Hot News

May 15, 2025

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

बरसाना में राधारानी मंदिर के दर्शन अब और भी आसान: आज से रोपवे सेवा शुरू

MATHURA NEWS: तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों के लिए एक बड़ी खुशसमाचारी सामने आई है. अब राधारानी के मंदिर तक पहुंचना पहले से कहीं अधिक आसान हो गया है. मथुरा के प्रसिद्ध बरसाना में आज से रोपवे सेवा (Cable Car) की शुरुआत कर दी गई है. इसका उद्घाटन स्थानीय प्रशासन और पर्यटन विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में विधिवत रूप से किया गया. रोपवे से श्रद्धालुओं को मिलेगी राहत बरसाना की पहाड़ी पर स्थित राधारानी मंदिर तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को अब तक कठिन चढ़ाई करनी पड़ती थी. गर्मी, बारिश या वृद्ध श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा कई बार चुनौतीपूर्ण हो जाती थी. लेकिन अब रोपवे सेवा की शुरुआत से यह यात्रा न केवल सुविधाजनक हो गई है, बल्कि समय की भी बचत होगी. पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के अनुसार, इस नई सुविधा से बरसाना में धार्मिक पर्यटन को नई ऊंचाइयां मिलेंगी. पहले जहां बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए मंदिर तक जाना मुश्किल होता था, अब वे भी आसानी से दर्शन कर सकेंगे. साथ ही, स्थानीय कारोबारियों को भी इससे लाभ मिलेगा, क्योंकि अब अधिक संख्या में पर्यटक यहां आने की संभावना है. तकनीकी सुविधाएं और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रोपवे सिस्टम को अत्याधुनिक तकनीक से तैयार किया गया है, जिसमें सुरक्षा मानकों का विशेष ध्यान रखा गया है. हर केबिन में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और नियमित रख-रखाव की व्यवस्था भी की गई है. प्रशासन ने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए टिकट काउंटर, प्रतीक्षालय और मेडिकल सहायता की व्यवस्था भी की गई है. बरसाना वासियों में खासा उत्साह बरसाना वासियों में इस परियोजना को लेकर खासा उत्साह देखा गया. स्थानीय दुकानदारों, पुजारियों और सेवकों ने रोपवे सेवा का स्वागत किया और उम्मीद जताई कि इससे धार्मिक आस्था और पर्यटन दोनों को नई दिशा मिलेगी. अब राधारानी के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को पहाड़ी चढ़ाई की चिंता नहीं करनी पड़ेगी. रोपवे सेवा के शुरू होने से बरसाना की यात्रा न केवल भक्तिमय होगी, बल्कि सुविधाजनक और यादगार भी बन जाएगी. भक्ति, आस्था और इतिहास से जुड़ी अद्भुत धरोहर उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में स्थित राधारानी मंदिर न केवल श्रद्धालुओं के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है, बल्कि यह ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है. यह मंदिर विशेष रूप से श्री राधा रानी को समर्पित है, जो भगवान श्रीकृष्ण की प्रियतम मानी जाती हैं. यह मंदिर बरसाना गांव में स्थित है, जिसे राधारानी की जन्मभूमि भी कहा जाता है. इतिहास और मान्यता राधारानी मंदिर, जिसे ‘श्रीलाडलीलाल मंदिर’ भी कहा जाता है, 1675 ईस्वी में नंदगांव के राजा वीर सिंह ने बनवाया था. मान्यता है कि यही वह स्थान है जहां राधारानी का बाल्यकाल बीता था. भक्तों का विश्वास है कि यहां राधा और कृष्ण के दिव्य प्रेम का अनुभव होता है और यह स्थल आत्मिक शांति प्रदान करता है. आकर्षित करने वाली अद्भुत वास्तुकला मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर स्थित है और वहां तक पहुंचने के लिए सैकड़ों सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं. मंदिर की वास्तुकला राजस्थानी शैली से प्रेरित है, जिसमें नक्काशीदार खंभे, रंगीन झरोखे और सुंदर गुंबद देखने को मिलते हैं. गर्भगृह में राधारानी की मनमोहक प्रतिमा विराजमान है, जिन्हें लाडली जी कहा जाता है. साथ ही, श्रीकृष्ण की भी प्रतिमा उनके साथ विराजित है. राधारानी का धार्मिक महत्व राधारानी मंदिर में साल भर लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, खासकर राधाष्टमी और होली के समय यहां विशाल मेले और उत्सव आयोजित होते हैं. बरसाना की लठमार होली विशेष रूप से विश्व प्रसिद्ध है, जहां राधा और कृष्ण के प्रेम को अनूठे तरीके से नाट्य रूप में प्रस्तुत किया जाता है. पर्यटन और व्यवस्थाएं मथुरा और वृंदावन आने वाले तीर्थयात्री बरसाना अवश्य आते हैं. यहां रहने और खाने की पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध हैं. प्रशासन और स्थानीय प्रशासन द्वारा तीर्थस्थल के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं ताकि श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिल सके. The post बरसाना में राधारानी मंदिर के दर्शन अब और भी आसान: आज से रोपवे सेवा शुरू appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

