेगरी- वाइज वैकेंसी डिटेल्स श्रेणी (Category) पदों की संख्या (No. of Posts) कुल पद 4500 सामान्य (General) 979 अनुसूचित जाति (SC) 1243 आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) 245 अनुसूचित जनजाति (ST) 55 अत्यंत पिछड़ा वर्ग (EBC) 1170 पिछड़ा वर्ग (BC) 640 स्त्री पिछड़ा वर्ग (WBC) 168 Also Read: Sarkari Naukri: बेरोजगारी से जूझ रहे इस राज्य के युवा, 32000 से ज्यादा प्रशासनी पद खाली कैसे करें आवेदन ? सबसे पहले आधिकारिक वेबसाइट shs.bihar.gov.in पर जाएं. होमपेज पर दिए गए “Bihar CHO Recruitment 2025” लिंक पर क्लिक करें. अब एक नया पेज खुलेगा जहां आपको अपना नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी आदि की मदद से रजिस्ट्रेशन करना होगा. रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद, मिले हुए लॉगिन डिटेल्स का उपयोग करके पोर्टल में लॉगिन करें. अब आवेदन फॉर्म को ध्यानपूर्वक भरें और सभी जरूरी जानकारियां दर्ज करें. मांगे गए डॉक्यूमेंट्स (शैक्षणिक प्रमाणपत्र, पहचान पत्र, रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट आदि) को स्कैन करके अपलोड करें. फिर अपनी आवेदन शुल्क (Application Fee) का ऑनलाइन भुगतान करें. सभी प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आवेदन फॉर्म को डाउनलोड करें और भविष्य के उपयोग के लिए उसका प्रिंटआउट निकालकर सुरक्षित रखें. कितनी है आवेदन फीस ? श्रेणी (Category) आवेदन शुल्क (Application Fee) जनरल / BC / EBC / EWS ₹500 एससी / एसटी / स्त्री / PwD ₹250 कितना होगा वेतन ? बिहार स्टेट हेल्थ सोसाइटी द्वारा कम्यूनिटी हेल्थ ऑफिसर (CHO) के पदों पर चयनित उम्मीदवारों को ₹40,000 प्रति माह की आकर्षक सैलरी प्रदान की जाएगी. इसके अलावा, प्रशासनी नौकरियों में मिलने वाले अन्य लाभ जैसे कि मेडिकल सुविधा, पेंशन योजना, हाउस रेंट अलाउंस (HRA), यात्रा भत्ते और अन्य प्रोत्साहन भी चयनित उम्मीदवारों को मिल सकते हैं. Also Read: UP Board 10th 12th Result 2025 LIVE: अपलोड हो रही यूपी बोर्ड 10वीं-12वीं की मार्कशीट, यहां देखें कब तक आ सकता है रिजल्ट The post Bihar Sarkari Naukri: बिहार में प्रशासनी नौकरी पाने का सुनहरा मौका, 40000 तक मिलेगी सैलरी appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Bihar Rain Alert: बिहार में बारिश और वज्रपात मचाएगी तबाही, इन 27 जिलों में मौसम विभाग का येलो अलर्ट

