Hot News

May 10, 2025

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Ceasefire: ओवैसी ने उठाए युद्धविराम पर सवाल, सरकार से मांगा PAK नीति पर स्पष्टीकरण

Ceasefire: हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच सीमा पर लंबे समय से जारी तनाव के बीच हाल ही में दोनों देशों ने युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है. इस फैसले का देश के विभिन्न नेतृत्वक और सामाजिक हलकों से मिला-जुला स्वागत हो रहा है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने जहां एक ओर सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति की संभावनाओं का स्वागत किया, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की मंशा पर सवाल उठाते हुए कई गंभीर बिंदुओं की ओर ध्यान खींचा. ओवैसी ने कहा कि जब तक पाकिस्तान अपनी जमीन का इस्तेमाल हिंदुस्तान के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए करता रहेगा, तब तक स्थायी शांति की उम्मीद करना व्यर्थ है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि केवल सीजफायर की घोषणा ही पर्याप्त नहीं है, बल्कि उन आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई जारी रहनी चाहिए जो पहलगाम में हुए हमले के लिए जिम्मेदार हैं. उन्होंने हिंदुस्तानीय सेना और प्रशासन के प्रति अपना समर्थन जताते हुए कहा कि वह हमेशा देश के खिलाफ होने वाले किसी भी बाहरी आक्रमण के खिलाफ प्रशासन और सशस्त्र बलों के साथ खड़े रहे हैं और आगे भी खड़े रहेंगे. उन्होंने हिंदुस्तानीय सेना की बहादुरी और क्षमताओं की सराहना करते हुए, हाल ही में शहीद हुए सैनिक एम मुरली नाइक और एडीसीसी राज कुमार थापा को श्रद्धांजलि दी. साथ ही उन्होंने संघर्ष के दौरान मारे गए और घायल हुए नागरिकों के लिए संवेदना व्यक्त की. इसे भी पढ़ें: 10 से 14 मई तक आंधी-तूफान-भारी बारिश का कहर, IMD का हाई अलर्ट सीजफायर की घोषणा को लेकर उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि इससे सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले नागरिकों को काफी राहत मिलेगी, जो लंबे समय से गोलीबारी और असुरक्षा के माहौल में जी रहे थे. हालांकि, उन्होंने प्रशासन से चार महत्वपूर्ण सवाल भी पूछे, जिनका उत्तर जनता को दिया जाना चाहिए. पहला सवाल: ओवैसी ने यह जानना चाहा कि जब हिंदुस्तान 1972 के शिमला समझौते के बाद से तीसरे पक्ष के हस्तक्षेप का विरोध करता रहा है, तो इस बार एक विदेशी राष्ट्राध्यक्ष ने युद्धविराम की घोषणा क्यों की? क्या यह कश्मीर मुद्दे के अंतर्राष्ट्रीयकरण की शुरुआत है? दूसरा सवाल: उन्होंने यह भी पूछा कि हिंदुस्तान तटस्थ क्षेत्र में बातचीत के लिए क्यों राजी हुआ और इन वार्ताओं का एजेंडा क्या है? क्या अमेरिका यह गारंटी देगा कि पाकिस्तान भविष्य में अपनी सरज़मीं का इस्तेमाल हिंदुस्तान के खिलाफ आतंकवाद के लिए नहीं करेगा? तीसरा सवाल: ओवैसी ने पूछा कि क्या हिंदुस्तान इस संघर्षविराम के जरिए पाकिस्तान को भविष्य में आतंकवादी हमले करने से रोकने के अपने उद्देश्य में सफल हुआ है, या यह सिर्फ एक अस्थायी समाधान है? चौथा सवाल: उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को FATF की ग्रे लिस्ट में बनाए रखने के लिए हिंदुस्तान की अंतरराष्ट्रीय कोशिशें जारी रहनी चाहिए, क्योंकि यही दबाव उसे आतंकी संगठनों से दूरी बनाए रखने के लिए मजबूर करेगा. ओवैसी की इन टिप्पणियों से स्पष्ट है कि वह संघर्षविराम को केवल एक अस्थायी राहत मानते हैं और हिंदुस्तान की सुरक्षा और रणनीतिक स्थिति को लेकर सजग बने हुए हैं. उन्होंने शांति की संभावनाओं का स्वागत तो किया, लेकिन साथ ही प्रशासन से पारदर्शिता और स्पष्ट नीति की मांग भी की. इसे भी पढ़ें: पाकिस्तान का झूठ बेनकाब, अफगानिस्तान ने बताई सच्चाई The post Ceasefire: ओवैसी ने उठाए युद्धविराम पर सवाल, प्रशासन से मांगा PAK नीति पर स्पष्टीकरण appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

3 लाख रुपये का भारी कैश डिस्काउंट, Car कंपनी इस प्रीमियम एसयूवी को खरीदने पर दे रही है

