Hot News

June 27, 2025

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Jagannath Rath Yatra 2025: शुभ मुहूर्त का इंतजार खत्म, मौसीबाड़ी को निकले प्रभु जगन्नाथ

सुबह से रात तक चला अनुष्ठान, हुआ नेत्रदान Jagannath Rath Yatra 2025: भगवान जगन्नाथ, बहन सुभद्रा और भाई बलभद्र 15 दिनों के एकांतवास के बाद गुरुवार को बाहर आये. जैसे ही भगवान का पट खोला गया, मंदिर परिसर में उपस्थित भक्तों ने हाथ जोड़कर जय जगन्नाथ की गूंज के साथ उन्हें प्रणाम किया. इस दौरान श्रद्धालुओं की खुशी देखते ही बन रही थी. स्त्रीओं और पुरुषों के लिए दर्शन के लिए अलग-अलग कतारों की व्यवस्था की गयी थी. सुबह भगवान की नित्य पूजा-अर्चना स्नान मंडप में की गयी. इसके बाद उन्हें हलुआ का भोग अर्पित किया गया. दोपहर 12 बजे अन्न भोग अर्पित करने के बाद पट बंद कर दिया गया. दोपहर तीन बजे के बाद पट खुला और भक्तों ने राधा-कृष्ण सहित अन्य देवी-देवताओं का दर्शन किया. शाम चार बजे भगवान को पुनः स्नान मंडप में लाकर नेत्रदान का अनुष्ठान संपन्न हुआ. पूजा-अर्चना, धूप-आरती, मालपुआ समेत विविध भोग अर्पित किये गये. इसके बाद 108 दीपों से मंगल आरती की गयी और भक्तों के बीच प्रसाद वितरित किया गया. रात नौ बजे भगवान को अंतिम भोग अर्पण कर मंदिर का पट बंद कर दिया गया. रथयात्रा की ऐतिहासिक झलक राजपरिवारों की पुरानी परंपरा आज भी जीवंत रातू. छोटानागपुर की ऐतिहासिक रथयात्रा रातू किला स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से आज निकाली जायेगी. बुधवार को मंदिर में भगवान श्रीजगन्नाथ का “नेत्रदान संस्कार” राजपुरोहित भोला नाथ मिश्रा व करुणा मिश्रा के सान्निध्य में संपन्न हुआ. इस परंपरा की शुरुआत वर्ष 1899 में रातू के 60वें महाराजा प्रताप उदय नाथ शाहदेव द्वारा की गयी थी, जिन्हें स्वप्न में भगवान श्रीजगन्नाथ के दर्शन हुए थे. उन्होंने पूरी से कारीगर बुलाकर नीम की लकड़ी से भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा और बलभद्र की मूर्तियां बनवाकर मंदिर की स्थापना की. रथयात्रा मंदिर से 500 मीटर दूर मौसीबाड़ी (शिव मंदिर) तक जाती है और उसी दिन वापस लौटती है. रथ पर राजपरिवार के सदस्य भी सवार होते हैं. जरियागढ़ में चढ़ाते हैं कटहल का महाप्रसाद कर्रा प्रखंड स्थित जरियागढ़ की परंपरागत रथयात्रा आज भी राजपरिवार और ग्रामीणों के सामूहिक प्रयास से पारंपरिक तरीके से निकाली जाती है. यहां दो रथ यात्रा निकाली जाती है. एक राजपरिवार की ओर से और दूसरी ग्रामीणों द्वारा निकाली जाती है. रथ यात्रा की शुरुआत राजपरिवार द्वारा झाडू लगाकर मार्ग शुद्धिकरण से होती है. भगवान को मौसीबाड़ी ले जाकर विशेष भोग अर्पित किया जाता है. जिसमें कटहल का प्रसाद विशेष रूप से तैयार किया जाता है. रथयात्रा में ढोल-मृदंग, घंटे और जयकारों के साथ नगर भ्रमण कर भगवान को पुनः मंदिर में स्थापित किया जाता है. सीआरपीएफ 94 बटालियन निकालती है रथयात्रा खूंटी जिले में रथयात्रा का आयोजन वर्ष 2011 से सीआरपीएफ 94 बटालियन द्वारा किया जा रहा है. रथयात्रा से पूर्व बटालियन परिसर में विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाती है, जिसमें अधिकारी, जवान और स्थानीय लोग सम्मिलित होते हैं. इस परंपरा की नींव तब पड़ी जब सीआरपीएफ 94 बटालियन की स्थापना वर्ष 1988 में ओडिशा के भुवनेश्वर में हुई थी. उस वर्ष 1988 में पहली बार रथयात्रा का आयोजन हुआ था. तब से यह धार्मिक परंपरा बटालियन के साथ चली आ रही है. सीआरपीएफ के जवान हर वर्ष धूमधाम से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकालते हैं और उत्सव मनाते हैं. बड़ाइक परिवार को बढ़ा रहा है आगे चोरटया, तोरपा के बढ़ाइक टोली स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर से निकाली जाने वाली रथयात्रा की परंपरा लगभग 200 वर्ष पुरानी है. नेतृत्व क्षेत्र के पुराने जमीदार बहाइक परिवार की ओर से किया जाता है. परिवार के सदस्य विजय सिंह बडाइक बताते हैं कि पहले सगड नाड़ी को रथ बनाकर यात्रा करायी जाती थी. वर्तमान में भहत्य मंदिर निर्माण कार्य प्रगति पर है. मूर्तियों की पूजा मुरहू के बारला गांव निवासी श्याम सुंदर कार करते हैं, जिनके पूर्वजों द्वारा यह सेवा करीब दो शताब्दियों से की जाती रही है. इधर, कोटेगसेरा गांव में 2013 से भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा निकाली जा रही है. यहां मंदिर में प्रतिदिन पांच बार भोग चढ़ाया जाता है. परंपराइटकी में 250 वर्षों रथयात्रा की परंपरा इटकी, रांची जिले के इटकी में स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर रथयात्रा का इतिहास करीष वर्ष पुराना है. यह परंपरा जम परिवार की पांचवी पीढ़ी द्वारा अब भी निभायी जा रही है. स रामेकर नाथ शाहदेव ने बताय उनके पूर्वज मंगलनाश साय यात्रा के बाद यहां मिट्टी का मा बनवाकर रथयात्रा की शुरु थी. बाद में उनकी दादी लक्ष्म के प्रयासों से वर्ष 1945 में एक मंदिर का निर्माण शुरू हुआ 1947 में मूर्तियों की स्थापना गयी. मंदिर की दो गुम्बज है ऊंचाई लगभग 80 फीट है. The post Jagannath Rath Yatra 2025: शुभ मुहूर्त का इंतजार खत्म, मौसीबाड़ी को निकले प्रभु जगन्नाथ appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

