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June 23, 2025

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Bihar Polytechnic Result 2025 OUT: बिहार पॉलिटेक्निक का रिजल्ट जारी, यहां डायरेक्ट लिंक से करें चेक

Bihar Polytechnic Result 2025 OUT: बिहार पॉलिटेक्निक (DCECE) परीक्षा 2025 का रिजल्ट घोषित कर दिया है. इस परीक्षा में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं. रिजल्ट चेक करने के लिए कैंडिडेट्स को ऑफिशियल वेबसाइट bceceboard.bihar.gov.in पर जाना होगा. बिहार पॉलिटेक्निक रिजल्ट पीडीएफ फॉर्मेट में जारी किया गया है. इसके लिए परीक्षा 31 मई और 1 जून 2025 को आयोजित की गई थी. बिहार पॉलिटेक्निक (DCECE) परीक्षा के माध्यम से राज्य के पॉलिटेक्निक कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं. इसके अलावा पारा मेडिकल, पारा मेडिकल इंटर स्तरीय कोर्स में एडमिशन होता है. रिजल्ट चेक करने के लिए नीचे दिए स्टेप्स को फॉलो करें. Bihar Polytechnic Result 2025 ऐसे करें चेक रिजल्ट चेक करने के लिए कैंडिडेट्स को सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट- bceceboard.bihar.gov.in पर जाना होगा. वेबसाइट की होम पेज पर Latest notice पर जाएं. अगले पेज पर BCEBEB Bihar Polytechnic Result 2025 पर क्लिक करें. अब रिजल्ट चेक करने के लिंक पर क्लिक करें. मांगी गई डिटेल्स से रिजल्ट चेक कर सकते हैं. The post Bihar Polytechnic Result 2025 OUT: बिहार पॉलिटेक्निक का रिजल्ट जारी, यहां डायरेक्ट लिंक से करें चेक appeared first on Naya Vichar.

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Oppo K13x: 15 हजार के अंदर लॉन्च हुआ ओप्पो का 5G फोन, 6000mAh बैटरी के साथ मिलेंगे यह फीचर्स

Oppo ने हिंदुस्तान में अपनी K13 सीरीज का विस्तार करते हुए एक नया वेरिएंट लॉन्च किया है. इस नए मॉडल को Oppo K13x नाम दिया गया है जो अब हिंदुस्तानीय बाजार में पहले से मौजूद Oppo K13 के साथ उपलब्ध होगा. कंपनी ने इस स्मार्टफोन को आकर्षक डिजाइन, दमदार फीचर्स और किफायती कीमत में पेश किया है. 15,000 रुपये से कम कीमत में आने वाला यह फोन 7.99mm की पतली प्रोफाइल के साथ आता है और Midnight Violet और Sunset Peach रंगों में उपलब्ध है. Oppo का दावा है कि यह फोन अपनी श्रेणी में सबसे मजबूत है और इसमें 360-डिग्री आर्मर बॉडी दी गई है. आइए विस्तार से जानते हैं फोन के फीचर्स और कीमत के बारे में. Oppo K13x के फीचर्स  यह डिवाइस 6.72 इंच के Ultra Bright LCD डिस्प्ले के साथ आता है जिसकी पीक ब्राइटनेस 1000 निट्स है और इसमें 120Hz तक का अडैप्टिव रिफ्रेश रेट मिलता है. यह स्मार्टफोन MediaTek Dimensity 6300 SoC प्रोसेसर पर काम करता है. इसके साथ 8GB तक की LPDDR4x RAM और 128GB UFS 2.2 स्टोरेज का विकल्प मिलता है. डिवाइस Android 15 पर आधारित ColorOS 15 पर चलता है. यह भी पढ़ें: 58,750 रुपये सस्ता हुआ iPhone 16 Pro, यहां है धाकड़ डील, लगाएं मौके पर चौका कैमरे की बात करें तो इसमें 50MP का डुअल रियर कैमरा सेटअप और 8MP का फ्रंट कैमरा सेल्फी व वीडियो कॉलिंग के लिए दिया गया है. Oppo K13x में 6,000mAh की दमदार बैटरी दी गई है, जो 45W फास्ट चार्जिंग को सपोर्ट करती है.  स्मार्टफोन में Bluetooth 5.4, USB Type-C पोर्ट, 3.5mm हेडफोन जैक, NFC, और डुअल सिम सपोर्ट जैसे फीचर्स मौजूद हैं. यह डिवाइस IP65 सर्टिफाइड है, यानी यह डस्ट और वॉटर रेजिस्टेंट भी है. Oppo K13x की कीमत  Oppo K13x 5G की शुरुआती कीमत 11,999 रुपये रखी गई है जो 4GB रैम और 128GB स्टोरेज वेरिएंट के लिए है. 6GB रैम और 128GB स्टोरेज वाले मॉडल की कीमत 12,999 रुपये है जबकि टॉप वेरिएंट 8GB+128GB कॉन्फिगरेशन के साथ 14,999 रुपये में मिलेगा. ग्राहक इस स्मार्टफोन पर 1,000 रुपये तक की इंस्टेंट बैंक छूट का लाभ उठा सकते हैं. यह डिवाइस 27 जून से बिक्री के लिए उपलब्ध होगा. यह भी पढ़ें: ₹20,000 के अंदर बेस्ट स्मार्टफोन्स, जून 2025 में टॉप 5 धांसू ऑप्शन्स The post Oppo K13x: 15 हजार के अंदर लॉन्च हुआ ओप्पो का 5G फोन, 6000mAh बैटरी के साथ मिलेंगे यह फीचर्स appeared first on Naya Vichar.

