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July 4, 2025

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Ranchi News: बिरसा जू में शेर शशांक की मौत, पोस्टमॉर्टम में सामने आये कैंसर के लक्षण

Ranchi News | ओरमांझी, रोहित लाल महतो: रांची के ओरमांझी स्थित भगवान बिरसा जैविक उद्यान में गुरुवार को शशांक नाम के शेर की मौत हो गयी. प्रौढ़ावस्था में होने के कारण हाइब्रिड नर शेर शशांक के शरीर में नियमित रूप से सभी अंग काम भी नहीं कर रहे थे. पिछले एक महीने से उसका इलाज चल रहा था. लंबे समय से बीमार शशांक का इलाज उद्यान के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ ओमप्रकाश साहु की देखरेख में किया जा रहा था. पेट में कैंसर के लक्षण इसके अलावा रांची पशु चिकित्सा महाविद्यालय के विशेषज्ञ डॉ अभिषेक कुमार के द्वारा शशांक की जांच करवायी गयी. गुरुवार को जू में ही रांची पशु चिकित्सा महाविद्यालय के पैथोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एम के गुप्ता के नेतृत्व में शेर का पोस्टमॉर्टम किया गया. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें इस दौरान डॉ गुप्ता की टीम भी उनके साथ जुड़ी थी. पोस्टमॉर्टम के बाद डॉ गुप्ता ने नर शेर की मौत का कारण उसके पेट में कैंसर का लक्षण होना बताया. वहीं, गहन जांच के लिए मृत शेर के विभिन्न अंगों का सैंपल लेकर रांची पशु चिकित्सा महाविद्यालय भेजा गया है. हाइब्रिड नस्ल को संक्रमण का खतरा इस मामले में डॉ गुप्ता ने बताया कि हाइब्रिड नस्ल के वन्य जीव की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है एवं संक्रमण का खतरा भी हमेशा बना रहता है. इनकी औसत उम्र लगभग 15 से 16 साल होती है. जानकारी के अनुसार, शेर शशांक के पोस्टमॉर्टम के समय जैविक उद्यान के पदाधिकारी कर्मचारी एवं कर्मी भी मौजूद थे. इसे भी पढ़ें मानसून की बारिश को देखते हुए पूर्वी सिंहभूम में एनडीआरएफ की 30 सदस्यीय टीम तैनात, किया पहला रेस्क्यू 2014 में बिरसा जू लाया गया था शशांक मालूम हो कि शशांक नामक शेर को 2014 में बन्नरघटा चिड़िया घर बेंगलुरू से लाया गया था. जैविक उद्यान प्रबंधन के अनुसार वर्तमान में मृतक शशांक नामक शेर की उम्र 15 साल है. याद होगा की करीब एक महीने पहले 26 मई 2025 को उद्यान की प्रियंका नामक शेरनी की मौत लंबी उम्र होने के कारण किडनी फेल हो जाने से हो गयी थी. अब भगवान बिरसा जैविक उद्यान में एक शेर अभय और एक शेरनी शबरी बचे हैं. इसे भी पढ़ें बोकारो और धनबाद में बदलने वाला है मौसम, 3 घंटे में तेज हवाओं के साथ वर्षा-वज्रपात का येलो अलर्ट रांची में बारिश की रिमझिम फुहारों से भीगी सड़कें, IMD का येलो अलर्ट, जानें आपके जिले में कैसा रहेगा मौसम The post Ranchi News: बिरसा जू में शेर शशांक की मौत, पोस्टमॉर्टम में सामने आये कैंसर के लक्षण appeared first on Naya Vichar.

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Flood in Bihar: बांध के लिए वरदान बनेगा ‘तटबंध एम्बुलेंस’, नदियों में ऊफान से पहले नीतीश सरकार की बड़ी तैयारी

