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April 23, 2025

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भारत-चीन संबंधों में नयी संभावना

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की दूसरी बार सत्ता में वापसी ने वैश्विक भू-नेतृत्व को एक बार फिर से अस्थिरता की स्थिति में ला दिया है. अपनी अनोखी विदेश नीति और अंतरराष्ट्रीय व्यापार दृष्टिकोण के लिए मशहूर ट्रंप दूसरी बार भी एक आक्रामक व्यापार नीति के साथ लौटे हैं. उनके इस आक्रामक रुख से न केवल अमेरिका और चीन के संबंध प्रभावित हो सकते हैं, बल्कि हिंदुस्तान और चीन के संबंधों पर भी इसका असर पड़ने की बात कही जा रही है. अपने पहले राष्ट्रपति काल में भी ट्रंप ने चीन के खिलाफ आक्रामक व्यापार रणनीति अपनायी थी. ट्रंप दरअसल लंबे समय से अमेरिका की घरेलू वित्तीय स्थिति को पुनर्जीवित करने की बात करते आये हैं. उनका यह मानना है कि अगर अमेरिका में विनिर्माण क्षेत्र (मैन्युफैक्चरिंग) लौटता है, तो उससे वहां के नागरिकों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, जिसके फलस्वरूप अमेरिका की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी. इसी सोच के तहत उन्होंने कई देशों पर भारी टैरिफ (शुल्क) लगाये हैं, जिसे पारस्परिक शुल्क बताया जा रहा है. हालांकि पारस्परिक शुल्क थोपे गये ज्यादातर देशों को अमेरिकी राष्ट्रपति ने 90 दिनों की छूट दी है, पर चीन को ऐसी कोई छूट नहीं दी. इसके बजाय उस पर उन्होंने सीधे 245 प्रतिशत का भारी-भरकम टैरिफ लगा दिया है. ट्रंप की इस आक्रामक टैरिफ नीति का प्रतिकूल असर, जाहिर है, केवल अमेरिका और चीन तक सीमित नहीं है. यह वैश्विक आपूर्ति शृंखला और व्यापार समीकरण को भी बुरी तरह प्रभावित कर रहा है. ऐसे में प्रश्न उठता है कि क्या इस प्रतिकूल स्थिति के कारण हिंदुस्तान और चीन के बीच नये आर्थिक समीकरण बन सकते हैं? हिंदुस्तान और चीन के संबंध लंबे समय से जटिल और असहज रहे हैं. वास्तविकता यह है कि सीमा विवाद, सामरिक प्रतिस्पर्धा और ऐतिहासिक अविश्वास ने दोनों देशों के रिश्तों को हमेशा ही संदिग्ध और तनावपूर्ण बनाये रखा है. वर्ष 2020 की गलवान घाटी में हुई झड़प इसका स्पष्ट उदाहरण थी, जब दोनों पक्षों के सैनिक मारे गये थे. लेकिन इन तमाम तनावों के बावजूद हिंदुस्तान और चीन के बीच व्यापारिक संबंध लगातार बढ़ते रहे हैं. यह अलग बात है कि यह संबंध चीन के पक्ष में झुका हुआ है. यानी दोतरफा व्यापार में चीन लाभ की स्थिति में है, जबकि हिंदुस्तान व्यापार घाटे का सामना करता है. लेकिन बीते एक दशक में हिंदुस्तान ने अपनी आर्थिक नीति में अहम बदलाव किया है. उदाहरण के लिए, सेवा क्षेत्र पर केंद्रित हिंदुस्तानीय वित्तीय स्थिति अब विनिर्माण क्षेत्र में भी अपना स्थान बनाना चाहती है. ‘मेक इन इंडिया’ जैसे अभियानों से मोबाइल निर्माण क्षेत्र में हिंदुस्तान को कुछ सफलता जरूर मिली है, लेकिन उन्नत तकनीकी क्षेत्रों में देश अब भी पिछड़ा हुआ ही है. विडंबना यह है कि इन क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए हिंदुस्तान को चीन की ही मदद की आवश्यकता है- चाहे वह मशीनरी का क्षेत्र हो या फिर कुशल श्रमिक का. लेकिन वैश्विक विनिर्माण का केंद्र बना हुआ चीन कतई नहीं चाहता कि यह स्थिति बदले. इसलिए वह