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बिहार अब बनेगा ‘हथियारों का हब’! इन 5 जिलों में विकसित होगा ऑर्डिनेंस कॉरिडोर, जानें निर्माण की लागत

Bihar News: बिहार अब हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है. इसी क्रम में अब बिहार की पहचान ‘हथियारों का हब’ के रूप में होगा. बिहार में अब आधुनिक हथियारों का निर्माण किया जाएगा. दरअसल, राज्य में ‘ऑर्डिनेंस फैक्ट्री कॉरिडोर’ को विकसित किया जाएगा, जिससे बिहार का नाम तो होगा ही लेकिन साथ में हिंदुस्तान की रक्षा ताकत को नई उड़ान भी देगा. ऑर्डिनेंस कॉरिडोर के जरिये गोला-बारूद, रॉकेट लॉन्चर, अत्याधुनिक हथियारें, मशीनगन के अलावा कई चाजों का निर्माण किया जाएगा. याद दिला दें कि, वर्तमान में बिहार के नालंदा में बाय मॉड्यूलर चार्ज सिस्टम का निर्माण किया जाता है. इन 5 जिलों में होगा विकसित… जानकारी के मुताबिक, बिहार के अरवल, जमुई, मुंगेर, बांका और कैमूर में ऑर्डिनेंस कॉरिडोर विकसित किया जाएगा. इसके अलावा शेखपुरा, भागलपुर, सारण और मुजफ्फरपुर को भी चिह्नित किया गया है. वहीं, लागत की बात की जाए तो, करीब 1500 करोड़ की राशि खर्च होने की बात सामने आई है. तो वहीं, उसमें बनने वाले हथियार की कीमत उसके निर्माण में आने वाली लागत से तय होगी. समाचार के मुताबिक, उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को प्रस्ताव भेजा गया है. बता दें कि, जिस जिले में फैक्ट्री बनेगी, उस जिले का आर्थिक विकास भी होगा. इस तरह से मिलेगा फायदा… इसके अलावा बिहार को होने वाले फायदे की बात की जाए तो, जिस जिले में फैक्ट्री स्थापित होगी, उसके आस-पास के जिले का भी विकास होगा. इसके साथ ही रोजगार के अवसर भी मिलेंगे. केंद्र प्रशासन को प्रस्ताव भेजने के बाद प्राथमिक स्तर पर स्वीकृति मिली है. इसके साथ ही यहां से हथियारों को दूसरे जगहों पर आसानी से भेजा जा सकता है. बता दें कि, बिहार की सीमा से 3 राज्य की सीमा जुड़ती है. इसके अलावा नेपाल बॉर्डर भी है. ऐसे में आस-पास के राज्यों के साथ-साथ अन्य देशों में भी आसानी से हथियारों को भेजा जा सकेगा. बिहार के विकास में यह बड़ा फैसला माना जा रहा है. Also Read: दानापुर आर्मी कैंट में चल रहा था फायरिंग अभ्यास, खेत में काम कर रहे किसान के हाथ में फंस गया गोली का छर्रा The post बिहार अब बनेगा ‘हथियारों का हब’! इन 5 जिलों में विकसित होगा ऑर्डिनेंस कॉरिडोर, जानें निर्माण की लागत appeared first on Naya Vichar.

