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April 30, 2025

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पदभार संभालते ही एक्शन में रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार, लिये 3 बड़े फैसले, डॉक्टरों को दिया तोहफा

रांची : स्वास्थ्य विभाग के फैसले पर हाईकोर्ट की रोक के बाद राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के निदेशक प्रो डॉ राजकुमार एक बार फिर से वापस काम पर लौट गये हैं. आदेश के बाद मंगलवार को प्रभारी निदेशक डॉ शशिबाला सिंह की जगह उन्होंने विधिवत तरीके से पदभार ग्रहण किया. उन्होंने प्रशासनिक भवन स्थित अपने चेंबर में डॉक्टरों की प्रोन्नति सहित कई जरूरी फाइल निबटाये. कार्यभार संभालने के साथ ही निदेशक ने तीन महत्वपूर्ण निर्णय लिये. उन्होंने चार माह से लंबित डॉक्टरों की प्रोन्नति का रिजल्ट जारी कर 81 चिकित्सकों को प्रोन्नत करने का आदेश जारी कर दिया. इन फैसलों पर भी लगायी मुहर इसके साथ ही निदेशक डॉ राजकुमार ने एमआरआई मशीन की खरीदारी के लिए एलसी (लेटर ऑफ क्रेडिट) खोलने का निर्देश दिया. इस कारण ऑर्डर किये गये फिलिप्स कंपनी की एमआरआई मशीन जल्द ही रिम्स को मिल जायेगी. तीसरे निर्णय के तहत उन्होंने एसबीआई बैंक के पास बंद गेट को खोलने का निर्देश दिया. Also Read: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज लौटेंगे रांची, DGP अनुराग गुप्ता रिटायर होंगे या मिलेगा सेवा विस्तार फैसला आज रिम्स शासी परिषद की बैठक के बाद हो गया था मतभेद 15 अप्रैल को रिम्स शासी परिषद की बैठक में स्वास्थ्य मंत्री डॉ इरफान अंसारी के साथ परिषद द्वारा पूर्व में लिये गये निर्णयों को लेकर निदेशक से मतभेद उभर कर सामने आये थे. बैठक में विवाद काफी बढ़ गया था. इस कारण बैठक में मौजूद अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह को हस्तक्षेप करना पड़ा था. इसके बाद अचानक प्रो डॉ राजकुमार को रिम्स निदेशक पद से हटा दिया गया था. उनके स्थान पर डॉ शशिबाला सिंह को प्रभारी निदेशक नियुक्त किया गया था. इस मामले को लेकर प्रो डॉ राजकुमार झारखंड हाइकोर्ट पहुंचे थे. Also Read: Video: झारखंड के सरायकेला में बड़ी कार्रवाई, 10 हजार रिश्वत लेते बड़ा बाबू अरेस्ट The post पदभार संभालते ही एक्शन में रिम्स निदेशक डॉ राजकुमार, लिये 3 बड़े फैसले, डॉक्टरों को दिया तोहफा appeared first on Naya Vichar.

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CISCE Results 2025: वेबसाइट क्रैश होने पर ICSE 10वीं और ISC 12वीं का रिजल्ट ऐसे देखें छात्र