चेहरे की रंगत निखारनी है, तो ये डिटॉक्स वॉटर कर देगा कमाल

Beetroot Detox Water: सादा पानी तो अब पीते हैं लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि डिटॉक्स वॉटर के कितने फायदे हैं. अगर आप आज से ही डिटॉक्स वॉटर पीना शुरू करते हैं तो आपके शरीर में इतने सारे बदलाव होंगे जो आपको खुद देखने से नहीं पता चलेगा लेकिन अगर कोई ओर देखेगा तो जरूर पता चलेगा. आपको हर दिन अपने लिए अलग-अलग डिटॉक्स वॉटर बनाकर पीना चहिए. ये सिर्फ शरीर कि त्वचा को ही नहीं बल्कि अंदर से भी पूरे तरीके से साफ करता है. इसे बनाना भी काफी आसान है . चलिए आज आपको बताते हैं डिटॉक्स वॉटर बनाने की विधि.  डिटॉक्स वॉटर सामग्री 1 नींबू  1 चुकंदर  5 – 6 पुदीना के पत्ते 1 लीटर ठंडा पानी  1 छोटी चम्मच शहद  कैसे करें तैयार  सबसे पहले चुकंदर के छिलकों को उतार कर उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लेंगे.  इसके बाद एक कांच की बोतल में  पानी डालकर इसमें कटे हुए चुकंदर डालेंगे.  नींबू को भी छोटे -छोटे टुकड़ों में काट लेंगे और इसे भी पानी के अंदर डाल देंगे.  अब इसमें पुदीने के पत्ते और शहद डालेंगे. फिर इसे अच्छे से मिला लेंगे.  अब इसे फ्रिज में 4-5 घंटे के लिए रख देंगे.  सुबह होने के बाद इसे छान कर पूरे दिन इसे पीते रहेंगे. यह भी पढ़ें: Chili Garlic Soup Recipe: इस मानसून ट्राइ करें कुछ चटपटा,  घर पर बनाए रेस्टोरेंट स्टाइल सूप  क्या हैं इसे पीने के फायदे चुकंदर खून को साफ करता है और चेहरे पर गलो लेकर आता है, होने वाली दुल्हन को इसे जरूर पीना चहिए.  नींबू और अदरक शरीर से विषैले तत्व को निकलने में मदद करता है.  पुदीना के पत्ते पाचन क्रिया को सही करता है। इस ड्रिंक को दिन भर में खत्म करने से ये वजन घटाने में भी मदद करता है. यह भी पढ़ें: घर पर खाने का मन है तीखा और चटपटा तो झट से बनाए ये डिश The post चेहरे की रंगत निखारनी है, तो ये डिटॉक्स वॉटर कर देगा कमाल appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Rath Yatra 2025: रांची में आज निकलेगी महाप्रभु जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा, बारिश के बीच भी नहीं थमेगी आस्था

