Hot News

June 16, 2025

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Agniveer Recruitment 2025: इंडियन आर्मी अग्निवीर एडमिट कार्ड आज जारी! जानें स्टेप-बाय-स्टेप डाउनलोड करने की प्रक्रिया

Agniveer Recruitment 2025: हिंदुस्तानीय सेना में अग्निवीर बनने का सपना देख रहे उम्मीदवारों के लिए एक जरूरी अपडेट सामने आया है. इंडियन आर्मी की अग्निवीर भर्ती परीक्षा 2025 के लिए एडमिट कार्ड आज, 16 जून 2025 को जारी किए जा रहे हैं.जिन अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, वे अब आधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर जाकर अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड कर सकते हैं. अग्निवीर भर्ती परीक्षा की डेट व एडमिट कार्ड शेड्यूल अग्निवीर भर्ती परीक्षा के लिए पदों के अनुसार अलग-अलग तारीखों को एडमिट कार्ड जारी किए जाएंगे: अग्निवीर जीडी – 16 जून अग्निवीर ट्रेड्समैन – 18 जून अग्निवीर टेक्निकल – 19 जून अग्निवीर ट्रेड्समैन (8वीं पास) – 23 जून स्त्री सैन्य पुलिस (GDS) – 23 जून प्रवेश पत्र के बिना परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं दी जाएगी, इसलिए समय पर डाउनलोड जरूर करें. ऐसे करें एडमिट कार्ड डाउनलोड इंडियन आर्मी की आधिकारिक वेबसाइट joinindianarmy.nic.in पर जाएं. “Login / Apply Online” सेक्शन पर क्लिक करें. Agniveer Admit Card 2025 Download Link पर जाएं (लिंक एक्टिव होने के बाद). अपनी रजिस्टर्ड ईमेल ID या मोबाइल नंबर और पासवर्ड दर्ज करें. कैप्चा कोड भरकर लॉगइन करें और एडमिट कार्ड डाउनलोड करें. सभी जानकारियां जांचें और प्रिंट निकालकर अपने पास रखें. पासवर्ड भूलने पर क्या करें? अगर आप अपना पासवर्ड भूल गए हैं, तो रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर OTP प्राप्त कर सकते हैं. OTP डालने के बाद आप नया पासवर्ड बना सकते हैं और उसके बाद लॉगिन कर एडमिट कार्ड निकाल सकते हैं. Also Read: Pilot Salary: हेलिकॉप्टर और प्लेन पायलट में किसकी कमाई ज्यादा? जानें चौंकाने वाला सच Also Read: ना IAS, ना IPS! इस संस्था की नौकरी में है असली रुतबा और मोटी कमाई The post Agniveer Recruitment 2025: इंडियन आर्मी अग्निवीर एडमिट कार्ड आज जारी! जानें स्टेप-बाय-स्टेप डाउनलोड करने की प्रक्रिया appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Gita Updesh: स्वयं देवता भी करते है इन लोगों की सहायता जिनमें होता है यह विशेष गुण

Gita Updesh: भगवद गीता केवल एक धार्मिक ग्रंथ नहीं, बल्कि जीवन जीने की कला सिखाने वाली एक दिव्य मार्गदर्शिका है. इसमें श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो ज्ञान दिया, वह आज भी हर इंसान के जीवन में उतना ही प्रासंगिक है. गीता में कहा गया है कि “सत्कर्म करने वालों की सहायता स्वयं देवता भी करते हैं, जबकि असत्य के मार्ग पर चलने वालों का अपना सगा भी साथ छोड़ देता है. सत्कर्म ही स्वर्ग का सच्चा मार्ग है.” -गीता उपदेश यह उपदेश जीवन में अच्छाई, ईमानदारी और सत्य की शक्ति को दर्शाता है. Gita Updesh: सिर्फ इन लोगों पर बरसता है भगवान का आशीर्वाद Gita updesh Bhagavad Gita Teachings: सत्कर्म करने वाले कैसे होते हैं देवताओं को प्रिय? Importance of Satkarma : सत्कर्म यानी अच्छे कार्य – जिनमें किसी की मदद करना, सच्चाई पर चलना, अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाना, किसी को धोखा न देना, और स्वार्थ से ऊपर उठकर समाज के कल्याण के लिए काम करना शामिल होता है.ऐसे व्यक्ति: दूसरों के लिए प्रेरणा बनते हैं आत्मबल से भरपूर होते हैं बिना किसी लालच के सेवा करते हैं हर स्थिति में सत्य का साथ देते हैं शास्त्रों के अनुसार, जो व्यक्ति निस्वार्थ भाव से अपने कर्तव्यों का पालन करता है, उसकी सहायता स्वयं ईश्वर करते हैं. प्रकृति और देवता भी ऐसे व्यक्तियों का मार्ग प्रशस्त करते हैं क्योंकि उनका उद्देश्य केवल अपना नहीं, पूरे समाज का कल्याण होता है. कौन लोग होते हैं जिनका साथ छोड़ देते हैं अपने भी? जो झूठ, छल-कपट और धोखे का सहारा लेते हैं जिनके कर्म दूसरों को हानि पहुँचाते हैं जो केवल स्वार्थ के लिए रिश्ते निभाते हैं जो किसी भी हद तक गिर सकते हैं अपने फायदे के लिए ऐसे लोग चाहे किसी भी संबंध में हों, समय आने पर अपने सगे भी उनसे दूरी बना लेते हैं. समाज में उनकी साख गिरती जाती है और अंततः वे अकेले रह जाते हैं. सत्कर्म ही स्वर्ग का सौपान है. यदि आप जीवन में शांति, सफलता और आत्मसंतोष चाहते हैं तो सच्चाई और अच्छे कर्मों को अपनाइए. जो भी इस मार्ग पर चलेगा, उसकी सहायता स्वयं देवता करेंगे और संसार भी उसे सम्मान देगा. Also Read: Gita Updesh: जिसे यह बातें होती है पता उसे कभी नहीं सताती चिंता Also Read: Sadhguru Relationship Tips: क्या कोई भी रिश्ता अटूट होता है? जानें रिश्तों को मजबूत बनाने के उपाय Also Read: Chanakya Niti: चाणक्य के अनुसार औरत कभी उधार नहीं रखती ये 4 चीजें बल्कि दोगुना करके लौटाती है The post Gita Updesh: स्वयं देवता भी करते है इन लोगों की सहायता जिनमें होता है यह विशेष गुण appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

