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June 25, 2025

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Shravani Mela 2025: श्रावणी मेले में भीड़ मैनेजमेंट पर मंथन, ड्रोन से निगरानी, एआइ चैटबॉट का भी होगा इस्तेमाल

Shravani Mela 2025: राजकीय श्रावणी मेला 2025 के दौरान बिहार के सुल्तानगंज से लेकर झारखंड के देवघर-बासुकिनाथ तक कांवरियों को बेहतर सुविधा और सुरक्षा मिले, बाबा मंदिर में सुलभ जलार्पण की सुविधा हो, इसके लिए बिहार और झारखंड के प्रशासनिक और पुलिस पदाधिकारी आपसी समन्वय के साथ काम करेंगे. श्रावणी मेले को लेकर बुधवार को देवघर सर्किट हाउस में इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन की बैठक के बाद संताल परगना के आयुक्त लालचंद डाडेल ने दी. बाबाधाम मोबाइल ऐप से होगा भीड़ का नियंत्रण उन्होंने कहा कि दोनों राज्य समन्वय स्थापित करके भीड़ का बेहतर प्रबंधन करेंगे. सुल्तानगंज से देवघर तक श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा का विशेष इंतजाम रहेगा. इस बार सूचना तकनीकी को और भी सुदृढ़ किया जायेगा. इसके लिए एआइ चैटबॉट (AI Chatbot) और व्हाट्सअप ग्रुप (WhatsApp Group) और बाबाधाम मोबाइल ऐप (Babadham Mobile App) का इस्तेमाल दोनों ही राज्यों में भीड़ नियंत्रण के लिए होगा. इन तकनीकों के सहारे जैसे ही सूचना मिलेगी, त्वरित कार्रवाई होगी. वहीं देवघर में ड्रोन के सहारे भीड़ को नियंत्रित किया जायेगा. सभी प्वाइंट्स पर सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे उन्होंने बताया कि सुल्तानगंज से लेकर देवघर तक सभी प्वाइंट्स पर सीसीटीवी लगाये जायेंगे. कुल मिलाकर इस बार कांवरियों को बेहतर सुविधा मिलेगी. आयुक्त ने बताया कि दोनों राज्यों में कांवरिया पथ पर जगह-जगह भीड़ नियंत्रण के लिए होल्डिंग प्वाइंट पर विशेष फोकस रहेगा. दोनों राज्यों के अधिकारियों ने सहमति जतायी कि देवघर मेला क्षेत्र और बाबा मंदिर की भीड़ की स्थिति को देखते हुए सुल्तानगंज से देवघर जहां भी होल्डिंग प्वाइंट्स बनाये जायेंगे, वहां से उसे हिसाब से कांवरियों को छोड़ा जायेगा. इसके लिए दोनों ही राज्यों के अधिकारी व्हाट्सअप ग्रुप पर 24 घंटे एक्टिव रहेंगे. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें होल्डिंग प्वाइंट्स पर रहेंगी सभी मूलभूत सुविधाएं उन्होंने कहा कि सभी होल्डिंग प्वाइंट्स पर श्रद्धालुओं के लिए सभी मूलभूत सुविधाएं रहेंगी. बिजली, पंखा, शौचालय, मोबाईल चार्जिंग, स्वास्थ्य सुविधा, स्नानागार व पेयजल आदि. बैठक में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के आग्रह पर बिहार से आने वाले सभी छोटे-बड़े वाहनों की छतों पर किसी भी सूरत में श्रद्धालुओं को नहीं बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करने पर सहमति बनी. सुविधाओं का करें व्यापक प्रचार-प्रसार उन्होंने बताया कि मेले के दौरान बिहार और झारखंड में जो-जो सुविधाएं दी जा रही हैं, उसका व्यापक प्रचार-प्रसार कराया जाये, ताकि श्रद्धालुओं को सारी जानकारी रहे और उन्हें दिक्कत न हो. बाहर से आने वाले छोटे शिशु व बुजुर्ग श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए उनके साथ फोन नंबर या उनका पता उनके साथ रहे, यह सुनिश्चित करने के लिए व्यापक रूप से अपने-अपने क्षेत्रों में प्रचार-प्रसार करायेंगे. सर्किट हाउस में श्रावणी मेला के प्रबंधन पर विचार-विमर्श करते बिहार-झारखंड के सीनियर अधिकारी. फोटो : नया विचार सूचना तकनीक और समन्वय से देंगे बेहतर सुविधा : हिमांशु भागलपुर प्रमंडल के आयुक्त हिमांशु कुमार राय ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था और सूचनाओं के आदान-प्रदान व भीड़ नियंत्रण के लिए भागलपुर, बांका एवं मुंगेर के साथ आपसी समन्वय