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नेतरहाट स्कूल है देश की शैक्षणिक गरिमा का प्रतीक, लातेहार में बोले झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार

Governor Santosh Gangwar Latehar Visit: लातेहार, चंद्रप्रकाश सिंह-झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने अपने दो दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन मंगलवार को नेतरहाट आवासीय विद्यालय का भ्रमण किया. इस दौरान राज्यपाल ने विद्यालय की विभिन्न शैक्षणिक गतिविधियों का अवलोकन किया. उन्होंने विद्यालय के पुस्तकालय और प्रयोगशालाओं सहित विभिन्न शैक्षणिक विभागों का निरीक्षण किया और विद्यार्थियों को लिए उपलब्ध संसाधनों की जानकारी ली. राज्यपाल को विद्यालय के प्राचार्य संतोष कुमार ने विद्यालय की शैक्षणिक उपलब्धियां, अनुशासन, शिक्षण पद्धति तथा विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए किए जा रहे नवाचारों से अवगत कराया. राज्यपाल ने कहा कि नेतरहाट स्कूल झारखंड ही नहीं, बल्कि पूरे देश की शैक्षणिक गरिमा का प्रतीक है. देश-विदेश में नाम रोशन कर रहे यहां के विद्यार्थी-राज्यपाल राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने विद्यालय की समृद्ध शैक्षणिक परंपरा, अनुशासित वातावरण तथा प्राकृतिक सौंदर्य से युक्त परिसर की सराहना की. उन्होंने कहा कि नेतरहाट विद्यालय न केवल झारखंड बल्कि पूरे देश की शैक्षणिक गरिमा का प्रतीक है. यहां से शिक्षा प्राप्त कर चुके विद्यार्थियों ने देश-विदेश में विद्यालय और झारखंड का नाम रोशन किया है. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि यह संस्थान गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की अपनी गौरवशाली परंपरा को निरंतर बनाए रखेगा. राज्यपाल ने नाशपाती बागान का भी किया भ्रमण राज्यपाल ने नेतरहाट के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का भी अवलोकन किया. उन्होंने चिकित्सा सुविधाओं, उपलब्ध दवाओं तथा स्थानीय निवासियों को दी जाने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी ली. राज्यपाल ने नेतरहाट क्षेत्र में लगभग 100 एकड़ में फैले नाशपाती बागान का भ्रमण किया. उन्हें जानकारी दी गई कि यहां नट किस्म की नाशपाती भी हैं, जो अपने स्वाद एवं गुणवत्ता के लिए जानी जाती हैं. नेतरहाट में विशेष वाहन से राज्यपाल ने पूरे नाशपाती बागान का भ्रमण किया. इस दौरान लातेहार उपायुक्त उत्कर्ष गुप्ता और जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी विवेक मिश्रा ने नाशपाती बागान के संबंध में राज्यपाल को पूरी जानकारी दी. मौके पर ये थे उपस्थित मौके पर मनिका विधायक रामचन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव, आईटीडीए निदेशक प्रवीण कुमार गगराई, जिला परिवहन पदाधिकारी सरेंद्र कुमार, डीआरडीए निदेशक प्रभात रंजन चौधरी, एसडीओ अजय रजक, जिला शिक्षा पदाधिकारी प्रिंस कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक गौतम कुमार साहू समेत सभी जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे. ये भी पढे़ं: टाटा स्टील के MD टीवी नरेंद्रन से मिले MP कालीचरण मुंडा, पलायन रोकने के लिए दिया ये प्रस्ताव The post नेतरहाट स्कूल है देश की शैक्षणिक गरिमा का प्रतीक, लातेहार में बोले झारखंड के राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार appeared first on Naya Vichar.

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भारत में बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल और एलएनजी के दाम? होर्मुज जलडमरूमध्य बंद होने से छाए संकट के बादल