नई नवेली दुल्हन पहली रसोई में अगर बनाएंगी ये डिश, तो ससुराल वालों से मिलेंगे खूब तोहफे 

Gud Malpua Recipe: हर दिन के नॉर्मल खाने से हर कोई बोर हो जाता है. ऐसे में उन्हें लगता है कुछ ऐसा खाया जाए जिससे टेस्ट और ज्यादा बढ़ जाए, लेकिन घर पर ऐसा बनाया क्या जाए जो बच्चों से लेकर बड़ों तक सबको पसंद आए. ये भी काफी सोचने वाली बात होती है. बाहर का खाना स्वाद तो बहुत बेहतर देता है लेकिन सेहत खराब करता है ये बात भी सभी लोग जानते हैं. ऐसे में अगर सेहत और स्वाद दोनों का ख्याल करना है तो आप गुड़ वाले मालपूए बनाकर खा सकते हैं, जो कि टेस्टी के साथ-साथ बहुत ही सेहतमंद होते है. इसे बनाना भी काफी आसान है, घर पर रखी हुई चीजों से ही हम इसे तैयार कर सकते हैं.  गुड़ वाले मालपूआ बनाने की रेसपी 200 ग्राम गुड़ 250 ग्राम चावल का आटा  2 चम्मच सौंफ  1 चम्मच कुटी हुई इलाईची  50 ग्राम घसे हुए नारियल  250 ग्राम घी  जरूरत अनुसार पानी  काजू और बादाम 50 ग्राम घसे हुए 1 चम्मच सफेद तिल   यह भी पढ़ें: Dahi Thecha Recipe: सादे खाने से हो गए हैं बोर, तो दही से लगाए ये स्पाईसी तड़का  कैसे करें मालपूआ तैयार पहल स्टेप: मालपूआ बनाने के लिए सबसे पहले गुड़ को पानी में डालकर घुलने के लिए छोड़ देंगे. इसके बाद एक बर्तन में पानी गर्म होने के लिए रख देंगे. अब चावल के आटे को अच्छे से चाल लेंगे  दूसरा स्टेप: अब गर्म पानी को अलग करके रख लेंगे और गुड़ को भी छान लेंगे. इसके बाद गर्म पानी में धीरे-धीरे करके सर चवाल का आटा डाल देंगे. फिर इसे हल्के हाथ से मिलाएंगे फिर इसमे गुड़ के घोल को भी धीरे-धीरे मिलाएंगे. इसमें अब सौंफ और घसे हुए नारियल को डालेंगे. इसके बाद इसे एक सॉफ्ट आटे की तरह तैयार कर लेंगे.  यह भी पढ़ें: Bhindi Masala Recipe: बोरिंग खाने से हो गए हैं परेशान, तो ट्राइ करें ये मसाला भिंडी रेसिपी  तीसरा स्टेप: आटे की छोटे-छोटे लोई बनाकर इसे हाथों में घी लगाकर हेल हाथ से दबाते हुए पतला कर लेंगे. फिर एक बर्तन में घी को गर्म कर लेंगे. इसके बाद बनाए हुए लोई को गर्म घी में डालकर सुनहरा होने तक दोनों तरफ पकाएंगे.  चौथा स्टेप: अब मालपूआ को घी से निकाल कर बटर पेपर पर रखेंगे ताकि जो ज्यादा घी है वो सुख जाए. इसके बाद इसे सजाने के लिए घसे हुए काजू, बादाम और तिल इसके ऊपर डलकर इसे परोसेंगे. The post नई नवेली दुल्हन पहली रसोई में अगर बनाएंगी ये डिश, तो ससुराल वालों से मिलेंगे खूब तोहफे  appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

