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May 18, 2025

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Aurangabad News : सीएसपी संचालक ने अनपढ़ महिला के खाते से की चार लाख रुपये की अवैध निकासी

गोह. प्रखंड के हथियारा गांव की रहने वाली रंजू देवी सदमे में हैं. उसके साथ जो हुआ है, वह न सिर्फ धोखाधड़ी है, बल्कि एक बेसहारा स्त्री की उम्मीदों पर भी बड़ा कुठाराघात है. पति की दिवार से दबकर हुई मौत के बाद रंजू देवी को निर्माण कंपनी की ओर से मिलने वाले आर्थिक सहायता की आस थी, लेकिन अनपढ़ होने और व्यवस्था की पेचींदगियों के कारण वह इसे पाने में लगातार असफल हो रही थीं. थक-हारकर उसने अपने ही गांव के एक ग्राहक सेवा केंद्र (सीएसपी) संचालक से मदद मांगी. पहले तो वह सहारा बना, लेकिन बाद में वही शख्स भरोसे का सौदा कर गया. पीड़िता के अनुसार, सीएसपी संचालक ने उनके खाते में राशि आते ही गुपचुप तरीके से एटीएम कार्ड बनवाया और करीब चार लाख रुपये की निकासी कर ली. रंजू देवी के बैंक ऑफ बड़ौदा के खाता नंबर 12300100020364 पर बजाज कंट्रक्शन निर्माण कंपनी ने 26 अप्रैल 2019 को तीन लाख छह हजार 640 रूपये भेजा था. इसको एटीएम से सात मई 2019 को 50 हजार रूपये, पुनः उसी दिन 20 हजार रुपये, 20 मई को 50 हजार रुपये, 27 मई 2019 को त्रिवेणी किसान सेवा देवकुंड से 50 हजार रुपये, 13 जून को 10 हजार, उसी दिन पुनः 10 हजार रुपये इस तरह लगातार उसने फर्जी निकासी बेसहारा रंजू के खाता से कर लिया. रंजू देवी को इस धोखाधड़ी का तब पता चला जब वह अपने खाते से कुछ पैसे निकालने बैंक पहुंची. वहां, उन्हें बताया गया कि खाते में कोई राशि शेष नहीं है और पूरी निकासी एटीएम के जरिये पहले ही हो चुकी है. जब उन्होंने सीएसपी संचालक से इस बारे में सवाल किया, तो उसने पलटकर यही कहा कि आपने ही मेरे सामने पैसे निकाले हैं. अब रंजू देवी कभी थाना, तो कभी अधिकारियों के दफ्तर का चक्कर काट रही हैं. करीब दो माह पहले रंजू ने देवकुंड थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी, लेकिन अब तक दोषी संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं हो सका. उन्होंने अब औरंगाबाद एसपी को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगायी है. पीड़िता की मांग है कि उसे उसके हक का पैसा वापस दिलाया जाए और दोषी सीएसपी संचालक के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो. क्या कहते हैं थानाध्यक्ष इस सबंध में देवकुंड थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार ने कहा कि पीड़ित स्त्री रंजू देवी द्वारा आवेदन प्राप्त हुआ है. जांच कर कार्रवाई की जायेगी. इधर सीएसपी संचालक से उनका पक्ष जानने का कई बार प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा. यह घटना न केवल एक स्त्री के साथ हुए विश्वासघात की कहानी है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि कैसे तकनीकी व्यवस्था में जागरूकता और सुरक्षा के अभाव में ग्रामीण और अशिक्षित जनता आसानी से ठगी का शिकार हो जाती है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Aurangabad News : सीएसपी संचालक ने अनपढ़ स्त्री के खाते से की चार लाख रुपये की अवैध निकासी appeared first on Naya Vichar.