India-Pak Relation: पाकिस्तान के साथ अब सिर्फ आतंकवाद पर होगी बात

India-Pak Relation:पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए हिंदुस्तानीय सेना की कार्रवाई के बाद हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच हुए सैन्य संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए कई देशों की पहल पर सीजफायर पर सहमति बनी. पाकिस्तान ने अमेरिका से सीजफायर के लिए गुहार लगायी और हिंदुस्तान ने अपनी शर्तों पर सीजफायर का फैसला लिया. राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साफ कह चुके हैं कि पाकिस्तान से सिर्फ पाक अधिकृत कश्मीर और आतंकवाद पर ही वार्ता होगी. हिंदुस्तान किसी भी कीमत पर अब आतंकवाद को सहन नहीं करेगा और आतंकवाद की घटना को देश के खिलाफ युद्ध के तौर पर लेगा.  हिंदुस्तान के स्टैंड में कोई बदलाव नहीं सीजफायर के बाद पाकिस्तान की ओर से पत्र लिखकर सिंधु जल समझौते को स्थगित करने के हिंदुस्तान प्रशासन के फैसले पर विचार करने की गुहार लगायी गयी है. लेकिन गुरुवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने साफ किया कि सिंधु जलसंधि स्थगित रहेगी. पाकिस्तान के साथ अब सिर्फ पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और आतंकवाद के मुद्दे पर बात होगी. पाकिस्तान जब तक सीमा पार आतंकवाद को नहीं रोकेगा, हिंदुस्तान के स्टैंड में कोई बदलाव नहीं आएगा.  दिल्ली में होंडुरास दूतावास के उद्घाटन समारोह के कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जयशंकर ने कहा कि पहलगाम हमले के बाद हिंदुस्तान के पक्ष में कई देश खड़े थे. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव में भी आतंकवादियों को जवाबदेह ठहराने के लिए हिंदुस्तान द्वारा कार्रवाई करने का समर्थन किया था. ऑपरेशन सिंदूर के जरिए हिंदुस्तान ने आतंकियों को जवाबदेह ठहराने का काम किया.  अब आतंकवाद पर नहीं होगा कोई समझौता जयशंकर ने कहा कि हिंदुस्तान-पाकिस्तान का विवाद द्विपक्षीय मामला है और इसमें कोई तीसरे देश की भूमिका को स्वीकार नहीं किया जा सकता है. हिंदुस्तान की इस नीति में कोई बदलाव नहीं हुआ है. प्रधानमंत्री साफ कर चुके हैं कि पाकिस्तान के साथ बातचीत सिर्फ आतंकवाद पर होगी. पाकिस्तान के पास आतंकवादियों की एक सूची है जिसे हिंदुस्तान को सौंपा जाना चाहिए और आतंकवादियों के बुनियादी ढांचे को पूरी तरह बंद करना होगा. पाकिस्तान को अगर संबंध बेहतर करना है तो आतंकवाद के बारे में चर्चा करने के साथ कठोर कार्रवाई करनी होगी. अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर विदेश मंत्री ने कहा कि टैरिफ और ट्रेड पर दोनों देशों के बीच चर्चा का दौर जारी है. इस बारे में अभी कुछ कहना सही नहीं होगा. कोई भी व्यापारिक समझौता दोनों देशों के हित में होना चाहिए. The post India-Pak Relation: पाकिस्तान के साथ अब सिर्फ आतंकवाद पर होगी बात appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

भारत पाक सीजफायर पर राष्ट्रपति ट्रंप का यू टर्न, कहा- मैंने मध्यस्थता नहीं कराई लेकिन…