हिंदुस्तान के खिलाफ निर्यात नियंत्रण जैसे उपाय अपना रहा है, जिससे उन्नत मशीनें और तकनीकी विशेषज्ञ आसानी से हिंदुस्तान में नहीं पहुंच पा रहे हैं. इन चुनौतियों के बावजूद, हाल के घटनाक्रम यह संकेत दे रहे हैं कि हिंदुस्तान और चीन के बीच आर्थिक सहयोग के कुछ नये रास्ते खुल सकते हैं. यह स्पष्ट है कि ट्रंप की टैरिफ नीति के चलते उत्पन्न वैश्विक अनिश्चितता ने दोनों देशों को एक-दूसरे के साथ फिर से बातचीत करने के लिए प्रेरित किया है. दरअसल रूस के शहर कजान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद दोनों देशों ने इस बात पर सहमति जतायी कि एक-दूसरे के विकास को खतरे की बजाय अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए. इसके बाद हिंदुस्तान में चीन के नये राजदूत शू फेइहोंग ने भी दोनों देशों के बीच व्यापारिक सहयोग बढ़ाने की इच्छा जतायी है. उन्होंने चीन के बाजार में हिंदुस्तानीय वस्तुओं और सेवाओं के लिए और अधिक स्थान खोलने की बात तो कही ही है, साथ ही साथ हिंदुस्तान से चीनी कंपनियों के लिए निष्पक्ष कारोबारी माहौल की मांग भी की है. हालांकि चीन की नीतियां कई बार बेहद अप्रत्याशित रही हैं. इसके बावजूद यह तथ्य महत्वपूर्ण है कि दोनों देशों का शीर्ष नेतृत्व इस विषय पर संवाद कर रहा है. ट्रंप का टैरिफ युद्ध एक तरह से बड़ा जोखिम है. अमेरिकी राष्ट्रपति एक ओर तो यह दावा करते हैं कि वह चीन के साथ ‘एक शानदार समझौता’ कर सकते हैं, लेकिन अगर कहीं समझौता नहीं हुआ, तो फिर वैश्विक आपूर्ति शृंखलाओं में बदलाव आना तय है. वैसी स्थिति में हिंदुस्तान जैसे देशों को फायदा हो सकता है, क्योंकि ये देश चीन से हटे हुए विनिर्माण निवेश को अपनी तरफ आकर्षित कर सकते हैं. यह अलग बात है कि हिंदुस्तान को इस अवसर का लाभ उठाने के लिए अपनी आंतरिक चुनौतियों को दूर करना होगा. इस संदर्भ में बुनियादी ढांचे के अभाव, जटिल नियामक प्रक्रियाओं और प्रशिक्षित श्रमिकों की कमी जैसे मुद्दों को सुलझाना बहुत आवश्यक है. इसके अतिरिक्त, हिंदुस्तान को अमेरिका और चीन, दोनों के ही साथ संतुलन बनाकर रखना होगा, ताकि वह किसी एक धड़े की तरफ झुकता हुआ न दिखाई पड़े. आज की वैश्विक आर्थिक स्थिति अत्यंत अनिश्चित है. अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध, बढ़ते शुल्क, बदलते सामरिक समीकरण और आंतरिक नेतृत्वक बदलावों के चलते पूरी दुनिया में अस्थिरता का माहौल है. ऐसे में हिंदुस्तान के लिए सबसे जरूरी यह है कि वह सावधानीपूर्वक, संतुलित और दूरदर्शी नीति अपनाये. डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वार से हिंदुस्तान और चीन के संबंधों में कोई बड़ा परिवर्तन अभी तो नहीं दिखाई देता, लेकिन इससे आपसी बातचीत और सहयोग के लिए एक नया अवसर निश्चय ही बना है. हालांकि यह देखना अभी बाकी है कि यह अवसर दोनों देशों के बीच स्थायी मेलजोल में बदलेगा या फिर केवल रणनीतिक मजबूरी के तहत एक अस्थायी ठहराव ही साबित होगा. फिलहाल हिंदुस्तान के लिए सबसे उपयुक्त नीति यह होगी कि वह अमेरिका और चीन, दोनों के साथ सकारात्मक रूप से जुड़ा रहे, वैश्विक स्थिति के स्थिर होने की प्रतीक्षा करे, और इस बीच अपनी घरेलू वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ करने में पूरी ताकत लगाये. अगर हिंदुस्तान ऐसा करता है, तो

