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October 11, 2025

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Ahoi Astami 2025: अहोई अष्टमी का व्रत रखने से पहले जान लें पूजा विधि

Ahoi Astami 2025: सनातन परंपरा में कार्तिक मास की अष्टमी तिथि को रखे जाने वाला अहोई अष्टमी व्रत बहुत ही शुभ और फलदायी माना गया है. मान्यता है कि इस व्रत को श्रद्धा और विधि-विधान से करने पर संतान को लंबी उम्र, अच्छी सेहत और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है. हर साल माताएं इस दिन अहोई माता की पूजा करके अपने बच्चों के सुख, सफलता और अच्छे भविष्य की कामना करती हैं. अहोई अष्टमी 2025 कब है? हिंदू पंचांग के अनुसार, अहोई अष्टमी का व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. यह दिन खास तौर पर संतान की दीर्घायु और सुख-समृद्धि के लिए माना गया है. इस साल 2025 में अहोई अष्टमी सोमवार, 13 अक्टूबर को पड़ेगी. अहोई अष्टमी पूजा विधि सुबह की तैयारी और संकल्प व्रत वाले दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और पूजा की जगह साफ करें. फिर अहोई माता का ध्यान करते हुए निर्जला व्रत (बिना जल के) रखने का संकल्प लें. अहोई माता का चित्र बनाना या लगाना शाम के समय पूजा शुरू करने से पहले दीवार पर या कागज पर अहोई माता का चित्र बनाएं या स्थापित करें. इस चित्र में सेई (साही) और उसके शिशु जरूर होने चाहिए. ये भी देखें: 13 अक्टूबर को है अहोई अष्टमी व्रत, जल्दी नोट कर लें पूजा की सभी सामग्री कलश स्थापना और पूजा सामग्री चित्र के पास जल से भरा कलश रखें और उसके मुख पर सिंदूर से स्वस्तिक बनाएं. पूजा की सामग्री जैसे – चावल, मूली, सिंघाड़े, आठ पूरियां और आठ पुए तैयार रखें. कथा और पूजा प्रक्रिया दीपक जलाएं और अहोई माता की पूजा रोली, चावल और दूध-भात से करें. इसके बाद अहोई अष्टमी की कथा श्रद्धा से सुनें. कथा के समय हाथ में गेहूं के दाने और फूल रखें. आरती और व्रत पारण कथा के बाद अहोई माता की आरती करें और अपने बच्चों के सुखमय जीवन की प्रार्थना करें. शाम को जब आसमान में तारे दिखाई दें, तब उन्हें अर्घ्य अर्पित करें और तभी व्रत खोलें (भोजन करें). दान का महत्व पूजा पूरी होने के बाद किसी गरीब स्त्री या ब्राह्मण को पूड़ियां, पुए और अन्य व्यंजन दान करें. मान्यता है कि इससे व्रत का पूरा फल मिलता है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है. अहोई अष्टमी का इतिहास क्या है? अहोई अष्टमी व्रत की कथा बहुत प्राचीन है. कहा जाता है कि एक बार एक स्त्री जंगल में मिट्टी खोदते समय गलती से एक सेई (साही) के शिशु को चोट पहुँचा देती है, जिससे वह मर जाता है. इसके परिणामस्वरूप उसकी संतान को कष्ट होता है. पश्चाताप में वह स्त्री कार्तिक कृष्ण अष्टमी के दिन अहोई माता की पूजा करती है और प्रायश्चित करती है. माता अहोई उसकी भक्ति से प्रसन्न होकर उसकी संतान को जीवनदान देती हैं. तभी से यह व्रत संतान की रक्षा और दीर्घायु के लिए रखा जाने लगा. क्या अहोई अष्टमी सिर्फ लड़कों के लिए है? नहीं, यह एक सामान्य संतान सुख व्रत है. पारंपरिक रूप से स्त्रीएं इसे पुत्र की दीर्घायु के लिए रखती थीं, लेकिन आज के समय में यह व्रत लड़के और लड़की दोनों के सुख-समृद्धि और अच्छे स्वास्थ्य के लिए किया जाता है. अहोई व्रत में क्या खाना चाहिए? अहोई अष्टमी के दिन सुबह स्नान के बाद सात्विक भोजन ग्रहण किया जा सकता है, लेकिन अधिकतर स्त्रीएं निर्जला या फलाहारी व्रत रखती हैं. पूजा के बाद तारों को अर्घ्य देने के पश्चात व्रत तोड़ते समय पूरी, पुए, मूली, सिंघाड़े और दूध से बने व्यंजन खाए जाते हैं. क्या अहोई अष्टमी में पानी पी सकते हैं? परंपरागत रूप से अहोई अष्टमी को निर्जला व्रत माना गया है, यानी इस दिन पानी नहीं पिया जाता. लेकिन अगर स्वास्थ्य कारणों से कठिनाई हो तो स्त्रीएं फल या पानी लेकर व्रत रख सकती हैं. संकल्प में यह जरूर बताना चाहिए कि आप जल या फलाहार सहित व्रत रख रही हैं. क्या अहोई अष्टमी व्रत में दूध पी सकते हैं? हां, यदि आप पूरी तरह निर्जला व्रत नहीं रख पा रही हैं, तो आप दूध या फलाहार लेकर व्रत कर सकती हैं. यह व्रत का भक्ति और संकल्प प्रमुख हिस्सा है, नियमों में थोड़ी ढील स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार दी जा सकती है. The post Ahoi Astami 2025: अहोई अष्टमी का व्रत रखने से पहले जान लें पूजा विधि appeared first on Naya Vichar.

