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July 24, 2025

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Bihar News : डीएम-एसपी ने की सख्त कार्रवाई; आईसीडीएस डीपीओ को गिरफ्तार करने का दिया आदेश

Bihar : आईसीडीएस डीपीओ और डाटा एंट्री ऑपरेटर को पुलिस ने कलेक्ट्रेट से गिरफ्तार किया। आरोप है कि डीपीओ ने नवनियुक्त एलएस से सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन के नाम पर 25 हजार रिश्वत की मांग  की थी। रुपए नहीं देने पर बहाली रद्द करने की धमकी दी थीं।

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Bihar : सरकारी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले दो शातिर गिरफ्तार, आभूषण और नगदी भी बरामद

Bihar : पुलिस को पिछले कई वर्षों से यह शिकायत मिल रही थी कि कोई ऐसा गिरोह है, जो प्रशासनी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ठगी कर रहा है। इस तरह की ठगी करने वाला गिरोह ग्रामीण एवं शहरी के इलाकों में घर-घर घूम-घूमकर कर कर रहा है।

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Bihar : 22 साल बाद दो भाइयों को मिली उम्रकैद की सजा, आरोपी पिता की ट्रायल में हो चुकी है मौत

Murder Case : 22 साल पहले मामूली विवाद में एक भाई ने अपने दो बेटो संग मिल सगे भाई की पीट-पीटकर हत्या कर दी। ट्रायल के दौरान उपर वाले ने हत्यारे भाई को अपने पास बुला लिया और कोर्ट ने हत्यारे भतीजों को आज उम्रकैद की सजा सुना दी।

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विपक्ष बन गया है राजनीतिक रूदाली – नीरज कुमार

नया विचार न्यूज़ पटना। जद (यू) विधान पार्षद सह मुख्य प्रदेश प्रवक्ता श्री नीरज कुमार ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष आजकल नेतृत्वक रुदाली बन गया है। जैसे राजस्थान में एक प्रथा है रुदाली का, जहां किसी की मृत्यु होने पर रोने के लिए सामूहिक तौर पर स्त्रीओं का बुलाया जाता है और जिसका दायित्व केवल रोने का होता है कुछ वैसी ही भूमिका विपक्ष की रह गई है। विपक्ष को चुनौती देते हुए उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव की बातों को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव नहीं मानते हैं। लालू प्रसाद यादव ने तेजस्वी यादव को हरी टोपी पहनने के लिए दिया लेकिन नेता प्रतिपक्ष ने उस टोपी को भी उतारने का काम किया। हां, नेता प्रतिपक्ष जनता को नेतृत्वक टोपी पहनाने की कोशिश जरुर कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आरजेडी को अपना ड्रेस कोड काला कपड़ा घोषित कर देना चाहिए।उन्होंने कहा कि विपक्ष संविधान का अपमान कर रहा है। चुनाव आयोग एक सांविधानिक संस्था है और पुनरीक्षण के समय नेतृत्वक दलों को बूथ लेवल एजेंट बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। सुप्रीम कोर्ट भी सांविधानिक संस्था है जहां एसआईआर पर सुनवाई चल रही है तो ऐसे में इस मामले पर बिहार विधानसभा की बैठक में हंगामा करना एवं उसे बाधित करना सांविधानिक संस्थाओं का अपमान है।

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विद्यालयों में जाकर किशोरियों को एचपीवी टीकाकरण व बच्चों के आंखों की होगी जांच: मंगल पांडेय 