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खेल संघों की बागडोर खिलाड़ी ही संभालें

अर्जुन पुरस्कार विजेता दो राष्ट्रीय कबड्डी खिलाड़ियों पूजा और प्रियंका की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने देश में स्पोर्ट्स संघों की स्थिति पर हाल ही में जो कड़ी टिप्पणी की, वह बहुत महत्वपूर्ण है. याचिकाकर्ताओं ने अंतरराष्ट्रीय कबड्डी संघ से मान्यता रखने वाले एकेएफआइ को उन्हें एशियाई कबड्डी में भेजने का निर्देश देने का अनुरोध किया था. इससे पहले न्यायालय ने केंद्र को स्पोर्ट्स संघों, विशेषकर हिंदुस्तानीय कबड्डी संघ की मान्यता को लेकर विवाद के समाधान के लिए कूटनीतिक रास्ते तलाशने का निर्देश दिया, जिसमें कहा गया है कि सीबीआइ के निदेशक स्पोर्ट्स संघ के मामलों में इंटरपोल जैसी अंतरराष्ट्रीय जांच एजेंसियों की सहायता से प्रभावी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय जांच के लिए एक जांच तंत्र का सुझाव देंगे. शीर्ष अदालत ने यह भी जानना चाहा कि कबड्डी खिलाड़ियों और अन्य खिलाड़ियों को ईरान में एशियाई कबड्डी चैंपियनशिप सहित अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेने की अनुमति देने के लिए क्या उपाय किये गये हैं. इंटरनेशनल कबड्डी फडरेशन ने पिछले वर्ष जुलाई में एकेएफआइ की मान्यता रद्द कर दी थी, जिससे कबड्डी टीमों को कई वैश्विक आयोजनों में भाग लेने से रोक दिया गया था. अदालत ने कहा कि हम कबड्डी संघों के मामलों की गहन जांच के लिए जांच आयोग गठित करने के पक्ष में हैं, क्योंकि इन निकायों में स्पोर्ट्स गतिविधियों के अलावा कई तरह की चीजें हो रही हैं. इसके बाद हम जांच आयोग का दायरा अन्य स्पोर्ट्स संघों तक बढ़ाने की इच्छा रखते हैं. केंद्र प्रशासन की ओर से पेश अतिरिक्त महाधिवक्ता केएम नटराज ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि बेंच के चार फरवरी के आदेश के मुताबिक खिलाड़ियों को ईरान में होने वाले टूर्नामेंट में भाग लेने भेजा गया था, जहां उन्होंने स्वर्ण जीता. नटराज ने बताया कि जहां तक सीबीआइ जांच की बात है, तो इसकी रुपरेखा तैयार की जा रही है. सर्वोच्च न्यायालय ने कहा कि स्पोर्ट्स संघों में स्पोर्ट्स को छोड़कर बाकी सभी तरह की चीजें हो रही हैं. शीर्ष अदालत ने यह चेतावनी तक दे डाली कि अगर जरूरत पड़ी, तो वह सभी स्पोर्ट्स संघों को भंग कर देगी. शीर्ष अदालत ने स्पोर्ट्स संघों के कामकाज और जरूरी जांच पर सुझाव देने के लिए पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों की अर्जियों को स्वीकार कर लिया है और सुनवाई चार हफ्ते बाद तय कर दी. गौरतलब है कि इससे पहले भी सर्वोच्च न्यायालय स्पोर्ट्स संघों को बीमार संस्थाएं बता चुका है. एक आंकड़ा बताता है कि पिछले दशक में देश की अदालतों में स्पोर्ट्स संबंधी लगभग 770 मामले दर्ज किये गये, जिनमें से 200 से अधिक मुकदमे शासन से संबंधित थे. वर्ष 2015 में सुप्रीम कोर्ट ने बीसीसीआइ में भ्रष्टाचार और कुप्रबंधन के आरोपों के बाद सुधारों की सिफारिश के लिए लोढ़ा कमेटी की नियुक्ति की थी. एक रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदुस्तानीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने 2023-24 के वित्तीय वर्ष में 20.5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा कमाये. वहीं 2025-26 के लिए युवा मामले और स्पोर्ट्स मंत्रालय के लिए कुल बजट आवंटन, जिसमें राष्ट्रीय स्पोर्ट्स संघों (एनएफएस) के लिए मदद भी शामिल है, मात्र 3,794.30 करोड़ रुपये था. बीसीसीआइ को छोड़ हॉकी इंडिया, एएफएफआइ व हिंदुस्तानीय बैडमिंटन संघ को ही प्रसारण से कुछ आमदनी हो पाती है. हिंदुस्तान की पूर्व अंतरराष्ट्रीय धाविका पीटी उषा हिंदुस्तानीय ओलंपिक संघ (आइओए) की अध्यक्ष हैं. उषा आइओए की अध्यक्ष बनने वाली पहली स्त्री ओलिंपियन हैं. विभिन्न राष्ट्रीय स्पोर्ट्स संघों में कथित वित्तीय अनियमितताओं के चलते आइओए को नियमित रूप से अदालती जांच और अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति से निलंबन के जोखिम का सामना करना पड़ा था. हॉकी इंडिया के अध्यक्ष चार बार के हॉकी ओलिंपियन दिलीप टिर्की और पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल गोलरक्षक कल्याण चौबे अखिल हिंदुस्तानीय फुटबॉल संघ (एआइएफएफ) के अध्यक्ष व खिलाड़ी होने के साथ नेतृत्वक पृष्ठभूमि के भी हैं. एशियाई स्पोर्ट्सों के पूर्व चैंपियन शॉटपुटर बहादुर सिंह सागू हिंदुस्तानीय एथलेटिक्स संघ (एएफआइ) के नये अध्यक्ष हैं. जबकि असम के मुख्यमंत्री हेमंत विस्वा सरमा हिंदुस्तानीय बैडमिटन संघ (बीएआइ) के मौजूदा अध्यक्ष हैं. सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि जब खिलाड़ी जिम्मेदारी संभालते हैं, तब स्पोर्ट्स संघों में सुधार होता है, न कि नेतृत्वक या नौकरशाही द्वारा नियुक्त व्यक्ति से. यह टिप्पणी साफ तौर पर संकेत देती है कि सुप्रीम कोर्ट चाहता है कि खिलाड़ी ही स्पोर्ट्स संघों की बागडोर संभालें और राजनेता तथा नौकरशाह स्पोर्ट्स संघों से दूर रहें. देखना है कि सुप्रीम कोर्ट की स्पोर्ट्स संघों पर ‘सुप्रीम’ टिप्पणी कितनी कारगर होगी? इस पर कितना अमल होगा? देश के विभिन्न स्पोर्ट्स संघों के शीर्ष अधिकारियों पर नजर डालें, तो पायेंगे कि इन पर राजनेता और नौकरशाह काबिज हैं. सो राजनेताओं से राजनैतिक द्वेष के चलते भी अदालतों में मुकदमे दायर होते हैं. ऐसे में शीर्ष अदालत को यह बात भी जेहन में रखनी होगी कि इस तरह की शिकायतों में कितनी सच्चाई है.(ये लेखक के निजी विचार हैं.) The post स्पोर्ट्स संघों की बागडोर खिलाड़ी ही संभालें appeared first on Naya Vichar.