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JPSC Result 2025: डेंटल डाॅक्टर परीक्षा का फाइनल रिजल्ट जारी, यहां चेक करें अपना नाम और देखें PDF

JPSC Result 2025: झारखंड में डेंटल डाॅक्टर की भर्ती के लिए इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों के लिए बड़ी समाचार आई है. झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) ने Dental Doctor Examination का फाइनल रिजल्ट जारी कर दिया है. आयोग की ओर से जारी सूचना के अनुसार उम्मीदवार अपना रिजल्ट आधिकारिक वेबसाइट www.jpsc.gov.in पर देख सकते हैं. यहां आपके लिए रिजल्ट चेक करने के प्रोसेस और रिजल्ट की पीडीएफ देखने के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है. कब हुआ था इंटरव्यू? (Dental Doctor Examination) ऑफिशियल नोटिफिकेशन के अनुसार, परीक्षा में पास होने वाले कैंडिडेट्स का इंटरव्यू 25 सितंबर 2025 को हुआ था. अब उसी के आधार पर आयोग की तरफ से कैंडिडेट्स की लिस्ट जारी की गई है जोकि आयोग की ऑफिशियल वेबसाइट पर उपलब्ध है. JPSC Result 2025 में क्या है? Dental Doctor Examination के फाइनल में रिजल्ट में टोटल 22 कैंडिडेट्स का नाम शामिल है. रिजल्ट कैटेगरी वाइज- मेल और फीमेल कैंडिडेट्स के लिए जारी किया गया है. अगर आप भी इस परीक्षा और इंटरव्यू में शामिल हुए थे तो आप ऑफिशियल वेबसाइट पर रोल नंबर से अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं.  Dental Doctor Examination का फाइनल रिजल्ट कैसे चेक करें? Dental Doctor Examination का फाइनल रिजल्ट चेक करने के स्टेप्स इस प्रकार हैं- कैंडिडेट्स सबसे पहले JPSC की ऑफिशियल वेबसाइट www.jpsc.gov.in पर जाएं अब विंडो ओपन होने के बाद आपको एग्जाम या रिजल्ट सेक्शन में जाना होगा पेज ओपन होने के बाद आपको दिख रही रिजल्ट की पीडएफ पर क्लिक करना होगा अब उम्मीदवार अपने रोल नंबर/एप्लीकेशन आईडी के आधार पर रिजल्ट चेक कर सकते हैं. अगर आप रिजल्ट देखने के बाद उसका प्रिंटआउट लेना चाहते हैं तो आप Ctrl-P से भविष्य के लिए प्रिंटआउट ले सकते हैं. यदि किसी उम्मीदवार को अपने परिणाम से संबंधित कोई कमी नजर आती है तो वे समय पर आयोग को सूचित कर सकते हैं. इसे भी पढ़ें- NTA की SHRESHTA NETS परीक्षा से कैसे मिलेगा एडमिशन? इन स्टूडेंट्स के लिए बड़ा मौका

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Chanakya Niti: हर मुस्कुराता चेहरा इंसान नहीं होता, कुछ होते हैं दो पैरों वाले पशु – समझें नीति का रहस्य

