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October 2, 2025

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Agriculture Lecturer के 500 पदों पर भर्ती, ऑनलाइन आवेदन और Exam डिटेल्स यहां देखें

RPSC Recruitment 2025 in Hindi: राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने कृषि स्कूल व्याख्याता (School Lecturer Agriculture) भर्ती 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू की थी. इस भर्ती अभियान के तहत कुल 500 पदों को भरा जाएगा. इच्छुक उम्मीदवारों के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 3 अक्टूबर 2025 तय की गई है. जो अभ्यर्थी अभी तक आवेदन नहीं कर पाए हैं, वे आयोग की आधिकारिक वेबसाइट rpsc.rajasthan.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. RPSC Recruitment 2025: योग्यता और आयु सीमा इस भर्ती के लिए उम्मीदवार की आयु 1 जनवरी 2026 को न्यूनतम 21 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए. आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों को नियमों के अनुसार आयु सीमा में छूट दी जाएगी. शैक्षिक योग्यता की जानकारी इस प्रकार है- कृषि/उद्यानिकी (Agriculture/Horticulture) में चार वर्षीय स्नातक डिग्री, या संबंधित विषय में मास्टर डिग्री और BEd होना आवश्यक है. इसके अलावा, अभ्यर्थियों को देवनागरी लिपि में हिंदी भाषा का ज्ञान और राजस्थानी संस्कृति की जानकारी भी होनी चाहिए. यह भी पढ़ें- AIIMS INI CET 2026 के लिए आवेदन कैसे करें? रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख और एडमिट कार्ड डेट देखें यहां RPSC Recruitment 2025: आवेदन शुल्क सामान्य (Unreserved)/OBC क्रीमी लेयर/अत्यंत पिछड़ा वर्ग क्रीमी लेयर: 600 SC/ST/BC-Non Creamy Layer/EBC-Non Creamy Layer/EWS/सहरिया/दिव्यांग उम्मीदवार: 400. RPSC Recruitment 2025: चयन प्रक्रिया और सैलरी उम्मीदवारों का चयन प्रतियोगी परीक्षा (Competitive Exam) के आधार पर किया जाएगा. चयनित उम्मीदवारों को वेतन पे मैट्रिक्स लेवल L-12 (ग्रेड पे ₹4800/-) के अनुसार दिया जाएगा. RPSC Recruitment 2025: आवेदन प्रक्रिया RPSC की आधिकारिक वेबसाइट recruitment.rajasthan.gov.in पर जाएं. “School Lecturer Registration 2025” लिंक पर क्लिक करें. रजिस्ट्रेशन कर आवेदन फॉर्म भरें. निर्धारित शुल्क का ऑनलाइन भुगतान करें और फॉर्म सबमिट करें. भविष्य के लिए आवेदन की प्रिंट कॉपी सुरक्षित रखें. इसे भी पढ़ें- MP PSTST 2025 Admit Card जारी, 9 अक्टूबर से परीक्षा, जानें रिपोर्टिंग टाइम और शिफ्ट The post Agriculture Lecturer के 500 पदों पर भर्ती, ऑनलाइन आवेदन और Exam डिटेल्स यहां देखें appeared first on Naya Vichar.

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Kantara Chapter 1 X Reviews: ऋषभ शेट्टी की फिल्म को मीडिया यूजर्स बता रहे शानदार, क्लाइमेक्स में खड़े होंगे रोंगटे, देखने से पहले पढ़ लें रिव्यू

