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May 15, 2025

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Neem Karoli Baba: ईश्वर में सच्चा विश्वास है तो पैसे से मोह कैसा?

Neem Karoli Baba: नीम करौली बाबा हिंदुस्तान के महान संतों में से एक थे, जिनके विचार आज भी लाखों लोगों के जीवन को दिशा देते हैं. उनका एक प्रसिद्ध कथन है- “पैसे से चिपकाव ईश्वर में विश्वास की कमी को दर्शाता है.” यह कथन भौतिक सुखों से परे जाकर एक आध्यात्मिक सच्चाई को उजागर करता है. Neem Karoli Baba Quotes on Money Attachment: नीम करौली बाबा विचार पैसे के पीछे भागना आत्मिक दुर्बलता की निशानी है – नीम करौली बाबा पैसे से चिपकाव ईश्वर में विश्वास की कमी को दर्शाता है– नीम करौली बाबा Clinging to money is a lack of faith in God. – Neem Karoli Baba आज के दौर में जहां धन-संपत्ति को ही सफलता का पैमाना मान लिया गया है, वहां नीम करौली बाबा का यह विचार लोगों को आत्मनिरीक्षण का अवसर देता है. बाबा के अनुसार धन से अत्यधिक लगाव हमें ईश्वर से दूर करता है. विश्वास और भक्ति रखने वाले व्यक्ति को कभी भी पैसे के लिए चिंतित नहीं होना चाहिए. भौतिक चीजों के पीछे भागने से जीवन में शांति नहीं मिलती. सेवा, प्रेम और विश्वास ही असली पूंजी है. Neem Karoli Baba: इन लोगों को नहीं होती कभी धन की कमी Neem karoli baba नीम करौली बाबा ने हमेशा अपने अनुयायियों को यही सिखाया कि ईश्वर पर संपूर्ण विश्वास रखो, वह तुम्हारे जीवन की हर आवश्यकता का ध्यान स्वयं रखेंगे. उन्होंने कई बार उदाहरण देकर यह समझाया कि जब हम पूरी श्रद्धा से ईश्वर को अपनाते हैं, तब डर, लालच और असुरक्षा अपने आप दूर हो जाते हैं. जब हम धन से ऊपर उठकर विश्वास और भक्ति की ओर बढ़ते हैं, तब ही जीवन में सच्चा सुख और शांति प्राप्त होती है. नीम करौली बाबा का यह संदेश आज की पीढ़ी के लिए अत्यंत प्रासंगिक है. Also Read: Neem Karoli Baba: Attachment ही आत्मबोध में सबसे बड़ी रुकावट है जानें इससे कैसे रहें दूर Also Read: Neem Karoli Baba: ईर्ष्या करने वालों की बातों को दिल पर न लें इस तरह दे जवाब Also Read: Neem Karoli Baba: सब एक हैं – सबमें वही भगवान हैं The post Neem Karoli Baba: ईश्वर में सच्चा विश्वास है तो पैसे से मोह कैसा? appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Crime: एक करोड़ की ब्राउन शुगर लेकर भाग रहे थे तस्कर, फिल्मी स्टाइल में पुलिस ने दबोचा

