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May 10, 2025

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Gita Updesh: चिंता में डगमगाने लगे विश्वास तो अपनाएं ये उपाय

Gita Updesh: जीवन की कठिन परिस्थितिया जब सामने आती हैं, तब हमारा मन चिंता से भर जाता है. विश्वास डगमगाने लगता है और हर दिशा में अंधकार नजर आता है. ऐसे में श्रीमद्भगवद्गीता का उपदेश हमें रास्ता दिखाता है. गीता कहती है – जो कुछ भी ईश्वर करते हैं, उसमें हमारा कल्याण निहित होता है. जब यह विश्वास अटूट हो जाता है, तब चिंता अपने आप समाप्त हो जाती है. “भगवान जो कुछ करते हैं और करेंगे, उसमें मेरा हित है – ऐसा विश्वास करके हर परिस्थिति में निश्चिंत रहना चाहिए. भगवान के प्रति विश्वास ही चिंतामुक्त होने का उपाय है.” – श्रीमद्भगवद्गीता Gita Updesh Tips to Stay Stress Free: चिंता मुक्त रहने के उपाय 1. भगवान पर विश्वास रखें – यही है पहला उपाय गीता में श्रीकृष्ण ने अर्जुन को यही समझाया था कि जो भी हो रहा है, वह ईश्वर की योजना का हिस्सा है. हमें केवल अपने कर्म पर ध्यान देना है और फल की चिंता भगवान पर छोड़ देनी है. जब हम यह समझ जाते हैं कि ईश्वर हमारे हित के बिना कुछ नहीं करते, तब मन शांत हो जाता है. 2. हर स्थिति में सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाएं जब परिस्थिति अनुकूल न हो, तब भी यह मानें कि यह समय भी बीत जाएगा और इसके पीछे कोई गहरा उद्देश्य है. यह दृष्टिकोण चिंता को कम करता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है. 3. ध्यान और प्रार्थना का सहारा लें प्रतिदिन कुछ समय के लिए ध्यान करें और भगवान का नाम स्मरण करें. यह अभ्यास मन को स्थिर करता है और अंदर से शांति देता है. नियमित रूप से गीता का पाठ या उसका मनन करने से भी चित्त शांत होता है. 4. आत्मसमर्पण का भाव रखें गीता के 18वें अध्याय में श्रीकृष्ण कहते हैं – “सर्वधर्मान् परित्यज्य मामेकं शरणं व्रज.” इसका तात्पर्य है कि जब हम अपने सभी कर्तव्यों, परेशानियों और द्वंद्वों को भगवान के चरणों में समर्पित कर देते हैं, तब चिंता स्वतः समाप्त हो जाती है. 5. जीवन की अस्थिरता को स्वीकार करें संसार परिवर्तनशील है – यह गीता का मूल संदेश है. जो आज है, वह कल नहीं रहेगा. इस अस्थिरता को समझकर जीने से भी चिंता कम होती है. सुख-दुख, लाभ-हानि, जय-पराजय सब क्षणिक हैं. चिंता में डगमगाने पर गीता का यह उपदेश हमें मार्गदर्शन देता है कि विश्वास ही वह शक्ति है जो हमें हर तूफान से निकाल सकती है. जब हम यह मान लेते हैं कि ईश्वर हमारे लिए सबसे अच्छा करेंगे, तब जीवन सरल, शांत और आनंदमय हो जाता है. श्रीमद्भगवद्गीता न केवल एक ग्रंथ है, बल्कि जीवन जीने की कला सिखाने वाला अमृत है. Also Read: Gita Updesh: मुक्ति के मार्ग में बाधा बनते हैं ये 6 शत्रु- श्रीमद्भगवद्गीता से जानें कैसे पाएं इन पर विजय Also Read: Gita Updesh: पुरुषों की शोभा और यश बढ़ाते हैं ये 8 दिव्य गुण Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Gita Updesh: चिंता में डगमगाने लगे विश्वास तो अपनाएं ये उपाय appeared first on Naya Vichar.

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Chanakya Niti: जब आता है बुरा वक्त, तब सामने आती है रिश्तों की असली पहचान

