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April 21, 2025

बिहार, समस्तीपुर

NAMO BHARAT-  समस्तीपुर मंडल और मिथिला क्षेत्र को मिलने जा रहा है पूर्वी भारत का पहला नमो भारत ट्रेन

नया विचार समस्तीपुर– पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मंडल एवं ऐतिहासिक मिथिला क्षेत्र के लिए यह एक गर्व का क्षण है, जब उन्हें देश की तीसरी और पूर्वी हिंदुस्तान की पहली नमो हिंदुस्तान ट्रेन के रूप में एक विशेष उपहार मिलने जा रहा है। यह अत्याधुनिक ट्रेन न केवल इस क्षेत्र की राजधानी पटना से कनेक्टिविटी को नई गति देगी, बल्कि यात्रियों को एक सुविधाजनक, सुरक्षित और पर्यावरण अनुकूल यात्रा का अनुभव भी प्रदान करेगी। मुख्य विशेषताएं जो नमो हिंदुस्तान ट्रेन को बनाती हैं विशेष: 1. उच्च गति और कुशल संचालन: नमो हिंदुस्तान ट्रेन की अधिकतम परिचालन गति 160 किमी/घंटा है। यह इसे हिंदुस्तान की अर्ध-उच्च गति ट्रेन सेवा बनाती है, जो लंबी दूरी को बहुत कम समय में तय कर सकती है। 2. आरामदायक और सुरक्षित यात्रा अनुभव: इस ट्रेन में यात्रियों के लिए हल्के, गद्देदार सीटें, ऑटोमैटिक दरवाजे, सीसीटीवी कैमरे, और ‘कवच’ टक्कर रोधी प्रणाली जैसी आधुनिक सुरक्षा सुविधाएँ उपलब्ध हैं। 3. आधुनिक और तकनीकी रूप से उन्नत सुविधाएं: •एल्यूमीनियम लगेज रैक •एलसीडी डिस्प्ले सूचना प्रणाली •मोबाइल चार्जिंग सॉकेट •डिफ्यूज एलईडी लाइटिंग •वातानुकूलित कोच 4. आसान आवागमन: सीलबंद गैंगवे यात्रियों को एक कोच से दूसरे में सुगमता से आवागमन करने में सहायता करते हैं, जिससे यात्रा और भी सुविधाजनक बनती है। 5. पर्यावरण के प्रति सजग पहल: यह ट्रेन सड़क यातायात पर दबाव कम करके प्रदूषण और दुर्घटनाओं की संभावना को घटाएगी, जिससे यह एक हरित और टिकाऊ परिवहन समाधान के रूप में उभरती है। 6. स्त्रीओं के लिए विशेष कोच: नारी सशक्तिकरण की दिशा में एक और कदम, नमो हिंदुस्तान ट्रेन में स्त्रीओं की सुविधा और सुरक्षा हेतु एक विशेष कोच की व्यवस्था की गई है। 7. मल्टीमोडल कनेक्टिविटी यात्री नमो हिंदुस्तान स्टेशन से बस, मेट्रो और अन्य सार्वजनिक परिवहन साधनों से सीधे जुड़ सकेंगे, जिससे संपूर्ण यात्रा और भी सहज बनती है। यह ट्रेन न केवल एक नया ट्रांसपोर्टेशन विकल्प है, बल्कि यह मिथिला और समस्तीपुर क्षेत्र के लोगों के लिए गर्व और समृद्धि का प्रतीक है। यह ऐतिहासिक कदम राज्य के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास को नई ऊंचाइयों तक ले जाने में सहायक सिद्ध होगा।

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Pope Francis Net Worth: अपने पीछे करोड़ों की संपत्ति छोड़ गए पोप फ्रांसिस, जानें सैलरी, नेटवर्थ