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Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिहार में अलर्ट, नालंदा के रोपवे, जू-सफारी और तीर्थस्थलों की सुरक्षा बढ़ी

Pahalgam Terror Attack: पटना. जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर बिहार में नालंदा पुलिस पूरी तरह अलर्ट हो गया है. पर्यटक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. पुलिस महकमा ने तत्काल अहम बैठक कर सुरक्षा के लिए कई अहम निर्णय लिये और फौरी तौर पर उन्हें अमल में लाया गया. वनों से लेकर नालंदा खंडहर, राजगीर, पावापुरी समेत जिले के अन्य टूरिस्ट प्लेस के चप्पे- चप्पे पर नजर रखने के लिए कई उच्चस्तरीय टीमों का गठन किया गया है. बढ़ा दी गई तीर्थस्थलों की सुरक्षा टीम में शामिल अधिकारियों, दंडाधिकारियों व पुलिस बलों को पूरी तरह सावधान रहने का आदेश दिया गया है. ताकि, वे किसी भी विपदा से तुरंत निपट सकें. एसपी हिंदुस्तान सोनी ने बताया कि पर्यटक से जुड़े सभी स्थलों के साथ ही राजगीर के उन स्थलों की भी सुरक्षा घेराबंदी कर दी गयी है, जिनपर नापाक इरादों वाले आतंकियों की तिरछी नजर हो सकती है. राजगीर के रोपवे, जू-सफारी, नेचर-सफारी के साथ ही वनों व पहाड़ों पर स्थित कई धर्मों से जुड़े तीर्थस्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. इसके साथ ही, इन स्थलों पर गश्ती तेज कर दी गयी है. हमले का नहीं रहा है इतिहास राजगीर की पंच पहाड़ियों के साथ ही विश्व शांति स्थल, अशोक स्तूप, वेणुवन, बौद्धिस्टों का मक्का-मदीना माना जानेवाला वल्चर पीक के हर स्थल पर पैनी नजर रखी जा रही है.राजगीर डीएसपी सुनील कुमार सिंह ने बताया कि राजगीर, नालंदा, पावापुरी समेत जिले का कोई भी पर्यटक स्थल पर आतंकी हमला का कभी इतिहास नहीं रहा है. बावजूद, उनकी संवेदनशीलता को किसी भी सूरत में हल्के में लेने की भूल नहीं की जा सकती है. ऐसे में सभी स्थलों को सुरक्षा के दृष्टिकोण से घोराबंदी कर दी गयी है. Also Read: Bihar News: बिहार ने 20 वर्षों में ऊर्जा के क्षेत्र में रचा इतिहास, उत्पादन क्षमता में की 7 गुना वृद्धि The post Pahalgam Terror Attack: पहलगाम आतंकी हमले के बाद बिहार में अलर्ट, नालंदा के रोपवे, जू-सफारी और तीर्थस्थलों की सुरक्षा बढ़ी appeared first on Naya Vichar.

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केएल राहुल ने बनाया IPL का महारिकॉर्ड, विराट और वार्नर को पीछे कर मचाया तहलका