Chanakya Niti:  हमारी मुलाकात रोज ऐसे लोगों से होती हैं जिनकी हरकतें हमारे मन को खटकने लगती हैं. ये लोग न दूसरों की बात समझते हैं, न अपने शब्दों पर काबू रख पाते है या फिर कभी-कभी तो इनकी चुप्पी हमें हैरान कर देती है. दिखने में तो ये नॉर्मल इंसान की तरह ही होते है पर असल में क्या होते है इससे समझना थोड़ा मुश्किल जान पड़ता है. आचार्य चाणक्य ने ऐसे ही लोगों के लिए एक श्लोक लिखा है, जिसमें उन्होंने चेतावनी दी है कि ऐसे दो पैरों वाले पशु से जितनी जल्दी हो सके दूर रहना चाहिए. जानें चाणक्य ने किं लोगों को पशु की केटेगरी में रखा है. चाणक्य नीति श्लोक हिन्दी में अर्थ सहित: मूर्खस्तु परिहर्तव्यः प्रत्यक्षो द्विपदः पशुः।भिनत्ति वाक्यशूलेन अदृश्यं कण्टकं यथा॥ अर्थ: मूर्ख व्यक्ति को त्याग देना चाहिए, क्योंकि वह दो पैरों वाला पशु है. जिस प्रकार कोई अदृश्य कांटा हमें दिखता नहीं पर गहरा दर्द देता है, वैसे ही मूर्ख व्यक्ति अपने कटु और अज्ञान भरे शब्दों से मन को घायल कर देता है. Chanakya Niti: ऐसे लोग दिखते हैं सभ्य, पर शब्दों से करते हैं वार – चाणक्य ने कहा त्यागो इन्हें Chanakya niti in hindi चाणक्य का यह श्लोक सिर्फ मूर्खों की आलोचना नहीं है, बल्कि एक गहरा सबक है.वे कहते हैं कि मूर्ख व्यक्ति न सोचता है, न समझता है. उसकी बातें उतनी ही चुभती हैं जितना कोई अदृश्य कांटा और चुप्पी जैसे कोई गहरी साजिश चल रही हो दिमाग में. ऐसे व्यक्ति को अपने साथ रखना आत्मसम्मान और शांति दोनों के लिए खतरा है. मूर्ख व्यक्ति अपनी बातों से दूसरों को नीचा दिखाने में गर्व महसूस करता है, पर खुद को सुधारने का प्रयास नहीं करता. दो पैरों वाले पशु से दूरी क्यों जरूरी है? पहला कारण तो यह है कि मूर्ख व्यक्ति हर परिस्थिति में गलत निर्णय लेते हैं और दूसरों को भी गलत राह पर ले जाते हैं. इस तरह के लोगों के साथ रहने से व्यक्ति की खुद की छवि बिगड़ती है और बहुत हद तक अच्छे लोग एसे लोगों का साथ पसंद नहीं करते जिसे मूर्खों का साथ पसंद हो व्यक्ति की जुबान ऐसा हथियार है जो बिना दिखे वार करती है और उसकी चुप्पी किसी खतरें की आहट देती है. उनसे दूर रहना आत्म-सुरक्षा का पहला कदम है. चाणक्य हमें सिखाते हैं कि हर कोई मनुष्य नहीं होता. कुछ लोग केवल शरीर से मनुष्य हैं, पर कर्म और विचारों से पशु. ऐसे दो पैरों वाले पशु से जितनी दूरी रखी जाए, उतना ही जीवन शांत, सम्मानित और सुरक्षित रहता है. चाणक्य के अनुसार जीवन कैसे जीना चाहिए? चाणक्य के अनुसार जीवन में संयम, विवेक, और आत्मनियंत्रण जरूरी है. व्यक्ति को अपने कर्मों से अपनी पहचान बनानी चाहिए, न कि दूसरों की प्रशंसा या आलोचना से प्रभावित होना चाहिए। सत्य, धैर्य और परिश्रम जीवन के तीन प्रमुख स्तंभ हैं. चाणक्य नीति के 4 उपाय कौन से हैं? चाणक्य नीति के अनुसार किसी भी समस्या को सुलझाने के चार उपाय बताए गए हैं – साम (बातचीत से), दाम (लोभ से), दंड (सजा से) और भेद (गोपनीयता या नीति से). इन चारों उपायों का सही समय पर उपयोग करने वाला व्यक्ति कभी पराजित नहीं होता. चाणक्य नीति के अनुसार दुश्मन को कैसे परास्त करना चाहिए? चाणक्य के अनुसार, दुश्मन को हराने के लिए पहले उसे समझना जरूरी है। उसकी कमजोरियों को पहचानो, और शांत रहकर सही समय का इंतजार करो। वे कहते हैं – “दुश्मन कमजोर दिखे तब भी उसे हल्के में मत लो, और जब मजबूत दिखे तब जल्दबाज़ी मत करो.” बुद्धिमानी और धैर्य ही असली हथियार हैं. चाणक्य के 7 नियम क्या हैं? चाणक्य ने जीवन के लिए 7 प्रमुख नियम बताए हैं –सत्य बोलो लेकिन कटु नहीं.समय और अवसर की पहचान करो.अपने रहस्य किसी से साझा मत करो.अपने लक्ष्य तक पहुँचने से पहले किसी को अपनी योजना न बताओ.शत्रु को कभी पूरी तरह कमजोर मत समझो.क्रोध और लोभ को हमेशा नियंत्रण में रखो.मूर्ख और नकारात्मक लोगों से दूरी बनाए रखो. Also Read: Chanakya Niti: जीती जागती मृत्यु के समान है ये 4 चीजें – कहीं आपके आस-पास तो नहीं… Also Read: Chanakya Niti: अगर आपमें नहीं ये हैं गुण तो कभी खुश नहीं रहेगा आपका परिवार, जानें Also Read: Chanakya Niti: चाणक्य नीति के अनुसार ऐसे मित्रों से बनाएं दूरीं The post Chanakya Niti: हर मुस्कुराता चेहरा इंसान नहीं होता, कुछ होते हैं दो पैरों वाले पशु – समझें नीति का रहस्य appeared first on Naya Vichar.

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Suji Masala Dosa: बिना चावल भिगोए तैयार करें क्रिस्पी सूजी मसाला डोसा, बनेगा साउथ इंडियन फ्लेवर जैसा टेस्टी 