Chanakya Niti: हर इंसान की जिंदगी में अच्छे और बुरे दिन आते रहते हैं. जब सब कुछ अच्छा चल रहा होता है, तब हमारे आसपास बहुत सारे लोग होते हैं – दोस्त, रिश्तेदार और जान-पहचान वाले. लेकिन जैसे ही बुरा समय आता है, बहुत से लोग हमें छोड़ देते हैं. तब हमें समझ आता है कि कौन हमारा सच्चा साथी है और कौन सिर्फ मतलब के लिए साथ था. चाणक्य नीति हमें यही सिखाती है कि बुरे समय में ही सच्चे रिश्तों और भरोसेमंद लोगों की पहचान होती है. ऐसे समय में सही व्यक्ति पर भरोसा करना बहुत जरूरी होता है, क्योंकि गलत इंसान पर भरोसा करके हम और ज्यादा परेशानी में पड़ सकते हैं. सच्चे रिश्ते बुरे समय में पहचान में आते हैं हर इंसान के जीवन में उतार-चढ़ाव आते हैं, लेकिन जो व्यक्ति मुश्किल घड़ी में आपका साथ देता है, वही सच्चा रिश्ता निभाता है. ऐसे लोग बिना किसी स्वार्थ के आपकी मदद करते हैं चाणक्य नीति बताती है कि जो संकट में साथ छोड़ दे, वो कभी भी आपका सच्चा साथी नहीं था. इसलिए सच्चे रिश्तों की पहचान सिर्फ बुरे वक्त में ही होती है. ये भी पढ़ें: Chanakya Niti: जीवन में संकट है? अपनाएं ये चाणक्य के उपाय ये भी पढ़ें: Chanakya Niti: दुश्मनों की हार तय है अगर अपनाओगे चाणक्य की ये पांच नीतियां धन, बल और रिश्तों की सच्चाई बुरे समय में ही दिखती है अच्छे समय में बहुत लोग आपके आसपास होते हैं, लेकिन असली पहचान तब होती है जब आप किसी परेशानी में जो लोग तब भी आपके साथ खड़े रहें, वे ही आपके अपने हैं. चाणक्य कहते हैं कि भरोसा उसी पर करें जो मुश्किल समय में आपकी मदद करे. वरना, दिखावे वाले लोग सिर्फ नाम के रिश्ते होते हैं. जरूरत के समय मदद करने वाला ही असली मित्र होता है चाणक्य नीति का स्पष्ट संदेश है – “संकट में जो साथ दे वही मित्र है.” ऐसे मित्र दुर्लभ होते हैं, जो बिना कहे भी मदद के लिए आगे आ जाते हैं. जरूरत के समय ऐसे दोस्तों की पहचान करना बहुत जरूरी है. वे ही जीवन भर के लिए विश्वास के लायक होते हैं. दिखावे से दूर रहें कुछ लोग अच्छे समय में तो खूब साथ निभाते हैं, लेकिन जैसे ही हालात बदलते हैं, वो गायब हो जाते हैं. ये लोग सिर्फ दिखावे के लिए रिश्ते निभाते हैं. चाणक्य नीति कहती है कि ऐसे लोगों से दूरी बनाना ही समझदारी है. बुरे वक्त में ही इनकी असलियत सामने आती है. ये भी पढ़ें: Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार कौन से लोग कभी अमीर नहीं बन सकते? जानें कारण ये भी पढ़ें: Chanakya Niti: गलत संगत और मूर्खों से कैसे बचें?, चाणक्य नीति से जानें समाधान The post Chanakya Niti: जब आता है बुरा वक्त, तब सामने आती है रिश्तों की असली पहचान appeared first on Naya Vichar.

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Buddha Purnima 2025: हृदय परिवर्तन से क्रांति लाने वाले बुद्ध, बल के नहीं थे पक्षधर