Pope Francis Net Worth: रोमन कैथोलिक चर्च के सर्वोच्च धर्म गुरु, पोप फ्रांसिस को कोई निश्चित वेतन नहीं मिलता है. उनके जीवन यापन के लिए सभी खर्च वेटिकन सिटी की ओर से वहन किया जाता है. पोप फ्रांसिस ने पोप का पद संभालने के बाद सैलरी और संपत्ति रखने से साफ इनकार कर दिया था. उन्हें अगर कुछ मिल भी जाता था, तो आय को दान में दे देते थे. अनाथ बच्चों की शिक्षा और गरीबों की मदद के लिए वो दान कर दिया करते थे. पोप की औपचारिक सैलरी करीब 26.52 लाख रुपये पोप फ्रांसिस भले ही एक रुपये की सैलरी नहीं लेते थे और संपत्ति रखने से भी साफ इनकार कर दिया था, लेकिन एक रिपोर्ट के अनुसार पोप की औपचारिक सैलरी करीब 26.52 लाख रुपये होती है. साल में अगर सैलरी देखा जाए तो करीब 31.83 करोड़ रुपये आंकी जाती है. पोप फ्रांसिस की नेटवर्थ पोप फ्रांसिस अपने पद पर रहते हुए एक रुपये की सैलरी नहीं ली और न ही कोई संपत्ति अर्जित की. लेकिन उनके पास एक अनुमानित के अनुसार करीब 207 करोड़ रुपये की संपत्ति थी. हालांकि यह संपत्ति उनकी निजी नहीं थी, बल्कि उनके पद और वेटिकन के साथ जुड़ी थी. उनको उपहार के तौर पर मिलने वाली सभी चीजें चर्च के उपयोग में आते थे. इसे भी पढ़ें : Pope Francis Passes Away:  विश्व ने खोया शांति का मसीहा, पोप फ्रांसिस का 88 साल के उम्र में निधन The post Pope Francis Net Worth: अपने पीछे करोड़ों की संपत्ति छोड़ गए पोप फ्रांसिस, जानें सैलरी, नेटवर्थ appeared first on Naya Vichar.

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चल रही थी बारात स्वागत की तैयारी,बारात आने से पहले छह लोगों की आई मौत की खबर…

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में हुए एक सड़क हादसे में 6 लोगों मौत हो गई. ब्रेजा कार में 8 लोग सज-धज के सवार होकर बारात में शामिल होने निकले थे. इसी दौरान उनकी तेज रफ्तार कार सड़क पर अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई. टक्कर इतनी जोरदार हुई कि कार पिचक गई. कार में सवार सभी लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह बाहर निकाला गया.इस घटना में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई. दो को गंभीर हालत में गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया है. इस दुर्घटना का कारण शराब पीकर गाड़ी चलाना सामने आया है. शराब के नशे में कार की गति अनियंत्रित हो गई और कार पेड़ से जा टकराई. उसे संभाल न पाने की वजह से यह भीषण दुर्घटना हुई. इस दुर्घटना ने एक नवविवाहिता जोड़ो के अरमानों को कुचल कर रख दिया. देवगांव अमवा टोले में बेटी की शादी की खुशियां जोरों शोरों से चल रही थी. बरात स्वागत की भी तैयारी हो रही थी.परिजन खुशियां मना रहे थे.स्त्रीएं बधाई गीत गा रहीं थीं. शादी का कार्यक्रम चल रहा था. इसी दौरान सड़क हादसे में दूल्हे के दो भाइयों समेत 6 की मौत का समाचार आया.अचानक से इस समाचार ने हर किसी को स्तब्ध कर दिया. अचानक खुदी का माहौल मातम में तब्दील हो गया. सभी घटना की जानकारी मिलते ही अस्पतालों की तरफ भागे. दुल्हन रोटी रह गई. नए घर जाने का सपना और खुशियां शराब के नशे के कारण हुए हादसे ने बिगाड़ दिया. हादसे को लेकर उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी दुख व्यक्त किया है. मृतकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सीएम ने अधिकारियों को त्वरित घायलों के उचित इलाज के प्रबंध के निर्देश दिए हैं. बिना दुल्हन लौटी बारात दर्दनाक सड़क हादसे में गांव के 6 लोगों की मौत की समाचार ने हर किसी को झगजोर कर रख दिया.मरने वालों में दो सगे भाई हैं. एक रिश्तेदारी के युवक की भी मौत हुई. मौत की समाचार जब बारात में पहुंची तो लोग सहम गए और माहौल मातम में बदल गया. विवाह होने के बाद भी लड़की ससुराल नहीं जा पाई.एक गांव के 6 लोगों की मौत की समाचार सुनते ही इलाके के सभी लोग शोक में डूब गए. उधर मृतकों के परिवारों में कोहराम मचा हुआ है. चारों तरफ चीख पुकार मची हुई है. इस भयावह मंजर ने सभी को हिला कर रख दिया. The post चल रही थी बारात स्वागत की तैयारी,बारात आने से पहले छह लोगों की आई मौत की समाचार… appeared first on Naya Vichar.

