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July 4, 2025

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Bhagalpur: पशु तस्करी पर पुलिस का बड़ा प्रहार, तीन गिरफ्तार, मास्टरमाइंड फरार

Bhagalpur News: बाइपास टोल प्लाजा के समीप पुलिस ने पशु तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. एसपी सिटी शुभांक मिश्रा के नेतृत्व में रूटीन जांच के दौरान पुलिस ने चेकिंग अभियान चलाया. गुरुवार की रात चार ट्रकों में भर कर ले जाये जा रहे सैकड़ों मवेशियों को बरामद किया गया है. इस मामले में तीन तस्करों को गिरफ्तार किया गया है. कई फरार हो गये.  75 मवेशि बरामद  सिटी एसपी बाइपास लोदीपुर टोल प्लाजा पहुंचे, तो उन्होंने बांका मुख्य मार्ग से एक कंटेनर को नवगछिया की तरफ जाते हुए देखा. पुलिस ने वाहन की तलाशी ली और 75 मवेशियों को बरामद किया. ड्राइवर मौके से फरार हो गया. वहीं केबिन में बैठे तीन तस्करों को लोदीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.  गिरफ्तार व्यक्तियों की हुई पहचान  गिरफ्तार व्यक्ति का नाम मो जियाउल (32), मो अंसारुल (42) और मो ग्यास (22) बताया जा रहा है. पूछताछ में पकड़े गये तस्करों ने बताया कि वे लोग ड्राइवर या गाड़ी मालिक को नहीं जानते हैं. इसके बाद पुलिस ने बाइपास के पास खीरीबांध पेट्रोल पंप के समीप तीन अन्य डीसीएम ट्रकों को पकड़ा. इनमें 166 मवेशी बरामद किये गये हैं. इनमें से 11 मवेशियों की दम घुटने से मौत हो गयी. जबकि दर्जनों मवेशी घायल हैं. कुछ के मुंह से खून भी निकल रहा है.  पुलिस ने क्या कहा ?  बाइपास थाना प्रभारी प्रभात कुमार ने बताया कि तीनों ट्रक को जब्त कर लिया गया है. हालांकि इन ट्रकों के वाहन चालक मौके से फरार हो गये. पुलिस की जांच चल रही है. वरीय पदाधिकारी के आदेश के बाद मृत मवेशियों का पोस्टमार्टम किया जायेगा. इसके बाद दफनाने की प्रक्रिया की जायेगी. Also read: बियाडा में सड़क, लाइट, नाला जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव, उद्यमियों ने रखीं कई मांगें तस्करी कंटेनर में जानवरों से बर्बरता मवेशी तस्करों ने ट्रक के एक कंटेनर में 50 से अधिक मवेशी के पैर बांधकर रखा था. उचित हवा-पानी भी नहीं थी जिसके कारण बेजुबानों की मौत हो गयी. पशु एक्सपर्ट के अनुसार, तस्करों ने पशु क्रूरता अधिनियम की धज्जियां उड़ाते हुए ट्रकों में जबरन उन्हें ठूंसकर मवेशियों के साथ अमानवीय व्यवहार किया है.  The post Bhagalpur: पशु तस्करी पर पुलिस का बड़ा प्रहार, तीन गिरफ्तार, मास्टरमाइंड फरार appeared first on Naya Vichar.

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महीने भर मिलने वाले झारखंड की इस सब्जी आगे चिकन-मटन भी फेल, फायदा इतना कि लोग कहते हैं सफेद सोना