Flood in Bihar: पटना. बिहार प्रशासन ने बीमार बांधों के लिए ‘तटबंध एम्बुलेंस’ की व्यवस्था की है. जल संसाधन विभाग ने खतरनाक और अतिसंवेदनशील स्थलों पर तटबंध एम्बुलेंस की तैनाती की है, जिसमें एक ट्रैक्टर पर पोर्टेबल जेनरेटर, हैलोजन लाइट, ईसी बैग, नायलन क्रेट, खाली जिओ बैग एवं फिल्टर मटेरियल के साथ कम से कम दस मजदूरों को तैनात किया गया है. बाढ़ प्रक्षेत्र के कुल 3808 किलोमीटर तटबंध की निगरानी के लिए प्रत्येक एक किलोमीटर पर एक तटबंध श्रमिक की तैनाती की गई है. तटबंधों पर निगरानी एवं चौकसी के लिए पदाधिकारियों एवं श्रमिकों के अस्थाई आवासन, शौचालय एवं पेयजल की व्यवस्था की गई है. बाढ़ के दौरान खतरनाक तटबंधों की सुरक्षा के लिए क्षेत्रीय अभियंताओं को परामर्श देने के लिए अनुभवी व सेवानिवृत अभियंताओं की अध्यक्षता में कुल 11 बाढ़ सुरक्षा बलों का भी गठन किया गया है. सतत निगरानी का कोई और विकल्प नहीं जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि बाढ़ग्रसत क्षेत्रों में सतत निगरानी का कोई और विकल्प नहीं है. ऐसा कोई भी तटबंध का हिस्सा न छूटे, जहां वरिष्ठ अधिकारी का निरीक्षण न हुआ हो. साथ ही सभी स्थलों तक सुगम पहुंच सुनिश्चित की गई है. तटबंधों के आसपास स्थित जर्जर पुल एवं पुलियों की भी रिपोर्ट तैयार की गई है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष बिहार में बाढ़ की संभावित स्थिति से निपटने के लिए जल संसाधन विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं. विभिन्न नदियों पर अवस्थित अतिसंवेदनशील स्थलों को चिन्हित कर बाढ़-2025 से पूर्व कटाव निरोधक कार्य पूर्ण करा लिये गए हैं. बाढ़ अवधि के दौरान खतरनाक, अतिसंवेदनशील और संवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त मात्रा में बाढ़ संघर्षात्मक सामग्रियों का भंडारण कर लिया गया है. क्षेत्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना बिहार में 1 जून से 31 अक्टूबर तक बरसात का मौसम रहता है. इस दौरान विभिन्न जिलों में चिन्हित किए गये अतिसंवेदनशील व संवेदनशील स्थलों की विशेष निगरानी के इंतजाम किए गए हैं. इसके लिए विभिन्न स्तर पर केन्द्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष और क्षेत्रीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गई है. बाढ़ से बचाव के लिए राज्य की विभिन्न नदियों के कुल 394 स्थलों पर राज्य योजना, केन्द्र प्रायोजित व आपदा मद के तहत 1310.09 करोड़ रुपये की लागत से कटाव निरोधक कार्य पूरे हो चुके हैं. इनमें गंगा, कोशी, गंडक, बागमती, बूढ़ी गंडक, कमला बलान, महानंदा आदि नदी बेसिन शामिल हैं. बाढ़ के पूर्वानुमान के लिए पटना में बाढ़ प्रबंधन सुधार सहायक केंद्र के तहत गणितीय प्रतिमान केंद्र ने भी अपना काम शुरू कर दिया है. इस केंन्द्र के द्वारा गंगा नदी के बक्सर से कहलगांव तक सात स्थलों सहित विभिन्न नदियों के कुल 42 स्थलों पर बाढ़ का पूर्वानुमान 72 घंटे पूर्व उपलब्ध हो सकेगा. पड़ोसी देश नेपाल के साथ समन्वय पड़ोसी देश नेपाल में स्थित कोशी बराज एवं तटबंधों पर बाढ़ सुरक्षा के कार्य जल संसाधन विभाग द्वारा कराए जा चुके हैं. नेपाल के जल एवं मौसम विभाग से नेपाल उत्तर बिहार के विभिन्न नदी बेसिन में होने वाले वास्तविक वर्षापात और वर्षा के पूर्वानुमान की सूचना ससमय प्राप्त हो रही है. जल संसाधन विभाग के संपर्क पदाधिकारी काठमांडु स्थित अपने कार्यालय के द्वारा नेपाल एवं बिहार के बीच महत्वपूर्ण कड़ी का काम कर रहे हैं. बाढ नियंत्रण कोषांग के अंतर्गत सहायता केन्द्र का अधिष्ठापन 01 जून से किया जा चुका है, जिसके तहत प्रतिदिन 24 घंटे टॉल फ्री नं0-1800 345 6145, दूरभाष नंबर-0612-2206669, 0612-2215850 और मोबाईल नंबर-7463889706, 7463889707 कार्यरत है. Also Read: छठ के बाद बिहार में विधानसभा चुनाव के आसार, 22 साल बाद आयोग जांच रहा वोटर लिस्ट The post Flood in Bihar: बांध के लिए वरदान बनेगा ‘तटबंध एम्बुलेंस’, नदियों में ऊफान से पहले नीतीश प्रशासन की बड़ी तैयारी appeared first on Naya Vichar.