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Watch Video: लाश के कानों से कुंडल चुराता दिखा वार्ड बॉय, ऐसे लोगों को क्या बोलेंगे आप?

Watch Video: सोशल मीडिया पर मानवता को शर्मसार कर देने वाला एक वीडियो सामने आया है, जिसमें एक युवक जो कथित तौर पर एक मृत स्त्री के कानों से सोने के कुंडल चोरी कर रहा है. जबकि, स्त्री के परिजन वहीं खड़े हैं, इसके बावजूद वह स्त्री के कान से कुंडल निकालता है और अपनी जेब में रख लेता है. सोशल मीडिया पर लोग इस वीडियो को शेयर करते हुए आरोपी युवक को लेकर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. ALSO READ: मिर्च पाउडर डाला, हाथ-पैर बांधे और चाकू से किया ताबड़तोड़ हमला, पूर्व DGP की पत्नी ने इस तरह की पति की हत्या ALSO READ: पूत बना कपूत! चाबी के लिए पिता की हत्या, मां को जमकर पीटा ALSO READ: Bhumi Survey: ऑनलाइन जमाबंदी में हुई है गलती? अब टेंशन छू मंतर! विभाग आपके गांव में लगाएगा कैंप ALSO READ: Bihar Land Survey: रैयतों की चिंता खत्म! अब अधिकारी खुद आएंगे घर, स्वघोषणा पत्र को लेकर बड़ा निर्देश The post Watch Video: लाश के कानों से कुंडल चुराता दिखा वार्ड बॉय, ऐसे लोगों को क्या बोलेंगे आप? appeared first on Naya Vichar.

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Textile Waste Recycling: पुराने कपड़ों को रिसाइकिल करके करोड़ों कमाएं