Monsoon Seasonal Vegetables: बारिश के मौसम हो झारखंड के पारंपरिक खानपान की बात न हो तो कहानी अधूरी है. क्यों कि यहां की मिट्टी और हरी भरी वादियों में ऐसी ऐसी सब्जियां पायी जाती है जो बेहद फायदेमंद होता है. ऐसी ही एक सब्जी है जो मानसून के सीजन में मात्र 1 से डेढ़ महीना मिलता है. जिसे स्थानीय लोग “खुखड़ी” (Khukdi) या जंगली मशरूम के नाम से जानते हैं. यह आदिवासी संस्कृति के खानपान का अहम हिस्सा है. खुखड़ी न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसमें छिपे हैं सेहत के कई राज. इसके स्वाद और प्रोटीन के आगे तो चिकन मटन भी फेल है. प्रोटीन का शुद्ध स्रोत खुखड़ी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो शरीर की मरम्मत करने के साथ साथ और मांसपेशियों को मजबूती प्रदान करता है. यह उन शाकाहारियों के लिए बेहद फायदेमंद है, जो कोई भी डेयरी प्रोडक्ट या अंडे नहीं खाते हैं. Also Read: Sabudana Paratha Recipe: सुबह का नाश्ता हो या व्रत के दौरान खाने के लिए कुछ हेल्दी, साबुदाना पराठा सभी दिनों के लिए है परफेक्ट रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला है यह फूड यह देसी मशरूम (Desi Mushroom) इम्युनिटी बूस्टर के रूप में भी काम करता है. इसमें मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को वायरल, फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन से बचाने में मदद करते हैं. बरसात के मौसम में इसका सेवन बहुत फायदेमंद माना जाता है. डायबिटीज और हार्ट पेशेंट्स के लिए वरदान खुखड़ी में लो फैट और नो कोलेस्ट्रॉल होता है, जिससे यह दिल के मरीजों और डायबिटिक लोगों के लिए भी शानदार विकल्प है. यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी मदद करता है. पाचन में मददगार देसी मशरूम फाइबर से भरपूर होता है, जो पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है. इसे खाने से पेट साफ रहता है और गैस, अपच या एसिडिटी जैसी समस्याएं दूर होती हैं. पूरी तरह से ऑर्गेनिक और केमिकल-फ्री खुखड़ी जंगलों में प्राकृतिक रूप से उगती है, उस पर किसी प्रकार का खाद या कीटनाशक नहीं डाला जाता हैं. यानी यह पूरी तरह ऑर्गेनिक और हर्बल फूड है, जो शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाता है. खुखड़ी की सब्जी कैसे बनाई जाती है? इसे अन्य सब्जियों की तरह ही लहसून, प्याज और सरसों के तेल में भूनकर बनाया जाता है. कई जगहों पर इसमें आलू या अरबी भी मिलाई जाती है. स्वाद में यह मांस जैसी होती है, इसलिए शाकाहारी लोग इसे “देसी मीट” भी कहते हैं. खास बात ये है कि यह किसी होटल या रेस्टोरेंट में भी नहीं मिलता है. जब इसे बनाया जाता है तो इसकी खुशबू इतनी लाजवाब होती है पड़ोसी वाले भी आपके पास खीचें चले आए. इसमें मिलने वाले पोषक तत्वों के कारण भी कई लोग इसे सफेद सोना भी कहते हैं. Also Read: Lachha Paratha Recipe: घर पर आसानी से बनाएं कुरकुरा लच्छा पराठा, जानें मिनटों में तैयार होने वाली रेसिपी The post महीने भर मिलने वाले झारखंड की इस सब्जी आगे चिकन-मटन भी फेल, फायदा इतना कि लोग कहते हैं सफेद सोना appeared first on Naya Vichar.

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सेहत पर भारी, मौसमी बीमारी, बरसात बढ़ा रहा संक्रमण, बना रहा बीमार