Buddha Purnima 2025: हिंदुस्तानीय धर्मग्रंथों तथा मनीषियों के उपदेशों में स्पष्ट कहा गया है कि मनुष्य परमानंद का अंश होने के नाते सर्वाधिक भाग्यशाली प्राणी है. केवल मनुष्य के पास वह क्षमता है कि वह चाहे तो देवता बन जाये, चाहे मनुष्य ही बना रहे या पशु बन जाये. इन तीनों प्रकार की स्थिति बहुत सहजता से प्राप्त की जा सकती है, देवता बनने के लिए सरलतम मार्ग यह है कि मनुष्य देवता की तरह लोक-कल्याण का काम करे. मंदिरों में स्थित देवता को चाहे अलंकार से सुसज्जित किया जाये या सादगी से रखा जाये, चाहे छप्पन भोग लगाया जाये या कुछ भी न चढ़ाया जाये, फिर भी मंदिर के विवाह पर कोई असर नहीं पड़ता. विग्रह के समक्ष रखी गयी वस्तुओं को भगवान स्पर्श तक नहीं करते. मंदिरों में स्थापित भगवान से यही प्रेरणा मिलती है कि उन पर भौतिक पदार्थों का कोई असर नहीं पड़ता. गोस्वामी तुलसीदास ने ‘ईश्वर अंश जीव अविनाशी, चेतन सहज सरल सुखराशि’ चौपाई में सहजता और सरलता के भाव को ईश्वर का अंश माना है. धर्मग्रंथों में जब भी अवतारों का जिक्र आता है तब उनके अवतार के पीछे लोक-कल्याण के उद्देश्यों का जिक्र अवश्य होता है.  जानें Vaishakh Purnima की सही तिथि अब रही बात मनुष्य ही बने रहने की तो उसमें स्वहित में डूबे रहने का भाव परिलक्षित होता है. मनुष्य अपने कर्मों से जो कुछ अर्जित करता है, उसका खुद और खुद के परिवार तक उपभोग में लगा रहता है, जबकि अधिकांशतः पशु जब आहार ग्रहण करता है तब अपने शिशु को भी खाने नहीं देता है. इस तरह मनुष्य के खुद अपने हाथ में है कि वह क्या बन सकता है. इस दृष्टि से ईसा से 563 वर्ष पूर्व अखंड हिंदुस्तान के नेपाल के राजकुल में जन्मे गौतम बुद्ध ने लोक-कल्याण के लिए न सिर्फ राजमहल, बल्कि पत्नी एवं संतान तक को त्याग दिया. ऐसा नहीं कि वे निष्ठुर थे. उनकी सोच बहुत विराट थी. सिद्धार्थ से गौतम बुद्ध होने के बाद वे अपनी पत्नी यशोधरा तथा पुत्र राहुल की भी उस उन्नत स्थिति तक ले जाने के लिए आये, जिस उन्नत अवस्था के लिए उन्होंने कठिन तपस्या की. पहले तो पत्नी नाराज जरूर हुई, लेकिन जब उनके अंतर्मन को झांका, तो वहां उसे मानवता का सागर दिखाई पड़ने लगा था. दरअसल, गौतम बुद्ध बलपूर्वक नहीं, बल्कि हृदय परिवर्तन के जरिये मनुष्य के रूपांतरण के पक्षधर रहे हैं. जो काम देवर्षि नारद ने रत्नाकर डाकू का किया और उसके अंतर्जगत में स्नेह-प्रेम की वीणा की ध्वनि पैदा की एवं त्रऋषि वाल्मीकि बना दिया, उसी तरह का काम गौतम बुद्ध ने अंगुलिमाल का किया, हिंसक प्रवृत्तियों को छोड़कर स्वेच्छा अंगुलिमाल बौद्ध भिक्षु बन गया. गौतम बुद्ध की जन्म तिथि पर गौर करें, तो मान्यतानुसार वैशाख महीने की पूर्णिमा तिथि को उनका जन्म हुआ था. वैशाख माह की पूर्णिमा तिथि को चद्रमा विशाखा नक्षत्र में स्थित रहता है. विशाखा का अर्थ विशिष्ट शाखाओं का विस्तार भी है. जब चिंतन की शाखाओं का विस्तार विशिष्टता के साथ होता है तभी उसे श्रेष्ठ माना जाता है. वैसे भी पूर्णिमा तिथि को चंद्रमा सोलहों कलाओं के साथ हाजिर होता है. इसीलिए खारे समुद्र में ज्वार आता है. वह भी खारापन छोड़ चंद्रमा के अमृत किरणों के लिए मचलने लगता है. वर्ष भर की पूर्णिमा तिथियों पर गौर करें तो चैत्र में हनुमान जयंती, वैशाख में बुद्ध जयंती, ज्येष्ठ में कबीर जयंती, आषाढ़ में गुरु-पूर्णिमा, सावन में रक्षाबंधन, भादो में महालया का प्रारंभ, आश्विन में शरद-पूर्णिमा, कार्तिक में गुरुनानक जयंती, पौष में शाकम्भरी जयंती, माघ में रविदास जयंती तथा फाल्गुन में भक्त प्रह्लाद की रक्षा में होलिका-दहन का पर्व होता है. गौतम बुद्ध नवें अवतार के रूप में पूज्य है. The post Buddha Purnima 2025: हृदय परिवर्तन से क्रांति लाने वाले बुद्ध, बल के नहीं थे पक्षधर appeared first on Naya Vichar.

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India-Pak War: भारत-पाक जंग के बीच नेपाल बॉर्डर पर पहली बार पुलिस तैनात, बिहार के 7 जिलों में हाई अलर्ट

