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July 4, 2025

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मंत्री कल विभिन्न योजनाओं का करेंगे कार्यारंभ व उदघाटन

चंद्रमंडीह. बिहार प्रशासन के विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुमित कुमार सिंह रविवार को चकाई में 24 करोड़ की लागत की विभिन्न योजनाओं का कार्यारंभ एवं उद्घाटन करेंगे. विधायक प्रतिनिधि राजीव रंजन पांडेय ने बताया कि कार्यक्रम से संबंधित सभी तरह की तैयारी पूरी कर ली गई है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post मंत्री कल विभिन्न योजनाओं का करेंगे कार्यारंभ व उदघाटन appeared first on Naya Vichar.

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नशे में धुत शराबी गिरफ्तार

हलसी. थाना क्षेत्र अंतर्गत दीरा गांव से शराब के नशे में धुत एक शराबी को गिरफ्तार किया गया है. जिसकी पहचान दीरा निवासी उपेंद्र सिंह के 40 वर्षीय पुत्र सूरज सिंह के रूप में है. हलसी थानाध्यक्ष रंजन कुमार ने बताया कि गुरुवार को देर शाम 112 टीम को सूचना मिली थी कि सूरज कुमार शराब पीकर गाली-गलौज व मारपीट कर रहा है. जिसके आधार पर कार्रवाई कर मामला दर्ज करते हुए शुक्रवार को आराेपित को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post नशे में धुत शराबी गिरफ्तार appeared first on Naya Vichar.

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bhagalpur news. गंगा के जलस्तर में वृद्धि, तीन परियोजनाओं के निर्माण पर लग सकता है ब्रेक