Bihar News: बरसात के बाद तेज धूप और फिर बढ़ती उमस से हर कोई परेशान है, जिसका लोगों की सेहत पर सीधा असर पड़ रहा है. तापमान में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव के चलते अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है. रोजाना 400-500 से अधिक लोग इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. इनमें सर्दी, खांसी, बुखार, सिरदर्द, उल्टी और दस्त जैसे लक्षणों से पीड़ित मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है. विशेषज्ञों का कहना है कि इस मौसम में सावधानी न बरती जाये, तो संक्रमण तेजी से फैल सकता है. बदलते मौसम ने सेहत पर बुरा असर डाला है लगातार बारिश और बदलते मौसम ने लोगों की सेहत पर बुरा असर डाला है. शहर के प्रमुख अस्पतालों में ओपीडी मरीजों की संख्या में 20% तक इजाफा हुआ है. पीएमसीएच, एनएमसीएच, एम्स, आइजीआइएमएस और न्यू गार्डिनर रोड अस्पतालों में सर्दी-खांसी, बुखार, पेट दर्द, उल्टी, डायरिया, स्किन इंफेक्शन और वायरल फीवर के मरीज बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं. न्यू गार्डिनर रोड अस्पताल में सामान्य दिनों की तुलना में 700 मरीज तक ओपीडी में पहुंचे, जबकि सामान्यतः 400–500 मरीज ही आते हैं. वहीं आइजीआइएमएस में ओपीडी मरीजों की संख्या 3800 और पीएमसीएच में 2027 मरीज पहुंचे. डॉक्टरों के अनुसार, लगातार बदलता मौसम-कभी तेज धूप, कभी बारिश. शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को प्रभावित कर रहा है. उमस भरे वातावरण और नमी के चलते संक्रमण तेजी से फैल रहा है. विशेषज्ञों ने लोगों को साफ-सफाई बनाये रखने और खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है. गले में इंफेक्शन, खांसी व वायरल बुखार के बढ़े मरीज मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव के चलते गले में इंफेक्शन के कारण खांसी व सर्दी-जुकाम के साथ ही वायरल बुखार और जोड़ों में दर्द के मरीजों में अधिक इजाफा हुआ है. अस्पतालों में ऐसे मरीजों की संख्या में 20 फीसदी तक का इजाफा हुआ है. ठीक होने में एक सप्ताह तक का समय लग जा रहा. चिकित्सकों का मानना है कि थोड़ी सी जागरूकता से हम इस बीमारी से बच सकते हैं. इलाज कर रहे डॉक्टरों के अनुसार करीब एक सप्ताह से ऐसे मरीजों की संख्या बढ़ी हुई है. मौसम के अलावा इस समय प्रदूषण भी बढ़ा हुआ है. इससे गले में इंफेक्शन आसानी से हो जा रहा. लोगों को सलाह है कि अभी ढीले-ढाले कपड़े जरूर पहनें. जब भी घर से बाहर निकले तो मास्क जरूर लगाएं. बदलते मौसम में प्रभावित होने लगता है इम्यूनिटी इम्यून सिस्टम हमारे शरीर का एक सुरक्षा तंत्र है. मौसम में बदलाव होने से शरीर का इम्यून सिस्टम सबसे ज्यादा प्रभावित होता है. जब मौसम में बदलाव होता है तो अलग-अलग तरह के बैक्टीरिया वायरस तापमान के अनुसार सक्रिय हो जाते हैं, जो शरीर पर आक्रमण करते हैं. बारिश के मौसम के दौरान यदि शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर होगा, तो बैक्टीरिया आसानी से शरीर को कमजोर करना शुरू कर देता है. यही नहीं बारिश के मौसम में आसपास कीचड़ और पानी जमा होने से मलेरिया और डेंगू के मच्छर अधिक पैदा होते हैं. इस कारण भी लोग बारिश के मौसम में अधिक बीमार पड़ते हैं. इससे लोगों को अधिक सावधान रहना चाहिए. मौसमी बीमारियों से बचने के उपाय मौसमी बीमारियों से बचने के लिए लोगों को चाहिए की बारिश के दौरान ठंडी चीज कम खाएं और ठंडे एसी के कमरे से निकलकर अचानक धूप में न जाएं. कुछ देर कमरे से बाहर खड़े होकर शरीर का तापमान समान करना चाहिए. लोगों को प्रोटीन व फाइबर से भरपूर डाइट लेना चाहिए. ज्यादा तेल या वसायुक्त भोजन का सेवन करने से बचना चाहिए. वहीं इसके अलावा इम्यून सिस्टम मजबूत करने के लिए विटामिन सी, विटामिन बी व विटामिन डी को जरूर शामिल करना चाहिए. डॉक्टरों ने सुझाए उपाय- 1. गर्मी और दूषित पानी से बचाव जरूरी वरिष्ठ फिजिशियन डॉ कौशल किशोर ने कहा कि बारिश के बाद मौसम में फिर से गर्मी बढ़ने लगी है, जो बीमारियों को न्योता देती है. बाहर निकलते समय शरीर को ढककर रखें और छाता या टोपी का प्रयोग करें. ताजे और पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, लेकिन बर्फ मिले पेय पदार्थों और बासी या कटे-फटे फलों से परहेज करें, खासकर बच्चों और बुजुर्गों को. उन्होंने चेतावनी दी कि बारिश के कारण पेयजल में गंदा पानी मिल रहा है, जिससे दस्त, उल्टी, बुखार, पेट दर्द और सिर दर्द जैसे लक्षण सामने आ रहे हैं. ऐसे में पानी को उबालकर पीना बेहद जरूरी है. भोजन हमेशा ताजा और साफ-सफाई के साथ तैयार करें. खाना बनाने, परोसने और खाने से पहले हाथ धोना संक्रमण से बचने में मदद करता है. 2. बच्चों की सेहत में लापरवाही न करें वरिष्ठ शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. एनके अग्रवाल ने बताया कि इस बदलते मौसम में बच्चों को विशेष देखभाल की जरूरत है. अधिक ठंडी चीजें खाने से उनकी प्रतिरोधक क्षमता पर असर पड़ सकता है, इसलिए बच्चों को आइसक्रीम, ठंडे ड्रिंक आदि से दूर रखें. दूध पिलाते समय हमेशा गिलास या कटोरी का प्रयोग करें और प्लास्टिक की बोतलों से परहेज करें. यदि बोतल का उपयोग आवश्यक हो, तो स्टील की बोतल का इस्तेमाल करें और हर बार उसे गर्म पानी से अच्छी तरह साफ करें. डॉ अग्रवाल ने यह भी कहा कि यदि शिशु को डायरिया, उल्टी या बुखार के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें. देरी करने पर बीमारी गंभीर रूप ले सकती है. 3. गर्भवती स्त्रीएं बारिश में रखें सावधानी स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ नीलू प्रसाद का कहना है कि गर्भवती स्त्रीओं को मानसून में अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए. गर्भावस्था में प्रतिरोधक क्षमता पहले से कमजोर होती है, जिससे वायरल बुखार, सर्दी-जुकाम और त्वचा संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. बारिश में भीगना या गीले कपड़े देर तक पहनना फंगल इन्फेक्शन की आशंका को और बढ़ा सकता है, खासकर पैरों और जननांगों के आसपास. उन्होंने सलाह दी कि बाहर निकलते समय छाता या रेनकोट जरूर साथ रखें और भीगने की स्थिति में तुरंत कपड़े बदलें और शरीर को अच्छी तरह सुखाएं. साफ-सफाई का ध्यान रखना और नमी से बचाव ही संक्रमण से सुरक्षा का सबसे सरल उपाय है. 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टाटा की ट्रेंट पर दांव लगाने का सही है समय, मिल सकता है शानदार रिटर्न