Kantara Chapter 1′ X Reviews: ऋषभ शेट्टी की कंतारा फिल्म ‘कंतारा: चैप्टर 1’ एक लंबे इंतजार के बाद सिनेमाघरों में आज रिलीज हो गई है. फिल्मको लेकर सोशल मीडिया पर बहुत बज है. इशके रिलीज से पहले ही सोशल मीडिया पर फिल्म के ट्रेलर से जुड़े सीन्स वायरल हो रहे थे. फिल्म में ऋषभ के अलावा रुक्मिणी वसंत, जयराम और गुलशन देवैया भी हैं. मूवी कई भाषाओं में सिनेमाघरों में रिलीज हुई है, जिसमें कन्नड़, तेलुगु, मलयालम, तमिल, बंगाली और अंग्रेजी शामिल हैं. मूवी का क्लैश बॉक्स ऑफिस पर सनी संस्कारी की तुलसी कुमारी से है, जिसमें वरुण धवन और जान्हवी कपूर लीड रोल में हैं. आइए आपको ‘कंतारा: चैप्टर 1’ का एक्स रिव्यू बताते हैं, जो सुबह से ही आने लगे हैं. ‘कंतारा: चैप्टर 1’ का एक्स पर रिव्यू फिल्म ‘कंतारा: चैप्टर 1’ को लेकर एकस पर कई सारे रिव्यू आ चुके हैं. एक मीडिया यूजर ने लिखा, शानदार सीन, ऋषभ शेट्टी का दमदार अभिनय, रोंगटे खड़े कर देने वाला बैकग्राउंड म्यूजिक और जमीन से जुड़ी कहानी. नेगेटिव साइड- धीमा पहला भाग, लंबा रनटाइम. मुख्य अंश: प्री-क्लाइमेक्स और क्लाइमेक्स के सीन सिनेमाई स्तर पर बेहतरीन हैं. एक यूजर ने लिखा, वाह! एक एक्टर और निर्देशक के रूप में आपके प्रदर्शन से मैं हैरान रह गया ऋषभ शेट्टी. सहोदरा ने एक बार फिर साबित कर दिया कि मेहनत कभी असफल नहीं होती, बधाई हो,आपको 1000 करोड़ की कमाई की शुभकामनाएं. एक यूजर ने लिखा, एक और राष्ट्रीय पुरस्कार लोड हो रहा है. ऋषभ शेट्टी ने फिर किया कमाल. पूरी फिल्म में कई रोंगटे खड़े कर देने वाले पल हैं. #KantaraChapter1Review 🌿✨ Positives: Stunning visuals, Rishab Shetty’s powerful performance, goosebump-inducing BGM, rooted storytelling. Negatives: Slow 1st half, lengthy runtime. 🌟 Highlights: Pre-climax & climax sequences are a cinematic high! 🔥#RishabShetty – 4⭐ pic.twitter.com/w3FurIVxYU — @ItsGane (@GaneshSevathan) October 2, 2025 Whatttee anmovie🔥🔥🔥🔥💕💐 amazed with your performance as an actor & director @shetty_rishab sahodara once again proved hardwork never fails congratulations 🎉 🎉🎉 wishing you 1000crore as an cakewalk✅ #BlockBusterKantara #KantaraChapter1Review pic.twitter.com/5mtfbdFzYq — DráGoñ🐉cults🔥💕 (@KumarHk7916253) October 1, 2025 Another National Award Loading… Rishabh Shetty dose it again.. lots of goosebumps moment in whole film.. @shetty_rishab#KantaraChapter1 #RishabShetty #KantaraChapter1review pic.twitter.com/R5DUcOUDal — भाई साहब (@Bhai_saheb) October 1, 2025 कंतारा ने रिलीज के बाद मचाया था धूमकंतारा साल 2022 में सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी और इसने बॉक्स ऑफिस पर तहलका मचा दिया था. फिल्म का बजट सिर्फ 16 करोड़ रुपये था और इसने ताबड़तोड़ कमाई की थी. इस एक्शन ड्रामा फिल्म ने दुनिया भर में 407.82 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था. जबकि इसने हिंदुस्तानीय बॉक्स ऑफिस पर 309.64 करोड़ रुपये का कलेक्शन किया था. अगर आपने इसे नहीं देखा तो ये ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रहा है. यह भी पढ़ें- Kantara Chapter 1 Advance Booking: ऋषभ शेट्टी की ‘कांतारा: चैप्टर 1’ ने मचाया धमाल, एडवांस बुकिंग से करोड़ों की कमाई The post Kantara Chapter 1 X Reviews: ऋषभ शेट्टी की फिल्म को मीडिया यूजर्स बता रहे शानदार, क्लाइमेक्स में खड़े होंगे रोंगटे, देखने से पहले पढ़ लें रिव्यू appeared first on Naya Vichar.