Jeep Cherokee Car Discount offer: अगर आप इस महीने अपने परिवार के लिए दमदार एक एसयूवी खरीदने का प्लान बना रहा है, तो आपके लिये जीप इंडिया की ग्रैंड चेरोकी एसयूवी बढ़िया ऑप्शन हो सकती है. कंपनी ने अपनी इस प्रीमियम और लग्जरी एसयूवी पर इस महीने 3 लाख का भारी कैश डिस्काउंट दे रही है. इस एसयूवी की एक्स-शोरूम प्राइस 67.50 लाख रुपए है. जीप इंडिया इस एसयूवी पर अभी तक 12 लाख रुपए का दमदार डिस्काउंट भी दे चुकी है. जीप इंडिया कंपनी के पोर्टफोलियो की ये सबसे महंगी और लग्जरी कार में भी शामिल है. इच्छुक ग्राहकों को इस ऑफर का लाभ सिर्फ इस महीने तक ही मिल सकेगा. यह भी पढ़ें: Tata Motors इलेक्ट्रिक व्हीकल पर बंपर डिस्काउंट दे रही है, 1 लाख रुपये तक की बचत करें  जीप ग्रैंड चेरोकी के इंजन स्पेसिफिकेशन एसयूवी जीप ग्रैंड चेरोकी में 2.0-लीटर का टर्बोचार्ज्ड पेट्रोल इंजन मिलता है, जो 270 Hp का पावर और 400 Nm का टॉर्क जनरेट करता है. ऑफरोडिंग के लिए हिंदुस्तानीय बाजार में मौजूद ये कार दूसरी सभी एसयूवी पर भारी पड़ती है. इसमें आपको 215 mm का ग्राउंड क्लीयरेंस देखने को मिलता है. जिसके चलते ग्रैंड चेरोकी 533 mm गहरे पानी में चल सकती है. जीप ग्रैंड चेरोकी सिगंल वैरिएंट और 4 कलर्स में उपलब्ध है. यह भी पढ़ें: धमाकेदार छूट! Honda कार इंडिया अपने इन मॉडल्स पर दे रही है इतने हजार का डिस्काउंट जीप ग्रैंड चेरोकी के फीचर्स जीप ग्रैंड चेरोकी सिगंल वैरिएंट और 4 कलर्स में उपलब्ध है. इसमें स्लिमर हेडलाइट्स और टेल लाइट्स के साथ अपने पुराने मॉडल की तुलना में एक शार्प डिजाइन दिया गया है. इसके फ्रंट में जीप का सिग्नेचर 7-स्लैट ग्रिल और ‘Jeep’ का लोगो देखने को मिलता है. स्क्वॉयर-ऑफ व्हील आर्च, बॉडी क्लैडिंग और 20-इंच और मेटॉलिक ओलॉय व्हील्स ग्रैंड चेरोकी को एक दमदार एसयूवी बनाता है. रियर में स्लिम LED टेल लाइट्स और क्रोम सराउंड के साथ एक रियर विंडशील्ड मिलता है.   The post 3 लाख रुपये का भारी कैश डिस्काउंट, Car कंपनी इस प्रीमियम एसयूवी को खरीदने पर दे रही है appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

India Pakistan War : ‘पाकिस्तान बोला रुकिए, भारत बोला- पहले सुधर जाओ’, पीएम मोदी ने की हाई-लेवल बैठक

India Pakistan War : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने आवास पर एक उच्चस्तरीय सुरक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें देश के शीर्ष रक्षा और विदेश मामलों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान मौजूद रहे इसके अलावा एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और विदेश सचिव विक्रम मिस्री भी इस बैठक में शामिल हुए. हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच बनी बड़ी सहमति शनिवार को हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच एक अहम सहमति बनी, जिसके तहत दोनों देशों ने ज़मीन, समुद्र और हवा में सभी तरह की फायरिंग और सैन्य कार्रवाई को रोकने पर सहमति जताई है. विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि हिंदुस्तान आतंकवाद के खिलाफ अपनी सख्त और बिना समझौते की नीति पर अडिग रहेगा उन्होंने लिखा, “हिंदुस्तान और पाकिस्तान ने आज फायरिंग और सैन्य कार्रवाई को रोकने पर सहमति बनाई है हिंदुस्तान ने हमेशा आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है और आगे भी अपनाता रहेगा” पीएम मोदी ने एस जयशंकर, राजनाथ सिंह, एनएसए, सीडीएस और सभी सशस्त्र बलों के प्रमुखों के साथ बैठक की डीजीएमओ स्तर पर हुई सीधी बातचीत विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) ने शनिवार दोपहर 3:35 बजे हिंदुस्तानीय डीजीएमओ को कॉल की थी इस बातचीत में दोनों देशों ने 5 बजे शाम से सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति जताई उन्होंने कहा, “आज दोनों देशों की सेनाओं को इस सहमति को लागू करने के निर्देश दिए गए हैं डीजीएमओ स्तर की अगली बातचीत 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर होगी” हिंदुस्तान की जवाबी कार्रवाई गौरतलब है कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी इसके जवाब में हिंदुस्तान ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ लॉन्च किया, जिसके तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में 9 आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की गई इसके बाद पाकिस्तान ने कई बार बिना उकसावे के आर्टिलरी गन और ड्रोन का इस्तेमाल कर हालात को और भड़काने की कोशिश की विदेश सचिव मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई उकसावे वाली और तनाव बढ़ाने वाली रही, लेकिन हिंदुस्तान ने हर स्तर पर उसका प्रभावी जवाब दिया है. Also Read: हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच सीजफायर लागू होने के बाद सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगीं इंदिरा गांधी The post India Pakistan War : ‘पाकिस्तान बोला रुकिए, हिंदुस्तान बोला- पहले सुधर जाओ’, पीएम मोदी ने की हाई-लेवल बैठक appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