आरबीएसके के चलंत चिकित्सा दल करेंगे सहयोग  नया विचार न्यूज़ पटना। स्वास्थ्य मंत्री श्री मंगल पांडेय ने कहा कि बच्चों एवं किशोरियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। इसके लिए राज्य में मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना एवं राष्ट्रीय अंधापन नियंत्रण कार्यक्रम सहित अन्य स्वास्थ्य कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों के अंतर्गत जिले के सदर प्रखंड स्तर पर संचालित प्रशासनी एवं निजी विद्यालयों में जाकर 9 से 14 वर्ष आयु वर्ग की बालिकाओं को एचपीवी टीकाकरण के विशेष टीकाकरण सत्र एवं बच्चों की स्वास्थ्य जांच सहित आंखों की जांच की जाएगी। इन कार्यों में राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम आरबीएसके के चलंत चिकित्सा दलों द्वारा सहयोग लिया जाएगा। आरबीएसके के चलंत चिकित्सा दल विद्यालयों का माइक्रोप्लान इस प्रकार निर्मित करेंगे कि तीनों गतिविधियां बच्चों का स्वास्थ्य जांच,बालिकाओं का एचपीवी टीकाकरण एवं आंखों की जांच एक ही विद्यालय में हो सके। श्री पांडेय ने कहा कि विशेष टीकाकरण सत्रों के लिए विद्यालय स्तर पर व्यवस्था होगी। जिसमें वेटिंग एवं रजिस्ट्रेशन की के साथ टीकाकरण की अलग-अलग सुविधा होगी। इसके साथ ही टीकाकरण के बाद लाभार्थियों के 30 मिनट ऑब्जरवेशन की भी व्यवस्था की जाएगी। सत्र स्थल पर वैक्सीन तथा लॉजिस्टिक्स की समुचित व्यवस्था की जाएगी । इन गतिविधियों को संचालित करने में नोडल पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। टीकाकरण सत्रों के निकटतम आवासीय क्षेत्रों में उत्प्रेरकों के माध्यम से एचपीवी टीकाकरण से संबंधित सूचना से लाभार्थी को अवगत कराया जाएगा,ताकि वह टीकाकरण के लिए उत्प्रेरित हो सकें।  श्री पांडेय ने कहा कि टीकाकरण के लिए सत्र स्थल पर टीकाकर्मी , कम्प्यूटर ऑपरेटर एवं संबंधित लॉजिस्टिक्स की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। आयोजित होने वाले सत्रों पर इस बात का विशेष ध्यान दिया जाएगा कि कोई भी लाभार्थी खाली पेट टीकाकृत न हो। वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार निकट भविष्य में इस प्रकार की गतिविधियों को अनुमंडल एवं प्रखंड स्तर पर संचालित किया जाएगा।

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बिहार आइडिया फेस्टिवल 2025 के ज़िला स्तरीय अभियान का भव्य आगाज़ 

नया विचार न्यूज़ पटना। बिहार प्रशासन के उद्योग विभाग एवं स्टार्टअप सेल द्वारा राज्य में नवाचार, उद्यमिता और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने हेतु आयोजित बिहार आइडिया फेस्टिवल 2025 के तहत आज से पूरे राज्य में जिला स्तरीय कार्यक्रमों की शुरुआत की गई। इस अभियान के तहत पश्चिम चंपारण, किशनगंज, बेगूसराय, सुपौल, नालंदा, रोहतास, वैशाली, भागलपुर और पटना में भव्य आयोजन हुए।इन आयोजनों में छात्रों, किसानों, जीविका दीदियों, स्त्री समूहों (SHGs) ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। प्रतिभागियों ने बिहार आइडिया फेस्टिवल पोर्टल पर अपने नवाचार आधारित विचार प्रस्तुत किए तथा कार्यक्रम स्थल पर आयोजित “आइडिया हैकथॉन” में भाग लेकर अपने विचारों को विशेषज्ञों के समक्ष साझा किया। कार्यक्रमों में संबंधित जिलों के जिलाधिकारी, डीडीसी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मुख्य अतिथि के रूप में सहभागिता की तथा प्रतिभागियों को नवाचार के लिए प्रेरित किया। आज के आयोजन में राज्यभर के कुल 4875 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य के युवा, स्त्रीएँ एवं ग्रामीण नवप्रवर्तनकर्ता स्टार्टअप संस्कृति को अपनाने के लिए तत्पर हैं। बिहार आइडिया फेस्टिवल के ज़िला स्तरीय अभियान की यह शुरुआत पूरे राज्य में नवाचारों की पहचान और उन्हें स्टार्टअप में बदलने की दिशा में एक ठोस कदम है।  बिहार आइडिया फेस्टिवल उद्योग विभाग और योरस्टोरी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के साथ-साथ जीविका के सहयोग से शुरू की गई एक अनूठी पहल है। इसकार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं, छात्रों, स्वयं सहायता समूहों (SHGs), कारीगरों, किसानों आदि से 10,000+ उद्यमशील विचारों को जमीनी स्तर सेखोजना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से विभाग का लक्ष्य राज्य के उभरते उद्यमियोंकी पहचान करना, बाजार संपर्क स्थापित करना और उनके लिए वित्तपोषण केअवसर सृजित करना है। इस आयोजन के विजेताओं को स्टार्टअप बिहार नीति के तहत 10 लाख रुपये की सीड फंडिंग के लिए पिचिंग राउंड में वाइल्ड कार्ड अवसर प्राप्त होगा। उन्हें ट्रॉफी और स्टार्टअप बिहार नीति के तहत अन्य प्रोत्साहनों से भी सम्मानित किया जाएगा।