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Metro In Dino Star Cast Fees: 85 करोड़ के फिल्म में सारा- आदित्य या पंकज त्रिपाठी, किसे मिली सबसे ज्यादा फीस? जानें किसके हिस्से आई कितनी रकम

Metro In Dino Starcast Fees: अनुराग बसु अपनी लेटेस्ट फिल्म मेट्रो इन दिनों की वजह से चर्चा में है, जो आज यानी 3 जुलाई को सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है. फिल्म में एक बड़ी स्टारकास्ट नजर आ रही है, जिसमें अली फजल, फातिमा सना शेख, कोंकणा सेन शर्मा, आदित्य रॉय कपूर, अनुपम खेर, सारा अली खान, पंकज त्रिपाठी, नीना गुप्ता का नाम शामिल हैं. फिल्म में 6 लोगों की 6 कहानी है. एक्स पर आए रिव्यूज के मुताबिक फिल्म की कहानी दर्शकों के दिलों को छू गई है. आइए आपको बताते हैं फिल्म में काम करने के लिए किस स्टार को कितनी फीस मिली. मेट्रो इन दिनों के लिए अनुपम खेर- नीना गुप्ता को मिले इतने करोड़? फिल्म मेट्रो इन दिनों में अनुपम खेर और नीना गुप्ता अहम किरदार में दिखेंगे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अनुपम को फिल्म के लिए 3-5 करोड़ रुपये की फीस मिली है. जबकि नीना एक मूवी में काम करने के लिए 4 से 5 लाख रुपए लेती है. इसके अलावा फिल्म का हिस्सा फातिमा सना शेख है, जो आमिर खान की फिल्म ‘दंगल’ में काम करने के बाद काफी पॉपुलर हुई थी. रिपोर्ट्स के अनुसार, एक्ट्रेस एक फिल्म के लिए 1 करोड़ रुपये की फीस चार्ज करती है. सारा अली खान- आदित्य रॉय कपूर के हाथ लगे इतने करोड़ कोंकणा सेन शर्मा एक फिल्म में काम करने के लिए करीब 75 लाख से लेकर 1 करोड़ रुपये की तगड़ी फीस लेती है. इसके अलावा फिल्म मेट्रो इन दिनों में आदित्य रॉय कपूर की जोड़ी सारा अली खान के साथ बनी है. आदित्य एक मूवी के लिए 5 से 6 लाख रुपए की फीस लेते हैं, जबकि सारा के हाथ 3 करोड़ रुपए बतौर फीस लगे हैं. पंकज त्रिपाठी की फीस 4 करोड़ रुपए है और अली फजल एक मूवी में काम करने के लिए करीब 25 से 30 लाख रुपये की फीस लेते हैं. यह भी पढ़ें- Metro In Dino X Reviews: सारा- आदित्य रॉय कपूर की फिल्म मेट्रो इन दिनों लोगों को आई पसंद या किया निराश? यूजर्स बोले- 6 लोग, 6 स्टोरी और… The post Metro In Dino Star Cast Fees: 85 करोड़ के फिल्म में सारा- आदित्य या पंकज त्रिपाठी, किसे मिली सबसे ज्यादा फीस? जानें किसके हिस्से आई कितनी रकम appeared first on Naya Vichar.

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How To Grow Papaya Tree: अब घर पर उगाएं ताजा और हरा-भरा पपीता, बस अपनाएं ये आसान टिप्स

How To Grow Papaya Tree: क्या आपने कभी सोचा है कि जिस पपीते को आप बाजार से खरीदते हैं, वही ताजा, मीठा और पूरा ऑर्गैनिक फल अब आप अपने घर के आंगन या छत पर लगा सकते हैं. जी हां, आज हम आपको इस लेख में घर पर आसानी से पपीता का पेड़ लगाने के बारे में बताने जा रहे हैं. पपीता सिर्फ खाने में स्वाद नहीं, बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है. पपीता एक पौष्टिक फल है जो विटामिन A, C और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर होता है. इसके अलावा, ये पाचन सुधारने से लेकर इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए भी बहुत लाभकारी है. तो चलिए जानते हैं इस आर्टिकल में पपीता का पेड़ लगाने के बारे में विस्तार से.  पपीता का पेड़ लगाने का सही समय  जून से अगस्त (मानसून के महीने) मानसून में हवा और मिट्टी की नमी अधिक होती है जिससे पपीते का बीज इस मौसम में तेजी से अंकुरित होता है और पौधा जल्दी बड़ा होने लगता है.  फरवरी से अप्रैल (गर्मी की शुरुआत में) इस समय में पपीता का पेड़ लगन सबसे उपयुक्त माना जाता है क्योंकि इस मौसम में तापमान मध्यम होता है और पौधा अच्छी तरह बढ़ता है.  यह भी पढ़ें- How To Grow Jamun Tree: जामुन का पेड़ लगाने का सही तरीका और समय  पपीता का पेड़ कैसे लगाएं?  इसके लिए सबसे पहले आप एक पके हुए पपीते से बीज निकालें, फिर इसके बीजों को धोकर गूदे से अलग कर लें और इन्हें छांव में 1-2 दिन तक सुखा लें.  पपीते के बीजों को 40% आपके घर की मिट्टी, 30% गोबरऔर 30% बालू के मिश्रण में 1–2 सेंटीमीटर गहराई में बोकर हल्का पानी दें और लगभग 2 से 3 हफ्तों में इसे अंकुरण आने के लिए छोड़ दें.  पपीते के पेड़ की देखभाल कैसे करें?  How to grow papaya tree: अब घर पर उगाएं ताजा और हरा-भरा पपीता, बस अपनाएं ये आसान टिप्स 3 पपीते के पेड़ की देखभाल के लिए इसमें रोजाना थोड़ा-थोड़ा पानी दें. पेड़ को हर दिन 6 से 8 घंटे की सीधी धूप मिलनी चाहिए, जिससे वह अच्छी तरह बढ़ता है और मीठे फल देता है. कीड़ों से बचाने के लिए हर 10–15 दिन में नीम के तेल का छिड़काव करें और सूखे या कीड़े लगे हुए पत्तों को हटा दें. जब पौधा बड़ा होकर फल देने लगे तो उसे लकड़ी या बांस से सहारा दें. इससे पपीता का पौधा न अच्छा फल देगा और लंबे समय तक हरा-भरा भी बना रहेगा.  पपीते के पेड़ से फल कब आते हैं? How to grow papaya tree: अब घर पर उगाएं ताजा और हरा-भरा पपीता, बस अपनाएं ये आसान टिप्स 4 पपीते के पेड़ में फल 6 से 12 महीने बाद आना शुरू हो जाते हैं. इसमें फल आने के बाद पूरी तरह पकने में 2–3 महीने और लगते हैं.  यह भी पढ़ें- How To Grow Money Plant In Water: बालकनी को बनाना है सुंदर, इस तरह पानी में लगाएं मनी प्लांट The post How To Grow Papaya Tree: अब घर पर उगाएं ताजा और हरा-भरा पपीता, बस अपनाएं ये आसान टिप्स appeared first on Naya Vichar.