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Patana Ravan Dahan : गांधी मैदान में उमड़ेगी भीड़, ट्रैफिक प्लान न समझे तो फंस जाएंगे जाम में

Patana Ravan Dahan : 2 अक्टूबर को पटना का ऐतिहासिक गांधी मैदान एक बार फिर रावण-दहन का गवाह बनेगा. दशहरा की परंपरा निभाने यहां लाखों की भीड़ जुटने वाली है. ऐसे में जिला प्रशासन ने सुरक्षा और ट्रैफिक के मोर्चे पर पुख्ता तैयारी की है. सड़क पर उतरने से पहले अगर आप प्लान नहीं समझेंगे, तो शहर की गलियों और चौराहों पर घंटों भटकना तय है. सुबह 11 बजे से बदलेगा ट्रैफिक ट्रैफिक एसपी अपराजिता लोहान ने साफ कहा है कि गांधी मैदान और उसके आसपास की सड़कों पर बुधवार सुबह 11 बजे से ही विशेष व्यवस्था लागू हो जाएगी. इस दौरान सिर्फ एम्बुलेंस, आपातकालीन गाड़ियां और पासधारक वाहन ही मैदान के करीब आ सकेंगे. आम वाहनों को वैकल्पिक मार्गों से घुमाकर भेजा जाएगा. भट्टाचार्य चौराहा से उत्तर गांधी मैदान की ओर जाने वाला मार्ग पूरी तरह बंद रहेगा. डाकबंगला से जेपी गोलंबर तक का रास्ता सिर्फ वीआईपी वाहनों के लिए रहेगा. न्यू डाकबंगला से एसपी वर्मा रोड पर प्रवेश वर्जित होगा.गांधी मैदान के चारों ओर पार्किंग और परिचालन पर पूरी तरह रोक रहेगी. ठाकुरबाड़ी मोड़, बाकरगंज मोड़, आईएमए हॉल, ट्विन टावर और होटल मौर्या से गांधी मैदान की ओर कोई वाहन नहीं जाएगा. वैकल्पिक मार्गों से निकलेगी गाड़ियां पटना सिटी से अशोक राजपथ होते हुए आने वाले वाहन गांधी चौक से भिखना पहाड़ी, मछुआटोली और नाला रोड होते हुए सीडीए बिल्डिंग से पटना जंक्शन की ओर जाएंगे. दानापुर से गांधी मैदान आने वाली गाड़ियां राजापुर पुल से बायीं ओर मोड़कर बोरिंग रोड चौराहा की तरफ भेजी जाएंगी. वहीं, जंक्शन से गांधी मैदान जाने वाले वाहन भट्टाचार्य मोड़ और गोरियाटोली होकर निकलेंगे. पासधारक वाहनों को ही पार्किंग की अनुमति होगी. इसके लिए एएन सिन्हा इंस्टीट्यूट, ज्ञान भवन, एसबीआई परिसर, जेपी गंगा पथ, मौर्यालोक, वीरचंद पटेल पथ सर्विस लेन और हार्डिंग रोड को तय किया गया है. सुरक्षा और मेडिकल अलर्ट गांधी मैदान के सभी बड़े गेट्स पर डॉक्टर और मेडिकल स्टाफ मौजूद रहेंगे. जीवन रक्षक दवाएं और एम्बुलेंस पहले से तैनात कर दी गई हैं. पास के बड़े अस्पताल—तारा हॉस्पिटल और रूबन हॉस्पिटल को हाई अलर्ट पर रखा गया है. दर्शकों का प्रवेश गेट नंबर 4, 5, 6, 7, 8, 10 और 12 से कराया जाएगा. सुरक्षा के लिए 49 जगहों पर 103 दंडाधिकारी और पुलिस अफसर तैनात होंगे. 128 सीसीटीवी कैमरों और 10 वॉच टावरों से हर गतिविधि पर नजर रखी जाएगी. रावण-वध की परंपरा और नजारा पिछले 70 वर्षों से दशहरा कमेटी ट्रस्ट इस आयोजन को करा रहा है. इस बार आगरा की टीम 80 फीट ऊंचे रावण, 75 फीट मेघनाथ और 70 फीट कुंभकरण के पुतले तैयार कर रही है. नागा बाबा ठाकुरबाड़ी से भगवान राम की शोभायात्रा निकलेगी, जो गांधी मैदान पहुंचकर रावण वध करेगी और फिर सीता माता संग वापसी होगी. जिलाधिकारी त्यागराजन ने मैदान का निरीक्षण कर भवन निर्माण विभाग को गड्ढों की भराई और समतलीकरण का आदेश दिया. पंडाल, मंच और बैरिकेडिंग की मजबूती जांची गई. प्रशासन ने साफ किया कि ट्रैफिक, भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा इंतजाम को लेकर मॉक ड्रिल की जाएगी, जिसमें एसडीआरएफ भी शामिल होगी. प्रशासन ने दर्शकों से अपील की है कि छोटे बच्चों की जेब में घर का पता, पिता का नाम और मोबाइल नंबर जरूर डाल दें, ताकि भीड़ में खो जाने की स्थिति में उन्हें तुरंत ढूंढा जा सके. Also Read: Aaj Bihar ka Mausam: आसमान से आफत, पटना-भागलपुर में झमाझम; शेखपुरा में गिरी बिजली, 2 अक्टूबर से और बड़ा खतरा The post Patana Ravan Dahan : गांधी मैदान में उमड़ेगी भीड़, ट्रैफिक प्लान न समझे तो फंस जाएंगे जाम में appeared first on Naya Vichar.