Bihar Crime: बिहार के मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के चंद्रलोक चौक व स्टेशन रोड में पुलिस ने छापेमारी करके एक करोड़ की ब्राउन शुगर के साथ चार अंतरराज्यीय ड्रग्स सप्लायर गिरोह के शातिरों को दबोचा है. नगर डीएसपी वन सीमा देवी के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गयी है. पकड़ाये धंधेबाजों की पहचान पूर्वी चंपारण जिले के चिरैया थाने के ढाका शीतलपट्टी निवासी जयप्रकाश कुमार, मधुबन थाने के बड़ा पाकर के रहने वाले मुकेश कुमार, बक्सर जिले के कृष्णाब्रह्म थाना के छोटका ढकैच के रहने वाले अंकित कुमार के साथ- साथ ब्राउन शुगर की डिलीवरी लेने पहुंचे गया जिले के कोठी थाना के बाराकला निवासी संतोष कुमार गुप्ता के रूप में की गयी है.  एक किलो ब्राउन शुगर और अन्य सामान बरामद पुलिस ने तस्करों के पास से एक किलो ब्राउन शुगर जैसा दिखने वाला पदार्थ, एक स्विफ्ट डिजायर कार, एक डिजिटल तराजू, दो मोबाइल फोन व तीन लाख नकदी बरामद किया गया है. पुलिस पकड़े गए धंधेबाजों से पूछताछ के आधार पुलिस उनके गिरोह के अन्य तस्करों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है. मामले को लेकर काजीमोहम्मदपुर थाने में चारों ड्रग्स सप्लायरों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. गश्ती के दौरान पकड़े गए तस्कर नगर डीएसपी वन सीमा देवी ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मंगलवार की रात काजी मोहम्मदपुर थाने की पुलिस गश्ती कर रही थी. इस बीच तीन लोग जंक्शन से उतर कर कटही पुल सब्जी मंडी होकर चंद्रलोक चौक की ओर जाते दिखे. इस बीच पुलिस टीम पहुंच गयी. पुलिस के पहुंचते ही तीनों भागने लगे. उनको सिपाहियों की मदद से पकड़ा गया. उनकी तलाशी ली गयी, तो एक किलो का हल्का पीला रंग का एक पैकेट मिला. पूछताछ करने के दौरान तीनों ने बताया कि यह सत्तू है. संदेह होने पर पुलिस तीनों को पकड़ कर थाने ले गयी. साथ ही मजिस्ट्रेट को सूचना देकर बुलाया गया.  तीनों को किया गया गिरफ्तार जांच के दौरान जब्त पैकेट में एक किलो ब्राउन शुगर जैसा पदार्थ मिला. इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया. उनसे सख्ती से पूछताछ की गयी तो बताया कि वे लोग मणिपुर से तस्करी करके मादक पदार्थ की खेप मुजफ्फरपुर लाये थे. जंक्शन से उतरने के बाद छाता चौक जा रहे थे. मादक पदार्थ की खेप लाने के लिए गया से एक तस्कर कार से आने वाला है. इसके बाद काजीमोहम्मदपुर पुलिस की सूचना पर नगर थाने की पुलिस ने स्टेशन रोड में छापेमारी करके गया के तस्कर को स्विफ्ट डिजायर कार के साथ दबोच लिया. डीएसपी ने बताया कि यह मादक पदार्थ तस्करी का अंतरराज्यीय नेटवर्क है. इससे जुड़े सप्लायरों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी. ALSO READ: CM Nitish Gift: चुनाव से पहले बिहार को बड़ा तोहफा, 17 जिलों में खुलने जा रहा मॉडल सदर अस्पताल The post Bihar Crime: एक करोड़ की ब्राउन शुगर लेकर भाग रहे थे तस्कर, फिल्मी स्टाइल में पुलिस ने दबोचा appeared first on Naya Vichar.

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Bihar land Survey: CO और RO को भारी पड़ी गलतबयानी, मंत्री जी ने किया ऑन स्पॉट सस्पेंड