Petrol-Diesel Price Hike: अमेरिका की ओर से ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ईरानी संसद ने होर्मुज जलडमरूमध्य बंद करने का ऐलान किया है. ईरान की ओर से जलडमरूमध्य बंद कर देने के ऐलान के बाद दुनिया भर में संकट के बाद मंडराने लगे हैं. इसका कारण यह है कि होर्मुज जलडमरूमध्य से हिंदुस्तान समेत दुनिया के कई देशों में कच्चे तेल और एलपीजी के आयात प्रभावित होने का खतरा है. सबसे बड़ी बात यह है कि होर्मुज जलडमरूमध्य के रास्ते हिंदुस्तान में भी कच्चे तेल और एलपीजी आपूर्ति की जाती है. ऐसे में आशंका यह भी जाहिर की जा रही है कि ईरान की ओर से होर्मुज जलडमरूमध्य के बंद कर देने के बाद हिंदुस्तान में पेट्रोल-डीजल और एलपीजी के दामों में बढ़ोतरी हो सकती है. इतना महत्वपूर्ण क्यों है होर्मुज जलडमरूमध्य होर्मुज जलडमरूमध्य दुनिया का सबसे व्यस्त तेल परिवहन मार्ग है. यह फारस की खाड़ी को ओमान की खाड़ी और अरब सागर से जोड़ता है. मीडिया की रिपोर्ट्स की मानें, तो होर्मुज जलडमरूमध्य के रास्ते दुनिया भर में करीब 20% से 26% कच्चे तेल और एलएनजी का निर्यात होता है. आशंका यह जाहिर की जा रही है कि इस जलमार्ग को बंद कर देने के बाद चीन, जापान, दक्षिण कोरिया और हिंदुस्तान में कच्चे तेल और एलएनजी के दाम बढ़ने के साथ इन देशों की वित्तीय स्थितिएं भी प्रभावित होंगी. परिवहन और उद्योग होंगे प्रभावित बताया यह भी जा रहा है कि होर्मुज जलडमरूमध्य बंद होने पर एशियाई देशों में ऊर्जा की लागत बढ़ेगी. ऊजा की लागत बढ़ने से इन देशों में परिवहन, उद्योग और उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतें बढ़ेंगी. तेल की कीमतों में करीब 30% से 50% तक बढ़ोतरी हो सकती है. इसके साथ पूरी दुनिया में महंगाई अपने चरम पर होगी. अमेरिकी गैस की कीमतों में तेजी से बढ़ोतरी होगी. कैसे प्रभावित होगा हिंदुस्तान हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंदुस्तान होर्मुज जलडमरूमध्य के जरिए ईरान, इराक, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और कुवैत जैसे मध्य पूर्व के देशों से अपनी जरूरत के करीब 40% तेल की आपूर्ति हासिल करता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि हिंदुस्तान रोजाना करीब 5.5 मिलियन बैरल (बीपीडी) कच्चे तेल का आयात करता है, जिसमें से करीब 2 मिलियन बीपीडी होर्मुज जलडमरूमध्य के रास्ते आता है. हिंदुस्तान को नुकसान कम विशेषज्ञों का कहना है कि होर्मुज जलडमरूमध्य बंद होने से वैश्विक तेल बाजार पर गहरा असर पड़ेगा, लेकिन इससे हिंदुस्तान को अधिक नुकसान होने की संभावना कम है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि कतर हिंदुस्तान का प्रमुख गैस और रूस कच्चे तेल का सबसे बड़ा सप्लायर है. हिंदुस्तान के गैस और कच्चा तेल देने के लिए ये दोनों देश होर्मुज जलडमरूमध्य के रास्ते का इस्तेमाल नहीं करते हैं. कच्चे तेल की आपूर्ति के लिए रूस स्वेज नहर, केप ऑफ गुड होप और प्रशांत महासागर का इस्तेमाल करता है. इसके अलावा, हिंदुस्तान एलएनजी की खरीद अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और रूस से करता है. यह बात दीगर है कि इराक और सऊदी अरब से आने वाले कच्चे तेल के आयात पर थोड़ा प्रभाव पड़ सकता है. क्या कहती है हिंदुस्तान प्रशासन शनिवार और रविवार की दरम्यानी रात को अमेरिका की ओर से ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद होर्मुज जलडमरूमध्य की चर्चा जोर-शोर से होने लगी. रविवार को ईरानी संसद ने इस प्रमुख जलमार्ग को बंद करने की धमकी तक दे डाली. उसके इस ऐलान के बाद हिंदुस्तान के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने इस बात पर जोर दिया कि हिंदुस्तान मध्य पूर्व में भू-नेतृत्व पर बारीकी से नजर रख रहा है. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान ने खरीद स्रोतों में विविधता लाकर यह सुनिश्चित किया है कि अब इन आपूर्तियों का बड़ा हिस्सा होर्मुज जलडमरूमध्य से होकर नहीं आता है. इसे भी पढ़ें: 1200 करोड़ के मालिक फिर भी हिंदुस्तान छोड़ दुबई शिफ्ट हुए विवेक ओबेरॉय, वजह हैरान कर देगी तेल विपणन कंपनियों के पास पर्याप्त भंडार मौजूद हरदीप पूरी ने आगे कहा, “हमारी तेल विपणन कंपनियों के पास कई हफ्तों के लिए आपूर्ति है और उन्हें कई मार्गों से ऊर्जा आपूर्ति मिल रही है. हम अपने नागरिकों को ईंधन की आपूर्ति की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएंगे.” मंत्री ने दोहराया कि हिंदुस्तान के पास कच्चे तेल और गैस की पर्याप्त आपूर्ति है और हिंदुस्तान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. हिंदुस्तान में रोजाना खपत होने वाले 5.5 मिलियन बैरल कच्चे तेल में से लगभग 1.5-2 मिलियन बैरल होर्मुज जलडमरूमध्य के माध्यम से आते हैं. हिंदुस्तान अन्य मार्गों से लगभग 4 मिलियन बैरल आयात करता है. इसे भी पढ़ें: कौन हैं पायल अरोड़ा, जिन्हें माना जा रहा अहमदाबाद में एयर इंडिया हादसे का जिम्मेदार The post हिंदुस्तान में बढ़ेंगे पेट्रोल-डीजल और एलएनजी के दाम? होर्मुज जलडमरूमध्य बंद होने से छाए संकट के बादल appeared first on Naya Vichar.