विरासत बचाने के लिए सचिन तेंदुलकर की बड़ी पहल, IND vs ENG टेस्ट सीरीज के लिए उठाया ये बड़ा कदम

Sachin Tendulkar on IND vs ENG Test Trophy: हिंदुस्तान और इंग्लैंड के बीच स्पोर्ट्से जाने वाले टेस्ट मुकाबले पिछले कुछ वर्षों से पटौदी ट्रॉफी के तहत होते रहे हैं. यह ट्रॉफी हिंदुस्तान के दो पूर्व कप्तानों इफ्तिखार अली खान पटौदी और उनके बेटे मंसूर अली खान पटौदी की स्मृति में स्थापित की गई थी. 2007 से चली आ रही हिंदुस्तान और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का नाम बदलने का प्रस्ताव रखा गया था, जिसे तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी नाम देने की योजना था, लेकिन इस पर उठे विवाद को अब खुद सचिन तेंदुलकर ने शांत करने की दिशा में पहल की है. हाल ही में समाचार आई कि इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) इस ट्रॉफी का नाम बदलकर तेंदुलकर-एंडरसन सीरीज करना चाहता है. इस प्रस्ताव ने क्रिकेट प्रेमियों और पूर्व खिलाड़ियों खासकर सुनील गावस्कर के बीच गहरी नाराजगी पैदा कर दी. इस निर्णय से तेंदुलकर को भी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा, जबकि वह इस फैसले से सीधे तौर पर जुड़े नहीं थे. अब सचिन की पहल से न केवल एक परंपरा बरकरार रही है, बल्कि फैंस की भावनाओं का भी सम्मान हुआ है. सचिन ने यह सुझाव दिया कि पटौदी परिवार की विरासत को किसी न किसी रूप में इस टेस्ट सीरीज में बनाए रखा जाए. सचिन ने खुद की पहल इस विवाद को खत्म करने के लिए सचिन तेंदुलकर ने खुद पहल करते हुए बीसीसीआई और ईसीबी के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत की. क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, उन्होंने इस विषय पर आईसीसी अध्यक्ष जय शाह से भी लगभग तीन घंटे तक चर्चा की. सचिन की कोशिशों का असर यह हुआ कि दोनों बोर्ड इस बात पर सहमत हुए हैं कि सीरीज का नाम पटौदी ट्रॉफी ही रहेगा. साथ ही, सीरीज के विजेता कप्तान को अब मंसूर अली खान पटौदी के नाम पर एक विशेष पदक भी प्रदान किया जाएगा. ईसीबी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पुष्टि करते हुए कहा, “हां, हिंदुस्तान-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज अब भी पटौदी ट्रॉफी के नाम से ही स्पोर्ट्सी जाएगी.” सीरीज से होगी शुभमन एरा की शुरुआत हिंदुस्तान और इंग्लैंड के बीच 5 टेस्ट मैचों की बहुप्रतीक्षित सीरीज का आगाज 20 जून से होने जा रहा है. इस प्रतिष्ठित मुकाबले की मेजबानी इंग्लैंड कर रहा है. हिंदुस्तानीय टीम इंग्लैंड पहुंच चुकी है और मुकाबले से पहले जमकर अभ्यास में जुटी है. इस सीरीज में एक नया अध्याय तब जुड़ गया जब रोहित शर्मा के टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद शुभमन गिल को हिंदुस्तानीय टेस्ट टीम की कमान सौंपी गई. शुभमन इस सीरीज के जरिए पहली बार टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी भूमिका निभाएंगे. विमान हादसे की वजह से टाला गया कार्यक्रम इस सीरीज से जुड़े एक और महत्वपूर्ण आयोजन को फिलहाल स्थगित करना पड़ा है. दरअसल, 14 जून को लॉर्ड्स में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के दौरान ‘तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी’ का औपचारिक अनावरण होना था. लेकिन, अहमदाबाद में हुई विमान दुर्घटना के कारण इस कार्यक्रम को आगे के लिए टाल दिया गया है. नाम बदलकर रखी गई ट्रॉफी का लॉन्च शनिवार को होना था और ऐसा माना जा रहा है कि ट्रॉफी के मुख्य आकर्षणों सचिन तेंदुलकर और जेम्स एंडरसन को आमंत्रण भेजा गया था. लेकिन आखिरी समय में इसे फिलहाल टालने का फैसला लिया गया. अपनी कप्तानी में यह करना चाहते हैं कैप्टन गिल, रोहित और विराट से मिली इन सीखों को चाहेंगे अपनाना ‘आपने ही सिखाया कि…’, फादर्स डे पर पिता योगराज सिंह के लिए भावुक हुए युवराज, लिखी दिल की बात WTC Final: टेम्बा बावुमा ने ऑस्ट्रेलिया पर लगाया बड़ा आरोप, स्लेजिंग की सीमा लांघ गए कंगारू The post विरासत बचाने के लिए सचिन तेंदुलकर की बड़ी पहल, IND vs ENG टेस्ट सीरीज के लिए उठाया ये बड़ा कदम appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