CISCE Results 2025: काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) के अनुसार, कक्षा 10 (ICSE) और कक्षा 12 (ISC) के परीक्षा परिणाम 30 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे. छात्र-छात्राएं अपनी परीक्षा का परिणाम CISCE की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं. CISCE के अनुसार, ICSE और ISC का रिजल्ट ऑफिशियल वेबसाइट के अलावा डिजीलॉकर पर भी उपलब्ध होगा. ऑफिशयल वेबसाइ क्रैश होने पर इस तरह अपना रिजल्ट देख सकते हैं. CISCE बोर्ड रिजल्ट की घोषणा प्रेस कॉन्फ्रेंस से (CISCE Results 2025) CISCE बोर्ड रिजल्ट (CISCE Results 2025) की घोषणा प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए करेगा. इस साल जिन छात्रों ने परीक्षा दी थी, वे रिजल्ट घोषित होने के बाद आधिकारिक वेबसाइट cisce.org से अपना स्कोरकार्ड डाउनलोड कर सकेंगे. बोर्ड ने एक प्रेस रिलीज में बताया कि रिजल्ट जारी होने के बाद स्टूडेंट्स रिवैल्यूएशन (पुनर्मूल्यांकन) के लिए आवेदन कर सकते हैं. यह परीक्षा जुलाई में आयोजित की जाएगी. यह भी पढ़ें- ICSE-ISC Result 2025 OUT Tomorrow: कल इतने बजे जारी होगा 10th-12th का रिजल्ट, सबसे पहले यहां करें चेक वेबसाइट क्रैश होने पर ऐसे देखें CISCE Results 2025 ऑफिशियल वेबसाइट क्रैश होने की स्थिति में अपना CISCE परिणाम 2025 देखने के लिए सबसे पहले डिजिलॉकर वेबसाइट पर जाएं या ऐप खोलें. फिर अपने मोबाइल नंबर से लॉग इन करें और भेजे गए OTP से इसे सत्यापित करें. लॉग इन करने के बाद, शिक्षा सेक्शन में जाएं और “जारी किए गए दस्तावेज़” में CISCE बोर्ड खोजें. अपनी परीक्षा ICSE या ISC चुनें और अपना रोल नंबर और अन्य जानकारी दर्ज करें. इसके बाद, आपका परिणाम PDF फॉर्मेट में दिखाई देगा, जिसे आप देख और डाउनलोड कर सकते हैं. यह सुनिश्चित करें कि आपका डिजिलॉकर खाता आपके मोबाइल से जुड़ा हो. ICSE और ISC रिजल्ट 2025: कब और कहां आएगा रिजल्ट? ICSE और ISC बोर्ड की परीक्षा में शामिल होने वाले सभी छात्र अपना रिजल्ट आज सुबह 11 बजे देख सकेंगे. रिजल्ट देखने के लिए छात्र इन आधिकारिक वेबसाइटों का इस्तेमाल कर सकते हैं: cisce.org results.cisce.org साथ ही, रिजल्ट DigiLocker ऐप और वेबसाइट पर भी उपलब्ध रहेगा. ICSE Board Result 2025 कैसे चेक करें? (ICSE Board Result 2025) आईसीएसई, आईएससी बोर्ड परीक्षा परिणाम चेक करने के लिए स्टेप्स इस प्रकार हैं- सबसे पहले CISCE की आधिकारिक वेबसाइट www.cisce.org पर जाएं रिजल्ट सेक्शन पर जाएं और संबंधित परिणाम लिंक चुनें कोर्स कोड को ICSE/ISC के रूप में चुनें अपना लॉगिन डिटेल सेव करें, जैसे-आईडी नंबर, जन्म तिथि आपका परिणाम स्क्रीन पर दिखाई देगा भविष्य के संदर्भ के लिए परिणाम डाउनलोड करें और प्रिंट करें. यह भी पढ़ें- CBSE Exam 2025: सीबीएसई ने इन स्टूडेंट्स के लिए जारी की 10वीं-12वीं की नई डेटशीट, देख लें परीक्षाओं की तारीख The post CISCE Results 2025: वेबसाइट क्रैश होने पर ICSE 10वीं और ISC 12वीं का रिजल्ट ऐसे देखें छात्र appeared first on Naya Vichar.

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Weight Loss Tips: फिट और हेल्दी रहना है तो इन हैबिट को बनाएं डेली रूटीन का हिस्सा

Weight Loss Tips: आज के टाइम में हर कोई सेहतमंद रहने के लिए कुछ चीजों को ट्राई जरूर करते हैं. लाइफस्टाइल में बदलाव के कारण जीवन जीने का तरीका भी बदला है. इस बदलाव के कारण कई स्वास्थ्य संबंधित परेशानी भी बढ़ी है. स्वस्थ और फिट रहने के लिए कुछ स्टेप्स को अपनी दिनचर्या में लाना बहुत जरुरी है तभी आपको अच्छा रिजल्ट मिल पाएगा. खानपान पर ध्यान देने से वजन कंट्रोल में रहता है मगर कुछ हैबिट्स को भी फॉलो करना आवश्यक है. ये आदतें न सिर्फ आपको शरारिक तौर पर स्वस्थ रखती हैं बल्कि मेंटल हेल्थ के लिए भी लाभदायक है. तो आइए जानते हैं इन आदतों के बारे में.  हाइड्रेशन और पोर्शन साइज वजन को कंट्रोल में रखने के लिए आपको पानी की मात्रा का ध्यान देना चाहिए. अधिक मात्रा में पानी का सेवन करें.  वेट कंट्रोल करने के लिए सही मात्रा में खाने का सेवन करें. आप अपने डाइट में प्रोटीन का सेवन करें और फाइबर युक्त भोजन लें. पोर्शन साइज को ध्यान में रखते हुए आप छोटी प्लेट का इस्तेमाल करें और पोषक तत्व का ध्यान रखें. अच्छी नींद से मिलेगा फायदा अक्सर लोग काम के कारण नींद को नजरंदाज कर देते हैं. इसका असर सेहत पर पड़ता है. नींद की कमी के कारण वजन कम करने में दिक्कत आती है. इसलिए डेली 7-8 घंटे की नींद लें.  एक्सरसाइज को बनाएं डेली रूटीन का हिस्सा फैट को कंट्रोल में रखने के लिए आप एक्सरसाइज को स्किप बिल्कुल भी न करें. टाइम की कमी है तो आप वॉकिंग कर सकते हैं. हेल्थ से जुड़ी समाचारें यहां पढ़ें यह भी पढ़ें: Health Tips: तरबूज के बीज में छुपे हैं ये गुण, फेंकने से पहले एक बार जरूर सोचें यह भी पढ़ें: Health Tips: देखने में छोटे हैं पर फायदे हैं बड़े, सेहतमंद रहने के लिए करें इनका सेवन खाने के टाइम का रखें ख्याल खाना शरीर को पोषण देता है मगर खाने का सेवन टाइम पर किया जाए तो ही शरीर को फायदा मिलता है. अपनी डेली रूटीन में खाने के टाइम को फॉलो करें. ज्यादा लेट खाने का सेवन नहीं करें. शुगर का कम सेवन वेट को कंट्रोल में रखने के लिए आप शुगर क्रेविंग को लिमिट में रखें. ऐसे खाने जिसमें अधिक फैट होता है उसे भी लेने से बचें. छोटी चीजों से करें शुरुआत अगर आप वजन को कम करना चाहते हैं तो आप सिंपल स्टेप से शुरुआत कर सकते हैं. आप छोटी दूरी के लिए गाड़ी के बजाय पैदल चलें. लिफ्ट का कम इस्तेमाल करें और सीढ़ियों का यूज करें. यह भी पढ़ें: Workout Tips in Summer: वर्कआउट के बाद शरीर में नहीं रहती एनर्जी, एक्सरसाइज से पहले करें इन चीजों का सेवन The post Weight Loss Tips: फिट और हेल्दी रहना है तो इन हैबिट को बनाएं डेली रूटीन का हिस्सा appeared first on Naya Vichar.