स्थापित कर कार्य किया जायेगा, ताकि कांवरिया मार्ग के पल-पल का अपडेट लिया जा सके. उन्होंने कहा कि अंतरराज्यीय सीमा के थानों से समन्वय रखते हुए श्रावणी मेला के दौरान सघन गश्ती एवं चेकनाका के माध्यम से सभी गतिविधियों पर नजर रखी जायेगी. समीक्षा के क्रम में भागलपुर, बांका के डीसी, एसपी ने अपने-अपने जिलों में चल रही तैयारियों के अलावा इंटर स्टेट बॉर्डर को-ऑर्डिनेशन व सुरक्षा-व्यवस्था पर विस्तृत चर्चा की. देवघर डीसी ने सुविधाओं की दी जानकारी बैठक में डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के जरिये श्रावणी मेला 2025 में देवघर प्रशासन की तैयारियों और व्यवस्था की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि रविवार और सोमवार को श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने पर कुमैठा तक जाने की संभावना बनी रहती है. ऐसे में कतारबद्ध श्रद्धालुओं को सुरक्षित व सुगमतापूर्वक जलार्पण कराने के लिए विभिन्न जगहों को चिह्नित करते हुए मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों की प्रतिनियुक्ति रहेगी. बिहार-झारखंड के अधिकारियों की बैठक में लिये गये अहम फैसले. टेंट सिटी में होंगी शौचालय से स्वास्थ्य सुविधा तक की व्यवस्था होगी उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के विश्राम के लिए एवं भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए टेंट सिटी व होल्डिंग प्वाइंट्स का निर्माण कराया गया है. टेंट सिटी में शौचालय, स्नानागर, पीने का पानी, स्वास्थ्य केंद्र व साफ-सफाई आदि की समुचित व्यवस्था रहेगी. उन्होंने कहा कि मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिकोण से राज्य प्रशासन के निर्देश पर किसी भी प्रकार की वीआइपी पूजा की सुविधा नहीं रहेगी. देवघर डीसी ने देवघर मेले में जलार्पण की व्यवस्था, रूटलाइनिंग मैनेजमेंट, स्वास्थ्य व्यवस्था, आवासन, पेयजल, शौचालय जैसी सुविधाओं से सभी को अवगत कराया. डीसी दुमका ने बासुकिनाथ की तैयारी की जानकारी दी बैठक में डीसी दुमका अभिजीत सिन्हा ने बासुकिनाथ मेला से जुड़ी तैयारियों की जानकारी दी. उन्होंने आपसी समन्वय से मेला के सफल संचालन में योगदान देने की बात कही. पूरे मेला में बिहार एवं झारखंड के आला अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर शांति व्यवस्था बनाये रखी जायेगी. बैठक में ये सभी अधिकारी थे शामिल बैठक में दोनों कमिश्नर के अलावा आइजी भागलपुर विवेक कुमार, आरक्षी उप महानिरीक्षक भागलपुर, संप के डीआइजी अंबर लकड़ा, डीएम भागलपुर डॉ नवल किशोर चौधरी, डीएम बांका, डीसी देवघर नमन प्रियेश लकड़ा, डीसी दुमका अभिजीत सिन्हा, एसपी भागलपुर हृदयकांत, एसपी बांका, एसपी मुंगेर, एसपी देवघर अजित पीटर डुंगडुंग, एसपी दुमका पीतांबर सिंह खरवार, डीसी गोड्डा अंजलि यादव, एसपी गोड्डा मुकेश कुमार, डीडीसी देवघर पीयूष सिन्हा, एसडीओ देवघर रवि कुमार और एसडीओ मधुपुर राजीव कुमार सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे. इसे भी पढ़ें क्या है झरिया पुनर्वास संशोधित मास्टर प्लान! प्रभावितों को क्या-क्या मिलेगा, यहां पढ़ें Tiger Havoc in Ranchi: रांची के मरदु गांव में किसान के घर में घुसा बाघ, तो लोगों ने क्या किया, जानकर रह जायेंगे दंग Weather Alert: अगले 2 घंटे में झारखंड के 11 जिलों में वज्रपात का अलर्ट, हो जायें सावधान दिशोम गुरु शिबू सोरेन की हालत स्थिर, सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं झारखंड के पूर्व सीएम आपातकाल की बरसी पर मां को याद कर क्यों भावुक हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास The post Shravani Mela 2025: श्रावणी मेले में भीड़ मैनेजमेंट पर मंथन, ड्रोन से निगरानी, एआइ चैटबॉट का भी होगा इस्तेमाल appeared

