Hot News

May 18, 2025

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Jaya Kishori Quotes: मंजिल की चिंता छोड़ें अपने सफर को बनाएं खूबसूरत

Jaya Kishori Quotes: प्रसिद्ध भजन गायिका और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी अपने सादगी भरे विचारों और गहन जीवन दर्शन के लिए जानी जाती हैं. उनका हालिया कोट सोशल मीडिया पर लोगों को गहराई से छू रहा है- Instead of stressing about your Destination, focus on making your journey Beautiful.मंजिल की चिंता करने के बजाय अपने सफर को खूबसूरत बनाने पर ध्यान दें. -Jaya Kishori यह विचार सिर्फ शब्दों का मेल नहीं, बल्कि जीवन को देखने का एक सकारात्मक नजरिया है जो हर उम्र के लोगों को आत्मनिरीक्षण और जीवन की सादगी में सौंदर्य तलाशने की प्रेरणा देता है. Jaya Kishori Motivational Quotes: जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं जया किशोरी के अनुसार Jaya kishori latest quotes: जिंदगी को बेहतर कैसे बनाएं जया किशोरी के अनुसार जया किशोरी के इस कथन का मतलब है कि हमें अपने जीवन की मंजिल को लेकर ज्यादा तनाव नहीं लेना चाहिए. हम सभी की कोई न कोई मंजिल होती है-कोई करियर में सफलता चाहता है, कोई रिश्तों में संतुलन तो कोई आत्मिक शांति की तलाश में होता है. लेकिन अक्सर लोग मंजिल तक पहुंचने की जल्दी में अपने वर्तमान को नजरअंदाज कर देते हैं. जया किशोरी यही समझाना चाहती हैं कि यदि हम अपने सफर यानी अपने आज को खूबसूरत बना लेंगे, तो मंजिल अपने आप सुंदर हो जाएगी. सफर को खूबसूरत कैसे बनाएं? हर दिन को विशेष बनाएं: छोटे-छोटे पलों में खुशियां ढूंढना सीखें. सकारात्मक सोच अपनाएं: नकारात्मक विचारों को अपने जीवन से दूर रखें. धैर्य रखें: जीवन की रफ्तार को समझें और अपने ऊपर अनावश्यक दबाव न डालें. आभार व्यक्त करें: जो कुछ भी आपके पास है, उसके लिए कृतज्ञ रहें. सीखते रहें: हर अनुभव से कुछ नया सीखें और उसे अपने विकास में लगाएं. जया किशोरी का यह संदेश हमें यह सिखाता है कि मंजिल की फिक्र करने से अच्छा है कि हम अपने जीवन की यात्रा को सुंदर बनाएं. क्योंकि जब सफर खूबसूरत होता है, तो मंजिल भी अपने आप खास बन जाती है. इस सोच को अपनाकर हम न केवल अपने तनाव को कम कर सकते हैं बल्कि जीवन को भी अधिक सकारात्मक और आनंदमय बना सकते हैं. Also Read: Jaya Kishori: बदले की भावना रखना तुच्छ लोगों का काम है समझदार लोग अपने लक्ष्य पर ध्यान देते है Also Read: Jaya Kishori Quotes: जिंदगी में मुकाम चाहिए तो अपना हक खुद लेना सीखो Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Jaya Kishori Quotes: मंजिल की चिंता छोड़ें अपने सफर को बनाएं खूबसूरत appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Bihar Land: अपार्टमेंट रजिस्ट्री का बदला नियम, अब नहीं होगी फ्लैट की जमाबंदी