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गाड़ी सं. 09031 उधना-जयनगर स्पेशल के परिचालन ट्रेन के परिचालन अविध में विस्तार

नया विचार न्यूज़ समस्तीपुर– यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ के मद्देनजर उनके सुविधाजनक आवागमन हेतु चलायी जा रही स्पेशल ट्रेनों के परिचालन अविध में विस्तार करने का निर्णय लिया गया है जिनका विवरण निम्नानुसार है –   1. गाड़ी सं. 09031 उधना-जयनगर स्पेशल के परिचालन अवधि में विस्तार करते हुए इसे उधना से 03.08.2025 से 28.09.2025 तक प्रत्येक रविवार को चलायी जाएगी । 2. गाड़ी सं. 09032 जयनगर-उधना स्पेशल के परिचालन अवधि में विस्तार करते हुए इसे जयनगर से 04.08.2025 से 29.09.2025 तक प्रत्येक सोमवार को चलायी जाएगी ।

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Bihar News : 15 अगस्त से पटना मेट्रो दौड़ाएगी बिहार सरकार, जानिए कहाँ से कहां तक की दूरी होगी आसान

Bihar : बिहार प्रशासन पटना वासियों को स्वतंत्रता दिवस पर मेट्रो की सौगात देने जा रही है। इससे जुडी सारी तैयारियां पूरियो कर ली गई हैं। मेट्रो की यह सौगात स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध कराएगी।

समस्तीपुर

कृषि रोड मैप बिहार को “कृषि नवाचार राज्य” के रूप में प्रतिष्ठित कर रहा है – अशोक चौधरी