हर घंटे एक सेंटीमीटर की वृद्धि, 24 घंटे में 24 सेंटीमीटर बढ़ी गंगा गंगा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. शुक्रवार को नदी के जलस्तर में हर घंटे औसतन एक सेंटीमीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गयी, जो बीते 24 घंटे में कुल 24 सेंटीमीटर तक पहुंच चुकी है. जलस्तर में तेजी से हो रही इस बढ़ोतरी ने गंगा किनारे स्थित इलाकों के लोगों की चिंता बढ़ा दी है. इंजीनियरिंग कॉलेज, बाबूपुर मोड़ और मसाढ़ू गांव जैसे निचले इलाकों के लोग अब ऊंचे स्थानों की ओर जाने की तैयारी कर रहे हैं. स्थानीय लोगों में भय का माहौल है क्योंकि, उन्हें बीते वर्षों की बाढ़ की भयावहता याद आने लगी है. प्रशासनिक स्तर पर सतर्कता बढ़ायी जा रही है, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक अलर्ट जारी नहीं किया गया है. फिर भी लोग खुद सतर्क होकर जरूरी सामान सहेजने लगे हैं. जलस्तर बढ़ने का सीधा असर तीन बड़े इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स पर भी पड़ सकता है. इनमें पहला है विक्रमशिला समानांतर पुल निर्माण कार्य, दूसरा है सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) और तीसरा जलापूर्ति प्रोजेक्ट है, जिसका महत्वपूर्ण कार्य गंगा किनारे में स्थित है. जलस्तर इसी रफ्तार से बढ़ता रहा, तो इन तीनों परियोजनाओं पर अस्थायी रूप से कार्य रोकना पड़ सकता है. जल संसाधन विभाग की टीम हालात पर नजर बनाये हुए है. जलस्तर बढ़ने से जलापूर्ति प्रोजेक्ट पर भी मंडराया संकट बहुप्रतीक्षित जलापूर्ति प्रोजेक्ट का अधिकांश काम गंगा तट के पास चल रहा है, जहां पानी बढ़ने से निर्माण कार्य बाधित होने की आशंका गहरा गयी है. वाटर वर्क्स परिसर में गंगा किनारे बनायी जा रही बिल्डिंग का ढांचा तैयार हो चुका है, लेकिन फिनिशिंग का काम अब अस्थायी रूप से रुक सकता है. जलस्तर और बढ़ा, तो परिसर में किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य जोखिम भरा हो जायेगा. सबसे अधिक असर इंटक वेल के पास बनने वाले अप्रोच चैनल पर पड़ने वाला है. यह काम अभी तक शुरू ही नहीं हो सका है और अब कम से कम तीन महीने तक के लिए टालना पड़ सकता है. हालांकि, यह इलाका अभी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में है. इस बीच प्रोजेक्ट से जुड़ी दो जलमीनारों के लिए हाल ही में पानी का ट्रायल किया गया है, जिससे उम्मीद बनी हुई है कि समय मिलते ही बाकी कार्यों को गति दी जायेगी. 15 मई तक पूरा होना था कटाव निरोधक कार्य, अब भी अधूरा, बारिश ने बढ़ाई मुश्किल मसाढ़ू गांव को कटाव से बचाने वाला कार्य अधर में लटक गया है. 15 मई तक ही इस कार्य को पूरा किया जना था, लेकिन अब तक काम अधूरा है. पहले तय डेडलाइन के बाद विभाग ने 30 मई तक का टाइम एक्सटेंशन लिया, लेकिन दूसरी डेडलाइन में भी पूरा नहीं हो सका. करीब 1500 मीटर लंबे प्रोजेक्ट में अब तक केवल 825 मीटर हिस्से में ही कार्य पूरा हो पाया है. अब जब गंगा का जलस्तर लगातार तेजी से बढ़ रहा है, तो शेष कार्य रुकने की आशंका गहरा गयी है. विभागीय नियम के अनुसार यह कार्य एलडब्ल्यूएल (लो वाटर लेवल) के अंदर ही कराया जाना है. यह काम 26 करोड़ 22 लाख रुपये से हो रहा है. विभाग का दावा: घरों के पास का हिस्सा पूरा, बचा है खेतिहर वाले इलाके में विभागीय अधिकारियों का दावा है कि मसाढ़ू में घरों के आसपास का प्रमुख हिस्सा सुरक्षित कर लिया गया है और वहां कटाव निरोधक कार्य पूरा हो चुका है. केवल खेतिहर भूमि वाले इलाके में काम कराया जाना है. उनका कहना है कि फिलहाल कार्य जारी है, लेकिन यदि पानी और बढ़ता है, तो काम रोकना ही पड़ेगा. जलस्तर सामान्य होने के बाद बाकी कार्य पूरा किया जायेगा. कोट गंगा जलस्तर बढ़ने से अभी प्रोजेक्ट के कार्यों पर असर नहीं पड़ा है. जलस्तर में और ज्यादा बढ़ोतरी हो गयी या पानी ऊपर तक आ जायेगा, तो काम रोकना पड़ सकता है. जलापूर्ति योजना के अधीन इंटकवेल के नजदीक अप्रोच चैनल तो बनना मुश्किल हो जायेगा. एसटीपी के अधिकांश कार्य गंगा के ऊपर है. गंगा के किनारे कुछ कार्य है जो लगभग पूरा है. जो बचा हुआ है, उससे कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा. इसका ट्रायल तो शुरू हो गया रहता, बिजली कनेक्शन ही बाधक बना हुआ है. अखिलेश प्रसाद, कार्यपालक अभियंताबुडको, भागलपुर डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post bhagalpur news. गंगा के जलस्तर में वृद्धि, तीन परियोजनाओं के निर्माण पर लग सकता है ब्रेक appeared first on Naya Vichar.

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मगही स्कूल में पढ़ाई नहीं होने से अभिभावक आक्रोशित, मुख्य द्वार पर जड़ा ताला

