मधुपुर. स्थानीय महेंद्र मुनि सरस्वती विद्या मंदिर में वाटिका खंड की अभिभावक-शिक्षक की बैठक कृति बरनवाल की अध्यक्षता आयोजित की गयी. बैठक में विद्यालय के प्रधानाचार्य मदन मोहन मिश्रा ने विषय प्रवेश कराते हुए कहा कि शिक्षक व अभिभावक दोनों ही मिलकर बच्चों का सर्वांगीण विकास करते हैं. अभिभावक बच्चों की प्रथम पाठशाला होते है. हमें अपने पूर्वजों के दिए गए संस्कार से उन्हें पोषित करना चाहिए. आज के युग में बच्चों का विकास हमारे लिए चुनौती है और अगर हम अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन ठीक से नहीं करते तो हमारे बच्चों का सर्वांगीण विकास बाधित होता है. उन्होंने कहा कि बच्चों के पालन पोषण के साथ-साथ संस्कार विकसित करना, उन्हें अपना अधिक से अधिक समय देना, मोबाइल से दूर रखने का प्रयास करना और उनके गृह कार्य आदि विषयों में सहयोग करना अभिभावकों का भी दायित्व है. सिर्फ विद्यालय में नामांकन ही बच्चों को पूर्ण विकसित नहीं कर सकता. इसलिए हम सभी अभिभावकों का दायित्व है कि अपने बच्चों का ध्यान रखें और उनमें शिक्षा के प्रति रुचि जगाये, तभी उनका जीवन सुखमय व आनंदमय होगा. मौके पर सरिता साहू, मानसी बनर्जी सहित वाटिका खंड के अन्य आचार्य समेत दर्जनों अभिभावक मौजूद थे. हाइलाइटस : विद्यालय में अभिभावक-शिक्षक गोष्ठी आयोजित
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