लैप्रोस्कोपिक हर्निया सर्जरी पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई आयोजित, विशेषज्ञों ने साझा किए अद्यतन अनुभव

PRAYAGRAJ NEWS: हर्निया कॉन्क्लेव 2025 का भव्य शुभारंभ मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में हुआ इस आयोजन में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एवं स्वरूप रानी नेहरू चिकित्सालय, प्रयागराज में शनिवार को हर्निया सर्जरी पर केंद्रित राष्ट्रीय संगोष्ठी (CME) का आयोजन किया गया.यह कार्यक्रम हर्निया कॉन्क्लेव 2025 के अंतर्गत यूपी चैप्टर ऑफ एसोसिएशन ऑफ सर्जन्स ऑफ इंडिया (ASI) के तत्वावधान में आयोजित हुआ, जिसमें देशभर के ख्यातिप्राप्त सर्जनों और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया. कार्यक्रम का शुभारंभ प्रो. प्रीतम दास सभागार में किया गया. उद्घाटन के मुख्य अतिथि ASI के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण सूर्यवंशी रहे, जिन्होंने हर्निया सर्जरी के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों की चर्चा करते हुए कहा,“इस प्रकार के शैक्षणिक मंच युवा सर्जनों के लिए अत्यंत उपयोगी हैं. ये सम्मेलनों से अद्यतन तकनीकों को अपनाकर रोगियों को बेहतर उपचार देना संभव होता है.” विशिष्ट अतिथि के रूप में ASI के मुख्य सलाहकार डॉ. शिवाकांत मिश्रा और UPASI के अध्यक्ष डॉ. निखिल सिंह उपस्थित रहे. उन्होंने प्रयागराज में आयोजित इस आयोजन को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में इस प्रकार के सम्मेलनों की आवृत्ति चिकित्सा क्षेत्र के लिए अत्यंत शुभ संकेत है. डॉ वत्सला मिश्रा ने आयोजन समिति को इस सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई दी. कार्यक्रम में संरक्षक के रूप में मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य प्रो. डॉ. वत्सला मिश्रा ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज की. उन्होंने कहा“इस संगोष्ठी ने न केवल हमारे संस्थान की शैक्षणिक परंपरा को समृद्ध किया है, बल्कि विभाग की प्रतिबद्धता और नेतृत्व क्षमता को भी रेखांकित किया है. मैं आयोजन समिति को इस सफल आयोजन के लिए हार्दिक बधाई देती हूँ.”कार्यक्रम के आयोजन अध्यक्ष डॉ. प्रोबाल नियोगी और सचिव डॉ. वैभव श्रीवास्तव ने बताया कि यह संगोष्ठी हर्निया सर्जरी में हो रहे उन्नयन को साझा करने और शिक्षण संस्थानों के बीच समन्वय बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है. इस अवसर पर प्रतिष्ठित सर्जन एवं फैकल्टी सदस्य बड़ी संख्या में उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से डॉ अक्षय आनंद,डॉ. अशोक अग्रवाल, डॉ. सुजीत सिंह, डॉ दिनेश कुमार, डॉ. राजीव सिंह, डॉ. संजय सिंह, डॉ. मयंक सिंह, डॉ. राजकुमार चौधरी, डॉ. राहुल सिंह, डॉ. संतोष सिंह,डॉ. अभिनव अग्रवाल, डॉ विशाल केवलानी, डॉ तरुण कालरा, डॉ कृष्ण सिंह, डॉ अत्री शाहा और डॉ शेषनाथ एवं अन्य लोग उपस्थित रहे. संगोष्ठी में बड़ी संख्या में रेजिडेंट डॉक्टर, पीजी छात्र-छात्राएं एवं सर्जरी विभाग के प्रशिक्षुओं ने भाग लिया और विशेषज्ञों से प्रत्यक्ष संवाद कर शैक्षणिक लाभ प्राप्त किया. The post लैप्रोस्कोपिक हर्निया सर्जरी पर राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई आयोजित, विशेषज्ञों ने साझा किए अद्यतन अनुभव appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