Trent Share Price: शेयर बाजार में पैसा लगाने वाले निवेशक गांठ बांध लीजिए कि टाटा ग्रुप की रिटेल कंपनी ट्रेंट पर दांव लगाने का सही समय है. इसका कारण यह है कि शुक्रवार को कंपनी सालाना आम बैठक में जारी किए तिमाही नतीजों और वूद्धि में गिरावट आने के बाद इसके शेयर में जोरदार गिरावट दर्ज की गई. ट्रेंट ने शेयर बाजारों को भेजी गई सूचना में जानकारी दी है कि जून में समाप्त हुई तिमाही के दौरान उसकी आय करीब 19.7% बढ़कर 5,061 करोड़ रुपये पर पहुंच गई है. गिरावट के साथ बंद ट्रेंट का शेयर शेयर बाजार के कारोबारी सप्ताह के आखिरी दिन शुक्रवार 4 जुलाई, 2025 को ट्रेंट के शेयर में जोरदार गिरावट दर्ज की गई. कारोबार के आखिर में कंपनी का शेयर 11.37% या 704.00 रुपये के नुकसान के साथ 5,487.00 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ. हालांकि, पिछले पांच सालों के दौरान ट्रेंट के शेयर ने अपने निवेशकों को करीब 785.71% तक रिटर्न दिया है. 3 जुलाई, 2020 को ट्रेंट का शेयर 619.50 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ था, जो 4 जुलाई, 2025 को 5,487.00 रुपये प्रति शेयर पर पहुंच गया. क्यों गिरा ट्रेंट का शेयर शुक्रवार को टाटा ग्रुप की इस कंपनी ट्रेंट का शेयर गिरने का अहम कारण यह है कि कंपनी ने अपनी सालाना आम बैठक में ग्रोथ धीमा होने की चेतावनी दी थी, जिससे निवेशकों में घबराहट फैल गई थी. सालाना आम बैठक में ट्रेंट ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उसे वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही में 20% के करीब वृद्धि की उम्मीद है, जो कंपनी की ओर से रिपोर्ट की गई 35% की पांच साल की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) से काफी कम है. शुक्रवार को एक्सचेंजों पर साझा किए गए तिमाही व्यापार अपडेट में इसकी पुष्टि की गई, जहां राजस्व पिछले साल की तुलना में 19.7% बढ़कर 5,061 करोड़ हो गया. जून की तिमाही में 19.7% बढ़ा राजस्व टाटा ग्रुप की रिटेल यूनिट ट्रेंट लिमिटेड ने शेयर बाजारों को दी गई सूचना में जानकारी दी है कि उसका एकल आधार पर राजस्व चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में 19.7% बढ़कर 5,061 करोड़ रुपये रहा. पिछले साल इसी तिमाही में उसकी एकल आधार पर आय 4,228 करोड़ रुपये रही थी. वेस्टसाइड, जूडियो और स्टार जैसे ब्रांड नामों से रिटेल स्टोर ऑपरेट करने वाली कंपनी ने कहा कि जून तिमाही की आमदनी में विदेशी बाजार से प्राप्त राजस्व शामिल नहीं है. कंपनी ने कहा, “जून के अंत तक हमारी दुकानों में 248 वेस्टसाइड, 766 जूडियो (यूएई में दो मिलाकर) और अन्य 29 स्टोर शामिल थे.” अप्रैल-जून की अवधि के दौरान, ट्रेंट ने वेस्टसाइड के लिए एक स्टोर और जूडियो के लिए 11 स्टोर खोले. ब्रोकरेज कंपनी ने ट्रेंट के वृद्धि अनुमान घटाया कंपनी की ओर से तिमाही नतीजे जारी किए जाने के बाद ब्रोकरेज फर्म नुवामा ने ट्रेंट पर अपने वित्त वर्ष 2026 और 2027 के राजस्व वृद्धि अनुमानों में 5% और 6% की कटौती की है और इसी समय सीमा में अपने ब्याज, कर, मूल्यह्रास और परिशोधन (ईबीआईटीडीए) से पहले की आमदनी के अनुमानों में क्रमशः 9% और 12% की कटौती की है. नुवामा ने ट्रेंट को अपनी पिछली रेटिंग “बाय” से घटाकर “होल्ड” कर दिया है और इसके टारगेट प्राइस को भी पहले के 6,627 रुपये से घटाकर 5,884 रुपये कर दिया है. इसे भी पढ़ें: प्रशासनी कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशसमाचारी, यूनिफाइड पेंशन स्कीम में शामिल लोगों को मिलेगा टैक्स बेनिफिट वहीं, ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने 6,359 रुपये के टारगेट प्राइस के साथ ट्रेंट पर अपना “ओवरवेट” रुख बनाए रखा है, जिसमें कहा गया कि अगले पांच वर्षों में विकास 25% से 30% सीएजीआर पर हो सकता है. ब्रोकरेज फर्म ने यह भी बताया कि यह प्रतिस्पर्धा के बारे में चिंतित नहीं है, क्योंकि इस क्षेत्र में कई खिलाड़ियों के लिए जगह है. इसे भी पढ़ें: कम समय में मोटी कमाई, यूएमएफ ने लॉन्च किया यूनियन लो ड्यूरेशन फंड The post टाटा की ट्रेंट पर दांव लगाने का सही है समय, मिल सकता है शानदार रिटर्न appeared first on Naya Vichar.