Bihar Rain Alert: बिहार में मौसम के बिगड़े मिजाज ने रविवार को लोगों को परेशान कर दिया. आंधी, बारिश और वज्रपात ने राज्य के कई हिस्सों में जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. सोमवार को भी मौसम विभाग ने 27 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों में फिर से डर का माहौल बन गया है. मौसम विभाग ने जारी किया येलो अलर्ट मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार को पटना सहित 12 जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है, जबकि पूर्वी और दक्षिणी बिहार के 27 जिलों में वज्रपात और तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की संभावना जताई गई है. विभाग ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है और उन्हें आंधी-बारिश के दौरान घरों से बाहर न निकलने की सलाह दी है. मौसम विभाग ने किया सचेत हिंदुस्तानीय मौसम विभाग के अनुसार, पूर्व और दक्षिणी बिहार के जिलों में तेज मेघ गर्जन, वज्रपात और 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चल सकती हैं. पटना, गया, नालंदा, शेखपुरा, नवादा, बेगूसराय, लखीसराय, जहानाबाद, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया जिलों में बारिश के आसार हैं, जबकि सीतामढ़ी, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, वैशाली, शिवहर, समस्तीपुर, सुपौल, अररिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया और कटिहार जिलों में वज्रपात और तेज हवाओं की संभावना है. सुरक्षा की अपील मौसम विभाग ने लोगों से आग्रह किया है कि वे मौसम के अनुकूल सुरक्षा उपाय अपनाएं, विशेषकर आंधी-बारिश के समय बाहर निकलने से बचें. साथ ही, इस खतरनाक मौसम में खेतों में काम कर रहे किसानों को सतर्क रहने की आवश्यकता है. ये भी पढ़े: बिहार में भीषण आंधी और वज्रपात से मची तबाही, एक किसान सहित चार की मौत वज्रपात और तेज हवाओं से हुई मौतें बिहार में वज्रपात और तेज हवाओं के कारण चार लोगों की जान चली गई है. नालंदा जिले में शनिवार रात वज्रपात से एक स्त्री की मौत हो गई, वहीं एक बुजुर्ग की जान तेज आंधी के कारण छत से गिरने से गई. गोपालगंज जिले के बरौली प्रखंड में भी रविवार को खेत में काम कर रहे किसान की वज्रपात के कारण मौत हो गई. इसके अलावा, मुंगेर जिले के हवेली खड़गपुर प्रखंड में भी एक व्यक्ति की जान वज्रपात से चली गई. The post Bihar Rain Alert: बिहार में बारिश और वज्रपात मचाएगी तबाही, इन 27 जिलों में मौसम विभाग का येलो अलर्ट appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

पटना में भीषण आग से मचा हड़कंप, 30 से ज्यादा दमकल की गाड़ियां कर रहीं मशक्कत

Patna News: पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित पीरमुहानी में रविवार देर रात एक आरा मशीन में भीषण आग लग गई. आग की सूचना करीब रात 1:30 बजे फायर कंट्रोल रूम को दी गई, जिसके बाद दमकल विभाग हरकत में आया. घटना की पुष्टि अग्निशमन अनुमंडल पदाधिकारी अजित कुमार ने की है. आग इतनी भयावह थी कि उसे बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 30 से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंची. लगभग 150 से ज्यादा अग्निशमन कर्मी लगातार आग पर काबू पाने की कोशिश में जुटे हुए हैं. अब तक करीब 5 लाख लीटर से अधिक पानी का उपयोग किया जा चुका है. आग पर अब तक पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है. कई थानों की दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची अग्निशमन विभाग को पटना के कंकड़बाग, लोदीपुर, पटना सिटी, सचिवालय समेत कई क्षेत्रों से दमकल की गाड़ियां मंगवानी पड़ीं. आग के विकराल रूप को देखते हुए कर्मी पूरी रात मौके पर डटे रहे और बिना रुके आग बुझाने का प्रयास करते रहे. घनी आबादी वाला इलाका होने की वजह से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है. आरा मशीन के आसपास रिहायशी मकान और बाजार हैं, जिससे आग के फैलने की आशंका बनी हुई है. कई लोगों ने एहतियातन अपने घर खाली कर दिए हैं. पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना गौरतलब है कि यह वही आरा मशीन है, जहां कुछ साल पहले भीषण आग लगी थी और एक कर्मचारी की दम घुटने से मौत हो गई थी. घटना की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन भी सतर्क है. अभी तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, लेकिन नुकसान का आकलन जारी है. मौके पर अफरातफरी का माहौल बना हुआ है. Also Read: बिहार में फर्जी शिक्षक गिरफ्तार, 17 साल बाद बड़ा घोटाला हुआ उजागर The post पटना में भीषण आग से मचा हड़कंप, 30 से ज्यादा दमकल की गाड़ियां कर रहीं मशक्कत appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