बिहार में महिला सिपाही को साथी पुलिसकर्मी ने क्यों मारी गोली? एकसाथ छुट्टी लेकर आया था घर

बिहार के कैमूर जिले के कुदरा थाना क्षेत्र में रविवार को एक स्त्री सिपाही को बाइक सवार अपराधियों ने गोली मार दी. गंभीर रूप से जख्मी सुपौल पुलिस बल की स्त्री सिपाही सरिता कुमारी को इलाज के लिए वाराणसी रेफर किया गया है. गोली मारने का आरोप सहकर्मी पर ही लगा है. जो सुपौल में ही पोस्टेड है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो अपराधियों की गतिविधि भी दिखी है. साथी सिपाही ने ही मारी गोली जख्मी स्त्री सिपाही सरिता कुमारी सुपौल में पदस्थापित हैं. वो छुट्टी लेकर अपने घर आयी थीं. रविवार को अपने पति के साथ रेलवे स्टेशन जा रही थी. बाइक सवार अपराधियों ने पीछे से आकर पीठ में गोली मार दी. आरोप साथ ही काम करने वाले पुलिसकर्मी बेलांव थाना क्षेत्र के मरिचांव गांव के निवासी बिहार पुलिस के सिपाही अजय पासवान पर लगा है. जो सुपौल में ही पोस्टेड है. वो भी इन दिनों छुट्टी लेकर अपने गांव आया था. जख्मी स्त्री सिपाही का रिश्तेदार भी इसे बताया जा रहा है. ALSO READ: बिहार में डूबने से 7 लोगों की मौत, नहाने के दौरान मासूम भाई-बहन और चचेरी बहनों की भी गयी जान सीसीटीवी फुटेज आया सामने रविवार की अहले सुबह गुरुनानक होटल के पास जहां यह घटना घटी उसका एक सीसीटीवी फुटेज वायरल है. जिसमें बाइक सवार दो अपराधी अंडरपास में घुसकर बाइक खड़ी करते और किसी का इंतजार करते दिख रहे हैं. पुलिस ने आसपास के कई सीसीटीवी के फुटेज को खंगाला है. प्रथम दृष्टया मामला पैसे के लेन-देन का सामने आया है. स्त्री सिपाही ने पैसे लेन-देन की बात पुलिस से कही है. हालांकि अन्य बिंदुओं पर भी जांच चल रही है. स्त्री सिपाही घर आयी तो अगले दिन ही अजय ने भी ली छुट्टी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है. आरोपी के बारे में पता चला कि वो छह जून को छुट्टी पर आया था. जबकि ठीक एक दिन पहले ही सरिता कुमारी पांच जून को छुट्टी लेकर घर पहुंची थी. घटना के दौरान आरोपी सिपाही अजय का मोबाइल लोकेशन भी कुदरा में ही पाया गया है. आरोपी सिपाही की गिरफ्तारी के लिए चल रही छापेमारी मोहनिया के डीएसपी प्रदीप कुमार ने कहा कि स्त्री सिपाही को गोली उसके सहकर्मी ने ही मारी है. पुलिस को दिए बयान में जख्मी स्त्री सिपाही ने कहा कि गोली लगने के बाद पीछे मुड़कर देखा तो गोली मारने वाला अजय पासवान ही था. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. The post बिहार में स्त्री सिपाही को साथी पुलिसकर्मी ने क्यों मारी गोली? एकसाथ छुट्टी लेकर आया था घर appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Ashish Lata Ramgobin Fraud Case: महात्मा गांधी की परपोती आशीष लता को दक्षिण अफ्रीका में धोखाधड़ी के आरोप में 7 साल की जेल

