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June 11, 2025

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UPSC Prelims Result 2025 OUT: यूपीएससी सिविल सर्विस का रिजल्ट जारी, 14161 पास, upsc.gov.in पर डायरेक्ट करें चेक

UPSC Prelims Result 2025 OUT: यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स का इंतजार खत्म हो गया है. यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) की तरफ से प्रीलिम्स परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया गया है. यूपीएससी प्रीलिम्स परीक्षा का रिजल्ट UPSC की ऑफिशियल वेबसाइट – upsc.gov.in पर चेक कर सकते हैं. इस परीक्षा में 14161 कैंडिडेट्स पास हुए हैं. यूपीएससी सिविल सर्विस परीक्षा के लिए आवेदन प्रक्रिया 22 जनवरी 2025 को शुरू हुई थी. इसमें आवेदन करने के लिए कैंडिडेट्स को 22 फरवरी 2025 तक का समय मिला था. इस परीक्षा का आयोजन 25 मई 2025 को हुआ था. परीक्षा का रिजल्ट जारी हो गया है. रिजल्ट जारी होने के बाद नीचे दिए स्टेप्स से रिजल्ट चेक कर सकते हैं. UPSC Prelims Result 2025 ऐसे करें चेक रिजल्ट चेक करने के लिए सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट upsc.gov.in पर जाना होगा. वेबसाइट की होम पेज पर Latest updates के लिंक पर क्लिक करें. अगले पेज पर UPSC CSE Civil Service Prelims Result 2025 Link पर जाना होगा. अगले पेज पर Check Result पर क्लिक करें. रिजल्ट पीडीएफ फॉर्मेट में खुलेगा. पीडीएफ में सेलेक्ट कैंडिडेट्स के रोल नंबर होंगे. यूपीएससी ने पहले से परिणाम घोषित करने की कोई निश्चित तिथि घोषित नहीं की थी. परिणाम बिना किसी पूर्व सूचना के जारी किया गया है और इसमें शॉर्टलिस्ट किए गए रोल नंबरों की सूची शामिल है जो मुख्य परीक्षा में बैठने के लिए पात्र हैं. The post UPSC Prelims Result 2025 OUT: यूपीएससी सिविल सर्विस का रिजल्ट जारी, 14161 पास, upsc.gov.in पर डायरेक्ट करें चेक appeared first on Naya Vichar.

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झारखंड हाईकोर्ट ने JPSC को क्यों जारी किया नोटिस? मेंस की मेरिट लिस्ट को इस वजह से दी गयी है चुनौती

Jharkhand High Court: रांची, राणा प्रताप-झारखंड हाईकोर्ट के जस्टिस दीपक रोशन की अदालत ने 11वीं जेपीएससी सिविल सेवा (विज्ञापन-01/2024 ) की मुख्य परीक्षा की मेरिट लिस्ट को चुनौती देनेवाली याचिका पर सुनवाई की. इस मामले की सुनवाई के दौरान प्रार्थी का पक्ष सुनने के बाद अदालत ने झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) को नोटिस जारी किया. अदालत ने जेपीएससी को जवाब दायर कर यह बताने का निर्देश दिया कि सिविल सेवा मुख्य परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नियमावली के अनुसार हुआ है या नहीं? अगली सुनवाई के लिए अदालत ने 23 जुलाई की तिथि निर्धारित की. उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन नियमावली के अनुसार नहीं-अधिवक्ता प्रार्थियों की ओर से इससे पहले अधिवक्ता कुमार हर्ष ने पक्ष रखते हुए अदालत को बताया कि 11वीं जेपीएससी सिविल सेवा की मुख्य परीक्षा की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन जेपीएससी नियमावली के अनुसार नहीं किया गया है. इस बार जेपीएससी ने उत्तरपुस्तिकाओं का डिजिटल मूल्यांकन किया है, जो नियमत: गलत है. उसकी नियमावली या विज्ञापन में इस तरह के डिजिटल मूल्यांकन का कोई प्रावधान नहीं है. इतना ही नहीं विशेषज्ञ और 10 वर्षों से कार्यरत शिक्षक से ही मूल्यांकन कराने का प्रावधान है, लेकिन जेपीएससी ने दो-तीन साल से कार्यरत शिक्षक से भी मूल्यांकन कराया है, जो पूरी तरह से गलत है. मेरिट लिस्ट रद्द करने की मांग अधिवक्ता कुमार हर्ष ने मेरिट लिस्ट को रद्द कर नए सिरे से जेपीएससी नियमावली के अनुसार उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराने का आदेश देने का आग्रह किया. वहीं जेपीएससी की ओर से अधिवक्ता डॉ अशोक कुमार सिंह ने नोटिस प्राप्त किया. राजेश प्रसाद एवं अन्य की ओर से याचिका दायर कर मेरिट लिस्ट को चुनौती दी गयी है. ये भी पढ़ें: Viral Video: ‘कलेक्टर के लिए नहीं रोका जाता ट्रैफिक’ रांची डीसी ने किस वायरल वीडियो पर दी सफाई? The post झारखंड हाईकोर्ट ने JPSC को क्यों जारी किया नोटिस? मेंस की मेरिट लिस्ट को इस वजह से दी गयी है चुनौती appeared first on Naya Vichar.