Donald Trump on India Pakistan Ceasefire: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हिंदुस्तान पाकिस्तान सीज फायर पर अपने पुराने बयान से यू टर्न ले लिया है. हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम पर अपनी भूमिका को लेकर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि उन्होंने भले ही मध्यस्थता नहीं की लेकिन दोनों देशों के बीच तनाव को शांत करने में मदद की. ट्रंप ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि वह सीधे तौर पर यह नहीं कहना चाहते कि उन्होंने मध्यस्थता की. अमेरिकी राष्ट्रपति ने कतर के दोहा से यह बात कही है.   ट्रंप ने क्या कहा? कतर के दोहा में ट्रंप ने अपने एक भाषण में कहा ‘मैं यह नहीं कहना चाहता कि मैंने ऐसा किया, लेकिन मैंने पिछले सप्ताह पाकिस्तान और हिंदुस्तान के बीच समस्या को सुलझाने में निश्चित रूप से मदद की, जो अधिक से अधिक शत्रुतापूर्ण होती जा रही थी, और अचानक, आप एक अलग प्रकार की मिसाइलों को देखना शुरू कर देंगे, और हमने इसे सुलझा लिया. मुझे उम्मीद है कि मैं यहां से बाहर नहीं निकालूंगा और दो दिन बाद पता चलेगा कि यह सुलझा नहीं है, लेकिन मुझे लगता है कि यह सुलझा है, और हमने उनसे व्यापार के बारे में बात की. चलो व्यापार करते हैं, और पाकिस्तान इससे बहुत खुश था, और हिंदुस्तान इससे बहुत खुश था, और मुझे लगता है कि वे रास्ते पर हैं.” ‘1000 साल से हिंदुस्तान और पाकिस्तान में जंग’!- डोनाल्ड ट्रंप अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा “वे लगभग 1000 सालों से पूरी ईमानदारी से लड़ रहे हैं. इसलिए मैंने कहा आप जानते हैं मैं इसे सुलझा सकता हूं. मैं इसे सुलझा सकता हूं; मुझे इसे सुलझाने दो, और चलो उन सभी को एक साथ लाते हैं. आप लगभग 1000 सालों से कितने समय से लड़ रहे हैं? मुझे सुलझाने के बारे में निश्चित नहीं है. यह एक कठिन काम है एक. वे लंबे समय से लड़ रहे हैं. यह वास्तव में नियंत्रण से बाहर होने जा रहा था.” #WATCH | Doha, Qatar | “I don’t want to say I did, but I sure as hell helped settle the problem between Pakistan and India last week, which was getting more and more hostile, and all of a sudden, you’ll start seeing missiles of a different type, and we got it settled. I hope I… pic.twitter.com/M8NlkK7uSu — ANI (@ANI) May 15, 2025 सीजफायर को लेकर सबसे पहले ट्रंप ने किया था ट्वीट हिंदुस्तान और पाकिस्तान ने 10 मई को युद्ध विराम की घोषणा की थी. इसकी जानकारी सबसे पहले ट्रंप ने सोशल मीडिया पर शेयर की थी. अपने ट्वीट में ट्रंप ने कहा था ‘मैं यह घोषणा करते हुए काफी खुशी महसूस कर रहा हूं कि हिंदुस्तान और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम पर सहमति जताई है. दोनों देशों को सामान्य समझदारी और श्रेष्ठ बुद्धिमत्ता का परिचय देने के लिए बधाई.’ पहलगाम आतंकी हमले के बाद हिंदुस्तान ने लिया था एक्शन जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद हिंदुस्तान ने आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया था. हिंदुस्तानीय सेना ने पीओके और पाकिस्तान के कुछ इलाकों पर बने आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था. इस कार्रवाई में 100 से ज्यादा आतंकियों को सेना ने ढेर कर दिया था. इसके बाद पाकिस्तान लगातार  मिसाइल और ड्रोन स्ट्राइक किया था हालांकि हिंदुस्तानीय सेना ने पाकिस्तान के सभी हथियारों को अपने एय़र डिफेंस सिस्टम से रास्ते में ही मार गिराया था.  The post हिंदुस्तान पाक सीजफायर पर राष्ट्रपति ट्रंप का यू टर्न, कहा- मैंने मध्यस्थता नहीं कराई लेकिन… appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Bihar: पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्किए का मार्बल नहीं बेचेंगे बिहार के इस जिले के व्यापारी, बोले- फायदे से पहले देश

Bihar: पिछले दिनों हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच बेहद तनावपूर्ण हालात के दौरान तुर्किए ने पाकिस्तान को हथियारों की आपूर्ति की थी. अब यहां के व्यापारी भी पाकिस्तान का समर्थन करनेवाले देशों का सामान न बेचने का एक-एक कर निर्णय लेने लगे हैं. मुख्य रूप से तुर्किए से यहां से मार्बल व सेब आदि आते थे. अब यहां के व्यापारियों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि देश उनके व्यापार से ऊपर है. इसलिए वे उन देशों का सामान नहीं बेचेंगे, जो दुश्मन देश का साथ दे रहे हैं. सीजफायर के बाद अब धीरे-धीरे पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्किए और अन्य देशों का विरोध शुरू हो गया है. पाकिस्तान की कायराना हरकत के बाद से ही लोगों में आक्रोश है. क्या कहा व्यापारियों ने?   व्यापारियों की पहले से कोशिश रहती है कि उनकी दुकानों पर देश में बना अधिक से अधिक सामान बेचा जाये. पाकिस्तान की कायराना हरकत में तुर्किए ने उसका साथ दिया. इसके बाद यह तय कर लिया गया है कि तुर्की के मार्बल किसी भी हाल में नहीं बेचे जायेंगे. शिवशंकर गुप्ता, मार्बल व्यापारी तनाव के दौरान देश का हर नागरिक एकजुट रहा है. पाकिस्तान को मात देने के बाद उसका साथ देने वालों को भी सबक सिखाना जरूरी है. इसके लिए व्यापारियों को एकजुटता दिखानी होगी. तुर्किए के मार्बल और सेब के साथ-साथ वहां पर्यटन के लिए जाना भी बंद करना चाहिए. सुरेंद्र कुमार, मार्बल व्यवसायी देश के मार्बल बाजार ने तुर्किए से खरीद नहीं करने का निर्णय ले लिया है. हाल के दिनों में पाकिस्तान की ओर से बढ़ाये गये तनाव में तुर्किए ने उसका साथ दिया है. नुकसान की चिंता किये बिना ही तुर्की के मार्बल को न बेचने का निर्णय लिया गया है. सभी एकमत हैं. राजेश कुमार, मार्बल व्यापारी दो देशों के बीच तनातनी के दौरान तुर्किए ने पाकिस्तान का समर्थन किया. अब उसे आर्थिक नुकसान पहुंचाना जरूरी है. पाकिस्तान एक ओर आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है और दूसरी ओर कुछ देश उसका समर्थन कर रहे हैं, परंतु हिंदुस्तान का कुछ नहीं बिगाड़ पाये. विपिन कुमार सिन्हा, मार्बल व्यवसायी इसे भी पढ़ें: Bihar Rain Alert: बिहार के 14 जिलों में होगी बारिश, गिरेंगे ठनका, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट The post Bihar: पाकिस्तान का साथ देने वाले तुर्किए का मार्बल नहीं बेचेंगे बिहार के इस जिले के व्यापारी, बोले- फायदे से पहले देश appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Latest Ghungroo Wali Bichiya: अब पैरों में बजेगी खनक, ट्रेंड में है घुंघरू वाली बिछिया