लक्ष्मीपुर. प्रखंड अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय मगही में शिक्षकों की कमी व पढ़ाई नहीं होने से शुक्रवार को शिशु संग अभिभावकों स्कूल के मुख्य द्वार से लेकर सभी कमरों व कार्यालय में ताला जड़ दिया और प्रदर्शन किया. अभिभावकों व बच्चों का कहना था कि स्कूल में 700 शिशु नामांकित हैं. जबकि बच्चों को पढ़ाने के लिए मात्र पांच शिक्षक ही पदस्थापित हैं. इनमें एक शारीरिक शिक्षक हैं जो अक्सर बीमार रहने के कारण अनुपस्थित रहते हैं. शेष चार शिक्षकों में दो शिक्षक बीएलओ होने के कारण मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण कार्य में लगे हुए हैं. एक शिक्षक स्कूल के प्रभारी होने के कारण अक्सर कार्यालय के कार्य से प्रखंड मुख्यालय से लेकर जिला मुख्यालय का चक्कर लगाते रहते हैं. ऐसी स्थिति में मात्र एक शिक्षक के भरोसे 700 बच्चों की शिक्षा का भविष्य टिका है. अभिभावकों का कहना था कि शिक्षक की कमी के कारण बच्चों की पढ़ाई नही हो पा रही है. बिना पढ़े हर साल शिशु अपनी कक्षा में पास कर जाते हैं. लेकिन गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नही मिलने के कारण बच्चों को सामान्य चीजों की भी जानकारी नही हो पाती है. अभिभावकों ने यह भी बताया कि इस स्कूल में महादलित समुदाय के भी सैकडों की संख्या में शिशु प्रतिदिन स्कूल आते हैं. लेकिन एक भी टोला सेवक इस स्कूल में नहीं हैं. इस बाबत प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी श्रवण कुमार ने कहा कि जानकारी मिली है इसको संज्ञान में लिया गया है. इसकी जांच कर समस्या का समाधान किया जायेगा. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post मगही स्कूल में पढ़ाई नहीं होने से अभिभावक आक्रोशित, मुख्य द्वार पर जड़ा ताला appeared first on Naya Vichar.

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बंद घर का ताला तोड़कर चोरों ने की लाखों की चोरी

रामगढ़ चौक. थाना क्षेत्र अंतर्गत भंवरिया पंचायत के नदियामा गांव में गुरुवार रात्रि को एक बंद घर का ताला तोड़कर चोरों ने लाखों की चोरी कर ली. बताया जाता है कि चोरों ने सूने घर के दरवाजे की कुंडी तोड़कर घर के अंदर प्रवेश किया. जहां घर के अंदर जेवरात, कीमती कपड़े व नकदी सहित लाखों रुपये मूल्य के कीमती सामान पर हाथ साफ कर दिया. नदियामा गांव निवासी सीएम शर्मा के भाई नर्मदेश्वर सिंह ने बताया कि उनके भाई अपने दामाद के श्राद्धकर्म में दिल्ली चले गये थे. घर की देखरेख वे लोग ही कर रहे थे. जब शुक्रवार की सुबह दरवाजा खुला देखा और घर में प्रवेश किया तो ट्रंक, बक्सा एवं गोदरेज का लॉक टूटा था और सभी सामान गायब था. इसको लेकर लगभग 10 भर के सोने के गहने, कीमती कपड़े व 40 हजार रुपये नकद सहित लगभग 15 लाख रुपये की चोरी हो जाने का आवेदन थाना में दिया गया है. आवेदन के आलोक में थानाध्यक्ष मंटू कुमार घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच पड़ताल में जुट गये. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post बंद घर का ताला तोड़कर चोरों ने की लाखों की चोरी appeared first on Naya Vichar.

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चोरों ने नकदी व मोबाइल का की चोरी

झाझा. थाना क्षेत्र के बाबूबांक मोहल्ला में चोरों ने एक घर में घुसकर मोबाइल व नकदी की चोरी कर लिया. थाना में आवेदन देते हुए विनोद कुमार गुप्ता ने बताया कि हम सभी रात को सो रहे थे. तभी मेरे घर आये रिश्तेदार व अन्य की मोबाइल व नकदी की चोरों ने चोरी कर ली. थानाध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि मामला दर्ज कर पुलिस ने छानबीन कर रही है. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post चोरों ने नकदी व मोबाइल का की चोरी appeared first on Naya Vichar.

