शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रख पाया शेयर बाजार, 138.64 अंक टूटकर सेंसेक्स धड़ाम
Stock Market: विदेशी पूंजी के प्रवाह के बीच बुधवार के शुरुआती कारोबार में तेजी के साथ कामकाज शुरू करने वाला हिंदुस्तानीय शेयर बाजार कारोबार के आखिर में यह बढ़त बरकरार नहीं रख पाया. कारोबार के आखिर में बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का प्रमुख संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.17% या 138.64 अंक टूटकर 81,444.66 अंक पर पहुंचकर बंद हुआ. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 0.17% या 41.35 अंकों की गिरावट के साथ 24,812.05 अंक पर पहुंच गया. सेंसेक्स-निफ्टी की तेज शुरुआत शेयर बाजार के कारोबार की शुरुआत होने के साथ ही सेंसेक्स और निफ्टी में बुधवार को शुरुआती कारोबार में बढ़त दर्ज की गई. बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 93.05 अंक की बढ़त के साथ 81,676.35 अंक पर जबकि एनएसई निफ्टी 42.80 अंक चढ़कर 24,896.20 अंक पर रहा. बाद में बीएसई सेंसेक्स 228.13 अंक की बढ़त के साथ 81,812.04 अंक पर और निफ्टी 82.25 अंक चढ़कर 24,937.70 अंक पर कारोबार करने लगा. सबसे अधिक मुनाफे में रहा इंडसइंड बैंक का शेयर बीएसई सेंसेक्स में सूचीबद्ध 30 कंपनियों में से 21 के शेयर गिर गए, जबकि नौ शेयर मुनाफे में रहे. इंडसइंड बैंक का शेयर सबसे अधिक मुनाफे में रहा. जिन कंपनियों के शेयर मुनाफे में रहे, उनमें इंडसइंड बैंक के अलावा टाइटन, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति सुजुकी, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तानी एयरटेल, जोमैटो, एक्सिस बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट और एचडीएफसी बैंक शामिल हैं. जिन कंपनियों के शेयर गिर गए, उनमें टीसीएस, अदाणी पोर्ट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले इंडिया, बजाज फिनसर्व, नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन, एचसीएल टेक्नोलॉजी, आईसीआईसीआई बैंक आदि प्रमुख हैं. वहीं, 50 शेयरों पर आधारित एनएसई निफ्टी की बात करें, तो यहां पर भी इंडसइंड बैंक का शेयर मुनाफे में रहा. इसके अलावा, टाटा ग्रुप की दो कंपनी टाइटन और ट्रेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा और मारुति सुजुकी के शेयर लाभ में रहे. टीसीएस, अदाणी पोर्ट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले इंडिया और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयर नुकसान में रहे. क्या कहते हैं बाजार विशेषज्ञ जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ वीके विजय कुमार के अनुसार, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का ताजा ट्वीट और पश्चिम एशिया में अमेरिकी रक्षा आंदोलनों से संघर्ष के बढ़ने का संकेत मिलता है. हालांकि, वैश्विक इक्विटी बाजारों में कोई घबराहट नहीं है. बाजारों का आकलन है कि यह संघर्ष वैश्विक वित्तीय स्थिति को प्रभावित किए बिना जल्द ही समाप्त हो जाएगा. शेयर बाजार में तेजी के कारण उन्होंने कहा, ”यह समझना महत्वपूर्ण है कि मार्च 2020 में कोविड क्रैश के बाद जिसने निफ्टी को 7511 के निचले स्तर पर पहुंचा दिया था, हम एक बुल मार्केट में हैं, जो चिंताओं की सभी दीवारों को चढ़ रहा है. बाजार के इस्राइल-ईरान संघर्ष की चिंता को भी पार करने की संभावना है. उच्च मूल्यांकन के बावजूद, विशेष रूप से व्यापक बाजार में मजबूत लिक्विडिटी और आमदनी में सुधार की उम्मीदों से समर्थित बाजार के लचीले बने रहने की संभावना है. पश्चिम एशियाई संघर्ष से संबंधित सकारात्मक समाचार आने पर ऊपर की ओर टूटने की संभावना है. गिरावट पर खरीद करने की रणनीति काम करना जारी रखेगी.” इसे भी पढ़ें: ये क्या! ईरान पहुंचकर मजबूत हो जाता है रुपया और इजरायल में कमजोर, ऐसा क्यों? एशियाई बाजारों का हाल एशिया के प्रमुख बाजारों में जापान के निक्केई, दक्षिण कोरिया के कॉस्पी और चीन के शंघाई कंपोजिट मुनाफे में रहे, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग गिरावट के साथ बंद हुआ. यूरोपीय बाजार में मिलाजुला रुख देखने को मिला. अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को सकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे. वैश्विक तेल बाजार में 0.46% टूटकर 76.09 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. इसे भी पढ़ें: ग्रेच्युटी क्या है? जानिए इसका हकदार कौन है और कैसे होती है गणना The post शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रख पाया शेयर बाजार, 138.64 अंक टूटकर सेंसेक्स धड़ाम appeared first on Naya Vichar.