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Aaj ka Mausam : दशहरे के दिन इन राज्यों में भारी बारिश के आसार, 7 अक्टूबर तक जमकर बरसेंगे बादल

Aaj ka Mausam : मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 5 से 7 अक्टूबर के बीच एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिम हिंदुस्तान को प्रभावित करेगा, जिसकी सबसे ज्यादा असर 6 अक्टूबर को दिखाई देगा. 2 से 6 अक्टूबर तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार में, 1 से 4 अक्टूबर तक गंगीय पश्चिम बंगाल और छत्तीसगढ़ में, 2 से 4 अक्टूबर तक झारखंड में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. वहीं, 2 से 3 अक्टूबर तक ओडिशा में, 3 और 4 अक्टूबर को पश्चिम मध्य प्रदेश में जबकि 3 और 4 अक्टूबर को पूर्वी मध्य प्रदेश में ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. कुछ जगहों पर भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है. झारखंड में अगले 3 दिन बारिश की आशंका IMD के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव का क्षेत्र बनने के कारण मौसम विभाग ने झारखंड में अगले 3 दिन हल्की से मध्यम बारिश होने का अनुमान लगाया है. कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बारिश भी हो सकती है. 2 अक्टूबर को राज्य के दक्षिणी और मध्य हिस्सों में कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. साथ ही, राज्य के कई हिस्सों में गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश और वज्रपात होने की संभावना है, जिसमें हवा की गति 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे तक हो सकती है. बिहार में भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने बिहार के 24 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया है. विभाग की ओर से अलर्ट जारी किया गया है कि 2 से 7 अक्टूबर तक पूर्वी और उत्तरी जिलों में भारी से अत्यधिक बारिश और बिजली गिरने की संभावना है. उत्तर प्रदेश के अलावा इन राज्यों में हो सकती है बारिश 3 से 6 अक्टूबर के दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश में, 6 और 7 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जबकि 5 और 6 अक्टूबर को राजस्थान में कहीं-कहीं भारी बारिश होने की संभावना है. इसके अलावा, 5 और 6 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी होने की संभावना है. महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में भारी बारिश की संभावना 2 अक्टूबर को सौराष्ट्र और कच्छ में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है. कुछ जगहों पर भारी बारिश हो सकती है. वहीं, 4 अक्टूबर को मध्य महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के घाटी क्षेत्रों में भारी बारिश होने की संभावना है. यह भी पढ़ें : Heavy Rain Alert: 1,2,3,4,5 अक्टूबर तक ओडिशा में भारी बारिश की संभावना, आंधी-तूफान की चेतावनी, अलर्ट जारी पश्चिम बंगाल और ओडिशा में तेज हवाएं चलेंगी आने वाले 2 दिनों तक अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में गरज के साथ तेज हवाएं (40-50 किमी/घंटा) चलने की संभावना है. वहीं, अगले 7 दिनों तक बिहार और अगले 5 दिनों तक पश्चिम बंगाल, झारखंड और ओडिशा में तेज हवाएं (30-40 किमी/घंटा) चल सकती हैं. असम और मेघालय में बहुत भारी बारिश की संभावना पूर्वोत्तर हिंदुस्तान में अगले 3-4 दिनों तक कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है. इसके अलावा, 2 से 3 अक्टूबर तक असम और मेघालय में बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. The post Aaj ka Mausam : दशहरे के दिन इन राज्यों में भारी बारिश के आसार, 7 अक्टूबर तक जमकर बरसेंगे बादल appeared first on Naya Vichar.