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Premanand Ji Maharaj: क्यों आता है जीवन में दुख? सुख से क्या है इसका गहरा नाता

Premanand Ji Maharaj: प्रेमानंद जी महाराज एक महान संत हैं, जिनकी दिव्य उपस्थिति से मन को शांति और आत्मा को ईश्वर के समीप होने का अनुभव होता है. उनका व्यवहार अत्यंत सरल, मधुर और प्रेमपूर्ण है, जो हर मिलने वाले को अपनापन महसूस कराता है. उनके प्रवचन जीवन के गूढ़ पहलुओं को सहजता से समझाते हैं और आत्मिक दृष्टि प्रदान करते हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से वे लाखों लोगों को भक्ति, शांति और संतुलन का मार्ग दिखा रहे हैं. सत्संग में आने वाले श्रद्धालु अपनी समस्याओं और जिज्ञासाओं के समाधान पाते हैं, जिन्हें महाराज जी सहज, व्यावहारिक और गहराई से भरपूर उत्तरों द्वारा मार्गदर्शन प्रदान करते हैं. ऐसे ही एक बार प्रेमानंद जी महाराज ने अपने सत्संग में जीवन में दुखों के कारणों पर प्रकाश डाला और समझाया कि आखिर हमारे जीवन में दुख क्यों आते हैं. सुख-दुख एक सिक्के के दो पहलू दरअसल, प्रेमानंद जी महाराज के सत्संग में एक श्रद्धालु ने प्रश्न किया कि जीवन में दुख क्यों आते हैं? इसके उत्तर में महाराज जी ने कहा कि सुख और दुख दोनों ही मानव जीवन के स्वाभाविक अंग हैं. जैसे सुख का अनुभव होता है, वैसे ही दुख भी जीवन में आता है और उसका सामना करना आवश्यक है. आगे प्रेमानंद जी महाराज समझाते हैं कि सुख और दुख एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, जो जीवन में समय-समय पर आते-जाते रहते हैं. इसलिए यह सोचना कि केवल हमें ही दुख क्यों मिल रहा है? निराशा का कारण नहीं बनना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि हमारे जीवन में दुख आने के पीछे क्या कारण होते हैं. यह भी पढ़ें- गंगा में सिक्के फेंकने से क्या होता है? प्रेमानंद जी महाराज ने खोली आंखें यह भी पढ़ें- यह प्रेम नहीं वासना है… जानिए प्रेमानंद जी महाराज से प्यार की सच्ची परिभाषा अज्ञानता ही कष्ट का मूल प्रेमानंद जी महाराज ने बताया कि जीवन में दुखों का मुख्य कारण हमारा अज्ञान है, जो हमें तनाव और अवसाद की ओर ले जाता है. यह अज्ञान ही पीड़ा का मूल है. इससे मुक्ति का मार्ग भगवान के नाम का भजन और जप है. महाराज जी कहते हैं कि जब तक हम ईश्वर का स्मरण नहीं करेंगे, तब तक जीवन में कष्ट बने रहेंगे और शांति नहीं मिल सकेगी. यह भी पढ़ें- बुरे विचारों से मुक्ति का रास्ता, अपनाएं प्रेमानंद जी महाराज की ये सीख Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है. The post Premanand Ji Maharaj: क्यों आता है जीवन में दुख? सुख से क्या है इसका गहरा नाता appeared first on Naya Vichar.