IPL 2025 KL Rahul Record: केएल राहुल ने अपनी बल्लेबाजी की महारत को एक बार फिर साबित करते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में 5000 रन पूरे करने वाले सबसे तेज बल्लेबाज बन गए हैं. उन्होंने इस मामले में डेविड वॉर्नर, रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों को पीछे छोड़ दिया. राहुल ने यह उपलब्धि मंगलवार को एकाना क्रिकेट स्टेडियम में अपनी पुरानी टीम लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स की आठ विकेट की जीत के दौरान हासिल की. उन्होंने 57 रन की नाबाद पारी स्पोर्ट्सी और 160 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए दिल्ली को बेहद आसानी से जीत दिलाई. केएल राहुल ने यह कारनामा सिर्फ 130 पारियों में पूरा किया, जबकि डेविड वॉर्नर ने 135 और विराट कोहली ने 157 पारियों में यह आंकड़ा छुआ था. वे आईपीएल में 5000 रन पूरे करने वाले आठवें खिलाड़ी बने हैं. उनसे पहले विराट कोहली (8,326), रोहित शर्मा (6,786), शिखर धवन (6,769), डेविड वॉर्नर (6,565), सुरेश रैना (5,528), एमएस धोनी (5,377) और एबी डिविलियर्स (5,162) इस सूची में शामिल हैं. राहुल ने अब तक 139 मैचों में 46.35 की शानदार औसत से 5,006 रन बनाए हैं, जिसमें 40 अर्धशतक और 4 शतक शामिल हैं. IPL में सबसे तेज 5,000 रन बनाने वाले खिलाड़ी केएल राहुल – 139 पारियां डेविड वॉर्नर – 135 पारियां विराट कोहली – 157 पारियां एबी डिविलियर्स – 161 पारियां शिखर धवन – 168 पारियां राहुल की DC vs LSG मैच में पारी वहीं इस मैच की बात करें तो जब दिल्ली की टीम 3.4 ओवर में 36/1 के स्कोर पर थी, राहुल ने क्रीज पर आकर पारी को स्थिरता दी. उन्होंने आवेश खान की गेंद पर शानदार चौका लगाकर अपनी पारी की शुरुआत की. इसके बाद अभिषेक पोरेल के साथ मिलकर 69 रन की साझेदारी की. 11वें ओवर में राहुल ने मिड-विकेट के ऊपर से 86 मीटर लंबा छक्का लगाकर अपनी ताकत दिखाई. अगले ओवर की पहली गेंद पर उन्होंने क्रीज से बाहर निकलकर गेंद को बॉलर के सिर के ऊपर से सीमा रेखा पार पहुंचाया. 18वें ओवर की पहली गेंद पर उन्होंने एक रन लेकर अपना 40वां अर्धशतक पूरा किया और मैच खत्म होने से ठीक पहले मिड-विकेट के ऊपर से एक और छक्का जड़ते हुए दिल्ली को 8 विकेट से जीत दिला दी. DC vs LSG मैच का हाल इससे पहले लखनऊ सुपर जाएंट्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया. कप्तान ऋषभ पंत का फैसला सही साबित हुआ, जब एडम मारर्कम ने तेज शुरुआत देते हुए 10 ओवर में ही 87 रन जड़ दिए. लेकिन इसके बाद दिल्ली के गेंदबाजों विशेषकर मुकेश कुमार (33 रन देकर 4 विकेट) ने शानदार वापसी करवाई और लखनऊ 20 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 159 रन ही बना सका. इसके जवाब में दिल्ली की ओर से अभिषेक पोरेल (51 रन), केएल राहुल और अंत में कप्तान अक्षर पटेल (34 रन) की पारियों की बदौलत 17.5 ओवर में ही 161 रन बनाकर मैच जीत लिया.  LSG मालिक पर निशाना! धुआंधार पारी के बाद केएल राहुल का पोस्ट, आंधी की तरह वायरल हुआ कमेंट मुस्कुराते आए संजीव गोएनका, केएल राहुल ने नहीं दिखाई दिलचस्पी, रिएक्शन हुआ वायरल, देखें Video खुद की बैटिंग ऑर्डर, मयंक यादव प्लेइंग इलेवन में क्यों नहीं, LSG की हार कैसे? ऋषभ पंत ने दिया जवाब The post केएल राहुल ने बनाया IPL का महारिकॉर्ड, विराट और वार्नर को पीछे कर मचाया तहलका appeared first on Naya Vichar.

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Chanakya Niti: हजार कोशिश करने पर भी इन बातों को बदलना है असंभव

Chanakya Niti: हमारे जीवन में कई घटनाएं होती हैं और हम कई चीजों को अनुभव करते हैं. आपने भी घर के बुजुर्गों से अक्सर सुना होगा कि जीवन में जो कुछ भी होता है वह पहले से ही तय रहता है. हमारा उस बात पर कोई कंट्रोल नहीं रहता है. इसी बात को आचार्य चाणक्य ने चाणक्य नीति में भी समझाया है. चाणक्य नीति के चौथे अध्याय के एक श्लोक के अनुसार,  आयुः कर्म वित्तंच विद्या निधनमेव च।  पञ्चैतानि हि सृज्यन्ते गर्भस्थस्यैव देहिनः। ।  इस श्लोक के अनुसार, कुछ चीजें जन्म से पहले से ही तय होती हैं. आचार्य चाणक्य के मुताबिक, व्यक्ति की उम्र, उसके कर्म, आर्थिक स्थिति, पढ़ाई-लिखाई और मृत्यु पहले से ही उसके भाग्य में लिख दी जाती है.  चाणक्य नीति के अनुसार, व्यक्ति जब गर्भ में होता है तभी उसकी आयु का फैसला हो जाता है. व्यक्ति के भाग्य में जितनी आयु लिखी गई है उतना व्यक्ति जरूर जी लेता है और इस बात को कोई बदल नहीं सकता है.  आचार्य चाणक्य के अनुसार, व्यक्ति जो भी काम करता है उसी का फल उसे प्राप्त होता है. हमारे कर्म पिछले जन्म से जुड़े होते हैं. चाणक्य नीति के मुताबिक व्यक्ति के कर्म पहले से ही तय हैं और इसे के अनुसार उसे जीवन में सुख दुख भोगना पड़ता है.  यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: मन की बात को रखें गुप्त, नहीं तो होगा बड़ा नुकसान यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: अगर हैं आपमें ये 4 खूबियां, तो आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता विद्या सभी के लिए भी जरुरी है मगर इसका भी फैसला जन्म से पहला हो जाता है. कोई भी व्यक्ति जितना भाग्य में लिखा है उतनी ही शिक्षा ग्रहण कर पाता है. आपने ऐसे लोगों को भी देखा होगा जो पढ़ाई छूट जाने के बाद भी फिर से पढ़ाई शुरू करते हैं. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि उनके भाग्य में ये बात लिखी हुई है.  धन के बिना कोई भी इंसान जीवन नहीं काट सकता और इसे कमाने के लिए व्यक्ति मेहनत भी करता है. आचार्य चाणक्य कहते हैं कि व्यक्ति को उतना ही धन मिलता है जितना उसके भाग्य में होता है.  चाणक्य नीति में मृत्यु के ऊपर भी कहा गया है. किसी भी व्यक्ति की मृत्यु कब और कैसे होगी ये बात जन्म से पहले ही निश्चित है और इस बात को व्यक्ति चाहकर भी नहीं बदल सकता.  यह भी पढ़ें: Chanakya Niti: चाणक्य नीति में छिपा है धन बढ़ाने का रहस्य, बस करें इन 3 बातों का पालन   Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Chanakya Niti: हजार कोशिश करने पर भी इन बातों को बदलना है असंभव appeared first on Naya Vichar.