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उमस व गर्मी कर रही है परेशान

प्रतिनिधि,सीवान. मौसम में बदलाव होने से सुबह व शाम लोगों को राहत मिल रही है.रविवार को तापमान सामान्य रहा. दोपहर में तेज धूप से उमस भरी गर्मी बढ़ गई है. बारिश नहीं होने से सबसे अधिक दिक्कतें किसानों को झेलनी पड़ रही है. पिछले कई दिनों से मौसम में बदलाव दिख रहा है. सुबह के समय पुरवा हवा के चलते, बादल के छाए रहने से राहत मिल रही है. ऐसे में लोग घरों से बाहर निकलकर मौसम का आनंद लेते दिख जाते है. बीते दिनों आयी आंधी व बूंदाबांदी से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. सुबह और शाम थोड़ी राहत मिल रही है.लेकिन उमस से लोग बेहाल है. गर्मी से राहत के लिए लोग बारिश की दुआ कर रहे है.मौसम की जानकारों की माने तो आगामी एक सप्ताह तक ऐसे ही मौसम रहने का अनुमान है.अधिकतम तापमान 33 से 36 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.वही आर्द्रता 45-65 फीसदी रहेगी.जिससे उमस भरी गर्मी का अहसास होगा.सप्ताह भर लोगों को तीखी धूप व गर्म हवा से राहत मिलेगी.मानसून के आगमन तक उमस भरी गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नही है. प्री मानसून की बारिश की बन रही संभावना मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक प्री-मानसून की बारिश की संभावना बन रही है. मौसम विशेषज्ञ डॉ मनोज कुमार गिरी ने बताया कि पश्चिमी विक्षोप सक्रिय हुआ है.जिसके चलते मौसम में परिवर्तन देखने का मिल रहा है.एक सप्ताह तक आकाश में आंशिक बादल छाये रहेंगे.तेज गति से पुरवा हवा चलेगी.प्री-मानसून बारिश मई के अंतिम सप्ताह या जून के पहले सप्ताह से शुरू होने की संभावना है.इस साल मानसून समय से पहले केरल तट से टकराने की उम्मीद है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post उमस व गर्मी कर रही है परेशान appeared first on Naya Vichar.

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Aurangabad News : आंधी-पानी : 45 मिनट की बारिश, शहर से लेकर अस्पताल तक पानी-पानी

औरंगाबाद कार्यालय. मॉनसून के पूर्व ही रविवार को लगभग 45 मिनट तक हुई भारी बारिश ने शहर की ड्रेनेज सिस्टम की पोल खोलकर रख दी है. करोड़ों रुपये खर्च कर बेहतर व्यवस्था का दावा करने वालों की भी पोल खुल गयी. तस्वीरों से स्पष्ट होता है कि अगर बारिश का मौसम हो और मॉनसून चरम पर हो तो स्थिति कितनी भयावह होगी. सदर अस्पताल से लेकर समाहरणालय और मुख्य बाजार पानी-पानी हो गया. सदर अस्पताल की स्थिति बद से बदतर नजर आयी. जिस अस्पताल का मॉडल अस्पताल का दर्जा प्राप्त है़ उस अस्पताल के वार्डों में बारिश का पानी घुस गया. यक्ष्मा वार्ड के लगभग कमरे में पानी घुस गये. कुछ कर्मचारी जुट के बोरे से पानी रोकते हुए नजर आये. काफी मशक्कतों का सामना करना पड़ा. अस्पताल के मुख्य गैलरी में भी पानी का बहाव हो रहा था. मरीज उसी पानी में कुर्सी पर बैठे हुए थे. इस स्थिति को देख स्पष्ट होता है कि अगर लगातार बारिश हुई तो नजारा क्या होगा. वैसे भी हाल ही में नौमंजिला भवन सहित कई बड़े भवनों का यहां शुभारंभ हुआ है. 70 करोड़ से अधिक रुपये खर्च किये गये है. सिर्फ भवन पर पैसे खर्च करने से नहीं होगा, बल्कि ड्रेनेज सिस्टम पर भी ध्यान देना होगा. वैसे सदर अस्पताल में पानी भरने की यह कोई नयी समस्या नहीं है. हर साल बारिश के दिनों में नजारा आम होता है. हर बार व्यवस्था सुदृढ़ करने के दावे किये जाते हैं, लेकिन होता कुछ नहीं. नगर पर्षद पर भी उठ रहा सवाल: रविवार की बारिश ने नगर पर्षद के ड्रेनेज सिस्टम और नाले-नलियों की सफाई की भी पोल खोल दी है. विभिन्न योजनाओं से करोड़ों रुपये खर्च होने के बाद भी सवालिया निशान लगा ही रहता है. समाहरणालय भी बारिश के दौरान जलमग्न रहा. मुख्य बाजार पथ पर पानी का तेज बहाव हो रहा था. ऐसा प्रतीत हो रहा था कि नाले व नदी के बीच बाजार सजी है. ब्लॉक मोड़ के समीप सड़क के दोनों लेन में लगभग दो फीट पानी का बहाव हो रहा था. पास के तमाम प्रशासनी कार्यालय जलमग्न नजर आये. बारिश के पूर्व नालों की सफाई के दावे किये जाते रहे हैं, लेकिन सब दावे खोखला साबित होते है. बारिश के बाद सड़क पर कूड़े-कचरे का फैलाव हो गया. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Aurangabad News : आंधी-पानी : 45 मिनट की बारिश, शहर से लेकर अस्पताल तक पानी-पानी appeared first on Naya Vichar.