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Aaj Bihar ka Mausam: आसमान से आफत, पटना-भागलपुर में झमाझम; शेखपुरा में गिरी बिजली, 2 अक्टूबर से और बड़ा खतरा

Aaj Bihar ka Mausam: पटना से लेकर सुपौल तक, हर ओर बारिश ने लोगों की रफ्तार रोक दी है. सड़कों पर पानी, पंडालों में अव्यवस्था और गांवों में बिजली गिरने से मौतें—बिहार बुधवार को इन तमाम समाचारों से दहला. मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि यह शुरुआत भर है. 2 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक आसमान और ज्यादा कहर ढा सकता है. बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उठे दो मौसमीय सिस्टम बिहार ही नहीं, पूरे देश के बड़े हिस्से में भारी बारिश और तूफानी हवाओं की दस्तक देने वाले हैं. अचानक बदला मौसम, बारिश बनी आफत बुधवार की सुबह पटना, भागलपुर, गया, सीवान, बक्सर, बांका, जमुई, बेगूसराय, नालंदा, खगड़िया, सुपौल, लखीसराय और गोपालगंज में तेज बारिश हुई. दोपहर बाद सासाराम, सहरसा, शेखपुरा, जहानाबाद और समस्तीपुर भी भीग गए. शेखपुरा में बारिश के बीच आकाशीय बिजली पेड़ पर गिरी और देखते-ही-देखते आग भड़क उठी. बक्सर में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की मौत हुई. नवादा जिले के सिरदला प्रखंड में दुर्गा पूजा कलश विसर्जन के दौरान बिजली ने दो लोगों की जान ले ली और दर्जनों लोग घायल हो गए. बारिश से सुपौल और खगड़िया की सड़कों पर पानी भर गया है, जबकि नालंदा में पंडालों की व्यवस्था चरमरा गई है. यलो अलर्ट और 2 अक्टूबर से बड़ा खतरा मौसम विज्ञान केंद्र ने बुधवार को प्रदेश के 24 जिलों के लिए यलो अलर्ट जारी किया. वैज्ञानिकों ने साफ कहा कि 2 से 7 अक्टूबर तक बिहार के पूर्वी और उत्तरी जिलों में भारी बारिश की आशंका है. कई जगह तो अत्यधिक बारिश का खतरा मंडरा रहा है. साथ ही बिजली गिरने की संभावना भी बनी हुई है. लोगों को पेड़ों के नीचे खड़े न होने और खुले खेतों में काम न करने की सलाह दी गई है. बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से उठे दो सिस्टम बारिश के पीछे की असली वजह बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में सक्रिय दो सिस्टम हैं. 30 सितंबर से अंडमान सागर के ऊपर चक्रवातीय क्षेत्र बना है, जिससे 1 अक्टूबर तक बंगाल की खाड़ी में लो-प्रेशर एरिया मजबूत हो गया. यह सिस्टम धीरे-धीरे पश्चिम-उत्तर की ओर बढ़ते हुए 3 अक्टूबर को दक्षिण ओडिशा और उत्तर आंध्र प्रदेश के तटों से टकराने वाला है. अरब सागर में भी कच्छ की खाड़ी और उससे लगे हिस्सों पर एक लो-प्रेशर एक्टिव हो चुका है. अगले 24 घंटे में इसके डिप्रेशन में बदलने की संभावना है. इस समय इसके चारों ओर 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं बह रही हैं. बिहार समेत कई राज्यों में असर इन सक्रिय सिस्टम्स का असर सिर्फ बिहार तक सीमित नहीं रहेगा. पूर्वोत्तर हिंदुस्तान, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली तक इसका असर महसूस किया जाएगा. पहाड़ी राज्यों में भी भारी बारिश और खराब मौसम का डर है. विशेषज्ञ मानते हैं कि इस बार मानसून इतनी आसानी से विदा नहीं होने वाला. यहां तक कि जहां पिछले महीने मानसून विदाई का ऐलान किया जा चुका था, वहां भी फिर से बारिश लौट सकती है. बंगाल की खाड़ी में एक और सिस्टम बनने की संभावना है, जिससे पूर्वी और उत्तर-पूर्वी राज्यों में 10 अक्टूबर के बाद भी बारिश बनी रहेगी. Also Read: BJP प्रवक्ता ने राहुल गांधी को दी “सीने में गोली मारने” की धमकी, कांग्रेस ने दर्ज कराया FIR The post Aaj Bihar ka Mausam: आसमान से आफत, पटना-भागलपुर में झमाझम; शेखपुरा में गिरी बिजली, 2 अक्टूबर से और बड़ा खतरा appeared first on Naya Vichar.