deoghar news : खागा व सारवां थानेदार हटाये गये, दोनों जगह नये प्रभारी बने

देवघर. कर्तव्यहीनता के आरोप में जिले के सारवां व खागा के थानेदारों को हटाते हुए दोनों जगहों पर नये थाना प्रभारियों की पोस्टिंग की गयी है. जानकारी के मुताबिक, खागा थानेदार धर्मवीर भगत को हटाकर पुलिस लाइन में कार्यरत एसआइ मुकेश कुमार को वहां का नया थाना प्रभारी बनाया गया है. वहीं सारवां थानेदार संदीप कुमार भगत को हटाकर उनकी जगह उसी थाने के जेएसआइ कौशल कुमार सिंह को सारवां थाना का नया थाना प्रभारी बनाया गया है. दोनों थाने के नये थानेदारों ने अपना-अपना योगदान देकर प्रभार भी ग्रहण कर लिया है. इलाके में चर्चा है कि दोनों थानेदार बालू परिवहन रोकने में अक्षम होने के कारण हटाये गये हैं. हालांकि इस संबंध में जिले के कोई भी वरीय पदाधिकारी कुछ नहीं बता रहे हैं. चर्चा यह भी है कि सारवां में हाल के दिनों में मनीगढ़ी के समीप पुलिस के चंगुल से बालू लदा ट्रैक्टर छुडा लिया था. उस मामले में केस भी दर्ज कराया गया था. लेकिन पुलिस भगाये गये ट्रैक्टर को जब्त नहीं कर पायी थी और कांड के आरोपितों को भी नहीं गिरफ्तार कर सकी है. संभवत: इसी आरोप में सारवां थानेदार पर कार्रवाई हुई है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post deoghar news : खागा व सारवां थानेदार हटाये गये, दोनों जगह नये प्रभारी बने appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Patna News : एमडीआर टीबी के इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में भी मिलेंगी छह माह कोर्स की दवाएं

संवाददाता, पटना : मल्टी ड्रग रेसिस्टेंट ट्यूबरकुलोसिस (एमडीआर-टीबी) से जूझ रहे मरीजों के लिए राहत भरी समाचार है. अब उन्हें दो साल तक दवा का कोर्स नहीं पूरा करना होगा. सिर्फ छह महीने के कोर्स से ही एमडीआर टीबी का खत्मा होगा. नये कोर्स की दवाएं अब एमडीआर मरीजों को देने की तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसी क्रम में अब शहर के पीएमसीएच, एनएमसीएच के टीबी-चेस्ट रोग विभाग सहित पटना जिले के सभी प्रशासनी अस्पतालों के डाट्स सेंटरों पर मरीजों को टीबी के कोर्स की नयी दवा बीपीएएल एम रेजीमेन, बेडाक्युलीन, प्रेटोमनीड, लीनेजोलीड दिया जायेगी. इसकी सप्लाइ संबंधित अस्पतालों में शुरू हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने जिले में नयी दवा प्रिटोमानिड उपलब्ध करायी है. जोन अन्य दवाओं के साथ मिल कर टीबी के मरीजों को छह महीने में ठीक करने में सक्षम है. प्राइवेट में दवा की कीमत एक लाख के करीब, प्रशासनी में नि:शुल्क सिविल सर्जन डॉ अविनाश कुमार सिंह ने बताया कि टीबी मुक्त बिहार बनाने की दिशा में कई कार्य किये जा रहे हैं. इसी क्रम में अब नयी दवाओं की भी सप्लाइ की जा रही है. उन्होंने बताया कि पहले एमडीआर टीबी के मरीजों को पूरे दो साल तक दवाओं का कोर्स करना होता था. लेकिन, अब नयी दवा से छह महीने में ही इलाज किया जा सकता है. इससे मरीजों को परेशानी कम होगी और इलाज पूरा होने की संभावना बढ़ेगी. वहीं, जानकारों की मानें, तो एमडीआर टीबी की नयी मिश्रित दवा को अगर बाजार से खरीदते हैं, तो छह महीने की दवा की कीमत करीब एक लाख रुपये तक पहुंच जाती है. लेकिन, स्वास्थ्य विभाग की पहल पर टीबी की दवाएं नि:शुल्क वितरण की जा रही हैं. कैसे करना होगा सेवन, पहले खानी होती थी 20 दवाएं डॉक्टरों के मुताबिक, एक सप्ताह तक मरीजों को पहले बेडाक्युलीन, प्रेटोमनीड, लीनेजोलीड की एक-एक गोली रोज दी जायेगी. इसके बाद दूसरे सप्ताह से सिर्फ बेडाक्युलीन को एक दिन छोड़ कर दिया जायेगा, जबकि प्रेटोमनीड, लीनेजोलीड का सेवन रोजाना रहेगा. आम तौर पर टीबी मरीजों को रोजाना 20 दवाइयां लेनी पड़ती हैं. लेकिन, ट्रायल सफल होने के बाद मरीजों को सिर्फ तीन टैबलेट खाने पड़ेंगे. 18 से 24 महीने के बजाय सिर्फ छह महीने तक इस बी-पाल का सेवन करना पड़ेगा. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Patna News : एमडीआर टीबी के इलाज के लिए प्रशासनी अस्पतालों में भी मिलेंगी छह माह कोर्स की दवाएं appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