Suji Masala Dosa: साउथ इंडियन खाने की बात ही कुछ अलग होती है. चाहे डोसा, इडली, वड़ा हो या सांभर हर डिश का स्वाद बहुत ही फेमस है. ऐसे में आपने अब तक सूजी से कई तरह के डिश जरूर बनाए होंगे जैसे सूजी उपमा, सूजी इडली या सूजी चीला. लेकिन आज हम आपको सूजी से मसाला डोसा बनाने के बारे में बताएंगे. ये डोसा बाहर से क्रिस्पी और अंदर से मुलायम होता है, जिसमें मसालेदार आलू की भरावन स्वाद को और भी दोगुना कर देता है. इसके अलावा, इसकी सबसे अच्छी बात यह है कि इसे बनाने के लिए चावल भिगोने या पीसने की झंझट नहीं होती. बस थोड़ी सी सूजी और कुछ मसाले से आप घर पर ही होटल जैसा डोसा बना सकते हैं. तो आइए जानते हैं इसे बनाने का आसान तरीका.  सूजी मसाला डोसा बनाने के लिए क्या सामग्री लगती है?  डोसा के लिए सूजी (रवा) – 1 कप दही – ½ कप पानी – आवश्यकतानुसार नमक – स्वाद अनुसार तेल – तवा पर लगाने के लिए आलू मसाला के लिए आलू – 3-4 मध्यम, उबले और मैश किए हुए प्याज – 1 बारीक कटा हुआ हरी मिर्च – 1-2 (बारीक कटी हुई) हल्दी पाउडर – आधा चम्मच  धनिया पाउडर – आधा चम्मच  नमक – स्वाद अनुसार तेल – 1 चम्मच  हरा धनिया – सजाने के लिए सूजी मसाला डोसा बनाने की विधि क्या है? सबसे पहले एक बर्तन में सूजी, दही और नमक डालें. फिर इसमें धीरे-धीरे पानी डालकर गाढ़ा घोल बनाएं. इसे 15-20 मिनट के लिए ढककर रखें.  मसाला तैयार करने के लिए आप एक कड़ाही में तेल गरम करें, फिर इसमें प्याज और हरी मिर्च डालकर हल्का भूनें. अब हल्दी, धनिया पाउडर और नमक डालें. उबले और मैश किए आलू डालकर अच्छी तरह मिला लें. इसे 2-3 मिनट पकाएं, फिर हरा धनिया डालकर गैस बंद कर दें.  इसके बाद अब गैस में तवा गरम करें और थोड़ा सा तेल लगाएं. तैयार हुए डोसा बैटर को तव में डालकर गोल आकार में फैलाएं. इसे धीमी आंच पर क्रिस्पी होने तक सेंकें. इसके बाद बीच में तैयार हुए आलू मसाला भरें और डोसा फोल्ड करें. इसे निकालकर प्लेट में सर्व करें.  तैयार हुए गरमा-गरम सूजी मसाला डोसा को नारियल चटनी और सांभर के साथ परोसें.  यह भी पढ़ें: Suji Masala Puri: ट्रैवल में जाना हो या नाश्ते में कुछ स्पेशल सर्व करना हो, बनाएं सूजी मसाला पूरी, फॉलो करें आसान विधि  डोसा को क्रिस्पी कैसे बनाएं? अगर आप डोसा क्रिस्पी बनाना चाहते हैं, तो आप इसमें बेकिंग सोडा मिक्स कर सकते हैं.  रवा से कौन-कौन-सा डोसा बना सकते हैं? रवा से आप प्लेन, प्याज और मसाला डोसा बना सकते है. ये खाने में बहुत टेस्टी और हेल्दी भी होते हैं.  रवा से क्या-क्या बनता है? रवा से हलवा, चीला, पापड़ और भी कई तरह के डिश आप आसानी से ट्राई कर सकते हैं.  रवा मसाला डोसा के साथ क्या सर्व करें? रवा मसाला डोसा के साथ आप नारियल, बादाम की चटनी या सांभर सर्व कर सकते हैं.  रवा मसाला डोसा बनाने में कितना टाइम लगता है? रवा मसाला डोसा बनाने में आपको 40-50 मिनट का टाइम लगेगा.  यह भी पढ़ें: Sabudana Puri Recipe: साबूदाना और आलू से बनाएं फूली-फूली पूरियां, हर खास मौके पर मिलेगा स्वाद का मजा  The post Suji Masala Dosa: बिना चावल भिगोए तैयार करें क्रिस्पी सूजी मसाला डोसा, बनेगा साउथ इंडियन फ्लेवर जैसा टेस्टी  appeared first on Naya Vichar.

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पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने करवा चौथ का रखा व्रत, इंस्टा पर वीडियो शेयर कर लिखा- मेरी जैसी अभागन…

Pawan Singh-Jyoti Controversy: पावरस्टार पवन सिंह और उनकी पत्नी ज्योति सिंह के बीच विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा. इस बीच करवा चौथ वाले दिन ज्योति सिंह ने इंस्टाग्राम पर ऐसा वीडियो शेयर किया, जिसने हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया. दरअसल, ज्योति सिंह ने करवा चौथ का व्रत रखा था. पूजा करते हुए वीडियो ज्योति सिंह ने इंस्टा पर शेयर किया, जो कि अब चर्चा में आ गया है. वीडियो शेयर कर क्या लिखा? ज्योति सिंह की तरफ से जो वीडियो शेयर किया गया, उसमें देखा जा सकता है कि वह लाल जोड़े में सज-धजकर तैयार हुईं. हाथ में करवा चौथ की थाली थी और चांद को अर्घ्य भी दिया. इसके बाद पानी पीकर ज्योति सिंह ने अपना व्रत तोड़ा. इस वीडियो को शेयर कर ज्योति सिंह ने लिखा, पत्नी होने के नाते अपना कर्तव्य निभाती रहूंगी, पर भगवान से बस यही दुआ है- मेरी जैसी अभागन कोई और न बने. इसके साथ ही ज्योति सिंह ने माताओं और बहनों को शुभकामनाएं भी दी. वीडियो शेयर कर हर किसी को चौंकाया मालूम हो, पवन सिंह और ज्योति सिंह का रिश्ता फिलहाल चर्चे में बना हुआ है. ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. हालांकि, पवन सिंह ने उन आरोपों को खारिज करते हुए अपनी बात भी रखी थी. इस विवाद को देखते हुए लोगों को लग रहा था कि दोनों का रिश्ता पूरी तरह से खत्म हो गया है. लेकिन अचानक ज्योति सिंह ने करवा चौथ पर व्रत रखकर और वीडियो शेयर कर हर किसी को चौंका दिया. एक और गौर करने वाली बात यह थी कि इस पोस्ट में ज्योति सिंह के नाम के नीचे पवन सिंह लिखा हुआ है. इंस्टा पर यूजर्स क्या बोलें? ज्योति सिंह के इस वीडियो पर इंस्टा के यूजर्स की तरफ से कई तरह के कमेंट्स किये गए. किसी ने ड्रामा बताया तो किसी ने उनकी सराहना की. एक यूजर ने लिखा, इतना ड्रामा करने के बाद अब ये सब नौटंकी अच्छा नहीं लग रहा है. दूसरे यूजर ने लिखा, ज्योति सिंह अभागन कभी नहीं हो सकती हैं. ज्योति सिंह एक दिन वो पद हासिल करेंगी जिस पर पूरे देश को गर्व होगा. ज्योति सिंह जैसी स्त्री आज के समय में मिलना मुश्किल है. एक और यूजर ने लिखा, देवी हो आप. इस तरह से कई कमेंट्स किये गए. पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने करवा चौथ का रखा व्रत, इंस्टा पर वीडियो शेयर कर लिखा- मेरी जैसी अभागन… 3 Also Read: तेजस्वी यादव के ऐलान पर महागठबंधन में रार, पप्पू यादव ने प्रशासनी नौकरी को नहीं बताया ‘मुद्दा’ The post पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह ने करवा चौथ का रखा व्रत, इंस्टा पर वीडियो शेयर कर लिखा- मेरी जैसी अभागन… appeared first on Naya Vichar.

