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April 15, 2025

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Gold-Silver Price: सोने की नहीं, अब चांदी की सुनिए, जानिए आज का लेटेस्ट रेट

Gold-Silver Price: आज, 15 अप्रैल 2025 को हिंदुस्तान में चांदी की कीमत ₹99.80 प्रति ग्राम और ₹99,800 प्रति किलोग्राम है, जो पिछले दिन की तुलना में ₹0.10 प्रति ग्राम और ₹100 प्रति किलोग्राम की गिरावट दर्शाती है. प्रमुख शहरों में चांदी के दाम मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु, पुणे, अहमदाबाद, वडोदरा: ₹998 प्रति 10 ग्राम, ₹9,980 प्रति 100 ग्राम, ₹99,800 प्रति किलोग्राम। चेन्नई, हैदराबाद, केरल: ₹1,098 प्रति 10 ग्राम, ₹10,980 प्रति 100 ग्राम, ₹1,09,800 प्रति किलोग्राम अप्रैल 2025 में चांदी की कीमतों का रुझान 1 अप्रैल 2025: ₹1,05,000 प्रति किलोग्राम (उच्चतम) 9 अप्रैल 2025: ₹93,000 प्रति किलोग्राम (न्यूनतम) 15 अप्रैल 2025: ₹99,800 प्रति किलोग्राम कुल परिवर्तन: -4.95% की गिरावट चांदी की कीमतों को प्रभावित करने वाले कारक अंतरराष्ट्रीय बाजार: वैश्विक मांग और आपूर्ति के आधार पर कीमतों में उतार-चढ़ाव होता है. मुद्रा विनिमय दर: रुपये और डॉलर के बीच विनिमय दर में बदलाव चांदी की कीमतों को प्रभावित करता है. औद्योगिक मांग: इलेक्ट्रॉनिक्स और सौर ऊर्जा क्षेत्रों में चांदी की मांग कीमतों को प्रभावित करती है. आयात शुल्क: प्रशासन द्वारा लगाए गए आयात शुल्क में बदलाव से चांदी की कीमतों में अंतर आता है. Also Read: ‘1 करोड़ से अधिक है सैलरी तो दे दो इस्तीफा!’ दिग्गज दवा कंपनी ने दावों का किया खंडन The post Gold-Silver Price: सोने की नहीं, अब चांदी की सुनिए, जानिए आज का लेटेस्ट रेट appeared first on Naya Vichar.

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Bengal Weather : आंधी-तूफान के साथ होगी बारिश, बिजली चमकेगी, मौसम को लेकर आया बड़ा अपडेट

Bengal Weather : हिंदुस्तान मौसम विभाग (आईएमडी) ने अनुकूल हवा के रुख और बंगाल की खाड़ी से आ रही तेज नमी के कारण मौसम में बदलाव के संकेत दिए है. विभाग के अनुसार, 15 से 18 अप्रैल तक पश्चिम बंगाल के कई जिलों में बिजली चमकने और तेज हवाएं चलने की संभावना है. इन इलाकों में आंधी-तूफान आने का अनुमान जताया गया है. आईएमडी ने कहा कि बांग्लादेश और उसके आसपास के इलाकों में ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा बना हुआ है. बंगाल के दक्षिणी हिस्से में आंधी-तूफान चलेगी मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम बंगाल के दक्षिणी हिस्से में एक या दो स्थानों पर आंधी-तूफान आने की संभवना है. इन इलाकों में बिजली चमकने और हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना भी व्यक्त की गई है. पुरुलिया, बीरभूम, मुर्शिदाबाद, पूर्वी और पश्चिमी बर्धमान तथा नादिया जैसे जिलों में हवा की तीव्रता तुलनात्मक दृष्टि से अधिक रहने की संभावना है. बंगाल के उत्तरी हिस्से में तेज हवाएं चलने की संभावना मौसम विभाग ने कहा कि 17 अप्रैल तक पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से में एक या दो स्थानों पर आंधी-तूफान और तेज हवाएं चलने की संभावना है. ये भी पढ़ें : Seema Haider: सीमा हैदर की बढ़ गई कमाई! 6 यूट्यूब चैनलों के साथ बन गई डिजिटल वर्ल्ड की सनसनी बंगाल से सटे राज्य झारखंड में होगी बारिश पश्चिमी विक्षोभ, साइक्लोनिक सर्कुलेशन और पश्चिम बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से झारखंड का मौसम भी बदलेगा. मौसम विभाग ने मंगलवार को पूरे राज्य में बारिश की संभावना व्यक्त की है. यहां तेज हवा, वज्रपात और ओलावृष्टि का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है. पूरे राज्य में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है. The post Bengal Weather : आंधी-तूफान के साथ होगी बारिश, बिजली चमकेगी, मौसम को लेकर आया बड़ा अपडेट appeared first on Naya Vichar.