Table of Contents क्यों जरूरी है रीसाइक्लिंग क्या है टेक्सटाइल अपसाइक्लिंग रीसाइक्लिंग के मैदान में स्टार्टअप्स रीसाइकिल से कैसे कमा सकते हैं करोड़ों रीसाइक्लिंग की लागत क्या मशीनें चाहिए? कितनी जगह चाहिए? Textile Waste Recycling: दुनिया का 8.5 फीसदी टेक्सटाइल वेस्ट हिंदुस्तान में निकलता है. इसमें से लगभग 10 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा पुराना या बेकार कपड़ा कचरे में फेंक दिया जाता है. ये पुराना कपड़ा 200 साल में भी खत्म नहीं होता. जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है. ऐसे में पुराने कपड़े को रीसाइकिल या अप साइकिल करके लाखों-करोड़ों रुपये कमाए जा सकते हैं. साथ ही पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचाने से बचाया जा सकता है. क्यों जरूरी है रीसाइक्लिंग कपड़ा उत्पादन में बहुत अधिक रसायन, पानी, ऊर्जा और अन्य प्राकृतिक संसाधनों की ज़रूरत होती है. वर्ल्ड रिसोर्स इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट के अनुसार एक सूती शर्ट बनाने में 2,700 लीटर पानी लगता है. उपभोक्ता इस शर्ट को उपयोग करने के बाद पुरानी होने पर कचरे में फेंक देते हैं, तो इससे धन और संसाधन दोनों बरबाद होता है. पुराने कपड़े अधिकतर लैंडफिल में दबा दिए जाते हैं, जहां इसे सड़ने में 200 से अधिक साल लगते हैं. सड़ने की प्रक्रिया के दौरान ये कपड़े ग्रीनहाउस मीथेन गैस पैदा करते हैं. भूजल व मिट्टी में ज़हरीले रसायन, रंग छोड़ते हैं. इसीलिए अब टेक्सटाइल वेस्ट की रीसाइक्लिंग और अपसाइक्लिंग को बढ़ावा दिया जा रहा है. क्या है टेक्सटाइल अपसाइक्लिंग कपड़े की ‘रीसाइक्लिंग’ के साथ ही एक नया कॉन्सेप्ट ‘अपसाइक्लिंग’ भी आया है. इसमें बेकार कपड़ों से नए उत्पाद बनाकर बाजार में उतारे जा रहे हैं. चेन्नई की दो संस्थाएं बेकार कपड़ों को अपसाइकिल करने का काम करती हैं. इनका नाम है ओह स्क्रैप और अपसाइक्ली. दोनों ही संस्थाएं स्त्रीएं चलाती हैं. पुरानी कतरनों और कपड़ों से ये बैग और पिट्ठू बैग बनाती हैं. इसके लिए स्त्रीओं को जोड़ा गया है. इससे उन्हें रोजगार के अवसर भी मिल रहे हैं. अपसाइक्ली की संस्थापक नम्रता रंगनाथन बेकार कपड़ा और कतरनें दर्जियों से लेती हैं. आमतौर पर दर्जी इसका कोई इस्तेमाल नहीं करते हैं और कचरे में फेंक देते हैं. लेकिन नम्रता दर्जियों से इस कपड़े को लेकर नए उत्पाद बना रही हैं. रीसाइक्लिंग के मैदान में स्टार्टअप्स पुराने कपड़ों की रीसाइक्लिंग में युवा भी उतर आए हैं. उन्होंने नए स्टार्टअप्स शुरू किए हैं. ये स्टार्टअप्स टेक्सटाइल रिकवरी फैसेलिटी पर काम कर रहे हैं. पुराने कपड़ों और जूते-चप्पल को रीसाइकिल करके जरूरतमंदों को पहुंचाया जा रहा है. सजावट के सामान जैसे हैंडबैग, स्टेशनरी, खिलौने बनाए जा रहे हैं. हरियाणा का पानीपत शहर टेक्सटाइल रीसाइकिल के ग्लोबल हब के रूप में उभर रहा है. बंगलुरु और तमिलनाडु भी टेक्सटाइल वेस्ट मैनेजमेंट पर कार्य कर रहा है. रीसाइकिल से कैसे कमा सकते हैं करोड़ों टेक्सटाइल रीसाइक्लिंग में पुराने कपड़ों को नए उत्पादों में बदला जा सकता है. इसमें पुराने कपड़ों को मशीनों से अलग-अलग रेशों में तोड़ा जाता है. इसके बाद कपड़ों को रासायनिक प्रक्रियाओं से गुजारा जाता है. फिर इन रेशों का उपयोग नए वस्त्रों या अन्य उत्पादों को बनाने के लिए किया जाता है. उदाहरण के लिए पुराने कपड़ों से नए कपड़े, कंबल या तकिया के कवर बनाए जा सकते हैं. टेक्सटाइल-टू-टेक्सटाइट प्रक्रिया में पुराने कपड़ों को नए कपड़ों में बदला जाता है. टेक्सटाइल-टू-अन्य प्रक्रिया में पुराने कपड़ों को अन्य उत्पादों जैसे इंसुलेशन या ऑटोमोबाइल पार्ट्स में बदलने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. रीसाइक्लिंग की लागत कपड़े की रीसाइक्लिंग में 35 से 65 रुपये प्रति किलोग्राम का खर्च आता है. जबकि मार्जिन 30 से 70 प्रतिशत का दावा किया जाता है. रीसाइक्लिंग में पुराने कपड़े को इकठ्ठा करना, उसकी कटिंग-स्रेडिंग का खर्च 3 से 7 रुपये प्रति किलोग्राम, फाइबर प्रॉसेसिंग में 10 से 15 रुपये प्रति किलोग्राम, लेबर 6 से 10 रुपये प्रति किलोग्राम, पैकिंग व ट्रांसपोर्ट में 5 से 10 रुपये प्रति किलोग्राम का खर्च और अन्य खर्च में 5 से 10 रुपये होता है. रीसाइक्लिंग के बाद बाजार में रीसाइकिल फाइबर 60 से 100 रुपये प्रति किलोग्राम का रेट मिलता है. यदि इसे रोल करके बेचा जाए तो 150 से 300 रुपये प्रति किलोग्राम का रेट मिलता है. क्या मशीनें चाहिए? कटिंग एंड स्रेडिंग मशीन-इससे कपड़ों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटा जाता है. फाइबर ओपनर मशीन-टुकड़ों से धागे निकालने के लिए इस मशीन की जरूरत पड़ती है. फाइबर क्लीनिंग मशीन-धागों की सफाई इस मशीन से की जाती है. बैलिंग मशीन-धागों का बंडल बनाने के काम आती है. कितनी जगह चाहिए? कपड़ों की रीसाइकिल का काम शुरू करने के लिए 3 से 4 हजार स्क्वायरफिट जगह की जरूरत पड़ती है. इसके लिए चार मशीनों की जरूरत पड़ती है. सभी मशीनें 8 से 9 लाख रुपये में मिल जाएंगी. इसके अलावा कम से कम दो लाख रुपये वर्किंग कैपिटल चाहिए. जिससे कच्चा माल लेकर काम शुरू किया जा सके. जब ये टेक्सटाइल वेस्ट से धागे बन जाते हैं तो इसे सीधे टेक्सटाइल मिल या फाइबर डीलर को भी बेचा जा सकता है. इस बाजार को समझने के लिए अलग-अलग शहरों में होने वाले टेक्सटाइल इवेंट में जरूर जाना चाहिए. इससे मार्केट को समझने और उत्पाद को खपाने का रास्ता मिल जाता है. इसके अलावा प्रोडक्ट को बेचने के लिए कई ऑनलाइन प्लेटफार्म भी हैं, उनमें भी पंजीकरण जरूर करना चाहिए. पढ़ें नया विचार प्रीमियम स्टोरी:औरंगजेब की कब्र को बचाने सामने आए मुगल वंशज, जानें सच पृथ्वी का सबसे दुर्गम इलाका, जहां पहुंच गई नौसेना की दो वीरांगनाएं पृथ्वी की इकलौती जगह, जहां जमीन से ज्यादा पास है अंतरिक्ष राहुल-सोनिया गांधी फिर संकट में, जानें क्या है आरोप Textile Waste: पुराने कपड़े ठिकाने लगाना बना चुनौती The post Textile Waste Recycling: पुराने कपड़ों को रिसाइकिल करके करोड़ों कमाएं appeared first on Naya Vichar.