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Dhanteras Shopping 2025: धनतेरस पर इस शुभ मुहूर्त में खरीदें सोना-चांदी, जानें इसके अलावा और क्या खरीदना रहेगा शुभ

Dhanteras 2025: हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धनतेरस का पर्व मनाया जाता है. यह त्योहार मुख्य रूप से भगवान धनवंतरि को समर्पित है. इस साल धनतेरस 18 अक्टूबर को आएगा. मान्यता है कि इस दिन सोना, चांदी और अन्य नई चीजें खरीदने से घर में धन और समृद्धि बढ़ती है. इस कारण लोग इस दिन खास तौर पर खरीदारी करते हैं और नए सामान में निवेश करना शुभ मानते हैं. सोना और चांदी खरीदने के शुभ समय इस बार कार्तिक मास की त्रयोदशी तिथि 18 अक्टूबर को दोपहर 12:18 बजे से शुरू होकर 19 अक्टूबर को दोपहर 1:51 बजे तक रहेगी. सोना खरीदने का सबसे शुभ समय 18 अक्टूबर की दोपहर 12:18 बजे से लेकर 19 अक्टूबर की सुबह 6:24 बजे तक माना गया है. इसी दौरान आप सोना, चांदी या वाहन की खरीदारी कर सकते हैं. धनतेरस के अलावा और कौन से दिन कर सकते हैं खरीदारी 12 अक्टूबर- सुबह 6.20 बजे से दोपहर 01.36 बजे तक. 13 अक्टूबर- दोपहर 12.26 बजे से शुरू होकर पूरे दिन. 15 अक्टूबर- सुबह 10.33 बजे से दोपहर 12 बजे तक. धनतेरस क्यों है खास धनतेरस से ही दिवाली के बड़े उत्सव की शुरुआत हो जाती है. इस दिन की प्रमुख घटना है समुद्र मंथन, जिससे भगवान धन्वंतरि अमृत से भरा कलश लेकर प्रकट हुए थे. यही कारण है कि उन्हें स्वास्थ्य और धन का देवता माना जाता है. इस शुभ अवसर पर, लोग देवी लक्ष्मी (धन की देवी) और भगवान कुबेर (कोष के देवता) की पूजा करते हैं ताकि उनके जीवन में समृद्धि आए. शुभता के प्रतीक के तौर पर, लोग इस दिन सोना, चांदी या नए बर्तन जैसी चीज़ें खरीदते हैं. धनतेरस पर सोने चांदी के अलावा और क्या खरीदा जाता है नए बर्तन: लोग आमतौर पर नए बर्तन खरीदते हैं, खासकर पीतल या तांबे के, क्योंकि यह माना जाता है कि धनवंतरी भगवान अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे. बर्तन खरीदना घर में समृद्धि और स्वास्थ्य के आगमन का प्रतीक माना जाता है. झाड़ू: इसके साथ ही, आप झाड़ू (broom) भी खरीद सकते हैं, क्योंकि यह घर से दरिद्रता और नकारात्मकता को दूर करने का प्रतीक है. धनिया: बहुत से लोग धनिया के बीज या साबुत नमक भी खरीदते हैं; इन्हें खरीदना धन-संपत्ति में वृद्धि और सौभाग्य लाने वाला माना जाता है. मिट्टी के दीये: आखिर में, घर की सजावट या पूजा के लिए गोमती चक्र, कौड़ी, या मिट्टी के दीये खरीदना भी बहुत शुभ माना जाता है. धनतेरस का क्या महत्व है? इस दिन भगवान धनवंतरि का जन्म हुआ था, इसलिए इसे धनतेरस कहा जाता है. इसे धन, आरोग्य और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. धनतेरस पर झाड़ू खरीदने का क्या कारण है? झाड़ू को लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. इसे खरीदने से घर में नकारात्मकता दूर होती है और मां लक्ष्मी का वास बढ़ता है. धनतेरस पर कौन-सी पूजा की जाती है? इस दिन भगवान धनवंतरि, मां लक्ष्मी और कुबेर जी की पूजा की जाती है. दीपक जलाना और धन की आराधना करना शुभ होता है. धनतेरस के दिन दीपदान का क्या महत्व है? शाम के समय यमराज के नाम का दीपक जलाया जाता है, जिससे अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है और घर में शांति बनी रहती है. ये भी पढ़ें: Dhanteras 2025: इस धनतेरस राशि के अनुसार करें खरीदारी, जानें मेष से लेकर मीन तक क्या खरीदना रहेगा शुभ Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और परंपरागत जानकारियों पर आधारित है. नया विचार किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. The post Dhanteras Shopping 2025: धनतेरस पर इस शुभ मुहूर्त में खरीदें सोना-चांदी, जानें इसके अलावा और क्या खरीदना रहेगा शुभ appeared first on Naya Vichar.

