सेवानिवृत्त प्राध्यापकों को दी गई भावपूर्ण विदाई
नया विचार न्यूज़ सरायरंजन : महाविद्यालय से अवकाश ग्रहण करने वाले विद्वान प्राध्यापकों के योगदान से महाविद्यालय कभी उऋण नहीं हो सकता है। उक्त बातें प्राचार्य डॉ. विपिन कुमार झा ने हिन्दी विभाग एवं इतिहास विभाग के दो प्राध्यापकों के लिए आयोजित विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए कहीं। प्राचार्य डॉ. झा की अध्यक्षता में अवकाश प्राप्त करने वाले प्रो .अवधेश कुमार झा एवं प्रो. चन्द्रमौलेश्वर झा के लिए आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रो .अवधेश कुमार झा ने कहा कि जो विश्व का कल्याण करने वाले होते हैं , उन्हें ही प्राध्यापक और छात्र कहते हैं, तथा जहां ज्ञान का निर्झर बहता है उसे ही महाविद्यालय कहते हैं।प्रो.झा ने अपने चालीस साल के शानदार सेवा अवधि संपूर्ण महाविद्यालय परिवार से मिले प्यार के प्रति आभार जताया।विशिष्ट अतिथि प्रो.चन्द्रमौलेश्वर झा सभी महाविद्यालय कर्मियों से मिलने वाले प्रेम के आभार जताया। समझ में प्राचार्य डॉ. विपिन कुमार झा एवं विभागीय प्राध्यापकों के द्वारा दोनों प्राध्यापकों को चादर, माला, एवं पाग पहनाकर सम्मानित किया गया। साथ ही सेवांत लाभ के रूप में पचहत्तर हजार रुपए का चेक सहित कुल डेढ़ लाख रुपए का चेक सेवांत लाभ के चेक से सम्मानित किया गया।इस अवसर पर केदार संत रामाश्रय महाविद्यालय के गौरव शाली इतिहास पर लिखित,केसर तिलक पुस्तक का लोकार्पण किया गया। प्राचार्य डॉ. विपिन कुमार झा,प्रो. पवन कुमार चौधरी, डॉ .उषा कुमारी,प्रो.शेखर प्रसाद चौधरी , प्रो .हरे कृष्ण चौधरी एवं डॉ .दीपक कुमार चौधरी के द्वारा पुस्तक का लोकार्पण किया गया। विदाई समारोह एवं पुस्तक लोकार्पण समारोह को, डॉ.सुवंश कुमार चौधरी, डॉ .भरत राय,प्रो .पवन कुमार चौधरी, डॉ .एस.एन. झा आदि ने संबोधित किया। मौके पर प्रो .अनिल कुमार झा, दयानंद झा,,प्रो.दयानंद चौधरी, डॉ.मुन्नी कुमारी, डॉ.किरण कुमारी, डॉ .ममता कुमारी,डॉ.चन्द्रशेखर झा, मुकुंद कुमार ,प्रो. श्याम कुमार झा, किशोर कुमार झा, प्रो. सुशील कुमार चौधरी सहित सभी महाविद्यालय कर्मी मौजूद थे।