‘What the hell… सीजफायर का क्या हुआ?’ पाकिस्तान की ताजा गोलाबारी के बाद गुस्से में उमर अब्दुल्ला

India Pakistan Ceasefire: जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को श्रीनगर में विस्फोटों और हवाई रक्षा गतिविधि की रिपोर्ट के बाद कुछ ही घंटे पहले घोषित युद्ध विराम की स्थिति के बारे में गंभीर चिंता जताई. एक्स पर एक पोस्ट में, उन्होंने कहा, ‘यह कोई युद्ध विराम नहीं है. श्रीनगर के मध्य में हवाई रक्षा इकाइयां अभी-अभी सक्रिय हुई हैं.’ एक अन्य पोस्ट में अब्दुल्ला ने लिखा, ‘आखिर संघर्ष विराम को क्या हो गया? श्रीनगर में विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं!!!’ इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को अपने आवास पर एक बैठक की अध्यक्षता की जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, एनएसए अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान शामिल हुए. What the hell just happened to the ceasefire Omar Abdullah blast on Pakistan सेनाध्यक्षों के साथ बेठक कर रहे हैं पीएम मोदी बैठक में एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी और विदेश सचिव विक्रम मिस्री शामिल हुए. हिंदुस्तान और पाकिस्तान ने शनिवार को गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई. विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट में उल्लेख किया कि हिंदुस्तान आतंकवाद के खिलाफ अपना दृढ़ और अडिग रुख जारी रखेगा. उन्होंने कहा, ‘हिंदुस्तान और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है. हिंदुस्तान ने लगातार सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद के खिलाफ एक दृढ़ और अडिग रुख बनाए रखा है. यह ऐसा करना जारी रखेगा.’ This is no ceasefire. The air defence units in the middle of Srinagar just opened up. pic.twitter.com/HjRh2V3iNW — Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 10, 2025 What the hell just happened to the ceasefire? Explosions heard across Srinagar!!! — Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 10, 2025 पाकिस्तान ने की थी सीजफायर की मांग इससे पहले, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने मीडिया को बताया कि पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक ने शनिवार दोपहर अपने हिंदुस्तानीय समकक्ष से संपर्क किया. उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) ने आज दोपहर 15:35 बजे हिंदुस्तानीय DGMO को फोन किया. उनके बीच यह सहमति बनी कि दोनों पक्ष हिंदुस्तानीय मानक समयानुसार 1700 बजे से जमीन, हवा और समुद्र में सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई बंद कर देंगे.’ उकसावे वाली कार्रवाई कर रहा पाकिस्तान उन्होंने कहा, ‘आज, इस सहमति को लागू करने के लिए दोनों पक्षों को निर्देश दिए गए हैं.’ सैन्य संचालन महानिदेशक 12 मई को 1200 बजे फिर से बात करेंगे.’ सुबह पहले एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में, मिस्री ने जोर देकर कहा कि हिंदुस्तान के खिलाफ पाकिस्तान द्वारा की जा रही कार्रवाई ‘बढ़ाने वाली’ और ‘उकसाने वाली’ प्रकृति की है और इसका प्रभावी ढंग से जवाब दिया जा रहा है. हिंदुस्तान ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए भयानक आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया था. इस आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे. हिंदुस्तान ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर में नौ आतंकी ठिकानों पर हमला किया था. पाकिस्तान ने तोपों और ड्रोन का इस्तेमाल करके बिना उकसावे के कई हमले करके स्थिति को और खराब करने की कोशिश की. ये भी पढ़ें… ‘पाकिस्तान को हमने बहुत भारी नुकसान पहुंचाया’, सीजफायर के बाद बोलीं कर्नल सोफिया कुरैशी India Pakistan Conflict: अपनी जमीन पर किसी भी आतंकी हमले को युद्ध मानेगा हिंदुस्तान, प्रशासन ने किया बड़ा फैसला The post ‘What the hell… सीजफायर का क्या हुआ?’ पाकिस्तान की ताजा गोलाबारी के बाद गुस्से में उमर अब्दुल्ला appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