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महात्मा गांधी की झारखंड यात्रा के 100 साल, विद्यार्थी के चरित्र निर्माण में आज भी प्रासंगिक ‘सत्य के प्रयोग’

Gandhi Jayanti: मोहनदास करमचंद गांधी, जिन्हें गांधीजी या बापू कहा जाता है, का जीवन एक खुला विश्वविद्यालय है. उनकी जीवनी पढ़कर, विद्यार्थी यह समझते हैं कि चरित्र कोई ऐसा विषय नहीं है, जो कक्षाओं में पढ़ायी जाये. यह हर दिन, हर निर्णय में ‘सत्य के छोटे-छोटे प्रयोगों’ से बनता है. युवाओं के मन में यह बीज बोना होगा कि एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए, सबसे पहले हमें खुद को बेहतर बनाना होगा. बापू का जीवन इसी स्व-परिवर्तन का सबसे बड़ा प्रमाण है. गांधी का जीवन अटल मार्गदर्शक स्तंभ की तरह महात्मा गांधी की 1925 में झारखंड (तत्कालीन बिहार-उड़ीसा) की यात्रा, जिसमें गिरिडीह और मधुपुर जैसे शहर शामिल थे, आज 100 साल बाद भी हमें एक महत्वपूर्ण सबक सिखाती है. आज के डिजिटल युग में, जहां नैतिक मूल्यों का ह्रास हो रहा है और चरित्र निर्माण की नींव कमजोर पड़ रही है, वहां विद्यार्थियों के लिए गांधीजी का जीवन और दर्शन एक अटल मार्गदर्शक स्तंभ की तरह है. चरित्र निर्माण की गांधीवादी आधारशिला गांधीजी के संपूर्ण जीवन का सार उनके विचारों में निहित हैं. उनका कहना था कि ‘व्यक्ति का चरित्र ही राष्ट्र का चरित्र’ होता है. उनके लिए शिक्षा का उद्देश्य एक ऐसे नागरिक का निर्माण करना था, जो नैतिक रूप से मजबूत हो, निडर हो और समाज के प्रति जिम्मेदार हो. उनकी आत्मकथा ‘सत्य के प्रयोग’ (My Experiments with Truth) विद्यार्थियों के लिए ‘नैतिक प्रयोगशाला’ है. यह दर्शाता है कि एक साधारण व्यक्ति किस प्रकार लगातार आत्म-निरीक्षण और गलतियों से सीखकर महात्मा बन सकता है. झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें सत्यनिष्ठा और ईमानदारी का पाठ गांधीजी का जीवन ‘सत्य’ पर आधारित था. ‘सत्य के प्रयोग’ में वह अपनी छोटी से छोटी गलतियों, जैसे बचपन में चोरी करना या धूम्रपान की लत, को स्वीकार करने में भी संकोच नहीं करते. विद्यार्थियों के लिए यह जीवनी उन्हें सिखाती है कि ‘ईमानदारी’ किसी भी बड़े चरित्र की पहली सीढ़ी है. परीक्षा में नकल न करना, प्रोजेक्ट खुद से बनाना और अपने माता-पिता या शिक्षकों से सच बोलना, ये सभी सत्यनिष्ठा के छोटे-छोटे प्रयोग हैं, जो भविष्य में उन्हें भ्रष्टाचार मुक्त और ईमानदार नागरिक बनाते हैं. यह उन्हें असफलता को स्वीकार करने और उसे सीखने के अवसर के रूप में देखने की शक्ति देती है. आत्म-नियंत्रण (ब्रह्मचर्य) और समर्पण गांधीजी ने ब्रह्मचर्य को केवल शारीरिक नियंत्रण के रूप में नहीं, बल्कि विचार, शब्द और कर्म में पूर्ण अनुशासन के साथ परिभाषित किया. उनके जीवन में हर कार्य के प्रति एक गहरा समर्पण और दृढ़ संकल्प था. आज के विचलित करने वाले माहौल में, आत्म-नियंत्रण अत्यंत आवश्यक है. गांधीजी का जीवन बताता है