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Health Tips: दिमाग के लिए जहर हैं ये 5 ड्रिंक्स, क्या आप भी करते हैं इनका सेवन?

Health Tips: हमारे शरीर का सबसे अहम हिस्सा दिमाग होता है. दिमाग ही हमारे पूरे शरीर को कंट्रोल करता है. दरअसल आज के समय में हम जो भी खाते हैं, उसका सीधा असर हमारे दिमाग में पड़ता है. अच्छी सेहत के लिए अच्छा खानपान जरूरी होता है, लेकिन जाने अनजाने में हम कई बार ऐसी चीजों को अपनी आदतों में शामिल कर लेते हैं जो हमारे दिमाग के लिए जहर साबित हो सकता है. इस आर्टिकल में आज आपको बताएंगे कि कौन से ऐसे ड्रिंक्स है जो आपके  दिमाग पर गलत प्रभाव डालते है. कौन से हैं वो ड्रिंक्स किसी भी पार्टी में जाएं या कहीं दोस्तों के साथ बैठें ड्रिंक्स पीना लोगों को बेहद पसंद होता है. कई बार तो लोग उन ड्रिंक्स को अपने रोजमर्रा में शामिल कर लेते हैं. लेकिन ये कुछ ऐसे ड्रिंक्स है जो कि दिमाग के लिए जहर काम करते है. एनर्जी ड्रिंक आज के समय में लोग एनर्जी को अपने रोजमर्रा की जिंदगी में शामिल कर चुके हैं. उन्हें ऐसा लगता है कि शरीर की थकावट को मिटाने में एनर्जी ड्रिंक्स उनकी मदद करता है, लेकिन एनर्जी ड्रिंक में भारी मात्र में शुगर और कैफीन पाई जाती है. इससे दिमाग पर बहुत बुरा असर पड़ता है. इसके साथ ही ये याददाश्त पर भी बुरा असर डालती है. यह भी पढ़ें: Health Tips: शरीर में जमी गंदगी से मिलेगा छुटकारा, रोजना पिएं ये 5 चमत्कारी देसी ड्रिंक्स शराब आमतौर पर लोग शराब पीते वक्त ये सोचते है कि कम मात्रा में पी रहे हैं कोई नुकसान नहीं होगा. ऐसा नहीं है शराब ज्यादा मात्रा में पी जाए या फिर कम मात्रा में दिमाग के लिए ये जहर का ही काम करेगी. इसे पीने के बाद सोचने-समझने की क्षमता खत्म हो जाती है. कई बार ज्यादा शराब पीने से ये दिमाग के सेल्स को नष्ट करने लग जाते है. इसके अलावा इसे पिनसे गंभीर दिमागी बीमारियां भी हो सकती है. डाइट सोडा फिटनेस को मेंटेन करने के लिए मार्केट में  डाइट सोडा भी मिलता है. लोग इसे बड़े चाव से पीते भी है लेकिन ये दिमाग के लिए बहुत हानीकारक है. इसे पीने से ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इसके जगह में नींबू पानी पिया जा सकता है. यह भी पढ़ें: Health Tips: डायट में शामिल की गयी ये चीजें करते हैं स्लो पॉइजन का काम, धीरे-धीरे लेते हैं जान एक्स्ट्रा स्वीट ड्रिंक्स सॉफ्ट ड्रिंक्स, पैक्ड जूस, इन सब को आज के समय में लोग खूब चाव से खरीद कर पीते है और अपने बच्चों को भी पिलाते हैं, लेकिन इसमे अत्यधिक मात्र में शुगर होती है. ज्यादा शुगर दिमाग में सूजन करना शुरू कर देती है जिसके कारण लोग सोचने समझने की क्षमता को खो देते है. कॉफी ऑफिस में काम करने वाले लोग हो या फिर पढ़ाई करने वाले लोग सभी अपने आलस को खतम करने के लिए कॉफी की मदद लेते है. उन्हें ये नहीं मालूम कॉफी में अधिक मात्र में कैफीन पाई जाती है. कैफीन की मदद से थोड़े देर के लिए आलस जरूर दूर हो जाता है लेकिन ये दिमाग कई सारे बदलाव कर देता है जैसे घबराहट होना, नींद नहीं आना, बेचैनी होना. The post Health Tips: दिमाग के लिए जहर हैं ये 5 ड्रिंक्स, क्या आप भी करते हैं इनका सेवन? appeared first on Naya Vichar.