Latest Ghungroo Wali Bichiya: घुंघरू वाली बिछिया आजकल ट्रेडिशनल लुक में एक नया ट्रेंड बन चुकी है. यह केवल शादीशुदा स्त्रीओं की पहचान नहीं बल्कि अब यह फैशन और फोक ड्रेसिंग का भी हिस्सा बन गई है. आइए जानते हैं कुछ खूबसूरत और लेटेस्ट डिजाइनों के बारे में. Latest ghungroo wali bichiya: अब पैरों में बजेगी खनक, ट्रेंड में है घुंघरू वाली बिछिया 7 सिंगल बैंड घुंघरू बिछिया सिंपल डिजाइन जिसमें एक पतला चांदी या ऑक्सिडाइज्ड मेटल का बैंड होता है.नीचे छोटे घुंघरू जुड़े होते हैं जो चलते समय मधुर खनक देते हैं. डेली वियर के लिए परफेक्ट है. Latest ghungroo wali bichiya: अब पैरों में बजेगी खनक, ट्रेंड में है घुंघरू वाली बिछिया 8 डबल लेयर बिछिया दो परतों में डिजाइन होती है.ऊपर सिंपल मेटल बैंड और नीचे लटकते घुंघरू.यह थोड़ा हेवी लुक देती है और ट्रेडिशनल फंक्शन्स में खूब जचती है. Latest ghungroo wali bichiya: अब पैरों में बजेगी खनक, ट्रेंड में है घुंघरू वाली बिछिया 9 कस्टम शेप बिछिया में ऊपर हार्ट, मोर या कमल का डिजाइन बना होता है और उसके नीचे छोटे-छोटे घुंघरू झूलते हैं. युवा स्त्रीओं और नई दुल्हनों में काफी पॉपुलर है. Latest ghungroo wali bichiya: अब पैरों में बजेगी खनक, ट्रेंड में है घुंघरू वाली बिछिया 10 बिछिया के ऊपर बर्ड (पक्षी) या बेल (बेल-पत्तियों) की आकृति होती है और नीचे घुंघरू़ह कलात्मक और यूनिक डिज़ाइन होती है. Latest ghungroo wali bichiya: अब पैरों में बजेगी खनक, ट्रेंड में है घुंघरू वाली बिछिया 11 Latest ghungroo wali bichiya: अब पैरों में बजेगी खनक, ट्रेंड में है घुंघरू वाली बिछिया 12 Also Read : Latest Silver Anklet Kada Payal Designs: पायल की छन-छन से धड़केगा साजन का दिल,देखें लेटेस्ट फैशन ट्रेंड Also Read : Latest Silver Bracelet Design: दिखें सबसे अलग, ट्राय करें घुंघरू वाले ब्रासलेट के ये ट्रेंडी डिजाइन Also Read : Best lipstick Colors For Summer: अगर आप भी दिखना चाहती हैं ग्लैमरस, तो इन लिपस्टिक शेड्स को जरूर करें ट्राय Also Read : Latest Bichiya Design: लेटेस्ट बिछिया डिजाइन जो बनेगी हर दुल्हन की पसंद Also Read : Red Bangles Styling Tips: साजन जी को करना है इम्प्रेस तो पहनें लाल रंग की चूड़ियां,फिर देंखे कमाल The post Latest Ghungroo Wali Bichiya: अब पैरों में बजेगी खनक, ट्रेंड में है घुंघरू वाली बिछिया appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

ठुकारा के मेरा प्यार इंतकाम देखेगी! गर्लफ्रेंड ने दिया धोखा तो ऐसे सिखाएं सबक, जिंदगी भर रोयेगी खून के आंसू

