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October 18, 2025

समस्तीपुर

मतदान पदाधिकारियों का वृहद प्रशिक्षण कार्यक्रम : निष्पक्ष व पारदर्शी निर्वाचन को लेकर दिया जा रहा प्रशिक्षण 

नया विचार न्यूज़ समस्तीपुर–  आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन-2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के उद्देश्य से समस्तीपुर जिले में मतदान पदाधिकारियों का वृहद प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया। जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी श्री रोशन कुशवाहा के निर्देशानुसार यह प्रशिक्षण दो प्रमुख स्थलों — संत कबीर महाविद्यालय समस्तीपुर तथा होली मिशन मोहनपुर — में आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में स्त्री एवं पुरुष मतदान पदाधिकारियों ने भाग लिया। संत कबीर महाविद्यालय में द्वितीय मतदान पदाधिकारियों का प्रशिक्षण दो पालियों में आयोजित किया गया। प्रथम पाली में 692 स्त्री मतदान पदाधिकारियों को तथा द्वितीय पाली में 691 स्त्री पदाधिकारियों को निर्वाचन प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी गई। वहीं, होली मिशन मोहनपुर केंद्र पर प्रथम पाली में 1040 पुरुष तथा द्वितीय पाली में 1040 स्त्री द्वितीय मतदान पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के दौरान पदाधिकारियों को मतदान दिवस पर अपनी जिम्मेदारियों, मतदान केंद्रों पर अनुशासन बनाए रखने, और ईवीएम/वीवीपैट संचालन की संपूर्ण प्रक्रिया से परिचित कराया गया। विशेष रूप से “मॉक पोल” की प्रक्रिया पर जोर देते हुए यह निर्देश दिया गया कि मतदान प्रारंभ होने से पूर्व कम-से-कम 50 मॉक वोट डाले जाएँ, जिससे उपस्थित पोलिंग एजेंटों को मशीन की पारदर्शिता पर विश्वास हो। साथ ही, मतदान के समापन के बाद फॉर्म 17C का सही ढंग से संकलन एवं प्रत्येक पोलिंग एजेंट को उसकी प्रति उपलब्ध कराने पर विशेष बल दिया गया, ताकि चुनाव प्रक्रिया पूर्णतः पारदर्शी रहे। प्रशिक्षण सत्र का संचालन मुख्य मास्टर ट्रेनर सतीश कुमार यादव, तनवीर आलम, मनिंदर सिन्हा, अंजनी पांडे, मंगलेश कुमार और राकेश कुमार के कुशल मार्गदर्शन में हुआ। साथ ही, प्रशिक्षक राम दयाल सिंह, चंद्रमणि कुमार और विवेकानंद कमर्शिल ने भी मतदान प्रक्रिया की बारीकियों पर विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम का निरीक्षण जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (सर्व शिक्षा) मोहम्मद जमालुद्दीन द्वारा किया गया। उन्होंने प्रशिक्षण व्यवस्था की सराहना करते हुए कहा कि इस अभ्यास से निर्वाचन कार्य में शत-प्रतिशत दक्षता सुनिश्चित होगी।इस प्रशिक्षण से स्पष्ट है कि समस्तीपुर प्रशासन निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप निष्पक्ष, पारदर्शी और त्रुटिहीन चुनाव कराने के लिए पूर्णतः तैयार है।

समस्तीपुर

धनतेरस पर दीप जलाकर मतदाता जागरूकता का संदेश, समस्तीपुर में स्वीप कार्यक्रम की खास पहल

समाहरणालय परिसर में उप विकास आयुक्त शैलजा पांडेय के नेतृत्व में जिला वासियों को दीप और लोकतंत्र के महत्व का दिया संदेश  नया विचार न्यूज़ समस्तीपुर: बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के मद्देनजर मतदाता जागरूकता अभियान (SVEEP) के तहत शनिवार को समस्तीपुर समाहरणालय परिसर में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। उप विकास आयुक्त शैलजा पांडेय के नेतृत्व में कार्यक्रम का शुभारंभ पूरे समाहरणालय परिसर एवं गांधी प्रतिमा के समक्ष दीप जलाकर किया गया और सबसे पहले समस्त जिला वासियों को धनतेरस की शुभकामनाएँ दी गईं।उप विकास आयुक्त शैलजा पांडेय ने इस अवसर पर कहा, “जिस प्रकार दीप अंधकार को दूर भगाकर प्रकाश फैलाता है, ठीक उसी प्रकार हमारा एक वोट हमें हमारी महत्ता और लोकतांत्रिक अधिकार की याद दिलाता है। हर मतदाता का योगदान लोकतंत्र को मजबूत बनाता है।”इस अवसर पर कार्यक्रम में आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी सुनीता कुमारी, जिला कला एवं संस्कृति पदाधिकारी जूही कुमारी, दिव्यांगजन पदाधिकारी सोनाली, और समाहरणालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे। उन्होंने भी मतदाता जागरूकता और लोकतांत्रिक भागीदारी के महत्व पर जोर दिया।कार्यक्रम में दीप जलाने के साथ-साथ उपस्थित नागरिकों को मतदान के महत्व, अपनी जिम्मेदारी और सही समय पर मतदान करने के संदेश दिए गए। प्रशासन ने बताया कि यह अभियान पूरे जिले में चलाया जा रहा है, जिससे हर नागरिक अपने मत के महत्व को समझे और आगामी विधानसभा चुनाव में सक्रिय रूप से भाग ले।इस पहल से यह संदेश गया कि लोकतंत्र का प्रकाश हर नागरिक के मत से जगमगाता है, और दीप के माध्यम से जागरूकता अभियान ने प्रतीकात्मक रूप में भी लोगों को लोकतंत्र के प्रति संवेदनशील बनाया।