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हत्या के मामले में जेल से छूटकर लौटा था पिता, गुस्से में बेटी की कर दी गला दबाकर हत्या

Bihar Crime: मुजफ्फरपुर जिले के रामपुरहरि थाना क्षेत्र स्थित धर्मपुर गांव से एक दिल दहला देने वाली समाचार सामने आई है. यहां एक पिता ने अपनी ही 12 वर्षीय बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी. मृत किशोरी की पहचान शिवानी कुमारी के रूप में की गई है. इस घटना से गांव में मातम पसरा है और हर कोई स्तब्ध है कि एक बाप अपनी ही बेटी की जान कैसे ले सकता है. जमानत पर छूटकर आया था घर बताया जा रहा है कि आरोपी अरुण कुमार सहनी कुछ दिन पहले ही दिल्ली की जेल से हत्या के एक मामले में जमानत पर छूटकर घर आया था. गांव लौटने के बाद से ही उसका व्यवहार असामान्य था. सोमवार देर रात किसी बात को लेकर पिता-पुत्री के बीच कहासुनी हो गई. गुस्से में आकर अरुण ने अपनी मासूम बेटी की गला दबाकर हत्या कर दी. घटना के बाद परिजनों ने जब बच्ची को बेसुध देखा तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने आरोपी पिता को किया गिरफ्तार घटना की सूचना मिलते ही रामपुरहरि थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. बच्ची के चाचा जगलाल सहनी के बयान पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया गया है. थानाध्यक्ष सुजीत कुमार मिश्रा ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है. फॉरेंसिक टीम को भी मौके से साक्ष्य जुटाने के लिए बुलाया गया था. हत्या के मामले में लंबे समय से जेल में बंद था गांव के लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है. ग्रामीणों ने बताया कि अरुण दिल्ली में रहते हुए एक हत्या के मामले में लंबे समय तक जेल में बंद था. अब जब वह घर लौटा, तो उसकी अपनी ही बेटी पर यह क्रूरता गांववालों को झकझोर गई है. फिलहाल पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है और हत्या के पीछे के असली कारणों का पता लगाने की कोशिश में जुटी है. Also Read: भोजपुरी एक्ट्रेस अक्षरा सिंह और गायिका अनुपमा यादव जाएंगी जेल! इस मामले में कोर्ट ने भेजा समन The post हत्या के मामले में जेल से छूटकर लौटा था पिता, गुस्से में बेटी की कर दी गला दबाकर हत्या appeared first on Naya Vichar.

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Pahalgam Terror Attack : आतंकियों का काल बनेंगे अजीत डोभाल! दिल्ली लौटते ही पीएम मोदी ने की मुलाकात

Pahalgam Terror Attack : कश्मीर के पहलगाम शहर में हुए आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब के दौरे से तुरंत वापस हिंदुस्तान आ गए. वे पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर अपनी सऊदी अरब यात्रा को बीच में ही रोककर बुधवार सुबह नई दिल्ली पहुंचे. मोदी जब दिल्ली पहुंचे तो एयर पोर्ट में उनके साथ  हिंदुस्तानीय एनएसए अजीत डोभाल नजर आए. इसका वीडियो न्यूज एजेंसी एएनआई ने जारी किया है. इसमें नजर आ रहा है कि पीएम अपने सुरक्षाकर्मियों को कुछ निर्देश दे रहे हैं. इसके बाद जब वे आगे बढ़ते हैं तो डोभाल उनसे कुछ बात करते हैं. देखें वीडियो #WATCH | Prime Minister Narendra Modi arrives in Delhi after cutting short his Saudi Arabia visit in view of the #PahalgamTerroristAttack in Kashmir (Source – ANI/DD) pic.twitter.com/5WAk8kL0g5 — ANI (@ANI) April 23, 2025 पूरे जम्मू में सुरक्षा बढ़ाई गई जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) सहित विभिन्न दलों ने बुधवार को बंद और विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया. इसके चलते पूरे जम्मू में सुरक्षा बढ़ा दी गई है. कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई, ‘जम्मू चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री’, जम्मू बार एसोसिएशन, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय बजरंग दल ने भीषण हमले में निर्दोष हत्याओं के विरोध में बुधवार को अलग-अलग पूरे दिन का ‘जम्मू बंद’ का आह्वान किया है. यह भी पढ़ें : Pahalgam Attack Video: पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ, मृतकों में दो विदेशी भी शामिल, देखें पूरी सूची लोगों ने पूरे कश्मीर में कैंडल मार्च निकाला पहलगाम आतंकवादी हमले के खिलाफ कश्मीर में कई स्थानों पर कैंडल मार्च निकाले गए. अधिकारियों ने बताया कि हमले के विरोध में पहलगाम, श्रीनगर, सोपोर, गांदरबल, हंदवाड़ा, कुपवाड़ा, बारामूला और बांदीपोरा में कैंडल मार्च निकाला गया. हमले के विरोध में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और इसकी निंदा की. इसमें शामिल लोगों ने कहा कि हमले के पीड़ितों के साथ एकजुटता व्यक्त करने और एकता का संदेश देने के लिए मार्च निकाला गया. The post Pahalgam Terror Attack : आतंकियों का काल बनेंगे अजीत डोभाल! दिल्ली लौटते ही पीएम मोदी ने की मुलाकात appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Temperature: पटना @40,गया-बक्सर 42 डिग्री पार, 25 अप्रैल तक प्रचंड लू की पड़ेगी मार