Rath Yatra 2025: झारखंड की राजधानी रांची में आज महाप्रभु जगन्नाथ की भव्य और ऐतिहासिक रथयात्रा निकलेगी. हजारों की संख्या में भक्त प्रभु का रथ खींचने मुख्य मंदिर पहुंचेंगे. श्रद्धालु प्रभु का रथ खींचकर उन्हें मौसीबाड़ी तक लायेंगे. आज से रांची में जगन्नाथ मेले की भी धूम होगी. हालांकि, रथयात्रा बारिश के बीच निकलने की संभावना है. बारिश के बीच निकलेगी रथयात्रा महाप्रभु का रथ सजधज कर तैयार बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर बनने और मॉनसून के अत्यधिक सक्रिय रहने के कारण राज्य के दक्षिणी इलाके में 30 जून तक वज्रपात के साथ रुक-रुक कर बारिश की संभावना है. ऐसे में संभावना है कि रथयात्रा बारिश के बीच निकलेगी. लेकिन जगन्नाथ स्वामी के प्रति आस्था और विश्वास में कोई कमी नहीं होगी. भक्त बारिश में भींगते हुए भगवान का रथ खींचने के लिए तैयार हैं. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें एकांतवास से लौटे महाप्रभु एकांतवास से लौटे महाप्रभु बता दें कि 15 दिनों के एकांतवास के बाद गुरुवार को महाप्रभु जगन्नाथ जगन्नाथ, बहन सुभद्रा व भाई बलभद्र भक्तों के बीच आये. गुरुवार सुबह भगवान की नित्य पूजा-अर्चना स्नान मंडप में हुई. प्रातः पूजा-अर्चना के बाद उन्हें हलुआ का भोग लगाया गया. फिर दिन के 12 बजे उन्हें अन्न भोग लगाया गया. शाम में 108 दीपों की मंगलआरती कर भगवान की नियमित पूजा अर्चना हुई. शुक्रवार को शाम पांच बजे से भगवान का रथ खींचा जायेगा. इससे पहले पूर्वाहन दो बजे भगवान को रथ पर विराजमान किया जायेगा. शुक्रवार को भगवान मौसीबाड़ी पहुंचेंगे. इस मौके पर श्रद्धालु उनके दर्शन के लिए जुटेंगे. इसे भी पढ़ें 505 करोड़ की बिरसानगर पीएम आवास योजना का हाल, 10 ब्लॉक के प्रथम तल में घुसा पानी रथयात्रा के दिन बारिश का अलर्ट रथयात्रा के दिन बारिश का अलर्ट मौसम विभाग के अनुसार, 27 जून को रथयात्रा के दिन रांची समेत कई जिलों में भारी बारिश का येलो अलर्ट है. राजधानी में दिन भर बादल छाये रहेंगे व रुक-रुक कर हल्के और मध्यम दर्जे की बारिश होगी. वहीं, 28 जून को रांची, कोडरमा, गुमला, खूंटी, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा, पश्चिमी व पूर्वी सिंहभूम तथा हजारीबाग में मध्यम व भारी बारिश की चेतावनी है. ऐसे में भक्त बारिश का आनंद लेते हुए जगन्नाथ मेला घूमेंगे. इधर, 29 जून को रांची, चतरा, हजारीबाग, लातेहार, रामगढ़ में भारी बारिश को चेतावनी को देखते हुए इन जिलों में “ऑरेंज अलर्ट” जारी किया गया है. इसे भी पढ़ें Kal Ka Mausam : बंगाल की खाड़ी में बना निम्न दबाव का क्षेत्र, झारखंड के इन 6 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी आज 27 जून 2025 को आपको कितने में मिलेगा 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर, यहां देखें Heavy Rain Alert: झारखंड के 3 जिलों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी, ऑरेंज अलर्ट जारी The post Rath Yatra 2025: रांची में आज निकलेगी महाप्रभु जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा, बारिश के बीच भी नहीं थमेगी आस्था appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Bihar Election : महागठबंधन में सीटों को लेकर घमासान, वाम दलों के बाद इस घटक दल ने आलापा राग

Bihar Election : पटना. महागठबंधन में सहयोगी दलों ने सीटों को लेकर राजद पर दबाव बनाना तेज कर दिया है. सीपीआई के राष्ट्रीय महासचिव डी राजा ने तेजस्वी यादव से 24 सीटों की मांग रखी तो एक बार फिर पप्पू यादव ने कांग्रेस के लिए कम से कम 90 सीटों की मांग कर दी. मुकेश सहनी और दीपंकर भट्टाचार्य भी अपनी-अपनी पार्टी के लिए सीटों का आंकड़ा दोहरे अंकों में चाहते हैं. हालांकि कांग्रेस नेता इस मामले में चुप हैं, लेकिन पप्पू यादव ने लगातार कांग्रेस की सीटों को लेकर बयान दे रहे हैं. ‘कांग्रेस के भरोसे पर ही महागठबंधन से जुड़ेंगे गरीब’ पप्पू यादव ने एक बार फिर सीट को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अपने एक्स पर पोस्ट कर लिखा है, “कांग्रेस को सौ सीटों को लक्ष्य बनाकर कम-से-कम 90 सीटों पर लड़ना चाहिए. बिहार में दलित, अति पिछड़ा, पिछड़ा अल्पसंख्यक, स्त्री, युवा और सभी समाज के गरीब कांग्रेस के भरोसे पर ही महागठबंधन से जुड़ेंगे. अन्यथा उनका भरोसा नहीं जागेगा. बिहार में विपक्ष को सभी वर्ग का वोट चाहिए, तभी बदलाव होगा.” कांग्रेस को 100 सीटों पर लड़ना चाहिए पप्पू यादव ने इससे पहले भी कई बार ये कहा है कि बिहार में कांग्रेस को कम से कम 100 सीटों पर लड़ना चाहिए. हालांकि अब वो 90 सीटों की बात कर रहे हैं. इससे ये साफ जाहिर है कि महागठबंधन के सभी घटक दल सीटों पर इस बार तो सम्मानजनक फैसले पर ही मानेंगे. हालांकि चुनाव नजदीक आते-आते तस्वीर साफ हो जाएगी. किस दल को कितने पर संतोष करना होगा ये तो समय ही बताएगा. महागठबंधन में सीट शेयरिंग का फार्मूला वैसे महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर जो बात चल रही है, उसके हिसाब से विधानसभा चुनाव में 243 विधानसभा सीटों में से महागठबंधन में आरजेडी 140, कांग्रेस 52, वाम दल 35 (इसमें सीपीआईएमएल, सीपीआई, सीपीएम शामिल हैं) और वीआईपी 15 सीटों पर लड़ सकती है. हालांकि ये अभी तय नहीं है एक अनुमान है. अगर पशुपति पारस की RLJP महागठबंधन में आते हैं तो उसे तीन चार सीटें दी जा सकती है. Also Read: छठ के बाद बिहार में विधानसभा चुनाव के आसार, 22 साल बाद आयोग जांच रहा वोटर लिस्ट The post Bihar Election : महागठबंधन में सीटों को लेकर घमासान, वाम दलों के बाद इस घटक दल ने आलापा राग appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