Bihar Land: पटना. बिहार में अपार्टमेंटों की खरीद-बिक्री में एक बड़ा बदलाव होने जा रहा है. अब अपार्टमेंट की जमीन की जमाबंदी व्यक्तिगत न होकर सामूहिक होगी. बिल्डर या सोसाइटी के नाम पर जमाबंदी होगी, जिसमें सभी फ्लैटधारियों का जिक्र होगा. राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग इसके लिए नई नियमावली तैयार कर रहा है. दो महीने के भीतर इसके लागू हो जाने के आसार हैं. इसके पहले व्यक्तिगत जमाबंदी कायम की जा रही थी. जमीन की जमाबंदी का ही प्रावधान विभागीय अधिकारियों के अनुसार बिहार भूमि दाखिल-खारिज अधिनियम 2011 और 2012 के प्रावधानों के तहत रैयतों से प्राप्त आवेदन के आलोक में दाखिल-खारिज की कार्रवाई अंचल स्तर पर की जाती है. अब तक जो लोग फ्लैट की खरीद करते थे उनके नाम पर जमीन के एक हिस्से की दाखिल खारिज की जाती थी, लेकिन प्रशासन ने अब यह नियम बदल दिया है. विभाग को सूचना मिल रही है कि अर्पाटमेंट निर्माण के लिए खरीदी गई या समझौते से प्राप्त की गई भूमि का दाखिल-खारिज फ्लैटधारियों के नाम से कुछेक अंचल कार्यालयों ने कर दिया है, जबकि भूखंड का नामांतरण फ्लैटधारियों के नाम से किए जाने का कोई प्रावधान नहीं है. भविष्य में पैदा हो सकता था विवाद विभाग के सॉफ्टवेयर में भी इसका प्रावधान नहीं है. ऐसी स्थिति में भविष्य में जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं. इससे संबंधित बदलाव भी सॉफ्टवेयर में लाया जाएगा. इसकी तैयारी विभाग के स्तर पर की जा रही है. बताते चलें कि जमीन की महंगाई और शहरी इलाके में भूमि की कमी के कारण बिहार में भी अपार्टमेंट कल्चर तेजी से बढ़ रहा है. बड़ी संख्या में अपार्टमेंटों का निर्माण भी कराया जा रहा है. बड़े शहरों में इसकी डिमांड काफी है. अपार्टमेंट में रहनेवालों के हितों की रक्षा के बिहार में रेरा का गठन किया गया है. राज्य में इस कारोबार को करनेवाली कंपनियों की संख्या भी तेजी से बढ़ती जा रही है. Also Read: Bihar Land: बिहार में रिजर्व फैसले का चल रहा स्पोर्ट्सा, सुनवाई खत्म कर मामला लटका रहे DCLR The post Bihar Land: अपार्टमेंट रजिस्ट्री का बदला नियम, अब नहीं होगी फ्लैट की जमाबंदी appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Gita Updesh: ये तीन दोष कर देते है आत्मा का नाश सीधा ले जाते है नरक के द्वार

Gita Updesh: श्रीमद्भगवद्गीता न केवल एक धार्मिक ग्रंथ है, बल्कि यह जीवन जीने की एक संपूर्ण कला भी सिखाती है. इसमें भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिए, वे आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं. गीता में बताया गया है कि तीन ऐसी बुराइयाँ हैं जो मनुष्य को पतन की ओर ले जाती हैं और अंततः नरक का द्वार खोलती हैं. ये तीन दोष हैं-काम, क्रोध और लोभ. Gita Shlok Kaam Krodh Lobh in Gita: गीता श्लोक (अध्याय 16, श्लोक 21) त्रिविधं नरकस्येदं द्वारं नाशनमात्मनः.कामः क्रोधस्तथा लोभस्तस्मादेतत्त्रयं त्यजेत्.. अर्थ: काम, क्रोध और लोभ- ये तीन नरक के द्वार हैं जो आत्मा का नाश करते हैं. अतः इन तीनों को त्याग देना चाहिए. Kaam Krodh Lobh Lead to Hell: काम, क्रोध और लोभ हैं नरक के द्वार Gita updesh: ये तीन दोष कर देते है आत्मा का नाश सीधा ले जाते है नरक के द्वार 2 1. काम (वासना और अत्यधिक इच्छाएं) गीता में कहा गया है कि जब व्यक्ति पर काम यानी वासना या अत्यधिक इच्छाएं हावी हो जाती हैं, तो वह विवेक खो बैठता है. इच्छाओं का कोई अंत नहीं होता, और जब वे पूरी नहीं होतीं, तो मन में अशांति पैदा होती है. यह अशांति आगे जाकर मोह, निराशा और गलत निर्णयों का कारण बनती है. काम मनुष्य को आत्मकेंद्रित बना देता है, जिससे वह दूसरों का अहित करने लगता है. 