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Share Market: इजराइल-ईरान युद्ध के तनाव में हिला शेयर बाजार, तेल के दाम बढ़े, सेंसेक्स गिरा

Share Market: सोमवार को हिंदुस्तानीय शेयर बाजार में गिरावट देखी गई. इसका प्रमुख कारण पश्चिम एशिया में बढ़ता भू-नेतृत्वक तनाव था. खासकर इजराइल-ईरान संघर्ष के ताजा घटनाक्रम के बाद. इसी तरह एशिया के बाकी बाजारों में भी कमजोरी दर्ज की गई. सेंसेक्स 511.38 अंकों की गिरावट के साथ 81,896.79 पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 140.50 अंक फिसलकर 24,971.90 पर बंद हुआ. दिन के कारोबार के दौरान सेंसेक्स में करीब 1,000 अंकों की गिरावट देखी गई थी, लेकिन अंत में कुछ रिकवरी हुई. किन सेक्टर्स में दिखी गिरावट? एनएसई डेटा के अनुसार, निफ्टी ऑटो, एफएमसीजी और आईटी सेक्टर में बड़ी गिरावट आई. वहीं दूसरी ओर, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, मेटल और मीडिया सेक्टर के स्टॉक्स में तेजी देखने को मिली. तेल की कीमतों में उबाल भू-नेतृत्वक तनाव के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें बढ़ गईं.अमेरिका द्वारा ईरान के Fordow, Natanz और Isfahan में स्थित परमाणु संयंत्रों पर हमले के बाद ब्रेंट क्रूड की कीमत में 5.7% की बढ़त दर्ज हुई और यह 81.40 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया. हालांकि बाद में कुछ नरमी आई और कीमत करीब 78 डॉलर पर आ गई क्योंकि तेल आपूर्ति मार्ग फिलहाल खुले हुए हैं. रिया सिंह (कमोडिटी एनालिस्ट, एमके ग्लोबल) के अनुसार, यह बढ़त बाजार की शुरुआती घबराहट को दर्शाती है, लेकिन जैसे ही यह स्पष्ट हुआ कि आपूर्ति में कोई तत्काल रुकावट नहीं है, प्रीमियम में कटौती देखने को मिली. Share Market: हिंदुस्तान पर क्या होगा असर? मनोरंजन शर्मा (मुख्य अर्थशास्त्री, इंफोमैट्रिक्स रेटिंग्स) ने कहा “ईरान ने हॉर्मुज़ जलडमरूमध्य को बंद करने की धमकी दी है. यह हिंदुस्तान के लिए गंभीर स्थिति होगी क्योंकि दुनिया के 20% और हिंदुस्तान के 60% तेल आयात इसी रास्ते से होते हैं. अगर तेल के दाम 10 डॉलर बढ़ते हैं तो हिंदुस्तान की जीडीपी ग्रोथ 0.3% घट सकती है और महंगाई 0.4% बढ़ सकती है. इससे रुपये की वैल्यू पर भी दबाव बढ़ेगा.” Also Read: 1200 करोड़ के मालिक फिर भी हिंदुस्तान छोड़ दुबई शिफ्ट हुए विवेक ओबेरॉय, वजह हैरान कर देगी The post Share Market: इजराइल-ईरान युद्ध के तनाव में हिला शेयर बाजार, तेल के दाम बढ़े, सेंसेक्स गिरा appeared first on Naya Vichar.

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Gujarat By Election: विसावदर सीट जीतकर AAP की खिल गईं बांछें, 2027 में सरकार बनाने का कर दिया ऐलान