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चीनी ब्रिज प्रतियोगिता में झारखंड का बोलबाला, CUJ के राहुल पंडित को दूसरा स्थान, जाएंगे चीन

Chinese Bridge Competition: झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (सीयूजे) के बीए-सुदूर पूर्व भाषा (चीनी भाषा) द्वितीय वर्ष के छात्र राहुल पंडित ने कॉलेज/ विश्वविद्यालय छात्रों के लिए आयोजित अंतरराष्ट्रीय “चीनी ब्रिज” चीनी भाषा प्रतियोगिता के हिंदुस्तान स्तर के दौर में दूसरा स्थान प्राप्त कर विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है. पुरस्कार स्वरूप राहुल पंडित, चीन देश के सांस्कृतिक अनुभव के लिए बीजिंग, शंघाई और शिजियाझुआंग (चीन) की पंद्रह दिन की यात्रा करेंगे. Chinese Bridge Competition जीतने पर राहुल को इनाम Chinese Bridge Competition जीतने पर राहुल पंडित को चीन जाने का मौका मिलेगा. जहां वे हिंदुस्तान और सीयूजे का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व करेंगे. राहुल पंडित ने अपनी उत्कृष्ट चीनी भाषा क्षमता, गहरी सांस्कृतिक समझ और आत्मविश्वासपूर्ण प्रस्तुति से निर्णायकों को प्रभावित किया और राष्ट्रीय स्तर पर द्वितीय स्थान प्राप्त कर पहचान हासिल की. माननीय कुलपति प्रो क्षिति भूषण दास ने राहुल और सुदूर पूर्व भाषा विभाग (चीनी भाषा) को बधाई देते हुए कहा, कि “यह उपलब्धि हमारे छात्रों और शिक्षकों की मेहनत और लगन को दर्शाता है. इसी तरह से और बेहतर कार्य कर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्वविद्यालय और राज्य का नाम रोशन करें. विभागाध्यक्ष प्रो रबिंद्रनाथ सरमा ने भी सभी को बधाई दी और कहा कि यह सफलता सुदूर पूर्व भाषा विभाग के शिक्षकों के समर्पित मार्गदर्शन के कारण संभव हुई. उन्होंने सभी शिक्षकों, डॉ.अर्पणा राज, डॉ. संदीप विश्वास और श्री सुषांत कुमार की सराहना की. क्या है चीनी ब्रिज प्रतियोगिता? यह प्रतियोगिता हर वर्ष चीनी भाषा दक्षता और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की जाती है. इस वर्ष हिंदुस्तान के 15 से अधिक विश्वविद्यालयों के छात्रों ने इस प्रतियोगिता में भाग लिया. जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, विश्व हिंदुस्तानी विश्वविद्यालय, गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय, सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय, सिक्किम विश्वविद्यालय और एमिटी विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के प्रतिभाशाली छात्रों ने इसमें भाग लिया. झारखंड से सीधा कोरिया कनेक्शन, सैमसंग में सीयूजे के 7 छात्रों की एंट्री The post चीनी ब्रिज प्रतियोगिता में झारखंड का बोलबाला, CUJ के राहुल पंडित को दूसरा स्थान, जाएंगे चीन appeared first on Naya Vichar.

