पहले हाजिरी बनाने के लिए जाना पड़ता है 20-25 किमी दूर सीएचसी प्रतिनिधि, रानीश्वर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी जगहों पर पदस्थापित स्वास्थ्यकर्मियों को नियमित बायोमीट्रिक हाजिरी बनाने का निर्देश जारी किया गया है. पर सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर बायोमीट्रिक हाजिरी बनाने की सुविधा उपलब्ध नहीं है. ऐसे में स्वास्थ्यकर्मियों को परेशानी झेलनी पड़ रही है. कई स्वास्थ्यकर्मी 20 से 25 किलोमीटर दूरी तय कर प्रखंड मुख्यालय में सीएचसी पहुंच कर बायोमीट्रिक हाजिरी बनाते हैं, उसके बाद अपनी जगह पर ड्यूटी करने के लिए आते हैं. सच्चाई यह भी है कि कई स्वास्थ्यकर्मी सीएचसी में बायोमीट्रिक हाजिरी बनाने के बाद अपने स्वास्थ्य केंद्र की बजाय सीधे घर ही लौट जाते हैं, क्षेत्र नहीं पहुंचते हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से फिलहाल सीएचसी रानीश्वर तथा हाल ही में पीएचसी आसनबनी में बायोमीट्रिक हाजिरी बनाने के लिए सिस्टम लगायी गयी है. जबकि पीएचसी बांसकुली व आमजोड़ा तथा विभिन्न स्वास्थ्य उपकेंद्र में सुविधा उपलब्ध नहीं है. सबसे ज्यादा परेशानी उन स्वास्थ्यकर्मियों को उठाना पड़ता है, जो पश्चिम बंगाल के सिउड़ी, बोलपुर या दुमका शहर से आना-जाना करते हैं. एक स्वास्थ्य कर्मी ने बताया कि नियमित रूप से बायोमीट्रिक हाजिरी बनाने के लिए स्वास्थ्य केंद्र पर कम से कम डिवाइस भी विभाग की ओर से उपलब्ध करा दिया जाता तो स्वास्थ्यकर्मियों को राहत मिलती. स्वास्थ्य केंद्रों पर बायोमेट्रिक हाजिरी बनाने के लिए सिस्टम लगाया जायेगा. इसके लिए एक कंपनी को ऑर्डर दिया गया है. हालांकि सामान की उपलब्धता की कमी के कारण बिलंब हो रहा है. सीएचसी के अलावा फिलहाल आसनबनी में बायोमीट्रिक सिस्टम लगाया गया है. —.डॉ नदियानंद मंडल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी फोटो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रानीश्वर
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