2. क्रोध (गुस्सा और द्वेष) क्रोध वह अग्नि है जो सबसे पहले उसी व्यक्ति को जलाती है, जिसके भीतर यह उत्पन्न होती है. गीता में कहा गया है कि क्रोध बुद्धि का नाश कर देता है, और जब बुद्धि नष्ट हो जाती है, तो व्यक्ति सही और गलत में अंतर नहीं कर पाता. क्रोध से हिंसा, द्वेष और अपशब्दों की उत्पत्ति होती है, जो सामाजिक और आत्मिक पतन का कारण बनती है. 3. लोभ (लालच) लोभ कभी संतोष नहीं होने देता. जो व्यक्ति लालची होता है, वह हमेशा दूसरों से अधिक पाने की चाह में उलझा रहता है. वह नैतिकता और धर्म की सीमाओं को लांघ कर भी धन या भौतिक सुख-सुविधाएं हासिल करने की कोशिश करता है. यही लोभ धीरे-धीरे उसे पाप की ओर ले जाता है और अंत में वह स्वयं अपने जीवन को नरक में ढकेल देता है. श्रीमद्भगवद्गीता हमें आत्ममंथन और आत्मनियंत्रण का मार्ग दिखाती है. काम, क्रोध और लोभ-इन तीनों को त्याग कर ही व्यक्ति सच्चे अर्थों में धर्म के मार्ग पर चल सकता है और मोक्ष की प्राप्ति कर सकता है. इन दोषों से मुक्त होकर ही आत्मा का कल्याण संभव है. Also Read: Gita Updesh on Friendship: इन 4 प्रकार के लोगों से कभी न करें मित्रता इनके संबंध से केवल दुख ही प्राप्त होता है Also Read: Gita Updesh: पैसों की तंगी से रहते है परेशान- इन लोगों पर नहीं बरसती मां लक्ष्मी की कृपा Also Read: Gita Updesh: मुक्ति के मार्ग में बाधा बनते हैं ये 6 शत्रु- श्रीमद्भगवद्गीता से जानें कैसे पाएं इन पर विजय Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. The post Gita Updesh: ये तीन दोष कर देते है आत्मा का नाश सीधा ले जाते है नरक के द्वार appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Bihar News: पहले चुनाव में ही गौड़ा बौराम बना वीआईपी सीट, 2020 में हुआ पहली बार वीआईपी कब्जा

Bihar News: दरभंगा. सत्ता और शक्ति दोनों का प्रमुख केन्द्र रही मिथिला की इस सीट का नेतृत्वक गलियारे में एक अलग मुकाम है. नाम गौड़ाबौराम. गौड़ाबौराम विधानसभा क्षेत्र वर्ष 2008 मेंअस्तित्व में आया. इससे पूर्व यह घनश्यामपुर विधानसभा क्षेत्र में था. परिसीमन में इस विधानसभा क्षेत्र में गौड़ाबौराम, किरतपुर तथा बिरौल प्रखंड की कुल 30 पंचायतों को शामिल किया गया. अपने गठन के बाद पहले ही चुनाव में यह सीट वीआईपी बन गई. 2020 में इस सीट से मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी जीत मिली. इस चुनाव के मद्देनजर पक्ष-विपक्ष के खेमे में अभी कई तस्वीरें धुंधली है. कई दिग्गजों की नजरें इस सीट पर गड़ी है. गठबंधन की नेतृत्व में कयासों का दौर तेज हैं. पग-पग पर मिलती है चुनौती यहां कसरौड़ की मां ज्वालामुखी के मंदिर में हर साल हजारों भक्त शीश नवाते हैं. विस क्षेत्र में पग-पग बिछी चुनौतियों से पार पाने के लिए नेता भी कई मुरादें लिये आते हैं. यहां की पहली चुनावी में जंग में राजद के कद्दावर नेता व पूर्वमंत्री डॉ. महावीर प्रसाद चुनाव हार गये. दूसरे चुनाव में जनता ने जिसे विधायक चुना वह मंत्री बन गये. विधानसभा चुनाव की आहट मिलते ही नेताओं में चुनावी सुगबुगाहट बढ़ चली है. कमला नदी का बहाव क्षेत्र होने के कारण यहां पग-पग पर चुनौतियां हैं. वर्ष 2015 के चुनाव में यहां से जदयू के मदन सहनी ने लोजपा