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समाहरणालय परिसर में मतदाता जागरूकता शपथ ग्रहण कार्यक्रम आयोजित, अधिकारियों ने लिया निष्पक्ष मतदान का संकल्प

लक्ष्य — शत-प्रतिशत मतदान और जागरूक नागरिकता की दिशा में ठोस कदम नया विचार न्यूज़ समस्तीपुर : आगामी बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 को स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के उद्देश्य से शनिवार को समाहरणालय परिसर, समस्तीपुर में मतदाता जागरूकता शपथ ग्रहण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।कार्यक्रम का आयोजन जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी रोशन कुशवाहा के निर्देशानुसार किया गया, जिसका नेतृत्व अपर समाहर्ता ब्रजेश कुमार ने की। इस अवसर पर उपस्थित सभी अधिकारियों और कर्मियों ने लोकतंत्र के इस महापर्व को सफल बनाने के लिए अपनी पूर्ण निष्ठा से कार्य करने तथा अधिक से अधिक लोगों को मतदान के लिए प्रेरित करने की शपथ ली। उन्होंने यह संकल्प लिया कि वे स्वयं मतदान करेंगे और दूसरों को भी मतदान के लिए प्रेरित करेंगे, ताकि जिले में शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित हो सके। कार्यक्रम में स्वीप एवं मीडिया कोषांग के नोडल पदाधिकारी रजनीश कुमार राय, विभिन्न शाखाओं के वरीय अधिकारी, कर्मचारी एवं अन्य विभागीय कर्मी उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में यह प्रतिज्ञा दोहराई कि वे निष्पक्षता, पारदर्शिता और लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ निर्वाचन प्रक्रिया को सफल बनाएंगे। अपर समाहर्ता ब्रजेश कुमार ने कहा कि मतदान केवल अधिकार ही नहीं, बल्कि एक नागरिक कर्तव्य भी है। प्रत्येक मतदाता को अपने मत का प्रयोग कर लोकतंत्र को मजबूत बनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिले में मतदाता जागरूकता अभियान को और सशक्त किया जाएगा ताकि प्रत्येक नागरिक मतदान केंद्र तक पहुंचे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य जनता में लोकतांत्रिक चेतना का विस्तार करना, मतदान के महत्व को रेखांकित करना और मतदाता प्रतिशत बढ़ाने की दिशा में ठोस कदम उठाना रहा। समारोह के अंत में सभी अधिकारियों ने एकजुट होकर लोकतंत्र के इस पर्व को जन-आंदोलन के रूप में मनाने का संकल्प लिया।

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अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया! बोला- ‘हम शांति चाहते हैं’, अब दोहा में करेगा सुलह की बातें