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राजकीय नलकूप हुए नाकाम, किसान चिंतित

प्रतिनिधि,बड़हरिया. धान का बिचड़ा गिराने का समय निकट आ रहा है.किसानों का मानना है कि रोहणी नक्षत्र में धान का बिचड़ा गिराना सही होता है. किसानों की चिंता यह है कि प्रखंड में सिंचाई के दो मुख्य संसाधन प्रशासनी नलकूप व नहर की हालत खस्ता हाल है.धान का बिचड़ा गिराने के लिए खेतों की सिंचाई कीजरुरत पड़ने वाली है. सिंचाई के संसाधनों का घोर अभाव है. न तो नहरों की शाखाओं में पानी है और न ही प्रशासनी नलकूप सही-सलामत है. नहर की कुछ शाखाओं का पक्कीकरण हो रहा है. ऐसे में इन शाखाओं में पानी आना असंभव-सा लगता है. ग्रामीण अंचल में सिंचाई के मुख्य संसाधनों में प्रशासनी नलकूप व नहर ही हैं. लेकिन प्रशासनिक उदासीनता व विभागीय लापरवाही के चलते बड़हरिया प्रखंड के सभी राजकीय नलकूपों की हालत बदहाल है.प्रखंड के दर्जनभर प्रशासनी नलकूपों में से अधिकांश खराब पड़े हैं.लेकिन उनकी मरम्मत नहीं कराई जा रही है.नलकूप खराब होने से किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई को लेकर चिंतित हैं, वे अपनी फसलों की सिंचाई नलकूपों से नहीं करा पाने का मलाल हैं. एक दशक से खराब हैं राजकीय नलकूप राजकीय नलकूप करीब एक दशक से खराब पड़े हैं. प्रशासन द्वारा एक नलकूप से करीब तीन किलोमीटर की परिधि के खेतों की सिंचाई का लक्ष्य निर्धारित किया है. लेकिन विभागीय लापरवाही व प्रशासनिक उदासीनता के कारण नलकूप रूम के बगल के किसानों को भी अपने खेतों में पटवन के लिए निजी बोरिंग का ही सहारा लेना पड़ता हैं.किसानों को मजबूरन निजी संसाधनों से सिंचाई करना पड़ रहा हैं. विभागीय लापरवाही व उदासीनता का आलम यह है कि कई नलकूप की केबल व आपरेटिंग रूम की दरवाजे व खिड़कियां टूट चुके हैं. पूर्व जिला पार्षद जदयू नेता संजय राम कहते हैं कि उनके गांव हलीम टोला का नलकूप खराब है.अधिकांश नलकूपों के नाले टूटकर बिखर चुके हैं.कुछ लोगों ने नालों को अपने खेतों में मिला लिया हैं. सदरपुर प्रशासनी नलकूप के नालों की मरम्मत जिला पार्षद विनोद सिंह द्वारा करायी गयी है. इस नलकूप को संचालित करने के लिए लगा बिजली का ट्रांसफॉर्मर भी ठीक-ठाक है.फिर नलकूप चालू नहीं किया जाता. प्रखंड के सुंदरी गांव के प्रगतिशील किसान व बीजेपी नेता उमाशंकर साह का कहना है कि प्रखंड के किसानों के सिंचाई के लिए 70 के दशक में लघु सिंचाई विभाग द्वारा सात नलकूपों को लगाये गये थे.उसके बाद अन्य सिंचाई योजनाओं के अंतर्गत कुल 13 नलकूपों की स्थापना की गई .इन नलकूपों की स्थापन से प्रखंड के किसानों को कुछ वर्षों तक सिंचाई का लाभ मिला.उसके बाद लचर विद्युत आपूर्ति व अन्य समस्याओं के कारण अधिकांश नलकूप बंद होते गए. अभी हालात यह है कि सदरपुर, राछोपाली,भीमपुर, सुंदरपुर, लकड़ी,हलीम टोला, लकड़ी दरगाह, कैलगढ़ सहित अधिकतर प्रशासनी नलकूप बंद पड़े हैं. इस कुव्यवस्था से किसानों में फसलों की सिंचाई को लेकर चिंता बढ़ती जा रही हैं. रामाज्ञा सिंह, मुन्ना सिंह,लालाबाबू सिंह, राजन उपाध्याय,सुदर्शन सिंह, जीतेंद्र सिंह सहित अन्य किसानों ने राजकीय नलकूपों को चालू कराने की मांग की है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post राजकीय नलकूप हुए नाकाम, किसान चिंतित appeared first on Naya Vichar.