Bihar land Survey: पटना. बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में गलत जानकारी देने और गरीबों के हक को कुचलने का स्पोर्ट्स बदस्तूर जारी है. ताजा मामला बगहा से है. बगहा-दो के अंचल अधिकारी निखिल और जगदीशपुर के राजस्व अधिकारी नागेंद्र कुमार को गलतबयानी के लिए विभाग ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इन दोनों अधिकारियों पर भूमिहीनों को वास भूमि देने में लापरवाही और समीक्षा बैठक में गलत जानकारी देने का आरोप है. बैठक के बाद मंत्री संजय सरावगी ने तुरंत दोनों अफसरों को निलंबित कर दिया. ऐसे खुला ‘गलतबयानी’ का राज राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने पिछले दिनों समीक्षा बैठक बुलाई थी. इस बैठक में भूमिहीनों को उनका हक दिलाने संबंधी मुद्दे पर निखिल और नागेंद्र ने जो रिपोर्ट पेश की उससे मंत्री का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया. दोनों ने गलत आंकड़े पेश किए. मंत्री ने जैसे ही उनका झूठ पकड़ा वो एक के बाद एक बहाने बनाते रहे. बगहा-दो में कुल 1912 सर्वेक्षित परिवारों को वास भूमि के लिए सुयोग्य माना गया था, लेकिन अंचल अधिकारी निखिल ने 1709 परिवारों को एक झटके में अयोग्य घोषित कर दिया. और तो और कुछ अनुसूचित जाति और जनजाति के परिवारों को भी दरकिनार कर दिया गया. राजस्व कर्मचारी ने जो रिपोर्ट दी, उसे सत्यापित करने की जहमत तक नहीं उठाई गई. उधर, भागलपुर के जगदीशपुर में राजस्व अधिकारी नागेंद्र कुमार ने भी 764 सुयोग्य परिवारों में से 689 को अयोग्य ठहरा दिया गया. मंत्री जी का गुस्सा, अफसरों में हड़कंप विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने भी इस मामले में सख्ती दिखाते हुए सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया कि अयोग्य ठहराए गए परिवारों की जांच वरीय अधिकारियों से तुरंत कराई जाए. साथ ही, इन परिवारों को जल्द से जल्द वास भूमि आवंटित करने का फरमान जारी किया. अब विभाग में हड़कंप मचा है. जो अफसर कल तक फाइलों पर कुंडली मारकर बैठे थे, वो अब आनन-फानन में गलतियों को सुधारने की जुगत में लग गए हैं. कोई फाइलें खंगाल रहा है, तो कोई पुराने सर्वे को ‘दुरुस्त’ करने की कोशिश में जुटा है, लेकिन सवाल ये है कि क्या ये हड़बड़ी उन गरीबों का हक लौटा पाएगी, जिन्हें बरसों से सिर्फ कागजों पर ‘अयोग्य’ बनाकर ठगा गया. Also Read: Folk Band: मिथिला का ‘फोक बैंड’ रसनचौकी, इन पांच वाद्ययंत्रों पर कभी नहीं बजता शोक धुन The post Bihar land Survey: CO और RO को भारी पड़ी गलतबयानी, मंत्री जी ने किया ऑन स्पॉट सस्पेंड appeared first on Naya Vichar.

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Bihar land Survey: CO और RO को भारी पढ़ी गलतबयानी, मंत्री जी ने किया ऑन स्पॉट सस्पेंड