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Vidur Niti: ना धन, ना ताकत… सिर्फ ये दो गुण और मिल जाता है स्वर्ग से ऊंचा स्थान

Vidur Niti: महात्मा विदुर महाहिंदुस्तान के उन दुर्लभ पात्रों में हैं, जिनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि जन्म नहीं, बल्कि चरित्र महानता तय करता है. राजघराने के बाहर जन्म लेकर भी उन्होंने अपने ज्ञान, धर्मबुद्धि और नीतिकुशलता से हस्तिनापुर जैसे विशाल साम्राज्य में प्रधानमंत्री का पद हासिल किया. वे सच्चाई के ऐसे प्रहरी थे, जिन्होंने सत्ता और संबंधों की परवाह किए बिना राजा धृतराष्ट्र को भी सत्य का कठोर मार्ग दिखाया. उनके लिए धर्म कोई रीत नहीं, बल्कि जीवन का सिद्धांत था. विदुर नीति, जिसे आज भी जीवन का मार्गदर्शन माना जाता है. इस ग्रंथ में बताया गया है कि विवेक, कर्तव्य और नैतिकता के सहारे मनुष्य अंधकार में भी उजाले का मार्ग खोज सकता है. विदुर की नीति आज की भागती-दौड़ती दुनिया में स्थिरता और सच्चाई की आवाज है. अमूमन हर इंसान स्वर्ग जाने की चाहत रखते हैं, लेकिन महात्मा विदुर बताते हैं कि इन 2 स्वभाव के लोग स्वर्ग से भी ऊंचा स्थान हासिल करते हैं. महान होते हैं इस तरह के लोग महात्मा विदुर के अनुसार, जो व्यक्ति शक्तिशाली होने के बावजूद दूसरों के प्रति क्षमा भाव रखता है, वह वास्तव में महान होता है. शक्ति होने पर भी यदि कोई क्षमा करता है, तो यह उसके चरित्र की उच्चता को दर्शाता है. ऐसा व्यक्ति न केवल समाज में सम्मान प्राप्त करता है, बल्कि आध्यात्मिक दृष्टि से भी वह स्वर्ग से ऊंचा स्थान प्राप्त करता है. क्षमा एक दिव्य गुण है जो केवल सच्चे ज्ञानी और उदार हृदय वाले व्यक्ति में होता है. यह भी पढ़ें- विदुर नीति से सीखें कैसे बनें सम्माननीय और गुणी व्यक्ति यह भी पढ़ें- महात्मा विदुर के चार अमूल्य सूत्र जो बदल सकते हैं आपका जीवन साधारण मनुष्य में नहीं होती त्याग की भावना विदुर नीति के अनुसार, यदि कोई निर्धन व्यक्ति, जिसके पास बहुत कम है, फिर भी दूसरों की सहायता के लिए दान करता है, तो वह वास्तव में महान कहलाता है. ऐसा त्याग भाव किसी साधारण मनुष्य में नहीं होता है. यह दर्शाता है कि उसका हृदय कितना उदार और करुणामय है. विदुर कहते हैं कि ऐसे व्यक्ति को स्वर्ग से भी ऊंचा स्थान प्राप्त होता है, क्योंकि वह अपनी आवश्यकता को त्यागकर दूसरों के कल्याण को प्राथमिकता देता है. यह भी पढ़ें- Vidur Niti: अकेलेपन में छिपा है खतरा, इन 4 कामों से रहें दूर Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Vidur Niti: ना धन, ना ताकत… सिर्फ ये दो गुण और मिल जाता है स्वर्ग से ऊंचा स्थान appeared first on Naya Vichar.