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दिव्यांग बच्चों की अब चुटकी में होगी पहचान, NCERT के इस खास ऐप ने कर दी राह और आसान

Divyang Children: गुमला, जगरनाथ पासवान– गुमला जिले में अब प्रशस्त ऐप से दिव्यांग बच्चों की पहचान होगी. गुमला उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी ने शानदार पहल की है. इसका लाभ अब दिव्यांग बच्चों को मिलेगा. दिव्यांग बच्चों की समय पर पहचान और उचित सहायता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से गुमला जिले के छह प्रखंडों कामडरा, चैनपुर, गुमला, जारी, रायडीह एवं सिसई के 925 शिक्षकों को प्रशस्त ऐप पर आधारित उन्मुखीकरण प्रशिक्षण दिया गया है, ताकि दिव्यांग बच्चों की पहचान आसानी से की जा सके. यह प्रशिक्षण जिला शिक्षा पदाधिकारी कविता खलखो के निर्देशन में डॉ मीतू सिन्हा एवं संबंधित प्रखंडों में कार्यरत रिसोर्स शिक्षकों द्वारा संचालित किया गया. कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षकों को दिव्यांग विद्यार्थियों की पहचान की प्रक्रिया में तकनीकी दक्षता प्रदान करना था. प्रशस्त ऐप के बारे में जानें प्रशस्त ऐप एनसीइआरटी द्वारा विकसित एक विशेष तकनीकी साधन है, जो विद्यालय में अध्ययनरत सभी विद्यार्थियों की स्क्रीनिंग के लिए उपयोगी है. इस ऐप के माध्यम से शिक्षक प्रत्येक छात्र की जानकारी दर्ज करते हैं और 64 विकल्पों में से उपयुक्त विकल्प का चयन करते हैं. जिसके आधार पर ऐप स्वतः ही बच्चों का वर्गीकरण कर उन्हें विशेष आवश्यकता वाले छात्र के रूप में चिह्नित करता है. एप के माध्यम से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर दिव्यांग बच्चों का यू-डाइस पोर्टल पर प्रविष्टि करना सरल हो जाता है. जिससे उन्हें आगे चलकर समुचित शैक्षणिक सहायता, संसाधन और योजनाओं का लाभ दिलाना आसान होता है. ये भी पढ़ें: झारखंड में भाकपा माओवादी की साजिश फिर नाकाम, 5 IED बम बरामद, नक्सल डंप ध्वस्त अब सभी प्रखंड में हर सप्ताह लगेगा जनता दरबार गुमला जिले के 12 प्रखंडों में अब हर सप्ताह जनता दरबार जन शिकायत निवारण दिवस मनाया जायेगा. जिससे दूर-दराज, जंगल व पहाड़ में रहने वाले लोगों की समस्याओं का निदान प्रशासन कर सकेगा. जिला प्रशासन गुमला द्वारा आम नागरिकों की समस्याओं एवं शिकायतों के त्वरित निष्पादन को प्राथमिकता देते हुए एक अहम पहल की गयी. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश पर अब प्रत्येक सप्ताह प्रखंड सह अंचल स्तर पर जन शिकायत निवारण दिवस आयोजित किया जायेगा. ताकि ग्रामीणों को जिला मुख्यालय तक अनावश्यक यात्रा करने की आवश्यकता न हो और स्थानीय स्तर पर ही उनकी समस्याओं का समाधान सुनिश्चित किया जा सके. जिला समन्वय समिति की बैठक में लिया गया निर्णय डीसी ने कहा है कि यह निर्णय जिला समन्वय समिति की बैठक में लिया गया है. जिसमें यह देखा गया कि बड़ी संख्या में ऐसी शिकायतें जिला जन सुनवाई दिवस में आती हैं, जो प्रखंड या अंचल स्तर पर ही हल हो सकती हैं. इससे आम नागरिकों को समय और पैसे की हानि होती है. उपायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिया है कि प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचल अधिकारी निर्धारित दिन को अनिवार्य रूप से कार्यालय में उपस्थित रहकर जनता की समस्याओं की सुनवाई करें तथा उसका शीघ्र समाधान सुनिश्चित करें. इसके अतिरिक्त यह भी निर्देशित किया गया है कि प्रत्येक माह कम-से-कम तीन से चार पंचायतों में जन शिकायत निवारण शिविर आयोजित किया जाये, ताकि पंचायत स्तर तक जन संवाद और समस्या समाधान की व्यवस्था सुदृढ़ हो सके. ये भी पढ़ें: Naya Vichar Legal Counselling: नॉमिनी ना हो, तो मृत पति की जीवन बीमा राशि में पत्नी और बच्चों का क्या है हक? किस प्रखंड में कब लगेगा जनता दरबार गुमला प्रखंड में प्रत्येक शनिवार, रायडीह में प्रत्येक सोमवार, सिसई में प्रत्येक गुरुवार, भरनो में प्रत्येक बुधवार, पालकोट में प्रत्येक सोमवार, बसिया में प्रत्येक शनिवार, कामडारा में प्रत्येक बुधवार, चैनपुर में प्रत्येक गुरुवार, डुमरी में प्रत्येक शुक्रवार, जारी में प्रत्येक शुक्रवार, घाघरा में प्रत्येक सोमवार, बिशुनपुर में प्रत्येक मंगलवार को जनता दरबार लगेगा. ये भी पढ़ें: Cancelled Trains List: रेल यात्रियों के लिए बड़ा झटका, कई ट्रेनें रद्द, शॉर्ट टर्मिनेट और डायवर्ट, सफर से पहले देख लें पूरी लिस्ट The post दिव्यांग बच्चों की अब चुटकी में होगी पहचान, NCERT के इस खास ऐप ने कर दी राह और आसान appeared first on Naya Vichar.

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शरीर के इन अंगों पर है तिल तो किस्मत में है राजयोग, दौलत, शोहरत और मान सम्मान सब होता है नसीब में