नया विचार न्यूज़ पटना– बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री श्री अशोक चौधरी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर के कहा है कि कृषि में वर्ष 2005 के बाद जो व्यापक परिवर्तन देखने को मिला है, वह न केवल राज्य के लिए एक विकास गाथा है, बल्कि पूरे देश के लिए एक प्रेरणा है। यह अद्भुत परिवर्तन संभव हो सका है बिहार के ओजस्वी, दूरदर्शी एवं जन-जन के प्रति संवेदनशील नेतृत्वकर्ता, माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी के कुशल मार्गदर्शन से। उन्होंने आरंभ से ही यह स्पष्ट कर दिया था कि बिहार का समावेशी विकास, कृषि के सतत और संरचनात्मक विकास से ही संभव है।  श्री चौधरी ने कहा कि विगत डेढ़ दशकों में बिहार प्रशासन द्वारा संचालित चारों कृषि रोड मैप (2008–2028) ने राज्य में कृषि के क्षेत्र में क्रमिक, समेकित और दूरदर्शी विकास की मजबूत आधारशिला रखी है। प्रथम कृषि रोड मैप (2008–2012) ने बीज गुणवत्ता, यांत्रिकरण और जैविक खेती को प्रोत्साहित कर कृषि उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्धि दर्ज की, जिससे राज्य को ‘कृषि कर्मण पुरस्कार’ जैसी प्रतिष्ठा प्राप्त हुई। इसके पश्चात द्वितीय रोड मैप (2012–2017) ने किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से आधारभूत संरचना, विद्युत आपूर्ति, भंडारण तथा ग्रामीण सड़कों के माध्यम से बाज़ार तक पहुँच को सुदृढ़ किया।   उन्होंने कहा कि इसी प्रकार तृतीय रोड मैप (2017–2022) में जैविक खेती के लिए विशेष कॉरिडोर्स, 1500 मेगावाट कृषि विद्युत फीडर, मछली पालन को बढ़ावा और कृषि आधारित पोषण जैसे नवाचारों को समाहित किया गया, जिससे आत्मनिर्भरता की ओर एक बड़ा कदम सिद्ध हुआ। अब चतुर्थ रोड मैप (2023–2028) ने समावेशी कृषि, स्त्री एवं भूमिहीन कृषकों की भागीदारी, डिजिटलीकरण (जैसे – मृदा मानचित्रण), जलवायु-संवेदनशीलता तथा पशुपालन संरचनाओं पर बल देकर कृषि को सतत, वैज्ञानिक और समावेशी स्वरूप देने की दिशा में कार्य प्रारंभ किया है।  श्री चौधरी ने बताया कि इन चारों चरणों की तुलना से स्पष्ट है कि बिहार की कृषि नीति अब पारंपरिक उत्पादन से हटकर टिकाऊ, प्रौद्योगिकी-सक्षम और किसान केंद्रित मॉडल की ओर अग्रसर हो चुकी है। यही क्रमिक दृष्टिकोण बिहार को “कृषि नवाचार राज्य” के रूप में प्रतिष्ठित कर रहा है। श्री चौधरी ने बताया कि वर्ष 2008 से आरंभ किए गए कृषि रोड मैपों की चार श्रृंखलाओं के माध्यम से राज्य में न केवल फसल उत्पादन में क्रांतिकारी वृद्धि हुई है, बल्कि किसानों के जीवन स्तर में भी अभूतपूर्व सुधार आया है। वर्ष 2005-06 में जहाँ चावल की उत्पादकता मात्र 11.41 क्विंटल प्रति हेक्टेयर थी, वह 2019-20 में बढ़कर 20.96 क्विंटल प्रति हेक्टेयर हो गई – अर्थात 83% की वृद्धि। गेहूं की उत्पादकता में 86% तथा मक्का में 34% की वृद्धि दर्ज की गई। इसी अवधि में सभी प्रमुख खाद्यान्न फसलों की सम्मिलित उत्पादकता में 130% की वृद्धि बिहार को कृषि समृद्ध राज्यों की अग्रिम पंक्ति में लाकर खड़ा करती है।श्री चौधरी ने बताया कि राज्य को चावल, गेहूं और मक्का उत्पादन में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए हिंदुस्तान प्रशासन द्वारा अब तक कुल पाँच कृषि कर्मण पुरस्कार प्राप्त हुए हैं, जो बिहार की कृषि नीति की सफलता का राष्ट्रीय प्रमाण है। इसके अतिरिक्त बिहार के किसानों ने आलू और धान की उत्पादकता में विश्व रिकॉर्ड तक कायम किया है, जो न केवल राज्य का गौरव है, बल्कि हिंदुस्तानीय कृषि विज्ञान के लिए एक उदाहरण भी है। कृषि आधारभूत संरचना के क्षेत्र में भी माननीय मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में व्यापक कार्य हुए हैं – प्रमंडलीय और जिला स्तरीय संयुक्त कृषि भवनों का निर्माण, ई-कृषि भवन, डिजिटल कृषि प्लेटफ़ॉर्म, ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली, ‘ई-नाम पोर्टल’, सीधा लाभ अंतरण (DBT), और घर-घर बीज एवं उन्नत यंत्रों की आपूर्ति जैसी योजनाओं ने बिहार के किसानों को तकनीक से जोड़ने और उनकी सुविधाओं को उनके गाँव तक पहुँचाने का कार्य किया है।श्री चौधरी ने कहा कि ‘मृदा स्वास्थ्य कार्ड’, ‘ऑर्गेनिक प्रमाणीकरण’, ‘क्लाइमेट स्मार्ट एग्रीकल्चर’, ‘जलवायु अनुकूल कृषि मॉडल’, ‘फसल अवशेष प्रबंधन’, तथा ‘डिजिटल एग्री-इन्फॉर्मेशन मैनेजमेंट सिस्टम’ जैसी योजनाओं ने राज्य में वैज्ञानिक और सतत कृषि को बढ़ावा दिया है। स्त्री कृषकों के सशक्तिकरण के लिए जीविका समूहों के माध्यम से उन्हें कृषि आधारित उद्यमों से जोड़ने का जो अभिनव प्रयास हुआ है, वह आत्मनिर्भर ग्रामीण बिहार की नींव रखता है। उन्होंने कहा कि राज्य प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रत्येक पात्र किसान को अनुदान, बीमा, प्रशिक्षण और विपणन की पारदर्शी सुविधा मिले – इसके लिए ऑनलाइन आवेदनों से लेकर अनुदान की राशि सीधे आधार-संलग्न खातों में भेजी जा रही है। कृषि यंत्रीकरण के अंतर्गत कृषक समूहों को यंत्र बैंक से जोड़ा गया है और किसानों को हर स्तर पर डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में प्रशिक्षित किया जा रहा है।इन सभी प्रयासों के मूल में माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी की यह दृढ़ आस्था रही है कि कृषि केवल आजीविका नहीं, बल्कि सम्मान, समृद्धि और सामाजिक न्याय का आधार है। बिहार प्रशासन की यह प्रतिबद्धता रही है कि राज्य का हर किसान सशक्त हो, सक्षम हो और आधुनिक तकनीकों से युक्त हो।श्री चौधरी ने अंत में कहा कि इस ऐतिहासिक यात्रा में सहभागी बनते हुए पूरा विश्वास है कि मुख्यमंत्री जी के मार्गदर्शन में आने वाला समय कृषि, ग्रामीण विकास और जनकल्याण की नई ऊँचाइयाँ छुएगा। बिहार की धरती अब केवल अन्नदाता नहीं, नवाचार, समावेशी विकास और आत्मनिर्भरता की मिसाल बन चुकी है।