ईशान किशन अकेले नहीं, 5 मौके जब एक-साथ खेले भारत-पाक खिलाड़ी, जहीर, कुंबले और पुजारा जैसे दिग्गज शामिल

India-Pakistan Players Played Together for Same Team: हिंदुस्तानीय बल्लेबाज ईशान किशन और पाकिस्तानी तेज गेंदबाज मोहम्मद अब्बास इस समय काउंटी चैंपियनशिप 2025 में नॉटिंघमशायर के लिए एक साथ स्पोर्ट्स रहे हैं. इनकी फोटोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. दोनों देशों के बीच हालिया तनाव की वजह से किशन सुर्खियां बटोर रहे हैं और उन्हें सोशल मीडिया पर काफी तीखी आलोचना का सामना भी करना पड़ रहा है. हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब हिंदुस्तान-पाकिस्तान के खिलाड़ी एक साथ किसी एक टीम के लिए स्पोर्ट्स रहे हों. इससे पहले भी हिंदुस्तान और पाकिस्तान के टेस्ट क्रिकेटरों के एक ही काउंटी टीम में स्पोर्ट्सने के कई उदाहरण सामने आ चुके हैं.  हिंदुस्तान के विकेटकीपर-बल्लेबाज ईशान किशन के साथ नॉटिंघमशायर ने दो काउंटी मैचों के लिए शॉर्ट-टर्म करार किया है. वह यॉर्कशायर और समरसेट के खिलाफ होने वाले मैचों के लिए चयन के पात्र हैं. किशन दक्षिण अफ्रीका के काइल वेरेन की गैरमौजूदगी में टीम में शामिल किए गए हैं. अपने पहले मैच में किशन ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 87 रन की पारी स्पोर्ट्सी. हालांकि वे चर्चा में तब आए, जब मोहम्मद अब्बास के साथ विकेट के सेलीब्रेशन में किशन गले लगते नजर आए. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.  First ball behind the stumps, first catch in county cricket — Ishan Kishan wastes no time. 🔥@ishankishan51 #IshanKishan #TrentBridge pic.twitter.com/mftmSkDAh9 — 🧨 (@ishkibliss) June 23, 2025 कब-कब एक साथ स्पोर्ट्से हिंदुस्तान-पाकिस्तान के खिलाड़ी हिंदुस्तान और पाकिस्तान के खिलाड़ी काउंटी क्रिकेट में पहले भी एकसाथ स्पोर्ट्स चुके हैं. इनमें कई दिग्गजों का नाम शामिल है. बिशन सिंह बेदी और अनिल कुंबले से लेकर हरभजन और चेतेश्वर पुजारा तक इसमें शामिल हैं.  बिशन सिंह बेदी और मुश्ताक मोहम्मद/सरफराज नवाज – नॉर्थैम्पटनशायर  हिंदुस्तान और पाकिस्तान के बीच 1960/61 से लेकर 1978/79 तक आपसी क्रिकेट मुकाबले बंद थे. इस दौरान मुश्ताक मोहम्मद एक बेहतरीन बल्लेबाज और विश्वस्तरीय लेग स्पिनर नॉर्थैम्पटनशायर के नियमित सदस्य बन चुके थे. बिशन सिंह बेदी 1972 में इस काउंटी से जुड़े और 1977 तक मुश्ताक के साथ स्पोर्ट्से. जब हिंदुस्तान-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट फिर शुरू हुआ, तब यही दोनों अपने-अपने देशों की अगुवाई कर रहे थे. 1969/70 में इंग्लैंड के पाकिस्तान दौरे पर पुराने गेंद से रिवर्स स्विंग करवाने वाले खिलाड़ी थे सरफराज नवाज. सरफराज को नॉर्थैम्पटनशायर से कॉन्ट्रैक्ट मिला, लेकिन वहां की पिचें रिवर्स स्विंग के लिए मुफीद नहीं थीं. उन्होंने 1971-72 और फिर 1974 से टीम के लिए स्पोर्ट्सा. इस दौरान वे बेदी और मुश्ताक दोनों के साथ चार साल तक स्पोर्ट्से. जहीर खान और अजहर महमूद – सरे, 2004  सरे के लिए 2003 में जहीर खान ने एकमात्र मैच स्पोर्ट्सा, जहां उनका प्रदर्शन खास नहीं रहा, लेकिन उन्होंने अजहर महमूद के साथ स्पोर्ट्सा जो उस समय काउंटी के प्रमुख ऑलराउंडर थे. हरभजन सिंह और अजहर महमूद/मोहम्मद अकरम – सरे, 2005  2005 में मोहम्मद अकरम ने सरे में अजहर महमूद के साथ जुड़ाव किया, उसी साल हरभजन सिंह को भी टीम से जोड़ा गया. हरभजन ने उस साल पांच मैच स्पोर्ट्से और उनमें से किसी एक पाकिस्तानी खिलाड़ी के साथ स्पोर्ट्से, लेकिन दोनों के साथ एक साथ कभी नहीं. 2007 में जब वे फिर लौटे तो दोनों पाकिस्तानी खिलाड़ी टीम का हिस्सा नहीं थे. अनिल कुंबले और अजहर महमूद/मोहम्मद अकरम – सरे, 2006  हरभजन के दो चरणों के बीच अनिल कुंबले ने सरे के लिए कुछ मुकाबले स्पोर्ट्से. पूर्व नॉर्थैम्पटनशायर खिलाड़ी कुंबले ने 2006 में तीन मैच स्पोर्ट्से, जिनमें वे अजहर और अकरम दोनों के साथ शामिल हुए. चेतेश्वर पुजारा और मोहम्मद रिजवान – ससेक्स, 2022  पुजारा ने ससेक्स के लिए 2022 में जबरदस्त प्रदर्शन किया. उन्होंने आठ मैचों में 1,094 रन (औसत 109.40) बनाए, जिसके बाद वे टेस्ट टीम में भी लौटे. उस सीजन उन्होंने चार मैचों में मोहम्मद रिजवान के साथ टीम साझा की. ‘हमारा 19 नवंबर खराब किया था तो…’, रोहित शर्मा ने किया खुलासा 2023 विश्वकप हार के बाद का प्लान बुमराह के साथ इस खिलाड़ी का बाहर होना तय, दूसरे टेस्ट में ऐसी हो सकती है शुभमन गिल की प्लेइंग XI 2036 ओलंपिक मेजबानी के लिए बोली प्रक्रिया रुकी, हिंदुस्तान के लिए ये कारण बना रोड़ा; IOC अध्यक्ष ने बताया The post ईशान किशन अकेले नहीं, 5 मौके जब एक-साथ स्पोर्ट्से हिंदुस्तान-पाक खिलाड़ी, जहीर, कुंबले और पुजारा जैसे दिग्गज शामिल appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