Lucky Mole On Body: हमारे शरीर पर बना तिल हमारा भविष्य को भी बताता है. शास्त्रों की मानें तो हमारे शरीर के अलग अलग अंगों में मौजूद तिल हमारे भाग्य से भी जुड़े होते हैं. समुद्र शास्त्र के अनुसार, शरीर के कुछ खास हिस्सों पर तिल होना बहुत शुभ माना जाता है. आइये जानते हैं शरीर के किस अंग का तिल किधर इशारा करता है. दाहिने गाल पर तिल अगर किसी के दाहिने गाल पर तिल है, तो ऐसा माना जाता है कि वह व्यक्ति बहुत सौभाग्यशाली होता है. ऐसे लोगों को कम मेहनत में भी बड़ी सफलता मिलती है और 35 साल की उम्र तक ऐशो-आराम की जिंदगी उन्हें नसीब हो जाता है. Also Read: Chanakya Niti: धन-धान्य और समृद्धि से भर जाएगा जीवन, रात को सोने से पहले कर लें ये नियम हथेली के बीच में तिल अगर आपकी हथेली के ठीक बीच में तिल है, यह तब भी दिखाई दे जब आप मुट्ठी बंद करे तो शास्त्र के अनुसार वाले हैं. कई ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार ये इस बात का संकेत है कि आप जीवन में खूब धन कमाएंगे. ये तिल मेहनत का अच्छा फल मिलने की निशानी माना जाता है. नाक पर तिल नाक के अग्रभाग पर तिल होना भी शुभ माना जाता है. ऐसे लोग जीवन में सभी सुख-सुविधाओं को प्राप्त करते हैं और किस्मत उनके साथ होती है. कमर पर तिल कमर पर तिल होना भी अच्छे भाग्य की निशानी है. खासकर स्त्रीओं की बाईं कमर पर तिल हो, तो वह धनवान और प्रभावशाली मानी जाती है. वहीं पुरुषों की दाईं कमर पर तिल होना उन्हें भाग्यशाली बनाता है. अंगूठे पर तिल अगर आपके अंगूठे के बीचों-बीच तिल है, तो यह दर्शाता है कि आप अपने जीवन में बहुत सफल होंगे. यह तिल कड़ी मेहनत का अच्छा फल दिलाता है. Disclaimer: यह आर्टिकल सामान्य जानकारियों और मान्यताओं पर आधारित है. नया विचार इसकी पुष्टि नहीं करता है. Also Read: आधा हिंदुस्तान नहीं जानता प्याज खाने का सही तरीका, जान लिया तो गर्मी में मिलेगा कई फायदा The post शरीर के इन अंगों पर है तिल तो किस्मत में है राजयोग, दौलत, शोहरत और मान सम्मान सब होता है नसीब में appeared first on Naya Vichar.

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Tata के इस इलेक्ट्रिक कार की रेंज 500 Km, अगले महीने होने जा रही है लॉन्च

Tata Harrier EV Launch: टाटा मोटर्स 3 जून 2025 को अपने मोस्ट पॉपुलर एसयूवी हैरियर के ईवी वेरिएंट को लॉन्च करने जा रही है. इस ईवी की रोड रेंज 500 Km की है. हैरियर ईवी जबरदस्त पावर परफॉरमेंस और नए फीचर्स के साथ आएगी. जनवरी 2025 के ऑटो एक्सपो में इस कार की पहली झलक को दिखाया गया था. लेकिन अब इसका इंतजार खत्म होने जा रहा है. आइए विस्तार से टाटा हैरियर ईवी की खासियत के बारे में जानते हैं. यह भी पढ़ें: अब बस 10 लाख रुपये में घर ले जाएं ये 5 ऑटोमैटिक कार, जबरदस्त फीचर्स के साथ टाटा हैरियर की रेंज अब आपको लंबी दूरी को तय करने के लिए गाड़ी को बार-बार चार्ज नही करना पड़ेगा. टाटा हैरियर ईवी की सबसे खास बात इसकी लंबी रेंज है, जो सिंगल चार्ज करने पर 500 किलोमीर की तक चल सकती है. डिजाइन और स्टाइल में दम टाटा हैरियर ईवी का लुक्स को बढ़ाने के लिए EV एलिमेंट्स का उपयोग किया गया है. इसमें आपको क्लोज ग्रिल, EV बैजिंग, सिल्वर बॉडी क्लैडिंग, आकर्षक लाइटिंग, कनेक्टेड लाइट बार मिलता है. ये डिजाइन एलिमेंट्स इस एसयूवी को फ्यूचरिस्टिक और प्रीमियम लुक देता है. यह भी पढ़ें: New Carens Clavis को खरीदने के पहले जान लें इसके माइलेज के बारे में टाटा हैरियर ईवी कीमत टाटा हैरियर ईवी की कीमत की बात करें तो हिंदुस्तान में  इस कार की एक्स-शोरूम प्राइस 25 लाख से 30 लाख रुपए के बीच हो सकती है. इस एसयूवी की कम कीमत और ज्यादा रेंज टाटा हैरियर ईवी को प्रीमियम सेगमेंट की कारों में दर्ज कराती है. The post Tata के इस इलेक्ट्रिक कार की रेंज 500 Km, अगले महीने होने जा रही है लॉन्च appeared first on Naya Vichar.