Bihar land Survey: पटना. बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग में गलत जानकारी देने और गरीबों के हक को कुचलने का स्पोर्ट्स बदस्तूर जारी है. ताजा मामला बगहा से है. बगहा-दो के अंचल अधिकारी निखिल और जगदीशपुर के राजस्व अधिकारी नागेंद्र कुमार को गलतबयानी के लिए विभाग ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. इन दोनों अधिकारियों पर भूमिहीनों को वास भूमि देने में लापरवाही और समीक्षा बैठक में गलत जानकारी देने का आरोप है. बैठक के बाद मंत्री संजय सरावगी ने तुरंत दोनों अफसरों को निलंबित कर दिया. ऐसे खुला ‘गलतबयानी’ का राज राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने पिछले दिनों समीक्षा बैठक बुलाई थी. इस बैठक में भूमिहीनों को उनका हक दिलाने संबंधी मुद्दे पर निखिल और नागेंद्र ने जो रिपोर्ट पेश की उससे मंत्री का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया. दोनों ने गलत आंकड़े पेश किए. मंत्री ने जैसे ही उनका झूठ पकड़ा वो एक के बाद एक बहाने बनाते रहे. बगहा-दो में कुल 1912 सर्वेक्षित परिवारों को वास भूमि के लिए सुयोग्य माना गया था, लेकिन अंचल अधिकारी निखिल ने 1709 परिवारों को एक झटके में अयोग्य घोषित कर दिया. और तो और कुछ अनुसूचित जाति और जनजाति के परिवारों को भी दरकिनार कर दिया गया. राजस्व कर्मचारी ने जो रिपोर्ट दी, उसे सत्यापित करने की जहमत तक नहीं उठाई गई. उधर, भागलपुर के जगदीशपुर में राजस्व अधिकारी नागेंद्र कुमार ने भी 764 सुयोग्य परिवारों में से 689 को अयोग्य ठहरा दिया गया. मंत्री जी का गुस्सा, अफसरों में हड़कंप विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने भी इस मामले में सख्ती दिखाते हुए सभी जिलाधिकारियों को आदेश दिया कि अयोग्य ठहराए गए परिवारों की जांच वरीय अधिकारियों से तुरंत कराई जाए. साथ ही, इन परिवारों को जल्द से जल्द वास भूमि आवंटित करने का फरमान जारी किया. अब विभाग में हड़कंप मचा है. जो अफसर कल तक फाइलों पर कुंडली मारकर बैठे थे, वो अब आनन-फानन में गलतियों को सुधारने की जुगत में लग गए हैं. कोई फाइलें खंगाल रहा है, तो कोई पुराने सर्वे को ‘दुरुस्त’ करने की कोशिश में जुटा है, लेकिन सवाल ये है कि क्या ये हड़बड़ी उन गरीबों का हक लौटा पाएगी, जिन्हें बरसों से सिर्फ कागजों पर ‘अयोग्य’ बनाकर ठगा गया. Also Read: Folk Band: मिथिला का ‘फोक बैंड’ रसनचौकी, इन पांच वाद्ययंत्रों पर कभी नहीं बजता शोक धुन The post Bihar land Survey: CO और RO को भारी पढ़ी गलतबयानी, मंत्री जी ने किया ऑन स्पॉट सस्पेंड appeared first on Naya Vichar.

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राक्षस राहु-केतु का ग्रहों में कैसे हुई एंट्री, जानिए इनके जन्म और नाम की कहानी