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‘पहला भारतीय प्रधानमंत्री बनकर…’ त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद में पीएम मोदी का संबोधन

PM Modi Trinidad and Tobago Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि ‘मैं इस प्रतिष्ठित सदन में आपसे बात करने वाला पहला हिंदुस्तानीय प्रधानमंत्री बनकर गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं. पीएम मोदी ने शुक्रवार को त्रिनिदाद एवं टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए कहा “इस महान राष्ट्र के लोगों ने दो उल्लेखनीय स्त्री नेताओं को चुना है- राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री. वे गर्व से खुद को प्रवासी हिंदुस्तानीयों की बेटियां कहती हैं. उन्हें अपनी हिंदुस्तानीय विरासत पर गर्व है. हमारे दोनों राष्ट्र औपनिवेशिक शासन की छाया से ऊपर उठे और साहस को अपनी स्याही और लोकतंत्र को अपनी कलम बनाकर अपनी कहानियां लिखीं.” #WATCH पोर्ट ऑफ स्पेन (त्रिनिदाद और टोबैगो): त्रिनिदाद एवं टोबैगो की संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “इस महान राष्ट्र के लोगों ने दो उल्लेखनीय स्त्री नेताओं को चुना है – राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री। वे गर्व से खुद को प्रवासी हिंदुस्तानीयों की… pic.twitter.com/Ni31pFAx9B — ANI_HindiNews (@AHindinews) July 4, 2025 हिंदुस्तान में लोकतंत्र जीवन जीने का तरीका- पीएम मोदी प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद को संबोधित करते हुए कहा कि आज दोनों देश आधुनिक विश्व में गौरवशाली लोकतंत्र और सशक्त स्तंभ के रूप में खड़े हैं. उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान में लोकतंत्र सिर्फ एक नेतृत्वक व्यवस्था नहीं है, यह हमारे लिए जीवन जीने का तरीका है. उन्होंने कहा कि हमें हमारी महान संस्कृति पर गर्व है. पीएम मोदी को मिला त्रिनिदाद और टोबैगो का सर्वोच्च नागरिक सम्मान शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को त्रिनिदाद और टोबैगो प्रशासन ने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान द ऑर्डर ऑफ द रिपब्लिक ऑफ त्रिनिदाद एंड टोबैगो से भी सम्मानित किया है. पीएम मोदी ने वहां की प्रशासन और लोगों का आभार जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि मैं इस सम्मान को 140 करोड़ हिंदुस्तानवासियों की ओर से एक साझा गौरव के रूप में स्वीकार करता हूं. The post ‘पहला हिंदुस्तानीय प्रधानमंत्री बनकर…’ त्रिनिदाद और टोबैगो की संसद में पीएम मोदी का संबोधन appeared first on Naya Vichar.

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Bihar: राज्य में आधी आबादी से पूरा वोट लेने की तैयारी में JDU