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Cyber ​​Crime: साइबर हैकाथॉन 2025 का शुभारंभ, देशभर से चयनित 14 टीमों के बीच 24 घंटे की चुनौती शुरू

अनुज शर्मा/ Cyber ​​Crime: साइबर हैकाथॉन 2025 कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए एडीजी (आर्थिक अपराध इकाई) नैयर हसनैन खान ने कहा कि हमें ऐसे डिजिटल टूल्स की जरूरत है, जो आम आदमी को त्वरित राहत दे सकें. तकनीक का प्रयोग अब केवल निगरानी या डिटेक्शन तक सीमित नहीं रह सकता. यह पीड़ित की सहायता का सशक्त माध्यम बनना चाहिए. उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए उन्हें समाजहित में नवाचार करने और पीड़ित केंद्रित (विक्टिम सेंट्रिक ) समाधान विकसित करने के लिए प्रेरित किया. प्रतिभागियों को 24 घंटे का समय दिया गया है, जिसमें वे अपने प्रस्तावित समाधान को तकनीकी प्रारूप में प्रस्तुत करेंगे. उद्घाटन समारोह में टीम लीडरों ने मंच पर अपने नवाचारों की रूपरेखा साझा की. खान ने कहा कि हैकाथॉन में प्रस्तुत नवाचारों को आगे चलकर साइबर शाखा की कार्यप्रणाली में शामिल किया जाएगा, जिससे आम लोगों को तेजी से राहत और न्याय मिल सकेगा़ समारोह में सी -डेक पटना के निदेशक आदित्य कुमार सिन्हा, डीआइजी (साइबर) संजय कुमार, डीआइजी मानवजीत सिंह ढिल्लों, एसपी अमरकेश डी., विनय तिवारी, राजेश कुमार, पंकज कुमार समेत आर्थिक अपराध इकाई व सी-डेक के तकनीकी विशेषज्ञ उपस्थित रहे. देश के 302 टीमों में से चुनी गईं 14 टीमें इस हैकाथॉन में देशभर से कुल 302 आवेदन प्राप्त हुए थे, जिनमें से तकनीकी मूल्यांकन के आधार पर 14 टीमों का चयन किया गया. इन टीमों में कुल 55 प्रतिभागी हैं, जिनमें 16 स्त्री प्रतिभागी भी शामिल हैं. छात्र आइआइटी कल्याणी, आइआइटी रांची, एनआइटी पटना, महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय समेत कई संस्थानों से आए हैं. ये टीमें तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों का प्रतिनिधित्व कर रही हैं. इन समस्याओं का निकालेंगे समाधान वॉयस फ्रॉड से बचाव, एआई आधारित साइबर खतरे की पहचान, फिशिंग व स्पैम डिटेक्शन, मोबाइल फॉरेंसिक टूल्स, फेक न्यूज की पहचान बैंकिंग मनी लॉन्ड्रिंग ट्रेसिंग, दस्तावेजों की सुरक्षा, वीओआइपी कॉल्स ट्रैकिंग विजेताओं को कल मिलेंगे पुरस्कार 26 जून को आयोजित होने वाले समापन समारोह में तीन विजेता टीमों को नकद पुरस्कार दिए जाएंगे़ प्रथम पुरस्कार: 30,000 , द्वितीय पुरस्कार: 20,000 तथा तृतीय पुरस्कार: 10,000 रुपये है. Also Read: Bihar Crime: हिंदुस्तान-नेपाल सीमा पर पुल के नीचे मिला हैंड ग्रेनेड, बॉर्डर क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन शुरू The post Cyber ​​Crime: साइबर हैकाथॉन 2025 का शुभारंभ, देशभर से चयनित 14 टीमों के बीच 24 घंटे की चुनौती शुरू appeared first on Naya Vichar.

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AI से खुलेगा आपकी किस्मत का ताला! घर बैठे होगी मोटी कमाई, ये हैं 3 तरीके

AI Income Idea: क्या आपको नौकरी की चिंता सता रही है या फिर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) से नौकरी जाने की आशंका है. अगर इन दोनों बातों में से किसी एक भी समस्या से आप ग्रस्त हैं, तो उसे भूल जाइए. जिस एआई से आपको नौकरी जाने का खतरा सता रहा है, वही एआई आपकी मोटी कमाई का जरिया भी बन सकता है. आप घर बैठे मोटी कमाई कर सकते हैं और नौकरी का टेंशन आपके ईर्द-गिर्द नहीं फटकेगा. एआई से मोटी कमाई के तीन अहम तरीके है. आइए, इनके बारे में विस्तार से जानते हैं. एआई एनिमेटेड किरदार बनाकर वीडियो से कमाई आजकल सोशल मीडिया पर एआई से बने बबलू बंदर और डॉगेश जैसे किरदार छाए हुए हैं. इन्हें देखने वालों की संख्या लाखों में हैं और इन्हें बनाने वाले लोग घर बैठे लाखों रुपये कमा रहे हैं. चीन में इस ट्रेंड ने सीरीज का रूप ले लिया है, जहां लोग बिल्ली या अन्य एनिमल कैरेक्टर्स के जरिए कहानियां बना रहे हैं. ऐसे वीडियो बनाना बेहद आसान है. बस एक दिलचस्प कहानी, AI से बना किरदार और एक सिंपल वीडियो एडिटर चाहिए. टूल्स जैसे Kaiber, Sora, या Animai मददगार हो सकते हैं. आप इन वीडियो को YouTube, Instagram या Facebook पर पोस्ट करके विज्ञापन और ब्रांडिंग से कमाई कर सकते हैं. एआई की मदद से कंटेंट राइटिंग और चैट सपोर्ट अगर आपको लिखने या चैट करने में रुचि है, तो ChatGPT जैसे टूल्स से आप आर्टिकल्स, ब्लॉग्स, स्क्रिप्ट्स और प्रोडक्ट डिस्क्रिप्शन तैयार कर सकते हैं. इन्हें Fiverr, Upwork या Freelancer जैसे प्लेटफॉर्म्स पर बेचकर आप हर महीने 30,000 रुपये से 1 लाख रुपये तक कमा सकते हैं. इसके अलावा, इंटरनेशनल कंपनियां AI Chat Support के लिए भी हायर कर रही हैं, जहां आप चैट में ग्राहकों के सवालों के जवाब देकर पैसे कमा सकते हैं. इसमें भाषा का अच्छा ज्ञान और प्रोफेशनल व्यवहार होना जरूरी है. इसे भी पढ़ें: FASTag Annual Pass: गाड़ी मालिकों को फायदा तो टोल ऑपरेटरों को नुकसान, क्रिसिल ने किया आगाह एआई वॉइस से वॉइसओवर और ऑडियो कंटेंट अब वॉइसओवर के लिए न महंगा स्टूडियो चाहिए, न प्रोफेशनल वॉयस. टूल्स जैसे ElevenLabs, Murf AI या Play.ht से आप सिर्फ टेक्स्ट डालकर प्रोफेशनल आवाज बना सकते हैं. इन वॉइसओवर का इस्तेमाल यूट्यूब वीडियो, रील्स, पॉडकास्ट या क्लाइंट्स के लिए किया जा सकता है. आप अपनी वॉइस सेवाएं Fiverr पर बेच सकते हैं या खुद का ऑडियो चैनल शुरू करके Revenue Generate कर सकते हैं. इसे भी पढ़ें: संजय कपूर की मौत के बाद किसे मिली कंपनी की जिम्मेदारी, अरबों की संपत्ति के थे मालिक The post AI से खुलेगा आपकी किस्मत का ताला! घर बैठे होगी मोटी कमाई, ये हैं 3 तरीके appeared first on Naya Vichar.