‘मैं ही दूसरा लालू हूं…’, तेज प्रताप यादव ने खुद को बताया किंगमेकर, तेजस्वी को सीएम बनने का दिया आशीर्वाद

Bihar Chunav 2025: आरजेडी से निष्कासन और परिवार से बेदखली के बाद बिहार की सियासत में खलबली मचा चुके तेज प्रताप यादव ने खुद को अपने पिता लालू प्रसाद यादव का असली नेतृत्वक उत्तराधिकारी बताया है. एक मीडिया इंटरव्यू में तेज प्रताप ने कहा, “जो मुझे टारगेट कर रहे हैं, उन्हें पता है कि मैं ही दूसरा लालू यादव हूं. मेरी आवाज, अंदाज और सोच उन्हीं जैसी है, इसलिए सबको खटकता हूं.” तेज प्रताप ने इस बातचीत में खुद को पूरी तरह जमीन से जुड़ा नेता बताया और कहा कि वह आम लोगों के मुद्दों को उठाते हैं, बेखौफ रहते हैं, जैसे उनके पिता थे. खास बात यह रही कि उन्होंने अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव को बिहार का मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया, लेकिन खुद को नेतृत्व में किंगमेकर की भूमिका में रखने का दावा भी किया. “तेजस्वी सीएम बनें, हमें कोई आपत्ति नहीं” अपने छोटे भाई के प्रति नरम रुख दिखाते हुए तेज प्रताप ने कहा, “तेजस्वी अगर मुख्यमंत्री बनते हैं, तो बहुत अच्छा है. मेरा पूरा सपोर्ट उनके साथ है. मैं किसी से रंजिश नहीं रखता.” यह बयान ऐसे समय आया है जब उनके और तेजस्वी के बीच मतभेद की चर्चा जोरों पर है. निष्कासन पर बोले- यह साजिश है आरजेडी से 6 साल के लिए निष्कासन को लेकर तेज प्रताप ने पार्टी के भीतर की नेतृत्व पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा, “मुझे ही क्यों निकाला गया? पार्टी में ऐसे लोग भी हैं जो आरजेडी को नुकसान पहुंचा रहे हैं, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती. ये एक सोची-समझी साजिश है.” हालांकि, तेज प्रताप ने साफ किया कि उन्होंने न तो अपने माता-पिता पर और न ही भाई पर किसी तरह की साजिश का आरोप लगाया है. अनुष्का यादव विवाद और सोशल मीडिया पोस्ट तेज प्रताप हाल ही में अनुष्का यादव नाम की युवती के साथ वायरल तस्वीरों को लेकर विवादों में आए थे. उनके सोशल मीडिया अकाउंट से एक पोस्ट में दावा किया गया था कि दोनों 12 साल से रिलेशनशिप में हैं. पोस्ट कुछ देर बाद डिलीट हुआ और तेज प्रताप ने अकाउंट हैक होने की बात कही, लेकिन तब तक कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी थीं. इसी विवाद के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने उन्हें पार्टी से निष्कासित करने और परिवार से अलग करने का बड़ा फैसला लिया था. “अखिलेश से हैं पारिवारिक संबंध” सपा प्रमुख अखिलेश यादव से वीडियो कॉल की समाचार पर तेज प्रताप ने कहा कि उनके बीच पारिवारिक और व्यक्तिगत संबंध हैं. उन्होंने इसे नेतृत्व से अलग बताते हुए कहा कि मुश्किल वक्त में अपने लोग ही काम आते हैं. नेतृत्वक जमीन को तलाशने में जुटे हैं तेजप्रताप तेज प्रताप की हालिया गतिविधियां और बयानों से साफ है कि वे अपनी नेतृत्वक जमीन को एक बार फिर से तलाशने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि, आरजेडी से बाहर होने के बाद उनका अगला कदम क्या होगा, यह अभी स्पष्ट नहीं है. लेकिन इतना तय है कि वह खुद को ‘दूसरा लालू’ साबित करने के लिए हर मोर्चे पर डटे रह सकते हैं. Also Read: कोई 23 की उम्र में बना अफसर, कोई फैसलों से मचाता है हलचल! जानिए बिहार कैडर के 8 दबंग IAS के बारे में… The post ‘मैं ही दूसरा लालू हूं…’, तेज प्रताप यादव ने खुद को बताया किंगमेकर, तेजस्वी को सीएम बनने का दिया आशीर्वाद appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