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106 मी. छक्का, सुपरमैन कैच, हैट्रिक विकेट और चार रिव्यू, मिचेल स्टार्क ने फेंका गजब का रोमांचक ओवर

IPL 2025 DC vs KKR Mitchell Starc Last Over: आईपीएल में हर रोज कुछ न कुछ ऐसा घटता है, जो भूत में तो नहीं हुआ होता और भविष्य में जिसकी संभावना भी मुश्किल ही होती है. मंगलवार को अरुण जेटली स्टेडियम में आखिरी ओवर में ऐसा ही कुछ हुआ, जिसमें रोमांच की हर झलक देखने को मिली. इसमें जबरदस्त हिटिंग, फुर्तीली फील्डिंग और चार रिव्यू और तीन विकेट आ गए. आईपीएल 2025 के 48वें मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच भिड़ंत हुई और इसकी पहली पारी के आखिरी ओवर में ये सब हुआ.   दरअसल केकेआर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 19 ओवर में 6 विकेट के नुकसान पर 195 रन बनाए थे. 20वां ओवर मिचेल स्टार्क लेकर आए और क्रीज पर थे बर्थडे बॉय आंद्रे रसेल. मंगलवार को अपना 37वां जन्मदिन मना रहे रसेल ने मिशेल स्टार्क की पहली ही गेंद पर 106 मीटर लंबा छक्का जड़ा, जिससे दर्शक झूम उठे और KKR ने 200 रन का आंकड़ा पार किया. स्टार्क ने इसके बाद एक बाउंसर फेंका जिसे वाइड करार दिया गया. DC ने उस फैसले को रिव्यू किया लेकिन उन्हें असफलता मिली. यह इस ओवर में पहला रिव्यू था. अगली गेंद पर एक लेग-बाय रन मिला और रोवमैन पॉवेल स्ट्राइक पर आ गए. उन्हें एलबीडब्ल्यू दिया गया और उन्होंने भी रिव्यू लिया, लेकिन वो भी बेकार गया. इसके बाद डेब्यू कर रहे अनुकुल रॉय क्रीज पर आए और पहली ही गेंद पर आउट हो गए. यहां पर दुश्मंथा चमीरा ने बैकवर्ड स्क्वेयर लेग पर डाइव लगाकर सीजन का सबसे शानदार कैच पकड़ लिया. यह कैच इतना शानदार था कि इसे आईपीएल का बेस्ट कैच तक कहा जा रहा है.  A 106m monster and then Dushmantha Chameera goes superman mode. Contender for the catch of the season?#IPL2025 | #DCvKKR pic.twitter.com/haPubytcQP — Cricket.com (@weRcricket) April 29, 2025 इसके बाद असली ड्रामा शुरू हुआ. स्टार्क हैट्रिक पर थे और क्रीज पर हर्षित राणा थे. राणा गेंद चूक गए और रसेल ने रन चुराने की कोशिश की, लेकिन विकेटकीपर अभिषेक पोरेल ने डायरेक्ट हिट से उन्हें रन आउट कर दिया. सबको लगा ओवर खत्म हो गया, लेकिन तभी स्टार्क ने कप्तान फाफ डुप्लेसिस से रिव्यू की मांग की, रन आउट को नहीं बल्कि यह जांचने के लिए कि क्या बैट से किनारा हुआ था ताकि हैट्रिक पूरी हो सके. ये गजब का सीन था जब रन आउट के बाद रिव्यू लिया गया. तीसरे अंपायर ने साफ कर दिया कि बैट का कोई संपर्क नहीं था और इस तरह DC ने ओवर में अपना दूसरा रिव्यू भी गंवा दिया. हालांकि हैट्रिक और रिव्यू दोनों ही बेकार गए, लेकिन टीम की हैट्रिक जरूर हो गई. फिर ओवर की आखिरी गेंद पर वरुण चक्रवर्ती ने एक उलझी हुई सी रन चुराई और KKR ने पारी का अंत 204/9 पर किया, लेकिन अंतिम ओवर का रोमांच सभी का ध्यान खींच ले गया. DC vs KKR मैच के बाद प्लेऑफ की स्थिति वहीं मैच के नतीजे की बात करें, तो केकेआर के 204 रन के जवाब में दिल्ली 20 ओवर में 9 विकेट खोकर 190 ही बना सका. इस जीत के बाद केकेआर की प्लेऑफ की उम्मीदें अब भी कायम हैं. वह अब 10 मैचों में 4 जीत के साथ 7वें स्थान पर पहुंच गया है. केकेआर के 10 मैचों में 9 पॉइंट है और अगर वह अपने 4 और मैचों में से सभी जीतता है, तो उसका अंतिम चार में पहुंचना तय है. वहीं दिल्ली कैपिटल्स लगातार दूसरा मैच गंवाकर चौथे स्थान पर खिसक गया है. दिल्ली अब अपना अगला मैच 5 मई को सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ स्पोर्ट्सेगी.  कुलदीप यादव को बैन करने की उठी मांग, रिंकू सिंह को जड़े दो तमाचे, तमतमा गया KKR बल्लेबाज ‘मैच का टर्निंग पॉइंट था’, जीत के बाद रहाणे ने इस खिलाड़ी को दिया क्रेडिट, पर रह गई एक कसक, बोले- सच कहूं तो… लगातार दूसरा मैच हारी DC, केकेआर के खिलाफ कहां हुई गलती; अक्षर पटेल ने बताया The post 106 मी. छक्का, सुपरमैन कैच, हैट्रिक विकेट और चार रिव्यू, मिचेल स्टार्क ने फेंका गजब का रोमांचक ओवर appeared first on Naya Vichar.