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सर जडेजा ने तोड़ दी BCCI की गाइडलाइन, लेकिन खुश है बोर्ड; सजा तो दूर की बात, जानें ऐसा क्या कर दिया

Ravindra Jadeja Broke BCCI Guidelines: इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में हिंदुस्तान (IND vs ENG) ने दो दिनों तक पूरा दबदबा बनाया. टॉस हारने के बाद बैटिंग करते हुए अपनी पहली पारी में टीम इंडिया ने 587 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया. कप्तान शुभमन गिल ने ऐतिहासिक दोहरा शतक लगाया, तो उनका साथ दे रहे रवींद्र जडेजा ने भी रिकॉर्ड पारी स्पोर्ट्सी. दोनों ने छठवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 203 रन की साझेदारी की. जडेजा की 89 रन की पारी ने कप्तान का ऐसा साथ दिया कि जहां हिंदुस्तान के लिए 300 रन भी भारी लग रहा था, वह 400 के पार पहुंच गया. हालांकि रवींद्र जडेजा ने इस पारी के लिए बीसीसीआई का एक नियम तोड़ दिया, हालांकि BCCI शायद ही जडेजा को इसके लिए कुछ भी कहे, दंडित करना तो दूर की बात होगी.  ईएसपीएन क्रिकइंफो की रिपोर्ट के मुताबिक रवींद्र जडेजा ने इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में स्पोर्ट्से जा रहे दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन बीसीसीआई द्वारा तय की गई नई स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOPs) का उल्लंघन किया. ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद बीसीसीआई ने यह नियम लागू किया था कि कोई भी खिलाड़ी अकेले मैदान पर नहीं जाएगा या वहां से लौटेगा, सभी को टीम बस से एक साथ आना-जाना होगा. हालांकि जडेजा अकेले ही मैदान पर पहुंच गए. उन्होंने यह नियम इसलिए तोड़ा ताकि वे मैदान में जल्दी पहुंचकर कुछ अतिरिक्त अभ्यास कर सकें, इससे पहले कि वह दोबारा बल्लेबाजी शुरू करें.  हालांकि, इस उल्लंघन को लेकर जडेजा पर किसी सजा की उम्मीद नहीं है. जडेजा को पता था कि हिंदुस्तान का निचला क्रम लीड्स में दो बार बुरी तरह ढह चुका है और इस बार वे पहले ही 211/5 के स्कोर से टीम को निकालने में आधा काम कर चुके थे. ऐसे में हिंदुस्तान एक बार फिर कम स्कोर पर ऑलआउट होने का जोखिम नहीं उठा सकता था. जडेजा 41 रन पर नाबाद थे और शुभमन गिल के साथ उनकी साझेदारी 99 रनों की थी, लेकिन नए गेंद का खतरा बना हुआ था. हालांकि उन्होंने धैर्य के साथ बल्लेबाजी की. अपनी बल्लेबाजी पर क्या बोले जडेजा जडेजा ने दूसरे दिन का स्पोर्ट्स समाप्त होने के बाद कहा, “मुझे कहीं न कहीं ऐसा लगा कि मुझे जाकर थोड़ी एक्स्ट्रा बल्लेबाजी करनी चाहिए क्योंकि गेंद अभी नई थी. मुझे लगा कि अगर मैं नई गेंद को झेल लूं, तो बाकी पारी आसान हो जाएगी. सौभाग्य से मैं लंच तक बल्लेबाजी कर सका और फिर वॉशिंगटन सुंदर ने भी शुभमन के साथ अच्छा स्पोर्ट्सा. इंग्लैंड में जितनी देर आप बल्लेबाजी करते हैं, उतना अच्छा होता है क्योंकि यहां आप कभी सेट महसूस नहीं करते. किसी भी समय एक गेंद स्विंग होकर आपकी किनारी ले सकती है या बोल्ड कर सकती है.” जडेजा ने इंग्लैंड के लिए खड़ी कर दी परेशानी अर्धशतक तक पहुंचने के बाद उन्होंने अपनी तलवारबाजी वाली सेलिब्रेशन दिखाई. हालांकि शतक के नजदीक पहुंचे जडेजा एक और रिकॉर्ड बनाते लेकिन जोश टंग की एक बाउंसर गेंद पर 89 रन पर आउट हो गए. गिल के साथ उनकी 203 रनों की साझेदारी पर जडेजा ने कहा कि वह बल्ले से योगदान देने को लेकर संतुष्ट हैं. जडेजा अक्सर इंग्लैंड की टीम को परेशान करते रहे हैं. उनकी आदत होती है कि वो फ्रंट फुट पर स्पोर्ट्सकर सीधे पिच के बीचों-बीच दौड़ते हैं, जिससे इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स नाराज़ हो गए. स्टोक्स ने कई बार अंपायर्स से शिकायत की, भले ही जडेजा बाद में खतरे वाले एरिया से बचते नजर आए. IND vs ENG 2nd Test मैच का अब तक का अपडेट मैच की बात करें, तो हिंदुस्तान के 587 रनों के जवाब में इंग्लैंड ने दिन का स्पोर्ट्स समाप्त होने तक तीन विकेट गंवा दिए. आकाशदीप की घातक गेंदबाजी ने इंग्लैंड को एक ही ओवर में दोहरा झटका दिया, जब आकाश दीप ने डकेट और पोप को लगातार गेंदों पर आउट किया. वहीं दिन का तीसरा विकेट सिराज ने लिया, उन्होंने क्रॉली को पवेलियन भेजा. गिल, राहुल और करुण नायर ने स्लिप में शानदार कैच लपके. दूसरे दिन स्टंप्स के समय इंग्लैंड 77 रन बना चुका है. ब्रूक 30* और रूट 18* पर नाबाद थे, जबकि इंग्लैंड अभी भी 510 रन पीछे है. टीम इंडिया पर भारी पड़ेगा बैडलक! 587 रन बनाने के बावजूद इंग्लैंड का पलड़ा भारी, कैसे जीतेगा हिंदुस्तान? आम नहीं कैप्टन गिल का दोहरा शतक, इन 12 रिकॉर्ड्स को तोड़कर प्रिंस ने साबित की काबिलियत, देखें एक नजर ‘ऐसा लगा जैसे गिल…’, कैप्टन के लिए रवींद्र जडेजा ने कही बड़ी बात, दोहरे शतक से शुभमन ने बनाए धमाकेदार रिकॉर्ड The post सर जडेजा ने तोड़ दी BCCI की गाइडलाइन, लेकिन खुश है बोर्ड; सजा तो दूर की बात, जानें ऐसा क्या कर दिया appeared first on Naya Vichar.