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संविधान संशोधन पर मुहर आज, 38 साल बाद बदलेगा झामुमो अध्यक्ष, शिबू सोरेन की जगह लेंगे हेमंत

JMM Mahadhiveshan Ranchi| रांची में आयोजित 13वें महाधिवेशन में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) बड़ा फैसला लेने जा रहा है. संगठन में परिवर्तन के साथ ही झामुमो अपने संविधान में बड़ा बदलाव करने जा रहा है. संविधान संशोधन कर पार्टी में कार्यकारी अध्यक्ष का पद समाप्त कर दिया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभाल रहे थे. पार्टी ने संविधान संशोधन कर संस्थापक संरक्षक का नया पद बनाया है. पार्टी के अध्यक्ष शिबू सोरेन अब संस्थापक संरक्षक होंगे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष होंगे. अब पार्टी की कमान पूरी तरह सीएम हेमंत सोरेन के हाथ में होगी. महाधिवेशन के दूसरे दिन 15 अप्रैल को इस संशोधन पर मुहर लग जायेगी. विनोद पांडेय ने पेश किया संविधान संशोधन का प्रस्ताव पार्टी के महासचिव विनोद पांडेय ने महाधिवेशन के पहले दिन संविधान संशोधन का प्रस्ताव पेश किया. झामुमो के अध्यक्ष रहे निर्मल महतो की हत्या के बाद पार्टी के संस्थापक शिबू सोरेन ने 1987 में पार्टी की कमान संभाली थी. इससे पहले शिबू सोरेन ने यह जिम्मेवारी शहीद निर्मल महतो को दी थी और खुद महासचिव का पद संभाल रहे थे. 1972 में विनोद बिहारी महतो बने थे पार्टी के पहले अध्यक्ष वर्ष 1972 में झामुमो के गठन के बाद विनोद बिहारी महतो पार्टी के पहले अध्यक्ष बने थे. वर्ष 1973 से 1984 तक विनोद बिहारी महतो ही अध्यक्ष रहे थे. बाद में 1984 में नेतृत्वक परिस्थितियां बदलीं, तो शिबू सोरेन ने निर्मल महतो को अध्यक्ष बनाया. शिबू सोरेन लगभग 38 वर्षों तक पार्टी के अध्यक्ष रहे. पार्टी के संविधान संशोधन के बाद लंबे अंतराल के बाद संगठन में बड़ा बदलाव होगा. 4 दशक बाद शिबू सोरेन की भूमिका बदलने जा रही है. इसे भी पढ़ें : ताकतवर क्षेत्रीय दल बनकर उभरा है झारखंड मुक्ति मोर्चा वर्ष 2015 में कार्यकारी अध्यक्ष बने थे हेमंत सोरेन वर्ष 2015 के जमशेदपुर महाधिवेशन में हेमंत सोरेन को कार्यकारी अध्यक्ष की जवाबदेही मिली थी. इनके नेतृत्व में पार्टी ने 2-2 विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की. हेमंत सोरेन ने लगभग 10 वर्षों तक कार्यकारी अध्यक्ष की जवाबदेही निभायी. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें ह्वील चेयर पर शिबू-रूपी को लेकर मंच पर पहुंचे हेमंत झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन और उनकी पत्नी रूपी सोरेन ह्वील चेयर पर झामुमो के महाधिवेशन में पहुंचे. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता का ह्वील चेयर स्वयं धकेलकर मुख्य मंच पर ले गये. उनकी माता के ह्वील चेयर के साथ मुख्यमंत्री की पत्नी विधायक कल्पना सोरेन चल रहीं थीं. कार्यकर्ताओं ने खड़े हो तालियां बजाकर सभी का स्वागत किया. सोरेन परिवार ने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन स्वीकार किया. इसे भी पढ़ें झामुमो के केंद्रीय महाधिवेशन में गरजे हेमंत सोरेन- उत्पीड़न से परेशान जनता ने डबल इंजन प्रशासन को उखाड़ फेंका 53 वर्ष में शिबू के संघर्ष और हेमंत के कौशल ने झामुमो को बनाया झारखंड की माटी की पार्टी कल्पना सोरेन ने मुश्किल दिनों में झामुमो को संभाला, संगठन में मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी 53 साल में झामुमो का 13वां महाधिवेशन, रांची लगातार दूसरी बार The post संविधान संशोधन पर मुहर आज, 38 साल बाद बदलेगा झामुमो अध्यक्ष, शिबू सोरेन की जगह लेंगे हेमंत appeared first on Naya Vichar.