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Pope Francis Passes Away : पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस के निधन पर जताया दुख, यादकर हुए भावुक

Pope Francis Passes Away : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पोप के निधन पर शोक जताते हुए ट्वीट किया और लिखा, “पोप फ्रांसिस के निधन से बहुत दुख हुआ. दुख और स्मरण की इस घड़ी में, वैश्विक कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. पोप फ्रांसिस को हमेशा दुनिया भर के लाखों लोगों द्वारा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद किया जाएगा. छोटी उम्र से ही, उन्होंने प्रभु मसीह के आदर्शों को साकार करने के लिए खुद को समर्पित कर दिया. उन्होंने गरीबों और वंचितों की लगन से सेवा की. जो लोग पीड़ित थे, उनके लिए उन्होंने आशा की भावना जगाई. मैं उनके साथ अपनी मुलाकातों को याद करता हूं और समावेशी और सर्वांगीण विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता से बहुत प्रेरित हुआ. हिंदुस्तान के लोगों के प्रति उनका स्नेह हमेशा संजोया जाएगा. उनकी आत्मा को ईश्वर की गोद में शांति मिले.” Pope Francis passes away PM Modi expressed grief remembering emotional Prime Minister Narendra Modi tweets “Deeply pained by the passing of Pope Francis. In this hour of grief and remembrance, my heartfelt condolences to the global Catholic community. Pope Francis will always be remembered as a beacon of compassion, humility and spiritual courage by… pic.twitter.com/waSzq9Xnyw — ANI (@ANI) April 21, 2025 कौन हैं कैमरलेंगो, जिसने पोप के निधन की घोषणा की कार्डिनल केविन फेरेल वेटिकन के कैमरलेंगो हैं. कैमरलेंगो की पदवी उन कार्डिनल या उच्चस्तरीय पादरी को दी जाती है जो पोप के निधन या उनके इस्तीफे की घोषणा के लिए अधिकृत होते हैं. फेरेल ने घोषणा की, “रोम के बिशप, पोप फ्रांसिस आज सुबह 7.35 बजे यीशु के घर लौट गए। उनका पूरा जीवन यीशु और उनके चर्च की सेवा के लिए समर्पित था.” उन्होंने कहा, “पोप ने हमें ईसोपदेश के मूल्यों को निष्ठा, साहस और सार्वभौमिक प्रेम के साथ जीना सिखाया, विशेष रूप से सबसे गरीब और सबसे हाशिए पर पड़े लोगों के लिए.” फेरेल ने कहा कि प्रभु यीशु के सच्चे शिष्य के रूप में अपार कृतज्ञता के साथ, हम पोप फ्रांसिस की आत्मा को ईश्वर के असीम, दयालु प्रेम को सौंपते हैं. The post Pope Francis Passes Away : पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिस के निधन पर जताया दुख, यादकर हुए भावुक appeared first on Naya Vichar.