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अमेठी में मादक पदार्थों की तस्करी पर बड़ी कार्रवाई, 25 लाख रुपये मूल्य का गांजा बरामद

AMETHI: प्रदेश के अमेठी जिले में पुलिस और एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF)-बाराबंकी की संयुक्त टीम ने नशे के अवैध कारोबार पर बड़ी कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में गांजा बरामद किया है. इस संयुक्त छापेमारी में एक तस्कर को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से 25 लाख रुपये कीमत का गांजा बरामद किया गया. गुप्त सूचना पर हुई छापेमारी पुलिस अधीक्षक (एसपी) अपर्णा रजत कौशिक ने जानकारी दी कि गौरीगंज थाना क्षेत्र के सम्राट फैक्टरी लिंक रोड पर एक संदिग्ध व्यक्ति के गांजा लेकर खड़े होने की सूचना मिली थी. सूचना के आधार पर गौरीगंज पुलिस और बाराबंकी ANTF की टीम ने मौके पर पहुंचकर घेराबंदी की और तलाशी के दौरान गांजा से भरी बलेनो कार बरामद की. कार से मिला एक क्विंटल 200 ग्राम गांजा कार की जांच में पुलिस को एक क्विंटल 200 ग्राम (100.2 किलोग्राम) अवैध गांजा मिला, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत करीब 25 लाख रुपये बताई जा रही है. इसके अलावा मौके से 30,600 रुपये नकद, एक मोबाइल फोन, एक आधार कार्ड और बलेनो कार को भी जब्त किया गया. अमेठी निवासी तस्कर गिरफ्तार पुलिस ने मौके से त्रिलोचन गिरि नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो अमेठी जिले का रहने वाला है. पूछताछ के दौरान आरोपी ने स्वीकार किया कि वह गांजा की तस्करी में शामिल है और उसने अपने घर में भी गांजा छिपा रखा है. आरोपी के घर से भी गांजा बरामद गिरफ्तारी के बाद पुलिस टीम आरोपी को साथ लेकर उसके घर पहुंची, जहाँ तलाशी के दौरान चार पैकेट गांजा बरामद किया गया. इन पैकेटों का कुल वजन 100 किलोग्राम 200 ग्राम निकला, जो इस बात की पुष्टि करता है कि आरोपी लंबे समय से इस अवैध कार्य में लिप्त है. कानूनी कार्रवाई जारी, आरोपी भेजा गया जेल एसपी कौशिक ने बताया कि आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया पूरी करते हुए उसे जेल भेज दिया गया है. बरामद मादक पदार्थों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है. नशे के खिलाफ पुलिस की जीरो टॉलरेंस नीति पुलिस अधीक्षक ने यह भी स्पष्ट किया कि जिले में मादक पदार्थों की तस्करी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी. नशे के व्यापार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. जिले में नशा मुक्त अभियान को और सख्ती से लागू किया जाएगा. The post अमेठी में मादक पदार्थों की तस्करी पर बड़ी कार्रवाई, 25 लाख रुपये मूल्य का गांजा बरामद appeared first on Naya Vichar.

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aiff c lenience course at tata football academy: एआइएफएफ सी लाइसेंस कोर्स में राज्य के 24 कोच शामिल