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सहरसा: पत्नी से झगड़े के बाद ट्रेनी ASI ने जहर खाकर दी जान, मंगलवार को घर आया था जवान

सहरसा, दीपांकर श्रीवास्तव: सदर थाना क्षेत्र के शिवपुरी वार्ड नंबर 5 में बिहार पुलिस के जवान अशोक भगत के घरेलू विवाद में जहर खाकर जान देने का मामला सामने आया है. मृतक जवान अशोक भगत पिता पवन भगत वैशाली जिला में पदस्थापित था. मृतक के भाई उमेश भगत ने बताया कि पुलिस जवान अशोक भगत का प्रमोशन एएसआई में हुआ था. जिसकी ट्रेनिंग भीमनगर में चल रही थी.  मंगलवार को घर आया था मृतक पुलिस का जवान  अशोक मंगलवार को घर आया था. बुधवार की दोपहर में पति-पत्नी में विवाद हो गया. जिसके कारण छोटे भाई ओमप्रकाश से भी अशोक का विवाद हो गया. दोपहर में अशोक बैग व बाइक लेकर घर से निकला. घर के लोगों ने समझा कि अशोक ट्रेनिंग में भीमनगर जा रहा है. करीब एक घंटे के बाद सूचना मिली कि अशोक सुखासन मंदिर में सोया हुआ है. सूचना मिलते ही परिजन वहां पहुंचे और अशोक को आनन-फानन में सूर्या अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.  घटनास्थल पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी पुलिस  सूचना पर सदर पुलिस मौके पर पहुंच कर छानबीन कर रही है. वहीं सूचना पर मधेपुरा गम्हरिया से पहुंचे अशोक के ससुराल पक्ष द्वारा साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया गया. मौके पर पहुंचे सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि घरेलू विवाद में जहर खाकर आत्महत्या करने की बात सामने आ रही है. एफएसएल टीम को बुलाया जा रहा है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मामला स्पष्ट होगा. सदर थाना द्वारा  शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. इधर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. इसे भी पढ़ें: लालू यादव के फोटो को RJD विधायक ने पहनाया माला, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष का वीडियो हुआ वायरल The post सहरसा: पत्नी से झगड़े के बाद ट्रेनी ASI ने जहर खाकर दी जान, मंगलवार को घर आया था जवान appeared first on Naya Vichar.

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11 Years Of Modi Government: पिछले 11 सालों में मोदी सरकार ने किया बेमिसाल काम 