Rahu-Ketu Gochar 2025: हिन्दू ज्योतिष और पुराणों में राहु-केतु को ग्रहों की श्रेणी में रखा गया है, किंतु ये अन्य ग्रहों की भांति भौतिक रूप से मौजूद नहीं हैं.इन्हें छाया ग्रह कहा जाता है.18 मई को राहु मीन राशि से निकलकर कुंभ राशि में और केतु कन्या राशि से निकलकर सिंह राशि में प्रवेश करेगा.राहु-केतु के राशि परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों के लोगों पर पड़ेगा.धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, राहु-केतु एक राक्षस के शरीर के दो हिस्से हैं.आगे जानिए कि एक राक्षस कैसे अमर हुआ और राहु-केतु कैसे बने… समुद्र मंथन से जुड़ी कथा राहु और केतु की उत्पत्ति की कथा समुद्र मंथन से संबंधित है.जब देवताओं और असुरों ने मिलकर अमृत निकाला, तो अमृत का पान केवल देवताओं को देने का निर्णय लिया गया.भगवान विष्णु ने मोहिनी का रूप धारण कर देवताओं को अमृत वितरित करना प्रारंभ किया.लेकिन एक चालाक असुर, जिसका नाम स्वर्भानु था, देवताओं का रूप धारण कर अमृत का पान कर लिया. Shani Jayanti 2025 कब, यहां जानें सटीक तारीख और पूजा का शुभ मुहूर्त जब सूर्य और चंद्रमा ने उसकी वास्तविकता को समझा, तो उन्होंने भगवान विष्णु को इसकी जानकारी दी.तत्क्षण विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से उसका सिर धड़ से काट दिया.लेकिन तब तक स्वर्भानु अमृत पी चुका था, इसलिए वह नहीं मरा. राहु और केतु का जन्म अमृत पान के फलस्वरूप स्वर्भानु का सिर और धड़ दोनों अमर हो गए.सिर का भाग राहु के नाम से जाना गया और धड़ का भाग केतु कहलाया.चूंकि उन्होंने अमरत्व प्राप्त कर लिया था और देवताओं के बीच छल से प्रवेश करने का प्रयास किया था, इसलिए उन्हें ग्रहों की सूची में एक विशेष स्थान प्रदान किया गया — ताकि वे कालचक्र और कर्मफल के नियंत्रक बन सकें और ज्योतिषीय दृष्टि से प्रभाव डाल सकें. असली नाम और महत्व राहु का वास्तविक नाम स्वर्भानु था, जबकि केतु को कभी-कभी धूम के नाम से भी जाना जाता है.ये दोनों ग्रह पूरी तरह से आध्यात्मिक और रहस्यमय शक्तियों का प्रतीक हैं.जहां राहु माया, भौतिक सुख, छल और भ्रम का प्रतिनिधित्व करता है, वहीं केतु मोक्ष, वैराग्य और आध्यात्मिक ज्ञान का प्रतीक माना जाता है. ग्रह क्यों बने? हिंदू ज्योतिष में राहु और केतु को चंद्रमा की कक्षा के उत्तर और दक्षिण छाया बिंदु के रूप में देखा जाता है.इसलिए, इनका कोई ठोस रूप नहीं है, फिर भी इनका प्रभाव अत्यंत शक्तिशाली माना जाता है.इनका जन्म राक्षस योनि में हुआ था, लेकिन इनकी भूमिका पूरे ब्रह्मांडीय संतुलन में महत्वपूर्ण है. The post राक्षस राहु-केतु का ग्रहों में कैसे हुई एंट्री, जानिए इनके जन्म और नाम की कहानी appeared first on Naya Vichar.

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Traffic Challan: चालान काटने के मामले में झारखंड को 21वां स्थान, रोजाना कट रहे लगभग 1 हजार चालान, पहले स्थान पर है ये राज्य

Traffic Challan in Jharkhand : झारखंड की सड़कों पर चल रहे वाहन चालक ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने से बाज नहीं आ रहे हैं. इसी कारण है कि रोजाना राज्य के लगभग 1 हजार लोगों का चालान कट रहा है. शायद यही वजह है कि यातायात नियमों के उल्लंघन के मामले में देशभर में झारखंड राज्य 21वें नंबर पर है. झारखंड में रोजाना औसतन 937 लोगों का ट्रैफिक चालान कट रहा है. इसके अलावा पहले स्थान पर तमिलनाडु है. यहां रोजाना सबसे अधिक चालान काटे जाते हैं. चालान काटने के मामले में तमिलनाडु को पहला स्थान रोजाना सबसे अधिक चालान कटने वाले राज्यों में पहले स्थान पर जहां तमिलनाडु है, तो दूसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश, तीसरे नंबर पर केरल, चौथे नंबर पर हरियाणा और पांचवें नंबर पर दिल्ली है. इसके अलावा चालान से आमदनी के मामले में पहले स्थान पर उत्तर प्रदेश, दूसरे नंबर पर हरियाणा और तीसरे नंबर पर राजस्थान है. झारखंड का स्थान 21वें स्थान पर है. झारखंड की ताजा समाचारें यहां पढ़ें बीते 5 सालों में चालान से 82.71 करोड़ रुपये की आमदनी मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार 13 मई 2020 से 13 मई 2025 के दौरान झारखंड में 17.10 लाख लोगों का चालान कटा है. इसमें ट्रैफिक पुलिस ने 15.88 लाख और परिवहन विभाग ने 1.22 लाख लोगों का चालान किया है. इनसे कुल 82.71 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है. 5 साल की अवधि के दौरान तमिलनाडु में 6.39 करोड़, उत्तर प्रदेश में 5.86 करोड़, केरल में 3.38 करोड़ लोगों का चालान कटा है. इसे भी पढ़ें Road Accident: उड़ीसा में हुई सड़क दुर्घटना में गोमिया के युवक की मौत, गांव में पसरा मातम JAC Board 9th Result 2025: जैक 9वीं की परीक्षा में कोडरमा-हजारीबाग का दबदबा, देखें अन्य जिलों की रैंकिंग Pink City Bus Ranchi: पिंक सिटी बस सेवा पड़ी फीकी, आम बसों में सफर करने को मजबूर स्त्रीयें The post Traffic Challan: चालान काटने के मामले में झारखंड को 21वां स्थान, रोजाना कट रहे लगभग 1 हजार चालान, पहले स्थान पर है ये राज्य appeared first on Naya Vichar.