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Muzaffarpur: बियाडा में सड़क, लाइट, नाला जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव, उद्यमियों ने रखीं कई मांगें

Muzaffarpur: सूबे डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को बियाडा के आरटीडी सेंटर में उद्यमियों के साथ संवाद का आयोजन किया. इस मौके पर काफी संख्या में उद्यमियों की भागीदारी रही. उद्घाटन डिप्टी सीएम और अतिथियों ने दीप जला कर किया. उद्यमियों ने डिप्टी सीएम से कई मांगें रखी, जिसमें मुख्य रूप से जमीन को लीज होल्ड से फ्री होल्ड करने और जब तक प्रकि्रया नहीं हो तब तक ट्रांसफर रेटर सर्किल रेट का एक फीसदी रखने और उद्यमियों को किसी को रजिस्ट्री शुल्क जमा कर ट्रांसफर करने का अधिकार देने की मांग रखी.  आधारभूत सुविधाओं का अभाव उद्यमियों का कहना था कि बियाडा में आधारभूत सुविधाओं का अभाव है. यहां सड़क, नाला, स्ट्रीट लाइट, पेयजल, भोजनालय और शौचालय की व्यवस्था नहीं है. उद्यमी संघ को यहां एक जगह भी मिलनी चाहिये. कई उद्यमियों ने बियाडा के फैसिलिटेशन चार्ज को खत्म करने, सिंगल विंडों सिस्टम को सही तरीके से लागू करने और उत्पाद परिवर्तन, पारिवारिक हस्तानांतरण, नाम परिवर्तन और पार्टनरशिप की अनुमति के आवेदन को 30 दिन के स्वीकृत किया करने का भी मुद्दा रखा.  डिप्टी सीएम ने क्या कहा ?  डिप्टी सीएम ने कहा कि वह उद्यमियों को प्रोत्साहित करने, उन्हें आवश्यक सुविधा एवं सहयोग प्रदान कर उद्योग धंधों का विस्तार करने के लिये प्रयत्नशील है. उद्यमियों की शिकायत और सुझाव सुनने के बाद सभी के निष्पादन का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग के अधिकारियों से समन्वय सहयोग के माध्यम से समस्याओं का सामधान कराया जायेगा.  करोड़ों के खर्च के बाद भी सालों भर नालों से ओवरफ्लो उद्यमियों ने मुख्य सड़क का चौड़ीकरण नहीं होने, औद्योगिक क्षेत्र में अस्पताल नहीं बनाने, औद्योगिक प्रांगण में बियाडा द्वारा नाले निर्माण में करोड़ों खर्च के बाद नाला का पानी वर्ष भर ओवरफ्लो करने की शिकायत भी रखी. इसके अलावा शेड में सही से वेंटिलेशन नहीं होने के कारण कार्यरत कर्मचारी को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ रहा है. उसके राहत की व्यवस्था की भी मांग रखी. साथ ही कहा कि बियाडा द्वारा जो इकाई रद्द की जाती है और न्यायालय द्वारा उसे रिस्टोर किया जाता है तो भी बियाडा द्वारा उसे नहीं खोला जाता है, बल्कि उस इकाई पर अन्य केस डाल कर उसे लंबित कर दिया जाता है. इसे रोका जाये और उस इकाई को त्वरित स्वामित्व सौंपा जाये. Also read: बरौनी से गोंदिया एक्सप्रेस में चलती ट्रेन में केबिन के भीतर एसी कवर टूट कर लटका मौके पर मौजूद रहे ये लोग  इस मौके पर डीएम सुब्रत कुमार सेन, एसएसपी सुशील कुमार, नगर आयुक्त विक्रम वीरकर, बियाडा के कार्यकारी निदेशक चंद्रशेखर सिंह, रंजीत कुमार, बियाडा के डीजीएम नीरज कुमार मिश्रा, एसडीओ अमित कुमार, लघु उद्योग हिंदुस्तानी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम सुंदर भरमसेरिया, दयाशंकर ठाकुर, मुरारी शाही, हिंदुस्तान भूषण, लघु उद्योग हिंदुस्तानी के अध्यक्ष नरेंद्र चौधरी, नितिन बंसल, अवनीश किशोर, संजीव राय, रवि यादव, प्रकाश कुमार, शिव शंकर साहू, संजीव चौधरी, सुरेश खेतान, सुनील श्रीवास्तव, जिला उद्योग केंद्र महाप्रबंधक अभिलाषा कुमारी सहित अन्य मौजूद थे. The post Muzaffarpur: बियाडा में सड़क, लाइट, नाला जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव, उद्यमियों ने रखीं कई मांगें appeared first on Naya Vichar.

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मुजफ्फरपुर: ओएचइ टूटने के कारण जयनगर-पटना सहित कई गाड़ियां घंटों लेट, एक्सप्रेस ट्रेन के ऊपर टूट कर गिरा तार

