आरा. लोकनायक जयप्रकाश स्मारक संस्थान के द्वारा मुक्त कला मंच, कलेक्ट्री तालाब में डॉ प्रदीप सिंह पंकज की 10वीं पुण्यतिथि मनी.अध्यक्षता फ़ुटाब के अध्यक्ष प्रो कन्हैया बहादुर सिन्हा, संचालन प्रो. नीरज सिंह, स्वागत भोर के पूर्व सचिव सुशील कुमार, धन्यवाद ज्ञापन प्रदीप ओशो तथा संयोजन चैत्यन्य सिंह ने किया. कार्यक्रम में मंचासीन स्त्री कॉलेज की पूर्व प्राचार्य प्रो कमल कुमारी सिंह, रवींद्र त्रिपाठी, सुशील तिवारी, नाथू राम ने अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की. दर्शक दीर्घा से प्रथम वक्ता के रूम में पद्मश्री डॉ भीम सिंह भवेश, उसके बाद प्रो. सत्यनारायण सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंह, योगेंद्र सिंह, डॉ मनीष प्रसाद, राजेश दुबे, शलील हिंदुस्तानी, सुधीर मिश्रा, गुरुचरण सिंह, उमेश सिंह, विनोद ओझा, डी राजन, नें अपनी बात रखी और श्रद्धा सुमन अर्पित की. कार्यक्रम में डॉ. प्रदीप सिंह पंकज के युवा जीवन, उनकी पत्रकारिता, प्राध्यापन सत्र, डॉ आंबेडकर पुस्तकालय की स्थापना और संचालन, भोजपुर कंठ अख़बार की समाचारों सहित जिला की किसी भी समस्या को अपनी व्यक्तिगत समस्या समझकर कार्यवाही करने के उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. पौत्री अपूर्वा ने उनके व्यक्तित्व और जीवनी को कविता पाठ के माध्यम से प्रस्तुत किया. अध्यक्षीय भाषण देते हुए प्रो. सिन्हा ने कहा कि प्रदीप सिंह के उपनाम पंकज जिसका मतलब कमल होता है, को अपने जीवन में शास्वत किया और समाज को अपनी छवि से मार्गदर्शित किया. संचालन करते प्रो. नीरज सिंह ने उनके पत्रकारित से शायरी तक की सफ़र पर प्रकाश डाला. सुशील कुमार ने उनकी मित्रता की गूढ़ता तथा समाज के प्रति उनकी जवाबदेही की बात बतायी. पूर्व प्राचार्य प्रो. कमल कुमारी सिंह उनके स्त्री कॉलेज के शिक्षण कार्य की बात करते भाव-भिभोर हो उठी. रविन्द्र हिंदुस्तानी, सुशील तिवारी तथा नाथू राम ने उनकी निर्भीगता, उदारता और सहिष्णुता की बातें बतायी. राजेश दुबे ने कारगिल शहीदों के लिए उनके सम्मान के उद्गार व्यक्त किये वहीं और डॉ. मनीष प्रसाद ने उनके नाम पर शहीद विद्यानन्द सिंह औधगिक प्रशिक्षण संस्थान, कोइलवर के प्रांगण में ”डॉ प्रदीप सिंह पंकज पुस्तकालय” स्थापित और संचालन करने का प्रस्ताव को अपनी सच्ची श्रद्धांजलि बतायी. कार्यक्रम में उनके दोनों पुत्र-पुत्र बधु, दोनों बेटी-दामाद सहित परिवार के सभी सदस्य और जिला के विभिन्न स्थानों से लोग उपस्थित रहें. जिनमें मुख्यत शमशाद प्रेम, पवन कुमार सोनू, सत्येंद्र सिंह, अमरीश सिंह, सुशांत सिंह, रीतम्भरा सिंह, शिवांशी सिंह, प्रीति सिंह, नेहा सिंह, पदुमदेव सिंह, सूरज कुमार, राहुल कुमार, सहित सैकड़ों सम्मानित उपस्थित थे. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post युवाओं के प्रेरणा श्रोत थे डॉ प्रदीप सिंह पंकज : प्रो. कन्हैया appeared first on Naya Vichar.