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Ear Wax Removal Tricks: गलत तरीका बना सकता है बहरापन का कारण, जानिए कान की सफाई के सही तरीके

Ear Wax Removal Tricks: कान में मैल जमना कोई बड़ी बात नहीं है. अगर इस बाहर न निकाल जाए, तो यह गंभीर इन्फेक्शन का कारण बना सकता है. ऐसे में आपके सुनने की क्षमता भी कम हो सकती है. हमने अक्सर देखा होगा कि बहुत से लोग कान में जमा मैल को निकालने के लिए कॉटन स्वैब  के अलावा हेयरपिन, चिमटी, पेन और यहाँ तक कि कई बार चाभी का भी इस्तेमाल करते हैं. ये सभी चीजें कान के लिए खतरनाक हो सकती हैं. कई लोगों को लगता है कि कॉटन स्वैब  कान साफ करने का सही तरीका होता है, तो आप गलत सोच रहे हैं. यहाँ तक कई ऐसा करने से कान का पर्दा फटने का भी डर होता है. आज इस लेख में जानते हैं कि बिना इन चीजों का इस्तेमाल किए भी कान के मैल को साफ कर सकते हैं.  इयर ड्रॉप का करें इस्तेमाल इसमें आमतौर पर बेबी ऑयल, मिनरल ऑयल या ग्लिसरीन का इस्तेमाल कर सकते हैं, इनका इस्तेमाल भी सावधानी से करना चाहिए. ये सभी चीजें कान के मैल को नरम कर देते हैं. इसके दो दिन बाद कान में थोड़ा सा गर्म पनाई डालें और इसके बाद गर्दन थोड़ा सा टेढ़ा कर लें ताकि पनि निकाल जाए. इसके बाद कान के बाहरी हिस्से को साफ करने के लिए एक साफ तौलिए का इस्तेमाल कर सकते हैं.   सॉफ्ट टिशू का करें इस्तेमाल जब भी कोई इंसान नहाने जाता है, तो कान में पानी जाने सए वो मैल नरम हो जाता है. यही सही समय है कि जब उसे आप निकाल सकते हैं. इसके लिए एक सॉफ्ट टिशू पेपर लें औ कान साफ करें. ऐसे में कान का बाहरी हिस्सा भी साफ होगा.  कान साफ करने वाले किट्स कई बार लोग सोचते हैं कि उनके कान में गंदगी बहुत ज्यादा डीप में जमी है तो इसकी सफाई के लिए आप बाजार में मिल रहे किट्स का इस्तेमाल कर सकते है. ये किट्स पूरी तरह से सुरक्षित होती है. इसके कोई भी नुकसान भी नहीं होगा.  पानी वाले सीरिन्ज का करें इस्तेमाल कान में जमी हुई गंदगी को साफ करने के लिए पानी के सिरिन्ज का इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए सिरिन्ज में पानी भर के कान में हल्के हाथ से डालना है, उसके बाद कान को नीचे झुकाकर फ्लश कर देना है. ऐसे 2-3 बार करने से गंदगी खत्म हो जाती है.  The post Ear Wax Removal Tricks: गलत तरीका बना सकता है बहरापन का कारण, जानिए कान की सफाई के सही तरीके appeared first on Naya Vichar.