बिना शर्त युद्धविराम के लिए तैयार हुए जेलेंस्की, कीव में यूरोपीय नेताओं की बैठक

Ukraine Russia: यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने 12 मई 2025 से रूस के साथ पूर्ण और बिना शर्त युद्धविराम की अपील की है. यह अपील तब आई, जब ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी और पोलैंड के नेता कीव में शांति वार्ता के लिए एकत्र हुए. जेलेंस्की ने ज़ोर देकर कहा कि यह युद्धविराम जमीन, समुद्र और हवा—तीनों क्षेत्रों में लागू होना चाहिए और इसकी अवधि कम से कम 30 दिन होनी चाहिए. यूरोपीय समर्थन और स्पष्ट चेतावनी समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर फ्रेडरिक मर्ज़ और पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने रूस से अपील की कि वह इस प्रस्ताव को स्वीकार करे. जेलेंस्की ने स्पष्ट किया कि अगर रूस ने युद्धविराम स्वीकार नहीं किया, तो उसके ऊर्जा और बैंकिंग सेक्टर पर कठोर प्रतिबंध लगाए जाएंगे. एक्स पोस्ट में साझा किया संदेश एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए जेलेंस्की ने बताया कि कीव में हुई इस अहम बैठक में 30 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. उन्होंने लिखा, “सोमवार, 12 मई से शुरू होकर कम से कम 30 दिनों के लिए पूर्ण और बिना शर्त युद्धविराम होना चाहिए.” प्रतिबंधों की तैयारी और रूस को चेतावनी जेलेंस्की ने बताया कि यूरोपीय संघ का 17वां प्रतिबंध पैकेज तैयार किया जा रहा है, जो यूके, नॉर्वे और अमेरिका के साथ समन्वय में लागू होगा. उन्होंने रूस की जमी हुई संपत्तियों के उपयोग की चर्चा जी7 शिखर सम्मेलन में करने की भी घोषणा की. यूक्रेन की रक्षा को लेकर साझा प्रतिबद्धता यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन की सुरक्षा और रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई. इसमें हथियारों का उत्पादन, रक्षा क्षेत्र में निवेश और संयुक्त परियोजनाएं शामिल हैं. बैठक के अंत में सभी नेताओं ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी बातचीत की और साझा रणनीति पर सहमति जताई. इसे भी पढ़ें: ऑपरेशन सिंदूर के आगे झुका पाकिस्तान, राजस्थान के जैसलमेर में जश्न रूस-यूक्रेन युद्ध का तीसरा वर्ष फरवरी 2022 में शुरू हुआ रूस-यूक्रेन युद्ध अब अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुका है. यह यूरोप के इतिहास में सबसे लंबे और विनाशकारी संघर्षों में से एक बन गया है. जेलेंस्की की यह पहल युद्ध के कूटनीतिक समाधान की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास मानी जा रही है. इसे भी पढ़ें: 1971 के बाद हिंदुस्तानीय सेना ने पाकिस्तान को सिखाया सबसे बड़ा सबक, ऑपरेशन सिंदूर की दिखाई ताकत The post बिना शर्त युद्धविराम के लिए तैयार हुए जेलेंस्की, कीव में यूरोपीय नेताओं की बैठक appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Mother’s Day : व्यक्तित्व के निर्माण में मातृत्व की अहम भूमिका

Mother’s Day : हिंदुस्तान महान माताओं का देश रहा रहा है जिनकी महिमा एवं मातृत्व के अमृत ने मनुष्य की कौन कहे, स्वयं देवताओं तक को नतमस्तक होने पर विवश कर दिया है. सनातन संस्कृति में अनेक ऐसे उदाहरण उपलब्ध हैं जहां हिंदुस्तानीय स्त्रियों की मातृत्व के आभा ने विश्व का मार्गदर्शन किया है.महर्षि वाल्मिक ने कहा- ‘नास्ति मातृ समो गुरु’ और मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के द्वारा ‘जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी’ की उद्‌घोषणा के पीछे माता और मातृत्व की महिमा की स्वीकृति ही है. मातृत्व नारी की महिमा वस्तुतः मातृत्व नारी की महिमा भी है और नारी जीवन का लक्ष्य भी है. नारी का जन्म मातृत्व द्वाराही धन्य होता है. माता का पद प्राप्त करते ही विश्व की समस्त मंगलकामना, कोमलता और करूणा नारी के जीवन में स्वत: समाहित हो जाती हैं. मातृत्व की मूल वृत्ति नारी को रहस्यमयी भी बना देती है. मातृत्व सृष्टि के परंपरा प्रवाह को बनाए रखने की साधना है और इसलिए यह वंदनीय भी है. अल्पावस्था में बालक सबसे अधिक मां के निकट संपर्क में रहता है इसलिए स्वभाविक रूप से मातृत्व का एक व्यक्ति के व्यक्तित्व निर्माण में सबसे अधिक प्रभाव पड़ता है. ब्रह्मा, विष्णु और महेश बनकर एक नारी अपनी संतान के व्यक्तित्व निर्माण में सक्षम है. माता चाहे भिखारिन हो, धनवान हो, विद्वान की पत्नी हो या फिर वनों में रहने वाली हिंसक शेरनी ही क्यों ना हो, प्रकृति ने समस्त योनियों में जन्म देने वाली नारी शक्ति को सम्मान रूप से ममतामयी और संवेदनशील बनाया है. माता अपनी संतान के ऊपर आया संकट देख अपना सबकुछ आहुति देकर भी संतान की रक्षा करती है. मां का प्रेम नि: स्वार्थ संतान के प्रति मां का प्रेम सर्वथा नि: स्वार्थ होता है. वह केवल यह चाहती है कि उसकी संतान सुखी रहे. इसी में एक मां को परम संतोष का अनुभव होता है. यदि प्रेम के पारमार्थिक स्वरूप का दर्शन करना है तो मां की ओर देखना चाहिए. परमात्मा के सच्चे स्वरूप को समझना है, तो मां की ममतामयी गोद को याद करना चाहिए. शास्त्र कहते हैं कि माता कुमाता नहीं हो सकती है, हां पुत्र जरूर कुपुत्र हो सकता है. मातृत्व के संदर्भ में यह याद रखना चाहिए कि मातृत्व पद नारी की दुर्बलता भी है. इसको पाने के लिए वह सबकुछ करने को तैयार हो जाती है.आजकल यह शंका भी जताई जा रही है कि पश्चिमी जगत के प्रभाव में हिंदुस्तान में मातृत्व संकट में है. लेकिन यह शंका निराधार है. हिंदुस्तान में अनेक ऐसी माताओं ने जन्म लिया है, जिसने अपने पराक्रम से मातृत्व को गौरवान्वित किया है. हां यह बात अलग है कि मातृत्व के समक्ष आज के समय में काफी चुनौतियां हैं, बावजूद इसके मां और मातृत्व पूजनीय हैं. The post Mother’s Day : व्यक्तित्व के निर्माण में मातृत्व की अहम भूमिका appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