Gujarat By Election: विसावदर उपचुनाव में गोपाल इटालिया की जीत के बाद गुजरात आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष इसुदान गढ़वी ने कहा, ”आप 2027 में प्रशासन बनाने जा रही है.” आप उम्मीदवार गोपाल इटालिया को कुल 75942 वोट मिले, जबकि दूसरे स्थान पर रहे बीजेपी उम्मीदवार किरीट पटेल को केवल 58388 वोटों से संतोष करना पड़ा. आप उम्मीदवार की जीत पर पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल की भी प्रतिक्रिया आ गई है. उन्होंने कहा- गुजरात के लोग बीजेपी से ऊब चुके हैं. आप प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने कहा, “कांग्रेस, भाजपा ने ‘आप’ को हराने के लिए पंजाब, गुजरात में चुनाव लड़ा; लोगों ने उन्हें खारिज कर दिया. गुजरात के लोग अब भाजपा से ऊब चुके हैं और ‘आप’ में उम्मीद देख रहे हैं.” #WATCH | On being asked if he will be going to Rajya Sabha after the party’s Rajya Sabha MP Sanjeev Arora has won the Ludhiana West assembly by-elections, AAP National Convenor Arvind Kejriwal says, “I am not going to Rajya Sabha. Party’s Political Affairs Committee will decide… pic.twitter.com/HYcBKJhPIx — ANI (@ANI) June 23, 2025 लोग भाजपा से तंग आ चुके हैं : केजरीवाल राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा, “फरवरी के चुनावों में, हमने विसावदर सीट जीती थी लेकिन हमारे विधायक पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हो गए… लेकिन आज, हमने दोनों सीटों (लुधियाना पश्चिम सहित) को दोगुने अंतर से जीत लिया है. हमने लुधियाना पश्चिम भी जीता, और यह दर्शाता है कि लोग हमारे काम से खुश हैं… ऐसा कहा जाता है कि उपचुनाव हमेशा सत्ताधारी पार्टी ही जीतती है, लेकिन गुजरात में भाजपा सत्ता में है और प्रशासन और मशीनरी पर भी उसकी पकड़ है; इसके बावजूद अगर लोगों ने हमें वोट दिया और हम दोगुने अंतर से जीते, तो यह दर्शाता है कि लोग भाजपा से तंग आ चुके हैं.” ‘आप’ ने विसावदर में जीत हासिल की, भाजपा ने कडी सीट बरकरार रखी गुजरात में दो विधानसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव की मतगणना सोमवार को समाप्त हो गई. अधिकारियों ने बताया कि आम आदमी पार्टी (आप) नेता गोपाल इटालिया ने विसावदर सीट जीत ली है, जबकि हिंदुस्तानीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजेंद्र चावड़ा ने कडी सीट पर विजय हासिल की है. The post Gujarat By Election: विसावदर सीट जीतकर AAP की खिल गईं बांछें, 2027 में प्रशासन बनाने का कर दिया ऐलान appeared first on Naya Vichar.

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World Toughest Exam: UPSC पिछड़ गया, दुनिया की 10 सबसे कठिन परीक्षाओं में भारत के 3 Exams, देखें नाम

World Toughest Exam: दुनियाभर में कई ऐसी परीक्षाएं होती हैं जिन्हें पास करना बेहद चुनौतीपूर्ण माना जाता है. इन परीक्षाओं में न केवल ज्ञान, बल्कि मानसिक दृढ़ता, विश्लेषण क्षमता और धैर्य की भी परीक्षा ली जाती है. कई देशों की चयन प्रक्रिया इतनी कठिन होती है कि लाखों उम्मीदवारों में से सिर्फ कुछ ही सफल हो पाते हैं. World of Statistics की रिपोर्ट के अनुसार दुनिया के 10 कठिन परीक्षाओं की लिस्ट जारी हुई है. World Toughest Exam: दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाएं दुनिया की सबसे कठिन परीक्षाओं की लिस्ट में हिंदुस्तान की तीन बड़ी परीक्षाएं शामिल हैं. पहली परीक्षा है IIT-JEE (Advanced) जिसे हिंदुस्तान में इंजीनियरिंग के लिए सबसे कठिन प्रवेश परीक्षा माना जाता है. इसमें हर साल लाखों छात्र शामिल होते हैं लेकिन सीटें बहुत सीमित होती हैं. इसका पाठ्यक्रम गहरा और जटिल होता है, जिसमें गणित, भौतिकी और रसायन शास्त्र की गहन समझ जरूरी होती है. Top 10 Toughest Exams in the World: 1. 🇨🇳 China → Gaokao Exam2. 🇮🇳 India → IIT JEE Exam3. 🇮🇳 India → UPSC Exam4. 🏴󠁧󠁢󠁥󠁮󠁧󠁿 England → Mensa5. 🇺🇸🇨🇦 US/Canada → GRE6. 🇺🇸🇨🇦 US/Canada → CFA7. 🇺🇸 US → CCIE8. 🇮🇳 India → GATE9. 🇺🇸 US → USMLE10. 🇺🇸 US → California Bar Exam — World of Statistics (@stats_feed) June 22, 2025 UPSC सिविल सेवा परीक्षा दूसरा नाम है UPSC सिविल सेवा परीक्षा का, जो हिंदुस्तानीय प्रशासनिक सेवा, पुलिस सेवा और अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए होती है. यह परीक्षा तीन चरणों प्रारंभिक, मुख्य और साक्षात्कार में होती है और इसकी सफलता दर 0.1% से भी कम होती है. हालांकि, पहले हिंदुस्तान की सबसे कठिन परीक्षाओं में इसका नाम सबसे ऊपर था. तीसरी परीक्षा GATE है. गेट परीक्षा इंजीनियरिंग के मास्टर्स कोर्स में एडमिशन के लिए आयोजित की जाती है. इसे ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (GATE) कहा जाता है. यह परीक्षा पास करने के बाद आप प्रतिष्ठित संस्थानों में मास्टर डिग्री कोर्स, जैसे कि एमटेक (MTech), में प्रवेश ले सकते हैं. DU Admission Guide 2025: CUET के बाद Delhi University में एडमिशन कैसे मिलेगा? ऐसे बनती है Merit The post World Toughest Exam: UPSC पिछड़ गया, दुनिया की 10 सबसे कठिन परीक्षाओं में हिंदुस्तान के 3 Exams, देखें नाम appeared first on Naya Vichar.