India-Pak War: हिंदुस्तान-पाकिस्तान जंग के बीच नेपाल बॉर्डर से सटे इलाकों में हाई अलर्ट है. सघन जांच चल रहा है. नेपाल और बांग्लादेश से सटे इलाकों में सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ा दी गई है. साथ ही पटना-दरभंगा एयरपोर्ट से लेकर प्रदेश के सभी रेलवे स्टेशनों पर चेकिंग कड़ी कर दी गई है. इसके अलावा बिहार के तमाम धार्मिक स्थलों और ऐतिहासिक स्थलों पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है. स्वास्थ्य विभाग ने सभी प्रशासनी अस्पतालों को अलर्ट मोड पर रखा है. सभी डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. मेडिकल आपातकाल की पूरी तैयारी स्वास्थ्य विभाग की तरफ से की जा रही है. वहीं नागरिक सुरक्षा विभाग ने हवाई हमले से बचाव की तैयारियां शुरू कर दी हैं. सोशल मीडिया पर 24 घंटे नजर रखने का निर्देश बता दें, शुक्रवार को मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने हाई लेवल मीटिंग की है. मीटिंग के दौरान उन्होंने सोशल मीडिया पर 24 घंटे निगरानी रखने और जेल गतिविधियों पर पैनी नजर बनाए रखने का निर्देश दिया है. आज सीएम नीतीश कुमार भी पूर्णिया में सीमावर्ती इलाके के डीएम एसपी के साथ रिव्यू मीटिंग करेंगे. मीटिंग में प्रदेश की कानून व्यवस्था और हालात पर सीएम रिपोर्ट लेंगे. बिहार में 7 जिलों में विशेष अलर्ट नेपाल सीमा से सटे बिहार के 7 जिलों में विशेष अलर्ट जारी किया गया है. इन जिलों में चौकसी बढ़ा दी गई है. सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ा दी गई है. बता दें, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज में बॉर्डर पर सघन जांच चलाया जा रहा है. एक-एक लोगों की जांच की जा रही है. अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है. नेपाल सीमा क्षेत्र के आसपास 10 से 15 किमी के दायरे में सुरक्षाबल लगातार जांच अभियान चला रहे हैं. लोगों के थंब इंप्रेशन तक चेक किए जा रहे हैं. संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है. नेपाल सीमा से घुसपैठ की आशंका पर गुजरने वाली गाड़ियों की जांच हो रही है. बुधवार को मोतिहारी स्थित नेपाल बॉर्डर से चीन के हुनान प्रांत के चार चीनी नागरिकों को गिरफ्तार किया गया. फिलहाल उससे पूछताछ जारी है. ALSO READ: India-Pakistan Tension: हिंदुस्तान-पाक जंग के बीच एक्शन में बिहार प्रशासन, 4 विभागों की छुट्टियां रद्द The post India-Pak War: हिंदुस्तान-पाक जंग के बीच नेपाल बॉर्डर पर पहली बार पुलिस तैनात, बिहार के 7 जिलों में हाई अलर्ट appeared first on Naya Vichar.

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SSC Exam Calendar 2025: एसएससी का संशोधित एग्जाम कैलेंडर ssc.gov.in पर जारी, अब ऐसा है शेड्यूल