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Lauki Bharta Recipe: बोरिंग लौकी को दे स्वाद का तड़का, हर कोई  चाट लेगा उंगलियां 

Lauki Bharta Recipe: लौकी का भर्ता, जिसे मसली हुई लौकी के नाम से भी जाना जाता है, एक सरल लेकिन स्वादिष्ट उत्तर हिंदुस्तानीय व्यंजन है जिसे सुगंधित मसालों, प्याज़, टमाटर और जड़ी-बूटियों के साथ लौकी को पकाकर और मसलकर बनाया जाता है. सामान्य सूखी या करी-शैली की लौकी की तैयारी के विपरीत, इस संस्करण में एक समृद्ध, धुएँदार और मसालेदार स्वाद होता है, जो बैंगन भर्ता (भुना हुआ बैंगन मैश) के समान होता है. यह व्यंजन न केवल हल्का और पचाने में आसान है, बल्कि पोषक तत्वों से भी भरपूर है, जो इसे एक पौष्टिक भोजन के लिए आदर्श बनाता है. लौकी का भर्ता रोटी, पराठे या सादे चावल के साथ बहुत बढ़िया लगता है, और इस साधारण सब्जी को स्वादिष्ट रूप में अपने आहार में शामिल करने का एक शानदार तरीका है.  लौकी का भर्ता बनाने के लिए सामग्री लौकी – 1 मध्यम आकार की (छीली और कटी हुई) प्याज – 1 मध्यम (बारीक कटा हुआ) टमाटर – 1 बड़ा (बारीक कटा हुआ) हरी मिर्च – 1-2 (बारीक कटी हुई, स्वादानुसार) लहसुन – 4-5 लौंग (बारीक कटी हुई या कुचली हुई) अदरक – 1 छोटा चम्मच (कद्दूकस किया हुआ) जीरा – 1 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर – ½ छोटा चम्मच लाल मिर्च पाउडर – ½ छोटा चम्मच (स्वादानुसार) गरम मसाला – ½ छोटा चम्मच धनिया पाउडर – 1 छोटा चम्मच नमक – स्वादानुसार ताजा धनिया पत्ती – एक मुट्ठी (कटी हुई) तेल – 2 बड़े चम्मच भर्ता बनाने की विधि लौकी को पकाएँ: लौकी को छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें.  उबालें या प्रेशर कुकर में चुटकी भर नमक और हल्दी डालकर नरम होने तक पकाएँ (प्रेशर कुकर में लगभग 1-2 सीटी आने तक). अतिरिक्त पानी निकाल दें और इसे अच्छी तरह मसल लें.  मसाला तैयार करें: एक पैन में तेल गरम करें. जीरा डालें और उसे चटकने दें.  कटा हुआ लहसुन, अदरक और हरी मिर्च डालें. कुछ सेकंड के लिए भूनें.  कटा हुआ प्याज डालें और सुनहरा भूरा होने तक भूनें.  कटा हुआ टमाटर डालें और नरम होने और तेल अलग होने तक पकाएँ.  हल्दी, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और नमक डालें. मसाले को 2-3 मिनट तक पकाएँ.  3. लौकी डालें और पकाएँ: मैश की हुई लौकी को पैन में डालें और मसाले के साथ अच्छी तरह मिलाएँ.  मध्यम आँच पर 5-7 मिनट तक पकाएँ, बीच-बीच में हिलाते रहें जब तक कि मिश्रण गाढ़ा न हो जाए और फ्लेवर मिल न जाए.  गरम मसाला डालें और अच्छी तरह मिलाएँ.  4. सजावट करें और परोसें: आंच बंद कर दें और कटी हुई धनिया पत्ती से सजाएँ.  