राष्ट्रीय लोक अदालत में 9003 वादों का निष्पादन

: छह करोड़ 83 लाख 34 हजार 744 रुपये राजस्व की वसूली कोडरमा. जिला विधिक सेवा प्राधिकार के तत्वावधान में व्यवहार न्यायालय परिसर में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया़ इस दौरान नौ बेंचों के माध्यम से कुल 9003 वादों का निष्पादन किया गया़ इसमें लंबित वादों की संख्या 1503 तथा प्री-लिटिगेशन के 7500 मामले (बैंक ऋण व अन्य ) शामिल हैं, जबकि विभिन्न विभागों से कुल छह करोड़ 83 लाख 34 हजार 744 रुपये राजस्व की वसूली की गयी. मौके पर प्रधान जिला जज बाल कृष्ण तिवारी ने कहा कि लोक अदालत शीघ्र, सस्ता एवं सुलभ न्याय पाने का सशक्त माध्यम है़ इसके माध्यम से जहां एक ओर लोगों के समय एवं पैसों की बचत होती है, वहीं लोगों को त्वरित न्याय भी मिल पाता है़ मौके पर झारखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकार रांची के संरक्षण में जिला विधिक सेवा प्राधिकार लोहरदगा में आयोजित राष्ट्रीय लोक अदालत के उदघाटन समारोह काे कोडरमा न्याय मंडल के न्यायिक पदाधिकारियों ने ऑनलाइन देखा. प्रधान जिला जज ने सभी बेंचों का निरीक्षण किया़ बेंच संख्या एक में जिला जज प्रथम गुलाम हैदर, अधिवक्ता सुरेश कुमार, बेंच संख्या दो में जिला जज तृतीय राकेश चंद्रा, अधिवक्ता लखन प्रसाद सिंह, बेंच संख्या तीन में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मनोरंजन कुमार, अधिवक्ता अजय कुमार, बेंच संख्या चार में अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी कंचन टोप्पो, अधिवक्ता संगीता रानी, बेंच संख्या पांच में न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी शिवांगी प्रिया, अधिवक्ता सुमन कुमारी, बेंच संख्या छह में न्यायिक दंडाधिकारी प्रथम श्रेणी नमिता मिंज, अधिवक्ता कीर्ति कुमारी, बेंच संख्या सात में स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष आरके तिवारी, सदस्य ममता सिंह, कुमारी अनुपमा, बेंच संख्या आठ में जिला नीलामपत्र पदाधिकारी व अधिवक्ता रीतम कुमारी एवं बेंच संख्या नौ में जिला उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष अभय कुमार सिन्हा, सदस्य शिल्पी चटर्जी व अधिवक्ता अंशु यामिनी ने मामलों की सुनवाई की़ मौके पर मुंसिफ मिथिलेश कुमार, एलडीएम निवास कुमार, स्टेट बैंक के मुख्य शाखा प्रबंधक सियाराम यादव, न्यायालयकर्मी रंजीत कुमार सिंह, आशीष कुमार सिन्हा, मनोज मिश्रा, रविन्द्र कुमार, अनिल कुमार सिंह, शंभु शरण, प्रकाश चंद्रा, दीपक कुमार, प्रियंका कुमारी, रवि कुमार, अभिमन्यु कुमार व अन्य मौजूद थे़ डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post राष्ट्रीय लोक अदालत में 9003 वादों का निष्पादन appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