Ashish Lata Ramgobin Fraud Case: महात्मा गांधी की परपोती आशिष लता रामगोबिन को दक्षिण अफ्रीका की एक अदालत ने धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले में 7 साल की सजा सुनाई है. 56 वर्षीय लता रामगोबिन पर 6.2 मिलियन रैंड (करीब 3.22 करोड़ रुपये) की धोखाधड़ी का आरोप साबित हुआ है. यह मामला 2015 से जुड़ा है जब उन्होंने एक व्यापारी को नकली दस्तावेज दिखाकर भारी रकम हड़प ली थी. क्या था मामला लता रामगोबिन पर आरोप था कि उन्होंने व्यापारी एसआर महाराज को यह कहकर 62 लाख रैंड ले लिए कि उन्होंने हिंदुस्तान से लिनन के तीन कंटेनर मंगवाए हैं, जिन पर कस्टम ड्यूटी और अन्य आयात शुल्क चुकाने के लिए पैसे की जरूरत है. बदले में उन्होंने व्यापारी को मुनाफे में हिस्सेदारी का लालच दिया. एसआर महाराज दक्षिण अफ्रीका की एक कंपनी New Africa Alliance Footwear Distributors के डायरेक्टर हैं. उनकी कंपनी वस्त्र, जूते और लिनन का आयात और निर्माण करती है, साथ ही दूसरी कंपनियों को फाइनेंस भी मुहैया कराती है. नकली दस्तावेजों से किया भरोसा कायम नेशनल प्रॉसिक्यूशन अथॉरिटी (NPA) के अनुसार, लता रामगोबिन ने व्यापारी को भरोसा दिलाने के लिए फर्जी इनवॉयस, डिलीवरी नोट और NetCare अस्पताल समूह की ओर से भुगतान का दावा करने वाले दस्तावेज प्रस्तुत किए. उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि तीन कंटेनरों में लिनन NetCare अस्पताल के लिए मंगवाया गया है. NPA की प्रवक्ता नताशा कारा ने बताया, “रामगोबिन ने महाराज से कहा था कि उन्हें बंदरगाह से माल छुड़वाने के लिए तत्काल 6.2 मिलियन रैंड की आवश्यकता है. उन्होंने NetCare का एक फर्जी परचेज ऑर्डर और इनवॉयस भी दिखाया ताकि भरोसा दिलाया जा सके कि माल डिलीवर हो चुका है और भुगतान जल्द ही होगा.” आशीष लता का महात्मा गांधी से रिश्ता क्या है आशीष लता रामगोबिन महात्मा गांधी की परपोती हैं. उनका संबंध गांधी जी के दूसरे बेटे मणिलाल गांधी से है, जो दक्षिण अफ्रीका में बस गए थे. मणिलाल गांधी की बेटी एला गांधी एक जानी-मानी सामाजिक कार्यकर्ता हैं और वे करीब 9 साल तक दक्षिण अफ्रीका की सांसद भी रहीं. एला गांधी के चार बच्चों में से एक हैं आशीष लता रामगोबिन. इस तरह आशीष लता, गांधी जी की वंशज हैं और उनका परिवार लंबे समय से दक्षिण अफ्रीका में सामाजिक और नेतृत्वक गतिविधियों से जुड़ा रहा है. परिवार के नाम पर मिला भरोसा महाराज ने लता रामगोबिन के पारिवारिक बैकग्राउंड और गांधी परिवार से उनके संबंधों को देखते हुए उन पर भरोसा किया और पैसे दिए. लेकिन बाद में जब उन्होंने दस्तावेजों की जांच की, तो पता चला कि वे सभी नकली थे. इसके बाद उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. लता रामगोबिन को पहले 50,000 रैंड की जमानत पर रिहा किया गया था, लेकिन मामले की सुनवाई पूरी होने के बाद कोर्ट ने उन्हें दोषी करार देते हुए 7 साल जेल की सजा सुनाई. सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर पहचान लता रामगोबिन International Centre for Non-Violence नामक NGO की संस्थापक और कार्यकारी निदेशक थीं. वे खुद को पर्यावरण, सामाजिक और नेतृत्वक मुद्दों पर काम करने वाली कार्यकर्ता बताती थीं. गौरतलब है कि महात्मा गांधी के कई वंशज आज भी सामाजिक कार्यों में जुटे हैं. लता रामगोबिन की मां एला गांधी हिंदुस्तान और दक्षिण अफ्रीका दोनों ही देशों में सम्मानित सामाजिक कार्यकर्ता रही हैं. उनके अन्य रिश्तेदारों में कीर्ति मेनन, उमा धुपेलिया-मेस्थ्री और स्व. सतीश धुपेलिया जैसे नाम शामिल हैं, जो मानवाधिकारों के लिए सक्रिय रहे हैं. न्यायपालिका का सख्त संदेश यह मामला दिखाता है कि चाहे कोई कितने भी बड़े नाम से जुड़ा हो, कानून के सामने सभी समान हैं. दक्षिण अफ्रीकी अदालत ने लता रामगोबिन को सजा सुनाकर यह संदेश दिया है कि आर्थिक अपराध और धोखाधड़ी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. Also Read: घुड़सवारी की शौकीन राजकुमारी, पति को Instagram पर दिया तलाक, इतनी संपत्ति की मालकिन The post Ashish Lata Ramgobin Fraud Case: महात्मा गांधी की परपोती आशीष लता को दक्षिण अफ्रीका में धोखाधड़ी के आरोप में 7 साल की जेल appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