हथियारों पर पाबंदी, पुलिस चौकस, मुहर्रम के लिए डीजीपी राजीव कृष्ण के सख्त आदेश जारी

UP News: उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्ण ने मुहर्रम के मद्देनजर राज्य की सभी पुलिस इकाइयों को सख्त निर्देश जारी किए हैं. उन्होंने कहा है कि किसी भी नए जुलूस मार्ग या नई धार्मिक प्रथाओं की अनुमति नहीं दी जाएगी और जुलूसों के दौरान हथियारों के प्रदर्शन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा. डीजीपी ने कहा कि मुहर्रम के आयोजन 27 जून से 6 जुलाई तक होंगे. इस दौरान राज्यभर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने और सांप्रदायिक सौहार्द सुनिश्चित करने के लिए व्यापक रणनीति तैयार की गई है. सोशल मीडिया की 24 घंटे निगरानी राज्य में असामाजिक और सांप्रदायिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सोशल मीडिया की 24 घंटे निगरानी के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस को किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट या अफवाह फैलाने वालों पर त्वरित कार्रवाई करने को कहा गया है. स्त्रीओं की सुरक्षा पर विशेष फोकस डीजीपी ने कहा कि मुहर्रम में स्त्रीओं की बढ़ती भागीदारी को ध्यान में रखते हुए संवेदनशील क्षेत्रों की पहचान कर वहां विशेष पुलिस तैनाती की जाएगी. पुलिस बल नियमित रूप से सुबह गश्त करेगा और सार्वजनिक स्थानों पर आपत्तिजनक पोस्टर या सामग्री न लगाने पर नजर रखेगा. प्रमुख आयोजनों में सीसीटीवी और ड्रोन से निगरानी की जाएगी. साथ ही सभाओं की वीडियोग्राफी कराई जाएगी ताकि पारदर्शिता बनी रहे. बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बाजारों पर बढ़ेगी चेकिंग डीजीपी राजीव कृष्ण ने कहा कि सार्वजनिक स्थानों जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, बाजार और धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा जांच बढ़ाई जाएगी. बम निरोधक दस्ते, आतंकवाद रोधी इकाइयां और श्वान दस्तों को भी आवश्यकतानुसार तैनात किया जाएगा. राज्य पुलिस को सतर्क रहने के निर्देश डीजीपी राजीव कृष्ण ने सभी जोनल एडीजी, पुलिस कमिश्नर, रेंज आईजी/डीआईजी और जिलों के एसएसपी/एसपी को निर्देश दिया है कि वे पूरी सतर्कता बरतें और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें. The post हथियारों पर पाबंदी, पुलिस चौकस, मुहर्रम के लिए डीजीपी राजीव कृष्ण के सख्त आदेश जारी appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Sarkari Naukri 2025: 10वीं पास के लिए इन विभागों में सरकारी नौकरी, SSC ने शुरू किए MTS के आवेदन