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ICSE Board Result 2025: क्या CBSE से पहले जारी होगा आईसीएसई बोर्ड का रिजल्ट? देखें ताजा अपडेट

ICSE Board Result 2025 in Hindi: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) जल्द ही ICSE (कक्षा 10) और ISC (कक्षा 12) परीक्षा परिणाम जारी करेगा. बोर्ड मई में रिजल्ट जारी कर सकता है. हालांकि सीबीएसई बोर्ड का भी रिजल्ट मई में ही जारी किया जाएगा. अभी तक बोर्ड रिजल्ट के संबंध में दोनों बोर्ड ने कोई भी ऑफिशियल नोटिस नहीं जारी किया है. रिजल्ट चेक करने के लिए छात्रों को ऑफिशियल वेबसाइट विजिट करनी होगी. यहां आप रिजल्ट चेक करने के स्टेप्स देख सकते हैं.  आईसीएसई, आईएससी परिणाम 2025 मई में? (ICSE Board Result 2025) पिछले वर्षों के रुझानों के आधार पर परिणाम मई के दूसरे सप्ताह में घोषित होने की संभावना है. 2024 में नतीजे 6 मई को घोषित किए गए और 2023 में 14 मई को घोषित किए गए. इस साल ICSE कक्षा 10 की परीक्षाएं 18 फरवरी 2025 को शुरू हुईं और 27 मार्च, 2025 को समाप्त हुईं. ISC कक्षा 12 की परीक्षाएँ 13 फरवरी, 2025 को शुरू हुईं और 5 अप्रैल, 2025 को समाप्त होंगी. यह भी पढ़ें- CBSE Exam 2025: सीबीएसई ने इन स्टूडेंट्स के लिए जारी की 10वीं-12वीं की नई डेटशीट, देख लें परीक्षाओं की तारीख ICSE Board Result 2025 कैसे चेक करें? (ICSE Board Result 2025) आईसीएसई, आईएससी बोर्ड परीक्षा परिणाम चेक करने के लिए स्टेप्स इस प्रकार हैं- सबसे पहले CISCE की आधिकारिक वेबसाइट www.cisce.org पर जाएं रिजल्ट सेक्शन पर जाएं और संबंधित परिणाम लिंक चुनें कोर्स कोड को ICSE/ISC के रूप में चुनें अपना लॉगिन डिटेल सेव करें, जैसे-आईडी नंबर, जन्म तिथि आपका परिणाम स्क्रीन पर दिखाई देगा भविष्य के संदर्भ के लिए परिणाम डाउनलोड करें और प्रिंट करें. 2024 में आईसीएसई रिजल्ट ऐसा था (ICSE Board Result 2025) पिछले साल आईसीएसई परीक्षाओं में छात्राओं ने छात्रों से बेहतर प्रदर्शन किया था, जिसमें लड़कियों की पासिंग प्रतिशत 99.65% था जबकि लड़कों का पासिंग प्रतिशत 99.31% था. 2024 में CISCE कक्षा 10 की परीक्षा के लिए कुल 2,43,617 छात्र उपस्थित हुए और इनमें से 2,42,328 छात्र उत्तीर्ण हुए थे. यह भी पढ़ें- UPMSP UP Board 10th 12th Result 2025 LIVE: आ गई डेट! अप्रैल में इस दिन आ सकता है यूपी बोर्ड का रिजल्ट, यहां सबसे पहले करें चेक The post ICSE Board Result 2025: क्या CBSE से पहले जारी होगा आईसीएसई बोर्ड का रिजल्ट? देखें ताजा अपडेट appeared first on Naya Vichar.