SSC Exam Calendar 2025 in Hindi: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने एसएससी एग्जाम कैलेंडर 2025 को अपडेट किया है. अब SSC CGL 2025 की अधिसूचना 9 जून को जारी होगी और परीक्षा 13 अगस्त से 30 अगस्त 2025 के बीच कराई जाएगी. आयोग ने 2025-26 में होने वाली कई अन्य परीक्षाओं की तारीखें भी बदल दी हैं. यहां आप एसएससी का एग्जाम कैलेंडर (SSC Exam Calendar 2025) विस्तार से देख सकते हैं. SSC Exam Calendar 2025 में कौन-कौन सी परीक्षाएं शामिल हैं? संशोधित कैलेंडर में SSC CGL, SSC CHSL, SSC MTS, Junior Engineer, Delhi Police, और CAPF Sub-Inspector जैसी परीक्षाएं शामिल हैं. नया शेड्यूल आधिकारिक वेबसाइट ssc.gov.in पर उपलब्ध है. यह भी पढ़ें- JEE Advanced 2025: हिंदुस्तान-पाकिस्तान तनाव के बीच क्या जेईई एडवांस्ड एग्जाम स्थगित? देखें लेटेस्ट अपडेट एसएससी एग्जाम डेट्स 2025 (SSC Exam Calendar 2025) SSC Stenographer Exam Date 2025 चयन पद परीक्षा फेज-XIII: 24 जुलाई से 4 अगस्त 2025 स्टेनोग्राफर ग्रेड C और D परीक्षा: 6 अगस्त से 11 अगस्त 2025 संयुक्त हिंदी अनुवादक (JHT) परीक्षा: 12 अगस्त 2025 SSC CHSL और MTS परीक्षा 2025 CHSL परीक्षा: 8 से 18 सितंबर 2025 MTS और हवलदार (CBIC/CBN) परीक्षा: 20 सितंबर से 24 अक्टूबर 2025 दिल्ली पुलिस हेड कांस्टेबल परीक्षा: नवंबर-दिसंबर 2025 में. एसएससी एग्जाम कैलेंडर 2025 (SSC Exam Calendar 2025) एसएससी एग्जाम कैलेंडर 2025 (SSC Exam Calendar 2025) इस प्रकार है- परीक्षा का नाम परीक्षा स्तर नोटिफिकेशन की तारीख अंतिम तारीख परीक्षा की तारीख JSA/LDC (DoPT) पेपर-I (CBE) – – 8 जून 2025 SSA/UDC (DoPT) पेपर-I (CBE) – – 8 जून 2025 ASO (2022–2024) पेपर-I (CBE) – – 8 जून 2025 सिलेक्शन पोस्ट फेज-XIII CBE 2 जून 2025 23 जून 2025 24 जुलाई – 4 अगस्त 2025 स्टेनोग्राफर ग्रेड C & D CBE 5 जून 2025 26 जून 2025 6 – 11 अगस्त 2025 संयुक्त हिंदी अनुवादक (JHT) पेपर-I (CBE) 5 जून 2025 26 जून 2025 12 अगस्त 2025 SSC CGL 2025 टियर-I (CBE) 9 जून 2025 4 जुलाई 2025 13 – 30 अगस्त 2025 दिल्ली पुलिस/CAPF SI पेपर-I (CBE) 16 जून 2025 7 जुलाई 2025 1 – 6 सितंबर 2025 SSC CHSL 2025 टियर-I (CBE) 23 जून 2025 18 जुलाई 2025 8 – 18 सितंबर 2025 SSC MTS & हवलदार CBE 26 जून 2025 24 जुलाई 2025 20 सित.–24 अक्तूबर 2025 जूनियर इंजीनियर (JE) पेपर-I (CBE) 30 जून 2025 21 जुलाई 2025 27 – 31 अक्तूबर 2025 कांस्टेबल (ड्राइवर) – दिल्ली पुलिस CBE जुलाई – सित. 2025 जुलाई – सित. 2025 नव.–दिस. 2025 हेड कांस्टेबल (मिनिस्ट्रियल) CBE जुलाई – सित. 2025 जुलाई – सित. 2025 नव.–दिस. 2025 हेड कांस्टेबल {AWO/TPO} CBE जुलाई – सित. 2025 जुलाई – सित. 2025 नव.–दिस. 2025 कांस्टेबल (एग्जिक्यूटिव) – दिल्ली पुलिस CBE जुलाई – सित. 2025 जुलाई – सित. 2025 नव.–दिस. 2025 स्टेनोग्राफर C (LDCE) पेपर-I (CBE) जुलाई – सित. 2025 अगस्त – नव. 2025 जनवरी – फरवरी 2026 कांस्टेबल (GD), CAPF, NIA, SSF CBE अक्तूबर 2025 नवम्बर 2025 जनवरी – फरवरी 2026 JSA/LDC LDCE 2025 पेपर-I (CBE) जनवरी 2026 जनवरी – फरवरी 2026 मार्च 2026 SSA/UDC LDCE 2025 पेपर-I (CBE) जनवरी 2026 जनवरी – फरवरी 2026 मार्च 2026 ASO LDCE 2025 पेपर-I (CBE) जनवरी 2026 जनवरी – फरवरी 2026 मार्च 2026 नोट: ऊपर दी गई जानकारी SSC की ऑफिशियल वेबसाइट ssc.gov.in से ली गई है. एग्जाम के बारे में विस्तार से जानने के लिए कैंडिडेट्स समय-समय पर वेबसाइट विजिट करते रहें. The post SSC Exam Calendar 2025: एसएससी का संशोधित एग्जाम कैलेंडर ssc.gov.in पर जारी, अब ऐसा है शेड्यूल appeared first on Naya Vichar.

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Chanakya Niti: रिश्ते भी नहीं निभते जब शरीर साथ न दे- चाणक्य की नजर में सेहत सबसे बड़ा धन