11 Years Of Modi Government: सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के 11 सालों में मोदी प्रशासन की नीतियों के कारण हिंदुस्तान विश्व के लिए रोल मॉडल बना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में गरीब कल्याण, कृषि सुधार, स्त्री सशक्तिकरण पर जोर देने के साथ ही युवाओं के लिए डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया अभियान शुरू किया गया. यही कारण रहा कि जब कोरोना के समय में विश्व में महंगाई जोर पकड़ रहा था और आर्थिक विकास की गति कम हो रही थी, इसके उलट हिंदुस्तान में आर्थिक वृद्धि तेज और महंगाई कम रही. यह सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन, संकल्प और उनकी सोच के कारण संभव बना.  मोदी प्रशासन के 11 साल पूरे होने और इन सालों में देश के विकास और जनता की भलाई के लिए किये गये कामों का लेखा-जोखा आज सूचना प्रसारण व रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिया. उन्होंने प्रत्येक सेक्टर और मंत्रालय द्वारा गरीब कल्याण के लिए किये गये कामों का जिक्र किया और साबित किया कि पिछला 11 साल मोदी प्रशासन के लिए बेमिसाल रहा है. शासन का गढ़ा नया मॉडल इन 11 सालों में सिर्फ सत्ता नहीं बदली बल्कि देश के विकास की परिभाषा और दिशा दोनों ही बदल गईं. इस 11 साल के सफर पर प्रशासन की ओर से एक दस्तावेज भी बांटा गया, जिसका शीर्षक है, ”विकसित हिंदुस्तान का अमृत काल: सेवा, सुशासन, गरीब कल्याण के 11 साल”. इस विषय में विस्तार से बताते हुए अश्विनी वैष्णव ने  कहा कि  2014 में पीएम बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने शासन का एक नया मॉडल गढ़ा. एक ऐसा मॉडल जो अब दुनिया भर के लिए समावेशी विकास का उदाहरण बन गया है. देश की आत्मा को रखा सबसे ऊपर  प्रधानमंत्री मोदी ने देश की आत्मा यानी गरीबों को सबसे ऊपर रखा. बिजली, पानी, शौचालय, सैनेटरी पैड जैसी बुनियादी सुविधाएं अब सिर्फ आंकड़े नहीं हैं बल्कि सम्मान और आत्मविश्वास का आधार बन गई हैं. कौन यह विश्वास कर सकता था कि देश के प्रधानमंत्री लाल किला के प्राचीर से स्वच्छता का संदेश देंगे, सेनेटरी पैड जरूरतमंद स्त्रीओं को मिले इस विषय में इससे पहले शायद ही कभी सोचा जाता रहा है.  सिस्टम को सेवा में बदला  81 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देने वाली पीएम गरीब कल्याण अन्न योजना, 12 करोड़ शौचालयों का निर्माण, मुद्रा योजना, 112 आकांक्षी जिलों में विकास, आयुष्मान हिंदुस्तान, स्टार्टअप इंडिया, स्टैंडअप इंडिया ये सब उसी नई सोच का हिस्सा हैं जिसने सिस्टम को सेवा में बदला. केंद्रीय मंत्री ने किसान और नारी शक्ति , देश की सुरक्षा और विदेश नीति, ऑपरेशन सिंदूर और राष्ट्रीय सुरक्षा, आतंकवाद, नक्सलवाद, इंफ्रास्ट्रक्चर व  हेल्थ केयर का विकास, इज ऑफ लिविंग सहित उन तमाम मुद्दों पर विस्तार से बात कर पिछले 11 सालों में प्रशासन द्वारा किये गये कामों को बेहतरीन बताया. The post 11 Years Of Modi Government: पिछले 11 सालों में मोदी प्रशासन ने किया बेमिसाल काम  appeared first on Naya Vichar.

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काँधे नन्हे, बोझ भारी – ये कैसी मज़बूरी हमारी?

Child Labour Day: 12 जून, यानी वह दिन जब हम एक पल को रुककर उन नन्हें हाथों को याद करते हैं, जो खिलौनों की जगह औज़ार उठा रहे हैं. स्कूल की घंटियों की जगह जिनके कानों में मशीनों की आवाज़ गूंजती है. यह दिन बाल श्रम के खिलाफ आवाज़ उठाने और बच्चों को उनका खोया बचपन लौटाने का संकल्प लेने का दिन है. आंकड़े चौंकाने वाले हैं, लेकिन सच्चाई इससे भी डरावनी अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) के अनुसार, दुनियाभर में लगभग 16 करोड़ शिशु बाल मजदूरी कर रहे हैं। इनमें से लाखों हिंदुस्तान में हैं. NCRB और UNICEF की रिपोर्टों के मुताबिक, हिंदुस्तान में आज भी लगभग 1 करोड़ से अधिक शिशु विभिन्न प्रकार के कार्यों में लगे हैं चाहे वो खेतों में काम हो, चाय की दुकानों में झूठे बर्तन धोना हो, या फैक्ट्रियों में खतरनाक मशीनों के बीच जिंदगी खपाना. काँधे नन्हे, बोझ भारी – ये कैसी मज़बूरी हमारी? 3 कानून तो है, लेकिन क्या पालन हो रहा है? हिंदुस्तान में बाल श्रम (निषेध एवं विनियमन) अधिनियम 1986 के तहत 14 साल से कम उम्र के बच्चों से काम कराना अवैध है. फिर भी, कई जगहों पर यह कानून सिर्फ किताबों तक सीमित है. ज़मीनी सच्चाई यह है कि आर्थिक मजबूरी, सामाजिक असमानता और जागरूकता की कमी के कारण लाखों शिशु अब भी बचपन खो रहे हैं. गरीब की मजबूरी, लेकिन क्या इसका हल नहीं है? कई परिवारों के लिए बच्चों का काम करना जीविका का साधन बन गया है. “अगर मेरा बेटा न कमाए, तो चूल्हा कैसे जलेगा?” ये सवाल लाखों गरीब माताओं के मन में गूंजता है. लेकिन सवाल ये भी है क्या हम इस चक्रव्यूह को तोड़ नहीं सकते? प्रशासन की कई योजनाएं जैसे “मिड डे मील”, “समग्र शिक्षा अभियान”, “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ”, और NGOs जैसे बचपन बचाओ आंदोलन इस दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन सफलता तभी संभव है जब समाज भी साथ चले. काँधे नन्हे, बोझ भारी – ये कैसी मज़बूरी हमारी? 4 एक बच्चा स्कूल जाता है, तो समाज का भविष्य बनता है बच्चों को अगर शिक्षा, पोषण और प्यार मिले, तो वही हाथ जो आज ईंटें ढो रहे हैं, कल डॉक्टर, वैज्ञानिक, कलाकार या नेता बन सकते हैं. एक शिक्षित पीढ़ी ही हिंदुस्तान को आत्मनिर्भर और सशक्त बना सकती है. आप क्या कर सकते हैं? 1-: अगर आप किसी शिशु को काम करते देखें, तो चाइल्डलाइन 1098 पर कॉल करें. 2-: आस-पास के गरीब बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करें. 3-: पुराने खिलौने, किताबें और कपड़े ज़रूरतमंद बच्चों को दें. 4-: हर प्लेटफॉर्म पर बाल श्रम के खिलाफ अपनी आवाज़ उठाएं. 5-: अंतिम संदेश: बचपन दोबारा नहीं आता… उसे बचाइए! बाल मजदूरी केवल कानून का मुद्दा नहीं, यह नैतिकता की भी परीक्षा है.किसी शिशु से उसकी मुस्कान मत छीनिए, उसका कल मत छीनिए.उसे स्कूल भेजिए, सपनों के पंख दीजिए. The post काँधे नन्हे, बोझ भारी – ये कैसी मज़बूरी हमारी? appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Crime: शादी का दबाव बनाने पर ब्वॉयफ्रेंड ने कर दी प्रेमिका की हत्या, सात माह की थी प्रेग्नेंट