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Jaat के दूसरे सबसे खतरनाक विलेन ने सनी देओल संग काम करने पर तोड़ी चुप्पी, कहा- मेरे बचपन के हीरो…

Jaat: सनी देओल की फिल्म जाट ने बॉक्स ऑफिस पर अपनी दमदार स्क्रीन प्रेजेंस ने दर्शकों का ध्यान अपनी ओर खींचा है. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा अच्छा प्रदर्शन किया खासकर नॉर्थ इंडिया में. फैंस ने सनी की दमदार एक्टिंग और दमदार भूमिका को खूब पसंद किया. गदर 2 एक्टर की लोकप्रियता और कहानी की वजह से जाट ने अच्छी शुरुआत की और सिनेमाघरों में अच्छा प्रदर्शन जारी रखा. फिल्म में विनीत कुमार सिंह ने खलनायक ‘सोमुलु’ की भूमिका निभाई है. उनके किरदार को काफी पसंद किया जा रहा है. एक्टर ने एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने सनी देओल संग काम करने को लेकर रिएक्ट किया है. साथ ही बताया कि पहली बार उन्होंने विलेन का रोल निभाया है. ‘जाट’ की बीटीएस तसवीरें आई सामने विनीत कुमार सिंह ने अपने इंस्टाग्राम पर ‘जाट’ की बीटीएस तसवीरें शेयर किया है. तसवीरों के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा, “मुझ पर विश्वास करने और सोमुलु को जीवंत करने के लिए निर्देशक गोपीचंद सर का मैं दिल से आभार व्यक्त करता हूं. यह पहली बार है जब मैं खलनायक की भूमिका निभा रहा हूं. मैंने इसके बारे में कभी नहीं सोचा था और उनके दृढ़ विश्वास ने मुझे यह कदम उठाने के लिए प्रेरित किया. इस किरदार ने मुझे बहुत कुछ सिखाया और मैं इसके लिए बहुत आभारी हूं.” View this post on Instagram A post shared by Viineet Kumar Siingh (@vineet_ksofficial) सनी देओल संग काम करने को लेकर विनीत कुमार सिंह ने किया रिएक्ट विनीत कुमार सिंह ने आगे अपने पोस्ट में लिखा, “आप सभी के प्यार से अभिभूत – इस साल छावा और सुपरबॉयज ऑफ मालेगांव के बाद ‘जाट’ तीसरी सफल फिल्म है. आप सभी का तहे दिल से शुक्रिया. यह मेरी पहली साउथ फिल्म है और हर किसी की लगन और प्रतिभा ने मुझे चौंका दिया. इस टीम के साथ काम करना एक सपना जैसा रहा. ‘सोमुलु’ और आने वाले प्रोजेक्ट्स के लिए जश्न मनाने का समय है. जाट और ‘सोमुलु’ को इतना प्यार मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है.” एक्टर ने साथ ही सनी देओल के साथ काम करने को लेकर कहा, मेरे बचपन के हीरो एक सपने के सच होने जैसा था, उनके मार्गदर्शन और गर्मजोशी के लिए आभारी हू. उन्होंने रणदीप हुड्डा, सैयामी खेर, प्रशांत बजाज और रेजिना कैसेंड्रा को भी धन्यवाद कहा. यहां पढ़ें- Jaat: ‘ना विदेश, ना देश’, जाट की सफलता के बाद सनी देओल ने इस जगह में ढूंढा सुकून, बोले- इसका मजा लेने…VIDEO The post Jaat के दूसरे सबसे खतरनाक विलेन ने सनी देओल संग काम करने पर तोड़ी चुप्पी, कहा- मेरे बचपन के हीरो… appeared first on Naya Vichar.

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‘हम डरे-डरे…’ एलएसजी के खिलाफ मुश्किल जीत; खुद बोले धोनी, बताया- कहां आई कठिनता