के विनोद सहनी को पराजित किया था. मदन सहनी को 51403 और विनोद सहनी को 37341 वोट मिले थे. मदन सहनी फिलहाल सूबे के खाद्य व आपूर्ति मंत्री हैं. महावीर प्रसाद से मदन सहनी तक बनते रहे मंत्री बीते विधानसभा चुनाव में जदयू ने अपने सीटिंग विधायक डॉ. इजहार अहमद का पत्ता काटकर बहादुरपुर के विधायक मदन सहनी को यहां जदयू-राजद महागठबंधन का उम्मीदवार बनाया था. डॉ. इजहार अहमद ने वर्ष 2010 के चुनाव मेंराजद के कद्दावर नेता और सूबे के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डॉ. महावीर प्रसाद को हराया था. उस समय डॉ. इजहार अहमद को 32258 और डॉ. महावीर प्रसाद को 22656 वोट मिले थे. 2020 में एनडीए के धड़े से यह सीट मुकेश साहनी की पार्टी वीआईपी (VIP) के खाते में गई है. यहां से वीआईपी की स्वर्णा सिंह जीजीं. आरजेडी के अफज़ल अली खान चुनाव हार गये. Also Read: Bihar Land: बिहार में रिजर्व फैसले का चल रहा स्पोर्ट्सा, सुनवाई खत्म कर मामला लटका रहे DCLR The post Bihar News: पहले चुनाव में ही गौड़ा बौराम बना वीआईपी सीट, 2020 में हुआ पहली बार वीआईपी कब्जा appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Good News: राजगीर में फोरलेन बनने का काम अब होगा तेज, इन जगहों पर एलिवेटेड रोड भी बनेंगे…

Good News: बिहार में इस साल के अंत में विधानसभा का चुनाव होने वाला है. चुनावी साल में लगातार बिहार की जनता को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से नई-नई सौगात दी जा रही है. इसी क्रम में अब राजगीर में फोरलेन बनने का काम भी तेज हो जाएगा. दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सालेपुर-नरसंडा-तेलमर-करौटा पथ का निरीक्षण किया. इस दौरान अधिकारियों को कई आदेश दिए गए. यहां बनेगा एलिवेटेड रोड खास बात यह बताई जा रही है कि, प्रस्तावित पथ के एलायनमेंट में पड़नेवाले रेलवे लाइन के ऊपर एलिवेटेड रोड बनाई जायेगी. जिससे लोगों को इंतजार नहीं करना पड़ेगा और उन्हें आवागमन करने में सहूलियत होगी. बता दें कि, नालंदा जिला अन्तर्गत प्रस्तावित सालेपुर से राजगीर बुद्ध सर्किट फोर लेन पथ निर्माण के एलायनमेंट का स्थल निरीक्षण करने के बाद सीएम नीतीश ने अधिकारियों को आदेश दिए. सालेपुर से राजगीर टू लेन सड़क को फोरलेन के रूप में चौड़ीकरण किया जायेगा, जिससे लोगों को बड़ी सहूलियत मिलेगी. लोगों को सुविधा मिलने के साथ समय की बचत बता दें कि, सालेपुर-नरसंडा-तेलमर-करौटा पथ एसएच- 78 (बिहटा-सरमेरा) पथ से शुरू होकर सालेपुर-नरसंडा-तेलमर-करौटा होते हुए एनएच- 30 (पटना-मोकामा के जगदंबा स्थान मोड़) पर मिलता है. यह भी बता दें कि, यह सड़क लोगों के लिए राजगीर जाने के लिए एक वैकल्पिक मार्ग है. इस पथ का चौड़ीकरण होने से राजगीर जाने में लोगों को सहूलियत होगी और समय की बचत होगी. ऐसे में पटना से राजगीर जाने वालों को सुविधा मिलने के साथ-साथ समय की भी बचत होगी.   Also Read: पटना में छात्रों को प्रशासनी नौकरी पाने के मिले मंत्र, इस रणनीति पर की तैयारी तो ऐसे मिलेगी सफलता The post Good News: राजगीर में फोरलेन बनने का काम अब होगा तेज, इन जगहों पर एलिवेटेड रोड भी बनेंगे… appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Nuclear Bomb : कब भारत यूज करेगा परमाणु हथियार?

