Elephant Attack in Bokaro | महुआटांड़ (बोकारो), रामदुलार पंडा: बोकारो के गोमिया वन रेंज में हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते एक सप्ताह से हर रात किसी न किसी गांव में हाथी उत्पात मचाते नजर आ रहे हैं. बुधवार की रात करीब साढ़े दस बजे महुआटांड़ के धरमपुर स्थित एक निर्माण साइट में बारह हाथियों ने हमला कर दिया. हाथियों ने बंगाल के बराकर निवासी 49 वर्षीय वेल्डर कलाम आजाद की दर्दनाक मौत हो गई. जबकि, मृतक के तीन साथी बाल-बाल बच गए.
हाथियों ने बुरी तरह कुचला

घटना के संबंध में मजदूरों ने बताया कि हाथियों ने पहले एस्बेस्टस छत के मकान को बुरी तरह ध्वस्त कर दिया. जिसके अंदर कलाम आजाद, मो मंताज अंसारी, अरुण कुमार शर्मा व रेहान अंसारी सो रहे थे. ये सभी बाहर निकलकर भागने लगे. लेकिन कलाम आजाद हाथियों की चपेट में आ गया. हाथियों ने उसे बुरी तरह कुचल दिया, जिससे घटना स्थल पर ही दर्दनाक मौत हो गई.
झारखंड की ताजा समाचारें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
जंगल में भागकर बचाई जान
वहीं, बाकी तीन लोगों ने जंगल में भागकर अपनी जान बचाई. मामले की सूचना मिलने पर निर्माण साइट के ऑनर और अन्य ग्रामीण पहुंचे. ग्रामीणों ने हाथियों को खदेड़कर भगाया. गुरुवार सुबह घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई. इसके बाद वन कर्मी और महुआटांड़ थाना की पुलिस मौके पर पहुंची. स्थानीय पंसस मदन महतो, पूर्व पंसस फूलचंद केवट और अन्य लोग भी पहुंचे.
इसे भी पढ़ें RIMS ने 65 साल पुरानी बिल्डिंग की मरम्मत के लिए दोबारा लिखा पत्र, स्वास्थ्य विभाग से की यह मांग
सऊदी अरब में रहता है बेटा
इसके बाद शव का पंचनामा कर पोस्टमॉर्टम के लिए तेनुघाट भेज दिया गया. मृतक के रिश्तेदार भी घटनास्थल पर पहुंचे. बताया गया कि मृतक का एक पुत्र है, जो सऊदी अरब में रहता है. उसकी बेटी शादीशुदा है. जबकि पत्नी की मौत हो चुकी है. मालूम हो कि पहले ही इस इलाके में 6 हाथियों का झुंड सक्रिय था. अब बारह हाथियों के झुंड से ग्रामीणों को जानमाल की सुरक्षा है.
इसे भी पढ़ें Rath Yatra 2025: हरिभंजा में कल निकलेगी प्रभु जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा, 250 साल पुरानी है परंपरा
25 हजार का मुआवजा तत्काल सौंपा गया

घटना पर मंत्री योगेंद्र प्रसाद ने दुख प्रकट किया है. उन्होंने डीएफओ बोकारो को मृतक के आश्रित को मुआवजा भुगतान और हाथियों की निगरानी सहित इलाके से बाहर करने का निर्देश दिया. इसके बाद वन विभाग की ओर से प्रावधान के अनुरूप चार लाख रुपए मुआवजा में से तत्काल 25 हजार रुपए नगद मृतक के आश्रित को सौंपा गया. बाकि राशि प्रक्रिया पूरी होने के बाद दे दी जाएगी. डीएफओ ने वन कर्मियों को हाथियों को इलाके से बाहर निकालने को कहा है.
चोरगावां व केंदुआ में भी मचाया उत्पात

इधर, धरमपुर में घटना को अंजाम देने के बाद हाथियों का झुंड आधी रात के बाद चोरगांवा पहुंच गया. यहां हाथियों ने मनोज कुमार महतो सहित कई ग्रामीणों के बारी में लगी मकई और अन्य फसलों को रौंद कर बर्बाद कर दिया. यहां से झुंड केंदुआ पहुंचा. जहां हाथियों ने बिखू मुर्मू व लच्छू हेंब्रम के घर क्षतिग्रस्त कर दिए और फसल भी रौंद दिये.
इसे भी पढ़ें सरायकेला में ओडिशा के कारीगरों ने तैयार किया प्रभु जगन्नाथ का रथ, 27 जून को निकलेगी ऐतिहासिक रथयात्रा
स्कूल का गेट तोड़कर चावल खाया
इससे पूर्व हाथियों ने केंदुआ के नवप्राथमिक विद्यालय के चार कमरों के लोहे के दरवाजों को तोड़ दिया और चावल व आलू खा गये. वहीं, करीब आठ दिन पहले भी हाथियों ने इस स्कूल की खिड़कियों और दीवार को तोड़कर खूब उत्पात मचाया था. टीकाहारा की मुखिया हेमंती देवी, समाजसेवी विनोद टुडू और वन विभाग के नितायचंद्र महतो, अजीत प्रजापति, विजय गुप्ता आदि ने मौके पर हुई क्षतिपूर्ति का जायजा लिया.
इसे भी पढ़ें
रांची में 333 साल से निकल रही है प्रभु जगन्नाथ की भव्य रथयात्रा, रथ खींचने के लिए उमड़ती है श्रद्धालुओं की भीड़
आदिवासी बेटी के अपहरण पर भड़के बाबूलाल मरांडी, सीएम हेमंत सोरेन पर लगाया बड़ा आरोप
झारखंड के 15 प्रवासी मजदूर दुबई में फंसे, खाने-पीने का संकट, प्रशासन से लगाई मदद की गुहार
The post महुआटांड़ के निर्माण साइट पर हाथियों का उत्पात, एक को कुचलकर मार डाला, कई घरों को नुकसान appeared first on Naya Vichar.