गोविंद/ Bihar Crime: गोपालगंज पुलिस ने 72 घंटे के अंदर हत्या में शामिल किशोरी के ब्वॉयफ्रेंड को गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपित जादोपुर थाना क्षेत्र के बलुआ टोला निवासी बिरेंद्र सिंह का पुत्र विवेक कुमार सिंह बताया गया. पुलिस ने कहा कि पूछताछ में विवेक ने अपना जुर्म कबूल किया है. आरोपित ब्वॉयफ्रेंड ने शादी का झांसा देकर उसे अपने हवश का शिकार बनाया था. पुलिस के मुताबिक लड़की सात माह की प्रेग्नेंट थी और शादी करने के लिए आरोपी पर दबाव बना रही थी. अवैध संबंध में शादी का दबाव बनाने पर विवेक कुमार सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी और शव को गन्ने की खेत में फेंक दिया. आरोपी पर पॉक्सो के तहत चलेगी स्पीडी ट्रॉयल हत्या के बाद पुलिस ने छानबीन किया और फॉरेंसिंक टीम से जांच करायी, जिसके बाद बुधवार को खुलासा किया. घटना की जानकारी देते हुए डीएसपी अवंतिका दिलीप कुमार ने बताया कि इस मामले में अनुसूचित जाति/जनजाति के अलावा पॉक्सो की भी धाराएं लगायी गयी है. पुलिस के पास पर्याप्त साक्ष्य है, जिसके आधार पर आरोपित के विरुद्ध पॉक्सो के विशेष न्यायालय से स्पीडी ट्रॉयल चलाने की अनुशंसा कर सजा दिलायी जायेगी. वहीं, इस हत्या में शामिल अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही है. मृतक किशोरी के परिजनों ने पुलिस प्रशासन और प्रशासन से आरोपितों को फांसी की सजा दिलाने की मांग की है. टेक्निकल सेल की जांच में मिले साबूत पुलिस ने हत्या के बाद जांच शुरू किया तो कई तथ्य सामने आये. टेक्निकल सेल की टीम से जांच करायी गयी तो कई महीनों से बातचीत किये जाने के साबूत मिले. दोनों के बीच लंबे समय से बातचीत चल रही थी. लड़की ने प्रेग्नेंट होने के बाद जब शादी के लिए दबाव बनाया तो उसकी हत्या कर दी गयी. पोस्टमामार्टम के दौरान खुलासा हुआ कि किशोरी सात माह की प्रेग्नेंट थी. क्या है हत्या का पूरा मामला जादोपुर थाना क्षेत्र में आठ जून की रात सोलह वर्षीय किशोरी घर के पास से अचानक लापता हो गयी. रात में परिजनों को उसका शव गन्ने की खेत में मिला. अगले दिन नौ जून को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया. एफआईआर दर्ज कर 10 जून को पुलिस ने गांव के एक लड़के को हिरासत में लिया, पूछताछ के बाद वह मृतका का ब्वॉयफ्रेंड निकला. हत्या का जुर्म कबूलने के बाद पुलिस ने 11 जून को उसे जेल भेज दिया. Also Read: पूर्णिया में आधार अपडेट के नाम पर लाखों की ठगी, गिरफ्तार मास्टर माइंड के पास से धोखाधड़ी के सामान जब्त The post Bihar Crime: शादी का दबाव बनाने पर ब्वॉयफ्रेंड ने कर दी प्रेमिका की हत्या, सात माह की थी प्रेग्नेंट appeared first on Naya Vichar.