रोटी, पराठा या चावल के साथ गरमागरम परोसें. यह भी पढ़ें: Arabi Patte Ki Pakode Ki Recipe: अरबी की सब्जी खाकर हो गए है बोर, तो आज ही इसके पत्तों से बनाए ये डिश यह भी पढ़ें: ससुराल में करना है लोगों को खुश, तो झटपट से बनाए ये कुरकुरा डोसा  यह भी पढ़ें: Palak Chaat Recipe: बोरिंग पालक को बनाएं मजेदार, तैयार करें ये चटकारेदार डिश, सभी करेंगे तारीफ  The post Lauki Bharta Recipe: बोरिंग लौकी को दे स्वाद का तड़का, हर कोई  चाट लेगा उंगलियां  appeared first on Naya Vichar.

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Habits That Destroy Success : सपनों को सच होने से रोकती हैं ये आदतें, वक्त रहते बदल डालें

Habits That Destroy Success: हर व्यक्ति लाइफ में कामयाब होना चाहता है. इसके लिए लोग सपने देखते हैं और मेहनत भी करते हैं. लेकिन कई बार कुछ गलतियों या गलत आदतों के कारण सारी मेहनत पर पानी फिर जाता है और मनचाहा रिजल्ट नहीं मिल पाता है. जाने अनजाने इन गलत आदतों को दोहराने से आगे बढ़ना मुश्किल हो जाता है. अगर टाइम पर आप बदलाव नहीं करते हैं तो सफलता हासिल करने में परेशानी आ सकती है. अगर आप भी करियर में आगे बढ़ना चाहते हैं तो जल्द ही इन आदतों को छोड़ें. तो आइए जानते हैं इन आदतों के बारे में इस आर्टिकल के माध्यम से.  टालने की आदत  अक्सर लोग लक्षय को दिमाग में रख कर आगे बढ़ते हैं पर जब उस पर काम करने की बारी आती है तो चीजों को टाल देते हैं. काम को कल पर टालना सफलता को आपसे दूर करता है. ये टाइम को बर्बाद करता है और आत्मविश्वास को भी कम करता है.  यह भी पढ़ें: Parenting Tips: बच्चा करता है हद से ज्यादा बदतमीजी? सुधार लाना है तो इन टिप्स को करें फॉलो गलतियों पर काम नहीं करना  काम करते वक्त गलती होने की संभावना बनी रहती है. अगर आप इन गलतियों से नहीं सीखते हैं और सुधार नहीं लाते हैं तो ये सफलता के राह में मुश्किल बन सकती है. जो भी कमियां हैं उन पर काम करें.  व्यवस्थित नहीं रहना चीजों को अगर आप सही तरीके से नहीं रखते हैं तो इस आदत को तुरंत छोड़ें. कोशिश ये करें की तय रूटीन में काम करें. चीजों को ऑर्गनाइज्ड तरीके से नहीं करते हैं तो ये आपके लिए मुश्किल भरा हो सकता है.  सेल्फ डिसिप्लिन की कमी अगर आप खुद को अनुशासन में रख कर काम नहीं करते हैं तो सफलता पाने में मुश्किल होगी. आलस और दूसरों से तुलना करने की आदत आपको कमजोर बनाती है और नेगेटिव विचारों को भी बढ़ाती है.  हार मानने की आदत कई लोग फेल होने के डर से चीजों को ट्राई नहीं करते. आगे बढ़ना है तो खुद को मोटिवेट करें और हार नहीं माने. यह भी पढ़ें: Relationship Tips: दूरी में भी प्यार कैसे रखें जिंदा? रिश्ते में खुशियां भर देंगे ये टिप्स The post Habits That Destroy Success : सपनों को सच होने से रोकती हैं ये आदतें, वक्त रहते बदल डालें appeared first on Naya Vichar.