सात साल से अटका है रिंग रोड का निर्माण

हजारीबाग. हजारीबाग रिंग रोड का निर्माण कार्य सात साल से अटका हुआ है. 16.432 किलोमीटर में से मात्र 1.98 किलोमीटर तक ही काम हो पाया है. इस महत्वाकांक्षी योजना के रुके होने की वजह से हजारीबाग का विकास प्रभावित हुआ है. काम में देरी की वजह से भारी वाहन शहर के बीच से आवागम करते है, जिससे सड़क हादसों की संख्या भी बढ़ी है. पिछले चार सालों में दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत भारी वाहनों की चपेट में आने से हुई है. इस स्थिति में नागरिक सुरक्षा जैसी बुनियादी चिंता शहर वासियों में बढ़ रही है. साथ ही विकास परियोजनाओं की गति पर भी सवाल उठ रहे हैं. क्या है योजना हजारीबाग रिंग रोड की निर्माण प्रक्रिया वर्ष 2017-18 में शुरू हुई थी. राज्य प्रशासन हजारीबाग में 16.432 किलोमीटर रिंग रोड बनाने का निर्णय लिया. रिंग रोड एनएच 33 मासीपीढी से एनएच 100 मेरावल तक फोर लेन सड़क बनाने की योजना है. इसके लिए 17 गांवों की भूमि अधिग्रहण किया जाना है, जिसमें मासीपीढी, खपरियावां, सिरसी, डामोडीह, रेवाली, मसरातू, कदमा, कस्तूरीखाप, अलगडीहा, गदोखर, रोमी, अतिया, मंडईकला, मंडईखुर्द, नावाडीह, सलगावं, मेरावल गांव शामिल हैं. इस परियोजना में 1364 परिवारों की जमीन का अधिग्रहण किया जाना है. भूमि अधिग्रहण के लिए झारखंड राज्य राजमार्ग प्राधिकरण ने हजारीबाग भू अर्जन को 69 करोड़ रुपये उपलब्ध कराया है. इसके अलावा सड़क निर्माण के लिए झारखंड राज्य मार्ग प्राधिकरण ने पहले चरण के सड़क निर्माण के लिए 5.882 किलोमीटर सड़क के लिए 50.39 करोड़ रुपये की निविदा जारी की. सात साल में मात्र 1.98 किलोमीटर का काम पिछले सात साल में मासीपीढी से मसरातु के बीच 5.582 किलोमीटर सड़क में से मात्र 1.98 किलोमीटर का काम हो पाया है. यह कार्य बाखरीक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 18.9.2019 में शुरू किया गया था. इस सड़क को 17.3.2021 तक पूरा करना था, लेकिन रेवाली, डामोडीह, सिरसी, खपरियावां के कुछ हिस्सों में करीब 1.98 किलोमीटर तक ही काम हुआ, जिसके बाद संवेदक ने कार्य छोड़ दिया. तब से यह सड़क निर्माण का काम अधूरा है. क्या है अड़चन 17 गांवों में से मात्र पांच गांवों की ही जमीन रिंग रोड के लिए अधिग्रहित हो पायी है, जिनमें मासीपीढी, खपरियावां, डामोडीह, रेवाली गांव शामिल हैं. इसके अलावा सिरसी गांव की जीएम जमीन भी इसमें शामिल है. झारखंड राज्य राजमार्ग प्राधिकरण से हजारीबाग भू अर्जन कार्यालय को 59 करोड़ रुपये भूमि अधिग्रहण के लिए मिले थे. भू अर्जन कार्यालय ने रैयतों के बीच 46 करोड़ रुपये मुआवजे के रूप में वितरित किये, जिसमें 1.839 किलोमीटर जमीन आती है. इसके अलावा 19 रैयतों ने मुआवजा राशि को लेकर उच्च न्यायालय में याचिका दायर की है. सड़क दुर्घटना में बढ़ोतरी अधूरे रिंग रोड की वजह से हजारीबाग शहर के बीचो-बीच भारी वाहन गुजरते हैं, जिससे पिछले चार सालों में दो दर्जन से अधिक लोगों की मौत हुई है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post सात साल से अटका है रिंग रोड का निर्माण appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