समस्तीपुर

शिक्षक सम्मान सह काव्य गोष्ठी का आयोजन 

नया विचार न्यूज़ सरायरंजन : प्रखंड के सीमावर्ती राजकीय उत्क्रमित मध्य विद्यालय सुल्तानपुर घटहो में शुक्रवार को शिक्षक सम्मान सह काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम के दौरान पदोन्नत होकर स्थानांतरित होने वाले पांच शिक्षक–शिक्षिकाओं को विद्यालय परिवार की ओर से सम्मानित किया गया। सम्मानित होने वाले शिक्षक– शिक्षिकाओं में नवल किशोर, मनोज कुमार साह,मीरा कुमारी, राजनंदन प्रसाद विद्यार्थी एवं दुर्गेश यादव के नाम शामिल हैं। इस कार्यक्रम में कई शिक्षकों और छात्रों ने भाग लिया और शिक्षा के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किए।काव्य गोष्ठी का आरंभ लब्ध प्रतिष्ठित कवि डॉ.सच्चिदानंद पाठक की रचना, “है राष्ट्र हमारी शान सुनो दुनिया वालों, हम वीरों की संतान सुनो दुनिया वालों…, ने लोगों में देशभक्ति का भाव जगाया। विद्यासागर ब्रह्मचारी ने अपनी रचना,”भाव ऐसे जिगर में जगाएंगे हम, होलिका नफरतों की जलाएंगे हम…, सुना कर लोगों में प्रेम सद्भावना का पाठ पढ़ाया। अरुण कुमार मालपुरी की रचना,”हिंदुस्तानीय नारी का श्रृंगार है सिंदूर, आदर्श परिवार का संस्कार है सिंदूर…,ने हिंदुस्तानीय नारी के सम्मान में अपनी आवाज बुलंद की। अचल पुत्रा की रचना, “करोगे याद तो हर बात याद आएगी,गुजरते वक्त की हर मौज ठहर जाएगी…, ने श्रोताओं को साथ-साथ गुनगुनाने पर मजबूर कर दिया। कुमोद प्रसाद गिरि की रचना,”शिक्षक सिर्फ शिक्षक नहीं है एक मिशन है, सोच बदलने का उनका अपना ही विजन है…,शिक्षकों के महत्व को रेखांकित किया।वहीं कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे वरिष्ठ कवि चंद मुसाफिर की रचना,”यह शिक्षक हैं इनको इनका अधिकार चाहिए,यह रक्षक हैं मानवता का इन्हें मानवता सा व्यवहार चाहिए…, ने शिक्षकों के प्रति प्रशासन की उदासीनता पर ध्यान आकृष्ट कराया। कार्यक्रम में शामिल सभी कवियों को अंग –वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम का सफल संचालन शिक्षाविद् अचल पुत्रा ने किया। समारोह में कवयित्री रेखा पोद्दार, रूप नारायण झा, सियाराम महतो, नंदकिशोर झा, सतीश कुमार गिरि सहित दर्जनों गणमान्य मौजूद रहे।

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