नया विचार न्यूज़ समस्तीपुर – शिवाजीनगर प्रखंड मुख्यालय स्थित आधार नामांकन एवं सुधार केंद्र अप्रैल महीने की शुरुआत से ही बंद पड़ा है। इसके चलते प्रखंड के 17 पंचायतों से रोजाना आने वाले सैकड़ों लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों की मानें तो प्रशासन द्वारा चलाई जा रही अधिकांश जनकल्याणकारी योजनाओं — जैसे वृद्धा पेंशन, उज्ज्वला योजना, राशन कार्ड, पीएम किसान योजना आदि में आधार की अनिवार्यता होने के कारण उन्हें प्रखंड मुख्यालय का रुख करना पड़ता है। लेकिन आधार सेंटर बंद रहने के कारण उन्हें बिना काम किए ही वापस लौटना पड़ रहा है।दुर्धरा पंचायत से आई एक स्त्री ने बताया कि वह सुबह भारा कर गाड़ी से परिवार के अन्य सदस्यों के साथ आई थीं, लेकिन सेंटर बंद रहने के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा। उन्होंने कहा हम लोग गरीब हैं, बार-बार प्रखंड नहीं आ सकते, फिर भी जरूरी कागज बनवाना है। रेल और हवाई यात्रा में पहचान के लिए, स्कूल-कॉलेजों में नामांकन के समय, बैंकिंग कार्यों सहित अन्य कई प्रशासनी दस्तावेजों के लिए आधार कार्ड जरूरी होता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रखंड स्तर पर आधार सुधार केंद्र बंद रहने से उन्हें अनुमंडल मुख्यालय या जिला मुख्यालय जाना पड़ता है, जिससे समय और पैसे दोनों की बर्बादी हो रही है। प्रशासन की अनदेखी के कारण आम जनता में नाराजगी है। लोगों ने मांग की है कि आधार सेंटर को जल्द से जल्द चालू किया जाए ताकि आम लोगों को हो रही परेशानी से राहत मिल सके।
आधार संचालक विजय कुमार महतो ने बताया कि कंपनी का एग्रीमेंट खत्म होने के कारण अप्रैल माह से ही आधार सेंटर बंद है। उन्होंने कहा कि मैं के शुरुआत से ही आधार सेंटर बंद है।