Nuclear Bomb : जब भी हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव होता है, तब परमाणु हथियारों की बात होने लगती  है. धमकी पाकिस्तानी नेता फौरन देने लगते हैं. हाल ही में हुए संघर्ष में पाकिस्तान ने हिंदुस्तान को परमाणु हमले की धमकी दी, जिसका करारा जवाब हिंदुस्तान की ओर से दिया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साफ कहा कि हिंदुस्तान ऐसी ‘न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग’ से डरने वाला नहीं है. कुछ ऐसी ही बात गृह मंत्री अमित शाह ने भी कही. हिंदुस्तान और पाकिस्तान दोनों के पास परमाणु हथियार हैं, जो दुनिया के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं. दोनों देशों के बीच काफी लंबे समय से तनाव है. अब तक चार बार आमने-सामने की जंग भी दोनों देश लड़ चुके हैं. हिंदुस्तान और पाकिस्तान की परमाणु हथियारों को लेकर नीतियां एक-दूसरे से काफी अलग हैं. पाकिस्तान ‘फर्स्ट यूज’ पॉलिसी अपनाता है, यानी वह जरूरत पड़ने पर पहले परमाणु हथियार का इस्तेमाल कर सकता है. लेकिन हिंदुस्तान ‘नो फर्स्ट यूज’ नीति पर चलता है, जिसका मतलब है कि हिंदुस्तान पहले परमाणु हमला नहीं करेगा. हिंदुस्तान सिर्फ जवाबी कार्रवाई में ही परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा. हिंदुस्तान और पाकिस्तान के पास कितने परमाणु हथियार ? इस समय दुनिया में केवल 9 देशों के पास ही परमाणु हथियार हैं. इनके नाम अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, हिंदुस्तान, पाकिस्तान, इजराइल और उत्तर कोरिया है. इनमें हिंदुस्तान और पाकिस्तान ऐसे पड़ोसी देश हैं जिनके बीच हमेशा टकराव की स्थिति नजर आती है. हालांकि, दुनिया के पास किसी देश के परमाणु हथियारों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है. फिर भी अनुमान के अनुसार हिंदुस्तान के पास लगभग 172 और पाकिस्तान के पास करीब 170 परमाणु हथियार मौजूद हैं. परमाणु हथियारों को लेकर क्या है हिंदुस्तान की नीति? परमाणु हथियारों को दुनिया का सबसे विनाशकारी और शक्तिशाली हथियार माना जाता है. अब तक इनका उपयोग केवल एक बार, द्वितीय विश्व युद्ध में किया गया था. जापान के शहर हिरोशिमा और नागासाकी में ये बम गिराए गए थे जिसका असर आज भी कुछ बहुत नजर आता है. इस कारण कई देशों ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर सतर्क नीति अपनाई है. हिंदुस्तान ने 2003 में ‘नो फर्स्ट यूज’ यानी ‘पहले उपयोग नहीं’ की नीति को अपनाया. इसका मतलब है कि हिंदुस्तान किसी भी स्थिति में पहले परमाणु हथियारों का इस्तेमाल नहीं करेगा. लेकिन यदि हिंदुस्तान पर परमाणु हमला किया जाता है, तो वह जवाबी हमला जरूर करेगा. The post Nuclear Bomb : कब हिंदुस्तान यूज करेगा परमाणु हथियार? appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

हजारीबाग बना मछली पालन का मॉडल जिला, तिलैया डैम में उच्च स्तरीय संयुक्त टीम ने किया केज कल्चर का निरीक्षण