कृष्ण कुमार/पटना: राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव में आधी आबादी से पूरा वोट लेने की तैयारी में जदयू जुटा हुआ है. फिलहाल राज्य में करीब सात करोड़ 64 लाख मतदाता हैं. इसमें से स्त्री मतदाताओं की संख्या करीब तीन करोड़ 60 लाख है. इन सभी मतदाताओं तक जदयू अपना संदेश पहुंचाने की कोशिश कर रहा है. इसे लेकर नीतीश प्रशासन के कार्यकाल में स्त्री सशक्तिकरण के लिये विकास संबंधी कामकाज की जानकारी की याद स्त्री मतदाताओं को दिलाने की कार्ययोजना पर काम हो रहा है. इसके लिए एआइ तकनीक पर वीडियो बनाकर उसमें सभी कामकाज के मुख्य अंश को शामिल किया जा सकता है. इसके साथ ही एआइ तकनीक से ही कार्टून बनाकर भी स्त्री मतदाताओं तक संदेश पहुंचायी जा सकती है.  कंटेंट पर काम कर रही पार्टी की मीडिया  सूत्रों के अनुसार पार्टी की मीडिया टीम इन दिनों सभी तरह के कंटेंट पर काम कर रही है. इसके तहत सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नीतीश प्रशासन की उपलब्धियों और खासकर स्त्री सशक्तिकरण की उपलब्धियों को लगातार शेयर किया जा रहा है. इन सभी उपलब्धियों के बारे में पार्टी के कई नेता इसे जदयू का हक बताते रहे हैं. पार्टी नेताओं ने कई अवसरों पर कहा है कि नीतीश प्रशासन में जितना काम अब तक स्त्रीओं के विकास के लिए किया गया, उतना काम किसी प्रशासन में नहीं हुआ.  स्त्रीओं के लिए नौकरी से लेकर स्वरोजगार तक की सुविधा नीतीश प्रशासन में स्त्रीओं के लिए नौकरी से लेकर स्वरोजगार तक की सुविधा दी गयी. पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2006 में पंचायती राज संस्थाओं में स्त्रीओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था शुरू की. वर्ष 2006 में विश्व बैंक से कर्ज लेकर राज्य में स्वयं सहायता समूह का गठन किया और उसे ‘जीविका’ नाम दिया. इस स्वयं सहायता समूह की संख्या 10 लाख 63 हजार से भी अधिक हो गयी है जिसमें ‘जीविका दीदियों की संख्या एक करोड़ 35 लाख से ज्यादा हो गयी है.  Also read: पशु तस्करी पर पुलिस का बड़ा प्रहार, तीन गिरफ्तार, मास्टरमाइंड फरार शुरू हुई कई योजनाए  वहीं वर्ष 2007 में नगर निकायों में स्त्रीओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की शुरुआत की गयी. वहीं पुलिस की नौकरी में वर्ष 2013 से 35 प्रतिशत आरक्षण की शुरुआत की गयी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्ष 2016 से स्त्रीओं को प्रशासनी नौकरियों में भी 35 प्रतिशत आरक्षण की शुरुआत कर दी. वर्ष 2023 में मुख्यमंत्री स्त्री उद्यमी योजना शुरू की गयी. इसके तहत 10 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता दी जाती है. इसमें 50 फीसदी गैर-वापसी योग्य अनुदान के रूप में और शेष 50 फीसदी ब्याज मुक्त ऋण के रूप में दिया जाता है. The post Bihar: राज्य में आधी आबादी से पूरा वोट लेने की तैयारी में JDU appeared first on Naya Vichar.

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Bihar: दरवाजे पर पप्पू, अंदर कांग्रेस और सौदेबाजी में फंसी राजद की सांस