IPL 2025 CSK vs LSG MS Dhoni Statement: धोनी की अगुवाई में चेन्नई ने आखिरकार जीत की राह पकड़ी और लगातार पांच हार के बाद इकाना स्टेडियम में लखनऊ को पांच विकेट से हराकर एक कड़ा मुकाबला अपने नाम किया. इससे पहले सीएसके की बल्लेबाजी लगातार आलोचना झेल रही थी. उसने अपने घर में भी तीन मैच गंवा दिए, जो कि ऐतिहासिक रूप से सबसे निचले स्तर का प्रदर्शन था. लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ मिली जीत के बाद चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) के कप्तान एमएस धोनी ने कहा कि अगर टीम बल्लेबाजों के लिए अनुकूल पिचों पर स्पोर्ट्सेगी तो इससे बल्लेबाजों को अपने शॉट्स को लेकर ज्यादा आत्मविश्वास मिलेगा. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वे डरे-डरे क्रिकेट नहीं स्पोर्ट्सना चाहते. मैच के बाद धोनी ने कहा, “मैच जीतना अच्छा लगता है. जब आप इस तरह के टूर्नामेंट में स्पोर्ट्सते हैं तो आप मैच जीतना चाहते हैं. दुर्भाग्य से शुरुआती मुकाबले हमारे पक्ष में नहीं गए, इसके कई कारण हो सकते हैं. लेकिन एक जीत से टीम को आत्मविश्वास मिलता है और सुधार की दिशा में मदद मिलती है. क्रिकेट में जब चीजें आपके पक्ष में नहीं होतीं, तो भगवान चीजों को कठिन बना देता है और यह वाकई एक कठिन मैच था. अगर आप पावरप्ले देखें, तो चाहे वह कॉम्बिनेशन हो या परिस्थितियां, हम गेंद से संघर्ष कर रहे थे. इसके बाद बल्लेबाजी यूनिट के रूप में हमें वह शुरुआत नहीं मिली जो हम चाहते थे.” अब तक बेहद खराब प्रदर्शन रहा था चेन्नई सुपर किंग्स को अपने घर (चेपक स्टेडियम) में मुंबई इंडियंस के खिलाफ घरेलू मैदान पर 156 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी, वहीं आरसीबी के खिलाफ 197 रन का पीछा करते हुए 146/8 का स्कोर ही बना सकी. दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 184 के जवाब में 158/5 और कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ पहली पारी में 103/9 का शर्मनाक स्कोर खड़ा किया गया. हालांकि घरेलू मैदान से बाहर टीम का प्रदर्शन थोड़ा बेहतर रहा, जैसे कि गुवाहाटी में राजस्थान रॉयल्स के 183 रनों से कुछ ही रन पीछे रह गई और मोहाली में पंजाब किंग्स के 220 रनों के जवाब में 18 रन से चूक गई.  हम डरे-डरे क्रिकेट नहीं स्पोर्ट्सना चाहते- धोनी लखनऊ के खिलाफ मैच के बाद उन्होंने आगे कहा, “हम गलत समय पर विकेट खोते रहे. इसका एक कारण यह भी हो सकता है कि चेन्नई की पिच थोड़ी धीमी है. जब हम घर से बाहर स्पोर्ट्से हैं तो बल्लेबाजी यूनिट थोड़ा बेहतर प्रदर्शन कर पाई है. शायद हमें बेहतर पिचों पर स्पोर्ट्सना चाहिए, जिससे बल्लेबाज अपने शॉट्स को लेकर अधिक आत्मविश्वास महसूस करें. हम डरे-डरे क्रिकेट नहीं स्पोर्ट्सना चाहते.” CSK vs LSG मैच में क्या हुआ? वहीं अगर मैच की बात करें तो सीएसके ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. लखनऊ के लिए कप्तान ऋषभ पंत (49 गेंदों में 63 रन) और मिशेल मार्श (25 गेंद 30 रन) के बीच 50 रन की साझेदारी हुई. इसके बाद अंत में पंत और अब्दुल समद (11 गेंदों में 20 रन) ने मिलकर 53 रन जोड़े और टीम को 7 विकेट के नुकसान पर 166 रन तक पहुंचाया. जवाब में सीएसके की शुरुआत दमदार रही. डेब्यूटेंट शेख रशीद (19 गेंद 27 रन) और रचिन रवींद्र (22 गेंद 37 रन) ने पहले विकेट के लिए 52 रन जोड़े. हालांकि 15वें ओवर तक टीम का स्कोर 111/5 था और अंतिम 5 ओवर में 56 रन की जरूरत थी. लेकिन शिवम दुबे (37 गेंग 43 रन) और धोनी (11 गेंद नाबाद 26 रन) ने मोर्चा संभालते हुए टीम को तीन गेंद शेष रहते 5 विकेट से जीत दिला दी. 30 मैचों के बाद पॉइंट्स टेबल; प्लेऑफ की रेस में ये चार टीमें आगे, जीत के बावजूद CSK… गुरु के सामने नहीं चली चेले की चाल, हार के बाद बोले पंत कहां हुई चूक, गिनाए कारण एलएसजी के खिलाफ छा गए धोनी, जीत के साथ बनाए दो अद्भुत रिकॉर्ड, IPL में अब तक नहीं हुआ ऐसा The post ‘हम डरे-डरे…’ एलएसजी के खिलाफ मुश्किल जीत; खुद बोले धोनी, बताया- कहां आई कठिनता appeared first on Naya Vichar.

