प्रतिनिधि,सीवान. जेइ और एइएस से प्रभावित बिहार के पांच जिलों में सीवान भी शामिल है. इससे निबटने के लिए की गयी तैयारियों का जायजा लेने वरीय चिकित्सकों की चार सदस्यीय टीम ने शनिवार को सदर अस्पताल का निरीक्षण किया.जांच टीम ने सदर अस्पताल के जेइ एवं एइएस वार्ड का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान टीम ने इलाज में महत्वपूर्ण 80 बिंदुओं की एक-एक कर जांच किया.जांच टीम के सदस्यों ने इलाज में काम आने वाले 16 तरह के उपकरणों एवं 44 तरह की दवाओं को उपलब्धता की जानकारी ली. जांच टीम के सदस्यों ने उपलब्ध दवाओं एवं उपकरणों पर संतोष जताया.उन्होंने बताया को जेइ और एइएस की इलाज की सुविधाओं में जो कमी है उसे सिविल सर्जन द्वारा शीघ्र पूर्ण करने का आश्वासन दिया गया है.टीम ने सदर अस्पताल में उपलब्ध एंबुलेंस सेवाओं की भी जांच किया.जांच के दौरान एंबुलेंस में उपलब्ध लाइफ स्पोर्ट सिस्टम एवं दवाओं की उपलब्धता की जांच किया .एंबुलेंस के इएमटी से पूछा कि जेइ और एइएस से संक्रमित बच्चों को रेफर की स्थिति में उच्च संस्थान ले जाने के संबंध में संबंधित संस्थान द्वारा प्रशिक्षण दिया गया है कि नहीं.जांच टीम के सदस्यों ने सदर अस्पताल में टेलीफोन सुविधा सहित मे आई हेल्प यू काउंटर खोलने का दिया निर्देश दिया.साथ ही अस्पताल परिसर में जेई और एईएस बीमारी की जागरूकता से संबंधित पोस्टर लगाने का निर्देश दिया.टीम ने विशेष परिस्थिति में बच्चों को रेफर किए जाने की स्थिति में एंबुलेंस चालकों का मोबाइल नंबर अस्पताल परिसर में प्रदर्शित करने का निर्देश दिया. जांच टीम में स्वास्थ्य सेवा की अपर निदेशक डॉ संस्कृति सिन्हा बरियार,राज्य स्वास्थ्य समिति की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ विजेता सिंह,सचिवालय में तैनात शिशु रोग विशेषज्ञ पदाधिकारी डॉ समीर कुमार एवं डॉ मिथुन कुमार शामिल थे.जांच के दौरान सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद,जिला मलेरिया पदाधिकारी डॉ ओमप्रकाश लाल,सदर अस्पताल के अधीक्षक डॉ अनिल कुमार सिंह, आइडीएसपी के मेडिकल ऑफिसर डॉ विकास कुमार एवं डीपीएम विशाल कुमार सिंह सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे. तीन अप्रैल को पीकू वार्ड का उद्घाटन करेंगे स्वास्थ्यमंत्री आधुनिक सुविधाओं से युक्त सदर अस्पताल में प्रीफैब स्ट्रक्चर का 39 बेड का पीकू वार्ड बनकर तैयार है.तीन अप्रैल को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे इसका उद्घाटन करेंगे.इसकी जानकारी राज्यस्तरीय जांच टीम के सदस्यों ने दी.पीकू वार्ड चालू हो जाने के बाद यह सीवान जिले के लोगों के लिए बहुत ही लाभदायक होगा.लोगों को जेई और एईएस से संक्रमित बच्चों के साथ छोटे बच्चों के इलाज के लिए गोरखपुर या पटना नहीं जाना पड़ेगा.पीकू वार्ड में 10 वेंटिलेटर युक्त आईसीयू है. यहां गंभीर बच्चों का इलाज किया जायेगा.
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