Sarkari Naukri 2025: कर्मचारी चयन आयोग (SSC) ने SSC MTS और हवलदार भर्ती 2025 का नोटिफिकेशन जारी कर दिया है. इसके साथ ही आवेदन प्रक्रिया 26 जून 2025 से शुरू हो चुकी है. यह भर्ती केंद्र प्रशासन के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों में ग्रुप-C नॉन-टेक्निकल पदों के लिए की जा रही है. इच्छुक उम्मीदवार SSC की वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर 24 जुलाई 2025 तक आवेदन कर सकते हैं. यहां आप SSC MTS 2025 की जाॅब डिटेल देखें. SSC MTS 2025: जरूरी तारीखें (Important Dates) आवेदन शुरू: 26 जून 2025 आवेदन की अंतिम तिथि: 24 जुलाई 2025 (रात 11 बजे तक) फीस भुगतान की अंतिम तिथि: 25 जुलाई 2025 सुधार विंडो खुलने की तिथि: 29 जुलाई 2025 सुधार विंडो बंद होने की तिथि: 31 जुलाई 2025 CBT परीक्षा की तिथि: 20 से 24 सितंबर 2025 योग्यता और उम्र सीमा (Eligibility-Age Limit) शैक्षणिक योग्यता: उम्मीदवार का 10वीं पास होना जरूरी है आयु सीमा: MTS और हवलदार (CBN): 18 से 25 वर्ष, हवलदार (CBIC): 18 से 27 वर्ष, आरक्षित वर्ग को नियमानुसार आयु में छूट दी जाएगी. Sarkari Naukri 2025: कितने पदों पर भर्ती होगी? SSC ने 2025 की भर्ती (Sarkari Naukri 2025) में कुल 1075 हवलदार पद घोषित किए हैं. MTS पदों की संख्या का खुलासा जल्द होगा. यह भर्तियां केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के लिए होती हैं, जिनमें नॉन-टेक्निकल स्टाफ की जरूरत होती है. किन विभागों में होंगी SSC MTS की भर्तियां? यह भर्ती हिंदुस्तान प्रशासन के कई बड़े विभागों के लिए होती है: गृह मंत्रालय विदेश मंत्रालय जल शक्ति मंत्रालय कपड़ा मंत्रालय केंद्रीय भूजल बोर्ड केंद्रीय सचिवालय प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) CBDT CBEC दूरसंचार विभाग साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग हिंदुस्तानीय पुरातत्व सर्वेक्षण केंद्रीय लोक निर्माण विभाग फिल्म प्रमाणन बोर्ड आदि. SSC MTS 2025: कौन-कौन से पदों पर होगी भर्ती? SSC MTS परीक्षा पास करने वाले उम्मीदवारों को विभिन्न पदों पर नियुक्त (Sarkari Naukri 2025) किया जा सकता है: मल्टी टास्किंग स्टाफ (MTS) ऑफिस अटेंडेंट केयरटेकर प्यून चौकीदार स्वीपर माली हाउसकीपिंग स्टाफ डिलीवरी बॉय लाइब्रेरी क्लर्क क्लर्क-कम-कंप्यूटर ऑपरेटर डेटा एंट्री ऑपरेटर. आवेदन कैसे करें? उम्मीदवार SSC की ऑफिशियल वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर लॉगिन करें, नोटिफिकेशन पढ़ें और दिए गए निर्देशों के अनुसार आवेदन फॉर्म भरें. फीस का भुगतान ऑनलाइन माध्यम से किया जा सकता है. इसे भी पढ़ें- Best BTech College 2025: IIT-NIT नहीं, फिर भी Toppers को पसंद है ये काॅलेज, Google और Microsoft में प्लेसमेंट इसे भी पढ़ें- CBSE Exams 2025: 10वीं और 12वीं की इन परीक्षाओं की डेटशीट जारी, यहां देखें पूरा शेड्यूल The post Sarkari Naukri 2025: 10वीं पास के लिए इन विभागों में प्रशासनी नौकरी, SSC ने शुरू किए MTS के आवेदन appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: अनुपमा को पीछे छोड़ तारक शो बना नंबर 1, भिडे़ ने सीरियल की शानदार TRP पर तोड़ी चुप्पी, कहा- ऊपर वाले से…

Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: सब टीवी का सबसे लंबे समय तक चलने वाला सिटकॉम तारक मेहता का उल्टा चश्मा (TMKOC) का ट्रैक इन दिनों बेहद मजेदार है. लेटेस्ट एपिसोड में भूत वाला ट्रैक दिखाया जा रहा है और इस वजह से ये शो इस हफ्ते टीआरपी में नंबर वन पर है. शो ने राजन शाही के पॉपुलर सीरियल अनुपमा को पीछे छोड़ते हुए नंबर वन की कुर्सी पर कब्जा कर लिया है. अब शो को दर्शकों से खूब सारा प्यार और सपोर्ट मिलने पर मेकर्स और कास्ट काफी खुश है. आत्माराम तुकाराम भिड़े का किरदार निभा रहे मंदार चंदवादकर ने फैंस को एक वीडियो के जरिया शुक्रिया कहा है. आत्माराम भिड़े ने शो के ब्लॉकबस्टर टीआरपी पर तोड़ी चुप्पी मंदार चंदवादकर ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है. उन्होंने टीआरपी लिस्ट में नंबर एक पर पहुंचाने के लिए दर्शकों को शुक्रिया अदा करते हुए कहा, इस वीडियो को बनाने की खास वजह ये है कि तारक मेहता का उल्टा चश्मा टीआरपी लिस्ट में नंबर वन पर आया है. बहुत खुशी की बात है हम सब के लिए, पूरी टीम के लिए. मैं बस यही कहना चाहता हूं आप सभी दर्शकों से कि ये सब आप लोगों की वजह से मुमकिन हुआ है. आप सभी का प्यार इतने सालों से लगातार मिल रहा है. ऊपर वाले से बस यही प्रार्थना है कि ऐसा ही प्यार हमें मिलता रहे. सबसे बड़ा थैंक्यू आप लोगों के लिए है. हम आपसे वादा करते हैं कि हम लोग ऐसे आपका मनोरंजन करते रहेंगे. एक बार फिर से आप सब का धन्यवाद. View this post on Instagram A post shared by Mandar Chandwadkar (@realmandarchandwadkar) फैंस ने किया ऐसे रिएक्ट मंदार चंदवादकर के वीडियो पर यूजर्स अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक मीडिया यूजर ने लिखा, आपकी पूरी टीम को बधाई. एक यूजर ने लिखा, आपका सीरियल बहुत अच्छा है. एक यूजर ने लिखा, सर भूतनी से डर तो नहीं गए. एक यूजर ने लिखा, चकोरी सबको डरा रही है. आप सब का शो हजार साल तक चले. यह भी पढ़ें– Box Office Report: काजोल की ‘मां’ ने इस साउथ फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर दी जोरदार पटखनी, ओपनिंग डे कलेक्शन में छोड़ा इतना पीछे The post Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: अनुपमा को पीछे छोड़ तारक शो बना नंबर 1, भिडे़ ने सीरियल की शानदार TRP पर तोड़ी चुप्पी, कहा- ऊपर वाले से… appeared first on Naya Vichar.