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सीएम योगी आज करेंगे ‘आम महोत्सव’ का उद्घाटन, लंदन-दुबई भेजी जाएगी प्रदेश की मिठास

Lucknow News: यूपी प्रशासन की तरफ से एक बार फिर साल 2025 में 4 से 6 जुलाई तक लखनऊ के अवध शिल्पग्राम में ‘उत्तर प्रदेश आम महोत्सव-2025’ का आयोजन किया जा रहा है. इसका उद्घाटन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 4 जुलाई को सुबह 10 बजे करेंगे. आमों के 800 किस्मों का प्रदर्शन आम महोत्सव में करीब 800 किस्मों के आमों का प्रदर्शन किया जाएगा, जिससे महोत्सव में आए मेहमान प्रदेश की बागवानी विविधता से रूबरू हो सकेंगे. महोत्सव में दोपहर 12 बजे क्रेता-विक्रेता सम्मेलन और तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें आम की सुरक्षित तुड़ाई, पोस्ट-हार्वेस्ट मैनेजमेंट, विपणन और निर्यात जैसे विषयों पर विशेषज्ञ चर्चा करेंगे. लंदन, दुबई के लिए रवाना होंगे आम उद्यान, कृषि विपणन एवं कृषि विदेश व्यापार राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि यह महोत्सव प्रदेश के आम उत्पादकों को वैश्विक बाजारों से जोड़ने और आम के विविध स्वरूपों को आम जनता तक पहुंचाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है. उद्घाटन समारोह के दौरान सीएम योगी प्रदेश के आमों को लंदन, दुबई सहित अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में निर्यात के लिए रवाना करेंगे. साथ ही स्मारिका का विमोचन कर प्रगतिशील आम उत्पादकों को सम्मानित भी करेंगे. उन्होंने यह भी बताया कि जेवर एयरपोर्ट के जरिए उपज को कम लागत में विदेश तक पहुंचाने में आसानी होगी. महोत्सव में शामिल होंगे कुमार विश्वास कृषि मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बताया कि महोत्सव के उद्घाटन सत्र में कई हस्तियां शामिल होंगी, जिनमें कवि कुमार विश्वास के साथ अभिनेता पवन कुमार भी होंगे. साथ ही कहा कि यह महोत्सव न सिर्फ स्वाद का संगम होगा बल्कि राज्य के कृषि समृद्धि और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी बनेगा. The post सीएम योगी आज करेंगे ‘आम महोत्सव’ का उद्घाटन, लंदन-दुबई भेजी जाएगी प्रदेश की मिठास appeared first on Naya Vichar.

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Hindu Last Rites: कौन-कौन नहीं जा सकता अंतिम संस्कार में? जानिए परंपरा और मान्यता

Hindu Last Rites: हिंदू धर्म में अंतिम संस्कार न केवल एक सांस्कृतिक परंपरा है, बल्कि आत्मा की शांति और मोक्ष प्राप्ति की दिशा में किया जाने वाला एक अत्यंत पवित्र कर्म भी है. यह प्रक्रिया विशेष विधियों, मंत्रोच्चारण और धार्मिक नियमों के पालन के साथ संपन्न होती है. इसी कारण कुछ विशेष लोगों को इसमें शामिल होने से परहेज करने की सलाह दी जाती है. आइए जानें, वे कौन लोग हैं और इसके पीछे क्या धार्मिक कारण माने गए हैं— गर्भवती स्त्रीएं धार्मिक ग्रंथों और लोकविश्वास के अनुसार गर्भवती स्त्रीओं को अंतिम संस्कार से दूर रहना चाहिए. माना जाता है कि श्मशान की नकारात्मक ऊर्जा और मृत्युतत्त्व का प्रभाव गर्भस्थ शिशु के विकास पर पड़ सकता है. उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य की दृष्टि से यह निषेध आवश्यक समझा जाता है. शिशु और छोटे शिशु छोटे बच्चों की मानसिक स्थिति और ऊर्जा प्रणाली अत्यंत संवेदनशील होती है. ऐसे में उन्हें श्मशान या अंतिम संस्कार की प्रक्रिया से दूर रखना ही बेहतर माना गया है ताकि वे भय, दुख और भारी वातावरण से प्रभावित न हों. अशौच (सूतक) में रहने वाले व्यक्ति यदि कोई व्यक्ति स्वयं किसी परिजन की मृत्यु के कारण अशौच अवधि में है, तो उसे किसी अन्य के अंतिम संस्कार में भाग लेने से मना किया जाता है. यह शुद्धता और धार्मिक अनुशासन के नियमों के अनुसार होता है, जिससे दोनों आत्माओं की शांति में कोई विघ्न न आए. बीमार या दुर्बल व्यक्ति शारीरिक रूप से कमजोर, वृद्ध या रोगी व्यक्ति को अंतिम संस्कार जैसी प्रक्रिया से दूर रहना चाहिए, क्योंकि वहां का वातावरण उनकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. इन सभी नियमों के पीछे मूल भावना यह है कि अंतिम संस्कार की पवित्रता बनी रहे और सहभागी मानसिक व शारीरिक रूप से संतुलित रहें. समयानुसार इन नियमों में लचीलापन भी संभव है, परंतु परंपराओं की मर्यादा बनाए रखना भी उतना ही आवश्यक है. The post Hindu Last Rites: कौन-कौन नहीं जा सकता अंतिम संस्कार में? जानिए परंपरा और मान्यता appeared first on Naya Vichar.

