संकट. पोल व तार दुरुस्त करने में जुटे थे कर्मी, रसिकपुर में 24 घंटे बाद बहाल हुई बिजली
संवाददाता, दुमका
दुमका जिले में गुरुवार की शाम आंधी बारिश से जहां कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति प्रभावित रही, वहीं शुक्रवार को पूरे शहर में जलापूर्ति नहीं हो सकी. जलापूर्ति न होने से 10 हजार घरों में रहनेवाले उपभोक्ताओं को काफी पेयजल संकट का सामना करना पड़ा. शहर के राखाबनी-रसिकपुर इलाके में जहां 24 घंटे के बाद शाम पांच बजे के करीब बिजली आपूर्ति बहाल हुई. वहीं महुआडंगाल से बास्कीचक में पेयजलापूर्ति योजना के इंटेकवेल के लिए वहां के पावर सब स्टेशन और कुरुवा स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए डेडिकेटेड फीडर में आसनसोल के पास तीन पोल के तार गिरने व ब्रेकर क्षतिग्रस्त होने से आए फाल्ट को सुधारने में शाम के 6.37 बज गये. जलापूर्ति योजना के ऑपरेशन-मेंटनेंस संवेदक अशोक कुमार राउत ने बताया कि कल शाम से बिजली न मिलने से शुक्रवार सुबह और शाम जलापूर्ति नहीं की जा सकी. नियमित छह घंटे से अधिक बिजली मिली ताे सुबह जलापूर्ति हो पायेगी.
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ढेंगाडीह में गिर गया था ट्रांसफॉर्मर, बिजली आपूर्ति ठप
बासुकिनाथ. जरमुंडी प्रखंड क्षेत्र में गुरुवार की रात आयी आंधी की वजह से कई गांव का विद्युत आपूर्ति ठप हो गयी है. ढेंगाडीह गांव में ट्रांसफॉर्मर नीचे गिर गया था. ग्रामीणों ने विद्युत विभाग को इस संदर्भ में सूचना दे दी है. पदाधिकारी गांव पहुंच कर क्षति का आकलन कर रहे थे. गांव में विद्युत व्यवस्था सुचारु करने के लिए कार्य में जुट गये हैं. इसके अलावा प्रखंड क्षेत्र के कई स्थान में फूस व एस्बेस्टस का छप्पर भी उड़ गया. प्रखंड क्षेत्र में आंधी तूफान की वजह से गेहूं, बैगन, भिंडी समेत लत्तर वाली सब्जी व अन्य फसलों को नुकसान पहुंचा है.
आंधी से मकान के छप्पर उड़े, बेघर हो गया परिवार
मसलिया. प्रखंड की दलाही पंचायत के आगैईजोरी गांव में गुरुवार देर शाम के तेज आंधी और बारिश में एक घर का छप्पर उड़ गया. कच्चे मकान से टीन की छत उड़ जाने और घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो जाने से परिवार की परेशानी बढ़ गयी है. पीड़िता सिमोती रानी 10 वर्षीय बेटे और 14 वर्षीय बेटी के साथ उस समय घर में थी. गनीमत रही कि कोई हताहत नहीं हुआ. परिवार अब बेघर हो गया है. बीडीओ ने संज्ञान में आते ही मुखिया जगदीश टुडू के माध्यम से पीड़िता को 25 किलो चावल, एक तिरपाल और कुछ दैनिक उपयोग की सामग्री उपलब्ध करायी. उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत पीड़िता को राहत के लिए आगे की मदद भी की जायेगी.
मसलिया पश्चिमी क्षेत्र में 24 घंटे से बिजली गुल
दलाही. मसलिया प्रखंड क्षेत्र में बृहस्पतिवार शाम से शुक्रवार शाम तक 24 घंटे बीत जाने के बाद भी बिजली गुल है. बृहस्पतिवार की शाम बारिश शुरू होते ही बिजली कट गयी थी. रात भर बिजली आपूर्ति ठप रही. पश्चिमी क्षेत्र में तीन फीडर से बिजली की आपूर्ति होती है. लगभग 10 गांव जामताड़ा जिला के फतेहपुर फीडर से लगभग 28 से तीस गांव देवघर जिला के शिमला फीडर तथा बाकी के गांव में आश्रम व मसलिया फीडर से आपूर्ति की जाती रही है. फतेहपुर फीडर शुक्रवार को दो बजे दिन में बिजली बहाल हुई है. शिमला फीडर से समाचार लिखे जाने तक आपूर्ति बाधित थी.
रानीश्वर में 15 घंटे बाद बहाल हो पायी बिजली आपूर्ति
रानीश्वर. प्रखंड क्षेत्र में शुक्रवार को 15 घंटे बाद बिजली बहाल हुई. गुरुवार की शाम आंधी के साथ भारी बारिश शुरू होते ही बिजली कट गयी थी. रात भर बिजली आपूर्ति ठप थी. जानकारी के अनुसार बिजली लाइन में फॉल्ट हो जाने के कारण बिजली आपूर्ति ठप हो गयी थी. शुक्रवार को पूर्वाह्न 9:00 बजे के बाद बिजली बहाल हुई है. आंधी से जगह-जगह पेड़ व डाली गिर जाने से बिजली लाइन में फॉल्ट हो जाने से बिजली आपूर्ति बंद हो गयी थी.
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