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“जिंदा बेटी का किया श्राद्ध, दूसरी जगह बलि और मुंडन! प्यार की कीमत बना समाज का जुल्म”

Human Rights Violation: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के कल्याणी इलाके में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक परिवार ने अपनी जिंदा बेटी का श्राद्ध कर दिया. यह लड़की कॉलेज की छात्रा थी और उसने अपने परिवार की मर्जी के खिलाफ जाकर दूसरे धर्म के युवक से शादी कर ली थी. यह विवाह परिवार की इजाजत के बिना हुआ, जिससे नाराज होकर घरवालों ने उसे ‘मृत’ घोषित करते हुए बाकायदा हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार श्राद्ध की रस्में निभाईं. परिवार के सदस्यों ने सिर मुंडवाया, उसकी तस्वीर पर माला चढ़ाई गई और उसके सभी व्यक्तिगत सामान जला दिए गए. युवती की मां ने बताया कि “उसने हमारा अपमान किया है, अब वह हमारे लिए मर चुकी है.” युवती के चाचा सोमनाथ बिस्वास ने कहा, “हमने उसकी शादी तय कर दी थी लेकिन उसने विद्रोह कर दिया. अब उसके लिए हमारे दिल में कोई जगह नहीं है.” दूसरे धर्म में विवाह बना विवाद की जड़ यह विवाह 12 दिन पहले हुआ था और तभी से युवती अपने ससुराल वालों के साथ जिले में ही कहीं और रह रही है. नवविवाहिता का पति एक अलग धर्म से है, जिस पर परिवार ने नाराजगी जाहिर की है. हालांकि, यह साफ नहीं किया गया कि युवक का धर्म परिवार के गुस्से का मुख्य कारण है या नहीं. युवती के पिता विदेश में कार्यरत हैं और परिवार के इस निर्णय का समर्थन कर चुके हैं. बताया गया है कि युवती की काउंसलिंग मनोवैज्ञानिकों द्वारा की जा रही है. पुलिस का बयान: कोई कानूनी कार्रवाई संभव नहीं स्थानीय पुलिस ने भी मामले की पुष्टि की है लेकिन किसी भी प्रकार की कार्रवाई से इनकार किया है क्योंकि युवती बालिग है और उसके द्वारा या उसके पति द्वारा कोई शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है. वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “यह पारिवारिक मामला है, और जब तक कोई औपचारिक शिकायत नहीं होती, पुलिस हस्तक्षेप नहीं कर सकती.” ओडिशा में जातिगत भेदभाव का घिनौना चेहरा दूसरी ओर, ओडिशा के रायगढ़ जिले से भी एक और चौंकाने वाला मामला सामने आया है. काशीपुर ब्लॉक के बैगनगुडा गांव में एक लड़की ने अपने ही गांव के अनुसूचित जाति के युवक से विवाह किया. इस विवाह को गांव के लोग पचा नहीं पाए और नाराज होकर लड़की के परिवार का सामाजिक बहिष्कार कर दिया. इसके बाद परिवार पर दबाव डाला गया कि यदि वे दोबारा ‘जाति’ में शामिल होना चाहते हैं, तो उन्हें शुद्धिकरण की प्रक्रिया से गुजरना होगा. शुद्धिकरण में बलि और मुंडन की शर्त गांव वालों की शर्त के अनुसार लड़की के परिवार को जानवरों की बलि देनी पड़ी और करीब 40 लोगों को मुंडन संस्कार करवाना पड़ा. इस अमानवीय प्रक्रिया का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक व्यक्ति मुंडन करवाता नजर आ रहा है. प्रशासन ने दिए जांच के निर्देश जैसे ही यह मामला सार्वजनिक हुआ, काशीपुर के बीडीओ विजय सोय ने अधिकारियों की एक टीम को गांव भेजकर जांच के निर्देश दिए. प्रशासन का कहना है कि जांच में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. यह मामला हिंदुस्तानीय समाज में गहरे जातिवाद की कुरीतियों की पोल खोलता है. समाज में अब भी जड़ें जमाए बैठी हैं कुरीतियां इन दोनों घटनाओं से यह स्पष्ट होता है कि हिंदुस्तानीय समाज में आज भी अंतरधार्मिक और अंतरजातीय विवाह को सहजता से स्वीकार नहीं किया जाता. युवाओं की निजी स्वतंत्रता और उनके संवैधानिक अधिकारों को सामाजिक बंधनों में बांधने की कोशिशें की जा रही हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल असंवैधानिक हैं, बल्कि मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन भी हैं. प्रेम और विवाह जैसे निजी निर्णयों पर सामाजिक दबाव बनाना या सजा देना देश की लोकतांत्रिक भावना के खिलाफ है. कब बदलेगा समाज का नजरिया? जब तक समाज में शिक्षा, सहिष्णुता और संवैधानिक मूल्यों का सम्मान नहीं बढ़ेगा, तब तक ऐसी घटनाएं सामने आती रहेंगी. ज़रूरत है कि प्रशासन, मीडिया और समाज मिलकर इन कुरीतियों के खिलाफ आवाज़ उठाएं और ऐसी मानसिकता को बदलने का प्रयास करें जो जाति और धर्म के नाम पर युवाओं के फैसलों को दंडित करती है. नोट-: यह समाचार सूचनाओं पर आधारित है इस समाचार की पुष्टि नया विचार नहीं करता. The post “जिंदा बेटी का किया श्राद्ध, दूसरी जगह बलि और मुंडन! प्यार की कीमत बना समाज का जुल्म” appeared first on Naya Vichar.