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Akshaya Tritiya 2025 Vrat Katha: धन, समृद्धि और सौभाग्य के लिए अक्षय तृतीया पर अवश्य पढ़ें यह पावन कथा

Akshaya Tritiya 2025 Vrat Katha: हिंदू धर्म के अनुसार, अक्षय तृतीया का पर्व, जो बैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है, एक महत्वपूर्ण मुहूर्त है. इस दिन मां लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा के साथ-साथ व्रत कथा का पाठ करना शुभ माना जाता है. इस दिन बिना पंचांग देखे और मुहूर्त निकाले कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है, जिससे अवश्य शुभ फल की प्राप्ति होती है. अक्षय तृतीया के दिन गंगा का अवतरण और भगवान विष्णु के अवतार परशुराम जी का जन्म भी हुआ था. इस दिन विधिवत पूजा के साथ अंत में आरती का पाठ करना आवश्यक है. प्राचीन समय की एक कथा है. एक छोटे से गांव में धर्मदास नामक एक व्यापारी निवास करता था. वह अत्यंत गरीब था और अपने परिवार के भरण-पोषण के लिए हमेशा चिंतित रहता था. उसके परिवार में कई सदस्य थे, और आर्थिक कठिनाइयों के कारण उनका जीवन संघर्षमय था. फिर भी, धर्मदास का हृदय धार्मिक स्वभाव का था. वह सच्चे मन से देवताओं और ब्राह्मणों की सेवा करता था और हमेशा सदाचार और धर्म का पालन करता था. 100 साल में एक बार आता है ऐसा योग, अक्षय तृतीया पर जानें पूजा और खरीदारी का सही समय एक दिन धर्मदास ने एक संत से अक्षय तृतीया व्रत का महत्व सुना. संत ने बताया कि इस दिन पूजा, व्रत और दान का फल अक्षय (अविनाशी) होता है. यह सुनकर धर्मदास ने निश्चय किया कि वह इस पावन पर्व को विधिपूर्वक मनाएगा. अक्षय तृतीया के दिन वह प्रातःकाल उठकर गंगा स्नान के लिए गया. स्नान के पश्चात उसने विधिपूर्वक देवी-देवताओं की पूजा की. फिर अपनी सामर्थ्यानुसार जल से भरे घड़े, पंखे, जौ, सत्तू, चावल, नमक, गेहूं, गुड़, घी, दही, सोना और वस्त्र आदि सामग्री एकत्रित कर ब्राह्मणों को अर्पित कर दी. धर्मदास के इस विशाल दान को देखकर उसकी पत्नी और परिवार के सदस्य चिंतित हो गए. उन्होंने कहा, “यदि तुम सब कुछ दान कर दोगे, तो हमारा भरण-पोषण कैसे होगा?” लेकिन धर्मदास ने आत्मविश्वास से उत्तर दिया, “जो भगवान को अर्पित किया जाता है, वह व्यर्थ नहीं जाता. यह पुण्य मेरे और मेरे परिवार के लिए अनंत फल देगा.” धर्मदास ने हर वर्ष अक्षय तृतीया के दिन इसी श्रद्धा और समर्पण के साथ व्रत, पूजन और दान किया. वृद्धावस्था और कई बीमारियों के बावजूद उसने व्रत और दान का क्रम नहीं छोड़ा. अंततः जब उसका इस जीवन का अंत हुआ, तो पुण्य के प्रभाव से उसे अगले जन्म में कुशावती का एक प्रतापी और धनवान राजा बनने का सौभाग्य मिला. यह कहा जाता है कि वह राजा इतना धार्मिक और दानवीर था कि त्रिदेव भी ब्राह्मण का रूप धारण कर उसकी यज्ञ में शामिल होते थे. उसके वैभव और यश की गूंज दूर-दूर तक सुनाई देती थी, फिर भी उसने कभी घमंड नहीं किया. वह राजा आगे चलकर हिंदुस्तान के महान सम्राट चंद्रगुप्त मौर्य के रूप में प्रकट हुआ. इसी प्रकार, जैसे धर्मदास को अक्षय तृतीया व्रत के पुण्य से अपार वैभव की प्राप्ति हुई, वैसे ही जो भी भक्त इस व्रत को श्रद्धा से करता है, इस कथा को श्रद्धा से सुनता है और विधिपूर्वक पूजा और दान करता है, उसे भी अक्षय पुण्य, यश, समृद्धि और भगवान की कृपा प्राप्त होती है. The post Akshaya Tritiya 2025 Vrat Katha: धन, समृद्धि और सौभाग्य के लिए अक्षय तृतीया पर अवश्य पढ़ें यह पावन कथा appeared first on Naya Vichar.