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Rajasthan Weather : इन इलाकों में चलेगा हीट वेव, मौसम को लेकर आया बड़ा अपडेट

Rajasthan Weather : राजस्थान में सोमवार को बाड़मेर सबसे गर्म स्थान रहा, जहां अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. वहीं, फलोदी में दिन का तापमान 44.2 डिग्री रहा. मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में 15-17 अप्रैल को अधिकतम तापमान 45-46 डिग्री दर्ज किया जा सकता है. प्रदेश के अनेक भागों में ऊष्ण लहर व कहीं-कहीं तीव्र हीट वेव चलने की प्रबल संभावना विभाग के द्वारा व्यक्त की गई है. मौसम विभाग ने बताया कि पूर्वी राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र, जयपुर एवं भरतपुर संभाग के क्षेत्रों में भी 15 से 18 अप्रैल के दौरान कुछ भागों में अधिकतम तापमान 42-44 डिग्री दर्ज होने की संभावना है. कहीं-कहीं हीट वेव चलने की प्रबल संभावना है. तापमान में तीन से चार डिग्री की बढ़ोतरी होगी मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के कई हिस्सों में सोमवार को भी भीषण गर्मी का प्रकोप रहा. जैसलमेर में अधिकतम तापमान 44 डिग्री, जोधपुर में 42.1 डिग्री, बीकानेर में 41.7 डिग्री, जालौर में 41.6 डिग्री, चूरू में 41.4 डिग्री, कोटा और डबोक (उदयपुर) में 40.2 डिग्री और जयपुर में 37.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि राज्य में आगामी चार-पांच दिन मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की संभावना है. तापमान में तीन से चार डिग्री की बढ़ोतरी होने की प्रबल संभावना है. ये भी पढ़ें : Seema Haider: सीमा हैदर की बढ़ गई कमाई! 6 यूट्यूब चैनलों के साथ बन गई डिजिटल वर्ल्ड की सनसनी लू की तेज लहर चलेगी स्काइमेट वेदर के अनुसार, इस सप्ताह के दौरान राजस्थान और गुजरात में एक बार फिर भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है. राजस्थान के तापमान और गुजरात के शुष्क महासागर में तापमान 45°C से ऊपर रिकॉर्ड किया जा सकता है. ऐसे में लोगों को अलर्ट रहने की जरूरत है. राजस्थान के सोमनाथ, आमेर, फालौदी और बाजारों में 45°C से अधिक तापमान का रहने का अनुमान है. The post Rajasthan Weather : इन इलाकों में चलेगा हीट वेव, मौसम को लेकर आया बड़ा अपडेट appeared first on Naya Vichar.

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रक्षा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि

हिंदुस्तान ने 30 किलोवाट का लेजर हथियार बनाकर और आंध्र प्रदेश के कुरनुल स्थित नेशनल ओपन एयर रेंज में इसका सफलतापूर्वक प्रदर्शन कर रक्षा तकनीक के क्षेत्र में निश्चित तौर पर बहुत बड़ी सफलता हासिल की है. टेस्टिंग के दौरान इस हथियार ने एक छोटे विमान के अलावा सात ड्रोनों को न सिर्फ मार गिराया, बल्कि ड्रोन पर लगे कैमरों और सेंसरों को भी निष्क्रिय कर दिया. ये परीक्षण साढ़े तीन किलोमीटर की दूरी तक किये गये. इसके साथ ही हिंदुस्तान लेजर हथियार बनाने की क्षमता हासिल करने वाले अमेरिका, रूस और चीन जैसे चुनींदा देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है. खास बात यह है कि इस अत्याधुनिक रक्षा प्रणाली में गोला-बारूद या रॉकेट का इस्तेमाल नहीं किया जाता. यह सिर्फ लाइट का हमला होता है, जो बिना आवाज किये हवाई खतरों को नष्ट कर देता है. इन हथियारों को डायरेक्टेड एनर्जी वेपन्स कहा जाता है और युद्ध के मैदान में कम खर्च में तत्काल परिणाम देने के कारण यह प्रणाली आने वाले दिनों में बेहद कारगर साबित होने वाली है. कुल 30 किलोवाट का यह लेजर हथियार पांच किलोमीटर की दूरी तक हवाई जहाज, मिसाइल और ड्रोन जैसे हवाई खतरों को नष्ट करने में सक्षम है. यह हथियार इलेक्ट्रॉनिक युद्ध में भी माहिर है और दुश्मन के कम्युनिकेशन और सैटेलाइट सिग्नल को जाम कर सकता है. इसे रेल, सड़क, हवा और समुद्र में तो तैनात तो किया ही जा सकता है, 360 डिग्री सेंसर से लैस यह हथियार सटीक निशाना लगाने में भी सक्षम है. इसका डिजाइन इतना लचीला है कि अलग-अलग सैन्य जरूरतों के लिए इसे ढाला जा सकता है. लेजर हथियार देश की रक्षा तकनीक में मील का पत्थर है, जिससे न सिर्फ देश की सुरक्षा और मजबूत होगी, बल्कि यह रक्षा क्षेत्र में हिंदुस्तान की बढ़ती शक्ति का भी प्रमाण है. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा तैयार यह हथियार सेना के इस्तेमाल के लिए तैयार है और जल्दी ही इसकी तैनाती भी की जायेगी. यह तो केवल शुरुआत है. इस क्षमता को और बढ़ाने की तैयारी की जा रही है और 300 किलोवाट के सूर्या लेजर हथियार बनाने पर काम चल रहा है, जो 20 किलोमीटर की दूरी तक तेज गति की मिसाइलों और ड्रोन को नष्ट कर सकेगा. हिंदुस्तान ऐसी तकनीक विकसित करने की कोशिश में लगा है, जो तेज रफ्तार से आने वाले हथियारों को भी रास्ते में मार गिराये. The post रक्षा क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि appeared first on Naya Vichar.

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जुड़ शीतल : पहला बैशाख पर चूल्हे को आराम, बासी खाकर तालाब कुएं की सफाई में जुटे लोग

Jud sheetal 2025: पटना. मिथिला समेत पूरे उत्तर हिंदुस्तान में नव वर्ष की धूम है. मिथिला में नव वर्ष के मौके पर मनाया जानेवाला लोकर्प जुड़ शीतल को लेकर गांव से शहर तक लोगों में उत्साह है. मिथिला के घर-घर पूरे परंपरागत तरीके से मनाया जा रहा है. सुबह बच्चों के सिर पर घर की बुजुर्ग स्त्री शीतल जल की थाप दी. पितरों को तर्पण कर जलदान किया गया. तुलसी पर घाट बांधा गया और पेड़ों को पानी डाल कर शीतलता की कामना की गयी. घर घर चूल्हे की वार्षिक मरम्मत की जा रही है. लोग बासी भोजन करने के बाद तालाब और कुएं की सफाई में लग गये हैं. जल पात्रों की सफाई के बाद सामाजिक स्तर पर जल की पूजा की जायेगी. शीतला देवी से पूरे साल शीतलता की कामना की जायेगी और अकाल और सूखा न पड़े इसको लेकर गुहार लगायी जायेगी. पर्यावरण रक्षा का सामाजिक चेतना का पर्व इस संबंध में पंडित भवनाथ झा कहते हैं कि जुड़ शब्द जुड़ाव से बना है. इसका अर्थ फलने-फूलने से भी है. यह पर्व नई फसल यानी रबी की फसलों चना, जौ आदि की कटाई से भी जुड़ा हुआ है. इस सीजन में आम के फल बड़े होने लगते हैं. उसका भी इस पर्व में महत्व है. प्रकृति से गहरे रूप में जुड़ा जुड़ शीतल पर्व मिथिला की संस्कृति का प्रतीक है. इस पर्व के कई रूप और पक्ष हैं. इसके बहाने पर्यावरण से लेकर जल संरक्षण तक की पहल की जाती है. पेड़-पौधों की सेवा से लेकर जलस्रोतों तक की सफाई होती है. पूरे मिथिला में एक दिन चूल्हा बंद कर वातावरण के ताप को कम करने की कोशिश होती है. बासी भोजन करने की परंपरा मान्यता के अनुसार जल स्रोतों की सफाई के बाद घर की स्त्रीएं स्नान करके पहले मरम्मत हुए चूल्हे का पूजन करती हैं. सारे दुखों से छूटकारा एवं परिवार में शांति और शीतलता बनाए रखने की अग्निदेव से प्रार्थना करती हैं. इसके बाद सोमवार की शाम कुलदेवी के पीठ को अर्पित किये हुए बड़ी-भात, सहिजन की सब्जी, आम की चटनी का प्रसाद अपने पूरे परिवार के साथ ग्रहण करती हैं. जुड़ शीतल यानी आपका जीवन शीतलता से भरा रहे. इस दिन अनाज, फल एवं सब्जी दान देने की भी परंपरा है, जिससे साल के पहले दिन समाज का कोई व्यक्ति भूखा न रहे. Also Read: बिहार में मठ-मंदिरों की जमीन का रिकॉर्ड होगा ऑनलाइन, हटेगा अतिक्रमण The post जुड़ शीतल : पहला बैशाख पर चूल्हे को आराम, बासी खाकर तालाब कुएं की सफाई में जुटे लोग appeared first on Naya Vichar.