Relationship Tips: आज के दौर में रिश्ते जितनी तेजी से बनते हैं, उतनी ही तेजी से टूट भी जाते हैं. ऐसी स्थिति में खुद को संभालना और उस स्थिति से खुद को बाहर निकालना मुश्किल होता है. कई लोग तो ऐसे में गर्लफ्रेंड को सबक सीखाने की सोच लेते हैं. लेकिन उन्हें पता नहीं होता है कि सबक सिखाएं तो सिखायें कैसे. आज हम आपको कुछ ऐसी टिप्स बताने जा रहे हैं, जो उन्हें यह ऐसहास दिलायेगा कि उन्होंने आपको छोड़कर बहुत बड़ी गलती की. बदला लेने की बजाय खुद पर लाएं बदलाव धोखा देने वाली गर्लफ्रेंड को सबक सिखाने का सबसे अच्छा तरीका अपने आप में बदलाव लाने से बड़ा कुछ नहीं है. खुद की पर्सनालिटी में इतना बदलाव लाएं कि उन्हें बाद में अपनी गलती ऐहसास हो. पर्सनालिटी का मतलब सिर्फ आपका ड्रेसिंग सेंस नहीं बल्कि बात करने का तरीका, बॉडी लैंग्वेज और खुद को प्रेजेंट करने के तरीके से भी है. सफलता अर्जित करें अगर गर्लफ्रेंड ने आपको धोखा दे दिया है तो आप अपनी हॉबी और अपने स्किल्स को और बेहतर करने में लग जाएं. यह आपके लिए किसी भी क्षेत्र में सफलता का द्वार खोलेगा. खुद को इतना बेहतर बना लें कि आपकी पुरानी गर्लफ्रेंड आपसे मिलने के लिए 10 बार सोचें. Also Read: Beauty Tips: 50 की उम्र के बाद अपनाएं ये सीक्रेट टिप्स, चेहरे पर बरकार रहेगा 30 वाला निखार नये रिश्ते में करे इंटर अगर आपकी गर्लफ्रेंड ने आपको धोखा दिया है तो दूसरे विकल्प की तलाश कर सकते हैं. लेकिन ध्यान रखें आपकी पुरानी गर्लफ्रेंड से आपकी नयी गर्लफ्रेंड हर मामले में बेहतर हो. ऐसे उन्हें ये फील होगा आप उनसे ज्यादा डिजर्व करते थे, जो उन्हें उनके धोखा देने के बाद मिला है. अगर आप उनके पीछे आंसू बहाते रहेंगे तो आप उस चीज से कभी बाहर नहीं निकल पाएंगे और वो तरस खाने की बजाय आप पर हंसेगी. गाली गलौज करने से बचें कई लोग किसी के छोड़ने के बाद उनसे गाली गलौज करने पर उतर जाते हैं. ऐसा करने से बचें. क्योंकि ऐसा करने पर आप अपनी छवि खुद खराब करेंगे. इसके बजाय आप उन्हें आगे की जिंदगी के लिए शुभकामनाएं दें और किसी के साथ ऐसा न करने की सलाह दें. भले ही उन्हें तुरंत उस वक्त ऐहसास न हो. लेकिन बाद में उन्हें जरूर ये ऐहसास होगा कि उनके धोखा देने के बाद भी उनके व्यवहार में कोई बदलाव नहीं आया. कानून का भी ले सकते हैं सहारा अगर आपकी गर्लफ्रेंड आपके इमोशंस के अलावा आपको आर्थिक या सामाजिक स्तर पर भी चोट पहुंचायी है तो आप कानून का भी सहारा ले सकते हैं. हिंदुस्तान में धोखाधड़ी, ब्लैकमेल या मानसिक उत्पीड़न के लिए भी कई कानून बनाए गये हैं. Also Read: Premanand Ji Maharaj: क्यों मां को कहा गया है ‘पहला गुरु’, सुनिए प्रेमानंद महाराज का भावुक जवाब The post ठुकारा के मेरा प्यार इंतकाम देखेगी! गर्लफ्रेंड ने दिया धोखा तो ऐसे सिखाएं सबक, जिंदगी भर रोयेगी खून के आंसू appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

जगन्नाथपुर में आम चुन रहे थे बच्चे, आंधी-तूफान के साथ हुआ वज्रपात और बुझ गया घर का चिराग

Jagannathpur Weather| चाईबासा, भागीरथी महतो : पश्चिमी सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर प्रखंड अंतर्गत मोगरा पंचायत के हेस्सापी में आम चुनने गये एक 9 वर्षीय बालक की वज्रपात से मौत हो गयी. दामू मुंडा की 10 वर्षीय पुत्री राजकुमारी मुंडा घायल हो गयी. घटना गुरुवार को दोपहर बाद हुई. मृत बालक की पहचान हेस्सापी गांव निवासी संग्राम सिंकु के पुत्र मुकेश सिंकु रूप में हुई है. आम चुनने के दौरान आंधी-तूफान के साथ वज्रपात ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार को दोपहर करीब 3:30 बजे आंधी-तूफान के साथ बारिश होने लगी. दोनों शिशु घर के पास आम चुनने के लिए गये थे. इसी दौरान बिजली कड़की. वज्रपात की चपेट में दोनों शिशु आ गये. परिजनों ने दोनों घायलों को आनन-फानन में जगन्नाथपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें बच्ची का स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा इलाज स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों ने जांच करने के बाद बालक मुकेश सिंकु को मृत घोषित कर दिया. घायल बच्ची का भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया. बालक की मौत होने से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. बच्ची का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चल रहा है. इसे भी पढ़ें LPG Price Today: 15 मई को आपको कितने में मिलेगा 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर, यहां देखें भाव मौसम पूर्वानुमान : अगले 4 दिन गर्मी जाइए भूल, 10 जिलों में मौसम रहेगा कूल-कूल Kal Ka Mausam: झारखंड के 14 जिलों को छोड़ सभी जिलों में तेज हवाओं के साथ वज्रपात Jharkhand Weather: झारखंड के इन 6 जिलों में अगले 3 घंटे में होगी वर्षा, आंधी चलेगी The post जगन्नाथपुर में आम चुन रहे थे शिशु, आंधी-तूफान के साथ हुआ वज्रपात और बुझ गया घर का चिराग appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