कि सफलता के लिए ‘साधनों की पवित्रता’ और ‘लक्ष्य पर एकाग्रता’ जरूरी है. यह उन्हें अनावश्यक विलासिता और क्षणिक सुखों से दूर रहकर, अपने अध्ययन और लक्ष्य के प्रति पूर्णतः समर्पित होने की प्रेरणा देता है. श्रम का महत्व (शारीरिक श्रम और ‘ब्रेड लेबर’) महात्मा गांधी ने हमेशा ‘शारीरिक श्रम’ (Bread Labour) को महत्व दिया. उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति को जीवन यापन के लिए कुछ शारीरिक श्रम अवश्य करना चाहिए. बापू आश्रमों में खुद झाड़ू लगाते थे, चरखा चलाते थे और शौचालयों की सफाई करते थे. उनकी ये बातें विद्यार्थियों को सीख देती है कि ‘श्रम की गरिमा’ सर्वोपरि है. कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता. यह अवधारणा विद्यार्थियों के ‘अहंकार’ को दूर करती है और उन्हें दूसरों के श्रम का सम्मान करना सिखाती है. यह उन्हें आत्मनिर्भर बनाता है. निडरता और अन्याय का प्रतिरोध दक्षिण अफ्रीका से लेकर हिंदुस्तान के स्वतंत्रता संग्राम तक, महात्मा गांधी ने हमेशा ‘अन्याय’ के खिलाफ खड़े होने का साहस दिखाया, भले ही विरोधी कितना भी शक्तिशाली क्यों न हो. उन्होंने निडरता को चरित्र का एक अनिवार्य अंग माना. आज के समय में बापू के ये गुण छात्रों को बुलीइंग (Bullying), रैगिंग या किसी भी प्रकार के अन्याय के खिलाफ आवाज उठाना सिखाता है. गांधीजी का अहिंसा का सिद्धांत उन्हें सिखाता है कि प्रतिरोध का मतलब हिंसा नहीं होता. ‘सत्य और नैतिक बल’ के साथ खड़ा होना होता है. यह उन्हें अन्याय का मुखर विरोध करने वाला और कमजोरों का साथ देने वाला नागरिक बनाता है. सर्वधर्म समभाव और समावेशी दृष्टिकोण गांधीजी सभी धर्मों का सम्मान करते थे. उन्होंने अपने आश्रम में सभी धर्मों की प्रार्थना को शामिल किया. उनका चरित्र समावेशी था, जो विभिन्न संस्कृतियों और विचारों को एक साथ जोड़ता था. यह आज के ध्रुवीकृत समाज में सबसे महत्वपूर्ण शिक्षा है. यह छात्रों को सिखाता है कि हिंदुस्तान की विविधता ही उसकी शक्ति है. उन्हें हर सहपाठी का, उसकी जाति, धर्म या पृष्ठभूमि की परवाह किये बिना, सम्मान करना चाहिए. यह उन्हें ‘सह-अस्तित्व’ और ‘वैश्विक नागरिकता’ के मूल्यों से परिचित कराता है. इसे भी पढ़ें बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र, झारखंड में 3 दिन होगी बारिश, कई जगहों पर भारी वर्षा की चेतावनी Mahatma Gandhi Jayanti: झारखंड और आदिवासियों से बहुत प्रभावित थे महात्मा गांधी सारंडा के जंगल में एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान कोबरा 209 बटालियन के जवान को सांप ने काटा, मौत रिटायर्ड मुख्य सचिव अलका तिवारी झारखंड की राज्य निर्वाचन आयुक्त नियुक्त, अधिसूचना जारी The post महात्मा गांधी की झारखंड यात्रा के 100 साल, विद्यार्थी के चरित्र निर्माण में आज भी प्रासंगिक ‘सत्य के प्रयोग’ appeared first on Naya Vichar.

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