400 करोड़ की लागत से बनकर तैयार रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर, 19 जून को नितिन गडकरी करेंगे उद्घाटन

Ratu Road Flyover: राजधानी रांची के लोगों को एक ही महीने में दूसरी सौगात मिलने वाली है. 19 जून को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर का उद्घाटन करने वाले हैं. इसके शुरू हो जाने से रांची वासियों को रातू रोड में लगने वाली ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी. 7 मिनट में नागाबाबा खटाल से पिस्का मोड़ तक का सफर बता दें कि कभी रातू रोड में नागाबाबा खटाल से पिस्का मोड़ तक करीब 2.5 किमी का सफर पूरा करने में आधा से एक घंटा का समय लगता था. लेकिन एलिवेटेड कॉरिडोर के जरिये अब यह सफर महज सात मिनट में पूरा हो पायेगा. इस 3.57 किमी लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर को बनाने में करीब 400 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं. फिलहाल, इसकी फिनिशिंग टच का काम अंतिम चरण में है. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 26 महीनों में बनकर तैयार हुआ Flyover ratu road एनएच-75 से जुड़े रातू रोड पर 3.57 किमी लंबा एलिवेटेड कॉरिडोर को बनाने में कुल 26 महीनों का समय लग गया. कॉरिडोर का रैंप 600 मीटर लंबा है. इसका निर्माण कार्य नवंबर 2022 में शुरू हुआ था. उस वक्त जनवरी 2025 यानी करीब 22 महीने में इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था. लेकिन, जमीन अधिग्रहण और कुछ अन्य तकनीकी कारणों से एलिवेटेड कॉरिडोर को पूरा होने में निर्धारित समय से लगभग चार माह का ज्यादा समय लगा. NHAI ने बनाया है कॉरिडोर रातू रोड फ्लाईओवर (एलिवेटेड कॉरिडोर) का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा कराया गया है. वहीं, संवेदक के रूप में केसीसी बिल्डकॉन ने निर्माण कार्य पूरा किया है. इसके निर्माण में 400 करोड़ रुपये की लागत (जमीन अधिग्रहण व शिफ्टिंग समेत) आयी है. यह फ्लाईओवर कुल 101 पिलरों पर खड़ा है. इसमें नागाबाबा खटाल से हेहल पोस्ट ऑफिस तक कॉरिडोर के कुल 37 पिलर हैं. वहीं, पिस्का मोड़ से इटकी रोड में 300 मीटर आगे तक कुल 14 पिलर हैं, निर्माण में कुल 102 स्लैब का उपयोग किया गया है. इसे भी पढ़ें आज 16 जून 2025 को आपको कितने में मिलेगा एलपीजी सिलेंडर, हर जिले का रेट यहां जानें संजय सेठ ने किया केंद्रीय मंत्री से आग्रह हालांकि, योजना को अब तक अंतिम रूप नहीं दिया जा सका है. सांसद संजय सेठ ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात कर इस एलिवेटेड कॉरिडोर के उद्घाटन का आग्रह किया था. सांसद के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ने 19 जून को रांची आकर उद्घाटन करने पर सहमति दी है. जाम से जूझ रही थी यह सड़क रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से राजधानी की सबसे व्यस्ततम सड़कों में शुमार रातू रोड को ट्रैफिक जाम से मुक्ति मिलेगी. पहले लोगों को लगभग 2.5 किमी के रातू रोड की दूरी तय करने में कम से कम आधा से एक घंटा तक लगता था. राहगीरों को रातू रोड में पूरे दिन ट्रैफिक जाम की परेशानी झेलनी पड़ रही थी. एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण से रातू, मांदर, खलारी, बिजूपड़ा, चंदवा, लातेहार, पलामू, चतरा, इटकी, बेड़ो व गुमला से शहर आने वाले वाहनों को भी सहूलियत होगी. अधिकतम सात मिनट में वाहन रातू रोड पार कर जायेंगे. इसे भी पढ़ें Weather Alert: 16 से 19 जून तक झारखंड में भारी बारिश का ऑरेंज और येलो अलर्ट बैडमिंटन कोर्ट बनाने की भी कोशिश बैडमिंटन और बास्केटबॉल कोर्ट तैयार करने का प्रयास रांची के सांसद संजय सेठ रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर के नीचे बैडमिंटन और बास्केटबॉल कोर्ट तैयार करने का प्रयास भी कर रहे हैं. सर्विस रोड पर डिवाइडर के ऊपर बैडमिंटन और बास्केटबॉल स्पोर्ट्सने की जगह तैयार करने की योजना बनायी जा रही है. इसके लिए सांसद ने एचएचएआई के अभियंताओं के साथ बात भी की है. सर्विस रोड में काम जारी एलिवेटेड कॉरिडोर के सर्विस रोड में सौंदर्यीकरण का काम तेजी से चल रहा है. वहां स्ट्रीट लाइट लगाने का काम लगभग पूरा हो चुका है. अब डिवाइडर पर मिट्टी गिरा कर घास और पौधा लगाया जा रहा है. जरूरत के हिसाब से डिवाइडर तोड़ कर क्रॉसिंग की जगह भी बनायी जा रही है. आने वाले एक-दो दिनों में पौधारोपण का काम भी पूरा कर लिया जायेगा. इसे भी पढ़ें 17 से 19 जून के बीच झारखंड में शुरू होगी मानसून की बारिश, बोले मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद प्रोजेक्ट हेड ने कहा… केसीसी बिल्डकॉन के प्रोजेक्ट हेड मो साबिर बताते हैं कि इतने कम समय में काम करना चुनौतीपूर्ण रहा. निर्माण के दौरान किसी तरह की कैजुअलिटी नहीं होना बड़ी बात है. कॉरिडोर के निर्माण में सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है. इसे भी पढ़ें झारखंड कांग्रेस निकालेगी 3 दिवसीय हूल पदयात्रा, केशव महतो कमलेश ने बनायी कमेटी The post 400 करोड़ की लागत से बनकर तैयार रातू रोड एलिवेटेड कॉरिडोर, 19 जून को नितिन गडकरी करेंगे उद्घाटन appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