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RIMS Ranchi: निजी अस्पतालों की लापरवाही से जूझता रिम्स, गंभीर हालत में मरीजों को किया जा रहा रेफर

RIMS Ranchi: राजधानी रांची में कई ऐसे निजी अस्पताल हैं, जो पहले इलाज के नाम पर मरीजों के परिजनों का आर्थिक रूप से दोहन करते हैं. इसके बाद मरीज की हालत नाजुक होने पर उन्हें गंभीर अवस्था में रिम्स रेफर कर देते हैं. जानकारी के अनुसार, रिम्स पहुंचने वाले अधिकांश मरीज ऐसे होते हैं, जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे होते हैं. निजी अस्पताल तब उन्हें रिम्स रेफर करते हैं, जब मरीज अपने जीवन की अंतिम सांसें गिन रहे होते हैं. इस स्थिति में रिम्स के डॉक्टरों के सामने उनकी जान बचाने की विकट चुनौती खड़ी हो जाती है. निजी अस्पताल से रेफर 60 मरीज क्रिटिकल केयर विभाग में भर्ती रिम्स के क्रिटिकल केयर विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, केवल बीते तीन महीनों (फरवरी से अप्रैल तक) में 250 मरीजों को गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया. इनमें से 60 मरीज विभिन्न निजी अस्पतालों से रेफर होकर आये थे. इसका मतलब है कि लगभग 25 फीसदी मरीज निजी अस्पताल से रेफर होकर रिम्स पहुंचे. लेकिन रिम्स में गंभीर हालत में आने वाले मरीजों को भी भर्ती करने से मना नहीं किया जाता है. झारखंड की समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें रिम्स में होने वाली मौतों का बढ़ जाता है आंकड़ा सूत्रों के अनुसार, मरीजों के परिजन प्रशासनी व्यवस्था का खुद से आंकलन करते हैं. परीजन रिम्स पर विश्वास नहीं होने के कारण सही समय पर मरीजों को अस्पताल नहीं पहुंचाते, जिससे उनकी हालत बिगड़ जाती है. ऐसे में परिजन मरीज के अंतिम समय में उन्हें रिम्स के क्रिटिकल केयर विभाग में भर्ती कराते हैं. साथ ही निजी अस्पताल से रेफर कई मरीज ऐसे होते हैं, जिनके इलाज में लापरवाही बरती जाने के कारण उनकी स्थिति बिगड़ चुकी होती है. लेकिन रिम्स आने पर इसका डायग्नोसिस देर से होता है. निजी अस्पताल से रेफर होकर आने वाले 60 से 70 फीसदी मरीजों की हालत इतनी खराब होती है कि रिम्स में इलाज के दौरान उनकी मौत हो जाती है. इन कारणों से रिम्स में होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ जाता है. इसे भी पढ़ें Murder in Bokaro: बेरमो में गोली मारकर व्यक्ति की हत्या, घटनास्थल पर पहुंचे विधायक जयराम महतो Ranchi Nagar Nigam Action: मोरहाबादी में देर रात चला बुलडोजर, अतिक्रमण हटाने पर दुकानदारों का हंगामा Pink City Bus Ranchi: पिंक सिटी बस सेवा पड़ी फीकी, आम बसों में सफर करने को मजबूर स्त्रीयें Bokaro Mob Lynching: स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने की पेंक के पीड़ित परिवार से मुलाकात, कहा- दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा The post RIMS Ranchi: निजी अस्पतालों की लापरवाही से जूझता रिम्स, गंभीर हालत में मरीजों को किया जा रहा रेफर appeared first on Naya Vichar.