मुजफ्फरपुर: जयनगर से मधुबनी रेलखंड पर एक्सप्रेस ट्रेन के ऊपर शुक्रवार की सुबह ओएचइ टूटने से परिचालन व्यवस्था पूरी तरह से ठप हो गयी. जिसमें मुजफ्फरपुर से हो कर गुजरने वाली तीन ट्रेन घंटो लेट हो गयी. जिसमें गाड़ी संख्या-15549 जयनगर-पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस करीब आठ घंटे लेट हो कर शाम के समय मुजफ्फरपुर जंक्शन पर पहुंची. इसके साथ ही गाड़ी संख्या-14649 जयनगर-अमृतसर सरयू-यमुना एक्सप्रेस 5 घंटे लेट हो कर, 4.40 बजे आयी. वहीं गाड़ी संख्या-04095 जयनगर-आनंद विहार स्पेशल को 12 घंटे से अधिक रि-सिड्यूल कर दिया गया है. ऐसे में इन महत्वपूर्ण ट्रेनों के लिए यात्रियों को उमस भरी गर्मी में घंटों इंततार करना पड़ा. इस बीच यात्री काफी परेशान रहे. ट्रेन कब आएगी इसको लेकर पूछताछ केंद्र पर भीड़ लगी रही. हालांकि कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया जा रहा था.  बिहार की ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें खजौली के पास हुई तार टूटने की घटना अहले सुबह मधुबनी जिले में खजौली-राजनगर के बीच स्टेशन के पास उस समय हड़कंप मच गया, जब जानकी एक्सप्रेस ट्रेन पर ओवरहेड इक्विपमेंट टूटने से बिजली का तार गिर गया. गनीमत रही कि ट्रेन चालक ने सूझबूझ से इमरजेंसी ब्रेक लगा दिया और गाड़ी रुक गयी. जिससे कोई जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. अधिकारियों के अनुसार सकरी स्टेशन से टावर बैगन पहुंचा, जिसके बाद मेंटेनेंस का काम शुरू हुआ. जानकारी के अनुसार पोल के पास दो कौवा मरा हुआ था, और पोल का इंसुलेटर पाइप सहित टूट कर गिरा हुआ था. इसे भी पढ़ें: Bihar Elections 2025: बिहार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे जीतन राम मांझी, बताया कौन बनेगा अगला मुख्यमंत्री  The post मुजफ्फरपुर: ओएचइ टूटने के कारण जयनगर-पटना सहित कई गाड़ियां घंटों लेट, एक्सप्रेस ट्रेन के ऊपर टूट कर गिरा तार appeared first on Naya Vichar.

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गुमला में अतिक्रमण के खिलाफ गरजा बुलडोजर, रणक्षेत्र बना सब्जी मार्केट, दुकानदारों का छलका दर्द

Bulldozer Against Encroachment: गुमला, दुर्जय पासवान-गुमला शहर के जशपुर रोड एनएच-78 के किनारे से सब्जी दुकानों को हटाने पहुंचे नगर परिषद के कर्मियों के साथ दुकानदारों की झड़प हो गयी. आधा घंटे तक सब्जी मार्केट रणक्षेत्र बना रहा. अतिक्रमण हटाने के दौरान नगर परिषद के एक कर्मी ने सब्जी विक्रेता स्त्री और उसके शिशु को बांस के डंडे से मार दिया. जिससे सब्जी दुकानदार आक्रोशित हो उठे और नगर परिषद के कर्मियों पर हमला कर दिया. दुकानदारों ने घेरकर कर्मी को पीटा. पुलिस ने नगर परिषद कर्मी को बचाया. इसके बाद नगर परिषद के सभी कर्मी वहां से भाग गये. सब्जी दुकानों में बुल्डोजर चलाने से आक्रोशित दुकानदारों ने जशपुर रोड बंगाली क्लब के सामने रांची-छत्तीसगढ़ मार्ग जाम कर दिया. सुबह 12 बजे से लेकर दो बजे तक सड़क जाम रही. एसडीपीओ सुरेश प्रसाद व इंस्पेक्टर महेंद्र करमाली के समझाने के बाद लोग सड़क से हटे. इसके बाद थाना में नगर परिषद व सब्जी दुकानदारों के साथ एक बैठक कर मामले को सलटाया गया. ऐसे बढ़ा विवाद नगर परिषद गुमला ने शुक्रवार की सुबह को लाउडस्पीकर के माध्यम से प्रचार किया कि शहर की मुख्य सड़कों से सभी अतिक्रमण हटा लें. इसके बाद दिन के 10 बजे नगर परिषद के एक दर्जन कर्मचारी व कुछ पुलिसकर्मी अतिक्रमण हटाने के लिए जशपुर रोड स्थित सब्जी मार्केट पहुंचे. प्रशासन की कड़ाई के बाद दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें हटा लीं. वहीं जहां सब्जी दुकान लगती थी. नगर परिषद ने वहां बुलडोजर चला कर दुकानों को तहस नहस कर दिया. इसी दौरान नप के कर्मचारी तिरपाल बांधने के लिए गाड़े गये बांस व लोहे के पाइप को हटा रहा था. तभी एक स्त्री दुकानदार ने कहा कि इसे मत ले जाइये. इससे आक्रोशित होकर नप कर्मी ने उसी बांस व लोहे के पाइप से स्त्री व उसके शिशु को मार दिया. जिसके बाद माहौल बिगड़ गया और सब्जी विक्रेताओं ने नप कर्मियों पर हमला कर दिया. इस मारपीट में सब्जी विक्रेता अरूण साहू, कलावती देवी सहित कई लोगों को चोट लगी. जबकि नप कर्मी अविनाश को दुकानदारों ने बेरहमी के साथ पीटा. ये भी पढ़ें: झारखंड में 1 करोड़ की अफीम के साथ तस्कर अरेस्ट, 23 किलो अफीम जब्त, चंडीगढ़ में खपाने की थी योजना दो किमी तक सड़क जाम लगा रहा सब्जी दुकानदारों के सड़क पर उतरने के बाद दो किमी तक जाम लग गया. सिसई रोड, मेन रोड, पालकोट रोड, लोहरदगा रोड, जशपुर रोड हर जगह वाहनों की कतार लग गयी. लोगों को आने जाने में परेशानी होने लगी. कुछ बाइक सवार जाम स्थल से पार करने का प्रयास करने लगे. इस दौरान जामकर्ताओं व बाइक सवार लोगों के बीच भी कहासुनी हुई. मामला बढ़ते देख आम पब्लिक के बीच बढ़ते विवाद को सलटाया गया. जबतक जाम रहा. बारिश होते रही. दिन के डेढ़ बजे एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव व इंस्पेक्टर महेंद्र करमाली पहुंचे. इसके बाद लोगों से वार्ता की गयी. फिर जाम हटाया गया. जाम स्थल पर पहुंचे नेता सब्जी दुकानदारों के समर्थन में कांग्रेस के प्रदेश सचिव रमेश कुमार चीनी व समाज सेवी देवकी देवी पहुंची. रमेश कुमार ने कहा है कि अचानक से प्रशासन ने जिस प्रकार कार्रवाई की है. यह गलत है. आपने सूचना दी. समय देकर अतिक्रमण हटाना चाहिए. सबसे बड़ी बात की बारिश में सब्जी दुकानों को हटाना गलत है. यहां बड़ी लापरवाही हुई कि अतिक्रमण हटाने के दौरान स्त्री के साथ मारपीट नहीं करनी थी. दीवार से सटाकर लगेगी दुकान जाम खत्म होने के बाद एसडीपीओ सुरेश प्रसाद यादव की पहल पर गुमला थाना में आपात बैठक हुई. जिसमें सभी के पक्षों को सुना गया. चेंबर ऑफ कामर्स के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष रमेश कुमार ने कहा है कि यह तय हुआ है कि दुकानों को पीडब्ल्यूडी विभाग की दीवार से सटाकर लगाया जायेगा. सड़क से सटकर दुकानों को नहीं लगाने के लिए कहा गया है. दुकानदारों ने कहा कि हमलोग सब्जी बेचकर घर परिवार चलाते हैं. हमारी जीविका न छीनें. सब्जी हुई बर्बाद, दुकानदार आहत हुए नगर परिषद द्वारा अचानक बुलडोलर चलाने से कई दुकानदारों की सब्जी बर्बाद हो गयी. कई लोग अपनी सब्जी को बचाने के लिए प्लास्टिक, बोरा व टोकरी में समेटकर भागते नजर आये. वहीं जो लोग दुकान को समेट नहीं सके. उनकी सब्जियां बर्बाद हो गयीं. दुकानदारों ने कहा कि हमलोग गरीब हैं. ऐसे में काफी मात्रा में सब्जी बर्बाद होने से हमारी पूंजी पर असर पड़ा है. प्रशासन को समय देकर अतिक्रमण हटाना चाहिए था. The post गुमला में अतिक्रमण के खिलाफ गरजा बुलडोजर, रणक्षेत्र बना सब्जी मार्केट, दुकानदारों का छलका दर्द appeared first on Naya Vichar.

