रीगा. विगत दो दिनों से देर रात्रि हो रही बारिश से आम और लीची के फसलों को काफी लाभ पहुंचा है. वहीं, अधिकांश किसानों के खेतों में मसूर, धनिया, सरसों व अरहर का फसल पानी में भीगने से उसके काले होने का डर किसानों को सता रहा है. गेहूं को छोड़ कर सभी प्रकार की दलहन एवं तिलहन फसलें खेतों में तैयार है. हालांकि 40 फीसदी किसान अपने फसल को अपने खेत से लाकर खलिहान में जमा कर चुके हैं. 60 फीसदी किसानों का रबी फसल अब भी खेतों में लगी हुई है. रबी फसल अगर लगातार पानी में भीगती रही तो वह समाप्त हो जाएगी. किसान नगीना प्रसाद, सीताराम साह व दिनेश कुमार समेत अन्य ने कहा कि आम एवं लीची के मंजर पर धूलकण जमा था, जिसके कारण मंजर के खराब होने का डर था. परंतु हल्की बारिश से मंजर पर पड़ा धूलकण अब साफ हो गया है, जिससे आम और लीची के मंजर में अब दाने पकड़ लेंगे. कृषि विशेषज्ञ रामबाबू प्रसाद का कहना है कि किसानों को आम के मंजर पर प्लानोंफिक्स टॉनिक एवं एमिदाक्लोर कीटनाशक का निर्धारित मात्रा से छिड़काव करना चाहिए. इससे टिकोला स्वस्थ एवं मजबूत होगा.
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