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Jaat: सनी देओल ने जाट की ब्लॉकबस्टर सफलता पर फाइनली तोड़ी चुप्पी, कहा- इससे जोश बढ़ता…

Jaat: बॉलीवुड एक्टर सनी देओल और रणदीप हुड्डा की एक्शन से भरपूर फिल्म जाट 10 अप्रैल, 2025 को बड़े पर्दे पर आई और कुछ ही समय में साल की सबसे बड़ी हिट फिल्मों में से एक बन गई. दर्शकों ने एक्शन ड्रामा को जबरदस्त प्यार दिया. लोग ट्रक और ट्रैक्टर में भरकर थियेटर्स तक पहुंचे थे. हिंदुस्तान में मूवी ने 88 करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन किया. अब इस सफलता को सनी देओल सेलिब्रेट कर रहे हैं. जाट की सुपर सफलता पर क्या बोले सनी देओल जाट की सफलता पर बात करते हुए सनी देओल ने कहा, ”लोगों से बहुत प्यार मिला है. यही कह सकता हूं कि इस प्यार के लिए बहुत बहुत धन्यवाद. इससे जोश बढ़ता है. इसलिए मैंने जाट की थी. इस फिल्म का किसी भी कम्यूनिटी से कोई लेना देना नहीं है. एक ऑफिसर हूं मैं जाट रेजिमेंट का. उम्मीद करता हूं कि आपको मेरी दूसरी फिल्में भी जो मैं कर रहा हूं, उसको वैसे ही प्यार देंगे, जैसे पिछली को दी है. आप लोग का मेरे ऊपर जो भरोसा है, वह बनाकर रखूंगा.” नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम हो रही है जाट सनी देओल की एक्शन थ्रिलर 5 जून को नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई और इसे दर्शकों ने काफी ज्यादा पसंद किया. यही वजह है कि ये ओटीटी प्लेटफॉर्म पर नंबर वन पर ट्रेंड कर रही है. सोशल मीडिया पर भी दर्शक इसके एक्शन और इडली वाले सीन की जबरदस्त चर्चा कर रहे हैं. जाट के बारे में जाट एक रहस्यमयी व्यक्ति के इर्द-गिर्द घूमती है, जिसका किरदार सनी ने निभाया है, जो आंध्र प्रदेश के एक छोटे से गांव में पहुंचता है, जहां रणतुंगा का राज चल रहा है. वह गांव वालों का उत्पीड़न करता है. इस फिल्म में रणदीप हुड्डा, रेजिना कैसांद्रा, सैयामी खेर, जगपति बाबू, राम्या कृष्णन, विनीत कुमार सिंह, प्रशांत बजाज, जरीना वहाब, पी रविशंकर और बबलू पृथ्वीराज भी हैं. यह भी पढ़ें- Kesari Chapter 2 Verdict Flop Or Hit: अक्षय कुमार की फिल्म फ्लॉप या हिट, ये रहा फाइनल बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट कार्ड The post Jaat: सनी देओल ने जाट की ब्लॉकबस्टर सफलता पर फाइनली तोड़ी चुप्पी, कहा- इससे जोश बढ़ता… appeared first on Naya Vichar.