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Road Accident: उड़ीसा में हुई सड़क दुर्घटना में गोमिया के युवक की मौत, गांव में पसरा मातम

Road Accident| ललपनिया, नागेश्वर : बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत स्वांग दक्षिणी पंचायत के न्यू माइनस निवासी राजू मिश्रा के 28 वर्षीय पुत्र कर्ण मिश्रा का उड़ीसा के छत्तीसगढ़ में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गयी. कर्ण मिश्रा झारसुगुड़ा में जिम चलाते थे. युवक के मौत की समाचार से गोमिया में शोक की लहर दौड पड़ी. आज देर शाम मृतक का शव गोमिया पहुंचेगी. साइकिल सवार वृद्ध को बचाने के क्रम में हुई दुर्घटना सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कर्ण मिश्रा एक दिन पूर्व झारसुगुड़ा गये थे. कल बुधवार की शाम मिश्रा अपनी बाइक से कही जा रहे थे. इसी दौरान सड़क में एक साइकिल सवार वृद्ध को बचाने के क्रम में बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गयी. घायल युवक को अस्पताल के जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया. इस हादसे में वृद्ध को भी हल्की चोटें आयी है, जिसका स्थानीय अस्पताल में फिलहाल इलाज चल रहा है. मौके पर पहुँची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसे भी पढ़ें Murder in Bokaro: बेरमो में गोली मारकर व्यक्ति की हत्या, घटनास्थल पर पहुंचे विधायक जयराम महतो Pink City Bus Ranchi: पिंक सिटी बस सेवा पड़ी फीकी, आम बसों में सफर करने को मजबूर स्त्रीयें JAC Board 9th Result 2025: जैक 9वीं की परीक्षा में कोडरमा-हजारीबाग का दबदबा, देखें अन्य जिलों की रैंकिंग The post Road Accident: उड़ीसा में हुई सड़क दुर्घटना में गोमिया के युवक की मौत, गांव में पसरा मातम appeared first on Naya Vichar.

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Viral Video: अमेजन में दिखा 30 मीटर लंबा एनाकोंडा, सोशल मीडिया पर वीडियो ने मचाई सनसनी

Viral Video: सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें देखा जा रहा है कि एक नदी में एक बहुत ही विशाल सांप तैर रहा है. दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो अमेजन के जंगल का है. वीडियो में देखा जा सकता है कि एक आदमी हेलीकॉप्टर में बैठकर आसमान से वीडियो शूट कर रहा है. वीडियो में बताया जा रहा है कि इस विशालकाय सांप का नाम यकुमामा है. यह सांप केवल अमेजन के जंगलों में पाया जाता है और इसकी लंबाई 30 मीटर से भी अधिक है. सोशल मीडिया पर इस वीडियो को अब तक 11 मिलियन लोगों ने देखा है. साथ ही, कई लोगों ने इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए सवाल भी उठाए हैं. कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने इस वीडियो को फेक कहा है तो कुछ ने इसे AI की मदद से बना हुआ बताया है. यह वीडियो सच में असली है या AI की मदद से निर्मित, इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है. The Yacumama is a giant anaconda from the Amazon, said to reach over 30 meters in length. Allegedly 😵 pic.twitter.com/WkBjehGuQo — Not A Number (@myhiddenvalue) May 14, 2025 यह भी पढ़े: Viral Video: जब पायलट बेटे की फ्लाइट में हुई मां की एंट्री, वीडियो देखकर आपको भी होगा गर्व The post Viral Video: अमेजन में दिखा 30 मीटर लंबा एनाकोंडा, सोशल मीडिया पर वीडियो ने मचाई सनसनी appeared first on Naya Vichar.

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