जमशेदपुर. टाटा फुटबॉल एकेडमी के प्रांगण में जमशेदपुर फुटबॉल क्लब की मेजबानी में आयोजित 12 दिवसीय एआइएफएफ सी लाइसेंस कोर्स रविवार को संपन्न हो गया. कैंप में पूरे राज्य भर के 24 कोच ने हिस्सा लिया. इसमें दो स्त्री कोच भी शामिल है. ग्रासरुट फुटबॉल को मजबूत करने के उद्देश्य से आयोजित इस कोर्स में एशियन फुटबॉल कंफेडरेशन के गाइड लाइन का अनुपालन किया गया. जेएफसी ग्रासरुट के प्रमुख कुंदन चंद्रा ने कोर्स के दौरान इंस्ट्रक्टर की भूमिका निभायी. सी लाइसेंस कोर्स में शामिल सभी कोच इससे पूर्व में एआइएफएफ के डी लाइसेंस कोर्स को पूरा कर चुके हैं. सी लाइसेंस कोर्स के दौरान कोचों की परीक्षा भी हुई. इसका रिजल्ट एक महीने के अंदर जारी किया जायेगा. मौके पर जेएफसी के सीइओ मुकुल विनायक चौधरी व अन्य लोग मौजूद थे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post aiff c lenience course at tata football academy: एआइएफएफ सी लाइसेंस कोर्स में राज्य के 24 कोच शामिल appeared first on Naya Vichar.

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पोटका के दो दर्जन गांवों के खेतों में अंडरग्राउंड पाइप से पानी पहुंचेगा

-पाइप लाइन बिछाने के बाद भी रैयत का अधिकार जमीन पर पूर्व की भांति रहेगा – विभाग ने जमीन के अंदर चार फीट नीचे पाइप बिछाने का खाका तैयार किया – करीब 22 करोड़ रुपये खर्च होंगे मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर झारखंड प्रशासन जल संसाधन विभाग पोटका अंचल के दो दर्जन गांवों के खेतों में अंडरग्राउंड पाइप से पानी पहुंचायेगा. सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना के गाजिया बराज से जुड़े खरकई दायीं में मेन कैनाल, सब कैनाल व वाटर कोर्स में करीब 40 हजार आबादी को सीधे लाभ मिलेगा.अधीक्षण अभियंता कुमार अरविंद ने बताया कि पाइप लाइन बिछाने के बाद भी रैयत का अधिकार जमीन पर पूर्व की भांति रहेगा. जमीन के अंदर चार फीट नीचे पाइप बिछाने का खाका तैयार किया गया है. पाइप लाइन बिछाने के दौरान यदि किसी खेत में पाइप लाइन बिछाने में खुदाई से नुकसान होगा, तो फसल का मुआवजा मिलेगा. केवल पाइप लाइन बिछाने का मुआवजा रैयतों को नहीं मिलेगा. उन्होंने बताया कि कैनाल, सब कैनाल व वाटर कोर्ट के लिए भू-अर्जन को लेकर प्रशासन ने राइट टू यूज अधिनियम बनाया है, इससे रैयत पाइप लाइन बिछाने के बाद अपने जमीन व खेत का पूर्व की भांति इस्तेमाल करते रहेंगे. इस परियोजना से पोटका अंचल में दो हजार हेक्टेयर में पटवन करने का लक्ष्य है. परियोजना में गोविंदपुर गुमटी के समीप सिंचाई मेन कैनाल पाइप लाइन रेल लाइन के अंदर से पास कराया जायेगा. इसके लिए रेलवे ने मंजूरी प्रदान कर दी है. इसके लिए रेलवे ने टेंडर भी किया है. कौन सा गांव पोटका अंचल के केशीकुदर, खैरबनी, सरसाबेड़ा, हाथीबिंदा, बांधडीह, सिंदूरगौरी,डोरकासाई, नारायणपुर, कानीकोला, बिरधा, बिरगांव,धतकीडीह,कालापाथर आसनबनी,लालमोहनपुर, डिगरसाई, कुदापाल, खमारडीह, चतरो, घाटीडूबा,गोपालपुर,कुलडीहा, धानचट्टानी, तिलापुरा गांव शामिल है. वर्जन पोटका अंचल में गाजिया बराज से जुड़े खरकई दायीं में मेन कैनाल, सब कैनाल व वाटर कोर्स में अब पाइप लाइन बिछाकर खेतों में जल्द पानी पहुंचाया जायेगा. इसका काम शुरू कर दिया गया है. राम निवास प्रसाद, मुख्य अभियंता, ईंचा गालूडीह कॉम्प्लेक्स, सुवर्णरेखा बहुद्देश्यीय परियोजना. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post पोटका के दो दर्जन गांवों के खेतों में अंडरग्राउंड पाइप से पानी पहुंचेगा appeared first on Naya Vichar.

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