Chanakya Niti: चाणक्य नीति में कहा गया है, मनुष्य का सच्चा साथी उसका स्वास्थ्य है. जिस दिन स्वास्थ्य ने साथ छोड़ा, उस दिन मनुष्य हर रिश्ते पर बोझ बन जाता है.Health is Wealth यह विचार आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में और भी प्रासंगिक हो गया है. हम रिश्तों, करियर और धन के पीछे भागते हैं लेकिन भूल जाते हैं कि इन सबका आधार हमारा स्वास्थ्य ही है. जब शरीर साथ नहीं देता, तो न मन खुश रहता है और न ही जीवन की जिम्मेदारियां पूरी हो पाती हैं. Chanakya Niti: चाणक्य के अनमोल विचार “जिस दिन स्वास्थ्य ने साथ छोड़ा, उस दिन मनुष्य हर रिश्ते पर बोझ बन जाता है.” – चाणक्य नीति Health is True Companion: सेहत ही क्यों है सच्चा साथी? Health is true companion: सेहत ही क्यों है सच्चा साथी? शारीरिक रूप से सक्षम व्यक्ति ही दूसरों का सहारा बन सकता है. जब तक शरीर स्वस्थ है, आप अपने परिवार, बच्चों और रिश्तों की जिम्मेदारियां निभा सकते हैं. एक बीमार व्यक्ति भले ही भावनात्मक रूप से जुड़ा हो, लेकिन शारीरिक अक्षमता उसे निर्भर बना देती है. स्वस्थ मन से ही बनते हैं मजबूत रिश्ते. मानसिक स्वास्थ्य भी शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़ा होता है. जब आप स्वस्थ रहते हैं तो आपके विचार सकारात्मक होते हैं और आप रिश्तों में भी ऊर्जा भर पाते हैं. बीमारी आने पर सबसे पहले रिश्ते कमजोर होते हैंहकीकत यही है कि जब कोई लंबे समय तक बीमार रहता है, तो उसके सबसे करीबी रिश्तेदार भी धीरे-धीरे दूरी बनाने लगते हैं. यह समाज की कड़वी सच्चाई है. धन, पद और प्रसिद्धि तब ही काम आते हैं जब शरीर साथ देयदि आप करोड़पति हैं लेकिन चल-फिर नहीं सकते, सांस की तकलीफ है या बार-बार अस्पताल जाना पड़ता है, तो जीवन का आनंद नहीं ले सकते. सेहत न हो तो ऐशोआराम भी बेकार लगते हैं. Importance of Good Health in Life: क्या करें ताकि स्वास्थ्य बना रहे सच्चा साथी? Importance of good health in life: क्या करें ताकि स्वास्थ्य बना रहे सच्चा साथी? रोजाना कम से कम 30 मिनट की वॉक या योग करें संतुलित और पौष्टिक आहार लें तनाव से बचने के लिए ध्यान और मेडिटेशन करें नींद पूरी लें – 7 से 8 घंटे सोना जरूरी है सालाना हेल्थ चेकअप जरूर कराएं आज अगर आप स्वस्थ हैं, तो आप भाग्यशाली हैं. अपने स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें, क्योंकि जब तक सेहत साथ है, तभी तक जीवन खुशहाल है. स्वास्थ्य ही एकमात्र ऐसा साथी है जो आपके जीवन के हर मोड़ पर बिना शर्त आपके साथ चलता है. Also Read: Chanakya Niti: जीवन में सुख चाहते है तो अपनाएं ये 3 सरल नियम जीवन हो जाएगा शांत और सफल Also Read: Chanakya Niti: इन 4 लोगों को साथ रखना है साक्षात मृत्यु को न्योता देने जैसा Also Read: Chanakya Niti: मूर्ख से बहस करना चेहरे पर बैठे मच्छर को मारने जैसा है- मच्छर मरे या न मरे आपको एक चांटा जरूर लग जाता है Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Chanakya Niti: रिश्ते भी नहीं निभते जब शरीर साथ न दे- चाणक्य की नजर में सेहत सबसे बड़ा धन appeared first on Naya Vichar.

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पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाला आरोपी गिरफ्तार, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने की कार्रवाई

India Pakistan Tension: ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान बौखला गया है. LOC और सरहद से सटे इलाकों में पाकिस्तान की तरफ से लगातार गोलीबारी की कोशिश की जा रही है, जिसका हिंदुस्तानीय सेना मुंहतोड़ जवाब दे रही है. ऐसे में हिंदुस्तान-पाक के तनाव के बीच यूपी में रेड अलर्ट जारी है. सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट शेयर करने वाले पर पुलिस की कड़ी निगरानी है. इसी बीच मुजफ्फरनगर पुलिस की तरफ से सोशल मीडिया पर पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाले एक युवक को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने आरोपी को किया गिरफ्तार पूरा मामला मुजफ्फरनगर जिला मुख्यालय के कोतवाली थाना इलाके का है. जहां शुक्रवार को आरोपी अनवर जमील का पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट हुआ था. जानकारी मिलते ही पुलिस ने आरोपी जमील को गिरफ्तार कर लिया. यह भी पढ़ें- तेज धूप के बीच राहत की उम्मीद! यूपी के इन जिलों में बादल गरजने की संभावना यह भी पढ़ें- एक जवान, 9 पाकिस्तानी टैंक, वीरता की मिसाल है वीर अब्दुल हमीद की कहानी संबंधित धाराओं में मामला दर्ज पुलिस क्षेत्राधिकारी राजूकुमार साव ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वीडियो के वायरल होने के बाद अनवर जमील के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया गया है. वीडियो में युवक पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाते हुए नजर आ रहा है. फिलहाल, पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. आरोपी ने दी सफाई हालांकि, अनवर जमील ने सफाई देते हुए वीडियो को पुराना बताया है, जिसे एक दोस्त ने बनाया था. उसने दावा किया कि उसने अपने दोस्त के साथ शर्त के तहत यह नारा लगाया था. जब वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो कुछ हिंदू कार्यकर्ताओं ने उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की. फिलहाल पुलिस ने मामले की जांच कर रही है. यह भी पढ़ें- हिंदुस्तान-पाक तनाव के बीच चौकस यूपी पुलिस, पुलिसकर्मियों की छुट्टियां रद्द The post पाकिस्तान जिंदाबाद का नारा लगाने वाला आरोपी गिरफ्तार, वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने की कार्रवाई appeared first on Naya Vichar.