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अफगानिस्तान का साथ

अफगानिस्तान की तालिबान प्रशासन ने पहलगाम हमले की पृष्ठभूमि में पाकिस्तान को रणनीतिक मदद देने से इनकार करते हुए हिंदुस्तान के साथ सहयोग का जो वादा किया है, वह महत्वपूर्ण है. दरअसल एक समय अफगानिस्तान को संचालित करने वाले पाकिस्तान के वहां की तालिबान प्रशासन से अच्छे रिश्ते नहीं हैं, जिसकी वजह पाक तालिबान हैं. तालिबान ने पिछले सप्ताह पहलगाम हमले की निंदा करते हुए कहा था कि ऐसे हमले पूरी क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हैं और हमलावरों को सजा मिलनी ही चाहिए. पाकिस्तान को कूटनीतिक रूप से घेरने के उद्देश्य से ही विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने काबुल में कार्यवाहक अफगान विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी से मुलाकात की. बैठक में हिंदुस्तान ने अफगानिस्तान के प्रति अपने समर्थन को दोहराया और हिंदुस्तान-अफगानिस्तान संबंध मजबूत करने की प्रतिबद्धता भी जतायी गयी. हिंदुस्तान ने कहा कि वह अफगानिस्तान में ठप पड़ी पहलों को पुनर्जीवित करेगा. जबकि मुत्ताकी ने अफगानिस्तान में उपलब्ध अनुकूल निवेश अवसरों का लाभ उठाने का आग्रह किया. बैठक में द्विपक्षीय नेतृत्वक संबंधों, व्यापार, पारगमन और हाल की क्षेत्रीय नेतृत्वक प्रगति पर चर्चा हुई. हालांकि हिंदुस्तान द्वारा अटारी बॉर्डर बंद कर देने से पाकिस्तान के जरिये होने वाला हिंदुस्तान-अफगान व्यापार बुरी तरह प्रभावित हो रहा है. इस बॉर्डर के जरिये दोनों देशों के बीच सालाना 50 करोड़ डॉलर का व्यापार होता रहा है. यह सूखे मेवों का सीजन है और अफगानिस्तान से सूखे मेवे इसी रूट से हिंदुस्तान आते रहे हैं. गौरतलब है कि 2001 से 2021 तक हिंदुस्तान क्षेत्रीय स्तर पर अफगानिस्तान का सबसे बड़ा मददगार था, जिसने उस दौरान काबुल को तीन अरब डॉलर से अधिक की मदद की थी. तब हिंदुस्तान ने अफगानिस्तान के सभी प्रांतों में बिजली, जलापूर्ति, सड़क संपर्क, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, कृषि और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में 500 से अधिक परियोजनाओं को वित्तपोषित किया था. इसी कारण हिंदुस्तानीय प्रतिनिधि ने काबुल में पूर्व अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई से भी मुलाकात की. बेशक तालिबान को वैश्विक मान्यता नहीं मिली है, लेकिन हिंदुस्तान ने वहां कूटनीतिक मौजूदगी और मानवीय मदद बनाये रखी है. विगत जनवरी में विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने दुबई में मुत्ताकी से मुलाकात भी की थी. कुल मिलाकर, इस समय हिंदुस्तान को मिलता अफगानिस्तान का साथ पड़ोसी पाकिस्तान के लिए बड़ा कूटनीतिक झटका है. The post अफगानिस्तान का साथ appeared first on Naya Vichar.

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जीवन का मार्गदर्शन करता है गीता का कर्मयोग सिद्धांत