Pakistan Afghanistan Doha Peace Talks: कई दिनों से सीमा पर गोलियां चल रही हैं, हवाई हमले हो रहे हैं, और दोनों तरफ तनाव इतना बढ़ चुका है कि लोग फिर से जंग की आशंका जताने लगे थे. लेकिन इसी बीच आज शनिवार को दोहा में पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच बातचीत होने जा रही है. एक तरफ पाकिस्तान कह रहा है कि “हम तनाव नहीं बढ़ाना चाहते”, तो दूसरी तरफ अफगान तालिबान साफ चेतावनी दे रहा है कि “हम अपनी जमीन पर हमले का जवाब देने का अधिकार रखते हैं.” यानि हालात गरम हैं, पर कोशिश ठंडी दिमाग से बात करने की है. सीमा पर लड़ाई और हवाई हमलों से बिगड़े हालात पिछले हफ्ते अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा पर कई जगहों पर झड़पें हुईं. दर्जनों लोग मारे गए, सैकड़ों घायल हुए. पाकिस्तान का कहना है कि हमला अफगान धरती से आए आतंकियों ने किया, जबकि तालिबान का आरोप है कि पाकिस्तान ने अफगान नागरिक इलाकों पर बम गिराए. अब इन्हीं तनावों के बीच आज दोनों देश दोहा (कतर) में बातचीत की मेज पर बैठने वाले हैं. पाकिस्तान की तरफ से रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ बैठक की अगुवाई करेंगे, वहीं अफगानिस्तान की ओर से मौलवी मोहम्मद याकूब मुजाहिद के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल पहुंचा है. Pakistan Afghanistan Doha Peace Talks: ‘हम शांति चाहते हैं, तनाव नहीं’ पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा कि बातचीत का मकसद सीमा पार आतंकवाद को रोकना और शांति बहाल करना है. मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि हमारे रक्षा मंत्री के नेतृत्व में पाकिस्तान का एक उच्च-स्तरीय प्रतिनिधिमंडल आज दोहा में अफगान तालिबान प्रतिनिधियों के साथ चर्चा करेगा. यह वार्ता अफगानिस्तान से पाकिस्तान के खिलाफ सीमा पार आतंकवाद को रोकने और पाकिस्तान-अफगान सीमा पर स्थिरता लाने के उपायों पर केंद्रित होगी. पाकिस्तान का कहना है कि वह तनाव बढ़ाना नहीं चाहता, बल्कि चाहता है कि अफगान तालिबान TTP और BLA जैसे संगठनों पर कार्रवाई करे, जो पाकिस्तान के लिए खतरा बने हुए हैं. साथ ही पाकिस्तान ने कतर की मध्यस्थता की तारीफ करते हुए कहा कि इस वार्ता से क्षेत्र में शांति और स्थिरता को बल मिलेगा. तालिबान का पलटवार- ‘हम अपनी जमीन की रक्षा करेंगे’ लेकिन तालिबान का जवाब उतना नरम नहीं है. अफगानिस्तान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से पक्तिका इलाके में फिर से हवाई हमला हुआ, जिसमें कई नागरिक मारे गए. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि कल रात पाकिस्तानी सैन्य बलों ने एक बार फिर अफगान नागरिक इलाकों पर हवाई हमला किया, जिसमें कई लोग शहीद और घायल हुए. इस्लामिक अमीरात इसकी कड़ी निंदा करता है. तालिबान ने कहा कि ऐसे हमले अफगानिस्तान की संप्रभुता का उल्लंघन हैं और जानबूझकर तनाव बढ़ाने की कोशिश है. मुजाहिद ने आगे लिखा है कि इस्लामिक अमीरात जवाब देने का अधिकार रखता है, लेकिन वार्ता के सम्मान में हमने सेना को नए अभियान शुरू न करने का निर्देश दिया है. अफगानिस्तान शांति चाहता है, लेकिन मौजूदा हालात पाकिस्तान की आक्रामकता का नतीजा हैं. कतर की भूमिका  दोहा वही जगह है जहां कभी अमेरिका और तालिबान के बीच ऐतिहासिक समझौता हुआ था. अब वही कतर दोनों देशों के बीच मध्यस्थता कर रहा है. पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों ने कतर के प्रयासों की सराहना की है. उम्मीद की जा रही है कि इस बातचीत से सीमा पर चल रहा तनाव थोड़ा कम होगा. ये भी पढ़ें: ट्रंप की दीवानी हुई पाकिस्तान प्रशासन! रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का अजीबोगरीब बयान, बोले- ‘पहले राष्ट्रपति हैं जिन्होंने युद्ध रोके’ पाई-पाई को मोहताज पाकिस्तान, जंग के लिए तैयार! स्कूलों में न पानी, न टॉयलेट, न क्लासरूम; रिपोर्ट ने खोली पोल  The post अफगानिस्तान ने पाकिस्तान को घुटनों पर ला दिया! बोला- ‘हम शांति चाहते हैं’, अब दोहा में करेगा सुलह की बातें appeared first on Naya Vichar.

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‘लड़ाई NDA और जनसुराज में है’, प्रशांत किशोर ने महागठबंधन को लेकर कर दी बड़ी भविष्यवाणी

Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सभी दलों के नेता प्रशासन बनाने का दावा कर रहे हैं. NDA के नेता कह रहे हैं कि बिहार की जनता पीएम मोदी और सीएम नीतीश के काम और सुशासन पर हमें समर्थन देगी तो महागठबंधन के नेताओं का साफ- साफ कहना है कि बिहार की जनता इस बार बदलाव के लिए वोट करेगी. तेजस्वी यादव, राजेश राम, पप्पू यादव समेत विपक्ष के सभी नेता रोजगार और महंगाई पर लोगों के बीच जा रहे हैं. इसी बीच नई नवेली पार्टी जनसुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने बिहार चुनाव को लेकर बड़ा दावा किया है. क्या बोले पीके पटना में पत्रकारों के सवालों के जवाब में जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि इस बार महागठबंधन तीसरे स्थान पर रहने वाला है. लड़ाई NDA और जनसुराज के बीच है. जब पत्रकार ने उनसे महागठबंधन में सीट बंटवारे पर मचे घमासान पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि ये तो महागठबंधन के नेताओं से पूछिए. इसका सही जवाब वो हो दे पाएंगे. #WATCH | पटना: जनसुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने महागठबंधन दलों के बीच सीट बटवारे पर कहा, “INDIA गठबंधन से जाकर पूछिए।” उन्होंने आगे कहा, “…INDIA गठबंधन इस बार तीसरे स्थान पर रहने वाला है। लड़ाई NDA और जनसुराज में है।” pic.twitter.com/13GnCxtr3I — ANI_HindiNews (@AHindinews) October 18, 2025 243 सीटों पर उम्मीदवार उतरेंगे पीके प्रशांत किशोर ने 2022 में जनसुराज पार्टी बनाई थी. पिछले 3 साल से वो लगातार बिहार के गांव-गांव में घूम रहे हैं. इस दौरान उन्होंने बीजेपी, जदयू, राजद और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. अपने कार्यक्रम के दौरान उन्होंने लोगों से इस बार के चुनाव में बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखकर वोट देने की अपील की. पीके इस बार के चुनाव में बिहार के सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेंगे. बिहार चुनाव की ताजा समाचारों के लिए क्लिक करें खुद नहीं लड़ेंगे चुनाव बिहार चुनाव की घोषणा के बाद पीके ने कहा था कि वो चुनाव अभियान की शुरुआत तेजस्वी यादव की राघोपुर सीट से करेंगे. इसके बाद कयास लगाया जाने लगा कि इस बार राघोपुर से तेजस्वी vs पीके देखने को मिल सकता है. कुछ दिन पहले ही पीके ने राघोपुर से चंचल सिंह को टिकट देकर सभी अटकलों को विराम लगा दिया. इसके बाद बीजेपी के नेता कहने लगे कि पीके ने तेजस्वी यादव के सामने सरेंडर कर दिया है. इसी बीच 2 दिन पहले प्रशांत किशोर ने एलान कर दिया कि वो खुद चुनाव नहीं लड़ेंगे. बिहार चुनाव में मतदान 6 और 11 नवम्बर को होगा और नतीजे 14 नवंबर को आएंगे. इसे भी पढ़ें: चिराग के 17 उम्मीदवार को राजद, 4 को लेफ्ट और 2 को कांग्रेस उम्मीदवार देंगे टक्कर, देखिये सीटों के नाम The post ‘लड़ाई NDA और जनसुराज में है’, प्रशांत किशोर ने महागठबंधन को लेकर कर दी बड़ी भविष्यवाणी appeared first on Naya Vichar.

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‘बाहर चाहे जो भी कहानी हो…’, शुभमन गिल ने रोहित और कोहली के साथ रिश्ते पर तोड़ी चुप्पी