Bihar News: बिहार की सियासत में कभी कोई खिलाड़ी बोर्ड पर रहता है तो कभी मोहरे की शक्ल में इस्तेमाल होता है. सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव आज उसी नेतृत्वक ‘शतरंज’ का एक अनूठा सिपाही हैं जिनका हर कदम नजर आता है लेकिन चाल कौन चला रहा है ये हमेशा साफ नहीं होता. जन अधिकार पार्टी: खत्म हुई या छिपाई जा रही है? जन अधिकार पार्टी लोकतांत्रिक नाम लंबा है लेकिन आजकल ये पार्टी खुद नेतृत्वक लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर टिकी दिखती है. कागज पर इसका कांग्रेस में विलय हो चुका है पर जमीन पर न नेता को सीट मिली नहीं कार्यकर्ताओं को पहचान. कांग्रेस ने पप्पू यादव को लोकसभा चुनाव 2024 से पहले “घर में आने” की दावत तो दी लेकिन जैसे ही वो दरवाजे पर पहुंचे, उनको कहा गया “जरा ठहरिए…अंदर जगह देखनी है.” कांग्रेस की ‘डबल गेम थ्योरी’ दरअसल, कांग्रेस इस वक्त एक सियासी ब्लफ स्पोर्ट्स रही है. इधर पप्पू यादव को टिकट नहीं दिया, उधर राजद के पास ये ताश की गड्डी ले जाकर कह दिया है – देखो, अगर तुमने मनपसंद सीटें नहीं दीं तो हम पप्पू को उतार देंगे सीमांचल के मैदान में. सीमांचल में भले पप्पू यादव की पार्टी का खाता कभी नहीं खुला हो पर असर ऐसा है कि वोटों में सेंध अब भी लग सकती है. यही डर राजद को परेशान करता है और कांग्रेस को ‘बारगेनिंग पॉवर’ देता है. कांग्रेस की मौन रणनीति कि वह पप्पू यादव को पूरी तरह शामिल किये बिना उन्हें एक ”पॉवर प्रॉक्सी” के रूप में इस्तेमाल कर रही है. राजद की उलझन: ना निगलते बने, ना उगलते राजद भी जानता है कि पप्पू यादव की हाजिरी न हो तो कोसी व सीमांचल की लड़ाई आधी रह जाती है. लेकिन, पप्पू को लाना मतलब कांग्रेस को और सीट देना और ये राजद को मंजूर नहीं है. अब इसमें कांग्रेस का स्पोर्ट्स यह है कि पप्पू यादव को पूरी तरह अपनाया नहीं और पूरी तरह छोड़ा भी नहीं है. सीधे शब्दों में कहें तो कांग्रेस ने पप्पू यादव को सियासी शॉक एब्जॉर्बर बना दिया है. जब राजद उखड़ने लगे तो उन्हीं का नाम लेकर फिर से बैलेंस बना लो. जन अधिकार पार्टी : नेता जी आगे, संगठन पीछे पार्टी के नाम पर अब सिर्फ एक चेहरा बचा है वह हैं पप्पू यादव. बाकी तो जैसे राघवेंद्र कुशवाहा राजद में, रघुपति सिंह भाजपा में, भाई दिनेश भी राजद में और अखलाक अहमद जैसे ‘राष्ट्रीय अध्यक्ष’ को खुद ही नहीं पता कि वे पार्टी में हैं या नहीं. ‘कैंची’ नहीं चली, लेकिन डर बना रहा 2015 में हॉकी स्टिक, 2020 में कैंची छाप, और 2024 में निर्दलीय झंडा. हर बार पप्पू यादव ने चुनावी लड़ाई लड़ी, हारे, लेकिन चर्चा में रहे. अब 2025 सामने है और सवाल वहीं. क्या पप्पू यादव फिर मोहरा बनेंगे या इस बार कोई चाल खुद चलेंगे? Also read: AIMIM विधायक के पत्र ने बिहार में लाया सियासी तूफान, जानें किसे फायदा और किसे होगा नुकसान चुनावी धरातल पर सियासी तलवारबाजी नेतृत्वक जानकार बताते हैं, पप्पू यादव फिलहाल कांग्रेस के हथियार हैं, दोस्त नहीं. राजद के लिए वह रोक भी हैं और तोड़ भी और बिहार की जनता जो अभी देख रही है कि सीमांचल का यह बागी सांसद क्या इस बार खुद को साबित करेगाया फिर एक बार फिर किसी और के गेम प्लान का हिस्सा बन जायेगा. The post Bihar: दरवाजे पर पप्पू, अंदर कांग्रेस और सौदेबाजी में फंसी राजद की सांस appeared first on Naya Vichar.

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पटना: इंजीनियर बहाली में बढ़ी कटऑफ पर बवाल, कर्मचारियों ने दी आत्मदाह की चेतावनी