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Ramayana के टीजर में रणबीर कपूर को भगवान राम बने देख भावुक हुईं आलिया भट्ट, बोलीं- कुछ चीजों को शब्दों…

Ramayana: रणबीर कपूर, साई पल्लवी और यश स्टारर ‘रामायण’ का पहला टीजर रिलीज होते ही सोशल मीडिया पर छा गया है. इस 7 मिनट के विजन वीडियो में भगवान राम के रूप में रणबीर कपूर की भव्य झलक ने दर्शकों के साथ-साथ इंडस्ट्री के बड़े नामों को भी प्रभावित किया है. इन्हीं में से एक हैं रणबीर की पत्नी और एक्ट्रेस आलिया भट्ट, जिन्होंने इमोशनल होकर इस टीजर पर प्रतिक्रिया दी. आइए बताते हैं, उन्होंने क्या कुछ लिखा है. आलिया भट्ट ने किया रामायण के टीजर का रिव्यू View this post on Instagram A post shared by Alia Bhatt 💛 (@aliaabhatt) आलिया ने इंस्टाग्राम पर ‘रामायण’ का टीजर शेयर करते हुए लिखा, “कुछ चीजों को शब्दों की जरूरत नहीं होती… यह किसी यादगार चीज की शुरुआत लग रही है. दीवाली 2026, हम इंतजार कर रहे हैं.” जाहिर है कि आलिया हमेशा से रणबीर की सबसे बड़ी चीयरलीडर रही हैं, और एक बार फिर उन्होंने अपने प्यार और सपोर्ट से इस ग्रैंड प्रोजेक्ट को सराहा है. ‘रामायण’ में कौन-कौन हैं शामिल? नितेश तिवारी के निर्देशन में बन रही ‘रामायण’ हिंदुस्तान की अब तक की सबसे महंगी फिल्म मानी जा रही है. फिल्म में रणबीर कपूर- भगवान राम, साई पल्लवी- माता सीता और ‘केजीएफ’ फेम यश- रावण की भूमिका निभा रहे हैं. इनके अलावे सनी देओल- भगवान हनुमान, रवि दुबे- लक्ष्मण, रकुल प्रीत सिंह- शूर्पणखा, लारा दत्ता- कैकई, काजल अग्रवाल- मंदोदरी और अरुण गोविल- राजा दशरथ के किरदार में हैं. क्या खास है टीजर में? टीजर की शुरुआत ब्रह्मा, विष्णु और महादेव की शक्तियों से होती है, जिसके बाद एनिमेटेड झलकियों में श्रीराम, सीता और रावण की भव्य छवि दिखाई जाती है. यश की रावण के रूप में झलक और रणबीर का राम अवतार फैंस के लिए सबसे बड़ा आकर्षण बना हुआ है. यह फिल्म दो पार्ट्स में रिलीज होगी, जिसमे से रामायण का पहला भाग दीवाली 2026 और दूसरा भाग दीवाली 2027 में सिनेमाघरों में दस्तक देगा. लगभग 835 करोड़ रुपए के बजट में बनी यह फिल्म हिंदुस्तान की अब तक की सबसे महंगी फिल्म मानी जा रही है. यह भी पढ़े: Shefali Jariwala: ‘अंत तक तुमसे प्यार…’, पति पराग त्यागी ने शेफाली जरीवाला को यूं दी आखिरी विदाई, पोस्ट पढ़कर छलक उठेंगे आंसू The post Ramayana के टीजर में रणबीर कपूर को भगवान राम बने देख भावुक हुईं आलिया भट्ट, बोलीं- कुछ चीजों को शब्दों… appeared first on Naya Vichar.

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