ताजा ख़बर, मुख्य खबर

Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: 17 साल बाद जेठालाल-बबिता के साथ अय्यर ने कहा शो को अलविदा? वजह जान चौंक जायेंगे

Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: सब टीवी का पॉपुलर सिटकॉम ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ (TMKOC) इन दिनों अपने हॉरर ट्रैक को लेकर सुर्खियों में है. वहीं, एक और बात जो दर्शकों को खटक रही है, वह है शो से कुछ अहम किरदारों की गैरमौजूदगी. हाल ही में समाचार थी कि शो में जेठालाल और बबिता का किरदार निभाने वाले दिलीप जोशी और मुनमुन दत्ता अभी ब्रेक पर हैं. इस बीच अब अपकमिंग ट्रैक भूतनी एपिसोड में ‘अय्यर’ यानी तनुज महाशब्दे भी नजर नहीं आ रहे हैं, जिसके बाद फैंस के बीच अफवाहों को जन्म दे दिया है कि क्या वह शो छोड़ चुके हैं? ऐसे में आइए बताते हैं आपको पूरा मामला क्या है. क्या तनुज महाशब्दे ने TMKOC को अलविदा कहा? ‘अय्यर’ और ‘बबीता जी’ की जोड़ी शो में जेठालाल के साथ हमेशा से मनोरंजन का तगड़ा डोज रही है. लेकिन हाल के एपिसोड्स में न केवल अय्यर बल्कि बबीता और जेठालाल भी गायब हैं. ऐसे में फैंस के मन में एक ही सवाल उमड़ रहा है कि आखिर यह तीनों है कहां? एबीपी की एक रिपोर्ट के अनुसार, शो के प्रोडक्शन हाउस ने पुष्टि की है कि शो की कहानी में बताया गया है कि अय्यर और बबीता महाबलेश्वर में छुट्टियां मना रहे हैं, जबकि जेठालाल बिजनेस ट्रिप पर हैं. इसी वजह से शो के यह मुख्य तीन चेहरे इन दिनों फैंस को नजर नहीं आ रहे हैं. मुनमुन दत्ता के शो में रहने की पुष्टि जहां मुनमुन दत्ता (बबीता) को लेकर शो के प्रोडक्शन ने पुष्टि की है कि वह अभी भी शो का हिस्सा हैं, वहीं अय्यर के बारे में स्पष्टता नहीं है. इससे ये अनुमान लगाया जा रहा है कि या तो अय्यर का किरदार फिलहाल स्क्रिप्ट में नहीं रखा गया है या अभिनेता खुद ब्रेक पर हैं. यह भी पढ़े: Box Office Report: ‘सितारे जमीन पर’, ‘कुबेर’ या ‘हाउसफुल 5’? बॉक्स ऑफिस पर किसकी लगी लॉटरी, जानें बॉक्स ऑफिस रिपोर्ट The post Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: 17 साल बाद जेठालाल-बबिता के साथ अय्यर ने कहा शो को अलविदा? वजह जान चौंक जायेंगे appeared first on Naya Vichar.

You have been successfully Subscribed! Ops! Something went wrong, please try again.

About Us

नयाविचार एक आधुनिक न्यूज़ पोर्टल है, जो निष्पक्ष, सटीक और प्रासंगिक समाचारों को प्रस्तुत करने के लिए समर्पित है। यहां राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज, तकनीक, शिक्षा और मनोरंजन से जुड़ी हर महत्वपूर्ण खबर को विश्लेषणात्मक दृष्टिकोण के साथ प्रस्तुत किया जाता है। नयाविचार का उद्देश्य पाठकों को विश्वसनीय और गहन जानकारी प्रदान करना है, जिससे वे सही निर्णय ले सकें और समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकें।

Quick Links

Who Are We

Our Mission

Awards

Experience

Success Story

© 2025 Developed By Socify

Scroll to Top