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VIDEO: दिशा पटानी की बहन खुशबू की बहादुरी, किडनैप्ड बेबी को बचा कर खोला दर्दनाक पारिवारिक राज

View this post on Instagram A post shared by Major Khushboo Patani(KP) (@khushboo_patani) बॉलीवुड एक्ट्रेस दिशा पटानी की बहन खुशबू की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है. उन्होंने बहादूरी दिखाते हुए एक नन्ही सी बच्ची की जान बचाई है. इसका वीडियो भी खुशबू ने इंस्टाग्राम पर शेयर किया. घटना तब शुरू हुई जब खुशबू ने अपने घर के पास एक जर्जर, सुनसान इमारत के पास गई और एक बच्ची को घायल अवस्था में देखा. वह शिशु को धीरे से उठाती है और फिर घर लेकर जाती है. यहां उसे कुछ खिलाया जाता है. बाद में उन्होंने माता-पिता से आगे आने का आग्रह किया और उन लोगों को शर्मिंदा किया जो एक शिशु को ऐसी स्थिति में छोड़ सकते हैं, लेकिन कहानी तब दिलचस्प हुई, जब पता चला कि बच्ची को रेलवे स्टेशन से अगवा किया गया था. खुशबू ने बच्ची के माता-पिता को ढूढ़ा और उन्हें मिलाया. उन्होंने क्लिप के कैप्शन में लिखा, ”जाको राखे साइयां, मार सके न कोय. मुझे उम्मीद है कि अधिकारी उसका ख्याल रखेंगे और जो भी आदेश होगा उसे उचित नियमों और विनियमों के साथ आगे बढ़ाया जाएगा.” दिशा पटानी ने अपनी बहन पर गर्व दिखाया. खुशबू की पोस्ट पर कमेंट करते हुए लिखा, “आप वास्तव में असली हीरो हैं. आप दोनों को आशीर्वाद.” भूमि पेडनेकर सहित अन्य सेलेब्स ने भी जमकर तारीफ की. खुशबू और दिशा अपने परिवार के साथ बरेली में पली-बढ़ीं. खुशबू सेना में चली गईं, जबकि दिशा ने मॉडलिंग का विकल्प चुना. यह भी पढ़ें- Mardaani 3 Release Date: इस दिन थियेटर्स में मर्दानी बनकर आएगी रानी मुखर्जी, धांसू पोस्टर देख बढ़ेगी एक्साइटमेंट The post VIDEO: दिशा पटानी की बहन खुशबू की बहादुरी, किडनैप्ड बेबी को बचा कर खोला दर्दनाक पारिवारिक राज appeared first on Naya Vichar.

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गुमला में नक्सलियों का सफाया, अब पलायन भूल जैविक खेती कर आत्मनिर्भर बन रही क्षेत्र की महिलाएं

Organic Farming | गुमला, जगरनाथ पासवान : गुमला जिले में नक्सलियों का सफाया होते ही वहां के ग्रामीण अब पलायन से मुंह मोड़ आत्मनिर्भर बन रहे हैं. पूर्वी क्षेत्र के कई पंचायतों में स्त्रीएं जैविक खेती कर रहीं हैं. खेतीबारी से ही अब कई परिवार अपनी जीविका चला रहें हैं. बच्चों को अच्छी शिक्षा और परिवार की कई अन्य जरूरतें भी पूरी हो रही है. नक्सलियों के खौफ से पलायन को विवश थे ग्रामीण गुमला से तकरीबन 30 किमी की दूरी पर कलिंगा पंचायत है. इस पंचायत के लोग एक समय में भाकपा माओवादी, पीएलएफआइ और पहाड़ी चीता गिरोह के दहशत में जीने को मजबूर थे. नक्सलियों के खौफ से ग्रामीण शाम होते ही अपने-अपने घरों में दुबक जाते थे. धीरे-धीरे पुलिस इस क्षेत्र में सक्रीय हुई और नक्सल को इस क्षेत्र से उखाड़ फेंका. कई नक्सलियों ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया. अब यह क्षेत्र पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो चुका है. झारखंड की ताजा समाचारें यहां पढ़ें 300 स्त्रीएं कर रही जैविक खेती इस क्षेत्र में नक्सलियों का खौफ खत्म होते ही गांव के लोग अब पलायन नहीं करते हैं. अधिकतर ग्रामीण गांव में ही खेतीबारी कर अपना जीवन-यापन कर रहे हैं. क्षेत्र की लगभग 300 स्त्रीएं आज जैविक खेती कर रहीं हैं. ये वही स्त्रीएं हैं जो आज से करीब 3 साल पहले रोजगार की तलाश में दूसरे राज्य में पलायन को विवश थी. आज इन स्त्रीओं की जैविक खेती से बढ़िया आमदनी हो रही है. स्त्री किसानों की इस पहल ने गांव की तस्वीर बदल दी है. जैविक खेती के लिए प्रसिद्ध हो रहा क्षेत्र – भोला चौधरी समाज सेवी भोला चौधरी ने कहा कि कलिंगा पंचायत की स्त्रीएं अब काफी जागरूक हो गयी है. कई स्त्रीएं आपस में समूह बनाकर भी अच्छी खेती कर रहीं हैं, जिससे उनके घर की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है. धीरे-धीरे यह पूरा इलाका अब जैविक खेती के लिए प्रसिद्ध हो रहा है. भोला चौधरी ने गुमला में जैविक खेती के लिए अलग से एक बाजार स्थापित करने की मांग की है. इसे भी पढ़ें बोकारो मुठभेड़ के बाद डीजीपी की चेतावनी- हथियार के साथ सरेंडर कर दें नक्सली, नहीं तो मारे जायेंगे 10 करोड़ की लागत से बनकर तैयार हुआ हजारीबाग के सेल टैक्स कार्यालय का नया भवन, गुणवत्ता जांच के लिए कमेटी का गठन बोकारो मुठभेड़ पर बोला गृह मंत्रालय- नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के अभियान को मिली बड़ी सफलता The post गुमला में नक्सलियों का सफाया, अब पलायन भूल जैविक खेती कर आत्मनिर्भर बन रही क्षेत्र की स्त्रीएं appeared first on Naya Vichar.