Gita Updesh: श्रीमद्भगवद्गीता जीवन के संघर्षों में दिशा दिखाने वाला दिव्य ग्रंथ है. यह भय, भ्रम और तनाव की स्थिति में आत्मिक शांति, कर्तव्य और संयम का मार्ग सिखाती है. गीता निष्काम कर्म, मोह और अहंकार से मुक्त जीवन का संदेश देती है. यह आत्मचिंतन, विश्वास और संतुलन की प्रेरणा देती है. भगवद्गीता में “कर्मयोग” एक अत्यंत महत्वपूर्ण उपदेश है, जिसे भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को युद्धभूमि में दिया. इसका तात्पर्य है कि कर्म करते हुए भी आसक्ति और फल की इच्छा से मुक्त रहना है. इसका मतलब है कि व्यक्ति अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा से निभाए, लेकिन उस कर्म के फल की चिंता न करें. ऐसे में आइए जानते हैं कर्मयोग का सिद्धांत क्या कहता है. कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।मा कर्मफलहेतुर्भूर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि॥ इस श्लोक के जरिए भगवान श्रीकृष्ण कहते हैं कि मनुष्य को केवल कर्म करने का अधिकार है, उस कर्म के फलों से कोई सरोकार नहीं है. इसलिए कर्मों के फल का कारण न बने और न ही अपने कर्म करने में आसक्त हो. यह भी पढ़ें- शांति की तलाश में? गीता है उत्तर यह भी पढ़ें- प्रेम में निश्छल रहकर भी न स्वीकारा जाए, तो याद रखें गीता के ये उपदेश कर्मयोग के मुख्य सिद्धांत निष्काम कर्म बिना फल की कामना किए कर्म करना. कर्तव्यपालन अपने धर्म या कर्तव्य को निभाना ही सर्वोच्च योग है, चाहे वह कितना भी कठिन क्यों न हो. आसक्ति का त्याग कर्म से आसक्ति को छोड़ना और मन को समभाव में रखना. योगः कर्मसु कौशलम् कुशलता से, संतुलन बनाए रखते हुए कर्म करना ही योग है. कर्मयोग का उद्देश्य कर्मयोग आत्मा को शुद्ध करता है, मन को एकाग्र करता है और अंततः ईश्वर की प्राप्ति का मार्ग बनता है. यह मनुष्य को कर्म के अहंकार से मुक्त करता है. यह भी पढ़ें- बचपन में ही बच्चों में बोए गीता ज्ञान के बीज, जीवन भर मिलती रहेगी छांव Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार किसी भी तरह से इनकी पुष्टि नहीं करता है. The post जीवन का मार्गदर्शन करता है गीता का कर्मयोग सिद्धांत appeared first on Naya Vichar.

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100 साल में एक बार आता है ऐसा योग, अक्षय तृतीया पर जानें पूजा और खरीदारी का सही समय

Akshaya Tritiya 2025 Shubh Yog: अक्षय तृतीया पर अक्षय योग और गजकेसरी योग का निर्माण होने जा रहा है, जिससे कुछ राशियों पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी. यह पर्व 30 अप्रैल को मनाया जाएगा. तृतीया तिथि 29 अप्रैल को रात्रि 11 बजकर 47 मिनट से प्रारंभ होकर 30 अप्रैल को रात्रि 9 बजकर 37 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि के अनुसार, अक्षय तृतीया का उत्सव 30 अप्रैल को ही मनाया जाएगा. ज्योतिषाचार्य अनीता पाराशर के अनुसार, ज्योतिष शास्त्र में यह बताया गया है कि जब चंद्रमा और गुरु का संयोग राशि के दूसरे, छठे, दसवें और ग्यारहवें भाव में होता है, तब अक्षय योग का निर्माण होता है. अक्षय तृतीया पर बन रहा है ये शुभ योग इस वर्ष अक्षय तृतीया पर कई दुर्लभ योगों का निर्माण हो रहा है. इस दिन पंच महाराजयोग का निर्माण हो रहा है, जिससे कुछ राशियों पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा हो सकती है. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, अक्षय तृतीया के अवसर पर लक्ष्मी नारायण, मालव्य, आदित्य योग, गजकेसरी और अक्षय राजयोग का निर्माण हो रहा है. इस प्रकार वृषभ, सिंह, कन्या, वृश्चिक और कुंभ राशि के जातकों को विशेष लाभ प्राप्त हो सकता है. दूसरी ओर, सूर्य भी अपनी उच्च राशि में गोचर करते हुए आदित्य योग का निर्माण कर रहे हैं. इसके अतिरिक्त, अक्षय तृतीया पर 24 वर्षों के बाद अक्षय योग भी बन रहा है. Akshaya Tritiya 2025 के दिन अपनी राशि के अनुसार करें शुभ दान और खरीदारी अक्षय तृतीया पर दोपहर तक खरीदारी का मुहूर्त 2025 आज अक्षय तृतीया के अवसर पर दोपहर तक सोने और अन्य वस्तुओं की खरीदारी के लिए शुभ मुहूर्त निर्धारित किया गया है. यह मुहूर्त सुबह 05:41 से शुरू होकर दोपहर 02:12 तक रहेगा. शुभ चौघड़िया मुहूर्त की बात करें तो यह सुबह 05:41 से 09:00 तक और फिर सुबह 10:39 से 12:18 तक उपलब्ध रहेगा. The post 100 साल में एक बार आता है ऐसा योग, अक्षय तृतीया पर जानें पूजा और खरीदारी का सही समय appeared first on Naya Vichar.

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