पटना, अनुज शर्मा: बिहार स्टेट पावर (होल्डिंग) कंपनी लिमिटेड में सहायक इंजीनियर से लेकर क्लर्क तक के पदों के लिए तकनीकी और गैर तकनीकी संवर्ग में लेवल 5 से लेवल 9 स्तर के 14 तरह के विभिन्न पदों पर बहाली के लिए हालिया संपन्न हुई आंतरिक भर्ती प्रक्रिया पर विवाद गहराता जा रहा है. तकनीकी संवर्ग के पदों के लिए परीक्षा देने वाले कर्मचारियों ने शुक्रवार को लामबंद होकर कटऑफ बढ़ाने पर तीखा विरोध दर्ज कराते हुए फैसला वापस लेने की मांग की. परीक्षा देने वाले कर्मचारियों के समर्थन में यूनियन भी उतर आई है. आरोप लगाया गया है कि प्रबंधन ने न सिर्फ पुराने नियमों की अनदेखी की, बल्कि बिहार प्रशासन के स्पष्ट निर्देशों को भी दरकिनार कर दिया है. इस मामले को लेकर कर्मियों ने प्रबंध निदेशक को सामूहिक पत्र भेजकर कहा है कि अगर न्यायोचित मूल्यांकन और पुरानी कटऑफ के आधार पर परीक्षाफल प्रकाशित नहीं किया गया, तो वे मुख्यालय में सामूहिक आत्महत्या को मजबूर होंगे. पत्र में इसे “हमारे जीवन की लीला समाप्त करने की अंतिम चेतावनी” बताया गया है. नया कटऑफ कटऑफ को बढ़ाया गया  ऊर्जा भवन में एकत्र हुए कर्मचारियों ने बताया कि वर्ष 2022 में जारी रोजगार सूचना संख्या-03/2022 (आंतरिक) के तहत पहले परीक्षा ली गई थी. दोनों संवर्ग के लिए कटऑफ का मानक समान था. लेकिन कंपनी ने उस परीक्षा को अपरिहार्य कारण बताते हुए रद्द कर दिया. इसके बाद सूचना संख्या-06/2024 जारी हुई, जिसमें गैर तकनीकी संवर्ग के लिए तो कटऑफ को यथावत रखा गया, लेकिन तकनीकी संवर्ग में पुराने नियमों को बदलते हुए कटऑफ को बढ़ा दिया गया. कर्मियों का यह भी आरोप है कि बिहार प्रशासन के कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग के संकल्प (ज्ञापांक-2374, दिनांक 16.07.2007) में स्पष्ट प्रावधान है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में सामान्य वर्ग के लिए न्यूनतम अर्हतांक 40%, पिछड़ा वर्ग के लिए 36.5%, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लिए 34% और एससी/एसटी व स्त्रीओं के लिए 32% निर्धारित है. तकनीकी कर्मियों को बाहर करने की साजिश प्रभावित कर्मियों और यूनियनों का आरोप है कि कटऑफ बढ़ाकर जानबूझकर निचले स्तर के तकनीकी कर्मचारियों को चयन प्रक्रिया से बाहर करने की साजिश रची जा रही है. कर्मचारियों का तर्क है कि जब पूर्व की आंतरिक नियुक्तियों और गैर-तकनीकी संवर्ग में जनरल के लिए न्यूनतम अर्हतांक 40% है, तो तकनीकी कर्मचारियों के लिए ही 60% का प्रावधान कैसे और क्यों लागू किया गया? बिहार स्टेट इलेक्ट्रिकसिटी एंपलाइज एसोसिएशन के महामंत्री संजीव कुमार शर्मा ने भी इस संबंध में सीएमडी को पत्र लिखकर एसोसिएशन की तरफ से विरोध प्रकट किया है. पुराना कटऑफ मूल्यांकन प्रणाली में भी नियमों का उल्लंघन?, नहीं मिले सीएमडी कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि प्रश्न अत्यंत कठिन और सिद्धांत आधारित (थ्योरी) थे, जबकि कंपनी की निदेशक मंडल की बैठक में स्पष्ट किया गया था कि केवल व्यावहारिक प्रश्न पूछे जाएंगे. बीएसपीएचसीएल के अधिकारी इस मामले में चुप्पी साधे हुए हैं. शुक्रवार को दोपहर करीब एक बजे कर्मचारी लामबंद हुए तो उनके पास संदेश आया कि सीएमडी प्रतिनिधिमंडल से मिलेंगे. पांच लोग पर्ची बनाकर दे दें. पर्ची ले जाने के बाद वही पदाधिकारी आये और बोले कि केवल दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल से मिलेंगे. करीब 40 मिनट तक सीएमडी के विजिटर कक्ष में इंतजार कराने के बाद एक स्त्री और एक पुरुष कर्मचारी वाले इस दो सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को सीएमडी के कक्ष तक ले जाया गया, लेकिन बाद में उनसे ज्ञापन लेकर वापस लौटा दिया गया. उनको बताया गया कि सीएमडी फिर किसी दिन मिलेंगे. बिहार की ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें कटऑफ वर्ग पहले अब सामान्य 40% 60% पिछड़ा वर्ग 36.5% 54.75% अत्यंत पिछड़ा वर्ग 34% 51% एससी/एसटी व स्त्रीएं 32% 48% इसे भी पढ़ें: Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे जीतन राम मांझी, बताया कौन बनेगा अगला मुख्यमंत्री The post पटना: इंजीनियर बहाली में बढ़ी कटऑफ पर बवाल, कर्मचारियों ने दी आत्मदाह की चेतावनी appeared first on Naya Vichar.

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