जदयू के लोग हो गये अब कट्टर संघी: शक्ति यादव

पटना. राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव एवं प्रदेश प्रवक्ता एजाज अहमद ने अपने संयुक्त वक्तव्य में कटाक्ष किया है कि जदयू के नेता अब पूरी तरह से भाजपा और आरएसएस के विचारों से प्रभावित हो गये हैं. वह लोग कट्टर संघी हो गए हैं. नेताओं ने कहा कि बिहार में डबल इंजन प्रशासन पिछड़ों,अति पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों के अधिकारों की हकमारी कर रही है. दलितों ,शोषितों और वंचितों के अधिकार पर कुठाराघात किया जा रहा है. शराबबंदी के नाम पर इन वर्गों के साथ अत्याचार की घटनाओं में लगातार वृद्धि हुई है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post जदयू के लोग हो गये अब कट्टर संघी: शक्ति यादव appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

दीपों की रोशनी से नहाया आंबेडकर प्रतिमा स्थल

संवाददाता,पटना संविधान निर्माता बाबा साहेब डाॅ भीमराव आंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर रविवार को हाइकोर्ट के समीप स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा के समीप भाजपा द्वारा दीपोत्सव कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस कार्यक्रम में प्रतिमास्थल पर दीप प्रज्वलित किये गये और दीपों से उस स्थल को सजाया गया. दीपों के जगमग से पूरा इलाका रोशनी से नहा गया. इस मौके पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ दिलीप जायसवाल ने कहा कि हम सब यहां एक महान व्यक्तित्व डाॅ भीमराव आंबेडकर की जयंती की पूर्व संध्या पर उन्हें याद करने के लिए इकट्ठा हुए हैं. जिनका नाम सुनते ही हिंदुस्तान के संविधान, सामाजिक न्याय और समानता की भावना हमारे मन में जाग उठती है. उन्होंने कहा कि बाबा साहेब की जयंती को भाजपा पूरे देश में धूमधाम से मना रही है. उन्होंने समाज के अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्तियों को भी हक मिले, इसी सोच के साथ संविधान में उन्हें वह अधिकार दिये थे. इस मौके पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा,सांसद रवि शंकर प्रसाद , संगठन महामंत्री भीखू भाई दालसानिया, सांसद धर्मशीला गुप्ता,पूर्व विधान पार्षद लाल बाबू गुप्ता प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र सिंह, रीता शर्मा,प्रदेश मीडिया सह प्रभारी अमित प्रकाश बबलु, पीयूस शर्मा,प्रभात कुमार,सुमित शशांक,दिलीप मिश्रा आदि मौजूद रहे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post दीपों की रोशनी से नहाया आंबेडकर प्रतिमा स्थल appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