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Ranchi news : झारखंड में इस साल मनरेगा से बनेंगी 7347 ग्रामीण सड़कें

रांची. इस वर्ष मनरेगा से ग्रामीण सड़कों का निर्माण कराया जा रहा है. राज्य प्रशासन के ग्रामीण विकास विभाग ने चालू वित्तीय वर्ष में 7347 ग्रामीण सड़कों के निर्माण का लक्ष्य रखा है. अभी प्रति किलोमीटर 7.50 लाख रुपये की लागत से इसका निर्माण कराया जा रहा है. इसमें 126 सड़क का निर्माण पूरा हो गया है. इसके लिए ग्रामीण विकास विभाग ने पूरे राज्य में सर्वे कराया था. इसमें करीब 22 हजार यूनिट सड़क चिह्नित की गयी थी. इसमें पहले साल 7347 सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. 60 फीसदी राशि मजदूरी तथा 40 फीसदी राशि मेटेरियल पर खर्च की जायेगी. ज्ञात हो कि मनरेगा से वर्षों बाद सड़क का काम हो रहा है. सबसे अधिक गढ़वा में 1932 सड़क बनाने का लक्ष्य राज्य में सबसे अधिक गढ़वा में 1932 सड़क निर्माण कराने का लक्ष्य रखा गया है. इसमें 32 सड़क का निर्माण पूरा कर लिया गया है. इसमें मिट्टी कटाई और मोरम का काम होगा. रांची में इस योजना के तहत 59 सड़क चिह्नित की गयी है. रांची जिले में अब तक एक भी सड़क का काम पूरा नहीं हो पाया है. इसके अतिरिक्त बोकारो, चतरा, पूर्वी सिंहभूम, लातेहार व सरायकेला-खरसावां में भी एक भी योजना पूरी नहीं हो पायी है. पलामू में इस योजना से 1130 व साहिबगंज में 830 सड़क ली गयी है. किस जिले में कितनी सड़कें बनेंगी बोकारो में 29, चतरा में 93, देवघर में 564, धनबाद में 15, दुमका में 215, पूर्वी सिंहभूम में 09, गढ़वा में 1932, गिरिडीह में 756, गोड्डा में 172, गुमला में 135, हजारीबाग में 127, जामताड़ा में 221, खूंटी में 46, कोडरमा में 167, लातेहार में 47, लोहरदगा में 112, पाकुड़ में 1160, रामगढ़ में 148, रांची में 59, साहिबगंज में 830, सरायकेला-खरसावां में 76, सिमडेगा में 275 व प सिंहभूम में 124 सड़क बनाने का लक्ष्य रखा गया है. वर्जन वर्षों बाद ग्रामीण सड़कों का निर्माण मनरेगा से कराया जा रहा है. इसमें वैसी सड़कों को चिह्नित किया गया है, जहां कभी सड़क नहीं थी. इससे मानव दिवस का भी सृजन होगा. लोगों के लिए एक आधारभूत संरचना भी बन जायेगी. इसके लिए पहले प्रत्येक प्रखंड में सर्वे कराया गया है. सड़क की गुणवत्ता और अच्छी करने पर भी काम चल रहा है. मृत्युंजय वर्णवाल, मनरेगा आयुक्तB डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Ranchi news : झारखंड में इस साल मनरेगा से बनेंगी 7347 ग्रामीण सड़कें appeared first on Naya Vichar.

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Samastipur : नवविवाहिता की मौत मामले में पिता ने दर्ज करायी प्राथमिकी

विद्यापतिनगर . थाना क्षेत्र के बालकृष्णपुर मड़वा गांव में मंगलवार को हुई नवविवाहिता की मौत को हत्या बताया गया है. घटना को लेकर मृतका के पिता बछवाड़ा थाना के अरवा गांव निवासी महेश सहनी ने प्राथमिकी दर्ज करायी है. इसमें सास सुशीला देवी व ससुर नंदलाल सहनी को आरोपित किया गया है. बताते चले कि मंगलवार को बालकृष्णपुर मड़वा में नवविवाहिता मुस्कान की रहस्यमय परिस्थिति में मौत बतायी गयी थी. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post Samastipur : नवविवाहिता की मौत मामले में पिता ने दर्ज करायी प्राथमिकी appeared first on Naya Vichar.

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