UPI से अब गलती से भी गलत खाते में नहीं ट्रांसफर होगा पैसा, जानिए कैसे

New UPI Rules: आज के समय में डिजिटल पेमेंट का चलन बढ़ गया है. हर कोई कैश की जगह अब गूगल पे और फोन पे से पेमेंट करना ज्यादा आसान समझ रहे हैं. UPI ऐप्स के जरिए रोजाना करोड़ों के ट्रांजैक्शन हो रहे हैं. क्योंकि, इनका इस्तेमाल करना भी आसान है और कम ही समय में दूसरे के बैंक अकाउंट में पैसे पहुंच भी जाते हैं. साथ ही UPI ऐप्स के कारण अब लोगों को बैंक में लंबी-लंबी लाइन नहीं लगनी पड़ती है. लेकिन कई बार ऐसा भी होता है कि अनजाने में या हड़बड़ी में गलत खातों में पैसे चल जाते हैं. जिस वजह से पैसे भेजने वाले को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. लेकिन अब UPI यूजर्स को इस परेशानी को नहीं झेलना पड़ेगा. क्योंकि, नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI से जुड़ा एक नया नियम लागू कर दिया है. जिससे UPI यूजर्स को काफी राहत मिलने वाली है. यह भी पढ़ें: JIO Fiber हुआ JIO Home, मिलेगी 1Gbps तक की हाई स्पीड, इन्हें मिलेगा Free सर्विस क्या है नियम एनपीसीआई ने UPI से जुड़ा एक नया नियम लागू किया है. इस नियम के तहत अब UPI यूजर्स के पैसे अब गलत खाते में नहीं जाएंगे. क्योंकि, इस नए नियम के तहत अब UPI से कोई भी ट्रांजैक्शन करने पर सामने वाले यूजर का नाम वही दिखाएगा जो उसके बैंकिंग सिस्टम में दर्ज होगा. यानी कि पेमेंट करने के दौरान सामने वाले का नाम आपको उसके बैंक में दिए गए नाम से ही दिखाएगा न की आपने जिस नाम से सेव किया है. दरअसल, कई बार अलग नाम होने के कारण कंफ्यूजन हो जाती है और गलत खाते में पैसे चल जाते हैं. जो अब नहीं होगा. वहीं, NPCI इस नए नियम को सभी UPI ऐप्स के लिए 30 जून 2025 से लागू करने वाली है.लागू करने वाली है. गलत खाते में UPI से पैसे चले जाएं तो यहां करें शिकायत कई बार ऐसा होता है कि गलती से या हड़बड़ी में हम किसी दूसरे के अकाउंट में पैसे भेज देते हैं. ऐसे में अगर आप से यह गलती होती है तो आप सामने वाले से संपर्क कर भेजे गए पैसे के बारे में बता दें. अगर इसके बावजूद वह पैसे देने को तैयार न हो तो आप इसकी शिकायत बैंक से कर सकते हैं. इसके अलावा टोल फ्री नंबर 18001201740 पर भी कॉल कर आप अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. साथ ही NPCI के आधिकारिक पोर्टल पर भी जाकर आप अपनी शिकायत दर्ज कर सकते हैं. शिकायत दर्ज कराने के बाद आपके अकाउंट में 24 से 48 घंटे में पैसे वापस आ जाएंगे. यह भी पढ़ें: ‘भार्गवास्त्र’: परशुराम के नाम पर बना हिंदुस्तान का घातक ड्रोन किलर, पाकिस्तान और चीन की नींद उड़ी यह भी पढ़ें: Jio का बिना डेटा वाला प्लान में मिलेगा 336 दिनों तक अनलिमिटेड कॉलिंग की सुविधा, कीमत मात्र इतनी टेक्नोलॉजी की अन्य समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें The post UPI से अब गलती से भी गलत खाते में नहीं ट्रांसफर होगा पैसा, जानिए कैसे appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