पॉलिमर इंसुलेटर लगायेगा बिजली विभाग, आकाशीय बिजली से होगी सुरक्षा

संवाददाता, पटना बिहार में हर साल आकाशीय बिजली से सैकड़ों लोगों की जान जाती है और भारी जन-धन की क्षति होती है़ बीते बुधवार से शुक्रवार की सुबह तक कई लेागों की मौत हो गयी थी़ ऐसे में बिजली विभाग अब इस प्राकृतिक आपदा से सुरक्षा के लिए बड़े स्तर पर कदम उठाने जा रहा है़ विभाग ने प्रदेशभर के बिजली पोलों पर लगे पारंपरिक पोर्सिलेन इंसुलेटर को बदलकर पॉलिमर इंसुलेटर लगाने का निर्णय लिया है़ ऊर्जा सचिव पंकज पाल ने शनिवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में इस संबंध में निर्देश दिया था़ ऊर्जा सचिव ने कहा, उन सभी जगहों पर जहां आकाशीय बिजली की समस्या ज्यादा है, वहां पोर्सिलेन इंसुलेटर की जगह पॉलिमर इंसुलेटर लगवाएं. बिजली विभाग के सूत्रों के अनुसार मौजूदा समय में अधिकतर ग्रामीण और अर्धशहरी क्षेत्रों में पोर्सिलेन इंसुलेटर लगे हैं, जो नमी और धूल संपर्क में आने पर जल्दी खराब हो जाते हैं. ट्रांसफॉर्मर में फॉल्ट, तारों में शॉर्ट सर्किट और बिजली आपूर्ति में बाधा खड़ी करते हैं. वहीं, आकाशीय बिजली गिरने पर ये इंसुलेटर अक्सर फट जाते हैं जिससे दुर्घटनाओं की संभावना और बढ़ जाती है. पॉलिमर इंसुलेटर की खासियत यह है कि ये हल्के होते हैं, इन पर धूल और पानी का असर नहीं होता और ये उच्च वोल्टेज को सहन करने में ज्यादा सक्षम होते हैं. इनकी लाइफ भी पोर्सिलेन के मुकाबले अधिक होती है. सबसे अहम बात यह है कि आकाशीय बिजली के असर को ये काफी हद तक रोक सकते हैं, जिससे जान-माल की सुरक्षा सुनिश्चित होती है. रणबद्ध तरीके से सभी पुराने इंसुलेटर बदलने का लक्ष्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऊर्जा विभाग ने दीर्घकालिक समाधान मानते हुए चरणबद्ध तरीके से सभी पुराने इंसुलेटर बदलने का लक्ष्य रखा है. खासकर बिजली आपूर्ति से जुड़ी उन लाइनों को प्राथमिकता दी जायेगी, जो स्कूल, अस्पताल, पंचायत भवन और भीड़भाड़ वाले इलाकों से गुजरती हैं. ऊर्जा सचिव पंकज पाल ने जल्द से जल्द सर्वेक्षण कर योजना बनाने को कहा है. ऊर्जा विभाग के अधिकारियों का मानना है कि इस पहल से बिजली आपूर्ति की गुणवत्ता में सुधार होगा और बारिश के मौसम में होने वाली दुर्घटनाओं में कमी आयेगी. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post पॉलिमर इंसुलेटर लगायेगा बिजली विभाग, आकाशीय बिजली से होगी सुरक्षा appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

90 दिनों के बाद कोर्ट जाकर भरना होगा चालान

प्रह्लाद कुमार, पटना राज्यभर में यातायात नियम तोड़ने वाले वाहनों का ऑनलाइन चालान कटने लगा हैं, जिसे 90 दिनों के भीतर भरना है. ऐसा नहीं करने पर निजी वाहनों का प्रदूषण और इंश्योरेंस नहीं बन पाता है. वहीं, कामर्शियल वाहनों का परमिट, प्रदूषण , इंश्यारेंस सहित कई पेपर के रिन्यूवल पर रोक लगा दी जाती है. बावजूद इसके राज्य में सात हजार से भी अधिक ऐसे वाहन चालक हैं. जिन्होंने जुर्माना नहीं भरा है. परिवहन विभाग ऐसे चालकों पर अब और सख्ती करते हुए यूपी की तर्ज पर बिहार में 90 दिनों के भीतर जुर्माना नहीं भरने पर सेंड टू कोर्ट का प्रावधान लाने जा रही है. इसके बाद 90 दिनों के बाद जुर्माना भरने के लिए कोर्ट जाना पड़ेगा. वाहन चालक किसी भी माध्यम से ऑनलाइन जुर्माना नहीं भर पायेंगे. इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के जरिये यातायात उल्लंघनकर्ताओं के विरुद्ध कार्रवाई के लिए विभिन्न आठ प्रकार के यातायात नियमों के उल्लंघन करने पर ई-चालान काटा जा रहा है.बिना हेलमेट-सीटबेल्ट,ओवर स्पीडिंग, स्टॉप लाइन वॉयलेशन, रॉग साइड ड्राइविंग, टिपल राइडिंग, वाहन चलाते मोबाइल पर बात और ट्रैफिक सिग्नल का उल्लंघन करने वाले चालकों का इ चालान विशेष रुप से काटा जा रहा है. परिवहन विभाग के मुताबिक वर्ष 2014 से 2025 तक कुल लगभग 24 लाख वाहन मालिकों ने अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबर को अपडेट नहीं किया है. विभाग ने इन सभी वाहनों पर सख्ती करने के लिए सभी डीटीओ को आदेश भेजा है. मोबाइल नंबर अपडेट कराने के लिए आधार से लिंकड मोबाइल नंबर देना होगा. अपडेट कराने की सुविधा परिवहन सेवा पोर्टल पर उपलब्ध है.नंबर अपडेट नहीं होने की स्थिति में संबंधित वाहन का पॉल्यूशन सर्टिफिकेट भी नहीं बना सकेंगे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post 90 दिनों के बाद कोर्ट जाकर भरना होगा चालान appeared first on Naya Vichar.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top