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पतंजलि और देश के प्रतिष्ठित तीन विश्वविद्यालयों के बीच एमओयू

Patanjali MoU: पतंजलि विश्वविद्यालय, पतंजलि अनुसंधान संस्थान एवं देश के तीन प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू कार्यक्रम में प्रो इंद्र प्रसाद त्रिपाठी, कुलगुरु, राजा शंकर शाह विश्वविद्यालय, छिंदवाड़ा(मध्य प्रदेश), डॉ संजय तिवारी, कुलगुरु, हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग(छत्तीसगढ़) एवं प्रो भरत मिश्रा, कुलगुरु, महात्मा गांधी चित्रकूट ग्रामोदय विश्वविद्यालय, चित्रकूट(मध्य प्रदेश) उपस्थित रहे. सभी विद्वतजनों ने पतंजलि में हो रहे राष्ट्र निर्माण के कार्यो की प्रशंसा की. ऋषि क्रांति, योग क्रांति तथा शिक्षा क्रांति से देश के लाखों लोगों को लाभ इस अवसर पर पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलगुरु डॉ आचार्य बालकृष्ण जी ने पतंजलि द्वारा किये जा रहे इतिहास लेखन, वनस्पति शास्त्र लेखन, निदान ग्रंथ, विश्व भेषज संहिता सहित अन्य शास्त्रों के विषय में विस्तारपूर्वक बताया. उन्होंने कहा कि ऋषि क्रांति, योग क्रांति तथा शिक्षा क्रांति की यह यात्रा देश के लाखों लोगों को इसी प्रकार लाभान्वित करती रहेगी ऐसा हमें पूर्ण विश्वास है. The post पतंजलि और देश के प्रतिष्ठित तीन विश्वविद्यालयों के बीच एमओयू appeared first on Naya Vichar.

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यहां सिगरेट से होती है आरती और चढ़ती है शराब, भारत के दो मंदिरों की कहानी कर देगा हैरान