Shubman Gill: टीम इंडिया के नये वनडे कप्तान शुभमन गिल ने आखिरकार इस बारे में बात की कि क्या ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज से पहले उन्हें वनडे कप्तानी की कमान सौंपे जाने के बाद रोहित शर्मा के साथ उनके रिश्ते में कोई बदलाव आया है. जब से हिटमैन से कप्तानी की भूमिका छीनी गई है, तब से फैंस के बीच लगातार यह चर्चा चल रही है कि रोहित इस फैसले को कैसे लेंगे और क्या इससे गिल के साथ उनके रिश्ते पर कोई असर पड़ेगा. हालांकि, पर्थ में होने वाले सीरीज के शुरुआती मैच से पहले, गिल ने अपनी बात स्पष्ट करते हुए कहा कि रोहित और विराट कोहली दोनों अपने अनुभव शेयर करने के लिए तैयार हैं. Whatever the story is outside Shubman Gill breaks silence on his relationship with Rohit and Kohli मैदान पर गिल लेंगे रोहित-कोहली से सलाह शुभमन गिल ने कहा कि बाहर चाहे जो भी कहानी हो, हकीकत बिल्कुल अलग है, क्योंकि स्पोर्ट्स के दो दिग्गजों के साथ उनका रिश्ता अब भी बहुत अच्छा है. पंजाब के इस बल्लेबाज ने टेस्ट मैचों में कप्तान के तौर पर काफी अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन अब पूरी दुनिया यह देखने के लिए उत्सुक है कि वह रो-को की कप्तानी कैसे करते हैं. गिल ने शनिवार को पर्थ में पत्रकारों से कहा, ‘बाहर चाहे जो भी कहानी हो, हमारे बीच ऐसी कोई बात नहीं हुई है. यह बिल्कुल पुराने दिनों जैसा है. वह बहुत मददगार हैं और हमेशा अपने अनुभव शेयर करते हैं. मैं उनसे उनके सुझाव मांगता रहा हूं. मैंने उनसे पूछा कि अगर आप कप्तान होते तो इस विकेट पर क्या करते? मुझे दूसरे खिलाड़ियों से सलाह लेना पसंद है.’ विराट और रोहित के साथ गिल के संबंध पहले जैसे उन्होंने आगे कहा, ‘विराट और रोहित भाई, दोनों के साथ मेरे अच्छे संबंध हैं. मैं हमेशा उनकी सलाह लेता हूं और जब बात अपनी राय देने की आती है तो वे भी हिचकिचाते नहीं हैं.’ जब हिंदुस्तान ऑस्ट्रेलिया के लिए रवाना हो रहा था, तो रोहित गिल को गले लगाते हुए दिखाई दिए और उसी वीडियो में विराट भी युवा खिलाड़ी की पीठ थपथपाते हुए दिखाई दिए. रोहित और विराट दोनों ही चैंपियंस ट्रॉफी 2025 जीतने के बाद पहली बार इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं. 2027 वनडे विश्व कप में दोनों की भागीदारी को लेकर काफी चर्चा है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला से दोनों दिग्गजों के फॉर्म के बारे में अंदाजा लगाया जा सकता है। मैं उनको आदर्श मानता हूं : गिल गिल ने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि जब वनडे टीम का नेतृत्व करने की बात आती है तो उन्हें बड़ी जिम्मेदारी निभानी होगी, क्योंकि एमएस धोनी, विराट और रोहित सभी ने सफलता हासिल की है. गिल ने कहा, ‘जाहिर है, ये वो खिलाड़ी हैं जिन्हें मैं बचपन में अपना आदर्श मानता था. उनमें जो भूख थी, उसने मुझे प्रेरित किया. स्पोर्ट्स के ऐसे दिग्गजों का नेतृत्व करना मेरे लिए बहुत सम्मान की बात है. मुझे यकीन है कि इस सीरीज में ऐसे कई मौके आएंगे जब मैं उनसे सीख पाऊंगा. अगर मैं किसी मुश्किल स्थिति में फंस भी जाऊं, तो मैं उनसे सलाह लेने से नहीं हिचकिचाऊंगा.’ गिल, जिन्होंने हाल ही में कप्तान के रूप में अपनी पहली टेस्ट श्रृंखला जीत में अहम भूमिका निभाई थी, ने यह भी कहा कि पूर्व के अनुभवों और सीखों से उन्हें काफी लाभ होगा. गिल ने कहा, ‘यह बहुत रोमांचक है. धोनी, कोहली और रोहित की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए मुझे एक बड़ी जिम्मेदारी निभानी है. मुझे बहुत सारे अनुभव और बहुत सी सीख मिली है. मैंने रोहित और विराट दोनों के साथ टीम को आगे बढ़ाने और हिंदुस्तानीय क्रिकेट टीम के लिए वे किस तरह की संस्कृति चाहते हैं, इस पर कई बार बातचीत की है. मुझे लगता है कि ये सीख और अनुभव हमारी टीम को आगे बढ़ने में मदद करेंगे.’ ये भी पढ़ें… ‘आप हर किसी को खुश नहीं कर सकते’, टीम चयन पर Ajit Agarkar की बेबाक राय Womens World Cup: सेमीफाइनल में कैसे पहुंचेगा हिंदुस्तान, करना होगा ये काम Rohit Sharma की ऑस्ट्रेलिया में 5 धमाकेदार पारियां, ‘हिटमैन’ के नाम से ही कांपते हैं कंगारू The post ‘बाहर चाहे जो भी कहानी हो…’, शुभमन गिल ने रोहित और कोहली के साथ रिश्ते पर तोड़ी चुप्पी appeared first on Naya Vichar.

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Rangoli Design on Diwali 2025: दिवाली में रंगोली बनाना क्यों शुभ है, जानें इसके धार्मिक कारण