NEET में रैंक कम आई? चिंता छोड़िए, अमेरिका के टॉप मेडिकल कॉलेजों में करें MBBS के लिए आवेदन

MBBS In USA: हिंदुस्तान में डॉक्टर बनने का सपना लाखों छात्र देखते हैं, लेकिन सीटों की सीमित संख्या और NEET में कट-थ्रोट कॉम्पिटिशन के चलते हर साल कई छात्रों को निराशा हाथ लगती है. ऐसे में विदेश से मेडिकल की पढ़ाई करना एक बेहतरीन विकल्प बनकर सामने आया है. अमेरिका उन चुनिंदा देशों में से एक है, जहां हिंदुस्तानीय छात्र अच्छी मेडिकल शिक्षा और उज्ज्वल करियर की उम्मीद लेकर जाते हैं. ऐसे में आज हम आपको बताएंगे अमेरिका के टाॅप 10 मेडिकल काॅलेजों के बारे में जहां आप एडमिशन के लिए अप्लाई कर सकते हैं. अमेरिका में मेडिकल की पढ़ाई का तरीका अलग हिंदुस्तान में 12वीं के बाद NEET पास कर MBBS में दाखिला मिलता है. लेकिन अमेरिका में डॉक्टर बनने के लिए पहले चार साल का अंडरग्रेजुएट कोर्स करना होता है. इस ग्रेजुएशन में बायोलॉजी, फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स जैसे विषयों को शामिल करना फायदेमंद होता है, क्योंकि इसके बाद देना होता है MCAT (Medical College Admission Test). MCAT के बाद मिलता है MD में दाखिला MCAT स्कोर के आधार पर छात्र को अमेरिका के मेडिकल कॉलेज में MD (Doctor of Medicine) कोर्स के लिए दाखिला मिलता है. यह कोर्स 4 साल का होता है और हिंदुस्तान के MBBS के बराबर माना जाता है. कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स को इंटरनशिप और रेजिडेंसी मिलती है, जिससे उनका मेडिकल करियर शुरू हो जाता है. अमेरिका की टॉप-10 मेडिकल यूनिवर्सिटीज अगर आप अमेरिका में मेडिकल की पढ़ाई करना चाहते हैं, तो ये टॉप यूनिवर्सिटीज आपके लिए बेस्ट विकल्प हैं: हार्वर्ड यूनिवर्सिटी जॉन्स हॉपकिंस यूनिवर्सिटी स्टैनफर्ड यूनिवर्सिटी येल यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, बर्कले यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लॉस एंजेल्स कोलंबिया यूनिवर्सिटी यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन-एन आर्बर यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन इन कॉलेजों में एडमिशन के लिए छात्रों को प्रवेश शर्तों और स्कोर का ध्यान रखना जरूरी है. Also Read: NEET UG 2025 Topper: मोबाइल कवर बेचने वाला रोहित अब बनेगा डॉक्टर, जमशेदपुर के बेटे को खुद अलख पांडे ने आकर दी बधाई Also Read: NEET UG 2025 Topper List: नीट में बिहार का दबदबा कायम, 80954 छात्र पास, बेतिया के मृणाल को रैंक 4 The post NEET में रैंक कम आई? चिंता छोड़िए, अमेरिका के टॉप मेडिकल कॉलेजों में करें MBBS के लिए आवेदन appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Israel Iran War : ईरान का मिसाइल बेंजामिन नेतन्याहू के बेडरूम तक पहुंचा, देखें वीडियो