Sawan Special News, Up Unique Temple: 11 जुलाई से सावन के पवित्र महीने की शुरुआत हो रही है. इस महीने बाबा भोलेनाथ के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है, जहां हर कोई अपने-अपने तरीके से भोलेनाथ को प्रसन्न करने की कोशिश करता है. यूं तो हर मंदिर का अपना एक अलग महत्व होता है. मगर उत्तर प्रदेश के दो ऐसे मंदिर हैं, जहां पूजा का अंदाज इतना अनोखा है कि जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे. आइए जानते हैं इन मंदिरों की अनसुनी और अद्भुत कहानियां. मेरठ का धन्ना बाबा धाम: जहां सिगरेट से होती है आरती! जी न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक मेरठ जिले के कंकरखेड़ा के कासमपुर गांव में एक ऐसी समाधि है, जिसे लोग श्रद्धा से बाबा धन्ना (Dhanna Baba) का दरबार कहते हैं. यहां भक्तों की आस्था इतनी अनूठी है कि धूपबत्ती या अगरबत्ती नहीं, बल्कि सिगरेट से बाबा की आरती की जाती है. कहते हैं ऐसा करने से बाबा प्रसन्न होते हैं और भक्तों की हर मनोकामनाएं पूरी करते हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो बॉलीवुड अभिनेता सुनील दत्त भी यहां मन्नत मांग चुके हैं. बताया जाता है कि बेटे संजय दत्त की जमानत के लिए उन्होंने बाबा के दरबार में माथा टेका था और मन्नत पूरी होने पर वह फिर से बाबा का शुक्रिया अदा करने पहुंचे थे. Also Read: Chanakya Niti: जवानी की इन गलतियों की सजा जीवनभर भोगता है इंसान, मरते दम तक चेहरे पर नहीं आती मुस्कान बाबा धन्ना को माना जाता है मां मंशा देवी का परम भक्त यहां की परंपराओं में खील-बताशा, चना-गुड़ प्रसाद के रूप में चढ़ता है. विशेष अवसरों पर मीट भी चढ़ाया जाता है. बाबा धन्ना को मां मंशा देवी का परम भक्त माना जाता है और उनकी समाधि आज भी लोगों के लिए आस्था का केंद्र है. सीतापुर का खबीस बाबा मंदिर सीतापुर जिले के अटवा गांव में स्थित है खबीस बाबा (Khabis Baba) का मंदिर, जहां शिवलिंग पर दूध या गंगाजल नहीं, बल्कि भक्त शराब अर्पित करते हैं. मान्यता है कि खबीस बाबा को शराब चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यहां पर पूजा करने आने वालों को एक और दिलचस्प नजारा दिखता है. मंदिर के चारों ओर बंदरों का झुंड जमा रहता है. ये बंदर भक्तों द्वारा चढ़ाई गई शराब पीते हैं. यहां आने वाले लोग शराब की बोतलें और गिलास मंदिर के पास रखकर मन्नत मांगते हैं. Also Read: Monsoon Getaways In India : मानसून के मौसम में घूमने के लिए हिंदुस्तान के बजट फ्रेंडली डेस्टिनेशन The post यहां सिगरेट से होती है आरती और चढ़ती है शराब, हिंदुस्तान के दो मंदिरों की कहानी कर देगा हैरान appeared first on Naya Vichar.

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बेतिया में ऑपरेशन के दौरान जच्चा बच्चा की हुई मौत, परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरो

बेतिया, चंद्र प्रकाश आर्य: जिले के बगहा नगर थाना क्षेत्र के चखनी छतरौल में स्थित ‘स्काई हेल्थ केयर’ अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान जच्चा-बच्चा की मौत की समाचार सामने आई है. यह घटना बुधवार की है जहां 20 वर्षीय मुन्नी देवी और उसके नवजात शिशु की सिजेरियन डेलिवेरी के दौरान मौत हो गई. मृतक के परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया और मृतक के शव को अस्पताल के बहार रख कर खूब हंगामा मचाया और न्याय की मांग की.  स्काई हेल्थ केयर अस्पताल में हुई मौत  जानकारी के अनुसार मुन्नी देवी को मंगलवार को प्रसव पीड़ा होने पर अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद बुधवार को करीब 10 बजे मुन्नी देवी को अनुमंडल अस्पताल से बेतिया के लिए रेफेर कर दिया गया. परिजनों ने बताया की अस्पताल की आशा कर्मचारी गंगाधर देवी के कहने पर बेतिया न लेजाकर ‘स्काई हेल्थ केयर’ अस्पताल ले आएं. यहीं कथित झोला छाप डॉक्टर मनोज यादव ने ऑपरेशन किया, ऑपरेशन के दौरान ही मुन्नी देवी और उसके नवजात शिशु की मौत हो गई. दो साल पहले हुई थी मृतका की शादी  घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और परिस्थिति को नियंत्रण में लिया. पुलिस ने आरोपी डॉक्टर को हिरासत में ले लिया है. वहीं मृतका के भाई चंदन कुमार ने बताया कि मुन्नी की शादी मात्र 2 साल पहले धनहा के रविंद्र राम से हुई थी और यह उसका पहला बच्चा था. हाल के दिनों में मुन्नी देवी अपने माइके बंचहरी में रह रही थी. नवजात  शिशु के शव का ठिकाना नहीं चंदन कुमार ने बताया की घटना के बाद ही उन्होंने 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस मौके पर पहुंची और डॉक्टर को हिरासत में लेने के साथ-साथ शव को पोस्टमॉर्टम के लिये अनुमंडल अस्पताल भेजा. हालांकि नवजात  शिशु के शव का कोई पता ठिकाना नहीं है. बिहार की ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें आरोपी डॉक्टर गिरफ्तार नगर थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि डॉक्टर मनोज यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. परिजनों और स्थानीय ग्रामीणों कि मांग है की  ऐसे झोला छाप डॉक्टरों और फर्जी अस्पतालों पर कड़ी करवाई की जाए ताकी भविष्य में किसी और के साथ ऐसा न हो.(मृणाल कुमार की रिपोर्ट) इसे भी पढ़ें: UP के बाद बिहार पुलिस ने शुरू किया ‘ऑपरेशन लंगड़ा’, राज्य को अपराध मुक्त बनाने के लिए उठाया कदम The post बेतिया में ऑपरेशन के दौरान जच्चा बच्चा की हुई मौत, परिजनों ने डॉक्टर पर लगाया लापरवाही का आरो appeared first on Naya Vichar.