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Viral Video: यह देसी जुगाड़ देख घूम जाएगा दिमाग, RTO वाले भी कर रहे इस बंदे की तलाश, वायरल हो रहा वीडियो

Viral Video: सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई वीडियो वायरल हो रहा है. कभी किसी घटना का वीडियो वायरल हो जाता है तो कभी ऐसा जुगाड़ सोशल मीडिया पर छा जाता है जिसे देखकर किसी का भी दिमाग घूम जाए. देसी जुगाड़ का एक ऐसा ही वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इस बंदे ने अपनी कलाकारी से कइयों का दिमाग घुमा दिया है. 21 तोपों की सलामी का हकदार है यह शख्स! सोशल मीडिया में जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें दिख रहा है कि सड़क पर कई सारे वाहन अपनी गति से चल रहे हैं. उन वाहनों के बीच एक ऐसा शख्स भी है जिस पर सबका ध्यान जा रहा है. इस बंदे में अपनी स्कूटी को ऐसे मॉडिफाई कर दिया है कि वो पता ही नहीं चल रहा है कि गाड़ी को आगे से चलाना है या पीछे से. इस शख्स ने अपनी स्कूटी में आगे के हिस्से को पीछे लगा दिया है और पीछे के हिस्से को आगे. उसने स्कूटी के हैंडल और उसकी आगे की बॉडी को स्कूटी के पीछे फिट कर दिया है और पीछे वाले हिस्से को आगे लगा दिया है. सीट के बीच से एक हैंडल को निकाल दिया है जिससे स्कूटी का बैलेंस बन रहा है. पहली नजर में देखने से लगेगा की स्कूटी बैक गियर में चल रही है. जो भी इस बंदे की स्कूटी को देख रहा है देखता ही रह जा रहा है. इस शख्स ने जो हेलमेट पहना है वो भी किसी एलिएन हेलमेट से कम नहीं लग रहा है. RTO वाले इस बंदे को ढूंढ रहे हैं 🔥😂 pic.twitter.com/vTbDTc6ySJ — Toofan Ojha (@RealTofanOjha) June 30, 2025 वायरल हो रहा वीडियो सोशल मीडिया पर यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो को अब तक 5 लाख से ज्यादा लोगों ने देख लिया है. वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर @RealTofanOjha के आईडी से शेयर किया गया है. वीडियो को देखकर आप भी अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे. वीडियो के कैप्शन में लिखा है ‘RTO वाले इस बंदे को ढूंढ रहे हैं.’ वीडियो में दिख रहा है कि स्कूटी की सीट के बीच से इस बंदे ने हैंडल लगवाया है, जिसके सहारे वो स्कूटी चला रहा है. कई यूजर्स ने किया कमेंट सोशल मीडिया पर इस वीडियो को देखकर कमेंट की बाढ़ सी आ गई है. कई लोगों ने वीडियो को देखकर कमेंट किया है. यूजर्स एक से बढ़कर एक कमेंट कर रहे हैं. एक शख्स ने लिखा ‘लगता है इसने स्पीड से नहीं, स्टाइल से रुल तोड़ा है!’ एक अन्य यूजर ने लिखा ‘वाह क्या जुगाड़ है, ऐसे जुगाड़ को देखकर आईटीओ वाले ही हैरान रह जाएंगे.’एक और शख्स ने लिखा ‘RTO वाले भी बोले – ऐसा टैलेंट पहली बार देखा है.’ एक यूजर ने लिखा ‘दुनिया में एक से बढ़कर एक कलाकार लोग पड़े हैं.’ The post Viral Video: यह देसी जुगाड़ देख घूम जाएगा दिमाग, RTO वाले भी कर रहे इस बंदे की तलाश, वायरल हो रहा वीडियो appeared first on Naya Vichar.