हजारीबाग, जावेद इस्लाम: विश्व बैंक, एएफडी (AFD), एनसीडीसी (NCDC) और झारखंड राज्य मत्स्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय संयुक्त टीम ने शनिवार को हजारीबाग जिले के बरही अनुमंडल के तिलैया डैम स्थित बुंडू में संचालित केज कल्चर (Hazaribagh Fish Farming) गतिविधियों का निरीक्षण किया. इस टीम का नेतृत्व विश्व बैंक के वरिष्ठ मत्स्य उद्योग मानक विशेषज्ञ जूलियन मिलियन ने किया. वहीं, इस निरीक्षण में एएफडी से ऑर्फी सिलार्ड, निधि बत्रा, हिंदुस्तान प्रशासन से आईए सिद्धिकी, नेशनल फिशरीज डेवलपमेंट बोर्ड (एनएफडीबी) से मसूम वहीद शामिल थे. क्या था निरीक्षण का उद्देश्य जानकारी के अनुसार, इस निरीक्षण का उद्देश्य प्रधानमंत्री मत्स्य किसान समृद्धि योजना (PMMKSY) की प्रगति का मूल्यांकन करना था. साथ ही मत्स्य किसानों की आर्थिक स्थिति का आंकलन करना था. इस दौरान टीम ने तिलैया डैम जलाशय में लगे केजों की संरचना, प्रबंधन, उत्पादन प्रणाली एवं किसानों की भागीदारी का गहन अवलोकन किया और मत्स्य कृषकों के साथ बात भी की. वहीं, किसानों ने टीम से अपनी चुनौतियां साझा करते हुए राज्य में स्थानीय स्तर पर उन्नत मत्स्य बीज उत्पादन इकाई एवं हाईटेक फीड निर्माण इकाई की आवश्यकता बताई. झारखंड की समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें किसानों ने क्या कहा इस संबंध में किसानों ने कहा कि अगर यह सुविधा मिलती है, तो मत्स्य उत्पादकों को फायदा होगा. इससे उत्पादन लागत में कमी आएगी, गुणवत्तापूर्ण उत्पादन होगा और राज्य के मत्स्य क्षेत्र को आत्मनिर्भर बनाया जा सकेगा. टीम ने किसानों की मांगों को गंभीरता से सुना और उन्हें आश्वस्त किया कि इस दिशा में राज्य एवं केंद्र स्तर पर समन्वित प्रयास किए जाएंगे. इसके अलावा अधिकारियों ने किसानों को आधुनिक तकनीकों के उपयोग, स्वच्छता, केज रखरखाव और संगठित विपणन प्रणाली के माध्यम से अधिक लाभ प्राप्त करने के लिए टिप्स दिये. टीम ने की हजारीबाग की उपायुक्त की सराहना वहीं, हजारीबाग की उपायुक्त नैंसी सहाय के नेतृत्व में जिला प्रशासन द्वारा योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन, कृषक समन्वय और निगरानी तंत्र की टीम ने विशेष रूप से सराहना की. टीम ने कहा कि उनके कुशल मार्गदर्शन में हजारीबाग मत्स्य पालन के क्षेत्र में अग्रणी जिलों में उभर कर सामने आ रहा है. प्रतिनिधिमंडल ने यह भी कहा कि झारखंड में जलाशय आधारित मत्स्य पालन की अपार संभावनाएं हैं. अगर, इन्हें वैज्ञानिक ढंग से संचालित किया जाए, तो यह ग्रामीण युवाओं के लिए एक स्थायी और लाभकारी स्वरोजगार का माध्यम बन सकता है. इसे भी पढ़ें Jharkhand Weather: झारखंड में बदला मौसम का मिजाज, रांची समेत इन जिलों में कुछ ही घंटे में होगी बारिश ये रहे मौजूद इस टीम के साथ उप मत्स्य निदेशक शंभू प्रसाद, संजय गुप्ता, डॉ प्रशांत कुमार दीपक,डॉ अनूप चौधरी एवं जिला मत्स्य पदाधिकारी प्रदीप कुमार मौजूद थे. यह गतिविधि प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) एवं जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (DMFT) योजना के अंतर्गत चिह्नित की गई है, जिसके माध्यम से स्थानीय मत्स्य कृषकों को आर्थिक रूप से सशक्त एवं तकनीकी रूप से सक्षम बनाया जा रहा है. इसे भी पढ़ें Bokaro: बोकारो में अज्ञात वाहन की चपेट में आने से युवक की मौत, आक्रोशित ग्रामीणों ने की ये मांग मंईयां सम्मान योजना को लेकर आया बड़ा अपडेट, पलामू को मिले 5,595 करोड़, जल्द खातों में जाएगी राशि NIT जमशेदपुर के छात्र की पांचवीं मंजिल से गिरकर मौत, आत्महत्या की आशंका The post हजारीबाग बना मछली पालन का मॉडल जिला, तिलैया डैम में उच्च स्तरीय संयुक्त टीम ने किया केज कल्चर का निरीक्षण appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Saste Ashram in Rishikesh: गर्मियों में घूमने का प्लान, गंगा किनारे इन बजट हॉस्टल्स में लें सुकूनभरा स्टे