समस्तीपुर

समस्तीपुर मंडल द्वारा टिकट जांच से वित्तीय वर्ष 2025-26 में अब तक ₹15.11 करोड़ की राजस्व प्राप्ति

इस अवधि में 2.35 लाख बिना टिकट यात्रा के मामले पकड़े गए नया विचार न्यूज़ समस्तीपुर-  महाप्रबंधक,पूर्व मध्य रेल श्री छत्रसाल सिंह एवं प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक, पूमरे के आदेश तथा मंडल रेल प्रबंधक एवं वरीय मंडल वाणिज्य प्रबंधक, समस्तीपुर के दिशा निर्देशन में समस्तीपुर मंडल द्वारा वित्तीय वर्ष 2025-26 के प्रारंभ से अब तक (01 अप्रैल 2025 से 24 जून 2025) टिकट जांच के माध्यम से 2.35 लाख बिना टिकट यात्रा के मामले पकड़े गए जिनसे जुर्माने के रूप में ₹15.11 करोड़ की उल्लेखनीय राजस्व प्राप्ति की गई है, जो टिकटिंग व्यवस्था के प्रति मंडल की सजगता और सतत निगरानी का परिणाम है। विशेष रूप से, जून माह में मंडल द्वारा मेगा टिकट जांच अभियानों के अंतर्गत बगैर टिकट एवं अनियमित यात्रा करने वाले यात्रियों के विरुद्ध सघन कार्रवाई की गई। इसके प्रमुख विवरण निम्नानुसार हैं: 👉 दिनांक 24 जून 2025 को सबसे बड़े अभियान में 6,869 मामलों में ₹55.3 लाख की वसूली की गई। 👉दिनांक 17 जून 2025 को 6,575 मामलों में ₹53.1 लाख का राजस्व वसूला गया। 👉 दिनांक 10 जून 2025 को चलाए गए विशेष अभियान में 6,383 मामलों में कार्रवाई करते हुए ₹52.5 लाख का राजस्व अर्जित किया गया। इस प्रकार केवल जून माह में ही तीन बड़े अभियानों के माध्यम से कुल 19,827 मामलों में ₹1.70 करोड़ की राजस्व प्राप्ति हुई।यह उपलब्धि मंडल के वाणिज्य विभाग एवं टिकट जांच कर्मचारियों के संयुक्त प्रयासों का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

समस्तीपुर

लगमा स्थित काली मंदिर में हुई मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा व भागवत कथा का शुभारंभ

नया विचार न्यूज़ सरायरंजन– प्रखंड की मुसापुर पंचायत लगमा गांव में कालीमंदिर में काली की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के प्रसाद श्रीमद् भागवत कथा का शुभारंभ हुआ। कथावाचक माध्वाचार्य जी महाराज के द्वारा कथा का शुभारंभ किया गया। कथा के पांचवें दिन कथावाचक ने कहा कि भगवान श्री कृष्ण सोलहों कला से पूर्ण हैं,जबकि भगवान श्रीराम 12 कला से पूर्ण हैं। श्रीमद्भागवत कथा को सुनने से तन मन में सुखद अनुभूति होती है। इसलिए जहां कहीं भी श्रीमद्भागवत कथा हो, उसे अवश्य सुनें। लगमा गांव में आयोजित भागवत कथा सुनने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु श्रोता पहुंच रहे हैं। भागवत कथा के आयोजन से गांव में भक्तिमय माहौल बना हुआ है। मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा एवं भागवत कथा को सफल बनाने में लगमा गांव के सभी श्रद्धालु सक्रिय सहयोग कर रहे हैं।

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Bihar Politics: बिहार में लाल और हरे रंग के समीकरण से वोटरों को साधने में जुटा राजद-भाकपा माले