Rangoli Design on Diwali 2025: दिवाली हिंदुस्तान का एक विशेष पर्व है. इस दिन माता लक्ष्मी, भगवान कुबेर और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की जाती है. घरों को सजाने की खास परंपरा है और लोग पूजा के दिन सुबह से ही घर को सजाने में लग जाते हैं. दिवाली की सजावट में जो चीज सबसे ज्यादा चार-चाँद लगाती है, वह है रंग-बिरंगी रंगोली. यह रंगोली देखने में जितनी खूबसूरत होती है, उतनी ही विशेष भी होती है. दिवाली के दिन रंगोली बनाना क्यों शुभ माना जाता है? हिंदू धर्म में दिवाली के दिन रंगोली बनाना बेहद शुभ माना जाता है. रंगोली के रंग-बिरंगे रंग सकारात्मकता और उत्साह दर्शाते हैं. ऐसा माना जाता है कि दिवाली की रात माता लक्ष्मी भक्तों के घरों में आती हैं. उनके स्वागत के लिए बनी रंगोली देखकर माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं. इसके अलावा यह भी धारणा है कि रंगोली नकारात्मक ऊर्जा को कम करने में सहायता करती है. दिवाली के दिन घर के किन हिस्सों में रंगोली बनानी चाहिए? दिवाली के दिन आप अपने घर के मुख्य द्वार, बारामदे, आंगन और पूजा स्थल के पास रंगोली बना सकती हैं. इन स्थानों पर रंगोली बनाना शुभ और उत्तम माना जाता है. दिवाली के दिन किन स्थानों में रंगोली नहीं बनानी चाहिए? बाथरूम के पास, बेडरूम में, कूड़े फेंकने के स्थान के आस-पास और ऐसे स्थान जहां लोग अधिक आवाज़ करते हैं, वहां रंगोली बनाना उचित नहीं माना जाता. रंगोली बनाने के फायदे ध्यान शक्ति– रंगोली बनाने में समय और ध्यान दोनों की आवश्यकता होती है. आत्मसंयम– कई रंगोलीयों को बनाने में घंटों लग जाते हैं, इसलिए व्यक्ति को संयम के साथ काम करना होता है. मानसिक शांति– लोग लंबे समय तक एक जगह बैठकर बिना किसी नकारात्मक विचार के रंगोली के डिजाइनों पर ध्यान देते हैं. यह भी पढ़ें: Dhanteras 2025: आखिर आम के पत्ते और लकड़ी के बिना क्यों अधूरी होती है हर पूजा? जानें इनके पीछे छिपा धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व यह भी पढ़े: Dhanteras 2025: धनतेरस पर खील-बताशे चढ़ाना क्यों होता है महत्वपूर्ण? जानें कहीं इससे तो नहीं खुलती है बंद किस्मत के तालें Disclaimer: यहां दी गई जानकारी केवल मान्यताओं और परंपरागत जानकारियों पर आधारित है. नया विचार किसी भी तरह की मान्यता या जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. The post Rangoli Design on Diwali 2025: दिवाली में रंगोली बनाना क्यों शुभ है, जानें इसके धार्मिक कारण appeared first on Naya Vichar.

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नये स्मार्टफोन के साथ बॉक्स में ट्रांसपेरेंट कवर क्यों दिया जाता है? वजह वो नहीं, जो आप सोच रहे हैं