Saste Ashram in Rishikesh: गर्मियों का मौसम शुरू होते ही लोग कहीं न कहीं घूमने का प्लान बनाते हैं. ऐसे में लोग कई बार ये नहीं सोच पाते है कि कहां घूमने जाएंगे. पहाड़ और गंगा किनारे लोगों को शांति मिलती है इसके लिए वे ऐसे जगहों पर जाने से पहले सस्ती जगह रुकन के लिए खोजते है. लेकिन फिर भी लोगों को वैसी जगह नहीं मिल पाती है. तो आज इस लेख में आपको बताएंगे की कैसे आप गंगा के किनारे सस्ते में रूम लेकेर वहाँ स्टे कर सकते हैं और वहां के व्यू का आनंद ले सकते हैं.  कहां -कहां कर सकते हैं स्टे  ऋषिकेश में लक्ष्मण झूले के पास ही में स्थित हॉस्टल यहां पर सस्ते में स्टे के लिए बेस्ट उपाय है. ये हॉस्टल झूला से करीब 5 मिनट की दूरी में है और गंगा और शहर का शानदार दृश्य दिखाता है. यहां आप आरम से रुक सकते है और योग कर सकते हैं. यहां पर खाना खाने के लिए भी एक अच्छी जगह है जहां आप स्वादिष्ट भोजन का  लुफत उठा सकते है. यहां एक बेड की कीमत 500 रुपए है.   गो स्टॉपस ऋषिकेश के प्रसिद्ध पतंजलि योग केंद्र जो कि लक्ष्मण झूला और राम झूला से कुछ ही मिनटों की दूरी पर है. ये होटल पॉकेट फ़्रेंडली है साथ ही यहां खाना खाने का भी उत्तम प्रबंध है. यहां एक बेड की कीमत 300 रुपए है.  हॉस्टलेर ऋषिकेश घूमने आए पर्यटकों के लिए एक अच्छा बजट फ़्रेंडली हॉस्टल है. यहां हर कमरे से आपलोग पहाड़ों के मनमोहक के दृश्य साथ ही स्वादिष्ट भोजन का आनंद ले सकते हैं. इसके पास ही में एक बड़ा स मैदान है जहां आप कई तरह के एक्टिविटी कर सकते हैं. प्राकृतिक सुंदरता से भरा ये हॉस्टल शांति और आरम के लिए बेस्ट है. यहां एक कमरे में एक रात के लिए कीमत 500 रुपए है.   The post Saste Ashram in Rishikesh: गर्मियों में घूमने का प्लान, गंगा किनारे इन बजट हॉस्टल्स में लें सुकूनभरा स्टे appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Bihar News: लौकहा विधानसभा में पिछड़ों का दबदबा, 2025 की लड़ाई में जेडीयू कर सकता है दावा

Bihar News: मधुबनी. बिहार की 243 विधानसभा सीटों में से एक लौकहा विधानसभा का सीट क्रमांक 40 है. यह विधानसभा मधुबनी जिले और झंझारपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती है. इस विधानसभा सीट से लक्ष्मेश्वर राय मंत्री और विधायक रहे हैं. यह सीट एनडीए के लिए बेहद अहम है. लौकहा विधानसभा सीट पर मुकाबला एनडीए बनाम महागठबंधन का है. यह सीट सबसे हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है. इस सीट से नीतीश प्रशासन में मंत्री लक्ष्मेश्वर राय एनडीए की ओर से जेडीयू के उम्मीदवार के तौर पर जीतते रहे हैं. 2020 में महागठबंधन की ओर से राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्यासी हिंदुस्तान भूषण मंडल सामने थे. दोनों प्रत्याशियों के बीच कड़ी टक्कर में राजद के हिंदुस्तान भूषण ने जीत दर्ज की. 2025 में इस सीट से लड़ना चाहेगा जदयू 2015 के विधानसभा चुनाव में जनता दल युनाइटेड के लक्ष्मेश्वर राय ने हिंदुस्तानीय जनता पार्टी के उम्मीदवार प्रमोद कुमार प्रियदर्शी को चुनावी समर में मात दी थी. 79,971 वोट जेडीयू को पड़े थे, वहीं बीजेपी को 56,138 मत हासिल हुए थे. जीत का अंतर 23,833 था. इस चुनाव में कुल 59 फीसदी लोगों ने वोट किया था. 14 लोग चुनावी महासमर में उतरे थे, जिनमें से 3 स्त्रीएं थीं. 