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Dudh Ki Rabdi: चाय को छोड़ें, मेहमानों को खिलाएं घर की स्वादिष्ट दूध की रबड़ी, जानें बनाने की विधि

Dudh Ki Rabdi: रबड़ी हिंदुस्तान की एक पारंपरिक मिठाई है जो विशेष अवसरों, त्योहार और शादी में बड़े चाव से परोसी जाती हैं. ये गाढ़े दूध, शक्कर और सूखे मेवों से बनने वाली खास मिठाई है जो अपने स्वाद और खुशबू से सबका दिल जीत लेती हैं. घर पर बनी हुई रबड़ी न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि इसमें शुद्धता और अपने घर का अलग ही टेस्ट होता है. ये एक ऐसी मिठाई है जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी को पसंद आती है. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि घर पर ही कैसे आसान तरीके से दूध की रबड़ी आप बना सकते हैं.  दूध की रबड़ी बनाने की सामग्री  फुल क्रीम दूध – 1 लीटर  चीनी – 4 से 5 चम्मच  इलायची पाउडर – आधा चम्मच  केसर के धागे – 4 से 5  बादाम, पिस्ता, किशमिश और काजू – 12 से 14 (बारीक कटे हुए) गुलाब की पंखुड़ियां – 4  यह भी पढ़ें: Homemade Rusk Recipe: चाय की हर चुस्की को बनाएं खास, घर पर आज ही ट्राई करें होममेड रस्क दूध की रबड़ी बनाने की विधि  सबसे पहले एक बर्तन में दूध डालें और मध्यम आंच पर उबालें. जब दूध में उबाल आ जाए, तब आंच धीमी कर दें और इसे धीरे-धीरे पकने दें.  इसके बाद जब दूध पकने लगे और ऊपर मलाई आने लगे, तब उस मलाई को चम्मच की मदद से उसे बर्तन के किनारे चिपकाते रहें. ऐसा करने से रबड़ी गाढ़ा होता है, जिसका स्वाद खाने में लाजवाब लगता है.  दूध को गाढ़ा होने के बाद अब इसमें चीनी और इलायची पाउडर डालकर अच्छे से मिलाएं और केसर के धागों को 1 चम्मच गर्म दूध में भिगोकर मिला दें.  अब इसके बाद इसमें कटे हुए बादाम और पिस्ता डालें और गैस बंद कर दें. रबड़ी को ठंडा करके परोसें या तो आप इसे हल्का गरम में भी खा सकते हैं. सर्व करते समय इसके ऊपर से बचे हुए मेवे छिड़कें और इसके स्वाद का भरपूर आनंद लें.  यह भी पढ़ें: Paneer Do Pyaza: खाने के स्वाद में लाए दमदार मजा, रेस्टोरेंट स्टाइल में बनाएं पनीर दो प्याजा  The post Dudh Ki Rabdi: चाय को छोड़ें, मेहमानों को खिलाएं घर की स्वादिष्ट दूध की रबड़ी, जानें बनाने की विधि appeared first on Naya Vichar.

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Mother’s Day 2025: मां के बिना अधूरी है जिंदगी, इस बार मदर्स डे को अलग अंदाज में करें सेलिब्रेट

Mother’s Day 2025: मां और शिशु का रिश्ता दुनिया में सबसे अनमोल और खास होता है. इस रिश्ते की सबसे खास बात है कि जन्म से पहले ही बन जाता है और जीवनभर आपके साथ रहता है. मां का रोल हमारे जीवन में बेहद अहम है. कोई भी बच्चा अपने जीवन में पहली सीख मां से ही लेता है. मां की भूमिका, त्याग और समर्पण को सम्मानित करने के लिए हर साल मई महीने के दूसरे रविवार को मदर्स डे मनाया जाता है. इस साल मदर्स डे को 11 मई को मनाया जा रहा है. मां के प्यार और त्याग के बारे में जितना भी कहें कम ही है. अपनी मां को स्पेशल फील करवाने के लिए ये एक अच्छा अवसर है. इस आर्टिकल के जरिए आप अपनी मां के लिए कुछ सरप्राइज प्लान कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ यूनिक आइडियाज के बारे में.  सरप्राइज बॉक्स करें तैयार  इस मदर्स डे मां को इंप्रेस करने के लिए आप एक सरप्राइज गिफ्ट बॉक्स भेंट कर सकते हैं. इसमें आप अपनी मां की पसंद की चीजें या फिर प्यारा सा नोट डाल सकते हैं. आप इसमें हेल्थ और वेलनेस से जुड़े प्रोडक्ट भी दे सकते हैं.  फैमिली गेट टुगेदर  शिशु जब बड़े हो जाते हैं तो अपने काम में बिजी रहते हैं कभी पढ़ाई या फिर नौकरी को लेकर. इस वजह से मां के साथ कम टाइम स्पेन्ड कर पाते हैं. मदर्स डे एक अच्छा मौका हो सकता है मां और पूरी फैमिली के साथ समय बिताने का. आप बाकी के फैमिली मेम्बर के साथ इस बात की प्लानिंग कर लें और मां के लिए ये सरप्राइज दें.  फोटो एलबम गिफ्ट सरप्राइज आप साल भर के प्यारे मोमेंट्स को एक एलबम के रूप में बना कर मां को दे सकते हैं. इसके साथ आप नोट भी दे सकते हैं और इसके जरिए मां को आपकी मन की बात को बताएं. आउटिंग पर जाएं मदर्स डे के मौके पर आप छोटी सी ट्रिप भी प्लान कर सकते हैं. मां की पसंदीदा जगह उन्हें लेकर जाएं. अगर मां को गार्डनिंग का शौक है तो आप पौधों को भी गिफ्ट कर सकते हैं. यह भी पढ़ें: Mother’s Day 2025: मदर्स डे के मौके पर मां को दें स्पेशल और डिलीशियस सरप्राइज, बनाएं कुछ अपने हाथों से   The post Mother’s Day 2025: मां के बिना अधूरी है जिंदगी, इस बार मदर्स डे को अलग अंदाज में करें सेलिब्रेट appeared first on Naya Vichar.