मातृ दिवस पर बच्चों की माताओं ने दिखाया दम

कोडरमा. द आरवीएस में मातृ दिवस मनाया गया़ मुख्य अतिथि गांधी उवि की सेवानिवृत्त प्राचार्या निशा भारद्वाज ने कहा कि मन-वचन-कर्म से जो अमीर होता है, उसका दिल इतना बड़ा हो जाता है, जिसमें दुनिया भर के दुख-दर्द समां जाते हैं. वह सुख ही सुख का अनुभव करता है, वह मां होती है़ इस दौरान बच्चों ने एक से बढ़ कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. संचालन प्रीति अजमानी, निकिता, एकता तिवारी व विकास रविदास ने संयुक्त रूप से किया़ मुख्य अतिथि का स्वगात प्राचार्या रश्मि वर्णवाल ने किया. निदेशक प्रवीण मोदी ने आगंतुक माताओं का स्वागत किया. मौके पर सीमा, सूरज, सिम्मी, सृष्टि, रानी, राजनंदिनी, सूदय, विकाश, सांची, श्रुति आदि मौजूद थे. विद्यालय की सफलता में अभिभावकों की भागीदारी जरूरी: निदेशक कोडरमा. ग्रिजली विद्यालय में नव नामांकित छात्र-छात्राओं के अभिभावकों के लिए पेरेंट्स ओरिएंटेशन समारोह का आयोजन किया गया़ विशिष्ट अतिथि विद्यालय के पूर्व छात्र कुमार सानू, कोबरा बटालियन से अभिभावक ज्योत्सना सिंह एवं नीतू कुमारी विशेष रूप से उपस्थित रहीं. विद्यालय के सीइओ प्रकाश गुप्ता एवं प्राचार्या अंजना कुमारी ने विशिष्ट अतिथि का स्वागत किया़ इस दौरान निदेशक अविनाश सेठ ने कहा कि किसी भी विद्यालय की सफलता में अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी अत्यंत आवश्यक होती है. उन्होंने आग्रह किया कि अभिभावक बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए समय अवश्य निकालें. विशिष्ट अतिथि कुमार सानू ने कहा कि विद्यालय में पूर्व छात्र के रूप में उपस्थित होना उनके लिए अत्यंत गर्व का क्षण है़ निदेशक मनीष कपसीमे, निदेशिका सुनीता सेठ, शुभा कप्सीमे, सीइओ तनिष्क सेठ, ग्रिजली पब्लिक स्कूल की प्राचार्या निरजा कुमारी ने सभी का आभार जताया़ मनीषा चंद्रा, फारिया सबा, जिज्ञासा एवं अंकिता जैन ने पावर प्वाइंट प्रस्तुति के माध्यम से विद्यालय की कार्यप्रणाली, दृष्टिकोण, पाठ्यक्रम, अनुशासन नीति, परीक्षा नियम, पुरस्कार प्रणाली, शैक्षणिक भ्रमणों एवं सुविधाओं की जानकारी दी. संचालन मनीषा चंद्रा, ऋद्धि कश्यप, ऋद्धि कुमारी, शानवी एवं शंभवी ने संयुक्त रूप से किया. छात्रा श्रेया जायसवाल एवं छात्रा अवंतिका ने विद्यालय में आत्मविश्वास एवं संप्रेषण कौशल के विकास की चर्चा की. स्वागत नृत्य परिनिधि, आराध्या, आध्या, सामवी, ओमिशा, साक्षी, ओमी एवं परी द्वारा प्रस्तुत किया गया़ पीहू, रिया, सिधि, लिप्य, साक्षी, अदिति, आनी, नीरजला, आकिया, अश्विया, अर्पंजली एवं सृष्टि ने फ्री फॉल योगा का प्रदर्शन किया़ वृद्धाश्रम पर आधारित भावनात्मक समूह नृत्य दृष्टा, ऋषम, दिवित, वर्षा, पीहू, आराध्या, आरुषि, समृद्धि, असद एवं सिस्टिया द्वारा प्रस्तुत किया गया़ हिमांशु, ऋशांत, रिकेश, आयुष, अमर, सिद्धांत, नवनीत एवं अनुराग ने जूडो प्रदर्शन तथा सागर, अदित, अभिकत, अजीत, पार्थ, ऋषव, आरव, तनाग, आयुष, मृदुल, सिद्धार्थ, यश, मुसरिफ, वर्चस, प्रणव, अन्वेस, अक्षय, अद्विक एवं अभ्यंश ने ताइक्वांडो का प्रदर्शन किया. आदर्श, कृष्ण, उज्ज्वल, अर्नव, नैतिक, अभिनव, विनय, अहुम, अभिनावा एवं अयान ने वाद्य संगीत की मोहक प्रस्तुति दी. रेट्रो थीम पर आधारित नृत्य मेरा जूता है जापानी सिया एवं उनकी टीम द्वारा प्रस्तुत किया गया. विद्यार्थियों शानवी, काव्या, अनोखी, आर्तिका, अद्विता, श्रेष्ठा, शंभवी, खुशी, जीविका, अवंतिका, रिया, साक्षी, आर्यन, विनय, निष्कर्ष, प्रेम, अहुम एवं अभिनावा ने प्रेरणादायक समूह गीत प्रस्तुत किया़ धन्यवाद ज्ञापन प्रीति जागनानी ने किया़ मौके पर अवेली, अल्पना, आर्टी, वीणा, नेहा, स्वेता, काजल, बनाना, प्रियदीप, रिम्मी, महिमा, श्रुति, अनु, प्रीति, मधुलिका, रीना, श्वेता, स्वेक्शा, रिंकी, सुधीर, रूपेश और समन्वयक प्रीति जागनानी एवं शिल्पी भदानी आदि मौजूद थे़ डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post मातृ दिवस पर बच्चों की माताओं ने दिखाया दम appeared first on Naya Vichar.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top