कटिहार राशन कार्ड बनाने में अनियमितता कहें या फिर गड़बड़ झाला देखने को मिल रहा है. राशन कार्ड में नाम किसी का आधार नंबर दूसरे का है. ऐसी एक नहीं कई मामला अलग-अलग पीडीएस में है. वार्ड नंबर 22 की निवासी पुष्पा रानी दत्ता, राजू दत्ता, विक्रम दत्ता का राशन कार्ड बना हुआ है. जिसमें पुष्पा रानी दत्ता का आधार नंबर का अंतिम चार डिजिट 8799 है. यह आधार डिजिट सालमारी पंचायत के जूही देवी पति मनोज साह के आधार नंबर के अंतिम चार अक्षर 8799 से मेल खाती है. अब ऐसे में सवाल उठता है कि आधार कार्ड यूआईडीआई ए के अधीन बनता है. जिसमें चूक होने की कतई संभावना नहीं है. ऐसे में एक राशन कार्ड में नाम पुष्पा रानी दत्ता जबकि आधार नंबर जूही देवी का आखिर कैसे है. यह गड़बड़ झाला ने पूरे सिस्टम को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है. आखिर इतनी बड़ी गलती किससे और कैसे हो गयी. क्या यह गलती भ्रष्टाचार को तो कहीं प्रदर्शित नहीं करती. क्योंकि राशन कार्ड बनाने को लेकर अंचल कार्यालय में कई बिचौलिए काम करते हैं. एक राशन कार्ड पर 1500 से 2000 की मांग की जाती है. कहीं यह गलती इसी का परिणाम तो नहीं. अनाज का उठाव राज कुमार सिंह हैं. जिनका डिवाइस संख्या191173xxxxहै. यही से उक्त xxxxxxxxxxxxxxx00012राशन कार्डधारी माह जनवरी 2025में राशन का उठाव करते हैं. जूही का नहीं बना राशन कार्ड, कहा आपके आधार नंबर पर राशन का उठाव जारी आजमनगर प्रखंड क्षेत्र के सालमारी पंचायत निवासी जूही देवी पति मनोज कुमार साह ने बताया कि उसकी पत्नी जूही देवी का नाम राशन कार्ड में नहीं थी. लेकिन जब जूही राशन कार्ड अप्लाई करने के लिए गई तो सेंटर पर कहा गया कि आपका नाम कटिहार शहर के वार्ड 22 राशन कार्ड :-xxxxxxxxxxxxxxx00012में आपका आधार जुड़ा हुआ है. इसलिए आपका राशन कार्ड नहीं बनेगा. जब उसकी सत्यता वह पर प्रणामिकता की जांच की तो वह राशन कार्ड पुष्पा रानी दत्ता के नाम से है. जिसमें आधार नंबर अंतिम चार डिजिट 8799 है. जो उनके आधार कार्ड का अंतिम चार डिजिट है. पीडीएस संचालक ने कहा आधार नंबर के आधार व बायोमेट्रिक पर मिलता है राशन वार्ड 22 के पीडीएस संचालक राजकुमार सिंह से संपर्क किया तो उसने बताया कि दुकान पर जो भी राशन कार्ड धारी संधारित है. उन सभी लाभुकों को राशन दिया जाना है. आधार कार्ड को लिंक कर उस परिवार को राशन दे दिया जाता है. अगर किसी राशन कार्ड संख्या में मान लिया जाए चार लोग हैं, तो किसी एक की बायोमेट्रिक से सभी यूनिट के खाद्यान्न का उठाव हो जाता है. ऐसे में आधार कार्ड में नाम व उसके नंबर का मिलान पीडीएस संचालक के लिए संभव नहीं है. क्योंकि आधार नंबर व बायोमेट्रिक के आधार पर ही राशन की आपूर्ति की जाती है. अब ऐसे में सवाल है कि पुष्पा रानी दत्ता का आधार नंबर जूही देवी के आधार नंबर का अंतिम चार्ट डिजिट का कैसे दिया गया. आखिर इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार कौन है.अगर इस पूरे प्रकरण की बारीकी से जांच कराई जाये तो प्रशासनी नुमांइदे से लेकर कर्मियों तक पर गाज गिर सकती है. कहते हैं एमओ मामले की जांच करने के उपरांत ही कुछ बताना संभव होगा. दिनेश प्रसाद, एमओ, कटिहार
डिस्क्लेमर: यह नया विचार समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे नया विचार डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है
The post राशन कार्ड में पकड़ा गया गड़बड़ झाला, राशन कार्ड में नाम किसी का, आधार नंबर दूसरे का appeared first on Naya Vichar.