DRDO: समुद्री पानी को पीने योग्य बनाने की पहल

DRDO: देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में सैन्य कर्मियों के लिए डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट आर्गेनाइजेशन(डीआरडीओ) ने नयी तकनीक का विकास किया है. डीआरडीओ की कानपुर स्थित प्रयोगशाला डिफेंस मटेरियल्स स्टोर्स एंड रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टेब्लिशमेंट (डीएमएसआरडीई) ने सिर्फ आठ महीने में एक अत्याधुनिक ‘नैनोपोरस मल्टीलेयर्ड पोलिमेरिक मेम्ब्रेन’ विकसित की है. यह समुद्र के खारे पानी को उच्च दबाव में मीठा बनाने का काम करेगी और खास बात यह है कि यह तकनीक पूरी तरह से स्वदेशी है. इससे खारे पानी की समस्या को निपटने में मदद मिलेगी.  नौसेना कर्मियों को भी मिलेगा राहत इस तकनीक के प्रयोग से समुद्री इलाकों में रहने वाले नागरिकों के अलावा नौसेना में काम करने वाले कर्मियों को भी राहत मिलने की संभावना है. समुद्र का पानी पीने योग्य नहीं होता क्योंकि उसमें क्लोराइड आयन और अन्य लवण की मात्रा काफी अधिक होती है. पहले से प्रयोग हो रही कई मेंब्रेन लंबे समय तक नमक और क्लोराइड के संपर्क में रहने से खराब हो जाती थीं. लेकिन डीआरडीओ की ओर से विकसित की गयी नयी मेंब्रेन को खारे पानी के उच्च दबाव और क्लोराइड आयन की मार सहने के लिए विशेष रूप से डिजाइन किया गया है और इससे खारा पानी पीने योग्य बन जाता है.  कैसे काम करती है यह तकनीक समुद्र का पानी पीने योग्य नहीं होता है. समुद्र के पानी को पीने योग्य बनाने के लिए वैश्विक स्तर पर कई रिसर्च हो रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई भी प्रयोग आम लोगों को फायदा पहुंचाने में सफल नहीं हो पाया है. ऐसे में अगर डीआरडीओ का प्रयोग पूरी तरह सफल होता है तो वैश्विक स्तर पर पेयजल की समस्या का समाधान हो सकता है. नैनो पोरस मल्टीलेयर डिजाइन के तहत मेंब्रेन की कई परतों में बेहद सूक्ष्म छिद्र होते हैं जो सिर्फ पानी को गुजरने देते हैं, लेकिन नमक, क्लोराइड और अन्य अशुद्धियों को रोकते हैं.  यह सिस्टम समुद्र के गहरे हिस्सों से खारे पानी को खींचकर भी प्रभावी तरीके से काम कर सकता है. इस मेंब्रेन का परीक्षण हिंदुस्तानीय तटरक्षक बल के ऑफशोर पेट्रोलिंग वेसल पर लगे मौजूदा डिसैलिनेशन प्लांट में किया गया. शुरुआती ट्रायल में यह पूरी तरह सफल पाया गया. यह तकनीक मौजूदा समय में कोस्ट गार्ड के जहाजों के लिए तैयार की गयी है. डीआरडीओ के वैज्ञानिकों का मानना है कि आने वाले समय में इससे समुद्री किनारों पर बसे गांव के लोगों को फायदा होगा. इसके लिए और अधिक प्रयोग किया जा रहा है. The post DRDO: समुद्री पानी को पीने योग्य बनाने की पहल appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

अहमदिया मुसलमानों को पाकिस्तानी नहीं मानते मुसलमान, खत्म करना चाहते हैं उनका अस्तित्व