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टाटा स्टील के MD टीवी नरेंद्रन से मिले MP कालीचरण मुंडा, पलायन रोकने के लिए दिया ये प्रस्ताव

Kalicharan Munda: सरायकेला-खरसावां, शचिंद्र कुमार दाश-खूंटी के सांसद कालीचरण मुंडा ने सोमवार को जमशेदपुर में टाटा स्टील के एमडी सह सीइओ टीवी नरेंद्रन से शिष्टाचार मुलाकात की. सांसद कालीचरण मुंडा ने खूंटी लोकसभा क्षेत्र की सामाजिक-आर्थिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा करते हुए औद्योगिक सहयोग और सीएसआर के तहत विकास कार्यों में सहयोग का आग्रह किया. सांसद ने बताया कि खूंटी लोकसभा आदिवासी बहुल क्षेत्र है, जहां शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पेयजल, कौशल विकास और आधारभूत संरचना की भारी कमी है. उन्होंने टाटा समूह से आग्रह किया कि आदिवासी कौशल प्रशिक्षण संस्थान (Tribal Skill Development Institute) की स्थापना की जाए, ताकि स्थानीय युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण मिल सके और पलायन को रोका जा सके. लंबे समय से खूंटी रहा है उपेक्षित-कालीचरण मुंडा सांसद कालीचरण मुंडा ने कहा कि क्षेत्र की भौगोलिक परिस्थिति और लंबे समय तक उपेक्षित रहने के कारण यह इलाका अब भी देश के अन्य हिस्सों की तुलना में काफी पिछड़ा हुआ है. कालीचरण मुंडा ने टाटा स्टील से आग्रह किया कि वह अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों के तहत खूंटी, सिमडेगा, खरसावां, तमाड़, तोरपा, कोलेबिरा, कुचाई एवं अड़की जैसे दूरदराज प्रखंडों में शिक्षा केंद्र, स्वास्थ्य सेवा, छात्रावास, पेयजल योजनाएं और कौशल विकास कार्यक्रम प्रारंभ करने का आग्रह किया. आदिवासी कौशल प्रशिक्षण संस्थान का प्रस्ताव रखा सांसद कालीचरण मुंडा ने विशेष तौर पर यह भी प्रस्ताव दिया कि टाटा समूह की ओर से एक आदिवासी कौशल प्रशिक्षण संस्थान (Tribal Skill Development Institute) की स्थापना की जाए, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण मिल सके और पलायन को रोका जा सके. इस पर टाटा स्टील के एमडी व सीइओ टीवी नरेंद्रन ने सांसद की बातों को गंभीरता से लेते हुए कंपनी की ओर से यथासंभव सहयोग का भरोसा दिलाया. उन्होंने कहा कि टाटा समूह हमेशा से झारखंड के विकास के प्रति प्रतिबद्ध रहा है और आदिवासी क्षेत्रों के सतत विकास में अपनी भूमिका निभाने को तत्पर रहेगा. ये भी पढ़ें: Ranchi Weather: घंटेभर की बारिश में ही तालाब बन गयीं रांची की सड़कें, कई घरों में पानी घुसने से बढ़ी परेशानी The post टाटा स्टील के MD टीवी नरेंद्रन से मिले MP कालीचरण मुंडा, पलायन रोकने के लिए दिया ये प्रस्ताव appeared first on Naya Vichar.

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