Smartphone Transparent Cover Reason: जब भी आप नया स्मार्टफोन खरीदते हैं, तो बॉक्स खोलते ही उसमें एक ट्रांसपेरेंट सिलिकॉन कवर (Transparent Case) जरूर मिलता है. अधिकांश कंपनियाें के फोन के साथ कवर होता ही है. आपने भी शायद सोचा ही होगा कि कंपनी फोन के साथ कवर क्यों देती है? दरअसल, इसके पीछे कई स्मार्ट सोच और फायदे छिपे होते हैं. ये कवर सिर्फ फोन की सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि यूजर एक्सपीरियंस, डिजाइन और प्रीमियम फील से भी जुड़ा होता है. आइए जानते हैं कि आखिर फोन कंपनियां बॉक्स में ये कवर क्यों देती हैं. 1. फोन की सुरक्षा के लिए (Basic Protection) सबसे पहला और सबसे बड़ा कारण है फोन की सुरक्षा. नया फोन गिरने, टकराने या खरोंच लगने पर आसानी से डैमेज हो सकता है. ऐसे में कंपनियां बॉक्स में एक सिलिकॉन ट्रांसपेरेंट कवर देती हैं ताकि फोन पहले दिन से ही सुरक्षित रहे. इससे छोटे-मोटे झटकों, खरोंच या फिसलने की स्थिति में फोन को नुकसान नहीं पहुंचता. 2. डिजाइन और कलर छिपे नहीं (Visible Look) कई लोग फोन इसलिए खरीदते हैं क्योंकि उन्हें उसका कलर या डिजाइन पसंद आता है. अगर कंपनी बॉक्स में कोई सॉलिड या डार्क कवर देती, तो फोन का लुक छिप जाता. इसीलिए कंपनियां ट्रांसपेरेंट (पारदर्शी) कवर देती हैं, जिससे यूजर फोन का असली लुक, ब्रांडिंग और कलर भी देख सके और सुरक्षा भी बनी रहे. ये तरीका खासकर उन ब्रांड्स के लिए फायदेमंद है, जो डिजाइन और कलर पर ज्यादा फोकस करते हैं. 3. किफायती समाधान (Cost-Effective Choice) हर यूजर नया फोन लेने के तुरंत बाद महंगा या ब्रांडेड कवर नहीं खरीद पाता. इसीलिए कंपनियां एक सस्ता लेकिन काम का ट्रांसपेरेंट कवर बॉक्स में शामिल कर देती हैं. इससे शुरुआती दिनों में यूजर को फोन की सुरक्षा के लिए कुछ खर्च नहीं करना पड़ता. बाद में जब चाहे, वो अपने पसंद का कवर खरीद सकता है. 4. धूल, खरोंच और फिंगरप्रिंट से बचाव (Dust & Fingerprint Protection) फोन की बॉडी, खासकर ग्लास बैक वाले मॉडलों में, जल्दी ही धूल, फिंगरप्रिंट या छोटे स्क्रैच लग जाते हैं. ट्रांसपेरेंट कवर फोन की बॉडी को इन सब चीजों से बचाताहै. साथ ही यह बैक पैनल की ग्लॉसी फिनिश को भी सुरक्षित रखता है. यानी फोन लंबे समय तक नया और चमकदार दिखता है. 5. ब्रांड एक्सपीरियंस बेहतर बनाने के लिए (Premium Feel) कुछ कंपनियां जैसे Samsung, Vivo, Realme, Xiaomi, OnePlus आदि, बॉक्स में ट्रांसपेरेंट कवर इसलिए देती हैं ताकि यूजर को लगे कि ब्रांड ने उसकी जरूरतों का पूरा ध्यान रखा है. ये एक तरह का प्रीमियम टच माना जाता है, जिससे ग्राहक को फील होता है कि उसे वैल्यू फॉर मनी मिल रही है. कई यूजर इसे ब्रांड केयर का प्रतीक भी मानते हैं. ध्यान देने वाली बात ट्रांसपेरेंट कवर का एक नुकसान यह है कि कुछ महीनों के बाद ये पीला (Yellowish) पड़ने लगता है. ऐसा धूप, गर्मी और लगातार इस्तेमाल की वजह से होता है. इसलिए कई यूजर्स कुछ समय बाद नया कवर खरीद लेते हैं या फिर मैट या हार्ड केस का इस्तेमाल करने लगते हैं. सिर्फ दिखावे के लिए नहीं, बल्कि… कुल मिलाकर, स्मार्टफोन कंपनियां ट्रांसपेरेंट कवर सिर्फ दिखावे के लिए नहीं, बल्कि यूजर की सुविधा, सुरक्षा और बेहतर अनुभव के लिए देती हैं. ये छोटा सा कवर नये फोन को गिरने, खरोंच लगने और धूल से बचाता है, साथ ही फोन का असली लुक भी बरकरार रखता है. यानी कह सकते हैं कि ट्रांसपेरेंट कवर छोटा पैक, बड़ा काम का साबित होता है. क्या Airplane Mode ऑन करने से सच में फोन होता है जल्दी चार्ज? जानिए वो सीक्रेट जो ज्यादातर लोग नहीं जानते स्मार्टफोन गर्म क्यों हो जाता है? जानें इसके पीछे की साइंस नया फोन तो ले लिया, अब पुराना डेटा कैसे ट्रांसफर करें? ये रही पूरी आसान गाइड फोन को हमेशा 100% चार्ज करना पड़ सकता है भारी, बैटरी बचाने के लिए आज से ही अपनाएं ये आदतें The post नये स्मार्टफोन के साथ बॉक्स में ट्रांसपेरेंट कवर क्यों दिया जाता है? वजह वो नहीं, जो आप सोच रहे हैं appeared first on Naya Vichar.

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Bihar Elections 2025: 4 बार के विधायक को JDU ने नहीं दिया टिकट, भरा निर्दलीय पर्चा, CM नीतीश का नाम ले फूट-फूटकर रोए