Bihar Temperature: बिहार का मौसम फिर एकबार जानलेवा होता दिख रहा है. बिहार में लू की मार अब शुरू हो सकती है. बिहार का तापमान फिर एकबार 40 डिग्री के पार जा चुका है. मौसम विभाग का अनुमान है कि राज्य में आज यानी 23 अप्रैल से तपिश और बढ़ सकती है. पटना, गया समेत कई जिलों में हॉट डे बनने के आसार हैं. मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. मंगलवार को गया में सबसे अधिक तापमान 42.8 डिग्री रहा. पटना का तापमान 40 डिग्री पार पटना का अधिकतम तापमान मंगलवार को 40 डिग्री के पार गया है. इस सीजन में पहली बार पारा राजधानी में इस तरह चढ़ा है. मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से पूर्वानुमान जारी किया गया है जिसके अनुसार, पटना समेत पूरे राज्य में 25 अप्रैल तक लू चलने की आशंका है. शहर के अधिकतम तापमान में 2 से तीन डिग्री तक बढ़ोतरी के आसार हैं. ALSO READ: पहलगाम आतंकी हमले में बिहार निवासी इंस्पेक्टर की भी मौत, नाम पूछकर पत्नी के सामने गोलियों से छलनी किया बिहार के जिलों का तापमान मंगलवार को पटना का तापमान 3.1 डिग्री बढ़ा और अधिकतम तापमान 40.5 पहुंच गया. न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 4.2 डिग्री अधिक 28.2 डिग्री दर्ज हुआ. अगले दो दिनों में पटना का तापमान 42 डिग्री के आसपास रहने की उम्मीद है. मंगलवार को अधिकतर जिलों का तापमान 40 डिग्री के पार रहा. गया में 42.8 डिग्री, भोजपुर 40.8 डिग्री, डेहरी 42.6 डिग्री, मोतिहारी 40 डिग्री, वाल्मीकिनगर 40 डिग्री, गोपालगंज 41 डिग्री रहा. कई जिलों का तापमान 40 के आसापास दर्ज हुआ है. pic.twitter.com/gqnUubsQPq — मौसम विज्ञान केंद्र, पटना (@imd_patna) April 22, 2025 हीट वेव को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मौसम वैज्ञानियों ने बताया कि राज्य के दक्षिण और पश्चिम मध्य भागों में हीट वेव की संभावना है. रात में भी गर्मी की मार बढ़ी रहेगी. इधर, स्वास्थ्य विभाग ने हीट वेव के लक्षण पाए जाने वाले मरीजों के इलाज के लिए प्रशासनी अस्पतालों में पांच-पांच बेड रिजर्व कर दिए हैं. The post Bihar Temperature: पटना @40,गया-बक्सर 42 डिग्री पार, 25 अप्रैल तक प्रचंड लू की पड़ेगी मार appeared first on Naya Vichar.

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Bihar News: संजीव हंस की बढ़ी और मुश्किलें, अब नई FIR दर्ज करने की तैयारी

Bihar News: पटना. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल में बंद बिहार कैडर के आईएएस संजीव हंस के खिलाफ जल्द ही नई एफआईआर दर्ज होगी. एफआईआर दर्ज किए जाने को लेकर गृह विभाग के स्तर पर विधि विभाग को पत्र भेज कर महाधिवक्ता से परामर्श लिया जा रहा है. परामर्श के आधार पर राज्य प्रशासन के स्पेशल विजिलेंसलें यूनिट (एसवीयू) या आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) में से किसी एक जगह केस दर्ज किए जाने पर निर्णय लिया जा सकता है. कई पदाधिकारी एजेंसी के रेडार पर प्रवर्तन निदेशालय की मंशा है कि संजीव हंस के खिलाफ नया केस एसवीयू में हो ताकि वह अपने यहां भी इनफोर्समेंट में केस इन्वेस्टिगेशन रिपोर्ट दर्ज कर सके. मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पत्र पर राज्य प्रशासन ने हाल ही में आईएएस संजीव हंस पर मुकदमा चलाने की मंजूरी दी थी. वहीं, हीं प्रवर्तन निदेशालय के निशाने पर आ चुके करीब एक दर्जन प्रशासनी पदाधिकारी और ठेकेदारों पर भी गाज गिर सकती है. केंद्र और राज्य की प्रवर्तन एजेंसियों के निशाने पर अब एक दर्जन के करीब आला अधिकारी, कुछ गैर लोकसेवक हैं, जो संजीव हंस के लिए काम तो कर रहे थे, लेकिन अभी तक उनका नाम सामने नहीं आया है. ठेकेदार भी निशाने पर ईडी की जांच में अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच मध्यस्थ की भूमिका निभाने वाले रेशु रंजन सिन्हा उर्फ रेशु श्री का भी नाम आया है. आरोप है कि रेशु ही हंस के लिए विभिन्न कंपनियों के बीच होने वाले लेनदेन में मध्यस्थ की भूमिका निभाता था. जांच में पाया गया है कि रेशु के करीब एक दर्जन अधिकारियों से निजी संबंध हैं. इनमें अधिकतर निर्माण कराने वाले विभाग में पदस्थ हैं. सूत्रों के अनुसार ईडी ने करीब 10 दिन पहले एक पत्र बिहार प्रशासन को भेजा था. इसमें रेशु की भूमिका का खुलासा करते हुए एफआईआर दर्ज करने की बात कही गयी है. गैर लोक सेवक होने की वजह से रेशु के संबंध में भी महाधिवक्ता कार्यालय से मंतव्य की मांग की गयी है. Also Read: Bihar News: बिहार ने 20 वर्षों में ऊर्जा के क्षेत्र में रचा इतिहास, उत्पादन क्षमता में की 7 गुना वृद्धि The post Bihar News: संजीव हंस की बढ़ी और मुश्किलें, अब नई FIR दर्ज करने की तैयारी appeared first on Naya Vichar.