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CBSE 10th Result Date 2025: सीबीएसई 10वीं बोर्ड रिजल्ट जल्द, सबसे पहले यहां देखें

CBSE 10th Result Date 2025 in Hindi: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (सीबीएसई) कक्षा 10 के छात्रों के लिए इंतजार जल्द खत्म होने वाला है. बोर्ड की ओर से अप्रैल के आखिरी सप्ताह में या फिर मई के पहले सप्ताह में रिजल्ट जारी किया जा सकता है. हालांकि इसको लेकर कोई ऑफिशियल नोटिस नहीं जारी किया गया है. रिजल्ट जारी होने के बाद कैंडिडेट्स ऑफिशियल वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं. सीबीएसई 10वीं रिजल्ट (CBSE 10th Result 2025 Date and Time) केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के पिछले रिलीज पैटर्न के आधार पर 2025 की बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम 20 मई या उसके बाद घोषित होने की उम्मीद है. 2024 में परिणाम 13 मई को और 2023 में 12 मई को घोषित किए गए थे. हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन मई के अंत में परिणाम घोषित होने की सबसे अधिक संभावना है. छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे मई के अंतिम सप्ताह के दौरान नियमित रूप से आधिकारिक वेबसाइट देखते रहें. यह भी पढ़ें- UP Board Result 2025 LIVE: काउंटडाउन शुरू, आने वाला है यूपी बोर्ड 10वीं 12वीं का रिजल्ट, यहां सबसे पहले करें चेक CBSE 10th Result Date 2025: कैसे चेक करें? CBSE 10th Result Date 2025: कैसे चेक करें के बारे में बताया गया है- कैंडिडेट्स सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट results.cbse.nic.in या cbse.gov.in पर जाएं पेज ओपन होने के बाद सीबीएसई कक्षा 10 स्कोरकार्ड 2025 लिए लिंक पर क्लिक करें अपना आवेदन नंबर और जन्मतिथि दर्ज करें अब अपनी मार्कशीट की पीडीएफ कॉपी डाउनलोड करें रिजल्ट चेक करने के बाद भविष्य के लिए प्रिंट आउट लें. सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट कहां देखें? (CBSE 10th Result 2025) जब सीबीएसई कक्षा 10 का रिजल्ट (CBSE 10th Result 2025) घोषित हो जाएगा, तो आप अपना रिजल्ट इन आधिकारिक वेबसाइटों पर देख सकते हैं: results.cbse.nic.in cbse.gov.in इसके अलावा आप DigiLocker या UMANG ऐप की मदद से अपनी डिजिटल मार्कशीट और प्रमाण पत्र भी डाउनलोड कर सकते हैं. यह भी पढ़ें- MPBSE MP Board Class 10th 12th Result 2025: इस दिन जारी हो सकता है मध्य प्रदेश बोर्ड 10वीं-12वीं का रिजल्ट, सबसे पहले यहां देखें The post CBSE 10th Result Date 2025: सीबीएसई 10वीं बोर्ड रिजल्ट जल्द, सबसे पहले यहां देखें appeared first on Naya Vichar.

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