Bihar Elections 2025, भागलपुर,अंजनी कुमार कश्यप: बिहार विधानसभा चुनाव में इस जनता दल यूनाइटेड ने अपने सचेतक और भागलपुर के गोपालपुर सीट से मौजूदा विधायक गोपाल मंडल का टिकट काट दिया. टिकट के लिए गोपाल मंडल ने सीएम आवास के बाहर धरना तक दे दिया. इसके बावजूद पार्टी ने उन्हें टिकट नहीं दिया और पूर्व सांसद  बुलो मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया. टिकट कटने से नाराज गोपाल मंडल ने शनिवार को निर्दलीय पर्चा भरा. इस दौरान उन्होंने एक जनसभा को संबोधित किया और जनसभा में सीएम नीतीश कुमार का नाम लेकर फूट-फूटकर रोने लगे और नीतीश कुमार का जयकारा लगवाया.  भागलपुर: गोपालपुर सीट से चार बार के विधायक गोपाल मंडल को इस बार जेडीयू का टिकट नहीं मिला. निर्दलीय पर्चा दाखिल करने के बाद गोपाल मंडल ने सीएम @NitishKumar के प्रति अपनी वफादारी जताई और भावुक होकर रो पड़े. #BiharElections2025 #GopalMandal #JDUNews #IndependentCandidate #Bhagalpur… pic.twitter.com/7BDrhwDoaD — Naya Vichar (@prabhatkhabar) October 18, 2025 नीतीश कुमार को बरगला कर मेरा टिकट कटवा दिए: गोपाल मंडल  नामांकन के दौरान गोपाल मंडल ने समर्थकों से कहा, “भाइयों-बहनों, आज हमारा नामांकन का दिन है आप लोग इतने बढ़-चढ़कर आए हैं, इसके लिए धन्यवाद. यह लड़ाई आर-पार की है, अब दिखा देना है. नीतीश कुमार को बरगला कर मेरा टिकट कटवाया गया है. अगर मुझसे कोई गलती हुई है, तो मैं हाथ जोड़कर माफी मांगता हूं. मैंने आज तक कोई गलती नहीं की और न ही आगे करूंगा. यह कहते-कहते उनकी आंखों से आंसू निकल आए.” उन्होंने कहा कि अब बिगुल बज चुका है और जनता को मैदान में उतरने का समय आ गया है. भावनाओं से भरे माहौल में गोपाल मंडल ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति अपनी वफादारी भी दोहराई. उन्होंने मंच से कहा, एक बार प्रेम से बोलिए, नीतीश कुमार की जय.  बिहार की ताजा समाचारों के लिए यहां क्लिक करें हम जीतकर सीट JDU को देंगे: गोपाल मंडल  हालांकि, उन्होंने अपने संबोधन में कहा, हम जीतकर यह सीट फिर से जेडीयू की झोली में डाल देंगे. इस बयान से साफ है कि बागी रुख अपनाने के बावजूद गोपाल मंडल नीतीश कुमार के खिलाफ खुली बगावत नहीं करना चाहते हैं. इस बार जेडीयू ने गोपालपुर विधानसभा सीट से बुलो मंडल को अपना उम्मीदवार बनाया है. टिकट कटने से नाराज गोपाल मंडल अब निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव मैदान में हैं. इसे भी पढ़ें: Bihar Elections 2025: ‘हम नेतृत्व में झाल बजाने नहीं आए’, शरद यादव के बेटे ने तेजस्वी के खिलाफ खोला मोर्चा The post Bihar Elections 2025: 4 बार के विधायक को JDU ने नहीं दिया टिकट, भरा निर्दलीय पर्चा, CM नीतीश का नाम ले फूट-फूटकर रोए appeared first on Naya Vichar.

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Gold Silver Price: एक साल में 53 हजार रुपये प्रति 10gm बढ़ गई सोने की कीमत, जानें Gold Silver का ताजा रेट

Gold Silver Price: धनतेरस को हिंदू पंचांग में बर्तन से लेकर कीमती धातुओं तक की खरीदारी के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है. इस बार धनतेरस दो दिनों तक मनाया जा रहा है. यह पर्व रविवार दोपहर पौने दो बजे तक चलेगा. आभूषण विक्रेताओं को उम्मीद है कि इस दौरान ऑनलाइन और दुकानों पर ग्राहक बड़ी संख्या में खरीदारी करने आएंगे. दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत 134800 रुपये दिल्ली में इस बार 24 कैरेट सोने की कीमत सभी करों सहित बढ़कर 1,34,800 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है, जो पिछले वर्ष 29 अक्टूबर 2024 को धनतेरस के दिन 81,400 रुपये थी. यानी 53400 रुपये प्रति 10 ग्राम सोने की कीमत एक साल में बढ़ गई है. वहीं दिल्ली में चांदी की कीमतें फिलहाल 1,77,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर हैं. रांची में सोने और चांदी की क्या है कीमत? रांची में 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 127350 रुपयेरांची में चांदी की कीमत प्रति किलो 157340 रुपयेमुंबई में 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 127320 रुपये है.मुंबई में चांदी की कीमत प्रति किलो 157300 रुपये है.कोलकाता में 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 127150 रुपये है.कोलकाता में चांदी की कीमत प्रति किलो 157090 रुपये है.चेन्नई में 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 127690 रुपये है.चेन्नई में चांदी की कीमत प्रति किलो 157760 रुपये है.बेंगलुरु में 24 कैरेट सोने की कीमत प्रति 10 ग्राम 127420 रुपये है.बेंगलुरु में चांदी की कीमत प्रति किलो 157420 रुपये है. क्या कहना है हिंदुस्तानीय रत्न-आभूषण परिषद के चेयरमैन का अखिल हिंदुस्तानीय रत्न एवं आभूषण घरेलू परिषद के चेयरमैन राजेश रॉकड़े ने कहा ”हम उम्मीद कर रहे हैं कि मुहूर्त के बाद खरीदारी में तेजी आएगी. चूंकि यह त्योहार सप्ताहांत पर पड़ रहा है.” उन्होंने कहा कि सालाना आधार पर मूल्य के संदर्भ में सोने की बिक्री में 40-45 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है. सेनको गोल्ड एंड डायमंड्स के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुवंकर सेन ने कहा कि ऊंची कीमतों के कारण बिक्री की मात्रा में 12 से 15 प्रतिशत तक कमी आ सकती है, लेकिन मूल्य के लिहाज से धनतेरस पर बिक्री में 20 से 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी. The post Gold Silver Price: एक साल में 53 हजार रुपये प्रति 10gm बढ़ गई सोने की कीमत, जानें Gold Silver का ताजा रेट appeared first on Naya Vichar.

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