Table of Contents कौन हैं अहमदिया मुसलमान? मुसलमान और अहमदिया मुसलमान में क्या है अंतर पाकिस्तान में अहमदिया मुसलमान को कब कहा गया ‘गैर मुसलमान’ हिंदुस्तान में अहमदिया मुसलमानों की स्थिति अहमदिया मुसलमानों की नजर में इस्लाम Ahmadiyya Muslim : अहमदिया मुसलमान, मुस्लिम समाज का एक वर्ग है, जिनकी कुछ मान्याएं शिया और सुन्नी मुसलमान से अलग होती है. यही वजह है कि पाकिस्तान में इन अहमदिया मुसलमानों को मुसलमान नहीं माना जाता है और उन्हें समाज में हिकारत की नजर से देखा जाता है. यही वजह है कि पाकिस्तान में अहमदिया मुसलमान अपनी पहचान छिपाकर रहते हैं, जबकि सच्चाई यह है कि अहमदिया मुसलमानों का जन्म पाकिस्तान में ही हुआ था और एक तरह से यह उनकी जन्मस्थली है. प्यू रिसर्च के अनुसार पाकिस्तान की मात्र 7% आबादी ही अहमदिया मुसलमानों को मुसलमान मानती है, आखिर क्या है इसकी वजह? कौन हैं अहमदिया मुसलमान? मुसलमानों में कुछ अलग-अलग वर्ग या संप्रदाय हैं, जैसे शिया- सुन्नी और सूफी. अहमदिया मुसलमान भी मुसलमानों का एक संप्रदाय है. इस संप्रदाय की शुरुआत पाकिस्तान के पंजाब प्रांत से हुई थी. रबवाह को इनका मुख्यालय माना जाता था, लेकिन अब वह इग्लैंड स्थानांतरित हो गया है. अहमदिया मुसलमान संप्रदाय का उदय 1889 में हुआ था. मिर्जा गुलाम अहमद ने इस संप्रदाया की नींव रखी थी. ऐसी मान्यता है कि मिर्जा गुलाम अहमद ने मुसलमानों के बीच काफी सुधार इस पंथ के जरिए किए थे. अहमदिया मुसलमान पाकिस्तान के अलावा हिंदुस्तान में भी हैं, क्योंकि बंटवारे के बाद इस संप्रदाय के कुछ लोग हिंदुस्तान भी आए थे और कुछ इंग्लैंड चले गए थे. मुसलमान और अहमदिया मुसलमान में क्या है अंतर मुसलमान और एक अहमदिया मुसलमान में बड़ा फर्क यह है कि मुसलमान पैगंबर मुहम्मद साहब को अपना अंतिम पैगंबर मानते हैं, जबकि अहमदिया मुसलमान मिर्जा गुलाम अहमद को अपना अंतिम पैगंबर मानता है. बस इसी बात को लेकर अहमदिया मुसलमानों के साथ भेदभाव होता है. पाकिस्तान में अहमदिया मुसलमानों को प्रशासनी तौर पर गैर मुसलमान माना जाता है. हालांकि अहमदिया मुसलमान भी उन सभी बातों का पालन करते हैं, जो एक आम मुसलमान करता है. अहमदिया मुसलमान इस्लाम के 5 मूल स्तंभों को भी पूरी तरह मानता है, जिसमें नमाज, जकात, रोजा और हज जैसे सिद्धांत शामिल हैं. बावजूद इसके अहमदिया मुसलमानों को पाकिस्तान में गैर मुस्लिम घोषित किया गया है. पाकिस्तान में अहमदिया मुसलमान को कब कहा गया ‘गैर मुसलमान’ अहमदिया-मुसलमान, एआई इमेज पाकिस्तान में एक छोटी सी घटना के बाद अहमदिया मुसलमानों के प्रति बहुसंख्यक सुन्नी मुसलमानों का गुस्सा फूट गया था और मामला इतना बढ़ा की संविधान में संशोधन कर यह बात कही गई कि जो लोग पैगंबर मुहम्मद साहब को अपना अंतिम पैगंबर नहीं मानते हैं वे गैर मुसलमान हैं. यह बात है 1974 की. इस संशोधन के बाद से अहमदिया मुसलमान पाकिस्तान में गैर मुसलमान हो गए. हालांकि 1984 में जब जनरल जिया उल हक ने अहमदिया मुसलमानों के लिए बिल लाया और उन्हें गैर मुसलमान बताते हुए उनके धार्मिक कार्यों पर रोक लगाई तो अहमदिया मुसलमानों की दशा पाकिस्तान में और भी खराब हो गई. इस बिल के बाद पाकिस्तान में अहमदिया मुसलमान अपने मस्जिद को मस्जिद नहीं कह पाते हैं और ना ही वे अजान दे पाते हैं और ना ही कोई अन्य धार्मिक कार्य कर पाते हैं. अहमदिया मुसलमानों के हज करने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया, जिसका मानवाधिकार संगठनों ने विरोध किया, लेकिन सच्चाई यह है कि अहमदिया मुसलमान पाकिस्तान में सामााजिक और धार्मिक रूप से पिछड़े हैं. हिंदुस्तान में अहमदिया मुसलमानों की स्थिति हिंदुस्तान में अहमदिया मुसलमानों की स्थिति वैसी ही है जैसी किसी अन्य धर्म के मानने वालों की है. हमारा देश धर्म के आधार पर नागरिकों के बीच धार्मिक भेदभाव नहीं करता है, इसलिए अहमदिया मुसलमान हिंदुस्तान में सम्मान से जीते हैं. उन्हें अपने सभी धार्मिक कार्यों को करने की आजादी है और उन्हें अपनी पहचान छिपाने की कोई जरूरत नहीं पड़ती है. कुछ धार्मिक संगठन उनका विरोध करते हैं, लेकिन देश का कानून उन्हें रोकता है. हां, सामाजिक जीवन में कुछ चुनौतियां हो सकती हैं, लेकिन उनके अपने इबादतगाह, मस्जिद आदि मौजूद हैं, जिसकी वजह से उन्हें कोई दिक्कत नहीं होती है. अहमदिया मुसलमानों की नजर में इस्लाम अहमदिया मुसलमान कट्टरपंथ का विरोध करता है. इस पंथ के जनक मिर्जा गुलाम अहमद ने धर्म प्रचार के लिए शांति के मार्ग को चुना. गुलाम अहमद ने शांतिपूर्ण जिहाद की बात की. वे यह मानते थे कि हिंसा से कुछ भी हासिल होने वाला नहीं है, इसलिए उन्होंने शांति की बात की. अहमदिया मुसलमानों ने स्त्री शिक्षा पर भी जोर दिया और लड़कियों की शिक्षा पर फोकस किया गया. अहमदिया मुसलमान भी पर्दा प्रथा को स्वीकार करते हैं, लेकिन वे इसे स्त्रीओं की शिक्षा में बाधा कहीं से नहीं मानते हैं. Also Read : पाकिस्तान में बलात्कार पीड़िताओं को देनी होती थी 4 पुरुषों की गवाही, वरना मिलती थी 100 कोड़े की सजा इमरान खान से पहले पाकिस्तान में जुल्फिकार अली भुट्टो को दी गई थी जेल में यातना, फिर फांसी Pahalgam Attack : टोपी और दाढ़ी का नाम इस्लाम नहीं, पाकिस्तान के इरादों का जवाब दे प्रशासन हिंदू और मुसलमान के बीच हिंदुस्तान में नफरत की मूल वजह क्या है? विभिन्न विषयों पर एक्सप्लेनर पढ़ने के लिए क्लिक करें The post अहमदिया मुसलमानों को पाकिस्तानी नहीं मानते मुसलमान, खत्म करना चाहते हैं उनका अस्तित्व appeared first on Naya Vichar.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top