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किसानों को बड़ी सौगात, PM Modi आज शुरू करेंगे ₹35,440 करोड़ की 3 मेगा योजनाएं

PM Modi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को राजधानी दिल्ली स्थित हिंदुस्तानीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI) में एक विशेष कार्यक्रम के दौरान कृषि क्षेत्र के लिए दो बड़ी योजनाओं का शुभारंभ करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि ये योजनाएं कृषि आत्मनिर्भरता, किसान कल्याण और ग्रामीण बुनियादी ढांचे को मजबूती देने की दिशा में प्रशासन की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं. पीएम धन धान्य कृषि योजना: 24,000 करोड़ रुपये इस कार्यक्रम की मुख्य योजना ‘पीएम धन धान्य कृषि योजना’ है, जिसका कुल परिव्यय 24,000 करोड़ रुपये है. इसका उद्देश्य कृषि उत्पादकता बढ़ाने, फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने, टिकाऊ कृषि पद्धतियों को अपनाने और पंचायत एवं प्रखंड स्तर पर भंडारण सुविधाओं में सुधार करना है. साथ ही 100 चयनित जिलों में सिंचाई की व्यवस्था और ऋण सुविधा को भी सुलभ बनाया जाएगा. 11,440 करोड़ की दलहन आत्मनिर्भरता मिशन की भी शुरुआत प्रधानमंत्री 11,440 करोड़ रुपये के बजट सेकी शुरुआत भी करेंगे. इसका उद्देश्य देश को दालों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाना है. इस मिशन के तहत दालों की उत्पादकता बढ़ाने, खेती के रकबे को विस्तार देने, मूल्य श्रृंखला (खरीद, भंडारण, प्रसंस्करण) को मजबूत करने और घाटे को कम करने पर जोर दिया जाएगा. कृषि से जुड़ी 5,450 करोड़ की परियोजनाओं का उद्घाटन इसके अतिरिक्त पीएम मोदी कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन और खाद्य प्रसंस्करण से जुड़ी 5,450 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे. साथ ही 815 करोड़ रुपये की नई परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे. इन परियोजनाओं में शामिल हैं: बेंगलुरु और जम्मू-कश्मीर में कृत्रिम गर्भाधान प्रशिक्षण केंद्र असम में IVF प्रयोगशाला (राष्ट्रीय गोकुल मिशन के तहत) मेहसाणा, इंदौर और भीलवाड़ा में दूध पाउडर संयंत्र तेजपुर में मछली चारा संयंत्र (प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना के अंतर्गत) किसानों से संवाद और प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री प्राकृतिक खेती मिशन से जुड़े किसानों, एमएआईटीआरआई तकनीशियनों और पीएम किसान समृद्धि केंद्रों तथा सीएससी में परिवर्तित प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों (PACS) को प्रमाण पत्र भी वितरित करेंगे. इसके अलावा, मोदी दलहन की खेती से जुड़े किसानों से बातचीत भी करेंगे। ये वे किसान हैं जिन्हें कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन से जुड़ी विभिन्न प्रशासनी योजनाओं का लाभ मिला है. The post किसानों को बड़ी सौगात, PM Modi आज शुरू करेंगे ₹35,440 करोड़ की 3 मेगा योजनाएं appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Election 2025 : राजनीतिक दलों की सूची और शुभ मुहूर्त के इंतजार में, नामांकन के पहले दिन नहीं भरा गया एक भी पर्चा

Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए नामांकन प्रक्रिया के पहले दिन पटना जिले में एक भी प्रत्याशी ने पर्चा दाखिल नहीं किया. सुबह से दोपहर तक 14 विधानसभा क्षेत्रों के निर्वाची पदाधिकारी उम्मीदवारों का इतंजार करते रहे, लेकिन कोई नहीं पहुंचा. समाहरणालय और अनुमंडल कार्यालयों में चहल-पहल की जगह सन्नाटा रहा. नेतृत्वक दलों की उम्मीदवार सूची में देरी और शुभ मुहूर्त की प्रतीक्षा को इस सुस्ती की बड़ी वजह माना जा रहा है. संभावित उम्मीदवारों ने कुल 28 नामांकन फॉर्म खरीदे, जिससे आने वाले दिनों में प्रक्रिया में रफ्तार आने के संकेत मिलते हैं. पटना में बिहार चुनाव 2025 की नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत उम्मीदों के उलट फीकी रही. पहले दिन न कोई पर्चा दाखिल हुआ, न जुलूस, न नारेबाजी हुई. समाहरणालय में सन्नाटा पसरा रहा. नेतृत्वक दलों की सूची में देरी और शुभ मुहूर्त के इंतजार ने पहले दिन की चुनावी रफ्तार को धीमा कर दिया.… — Naya Vichar (@prabhatkhabar) October 11, 2025 समाहरणालय में पसरा रहा सन्नाटा शुक्रवार को नामांकन की प्रक्रिया सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक चली. इस दौरान पटना जिले के 14 विधानसभा क्षेत्रों में किसी भी प्रत्याशी ने पर्चा दाखिल नहीं किया. जिला निर्वाचन कार्यालय में कुछ निर्दलीय प्रत्याशी नामांकन फॉर्म खरीदने पहुंचे, लेकिन नामांकन दाखिल करने वालों की संख्या शून्य रही. समाहरणालय परिसर में मौजूद अधिकारियों और पत्रकारों के बीच पूरे दिन यही चर्चा रही कि नेतृत्वक दलों की उम्मीदवार सूची में देरी और शुभ मुहूर्त की प्रतीक्षा के चलते पहले दिन प्रक्रिया धीमी रही. फॉर्म बिके, पर नामांकन नहीं हुआ पहले दिन भले ही कोई नामांकन दाखिल नहीं हुआ, लेकिन 14 विधानसभा क्षेत्रों के लिए कुल 28 नामांकन फॉर्म बिके. दानापुर और दीघा विधानसभा क्षेत्रों में चार-चार फॉर्म लिए गए, जो सबसे अधिक हैं. मोकामा और बख्तियारपुर से एक-एक, बाद से दो, बांकीपुर और पटना सिटी से तीन-तीन, मनेर से दो, फुलवारी (सुरक्षित), फतुहा और मसौढ़ी (सुरक्षित) से एक-एक, पालीगंज से दो और बिक्रम विधानसभा से तीन नामांकन फॉर्म खरीदे गए. इनमें ज्यादातर फॉर्म निर्दलीय और संभावित प्रत्याशियों द्वारा लिए गए हैं. पटना साहिब और फतुहा में भी सन्नाटा पटना सिटी अनुमंडल में भी नामांकन का हाल लगभग वैसा ही रहा. पटना साहिब और फतुहा विधानसभा में किसी भी प्रत्याशी ने पहले दिन पर्चा दाखिल नहीं किया. पटना साहिब विधानसभा के निर्वाची पदाधिकारी सह अनुमंडल पदाधिकारी सत्यम सहाय ने बताया कि कुछ लोगों ने नामांकन फॉर्म खरीदे हैं, लेकिन किसी ने पर्चा जमा नहीं किया. फतुहा विधानसभा में भी यही स्थिति रही. निर्वाची पदाधिकारी अभिलाषा कुमारी सिन्हा ने बताया कि नामांकन फॉर्म खरीदा गया है, लेकिन दाखिल अभी नहीं हुआ. अधिकारियों को उम्मीद है कि सोमवार से नामांकन प्रक्रिया में रफ्तार आएगी. दानापुर-मनेर में एनआर कटा, पर्चा नहीं भरा दानापुर अनुमंडल क्षेत्र में भी उम्मीदवारों की तरफ से केवल शुरुआती औपचारिकताएं पूरी की गईं. दानापुर विधानसभा क्षेत्र में चार संभावित प्रत्याशियों धीरज यादव, शैलेश कुमार धीरज, पवन कुमार और ब्रजेश — ने नामांकन शुल्क के रूप में नाजिर रसीद कटवाई, जबकि मनेर विधानसभा क्षेत्र से दो लोगों ने एनआर कटवाया. हालांकि, दोनों ही क्षेत्रों में किसी ने पर्चा दाखिल नहीं किया. दानापुर के एसडीओ सह निर्वाची पदाधिकारी दिव्या शक्ति और मनेर क्षेत्र के आरओ डीसीएलआर प्रवीण चंदन समेत अधिकारी पूरे समय कार्यालयों में तैनात रहे. नेतृत्वक दलों की रणनीति और शुभ मुहूर्त की प्रतीक्षा नेतृत्वक जानकारों का मानना है कि नामांकन के पहले दिन की यह सुस्ती किसी आश्चर्य की बात नहीं है. प्रमुख नेतृत्वक दलों ने अभी तक अपनी उम्मीदवार सूची जारी नहीं की है और ज्यादातर प्रत्याशी शुभ मुहूर्त देखकर ही नामांकन दाखिल करते हैं. यही कारण है कि पहले दिन स्वतंत्र या निर्दलीय उम्मीदवारों की ओर से भी नामांकन दाखिल करने में झिझक दिखी. जैसे-जैसे नामांकन की अंतिम तारीख नजदीक आएगी, प्रक्रिया में तेजी आने की संभावना है. निर्वाचन पदाधिकारियों को उम्मीद है कि सोमवार से उम्मीदवार नामांकन दाखिल करने के लिए पहुंचना शुरू करेंगे. चुनावी माहौल अभी शांत है, लेकिन दलों की सूची जारी होते ही पटना समाहरणालय और अनुमंडल कार्यालयों में भीड़ और हलचल दोनों दिखने लगेंगे. फिलहाल पहले दिन की स्थिति ने यह साफ कर दिया कि बिहार की चुनावी पिच पर असली मुकाबला अभी शुरू होना बाकी है. Also Read: Bihar Election 2025 : सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा वोटर लिस्ट का मुद्दा, CEO का ट्वीट बना सियासी बहस का केंद्र The post Bihar Election 2025 : नेतृत्वक दलों की सूची और शुभ मुहूर्त के इंतजार में, नामांकन के पहले दिन नहीं भरा गया एक भी पर्चा appeared first on Naya Vichar.

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Free Fire MAX Redeem Codes: 11 अक्टूबर के कोड हुए रिलीज, FREE में पाएं Weapon, Diamonds और बहुत कुछ

फ्री फायर मैक्स अपने कमाल के ग्राफिक्स और मजेदार गेमप्ले की वजह से हिंदुस्तान में काफी पॉपुलर गेम्स में से एक है. इसमें खिलाड़ियों के बीच जबरदस्त टक्कर देखने को मिलता है. गेम में जीत हासिल करने के लिए स्किन, पेट और कैरेक्टर जैसी चीजें जरूरी होती हैं. आमतौर पर इन्हें पाने के लिए डायमंड खर्च करने पड़ते हैं, लेकिन रिडीम कोड की मदद से इन्हें बिल्कुल फ्री में हासिल किया जा सकता है. अगर हर दिन की तरह आज भी आप Free Fire MAX Redeem Codes का इंतजार कर रहे हैं, तो आइए आपका इंतजार खत्म करवा देते हैं क्योंकि, Garena Free Fire MAX डेवलपर्स ने 11 अक्टूबर के लिए FF MAX Redeem Codes जारी कर दिया है. तो फिर देर किस बात की, जल्दी से इन कोड्स को रिडीम करिए और पाइए एक्सक्लूसिव रिवॉर्ड्स. आज के रिडीम कोड्स 11 अक्टूबर (Free Fire Max Redeem Codes Today 11 October) समाचारें अपडेट हो रही हैं Free Fire MAX Redeem Codes कैसे रिडीम करें? प्लेयर्स Redeem Codes को Garena के ऑफिशियल वेबसाइट https://reward.ff.garena.com पर जाकर रिडीम कर सकते हैं. वेबसाइट पर उन्हें अपने Free Fire Max गेम अकाउंट (Facebook, VK, Apple ID, Huawei ID, Google या X) से लॉगिन करना होगा. लॉगिन के बाद ऊपर दिए गए Codes में से एक कोड को टेक्स्ट बॉक्स में डालें और ‘Confirm’ पर क्लिक कर दें. अगर कोड वैलिड है, तो रिवॉर्ड्स 24 घंटे में आपके इन-गेम मेल में मिल जाएंगे. क्या Redeem Codes सभी खिलाड़ियों के लिए काम करते हैं? नहीं, सभी Redeem Codes हर रीजन या सर्वर पर काम नहीं करते हैं. कुछ कोड्स region-specific या time-limited होते हैं. यह भी पढ़ें: Top Online Games in World: 10 ऐसे गेम्स जिनके दुनियाभर में करोड़ों हैं दीवाने टेक्नोलॉजी की अन्य समाचारें पढ़ने के लिए यहां पर क्लिक करें The post Free Fire MAX Redeem Codes: 11 अक्टूबर के कोड हुए रिलीज, FREE में पाएं Weapon, Diamonds और बहुत कुछ appeared first on Naya Vichar.