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LSG मालिक पर निशाना! धुआंधार पारी के बाद केएल राहुल का पोस्ट, आंधी की तरह वायरल हुआ कमेंट

IPL 2025 DC vs LSG, KL Rahul Post after match: केएल राहुल ने अपनी पुरानी टीम लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ शानदार अर्धशतक लगाकर दिल्ली कैपिटल्स को आठ विकेट से शानदार जीत दिलाई. राहुल ने 42 गेंदों में नाबाद 57 रन बनाए, जिसमें 3 चौके और 3 छक्के शामिल थे. इस दौरान उन्होंने आईपीएल में अपने 5000 रन भी पूरे कर लिए. हालांकि इस मैच में केएल राहुल के ऊपर सभी की नजरें थीं. मैच के बाद उनकी संजीव गोएनका के साथ मुलाकात चर्चा का विषय तो बनी ही, लेकिन उससे भी ज्यादा चर्चा उनके पोस्ट की हो रही है.   लखनऊ सुपर जाएंट्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी की. उसने स्कोर बोर्ड पर 160 रनों का लक्ष्य तय किया, जिसे दिल्ली ने अभिषेक पोरेल (36 गेंदों पर 51 रन) की तेज पारी और केएल राहुल के नाबाद 57 रनों की बदौलत जीत लिया. इस मैच के बाद केएल राहुल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया. इसमें उन्होंने लिखा, Always good to be back in Lucknow यानी ‘लखनऊ में वापस आना हमेशा अच्छा लगता है.’ यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. लोगों ने इसे संजीव गोएनका के लिए एक जवाब की तरह माना. दरअसल केएल राहुल के साथ पिछले साल 2024 में उनका विवाद सामने आया था, इसकी वजह से उन्होंने लगातार तीन साल तक स्पोर्ट्सने के बाद, एलएसजी ने उन्हें रिलीज कर दिया था.   Always good to be back in Lucknow. pic.twitter.com/NOC3Hg17oO — K L Rahul (@klrahul) April 22, 2025 वहीं इस मैच की बात करें तो एडन मार्करम (52) और मिचेल मार्श (45) के बीच 87 रन की जोरदार ओपनिंग साझेदारी हुई, तो ऐसा लगा कि लखनऊ सुपरजाएंट्स बड़े स्कोर तक जाएगी. लेकिन इसी समय मुकेश कुमार ने शानदार गेंदबाजी करते हुए एलएसजी को दो बड़े झटके दे दिए. इसके बाद टीम लय खो बैठी और 159/6 तक ही सीमित रह गई. दिल्ली ने 160 रनों का लक्ष्य आसानी से हासिल कर लिया और 17.5 ओवर में 161/2 रन बनाकर मैच जीत लिया. दिल्ली के तेज गेंदबाज मुकेश कुमार गेंद से सबसे प्रभावशाली रहे. उन्होंने 33 रन देकर 4 विकेट झटके. उन्होंने मिचेल मार्श को एक यॉर्कर पर बोल्ड कर शुरुआत की, फिर अब्दुल समद (2) और अंत में आयुष बडोनी (36) को अंतिम ओवर में आउट किया.  दिल्ली की इस शानदार ऑलराउंड जीत से टीम की प्लेऑफ की दौड़ में स्थिति और मजबूत हो गई है. दिल्ली ने जीत के साथ गुजरात टाइटंस के साथ अंक तालिका में बराबरी कर ली, दोनों टीमों के 6 जीत के साथ 12 अंक हैं, हालांकि नेट रन रेट की वजह से गुजरात पॉइंट्स टेबल में टॉप पर है.  मुस्कुराते आए संजीव गोएनका, केएल राहुल ने नहीं दिखाई दिलचस्पी, रिएक्शन हुआ वायरल, देखें Video खुद की बैटिंग ऑर्डर, मयंक यादव प्लेइंग इलेवन में क्यों नहीं, LSG की हार कैसे? ऋषभ पंत ने दिया जवाब Watch Video शार्दुल ठाकुर ने मारा ताना तो करुण नायर ने दिया मुंहतोड़ जवाब, हंसते-हंसते लोटपोट हो गए अक्षर पटेल The post LSG मालिक पर निशाना! धुआंधार पारी के बाद केएल राहुल का पोस्ट, आंधी की तरह वायरल हुआ कमेंट appeared first on Naya Vichar.

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