Israel Iran War : एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि ईरान की आतंकी प्रशासन उन्हें और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सबसे बड़ा खतरा मानती है. ईरान ने मुझे मारने की कोशिश की. मेरे बेडरूम की खिड़की पर मिसाइल दागी. हालांकि वे चूक गए. नेतन्याहू ने दावा किया कि ईरान के इस्लामी शासन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने परमाणु कार्यक्रम के लिए सबसे बड़ा खतरा माना और उन्हें मारने की कोशिश की. नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ट्रंप को दुश्मन नंबर एक मानता है और उन्हें निशाना बनाना चाहता है. देखें वीडियो. In an exclusive with @BretBaier, @netanyahu says Iran’s terror regime sees him and @realDonaldTrump as top threats: “They tried to kill me… fired a missile into my bedroom window. They missed.” pic.twitter.com/KUV8W9ziOx — Fox News (@FoxNews) June 15, 2025 क्या आप चाहते हैं कि ऐसे खतरनाक लोगों के हाथों में परमाणु हथियार हों : नेतन्याहू फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में नेतन्याहू ने कहा कि खुफिया एजेंसियों के मुताबिक ईरान परमाणु हथियार बनाने के बेहद करीब था. वे यूरेनियम से बम बनाने की तैयारी में थे. एक महीने में टेस्टऔर एक साल में हथियार उनके हाथ में आ सकता था. पीएम नेतन्याहू ने कहा कि क्या आप चाहते हैं कि ऐसे खतरनाक लोगों के हाथों में परमाणु हथियार हों और आपके शहरों पर एटमी बम गिरें? नहीं, इसलिए हमारी जिम्मेदारी है खुद को और दुनिया को बचाना. उन्होंने बताया कि ईरान ट्रंप के साथ-साथ उन्हें भी मारना चाहता था.उन्होंने खुद को ट्रंप का जूनियर पार्टनर नेतन्याहू ने कहा. यह भी पढ़ें : Israel Iran War : 224 लोगों के मारे जाने के बाद बौखलाया ईरान, कहा– इजराइल में अब मचेगी तबाही The post Israel Iran War : ईरान का मिसाइल बेंजामिन नेतन्याहू के बेडरूम तक पहुंचा, देखें वीडियो appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah में दयाबेन की वापसी पर असित मोदी ने फाइनली दिया हिंट, बोले- वे वापस आएं…

Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: टीवी की दुनिया का सबसे पॉपुलर और आइकॉनिक शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ आज भी दर्शकों का चहेता बना हुआ है. पिछले 17 सालों से लगातार दर्शकों का मनोरंजन कर रहा यह शो, छोटे-बड़े सभी उम्र के लोगों से जुड़ा हुआ है. खासकर दयाबेन के बिना दर्शक इस शो को अधूरा मानते हैं. सोशल मीडिया पर भी लंबे समय से फैंस दयाबेन की वापसी की मांग करते आ रहे हैं. ऐसे में अब उनका इंतजार जल्द ही खत्म हो सकता है क्योंकि शो के प्रोड्यूसर असित मोदी ने इसे लेकर बड़ा हिंट दिया है. आइए बताते हैं, उन्होंने क्या कुछ कहा. क्या दिशा वकानी लौटेंगी? शो के प्रोड्यूसर असित कुमार मोदी ने हाल ही में हिंट देते हुए बताया कि दयाबेन की वापसी पर गंभीरता से काम चल रहा है. उन्होंने कहा, “हम जल्द ही तारक मेहता का उल्टा चश्मा में दयाबेन को लेकर आएंगे.” जब उनसे आगे सवाल किया गया कि पुरानी वाली ही दयाबेन होंगी? तो इसपर असित मोदी ने कहा, ‘वैसे तो ऐसा होना मुश्किल है लेकिन मैं यही कामना करता हूं कि वे वापस आएं. चाहें जो भी हो, हम दयाबेन को शो में वापिस लाने की कोशिश करेंगे और हम इसपर काम भी कर रहे हैं.’ बता दें कि शो में दयाबेन का किरदार दिशा वकानी ने निभाया था, जो अपनी प्रेगनेंसी के बाद इस शो से दूर हो गई थीं. सालों से शो से दूर दयाबेन का किरदार निभाने वाली दिशा वकानी बीते कई सालों से शो से दूर हैं. अब देखना यह होगा कि क्या वाकई दिशा वकानी इस आइकॉनिक रोल में वापसी करती हैं या कोई नया चेहरा इस किरदार को निभाएगा. एक बात तो तय है कि फैंस दयाबेन को किसी भी रूप में देखने के लिए बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. यह भी पढ़े: Housefull 5 vs Thug Life: अक्षय की ‘हाउसफुल 5’ ने की ताबड़तोड़ कमाई, तो कमल हासन की ‘ठग लाइफ’ का हुआ बंटाधार The post Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah में दयाबेन की वापसी पर असित मोदी ने फाइनली दिया हिंट, बोले- वे वापस आएं… appeared first on Naya Vichar.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top