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Aaj Bihar ka Mausam: ठंड ने दी दस्तक,अब दिन में धूप और रात में ठंडी हवा का संगम,IMD ने दी मौसम में बड़े बदलाव की जानकारी

Aaj Bihar ka Mausam: बिहार में अब मॉनसून का दौर पीछे छूट चुका है और सर्दी की दस्तक साफ महसूस की जा सकती है. राज्य के कई जिलों में सुबह-शाम हल्की ठंडी हवाएं बह रही हैं और कोहरे की हल्की चादर दिखने लगी है. मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) ने पुष्टि की है कि बिहार में मॉनसून की आधिकारिक विदाई शुरू हो गई है. इसका मतलब यह है कि अब राज्य में ‘नो रेन डे’ का सिलसिला रहेगा और तापमान में धीरे-धीरे गिरावट देखने को मिलेगी. अक्टूबर के चौथे सप्ताह तक उत्तर-पश्चिम से ठंडी हवाएं बिहार में प्रवेश कर लेंगी, जिससे सर्दी की शुरुआत हो जाएगी. मॉनसून का ‘गुडबाय’, शुष्क होगा बिहार का मौसम #अधिकतम #तापमान और #परिवर्तन पिछले 24 घंटा #बिहार जिलों से। pic.twitter.com/sfoRZgkPLM — Mausam Bihar- IMD Patna (@imd_patna) October 10, 2025 IMD के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 10 अक्टूबर को गुजरात के शेष भागों, महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों के साथ-साथ बिहार के कुछ हिस्सों से भी पीछे हट चुका है. अगले 3 से 4 दिनों में पूरे बिहार से मॉनसून की वापसी की परिस्थितियां अनुकूल हैं. इसका सीधा अर्थ है कि अब राज्य का मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा और बारिश की वापसी फिलहाल की संभावना से बाहर है. 17 अक्टूबर तक पूरे राज्य में बारिश की कोई संभावना नहीं है. दोपहर में जहां धूप खिली रहेगी, वहीं सुबह और शाम के समय हवा में ठंडक घुलने लगी है. सुबह की ठंडक और कोहरा बढ़ा एहसास ग्रामीण इलाकों में सुबह के समय हल्का कोहरा और ओस की परत दिखनी शुरू हो गई है. पटना, गया, दरभंगा, भागलपुर और पूर्णिया जैसे इलाकों में सुबह और शाम के समय हल्की ठंडी हवा चल रही है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि आने वाले हफ्ते में रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट हो सकती है. यह गिरावट सर्दी के आगमन का शुरुआती संकेत है. दिन में अभी भी हल्की गर्मी बरकरार है, लेकिन जैसे ही सूरज ढलता है, मौसम सुहाना और ठंडा हो जाता है. उत्तर-पश्चिम से आएंगी सर्द हवाएं, बढ़ेगी ठिठुरन अक्टूबर के चौथे सप्ताह से उत्तर-पश्चिम दिशा से ठंडी हवाओं का बिहार में प्रवेश बढ़ जाएगा. इससे पूरे राज्य में सर्दी की शुरुआत महसूस होने लगेगी. इस दौरान नमी में कमी और तापमान में गिरावट दोनों एक साथ होंगे, जिससे ठंड का असर और भी स्पष्ट हो जाएगा. राज्य में आर्द्रता का स्तर 70 से 80 प्रतिशत के बीच बना हुआ है. बारिश की अनुपस्थिति के कारण हवा में नमी धीरे-धीरे घट रही है, जो ठंडक बढ़ाने में मदद करेगी. मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस बार सर्दी सामान्य से थोड़ी अधिक तीखी हो सकती है, इसलिए लोगों को जल्द ही गर्म कपड़ों की तैयारी कर लेनी चाहिए. सर्दी के लिए रहें तैयार, अभी से करें तैयारी अगले कुछ हफ्तों में बिहार की सुबहें कोहरे और ओस से ढकी नजर आएंगी. ऐसे में स्वास्थ्य का ध्यान रखना जरूरी होगा, खासकर बच्चों और बुजुर्गों के लिए. दिन में गर्मी और रात में ठंड की स्थिति में सर्दी-जुकाम जैसी बीमारियों की संभावना भी बढ़ जाती है. Also Read: तेजस्वी यादव के ऐलान पर महागठबंधन में रार, पप्पू यादव ने प्रशासनी नौकरी को नहीं बताया ‘मुद्दा’ The post Aaj Bihar ka Mausam: ठंड ने दी दस्तक,अब दिन में धूप और रात में ठंडी हवा का संगम,IMD ने दी मौसम में बड़े बदलाव की जानकारी appeared first on Naya Vichar.

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