Bihar Politics: भाकपा माले ने पिछली दफा 19 की जगह करीब दोगुनी 45 सीटों की चाह जतायी है. भाकपा माले का मानना है कि उसका स्ट्राइक रेट सबसे हिट रहा है. इससे जहां उसकी ताकत बढ़ी, वहीं उसके वोट की ताकत से राजद को भीह सीटों का इजाफा हुआ है. माले मगध, शाहाबाद, सारण प्रमंडल में पहले से मजबूत स्थिति में है. इसका असर पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में देखने को मिला है. माले का दावा है कि राजद ने ऐसी बहुत सीटें जीती है, जहां भाकपा-माले काफी मजबूत स्थिति में रही है. साथ ही , राजद के एमवाइ समीकरण में माले का दलित और इबीसी वोट का लाभ दोनों दलों को मिल रहा है. इन इलाकों में उम्मीदवार उतारने में जुटी है पार्टी भागलपुर, दरभंगा, मुंगेर और कोसी क्षेत्र में अबतक उनके लिए कमजोर सीटें रही है. जहां लगातार मेहनत के बाद भी उन्हें सफलता नहीं मिल रही है. 2025 चुनाव में इन सभी इलाकों में पार्टी ने दावा जताया है. इसके लिये पार्टी तैयारी में जुटी है. माले का मानना है कि इन इलाकों में राजद भी बढ़त बनाने में नाकाम ही रही है. ऐसे में अगर इन क्षेत्रों में माले को टिकट मिलेगा, तो वहां महागठबंधन बेहतर करेगा. पार्टी ने बदलो प्रशासन-बदलो बिहार यात्रा (18–27 जून) से शाहाबाद, मगध, सारण‑चंपारण, मुज़फ़्फरपुर‑दरभंगा जोन में आयोजित है. इसमें जनसंवाद, धरना‑प्रदर्शन के माध्यम से स्थानीय मुद्दों को उठाया जा रहा है. ऐसे मजबूत होता गया माले माले 1990 में आइपीएफ के नाम से चुनाव मैदान में आया था. इस चुनाव में उसने 82 उम्मीदवारों को उतारा था, जिनमें जीत सात को मिली. 1995 में माले ने 89 उम्मीदवार उतारे और छह सीटे जीती. 2000 में 107 पर उम्मीदवार और छह पर जीत हासिल हुई. 2005 के फरवरी में 109 उम्मीदवार दिये और सात पर जीत दर्ज की. 2005 के नवंबर में 85 में पांच सीटों पर जीत दर्ज किया. लेकिन ,2020 में जब महागठबंधन के साथ समझौता हुआ, तो माले को 19 सीटें मिली, जिसमें 12 सीटों पर जीत दर्ज हुई. वामदल के समझौता से नहीं मिली सीटें, लेकिन बढ़ा वोट बैंक माले ने 2010 में दूसरे वामदलों के साथ समझौता किया.इसके बाद उन्हें भले एक भी सीट नहीं मिली, लेकिन उनका हर क्षेत्र में वोट बैंक बढ़ा. चुनाव आंकड़ों को देखे, तो 2010 के चुनाव में माले को 5,20,352 वोट, भाकपा को 4,91,630, एसयूसीआई को 11,621, एफबी को 6,936 और आरएसपी को 3045 वोट मिले थे.इसके बाद 2015 में एक बार फिर से वामपंथी दलों के बीच समझौते के तहत माले ने 99 सीटों पर चुनाव लड़ा था, जिसमें तीन सीटों पर जीत हासिल हुई. आंकड़ों को देखे, तो माले 589852 वोट मिले. भाकपा ने 98 उम्मीदवार उतारे एक पर भी जीत नहीं मिली और 516699 वोट मिले. माकपा ने 43 सीट पर चुनाव लड़ा और एक भी सीट नहीं जीती, लेकिन वोट 232149 हजार मिला. एसयूसीआइ को 10 सीटों पर चुनाव लड़ा एक पर भी जीत नहीं, एफबी को नौ सीटों पर चुनाव लड़ा एक भी सीट नहीं मिली. वहीं, 16 सीटों पर कांटेस्ट नहीं था. कुल 229 सीटों पर चुनाव में उम्मीदवारों को उतारा गया था. Also Read: Bihar Politics: कांग्रेस के आइने में जातियों का अक्स, एक समावेशी नेतृत्व की तलाश The post Bihar Politics: बिहार में लाल और हरे रंग के समीकरण से वोटरों को साधने में जुटा राजद-भाकपा माले appeared first on Naya Vichar.

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आपातकाल की बरसी पर मां को याद कर क्यों भावुक हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास

Raghubar Das on Emergency Day| जमशेदपुर, संजीव भारद्वाज : झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और ओडिशा के पूर्व राज्यपाल रघुवर दास ने कहा है कि आपातकाल लगाकर संविधान की हत्या करने वाली कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं को संविधान की नैतिक दुहाई देने का कोई अधिकार नहीं है. कांग्रेस पार्टी की तत्कालीन प्रमुख और देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने बिना कैबिनेट की बैठक बुलाये आपातकाल लगाने के फैसले पर राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद से हस्ताक्षर करा लिये थे. कांग्रेस ने 60 वर्षों के शासनकाल में 90 गैर कांग्रेसी प्रशासनों को गिरा दिया. आपातकाल को स्कूली शिक्षा में शामिल करे केंद्र – रघुवर रघुवर दास ने कहा है कि केंद्र प्रशासन को स्कूली शिक्षा में आपातकाल के अध्याय को भी शामिल करना चाहिए, ताकि आनेवाली पीढ़ी संविधान के साथ मजबूती से खड़ी रहे. आपातकाल के 50 साल पूरा होने के अवसर पर साकची स्थित भाजपा कार्यालय में बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में रघुवर दास ने कहा कि आपातकाल के बाद देश की जनता ने कांग्रेस को करारा जवाब दिया और उसे सत्ता से उखाड़ फेंका. इमरजेंसी को हमेशा काले अध्याय के रूप में याद किया जायेगा – रघुवर दास भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रघुवर दास ने कहा कि स्वतंत्र हिंदुस्तान के इतिहास में आपातकाल काले अध्याय के रूप में हमेशा याद किया जायेगा. तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने विपरीत परिस्थितियों में सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने के लिए देश को परेशानियों में धकेला. बिना किसी आदेश के आरएसएस, आनंद मार्ग, जमात-ए-इस्लामी समेत समाजसेवी संगठनों के प्रमुख सदस्यों व देश की नेतृत्व में विपक्ष की आवाज बुलंद करने वाले अटल बिहारी वाजपेयी, लाल कृष्ण आडवाणी, मोरारजी देसाई व लोकनायक जयप्रकाश नारायण समेत देश के विपक्षी नेताओं जेल में ठूंस दिया गया. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें ‘इंदिरा गांधी ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का गला घोंट दिया’ उन्होंने कहा कि देश के नेताओं को जेल में डालकर उनके मौलिक अधिकारों का हनन किया गया. आपातकाल की घोषणा के साथ ही कई अखबारों के कार्यालयों की बिजली काट दी गयी. कई संपादक-पत्रकारों को जेल भेजकर लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का गला घोंट दिया गया. ऐसा करके कांग्रेस ने खुद को अंग्रेजी हुकूमत से भी क्रूर बताने का प्रयास किया. प्रेस को झुकाया गया, उस पर सेंसर लगाये गये. उन्होंने कहा कि जो भी आवाज आपातकाल के खिलाफ उठी, सबको कुचल दिया गया. बावजूद इसके भाजपा की पंच निष्ठा में एक निष्ठा मजबूत लोकतंत्र भी है. ‘12 जून को छात्र संघ चुनाव में कांग्रेस हारी, इंदिरा गांधी के खिलाफ आया फैसला’ रघुवर दास ने कहा कि आज लोकतंत्र की जड़ें इतनी मजबूत हैं कि आपातकाल जैसी परिस्थिति फिर से पैदा करने का कोई दल साहस नहीं करेगा. 12 जून को दो बड़ी घटनाएं हुई, पहली कांग्रेस छात्र संघ का चुनाव, जिसमें वह गुजरात में बुरी तरीके से हारी. दूसरी घटना इलाहाबाद की अदालत ने इंदिरा गांधी के खिलाफ फैसला दिया. मां को याद कर भावुक हुए रघुवर, बोले गिरफ्तारी के वक्त मां ने दी ताकत रघुवर दास प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अपनी मां को याद कर भावुक हो गये. कहा कि जब उनकी घर से रात के 2 बजे गिरफ्तारी हुई, तो मां न केवल मजबूती के साथ उनके साथ खड़ी थी, बल्कि उन्हें ताकत भी देतीं थीं. मां की आंखों में उमड़ा वह स्नेह उन्हें आज भी याद आता है. कहा कि आपातकाल लगने के दौरान कई दिनों तक वे अपना घर छोड़कर दूसरों के घरों में छिपते रहे. 6-7 जुलाई की रात 2 बजे रघुवर दास हुए थे गिरफ्तार रघुवर दास ने कहा कि 6-7 जुलाई की रात काफी बारिश हो रही थी. वे यह सोचकर अपने घर आ गये कि खराब मौसम में पुलिस नहीं आयेगी, लेकिन किसी समाचारी ने यह बात पुलिस को बता दी. रात के 2 बजे पुलिस ने उनके घर को घेर लिया. उन्होंने कपड़े पहने और बाहर निकले. एक माह तक उन्हें साकची जेल में रखा गया. फिर वहां से 16 अगस्त को गया जेल भेज दिया गया. वहां से निकलने के बाद भी पुलिस की उनको गिरफ्तार करने की योजना थी, लेकिन वे भागकर गुवहाटी चले गये और काफी दिनों तक वहीं रहे. एक साइकिल सवार राहगीर ने कहा- भाग जाओ, इमरजेंसी लग गयी है पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि वर्ष 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने जब देश पर आपातकाल थोपा, तो उस वक्त वे अपने साथियों के साथ भालूबासा (किशोर संघ) में बांस-पुआल से एक कार्यालय बना रहे थे. छात्र संघ की नेतृत्व के लिए. उसी वक्त एक साइकिल सवार राहगीर ने कहा, ‘जल्दी यहां से भागो… इमरजेंसी लग गयी है… किसी भी वक्त पुलिस आकर गिरफ्तार कर लेगी.’ रघुवर दास और उनके साथी वहीं थोड़ी देर के लिए छुप गये. आधे घंटे में ही पुलिस वहां पहुंची. कार्यालय बनाने के लिए रखे बांस-पुआल को उखाड़ ले गयी. इसे भी पढ़ें दिशोम गुरु शिबू सोरेन की हालत स्थिर, सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती हैं झारखंड के पूर्व सीएम Weather Alert: अगले 2 घंटे में झारखंड के 11 जिलों में वज्रपात का अलर्ट, हो जायें सावधान Tiger Havoc in Ranchi: रांची के मरदु गांव में किसान के घर में घुसा बाघ, तो लोगों ने क्या किया, जानकर रह जायेंगे दंग क्या है झरिया पुनर्वास संशोधित मास्टर प्लान! प्रभावितों को क्या-क्या मिलेगा, यहां पढ़ें The post आपातकाल की बरसी पर मां को याद कर क्यों भावुक हुए झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास appeared first on Naya Vichar.

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