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बरौनी से गोंदिया एक्सप्रेस में चलती ट्रेन में केबिन के भीतर एसी कवर टूट कर लटका

Muzaffarpur News: रेलवे की मेंटेनेंस व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठ गया है. शुक्रवार को बरौनी से गोंदिया जा रही गाड़ी संख्या 15231 एक्सप्रेस ट्रेन के एम-1 कोच में उस समय यात्रियों में हड़कंप मच गया. जब केबिन के ऊपर लगा एसी का कवर कैबिनेट अचानक टूटकर लटक गया. यह घटना तब हुई जब ट्रेन मुजफ्फरपुर से बनारस के बीच सफर कर रही थी.  यात्रियों ने क्या कहा ?  यात्रियों ने बताया कि एसी कवर के अचानक गिरने से लोग सहम गए. इसी कोच में यात्रा कर रहे दुष्यंत सिंह नामक एक यात्री ने तुरंत रेलमदद और रेलवे के उच्चाधिकारियों को घटना की तस्वीर के साथ टैग कर शिकायत की. उन्होंने अपनी शिकायत में बताया कि एसी का कवर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है और कोई भी कोच अटेंडेंट उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है.  Also read: ओवैसी के लिए महागठबंधन का दरवाजा बंद या खुला! AIMIM की पेशकश पर सियासी बयानबाजी तेज यात्री ने लगाया आरोप  पीड़ित यात्री ने आरोप लगाया कि शिकायत के बावजूद लंबे समय तक समस्या बनी रही, जिससे सहयात्री काफी परेशान हुए. यह घटना ट्रेनों के रखरखाव की बदहाल स्थिति को उजागर करती है. जहां यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर लापरवाही देखी जा रही है. The post बरौनी से गोंदिया एक्सप्रेस में चलती ट्रेन में केबिन के भीतर एसी कवर टूट कर लटका appeared first on Naya Vichar.

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कालाजार व फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित

पंजवारा. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम, बांका के तत्वावधान में शुक्रवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, बाराहाट में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. यह कार्यशाला कालाजार एवं फाइलेरिया जैसे जानलेवा रोगों के उन्मूलन के उद्देश्य से ग्रामीण चिकित्सकों को जागरूक एवं प्रशिक्षित करने के लिए आयोजित की गयी. कार्यक्रम में अस्पताल प्रबंधक मनोज कुमार, बीसीएम एवं सीएम सोनिका राय सहित स्वास्थ्य विभाग से जुड़े अन्य कर्मी उपस्थित रहे. कार्यशाला में ग्रामीण चिकित्सकों को कालाजार व फाइलेरिया के लक्षण, उपचार, रोकथाम एवं प्रशासन द्वारा संचालित विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की जानकारी दी गयी. सीएम सोनिका राय ने कहा कि ग्रामीण चिकित्सक स्वास्थ्य सेवा की प्रथम कड़ी होते हैं, इसलिए इनका प्रशिक्षित होना अत्यंत आवश्यक है. उन्होंने बताया कि इन बीमारियों के उन्मूलन के लिए जनजागरूकता, समय पर पहचान और इलाज बेहद जरूरी है. कार्यशाला के माध्यम से स्थानीय चिकित्सकों को न केवल इन बीमारियों की पहचान करने की विधि सिखाई गयी, बल्कि प्रशासनी योजनाओं से जुड़कर कैसे आम लोगों को लाभ पहुंचाया जाए, इस पर भी विस्तार से चर्चा की गयी. डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है The post कालाजार व फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर उन्मुखीकरण कार्यशाला आयोजित appeared first on Naya Vichar.

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