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C अक्षर से नाम वालों के लिए किस देवता की पूजा है शुभ? जानें करियर सफलता के 5 उपाय

Name Astrology: नाम का पहला अक्षर सिर्फ पहचान नहीं, बल्कि जीवन की दिशा और ऊर्जा का संकेत भी माना जाता है. विशेष रूप से ज्योतिष और धार्मिक मान्यताओं में हर अक्षर का एक खास ग्रह और देवता से संबंध होता है. अगर किसी व्यक्ति का नाम “C” अक्षर से शुरू होता है, तो उनके लिए कुछ विशेष उपाय और पूजा बेहद शुभ मानी जाती है. ये उपाय न सिर्फ करियर में सफलता लाते हैं, बल्कि जीवन की चुनौतियों को भी आसान बना देते हैं. C नाम वालों के लिए कौन-से देवता हैं शुभ? ज्योतिषीय मान्यता के अनुसार, “C” नाम अक्षर वालों पर चंद्र ग्रह का प्रभाव होता है. चंद्रमा मन और भावनाओं का प्रतीक है, और ऐसे में माता दुर्गा तथा भगवान शिव की पूजा C नाम वालों के लिए बेहद शुभ मानी जाती है. साथ ही चंद्रमा की शांति के लिए “शिव चंद्रेश्वर” स्वरूप की पूजा करना विशेष लाभकारी होता है. Narasimha Jayanti 2025 है अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व, जानें पूजा विधि और महत्व करियर में सफलता के 5 अचूक उपाय – विशेष तौर पर C नाम वालों के लिए हर सोमवार शिवलिंग पर कच्चा दूध और जल अर्पित करें इससे मन की स्थिरता बनी रहती है और करियर में सही निर्णय लेने में मदद मिलती है. ‘ॐ चंद्राय नमः’ मंत्र का जाप करें प्रतिदिन कम से कम 108 बार इस मंत्र का जाप करने से चंद्रमा का दोष शांत होता है और नौकरी या व्यवसाय में मानसिक शांति मिलती है. नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती का पाठ करें माता दुर्गा से आशीर्वाद लेने के लिए नवरात्रि के नौ दिनों में नियमित पाठ शुभ परिणाम देता है. सोमवार को सफेद वस्त्र धारण करें और चावल का दान करें यह उपाय चंद्र दोष को कम करता है और करियर में आने वाली रुकावटों को दूर करता है. C नाम वाले कई बार भावनाओं में बहकर निर्णय लेते हैं. चंदन का तिलक मानसिक स्थिरता देता है, जो करियर ग्रोथ में मददगार साबित होता है. यदि आपका नाम C से शुरू होता है तो शिव और दुर्गा की आराधना आपके लिए विशेष लाभकारी हो सकती है. इन 5 अचूक उपायों को अपनाकर आप न सिर्फ अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकते हैं, बल्कि मानसिक शांति और आत्मविश्वास भी पा सकते हैं. ध्यान रखें सफलता मेहनत और आस्था दोनों से मिलती है. चाहें आप स्टूडेंट हों या प्रोफेशनल, इन उपायों को जीवन में उतार कर आप अपने भविष्य को और भी उज्ज्वल बना सकते हैं. जन्मकुंडली, वास्तु, तथा व्रत त्यौहार से सम्बंधित किसी भी तरह से जानकारी प्राप्त करने हेतु दिए गए नंबर पर फोन करके जानकारी प्राप्त कर सकते हैं. ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्राज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ8080426594/9545290847 The post C अक्षर से नाम वालों के लिए किस देवता की पूजा है शुभ? जानें करियर सफलता के 5 उपाय appeared first on Naya Vichar.

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