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इन 4 जगहों पर मोबाइल को बिल्कुल न छुएं, प्रेमानंद जी महाराज ने बताया

Premanand JI Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज आज केवल एक संत नहीं, बल्कि अध्यात्म के उस स्वर हैं, जो भटके हुए मन को ठहराव देते हैं. उनकी उपस्थिति में जैसे समय थम जाता है, और भीतर कोई गूढ़ शांति उतरने लगती है. वे किसी बड़े परिचय के मोहताज नहीं, क्योंकि उनकी वाणी ही उनका परिचय है — सरल, सहज और सीधे आत्मा से जुड़ने वाली है. सोशल मीडिया पर उनके प्रवचन, सत्संग और रील्स न केवल लाखों लोगों तक पहुंचते हैं, बल्कि जीवन के उलझे धागों को सुलझाने में मदद करते हैं. वर्तमान समय में हर इंसान आज मोबाइल से जकड़ा हुआ है. सुबह उठते ही सबसे पहले मोबाइल फोन देखता है और जब तक नींद न आए तब तक मोबाइल का इस्तेमाल करता है. हालांकि, प्रेमानंद जी कहते हैं कि कुछ समय और कुछ जगहों पर हमें मोबाइल फोन के इस्तेमाल से बचना चाहिए. खाना खाते समय प्रेमानंद जी महाराज कहते हैं कि मोबाइल का इस्तेमाल खाना खाते समय करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह सेहत के लिए नुकसानदायक साबित होता है. इसके अलावा, खाते समय फोन चलाना भोजन का अपमान माना जाता है. ऐसे में मनुष्य को खाते समय फोन चलाने से बचना चाहिए. यह भी पढ़ें- Premanand Ji Maharaj: मन की नकारात्मकता से छुटकारा पाएं, प्रेमानंद जी महाराज से जानिए सरल उपाय यह भी पढ़ें- Premanand Ji Maharaj: इन जगहों पर चुप रहने में ही भलाई, मौन से मिलेगा जीवन में स्थिरता और शांति सत्संग सुनते समय प्रेमानंद जी महाराज के अनुसार, सत्संग और प्रवचन सुनते समय मोबाइल के इस्तेमाल से बचना चाहिए, क्योंकि मोबाइल मन को भटकाने का काम करता है. ऐसे में अगर आप सत्संग सुनते समय मोबाइल का इस्तेमाल करेंगे, तो मन एकाग्र नहीं हो पाएगा. सोने से पहले न करें इस्तेमाल सोने से पहले मोबाइल का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए, क्योंकि यह नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करती है. इसके अलावा, यह भी कहा जाता है कि सोते समय मोबाइल को अपने पास नहीं रखना चाहिए. पूजा-पाठ करते समय प्रेमानंद जी महाराज के मुताबिक, पूजा-पाठ करते समय मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे मन पूजा में नहीं रम पाता और भटक जाता है, जिसकी वजह से भगवान की भक्ति में बाधा पैदा होती है. यह भी पढ़ें- Premanand Ji Maharaj: ओवरथिंकिंग को कैसे करें कंट्रोल? प्रेमानंद जी से जानें सबसे असरदार तरीका Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है. The post इन 4 जगहों पर मोबाइल को बिल्कुल न छुएं, प्रेमानंद जी महाराज ने बताया appeared first on Naya Vichar.

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