12 प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी. 2015 में जेडीयू भी महागठबंधन का हिस्सा थी, हालांकि महागठबंधन टूट गया और नीतीश कुमार वापस अपने साथी एनडीए की ओर लौट गए. जाहिर तौर पर समीकरण अब उनके पक्ष में और मजबूत होंगे. 1951 में हुई थी पहली बार वोटिंग लौकहा विधानसभा सीट पर पहली बार वोटिंग 1951 में हुई. 1951 से 57 तक यह सीट कांग्रेस के खाते में रही. फिर पीएसपी को 1962 में जीत मिली. 1967 में कांग्रेस की एक बार फिर वापसी हुई. अगले चुनाव में सीपीआई ने कब्जा जमाया. 90 के दशक में सीपीआई का दबदबा रहा और 1990 और 1995 में लगातार सीपीआई के लाल बिहारी यादव चुनाव जीतते रहे. अब तक 16 बार इस सीट पर चुनाव हो चुके हैं. इस सीट पर 2005 से ही जनता दल यूनाइटेड का कब्जा बरकरार था. 2005 में हरि प्रसाद साह, फिर 2010 में भी हरि प्रसाद साह विजयी हुए. उन्होंने आरेजडी के चितरंजन प्रसाद यादव को मात दी थी. Also Read: Folk Band: मिथिला का ‘फोक बैंड’ रसनचौकी, इन पांच वाद्ययंत्रों पर कभी नहीं बजता शोक धुन The post Bihar News: लौकहा विधानसभा में पिछड़ों का दबदबा, 2025 की लड़ाई में जेडीयू कर सकता है दावा appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Train Cancellation Alert: 30 मई तक रद्द की गईं ये ट्रेनें, देखें पूरी लिस्ट

Indian Railway Cancelled Trains list: हिंदुस्तान में रोजाना लाखों की संख्या में लोग ट्रेन में सफर करते हैं. हिंदुस्तानीय रेलवे हमेशा से एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए बहुत सारे लोगों की पहली पसंद रहा है. ट्रेनों में यात्रियों के खान-पान से लेकर आरामदायक सीटों की व्यवस्था रहती है, यही कारण है कि लाखों लोग ट्रेन में सफर करना पसंद करते हैं. यात्रियों की सुविधा और उन्हें उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचाने के लिए रोजाना हिंदुस्तानीय रेलवे द्वारा 1000 की संख्या में ट्रेनें चलाई जाती हैं. लेकिन कई बार कुछ कारणों से कई ट्रेनों को रद्द कर दिया जाता है. ट्रेन को कैंसिल करने के पीछे कई कारण हो सकते हैं. इसी क्रम में मई के महीने में इस बार हिंदुस्तानीय रेलवे द्वारा कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. इसलिए यदि आप इस महीने ट्रेन से सफर करने का प्लान बना रहे हैं और टिकट बुक करने वाले हैं, तो जान लें कि किन ट्रेनों को रद्द किया गया है. किन ट्रेनों को कैंसिल किया गया है? ट्रेन नंबर 18113 टाटानगर-बिलासपुर एक्सप्रेस. इस ट्रेन को 19, 24, 25, 26, 27, 28, और 29 मई के लिए रद्द किया गया है.   ट्रेन नंबर 18114 बिलासपुर-टाटानगर एक्सप्रेस. इसे 20, 25, 26, 27, 28, 29 और 30 तक के लिए रद्द किया गया है.   ट्रेन नंबर 18109 और ट्रेन नंबर 18110 टाटानगर-नेताजी सुभाष चंद्र बोस इतवारी टाटानगर एक्स को भी रद्द कर दिया गया है. इस ट्रेन को 11 मई को ही रद्द कर दिया गया था और 26 मई तक कैंसिल ही रहने वाली है. यह भी पढ़े: India Afghanistan Shahtoot Dam: अफगानिस्तान से पानी रोकेगा हिंदुस्तान? पाकिस्तान की नस काटने की तैयारी यह भी पढ़े: Pakistan: नकलची निकला पाकिस्तान, PM शरीफ बिलावल भुट्टो के नेतृत्व में विदेश भेजेंगे टीम The post Train Cancellation Alert: 30 मई तक रद्द की गईं ये ट्रेनें, देखें पूरी लिस्ट appeared first on Naya Vichar.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top